CLEOPATRA

You might also like

Download as pdf or txt
Download as pdf or txt
You are on page 1of 27

क्लरमोऩेट्रा

औय प्राचीन मभस्र
क्लरमोऩेट्रा
औय प्राचीन मभस्र
ऩाॊच हजाय सार ऩहरे, ऩाषाण मग
ु के रोग ब्रिटे न भें यह यहे थे.
वे रोग गुपाओॊ भें यहते थे औय जानवयों की खार से फने कऩडे
ऩहनते थे. वे धायदाय ऩत्थयों के हथथमायों से मिकाय कयते थे.

उसी सभम दयू मभस्र भें कुछ अन्म रोग भहान िहयों भें यह यहे थे,
अद्भत
ु भॊददयों का ननभााण कय यहे थे, वे अच्छे व्माऩायी थे, उनके
ऩास घोडों ऩय सवाय सैननक, न्माम की अदारतों औय वकीर थे.

मे रोग मभस्र भें यहते थे. हभ उनके फाये भें फहुत कुछ जानते हैं
लमोंकक ऩुयातत्वववदों ने तारऩत्रों ऩय औय किों की दीवायों ऩय,
उनके जीवन औय इभायतों के वणान औय थचत्र ऩाए हैं.

मभस्रवामसमों के ऩास मरखने का एक फहुत ही अजीफ तयीका था -


थचत्रमरवऩ (हाईयोक्लरकपलस). वो सफकुछ थचत्रों भें मरखते थे,
इसमरए रॊफे सभम तक ऩयु ातत्वववद् इसे ऩढ़ने भें असभथा यहे .
कपय एक ददन एक फ्ाॊसीसी ववद्वान को एक ऩत्थय मभरा, क्जस
ऩय एक ही मिरारेख ग्रीक भें औय मभस्रवामसमों की थचत्रमरवऩ भें
उकेया गमा था. लमोंकक वो ग्रीक जानता था, इसमरए वो थचत्र-
रेखन को ऩढ़ने भें सऺभ हुआ. इस ऩत्थय को "योजेटा स्टोन"
कहा जाता है . मह उस स्थान का नाभ है जहाॉ वो ऩत्थय ऩामा गमा
था. औय मह इस िुरुआत से रोगों ने प्राचीन मभस्र के थचत्र-रेखन
को ऩढ़ना िुरू ककमा.
उस सभम सबी रेखन ऩुजारयमों द्वाया ककमा जाता था. लमोंकक तफ
कागज का आववष्काय नहीॊ हुआ था, इसमरए वे रोग ऩऩामयस नाभक
ऩौधे के तनों का उऩमोग कयते थे. “ऩऩामयस” िब्द से ही आज हभें
'ऩेऩय' िब्द मभरा है .

ऩौधे के तने को रम्फी ऩतरी ऩदिमों भें काटा जाता था, औय कपय उन्हें
ऩास-ऩास यखा जाता था. अन्म क्स्ट्रप्स (ऩदिमों) को कपय से उन ऩय
यखा जाता था. इस तयह ऊऩय-नीचे ऩदिमों से एक प्रकाय की चटाई
फन जाती थी. कपय उन्हें ऩानी भें मबगोमा जाता था, क्जससे दोनों ऩयतें
एक-साथ थचऩक जाती थीॊ, औय कपय सऩाट ऩत्थय ऩय यखकय चटाई
को कूटा जाता था. अॊत भें , सूयज भें सूखने के फाद, उसे हाथी दाॊत के
थचकने टुकडे से यगडा जाता था. कपय कागज उऩमोग के मरए तैमाय
होता था.

ऩऩामयस की इन चादयों को जोडकय अलसय रॊफे योर फनाए जाते थे,


क्जन्हें स्रॉर कहा जाता था. उनभें आज जैसे ककताफों की तयह क्जल्द
नहीॊ होती थी. स्रॉर को दो रकडी के योरसा ऩय रऩेटा जाता था, औय
ऩढ़ते-ऩढ़ते वो एक योरय से दस
ू ये ऩय मरऩटता था. ककसी ऩस्
ु तक के
ऩष्ृ ठों को ऩरटने की तुरना भें मह फहुत अथधक कदठन यहा होगा.

ऩुजारयमों मरखने के मरए घास मा ऩुआर से फने यॊ गीन स्माही औय


ऩेन का इस्तेभार कयते थे. कुछ ऩऩाइयस स्रॉर भें फहुत खफ
ू सयू ती से
खीॊचे गए थचत्र यॊ गीन हैं.
मभस्रवासी अद्भत
ु ब्रफल्डय थे, औय ब्रिटे न भें स्टोनहें ज के ननभााण से
फहुत ऩहरे, उन्होंने अऩने धभा के कई दे वताओॊ के मरए भहान
भॊददयों का ननभााण ककमा था. इनभें से कुछ भॊददय अबी बी मभस्र भें
कणाक जैसी जगहों ऩय दे खे जा सकते हैं, जहाॉ भहान "हॉर ऑफ़
कॉरभ" उस ददन खडा है जहाॉ इसे हजायों सार ऩहरे फनामा गमा
था.

उन्होंने िासकों की भनू तामों को बी तयािा, क्जन्हें पेयो कहा जाता


था. एब्स के ऩास एभनहोटे ऩ नाभक एक पेयो के दो भहान स्भायक
हैं. प्राचीन कार भें , जफ हय सफ
ु ह सयू ज उगता था तफ उनभें से एक
भूती भें से सॊगीत के सुयों को सुना जा सकता था. रोगों को रगता
था कक वो प्रनतभा, सम
ू ा को नभस्काय कय यही थी.

ऩयू े मभस्र भें भॊददयों की दीवायों ऩय दे वताओॊ की भनू तामाॉ औय थचत्र


मभरे. इनभें से कुछ दे वता फहुत ही ववथचत्र थे. उनभें से एक ऩय
आदभी का ियीय औय फाज का मसय था. उसे ऩहरे “या” कहा जाता
था, रेककन फाद भें उसे “अम्भोन-या” के रूऩ भें ऩूजा गमा.

