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GS History by GV Sir-3.en - Hi PDF
GS History by GV Sir-3.en - Hi PDF
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इितहास(इतहासी)
मध्यकालीन इितहास
- ईरान/अफगान आक्रमण
- िदल्ली सल्तनत
- मुगल साम्राज्य
- ब्िरिटश भारत
प्राचीन इितहास
- वैिदक युग
- जैन धर्म
- बुद्ध धर्म
- मौर्य साम्राज्य
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ईरान/अफगान आक्रमण
- िसकंदमेरं
भारत में प्रथम आक्रमणकारी - भारत
- प्रथम मुस्िलम आक्रमणकारी - एम.एच.डी. िबन कासीम (712 ई.)
- ईरान का खलीफा कौन था? - िसंध हमले के बारे मेजे
अल-हजा ं
- कौन सी िकताब बताती है- चचनाम (अली बाबर कुफी द्वारा अनुवािदत)
गजनी के महमूद
- शासन काल ( 998-1030 )
- भारत में आक्रमण ( 1001-1027AD )
- हमला िकया 17 बार
- 1001 - पंजाब हमला 1004-
- मुल्तान हमला
- 1018- मथुरा मंिदर
- 1025-सोमनाथ मंिदर
- 1027- जाट समुदाय के िखलाफ हमला 1030- गजनी
- की मौत
मुहम्मद गौरी
- 1175 - मुल्तान मूलराज 2 का युद्ध गोरी
ने परािजत िकया।
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पृथ्वीराज चौहान
िदल्ली सल्तनत इ
कुतुब-उद-दीन ऐबकी
गुलाम वंश-1206-1290
तुगलक वंश-1320-1414
सैय्यद वंश-1414-1450
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गुलाम वंश(1206-1290 ई.)
- संस्थापक - कुतुब-उद-दीन ऐबकी
- िदल्ली में तुर्की संस्कृित का पिरचय देने वाले पहले व्यक्ित ने
- कभी भी "सुल्तान" की उपािध स्वीकार नहीं की
- शीर्षक स्वीकृत = मिलक/िसपसालार/लाखबख्शी
- राजधानी- लाहौर
- इमारत -कुतुब मीनार कुवत उल इस्लाम (भारत की
- पहली मस्िजद) आधार िदन का झोपरा
-
- चेरामंजुमा 1 . हैअनुसूिचत जनजाितमस्िजद लेिकन वहां कोई काम नहीं होने के कारण
इसे भारत का 1 नहीं माना जाता हैअनुसूिचत जनजाितमस्िजद
इल्थुिमश(1211-1235 ई.)
- िदल्ली सल्तनत के असली संस्थापक हारे
- आरामशाही
- राजधानीिदल्ली
- स्थािपतचेहलगनी/चालीसा पूरा हुआ
- कुतुबमीनार
- शुरूइक्ता प्रणाली
- परािजतमंगोल (नािसर उद्दीन क़्वाचा ने चेंजज़ खान को हराया)2 िसक्के :1.
- टंका (चांदी) 2. (तांबजीतल
ा)
- िनर्िमत सुल्तान गढ़ी (कुतुब पिरसर) पुत्र-
- रुकनुद्दीन िफ़रोज़ी
बेटी -रिजया सुल्तान
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रिजया सुल्तान(1236-1240 ई.)
- पहला और आिखरी मुस्िलम शासक पित-अल्टुिरया (
- बिठंडा के शासक) कमांडर - जमाल उद दीन याकूत
- उसने स्वीकार नहीं िकयापरदा' वह चुनती हैक़ुबातथा
- क़ुला
-
गयासुद्दीन बलबन(1265-87)
- मारे गएचेहलगनी
- शुरू कीनौरोज संस्कृित (फारसी महोत्सव) और उसके दरबार में
फारसी संस्कृित
- सजदातथापाइबोस
- उसने चुना खून तथा लोहा मार्ग
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िखलजी वंश(1290-1320एडी)
अलाउद्दीन िखलजी (1296-1316)
- संस्थापक-जलालुद्दीन िफरोज िखलजी (1290-1296 ई.)
