आप और आपके मित्रों ने शरीर को ह्र्ष्ट –पुष्ट बनाने का विचार किया। उसके
लिए आपके द्वारा किए गए उपायों का वर्णन भाषण के रूप में कीजिए
आदरणीय प्रधानाचार्य जी , शिक्षकगण और मेर प्यारे दोस्तों आप सभी को मेरा
प्यार भरा नमस्कार। आज मैं स्वस्थ शरीर को कैसे बनाए रखें इस विषय में अपने विचार प्रकट करने आया / आयी हूँ।
दोस्तों आप सभी को पता है कि स्वास्थ्य ही मनुष्य का सबसे बडा धन है । मनुष्य
के लिए रोटी ,कपडा ,मकान आदि अति आवश्यक हैं । लेकिन यदि स्वास्थ्य ही ठीक नहीं है तो ये सभी वस्तुएँ भी निरर्थक हैं स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का निवास करता है ।
मित्रों, कुछ लोगों का विचार है कि अच्छा और अधिक खाने से स्वास्थ्य अच्छा
रहता है लेकिन यह विचार निराधार है । भोजन पर्याप्त मात्रा में करना चाहिए न कम , न अधिक । भोजन ऐसा होना चाहिए जिसमें शरीर के अंगों को पूर्ति के सभी तत्व समाहित हो।
वैसे आप सभी को पता ही होगा, सुंदर दृश्य सुगधि
ं त और शुद्ध वायु आदि स्वास्थ्य को अच्छा बनाते हैं। हम जिस मकान में रहते हैं वहाँ पर्याप्त शद्ध ु हवा और धप ू का प्रबंध होना चाहिए और मकान के बाहर एक छोटा सा बाग रहना चाहिए ताकि वतावरण सुहावना रहें ।
दोस्तो,प्रातः काल नियमित व्यायाम भी स्वास्थ्य को अच्छा बनाता है ।हम जैसे
बच्चों के लिए खेलना , कूदना और दौडना अच्छा रहता है । स्वास्थ्य रहने के लिए मनुष्य को चिंता मुक्त रहना चाहिए, क्योंकि चिंता मनुष्य को अंदर से खोखला कर दे ता है ।स्वास्थ्य मनष्ु य के लिए अपर्व ू वरदान है । तो दोस्तों अंत में मैं यह कहना चाहता हूँ हमें अपने स्वास्थ्य की तन ,मन ,धन से रक्षा करना चाहिए । आजकल के बीमारियों से हमें अगर लडना है तो दृड संकल्प करना है कि आलस्य करें बिना व्यायाम करें , पौष्टिक भोजन को ग्रहण करें और उन्नति की राह में चलते रहें ।
याद रहे “ जीवन में वही व्यक्ति उन्नति करता है जिसका स्वास्थ्य उत्तम रहता है ।“