या सूमा दे वता था औय सफसे भहत्वऩूणा दे वताओॊ भें से एक था.


मभस्त्रवामसमों ने उसे योज, नाव भें ऩव
ू ा से ऩक्चचभ तक आकाि को
ऩाय कयते हुए, नीर नदी के रोगों ऩय प्रकाि औय जीवन डारते हुए
ददखामा था.
प्राचीन मभस्र के सबी स्भायकों भें सफसे प्रमसद्ध ग्रेट-वऩयामभड औय
क्स्पॊलस हैं जो कादहया (कैयो) के ऩास थिजा भें क्स्थत हैं.

ग्रेट वऩयामभड ऩत्थय के फडे-फडे ब्रॉकों की एक ठोस इभायत है , जो


तेयह एकड बूमभ भें फ़ैरी है , औय वो सेंट ऩॉर कैथेड्रर की तुरना भें
एक-सौ ऩचास पीट ज़्मादा ऊॊची है . उसका आधाय वगााकाय है . उसकी
बुजाएॉ इतनी सावधानी से भाऩी गई हैं कक वे एक-इॊच रम्फाई के
बीतय हैं. दीवायें ढरवाॊ हैं औय वे ऊऩय की ओय एक ब्रफॊद ु ऩय जाकय
मभरती हैं.

इस वऩयामभड को "चेओप्स" नाभक एक पेयो ने फनवामा था. उसने


रगबग ऩाॊच हजाय सार ऩहरे मभस्र ऩय िासन ककमा था. वऩयामभड के
अॊदरूनी दहस्से भें सुदयू "दपन कऺ" है , जहाॉ रॊफे, सॊकये भागा से
ऩहुॊचा जा सकता है . इस भहान भकफये के ननभााण औय ऩत्थयों की
नलकािी के मरए फीस सार तक हजायों गुराभों को रगामा गमा था.

प्रमसद्ध क्स्पॊलस के स्भायक भें एक भानव मसय के साथ िेय का ियीय


है . क्स्पॊलस, ग्रेट-वऩयामभड के कयीफ ही खडा है . वो 189-पीट रॊफा है ,
औय एक फडी चिान से फनामा गमा है . वो िामद ग्रेट-वऩयामभड के
ननभााण से ऩहरे ही वहाॊ भौजद
ू था. हाराॊकक कुछ वविेषऻों के
अनुसाय क्स्पॊलस बी ग्रेट-ऩयामभड के सभम ही फनामा गमा था.
क्स्पॊलस इतना फडा है कक कबी उसके ऩॊजे के फीच भें एक भॊददय था.
वऩयामभड फडी चतुयाई औय सावधानी से फनाई गईं थीॊ. न केवर
ऩत्थयों का आकाय फक्ल्क वऩयामभडों के ढार वारे कोणों को बी
याज-मभक्स्त्रमों ने फडे सटीक तयीके से नाऩा होगा. थचत्र भें आऩ
उनभें से एक को डोयी से एक ऩत्थय का ब्रॉक भाऩते हुए दे ख
सकते हैं.

"खुपू" के वऩयामभड के मरए ऩत्थय के ब्रॉलस नीर नदी के दस


ू यी
तयप से राए गए थे, औय उन्हें राने भें फहुत श्रभ ककमा गमा होगा.
श्रमभकों ने उन्हें उठाने के मरए रकडी के रॊफे रीवयों का उऩमोग
ककमा होगा औय कपय उन्हें योरसा को नीचे यखा होगा. कपय ऩत्थय के
ब्रॉलस को चभडे की यक्स्समों से सैकडों दासों ने खीॊचा होगा.

जुत हॉटऩ नाभक एक स्थानीम गवनाय के भकफये भें , इस ऩद्धनत


द्वाया ब्रॉलस ढोने का एक थचत्र है . वहाॊ प्रनतभा ऩय एक आदभी
खडा है , जो सबी गुराभों को एक-साथ खीॊचने का सॊकेत दे ने के
मरए अऩने हाथों से तारी फजा यहा है .

सबी ऩत्थयों को ताॊफे की छे नी से आकाय ददमा गमा था. फाद भें मह


औजाय काॊस्म औय रोहे के फने. मभस्रवामसमों के ऩास आजकर की
फडी रेन औय इॊजन नहीॊ थे. वैसे आधनु नक उऩकयणों के साथ बी
खुपु भें वऩयामभड का ननभााण एक फहुत फडा उऩरभ होता.
प्राचीन मभस्र के ववमबन्न िासकों का सम्फन्ध अरग-अरग
याजवॊिों से था. याजवॊिों के िासक अलसय एक ही ऩरयवाय से
आते थे. कबी-कबी ककसी पेयो की कोई औराद नहीॊ होती थी,
औय कबी-कबी ककसी अन्म नस्र का िासक मभस्र को जीतकय
एक नमा याजवॊि िुरू कयता था.

सफसे फडे याजवॊि अठायहवें औय उन्नीसवें थे, क्जनभें पेयो ने


रगबग 1650 से 1280 ईसा ऩूवा के फीच भें िासन ककमा. रगबग
चाय सौ वषों की इस रॊफी अवथध - लवीन एमरजाफेथ प्रथभ के
िासनकार से रेकय वताभान तक की इस अवथध को "न्मू
एम्ऩामय" कहा जाता है . अठायहवें याजवॊि के ऩहरे पेयो के
िासनकार भें मभस्र ने एक नई िुरुआत की. उसने उन ववदे मिमों
को दे ि से फाहय ननकार ददमा, क्जन्होंने चाय सौ ऩचास वषों तक
दे ि ऩय िासन ककमा था.

इनभें से सफसे फडा पेयो तोथम्स तत


ृ ीम था. उसने मभस्र से सटे
दे िों - ऩक्चचभ भें रीब्रफमा के ये थगस्तान औय ऩूवा भें नतथग्रस नदी
ऩय ववजम प्राप्त की. कई दीवाय ऩें दटॊलस उसे यथ ऩय सवाय,
दचु भनों को ख़त्भ कयके उसकी ववजम को दिााती हैं. तोथम्स
तत
ृ ीम ने ओब्रफमरस्क का ननभााण कयवामा था. उसे गरत तयीके
से "क्लरमोऩेट्रा की सुई" फुरामा जाता था. वो अफ रॊदन भें एक
फॊदयगाह ऩय क्स्थत है .
इन दोनों याजवॊिों के कई पेयो भहान सैननक थे. थचत्र भें उनभें से
एक को ववजम अमबमान के फाद मभस्र वावऩस रौटता हुआ
ददखामा गमा है .