अलाउद्दीन-अलेक्जेंडर िसकंदर द्िवतीय द्वारा स्वीकार की गई
- उपािध (8 युद्ध जीते)
- वास्तिवक नाम - अली गुरुशाप सबसे
- प्रभावशाली सुल्तान
- अपनी सेना में सुधार (भर्ती/वेतन) िबस्वाव्यवस्था
-
- दाग और हुिलयाव्यवस्था
- शुरू की बाजार िनयंत्रण प्रणाली
- 50% पर टैक्स तय
- उसने राजस्थान में मिलक काफूर या मिलक मिण खरीदी
अलाउद्दीन की लड़ाई
- 1292-मालवा
- 1296-देविगरी
- 1297-गुजरात
- 1301रणथंभौर
- 1303-िचत्तौड़गढ़
- 1305-मालवा िफर से
- 1308-िसलवाना
- 1311-जालौर
इमारतों
- हौज़ खासी
- चोर मीनार
- नया शहर िसरी
- िसरी िकला (इसे अपनी राजधानी बनाया)
- अलाई मीनार
- अलाई दरवाजा
- मस्िजद
- जम्मैयत खाना
हौज़ खासी
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िदल्ली सल्तनत की कराधान प्रणाली
1. उशरफ-मुसलमानों से 5% - 10%
2. खराज़-1/3 से ½ गैर मुस्िलमों से
3. खम्स-लूटे गए पैसे का 1/5 िहस्सा सुल्तान का होगा
4. जकात-मुसलमानों पर 2-2.5% धार्िमक कर
5. ज़ािज़या-गैर-मुसलमानों पर 10% धार्िमक कर
6. लगान-मुसलमानों से अितिरक्त 2.5% और गैर मुस्िलमों से 5%
तुगलक वंश(1320-1412AD)
- संस्थापक:गयासुद्दीन तुगलक शीर्षक :गाजी
- मिलक की स्वीकृत उपािध शुरू की गई डाक सेवाएं
- शुरू की िसंचाई प्रणाली
-
- उसने िदल्ली सल्तनत का िवस्तार बंगाल तक िकया जौना
- खानअपने िपता को मार डाला
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मुहम्मद िबन तुगलक(1325-1351)
- अिधकांशसाक्षरसुलतान
- पागल राजा के रूप में भी जाना जाता है (नीितयों के
कार्यान्वयन में िवफलता के कारण)
- देविगरी का नाम बदलकर कर िदया गया हैदौलताबाद तांबे के िसक्के
- लॉन्च िकए लेिकन असफल रहे टोकन मुद्रा लॉन्च की लेिकन
- असफल रहे इब्न-बतूतामोरक्को से उनके दरबार में आया था
- (पुस्तक- रेहला िजसमें उन्होंने मोहम्मद िबन तुगलक के बारे में सब
कुछ बताया)
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नसीरुद्दीन महमूद शाह(1390-1412AD .) )
- तुगलक वंश का अंितम शासक
- तैर्नूर लंग1398AD में िदल्ली सल्तनत पर हमला िकया गया
सैयद राजवंश(1414-1450AD)
- िखज्र खान (1414-1421AD)
- मुइज़ुद्दीन मुबारक शाह (1421-1434AD) -स्था. "मुबारकबाद"िदल्ली में मुहम्मद शाह (1434-1445AD) -
- िदया "खान-ए-खानम"बहलोल लोधी को उपािध अलाउद्दीन आलम शाह (1445-1450)
-
इब्रािहम लोधी(1517-1526)
-लोधी वंश का अंितम शासक
-1526AD- पानीपत का युद्ध-से खो गयाबाबुरी
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मुगल साम्राज्य
- बाबर (1526-1530) हुमान्यू (1530-40/1555-56)
- शाहजहाँ(1628-1658) औरंगजेब(1658-1707)
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बाबुरी(1526-1530)
- जन्मफरगना — काबुली 1अनुसूिचत जनजाितहमला -महम
- बेगम आत्मकथा -बाबरनामा (तुर्की)
-
लड़ाई
हुमायू(ं 1530-40/1555-56)
लड़ाई
- देबरा- (1531)
- चौसा - (1539) कन्नौज/बेलग्राम -
- (1540)
- सरिहंद -(1555)िसकंदर शाह सूरी को हराया
शेर-ए-मंडल
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शेर शाह सूरी(1540-45)
- वास्तिवक नाम-फरीद खान
- शीर्षक -शेर शाहीचौसा की लड़ाई के बाद उनके द्वारा स्वीकार िकया गया थारूपया
-
1Re= 178 ग्रेन िसल्वर
- मिलक मो. जायसीउसी समय में िलखी थी पद्मावत
अकबर(1556-1605)