पेयो की किों ऩय दीवायों के थचत्रों भें बी हभ ऐसे ही ववजम थचत्र


दे ख सकते हैं. उनभें ववजेता, सैकडों कैददमों को अऩने यथ के
ऩीछे खदे डता है . इन कैददमों को मा तो भौत के घाट उताय ददमा
जाएगा मा कपय दास के रूऩ भें फेच ददमा जाएगा. इसभें कोई
सॊदेह नहीॊ है कक उनभें से कई अऩने स्वाभी की किों औय भॊददयों
के ननभााण के मरए फाकी जीवन बय काभ कयें गे.

उन्नीसवें याजवॊि के दो भहान पेयो थे. एक सेटी प्रथभ था.


उसने कणाक भें "हॉर ऑप कॉरभ" का ननभााण ककमा, औय
थेब्स के ऩास "किों की घाटी" की चिानों भें सफसे बव्म किे
फनवामीॊ.

अन्म भहान पेयो, ये म्स द्ववतीम ने, सत्ताईस वषों तक िासन


ककमा. उसने कई उत्कृष्ट कामों के साथ-साथ नीर नदी से रार
सागय तक नहय का ननभााण कयवामा. उसी ने मूसुप (जोसप)
का आगभन ककमा औय उसे सम्भाननत ककमा. उसके फेटे,
भेनपेथा के िासन भें महूददमों को मभस्र से फाहय ननकारा गमा.
इस कहानी को हभ फाइफर भें , उत्ऩक्त्त औय ननगाभन वारे
अध्माम भें ऩढ़ते हैं.
यभेस द्ववतीम के कार भें मभस्र एक भहान औय िक्लतिारी याष्ट्र
था. वहाॊ ऩय अफ्ीका औय बभ
ू ध्म सागय के दे िों का भार आता
था. भकफये के थचत्रों भें हभ कई अजीफ जानवयों के साथ हाथथमों,
क्जयापों, तें दओ
ु ॊ औय फॊदयों को बी दे खते हैं. उन सबी को भहान
पेयो को श्रद्धाॊजमर दे ने के मरए रामा जा यहा था.

ऩूवा से सडक द्वाया बायत से अभीय गहने औय भसारे, ऩमिामा से


अगयफत्ती औय इत्र, औय चीन से ये िभ आता था. मभस्र की
नतजोयी भें सोना औय चाॊदी बया होता था. पेयो की किों के चढ़ावों
की सभवृ द्ध से हभें इसका कुछ अॊदाज चरता है कक गहने औय
पनीचय फनाने भें प्राचीन मभस्र के कायीगय फेहद कुिर थे.

जफ जीते गए दे ि, मभस्र को श्रद्धाॊजमर दे ते थे, तो उस जुरूस को


सडकों ऩय ऩये ड कयामा जाता था. इससे सबी रोगों को ऩता चरता
था कक उन ऩय िासन कयने वारा पेयो ककतना भहान औय
िक्लतिारी सम्राट था.

मभस्र भें ककसान वाकई भें गर


ु ाभ थे. उन्हें जभीन के साथ खयीदा
औय फेंचा जा सकता था. औय लमोंकक मभस्र भें तफ तक ऩैसे का
चरन नहीॊ था, इसमरए गर
ु ाभों के ऩास कुछ बी नहीॊ था. उन्हें
मसपा क्जॊदा यखने के थोडा-फहुत मभरता था, ऩय कुछ ज़्मादा नहीॊ.
पेयो औय उसकी यानी द्वाया ऩहने गए िानदाय गहने, ककसानों
द्वाया ऩहने जाने वारे थचथडों से फहुत अरग होते थे. कई वॉर
ऩें दटॊग हभें उस फात को ठीक से ददखाती हैं कक वे कैसे कऩडे
ऩहनते थे. मभस्र की सख
ू ी हवा भें मह चीजें सॊयक्षऺत यहीॊ. हभ
आज सचभुच भें प्राचीन मभस्र भें ऩहने कऩडों औय गहनों को दे ख
औय छू सकते हैं.

मभस्र एक फहुत ही गभा दे ि है , औय वहाॊ रोग फहुत कभ कऩडे


ऩहनते हैं. अलसय वहाॊ पेयो बी एक छोटा एप्रन जैसा कऩडा ही
ऩहनता था. वे कऩडों की कभी को फडे ऩैभाने ऩय गहनों - गरे भें
हाय औय कॊगन का श्रॊग
ृ ाय कयके ऩूया कयता था.

सफसे ददरचस्ऩ है पेयो सेयेभनी द्वाया कुछ ख़ास उत्सवों ऩय


डफर-राउन भक
ु ु ट का ऩहनना. िुरु भें ऊऩयी औय ननचरे मभस्र
दो अरग-अरग दे ि थे, औय प्रत्मेक के िासक के ऩास एक
औऩचारयक ऩोिाक थी. जफ दोनों दे ि एक-साथ जड
ु ,े तो हजायों
सार ऩहरे, दोनों भुकुटों को एक-दस
ू ये भें जोड ददमा गमा.

ऊऩयी मभस्र का भुकुट रॊफा औय सपेद था, क्जसके िीषा ऩय एक


फल्फनभ
ु ा घॊड
ु ी थी; ननचरे मभस्र का के भक
ु ु ट का आकाय रार
औय अजीफ था. सॊमुलत भुकुटों के आकाय को आऩ थचत्र भें दे ख
सकते हैं.
लमोंकक मभस्र एक सभद्ध
ृ दे ि था, इसमरए वहाॉ फहुत से धनी रोग थे.
लमोंकक दयफाय की भदहरामें औय अभीय ऩरु
ु षों की ऩक्त्नमाॊ कुछ बी
काभ नहीॊ कयती थीॊ, इसमरए वो अऩना ज्मादातय सभम खुद को
सॊद
ु य ददखने भें ब्रफताती थीॊ.

प्राचीन मभस्र के रॊफे इनतहास भें पैिन भें फहुत फदर आई. ड्रेमसॊग-
टे फर के सॊयक्षऺत गहनों से हभें ऩता चरता है कक मभस्र भें भदहराएॉ
फहुत भेकअऩ का इस्तेभार कयती थीॊ. यॊ गों की डडब्फी, रूज के साथ,
बौं ऩें मसर, ऩाउडय फलसे औय इत्र की फोतरें , खूफसूयती से सजे धातु
के दऩाण औय कॊघी, आदद को रॊदन भें ब्रिदटि सॊग्रहारम भें दे खा जा
सकता है .

वताभान भें भदहरामें अऩने फारों को सजाने भें फहुत सभम ब्रफताती
हैं, मभस्र की भदहराएॊ बी वही कयती थीॊ. वे अऩने स्वमॊ के फारों को
काट कय छोटा कयती थीॊ औय कपय नकरी फारों की ववस्तत
ृ ववग
ऩहनती थीॊ, क्जनका रूऩ औय आकाय सभम-सभम ऩय फदरता
यहता था.

इस तस्वीय भें मभस्र की एक भदहरा को अऩनी आॊखों का श्रॊग


ृ ाय
कयते हुए ददखामा गमा है , क्जसभें दामसमाॊ उसकी भदद कय यही हैं.
वो िामद आॊखों के नीचे एक हये यॊ ग की ये खा फना यही है क्जससे
उसकी ऩरकें औय बौहें अथधक कारी, फडी औय िानदाय ददखें. ऩास
वारी भेज ऩय इत्र की भीठी भहक वारा एक जाय है .
तीन हजाय सार ऩहरे, यभेस द्ववतीम के कार भें एक िाही बोज,
एक फहुत ही यॊ गीन अवसय यहा होगा. मभस्र के रोग फहुत सभ्म
रोग थे. दीवाय के थचत्र हभें ददखाते हैं कक वे सफसे अच्छा व्मवहाय
कयते थे.

िुरुआती सभम भें मभस्र के रोग बोजन के मरए जभीन ऩय फैठते


थे, रेककन उन्नीसवें याजवॊि भें , रगबग 1650-1400 ई.ऩू. के फीच
वे गद्दीदाय कुमसामों ऩय फैठने रगे. तफ छोटी भेजों को कभर के
पूरों से सजामा जाता था. ियाफ के जगों को बी पूरों से सजामा
जाता था. तफ भेहभान अऩने फारों भें पूर ऩहनते थे.

हभाये ऩास बोज का एक ब्मौया है . उस िाही बोज भें दस अरग-


अरग प्रकाय के भाॊस, ऩाॉच अरग-अरग ऩऺी औय सोरह प्रकाय
की योदटमाॊ औय केक थे. वहाॉ पर औय ियाफ की फहुतामत थी.
सफ कुछ चाॊदी के फतानों भें ऩयोसा जाता था, औय छोटी योदटमाॊ
ववमबन्न प्रकाय की पैंसी आकृनतमों भें फनाई जाती थीॊ.

बोजन के दौयान भेहभानों का भनोयॊ जन सॊगीतकाय कयते थे.


वे ऩाइऩ, फाॊसुयी, तुयही औय वीणा फजाते थे. इन वाद्ममॊत्रों भें से
कई को सॊग्रहारमों भें आज बी दे खा जा सकता है . हजायों सार
ऩहरे मभस्त्रवासी सॊगीत फजाने भें दऺ थे. सॊगीतकाय औय कबी-
कबी भेहभानों के मसय ऩय बी भीठी-भहक वारे भोभ के िॊकु होते
थे जो वऩघरकय उनके फारों ऩय थगयते थे.
कई भकफयों भें उस कार के घयों के मभिी औय रकडी के छोटे
भॉडर मभरते हैं क्जनभें मभस्त्रवासी यहते थे. इसमरए हभ उन घयों
के फाये भें अच्छी तयह जानते हैं.

घय अलसय दो भॊक्जरे होते थे, क्जनभें फारकननमाॉ होती थीॊ.


वे चभकीरे यॊ गों से ऩुते होते थे. खखडककमों भें कोई काॊच नहीॊ होता
था, लमोंकक ऊऩयी मभस्र की फहुत गभा जरवामु भें खखडककमों भें से
ठॊ डी औय सुखद हवा अॊदय आती थी. छतें चऩटी होती थीॊ, क्जन्हें
आज बी कादहया भें दे खा जा सकता है .

अभीय रोगों के घयों भें भेजों औय कुमसामों को सुॊदय नलकािी से


सजामा जाता था. दीवायों ऩय यॊ गीन दरयमाॊ रटकी होती थीॊ औय
पिा ऩय नयभ कारीन ब्रफछे होते थे. घय के अॊदय औय फाहय,
चटकीरे थचत्र फने होते थे. कई घय फगीचों से नघये होते थे क्जसभें
ताड, अॊजीय के ऩेड, अॊगूय की फेरें औय सबी प्रकाय के पूरों की
झाडडमाॉ उगती थीॊ.

ऩय गयीफों के घय इनसे फहुत अरग होते थे. मे आभतौय ऩय मभिी


की धूऩ भें सूखीॊ ईंटों से फने एक-कभये के घय होते थे. उनभें न
कोई यॊ ग औय न अभीयों के घयों जैसा कोई कोई पनीचय होता था.
मभस्र के ककसी बी गाॉव भें आज बी ऐसे घय दे खे जा सकते हैं. पेयो
के कार से उन घयों भें िामद फहुत कभ फदराव आमा है .
हभने दे खा है कक मभस्त्रवासी वऩयामभड औय किों औय भॊददयों के भहान
ननभााता थे. इन वविार बवनों को फनाने भें कामायत हजायों रोगों के
अरावा, फढ़ई, ईंट फनाने वारे मभस्त्री, थचत्रकाय औय प्रास्टय कयने
वारे मभस्त्री, फागवान औय सज्जाकाय जैसे कायीगय बी वहाॊ भौजूद थे.