- पैदा होना15वांअक्टूबर 1542अमरकोट में
माता -हािमद बानो िपता -हुमायूं
लड़ाई
1556- 2रापानीपत की लड़ाई - अकबर ने हेमू को हराया 1561-मालवा
(बाज बहादुर) 1567-थानेसारी की लड़ाई
संिध
1560-62 -हराम सरकार द्वारामहम-अंगा 1562-आमेर
की संिध (राजा भारमल) 1563-समाप्त तीर्थ कर 1564-
समाप्त िकया गया जिजया टैक्स 1575-इबादत खाना
1592-िसंध
1599-अहमद नगर
1601असीरगढ़
1605-मौत
मनसब प्रणाली (टोडर मल) : न्यूनतम वेतन = 10; अिधकतम वेतन = 2000
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नौ रत्न
- बीरबल (सलाहकार) तानसेन(संगीतकार) टोडरमल (िवत्त मंत्री)
- मान िसंह (मुख्य कमांडर) अबुल फजल (किव) अब्दुल रहीम खान-ए-खाना (किव)
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इमारतों
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जहांगीर(1605-1627)
- बचपन का नाम -सलीम (शेखू बाबा) की हत्यागुरु अर्जन
- देव जी
-पत्िनयों
1.1585 -मनबाई
2.1587-जगत गोसाई
3.1611-मेहरुन्िनसा
मकबरेलाहौर में
शाहजहाँ(1628-1658)
- बचपन का नाम -खुर्रम
- बीवी -अर्जुमंद बानो (मुमताज महल) स्मारक इसकी
- मिहमा पर
- नाम के एक शहर का िनर्माण िकया "शाहजहानाबाद" के
- िवरुद्ध लड़ाईपुर्तगालीमेंबंगाल औरंगजेबउसे िगरफ्तार
- कर िलया "आगरा का िकला ”1666 में मृत्यु हो गई”
-
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स्मारकों
- तख्त-ए-तौस-22रामार्च 1635 (द्वारा िलया गया थानािदर शाह तुर्की) नगीना मस्िजद -
- 1635 ई
- ताज महल -1631-1653AD ( 50000 श्रिमक, 1000 हाथी, 22 साल लगे; द्वारा बनाया गयाउस्ताद अहमद
लाहौरी और उस्ताद ईशा खान) लाल िकला-1638 ई जामा मस्िजद-1644 ई.
-
-
- मोती मस्िजद-1648AD
औरंगजेब (1658-1707)
शीर्षक -िजंदा पीर,शाही दरवेशी
पहली बार जिजया की शुरुआत एम.एच.डी. िबन कािसम। लेिकन कभी-कभी िवकल्प में वे नहीं देते
कािसम का नाम और िफर िफरोजशाह तुगलक पर िनशान लगाएं
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1498 में वास्को डी गामा आया 1अनुसूिचत जनजाितभारत के िलए समय और 1502 में पुर्तगािलयों द्वारा पीछा िकया गया
महत्वपूर्ण लड़ाई
- आंग्ल मैसूर युद्ध 1 - 1767-1799,हैदर अली (िपताटीपू सुल्तान) जीता
- एंग्लो मैसूर युद्ध 2 - 1780-84 1782 में हैदर अली की मृत्यु हो गई और संिध के िलए टीपू सुल्तान थे (मैंगलोर की
संिध)
- एंग्लो मैसूर युद्ध 3 - 1790-92 (त्रावन कोर की संिध) एंग्लो मैसूर युद्ध 4 - 1798-99 (ब्िरिटश
- वोन और टीपू सुल्तान की मृत्यु) प्लासी का युद्ध – 1757,िसराज-उद-दाब को अंग्रेजों ने हराया
- बक्सर का युद्ध - 1764,अंग्रेजों ने मीर कािसम और शुजा-उद-दौला को हराया आंग्ल मराठा युद्ध –
- 1अनुसूिचत जनजाित(1775-1782), 2रा(1803-1806), 3तृतीय(1817-1818) आंग्ल िसख युद्ध-
- 1845-1849
-
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आधुिनक इितहास
- 29वांमार्च 1857-मंगल पांडे िवद्रोह (34वांबंगाल नेिटव इन्फैंट्री) 8वांअप्रैल 1857-मंगल पांडे का
- िनष्पादन
महत्वपूर्ण लीग
- 1864 -अनुवाद सोसायटी (साइंिटिफक सोसाइटी) सर सैयद अहमद खान 1875 -अलीगढ़
- मुस्िलम िवश्विवद्यालय (सर सैयद अहमद खान)
- इंिडयन एसोिसएशन का गठन (एसएन बनर्जी आनंद मोहन)
- 1876 -इंिडयन लीग (कृष्णन मेनन)