दीवाय की ऩें दटॊलस औय ऩऩामयस स्रॉर भें हभें इनभें से कई रोग काभ
कयते हुए ददखते हैं. हभ ईंट फनाने वारों को रकडी के साॊचों भें ईंटों को
आकाय दे ते हुए औय उन्हें धूऩ भें सेंकते हुए दे ख सकते हैं. इन ईंटों से
उन्होंने कबी-कबी अस्सी पीट भोटी दीवायों का ननभााण ककमा था.

उस सभम के फढ़ईमों के ऩास कई औजाय थे, जैसे कक छे नी औय आयी,


क्जन्हें हभ आज बी इस्तेभार कयते हैं. रेककन जहाॊ एक आधुननक
फढ़ई जोडों को फनाता है , वहाॊ ऩयु ाने जभाने भें फढ़ई कबी-कबी ऩेड को
भोडकय सही-कोण वारे रकडी के टुकडे फनाते थे. महाॊ तक कक उन्होंने
ऩेड की तीन िाखाओॊ को सही ददिाओॊ भें भोडकय उनसे तीन ऩैय वारे
स्टूर फनाए थे.

चीनी-मभिी औय काॊच के फतान फनाने वारे, सोने औय चाॊदी के कुिर


कायीगयों द्वाया फनामे सॊद
ु य नभन
ू े दनु नमा बय के सॊग्रहारम भें दे खे जा
सकते हैं. यॊ गीन भहॊ गे ऩत्थय, जैसे रार भूॊगों औय अधा-कीभती
अभेथथस्ट, को सजावट के मरए उऩमोग ककमा जाता था.
मभस्र के रोग भुख्म रूऩ से ककसान थे, रेककन उनकी खेती एक
अजीफ ककस्भ की खेती थी, जो आज बी मभस्र भें नीर नदी के
ककनायों ऩय होती है .

हभने दे खा है कक मभस्र, असर भें नीर नदी के ककनाये एक रॊफी औय


सॊकयी ऩिी है , क्जसके ऩक्चचभ की ओय एक फॊजय ये थगस्तान है .
मदद मह नदी नहीॊ होती तो तो िामद मभस्र बी भौजूद नहीॊ होता. हय
सार गमभामों भें , भध्म अफ्ीका भें बायी ट्रॉवऩकर फारयि के फाद,
नीर नदी, ऩानी को नीचे फहा कय राती है . मह ऩानी गभा भौसभ भें
सूखी जभीन की मसॊचाई के मरए एकदभ जरूयी होता है .

कबी-कबी जफ फारयि पेर होती है , तो कपय मभस्र भें अकार ऩडता


था. रेककन बायी फारयि के सभम ऩानी को इकठ्ठा कयने के मरए
वहाॊ एक फहुत फडे फाॊध का ननभााण ककमा गमा, क्जससे रोग
अकार के खतये से फच ऩाएॊ.

प्राचीन मभस्र के ककसानों को पसर उगाने के मरए फहुत कभ श्रभ


कयना ऩडता था. उनकी पसर नीर नदी की कृऩा ऩय ननबाय कयती
थी. नीर नदी की फाढ़ से उनकी जभीन भें ऩानी बय जाता था. कपय
ककसान उसभें फीज ब्रफखेय दे ते थे, अलसय ब्रफना ककसी जुताई के बी
फीज फो दे ते थे, औय सूअयों के झुॊडों को जभीन को यौंदने के मरए
छोड दे ते थे. इसभें कोई आचचमा नहीॊ कक प्राचीन मभस्त्र के रोग
नीर नदी को एक दे वता के रूऩ ऩूजते थे.
नीर नदी न केवर मभस्र को सभद्ध
ृ पसर दे ती थी, वो अन्म कई तयीकों
से बी उनकी सेवा कयती थी. नीर नदी द्वाया मभस्र के एक दहस्से से
दस
ू ये दहस्से भें आसानी से आमा-जामा जा सकता था. रोग नदी भें
भछरी ऩकडकय अऩने दै ननक जीवन के बोजन का एक फडा दहस्सा
प्राप्त कयते थे.

इन उद्देचमों के मरए उन्हें नावों की आवचमकता थी, औय िुरुआती


सभम से मभस्र के रोगों ने ऩेडों के तनों को खोखरा कयके फहुत छोटी-
छोटी नावें फनाईं. रेककन यभेस के सभम तक उन्होंने सीख मरमा कक
फडे ब्रत्रकोणीम ऩार के साथ रकडी की नावों का ननभााण कैसे ककमा
जाए. पेयो के भकफयों भें इन नावों के खूफसूयती से फने भॉडर ऩाए गए
जहाॉ ऩय नाववक नाव का सॊचारन कयते हुए ददखाई दे ते हैं.

इसी तयह की नौकाओॊ को आज बी नीर नदी भें दे खा जा सकता है .


धाया भें नीचे जाते सभम वे अऩनी ऩार का उऩमोग कयते हैं, रेककन
धाय की ववऩयीत ददिा भें नाववकों को कयॊ ट के ववरुद्ध ऩतवायें चरानीॊ
होती हैं.

मभस्र के रोग मा तो इन नावों भें मा कपय ककनाये से भछरी ऩकडते थे.


यभेस के िासन कार जैसे ही ऩद्धनत से वहाॊ रोग आज बी भछमरमाॊ
ऩकडते हैं. एक नाव अधा-गोर आकाय भें नदी भें एक रॊफा, सॊकया जार
ब्रफछाती है , क्जसका प्रत्मेक छोय बूमभ ऩय होता है . कपय जफ दोनों छोयों
से जार खीॊचा जाता है , तो उसभें घुसी सबी भछमरमाॊ खखॊचकय फाहय
आ जाती हैं.
जफ तक मभस्र के रोग उन्नीसवें याजवॊि की उच्च सभ्मता तक
ऩहुॉच,े तफ तक ऐसी कई चीजें थीॊ जो उन्हें अन्म दे िों से आमात
कयनी ऩडती थीॊ.