- 1885 -भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का गठन (मुंबई में, संस्थापक-एओ ह्यूम, दादा भाई नौरोजी, िदनशॉ एडुल्जी वाचा) (
लॉर्ड डफ़िरन वायसराय)
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महत्वपूर्ण कांग्रेस अिधवेशन और अध्यक्ष
- 1905-बंगाल िवभाजन (वायसराय- लॉर्ड कर्जन),स्वदेशी या बिहष्कार आंदोलन (एस.एन. बनर्जी द्वारा बुलाई
गई बैठक और 16 को मनाने का िनर्णय िलया गयावांअक्टूबर 1905 रक्षाबंधन िदवस के रूप में)
मुख्यालय-लखनऊ
- 1907- सूरत िवभाजन
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- 1908 -मुजफ्फरपुर बम कांड बायखुदीराम बोस
- 1909-मार्ले िमंटो सुधार (सांप्रदाियक चुनाव) 1911-िदल्ली दरबार
- (लॉर्ड हार्िडंग द्वारा) मुख्य अितिथ: जॉर्ज वीवांतथारानी शादी नई
राजधानी िदल्ली
- 1916 -बनारस िहंदू िवश्विवद्यालय स्था. (द्वारामदन मोहन मालवीय) लखनऊ समझौता
होम रूल मूवमेंट (पहले अप्रैल में पुणे में बीजी ितलक द्वारा, िफर मद्रास में एनी बेसेंट द्वारा, िसतंबर में)
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- 1917 -चंपारण आंदोलन
- 1918 -खेड़ा आंदोलन, अहमदाबाद िमल हड़ताल 1919 -मोनात्गेस
- चेम्सफोर्ड सुधार जिलयांवाला बाग हत्याकांड
- 1925-आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ केबी हेडगेवार द्वारा, मुख्यालय नागपुर (महाराष्ट्र))
- 1926 -नौ जवान भारत सभा- भगत िसंह 1928-भारत में साइमन
- कमीशन लाला लाजपत रायशहीद नेहरू िरपोर्ट
- 1929- पूर्ण स्वराज (रावी नदी के तट पर, लाहौर द्वारा नेहरू द्वारा) भगत िसंह ने
आत्मसमर्पण कर िदया बम और पत्रक
- 1930-गांधी जी द्वारा दांडी मार्च (24 िदनों के िलए) 1अनुसूिचत जनजाित
गोलमेज सम्मेलन सिवनय औज्ञा आंदोलन गांधी जी द्वारा 112
िदन की भूख हड़ताल 1931-गांधी इरिवन समझौता- 5वांमार्च 1931
27वांफरवरी चंद्रशेखर आजाद शहीद गांधी जी 2 में शािमल हुएरा
- गोलमेज सम्मेलन इरिवन ने बदला नया वायसराय वेिलंगटन
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- 1930 -पहला गोलमेज सम्मेलन - 87 लोग
- 1931 -2रागोलमेज सम्मेलन, गांधी जी ने भाग िलया
- 1932-तीसरा गोलमेज सम्मेलन- 46 लोगों (कांग्रेस ने इसका बिहष्कार िकया) यरवदा जेल 1933 में
पूना पैक्ट, बी/एन गांधी और बीआर अंबेडकर-गांधी जी द्वारा हिरजन पत्िरका 1934-हिरजन सेवक
- संघ
-
- 1935-भारत सरकार अिधिनयम (इससे आरबीआई, फेडरल कोर्ट, पीएससी, एफपीएससी आिद की
- स्थापना हुई) 1936-रहमत अलीखान ने बनाया शब्द "पािकस्तान"
- 1937-गुल्लम भारत का पहला चुनाव, भारत स्वशासन आंदोलन 1939-45 िवश्व युद्ध 2
-
- 1925 - एससी बोसिगरफ्तार िकया गया, अलीपुर जेल भेजा गया िफर मायामढ़ी होते हुए मांडले जेल भेजा
गया
- 1938-कांग्रेस का हिरपुर अिधवेशन (एससी बोस अध्यक्ष)
- 1939-त्िरपुरी सत्र एससी बोस ने पी. सीतारमैया को हराया और िफर कांग्रेस छोड़ दी एससी बोस
(कलकत्ता) एससी बोस द्वारा स्थािपत ऑल इंिडया फॉरवर्ड ब्लॉकगांधी जी को दो उपािधयाँ दीं
-
1. राष्ट्रिपता
2. बापू
दुिनया का 1अनुसूिचत जनजाितभारत द्वारा मिहला लड़ाकू सेना -एससी बोस द्वारा रानी लक्ष्मी बाई रेिजमेंट (मिहला सेना)
-1940- अगस्त प्रस्ताव (लॉर्ड िलनिलथगो द्वारा)कांग्रेस और मुस्िलम लीग ने इसे खािरज कर िदया