सात-आठ हजाय सार ऩहरे, प्रायॊ मबक याजवॊिों के ददनों भें , मभस्र भें
व्माऩाय भुख्म रूऩ से नूब्रफमा से ये थगस्तान भें से होता था. मभस्र के
ज्मादातय रोग ऊऩयी मभस्र भें यहते थे औय सभुद्र मा उससे आगे की
बूमभ के फाये भें वे फहुत कभ जानते थे.

यभेस के सभम तक ऊऩयी औय ननचरे मभस्र को जोड ददमा गमा था,


औय नीर नदी के डेल्टा भें रोग फस गए थे. वे अफ बूभध्म सागय के
तट ऩय थे, औय पीननमिमन औय रीट जाने वारे जहाजों के नाववकों
से ऩरयथचत हो गए थे. तफ उन्होंने खुद के जहाज फनाने का पैसरा
ककमा.

हभाये ऩास इन जहाजों के कई भॉडर हैं, जो अलसय याजाओॊ की किों


भें ऩाए जाते हैं. वे चभकीरे यॊ ग के होते हैं, धनुष के आकाय के मह
जहाज अलसय कभर के पूर के रूऩ भें सजे होते हैं. उनभें एक ही
ऩार होती थी, जो ये थगस्तान के ऊऩय हरकी हवा को ऩकडने के मरए
बी ऩमााप्त होती थी. जफ हवा नहीॊ होती थी तो जहाजों को दासों
द्वाया ऩतवायों द्वाया खेमा जाता था, क्जनभें से नाववक कई मुद्ध के
कैदी होते थे. मह जहाज, नीर नदी ऩय आने-जाने का अच्छा काभ
कयते थे.
जफ ककसी पेयो मा ककसी अन्म भहत्वऩण
ू ा अथधकायी की भत्ृ मु होती,
तो उसके मरए कई सभायोह आमोक्जत होते थे. िामद इस वजह से,
औय किों ऩय थचब्रत्रत रोगों के दै ननक जीवन के दृचमों के कायण ही
हभ उस कार के फाये भें इतना जान ऩाए हैं.

पेयो के ियीय को मरनेन (कऩडे) के कई गज कऩडे भें रऩेटा जाता था


औय कपय रकडी के फलसे भें यखा जाता था. इनभें से कुछ फलसों को
ब्रिदटि सॊग्रहारम भें दे खा जा सकता है . उन्हें चभकीरे यॊ गों भें थचब्रत्रत
ककमा औय चेहये को सावधानीऩव
ू क
ा उकेया जाता था. अलसय उन्हें
ठोस सोने की वऩटी हुई ऩतरी चादय से ढॊ का जाता था.

मह नलकािीदाय फलसा कपय दस


ू ये फलसे के अॊदय यखा जाता था औय
मह कपय एक तीसये फलसे के अॊदय. हय सभम ऩज
ु ायी ऩववत्र ककताफों
को ऩढ़ते थे, पेयो के ियीय को उसकी कि के मरए तैमाय कयने का
सभायोह सत्तय ददनों तक चरता यहता था.

अॊत भें फडे फलसे को एक स्रेज ऩय यखा जाता था, क्जसे कई गर


ु ाभ
मभरकय खीॊचते थे. अलसय उस फलसे को एक वविेष नाव भें यखकय
नीर नदी के ऩाय रे जामा जाता था. अॊत भें उस फलसे को वऩयामभड भें
यखा जाता था. वऩयामभड, चिान से उकेयी गई एक कि होती थी. अॊत
भें वऩयामभड के प्रवेि द्वाय को सीर कय ददमा जाता था.
मभस्र भें एक चिानी घाटी है , जहाॉ ऩेडों मा हयी घास का कोई
ननिान नहीॊ है . वहाॊ ककनाये ऩय खडी चिान हैं औय ये तीरे भैदानों
भें फडे-फडे फोल्डय हैं. असर भें मह "किों की घाटी" है .

चिानों भें हय तयप पेयो औय उच्च अथधकारयमों की किें हैं. इन


ऩत्थयों कायीगयों ने नलकािीदाय ऩत्थयों से उकेया था. कायीगयों
को केवर तेर के रैंऩ की योिनी उऩरब्ध थी. इसके फावजूद,
किों की दीवायों को फडी कुिरता से उकेया औय यॊ गा गमा था.

लमोंकक अभीय रोगों की किों ऩय भहॊ गा चढ़ावा चढ़ता था


इसमरए उन्हें अलसय रूटा जाता था. कबी-कबी उनका ननभााण
कयने वारे रोग ही उन्हें रूट रेते थे. इसमरए घाटी के सॊकीणा
प्रवेि द्वाय की यऺा के मरए सैननकों को तैनात ककमा जाता था.
रुटेयों को नाकाभ कयने के मरए मभस्र के रोग अलसय पेयो के
िव को एक कि से दस
ू यी कि भें घुभाते यहते थे.

वहाॊ ऐसा भकफया ढूॊढना फहुत दर


ु ब
ा है जो कबी रूटा न गमा हो.
रेककन 1922 भें एक खोज हुई क्जसभें तीन हजाय सार ऩहरे के
अद्भत
ु खजाने अबी बी सुयक्षऺत यखे थे. मह मुवा पेयो टूट-एख-
आभेन की कि थी. उस कि ऩय एक अद्भत
ु ककताफ प्रकामित हुई
क्जसभें वहाॊ ऩाई गई सैकडों चीजों की तस्वीयों को िामभर ककमा
गमा है .
टुट-एख-आभीन का भकफया एक दघ
ु ट
ा ना भें अचानक मभरा. मह कि
एक अन्म पेयो की कि के नीचे थी. इसमरए जफ ऊऩय वारी कि रूटी
गई तो उसके भरफे से नीचे वारी कि ऩूयी तयह नछऩ गई.

नवॊफय 1922 भें टुट-एख-आभेन की कि को खोरा गमा. तीन हजाय दो


सौ ऩैंसठ सार तक कोई बी व्मक्लत इस कि भें नहीॊ घुसा था. उस कि
भें पेयो के साथ दपनाए रगबग सबी खजाने बी फयकयाय ऩाए गए.

जफ ककसी की भत्ृ मु होती तो मभस्रवासी भानते थे कक वो इॊसान एक


दस
ू यी दनु नमा भें चरा जाता था, जहाॊ वो ठीक वैसा ही जीवन जीता था,
जैसा उसने धयती ऩय क्जमा था. इसमरए उसे क्जस चीज की बी जरूयत
होती, उन सबी चीजों को उसके साथ कि भें यख ददमा जाता था. िाही
पेयो की कि को ननक्चचत रूऩ से फहुत सभद्ध
ृ रूऩ से सजामा जाता था.
पनीचय सोने औय कीभती ऩत्थयों भें जडा होता था. कटोये औय ऩीने के
कऩ जैसी चीजें ठोस सोने की फनी होती थीॊ, औय उन ऩय फहुत
खूफसूयत डडजाइन फने होते थे.

टुट-एख-आभीन के भकफये के खजाने को कादहया के सॊग्रहारम भें यखा


गमा है . मभस्र के रोग तीन हजाय सार ऩहरे कैसे यहते थे? उन्हें दे खने
से हभें फहुत कुछ सभझ भें आता है . इनभें से कुछ चीजों को साभने
वारे थचत्र भें ददखामा गमा है , रेककन उनभें से सबी चीजों को ददखाना
असॊबव है . जफ हभ उन्हें दे खते हैं, तो हभें मह बी सोचना चादहए कक
उस कार भें ब्रिटे न भें रोगों का जीवन स्तय कैसा यहा होगा?
किों भें सजी सबी दीवाय ऩें दटॊलस, स्रॉर औय पनीचय, फताते हैं
कक प्राचीन मभस्र भें फहुत कुिर कराकाय थे.

उनकी करा एक वविेष प्रकाय की थी, मह फात आज हभें फहुत


अजीफ रगती है . लमोंकक कई थचत्रों भें हभें वो फहुत सजावटी
नजय आता है . उदाहयण के मरए, दासों मा सैननकों की ऩॊक्लतमों,
सबी को, ब्रफल्कुर एक-सभान रूऩ से तैमाय ककमा गमा था, औय
वो अलसय एक दस
ू ये के ऩीछे होती थीॊ. इसके अरावा, कई थचत्र
हभेिा खीॊच-े खखॊचे होते थे, जफकक आॉखें हभेिा बयी-ऩूयी ददखती
थीॊ. ऩैय बी हभेिा साइड से ददखाए जाते थे. ऩैय की उॊ गमरमों को
फनाने की कदठनाई से फचने के मरए िामद ऐसा ककमा जाता था.

हाराॉकक, जफ मभस्रवासी कोई भूनता फनाते, मा सयकोपैगस


(भत
ृ ियीय को घेयने वारे फलसे) ऩय कोई चेहया उकेयते, तो वो
उसे वास्तव भें फहुत जीवॊत फनाते थे .

सफसे सुॊदय भूनता जो आज बी सॊयक्षऺत है , वो प्रभुख यानी


नेफ़दटा टी की है . वो एक ऩत्थय से फनी है औय फहुत ही जीवॊत-
िैरी भें थचब्रत्रत है , महाॊ तक कक उसकी आॊखें ऩूयी तयह से
प्राकृनतक ददखती हैं. उसके मसय को दे खकय ऩता चरता है कक
अगय वे चाहते तो मभस्र के कराकाय प्राकृनतक रूऩ से थचत्र फना
सकते थे.
खूफ़ू की भहान वऩयामभड को दे खकय रगता है कक मभस्र के ब्रफल्डसा
फहुत सटीक ननभााण कामा भें सऺभ थे. ऐसा इसमरए था लमोंकक वे
अॊकगखणत औय ज्मामभनत को सभझते थे, हाराॉकक उनके तयीके
कापी प्राचीन थे. ब्रिदटि सॊग्रहारम भें एक फहुत ही ददरचस्ऩ स्रॉर
है क्जसभें अॊकगखणत भें कई सभस्माएॊ हैं. इनभें से अथधकाॊि
सभस्माएॊ फहुत ही व्मावहारयक हैं: ककसी खेत के ऺेत्रपर को कैसे
भाऩा जाए, मा मह ऩता रगाना कक थचत्र भें भधुभलखी के छत्ते के
आकाय के गोदाभ भें ककतना अनाज सभाएगा?

मभस्रवामसमों ने मसतायों का अध्ममन बी ककमा, औय उन्होंने हजायों


सार ऩहरे एक कैरें डय तैमाय ककमा, क्जस का हभ आज बी उऩमोग
कयते हैं. कुछ भामनों भें उनका कैरें डय हभायी तुरना भें अथधक
वववेकिीर था, लमोंकक उसभें हय भहीने भें सभान ददन होते थे.

जफ मभस्रवासी फीभाय ऩडते तो वे डॉलटय को फुरा सकते थे. जडी-


फूदटमों के मभश्रण के साथ दे वता की प्राथाना, उस कार के इराज होते
थे. हाराॊकक उनके ऩास सबी दवाएॊ नहीॊ थीॊ रेककन वे कुिर सजान
थे.

प्राचीन मभस्र भें जीवन दख


ु ी नहीॊ था. वे ितयॊ ज औय ववमबन्न प्रकाय
के फॉर गेम्स खेरते थे. फच्चे ऩरयमों की कहानी सुनते थे, क्जनभें से
दो कहाननमाॊ "मसॊड्रर
े ा" औय "अरीफाफा औय चारीस चोय" आज बी
हभाये साथ हैं.
जफ हभ प्राचीन मभस्र की फात कयते हैं, तो ज्मादातय रोग क्लरमोऩेट्रा के
फाये भें सोचते हैं. मह इसमरए है लमोंकक क्लरमोऩेट्रा के फाये भें िेलसवऩमय
सदहत कई अन्म रेखकों ने कहाननमाॊ औय नाटक मरखे हैं.

दयअसर क्लरमोऩेट्रा का सम्फन्ध प्राचीन मभस्र से ब्रफरकुर नहीॊ है . यभेस


का कार क्जसका हभने इस ऩुस्तक भें वणान ककमा है , वो क्लरमोऩेट्रा के
जन्भ से रगबग तेयह सौ सार ऩहरे गुजय चुके थे - रगबग 68 ई.ऩ.ू भें .

वैसे आऩ अरेलजेंडय द ग्रेट के फाये भें बी ऩढ़ सकते हैं. वह एक


भैसेडोननमन था. उसने 332 ईसा ऩूवा भें मभस्र ऩय ववजम प्राप्त कयने के
फाद, अऩने एक सेनाऩनत - टॉरेभी को, दे ि का िासक फनामा औय एक
नए याजवॊि की िुरुआत की. क्लरमोऩेट्रा, मभस्र ऩय िासन कयने वारी,
अरेलजेंडय द ग्रेट के वॊिजों भें से आखखयी थीॊ.

जफ वो केवर सत्रह वषा की थी, तफ क्लरमोऩेट्रा अऩने बाई के साथ


सॊमुलत रूऩ से मभस्र की यानी फनी. रेककन एक मुवा रडकी के मरए ककसी
दे ि ऩय िासन कयना आसान नहीॊ था. क्लरमोऩेट्रा को जल्द ही दे ि से
फाहय ननकार ददमा गमा औय कपय वो एक सेना जुटाने के मरए सीरयमा
गई. उसका उद्देचम मसॊहासन को ऩुनप्रााप्त कयना था, औय इसभें उसकी
जूमरमस सीजय ने भदद की. जूमरमस सीजय योभन सैननकों की एक
टुकडी के साथ मभस्र आमा था. सीजय औय क्लरमोऩेट्रा की फैठक ने
इनतहास के ऩाठ्मरभ को फदर डारा. उसके एक छोटे बाई को मसॊहासन
ऩय ब्रफठामा गमा, रेककन उसके जहय से भयने के फाद क्लरमोऩेट्रा मभस्र
का एकभात्र िासक फनी.
जफ जूमरमस सीजय की हत्मा कय दी गई तफ क्लरमोऩेट्रा योभ की
मात्रा ऩय थी. लमोंकक वह एक ववदे िी थी, इसमरए उसे योभन रोगों ने
ऩसॊद नहीॊ ककमा. इसमरए वह मभस्र रौट आई. वहाॉ वह पेयो के रूऩ भें
फडी िान-िौकत के साथ यही.

जूमरमस सीजय के फाद ऑलटे ववमस योभ का सम्राट फना. जफ


ऑलटे ववमस ने सीजय का दोस्त भाका एॊथोनी से झगडा ककमा, तो
भाका एॊथनी मभस्र चरा गमा. ऑलटे ववमस ने तुयॊत मभस्र ऩय मुद्ध की
घोषणा की, औय दचु भन को नष्ट कयने के मरए जहाजों के एक भहान
फेडे के साथ वहाॊ यवाना हुआ.

भाका एॊथनी के ऩास बी कई जहाज थे, औय जफ उसके फेडे भें मभस्र के


जहाज बी जुड गए, तो कपय उसका ऩरडा ऑलटे ववमस से बायी हो
गमा. कपय भाका एॊथनी जीत के मरए आचवस्त होकय उससे रडने के
मरए यवाना हुआ.

भाका एॊथनी, ऑलटे ववमस की तुरना भें एक फेहतय सैननक था. अगय
वो जभीन ऩय रडा होता तो िामद वो जीत जाता. इसकी फजाम,
उसकी ऑलटे ववमस से भुठबेड ग्रीस के ऩक्चचभी तट से दयू सभुद्र भें
हुई. महाॊ बी उसने सॊबवत् ऑलटे ववमस को हयामा होता, रेककन
रडाई के फीच भें क्लरमोऩेट्रा ने अऩने जहाज को मभस्र रौटने का
आदे ि ददमा. क्लरमोऩेट्रा के ऩीछे -ऩीछे उसके फाकी जहाज बी गए
औय वो रडाई हाय गमा. कपय एॊथनी औय क्लरमोऩेट्रा मभस्र रौट गए.
ऑलटे ववमस ने ऩीछा ककमा औय एॊथनी को भायकय उसने मभस्र को
जीतने की ठानी. एॊथनी िामद अफ बी ऑलटे ववमस को हया ददमा
रेककन एॊथनी की सेना ने उस ऩय ववचवास खो ददमा था औय वो भैदान
छोडकय बाग गई.

उसके फाद ननयाि एॊथनी ने खुद को भाय डारा, औय ऑलटे ववमस ने


अरेलजेंडड्रमा ऩय चढ़ाई कय दी. महाॊ वह क्लरमोऩेट्रा से मभरा, जो अबी
बी कापी मुवा औय सुॊदय थी, औय मभस्र की अय्मािी से नघयी थी.

क्लरमोऩेट्रा एक फहुत ही आकषाक औय चतुय भदहरा थी. उसने जूमरमस


सीजय औय भाका एॊथनी दोनों को अऩनी ओय से रडने के मरए याजी
ककमा. रेककन वो ऑलटे ववमस को याजी नहीॊ कय ऩाई. जफ क्लरमोऩेट्रा
को रगा कक ऑलटे ववमस उसे एक कैदी के रूऩ भें योभ रे जाएगा तफ
उसने खुद को भाय डारा. ककॊ वदॊ ती मह है कक क्लरमोऩेट्रा ने खुद को एक
जहयीरे साॊऩ द्वाया काटे जाने की अनुभनत दी, जो उसके ऩास एक पर
की टोकयी भें रामा गमा.

मभस्र की भहान सभ्मता ऩाॉच हजाय वषों तक चरी. उसके फाये भें कहा
जाता है कक उसने "आने वारे मुगों के मरए सभ्मता की भिार को दयू से
जरामा, औय कपय उसे ऩक्चचभ के रोगों तक ऩहुॊचामा.” इसमरए आऩ
माद यखें कक जफ आऩ आज ककसी कैरें डय दे खते हैं कक मह ववचाय हजायों
सार ऩहरे मभस्र के एक भुॊिी के ददभाग भें उऩजा ववचाय था.

समाप्त

You might also like