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- मार्च 1942-स्टैफोर्ड क्िरप्स िमशन
- अगस्त 1942-भारत छोड़ो आंदोलन (बॉम्बे के गविलया मैदान से शुरू हुआ)
- 1944-राजगोपालचारी फॉर्मूला
- 1946-कैिबनेट िमशन योजना (3 सदस्य - पुिथक लॉरेंस, स्टैफोर्ड क्िरप्स, एवी अलेक्जेंडर); डायरेक्ट एक्शन डे
(कलकत्ता में िहंदुओं और मुसलमानों के बीच िहंसा)
पर26 नवंबर 1949,भारत की संिवधान सभा ने भारत के संिवधान को अपनाया, जो से लागू हुआ26 जनवरी 1950।
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ऐितहािसक स्थान
1. आगरा का िकला-अकबर (1573)
3. चार मीनार- मोहम्मद कुली कुतुब शाह (1591) मुसी नदी हैदराबाद के तट पर
7. हवा महल-एन सवाई राजा प्रताप िसंह (1799)-जयपुर 8. जंतर मंतर-राजा जल िसंह 11 (1724-1735)- जयपुर
9. लाल िकला-शाहजहां (1638-1648) िदल्ली - अहमद लाहौरी ने लाल िकला और ताजमहल दोनों को िडजाइन िकया
भारत में कुल 35 साइटें हैं िजन्हें घोिषत िकया गया था:िवश्व धरोहर स्थलयूनेस्को द्वारा।
उपरोक्त स्मारकों के अलावा भारत के िवश्व धरोहर स्मारकों की सूची इस प्रकार है-
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सांची बौद्ध 2रा1 . तकअनुसूिचत जनजाितशताब्दी ई.पू 1 . में बौद्धों द्वारा िनर्िमतअनुसूिचत जनजाितऔर
स्मारक, एमपी 2राईसा पूर्व, बाद में अशोक द्वारा 3 . में
िवकिसत िकया गयातृतीयशताब्दी ई.पू
पट्टाडकल स्मारक, 8वांशतक चालकुय वंश
बागलकोट, कर्नाटक
भीमबेटका का रॉक शेल्टर, एमपी प्रागैितहािसक, 30,000 साल …
पहले
खजुरा मंिदर, मध्य परदेशी 950-1050AD चंदेला िकंग्स
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आराम बाग आगरा, यूपी बाबुरी
भरतपुर िकला भरतपुर, राजो राजा सूरजमल िसंह
बूंदी का िकला बूंदी, राजू राजा नगर सुंघी
चार मीनार हैदराबाद, तेलंगाना कुली कुतुब शाह
चश्मे-ए-शाही श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर अली मर्दन खान
छत्र महल बूंदी िकला, राजू रानी छत्रसाली
कोचीन का िकला केरल पुर्तगाली
धार िकला धार, एमपी मो िबन तुगलक
फोर्ट िविलयम कोलकाता, पश्िचम बंगाल लॉर्ड क्लाइव
गोलकोंडा िकला हैदराबाद, तेलंगाना कुतुबशाही
हौज़ खासी िदल्ली कुतुब-उद-दीन ऐबकी
जोधपुर का िकला जोधपुर, राजू राव जोधा जी
मदन पैलेस जबलपुर, एमपी राजा मदन िसंह
मृगनयनी पैलेस ग्वािलयर, एमपी राजा मान िसंह तोमरी
िनशात बाग श्री नगर, जम्मू और कश्मीर आसफ अली
पुराना िकला िदल्ली शेर शाह सूरी
राष्ट्रपित भवन िदल्ली ब्िरिटश सरकार
वेल्स संग्रहालय की कीमत मुंबई, माही जॉर्ज वी
शालीमार बाग श्री नगर, जम्मू और कश्मीर जहांगीर
सेंट जॉर्ज फोर्ट चेन्नई, तिमलनाडु ईस्ट इंिडया कंपनी
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प्राचीन इितहास
- कहावत, ''पुरुषों के मन में युद्ध शुरू''अथर्ववेद से है।
वैिदक युग
- The ऋग्वेद का दसवां मंडलइसमें शािमल हैं पुरुष सूक्त
वैिदक युग भारत में आर्यों का काल है भजन जो जाित व्यवस्था की उत्पत्ित के बारे में बताता है।
1500 - 500 ईसा पूर्व।
- उपिनषदों की संख्या 108 है।उपिनषद दार्शिनक कार्य हैं
- आर्यों का सबसे संभािवत घर मध्य एिशया है। यह िसद्धांत
का हैमैक्स मुलर। वेद मानव जाित की सबसे पुरानी - उपिनषदों को के रूप में जाना जाता हैज्ञानकांतासी वेदों का।
- सािहत्ियक कृितयाँ हैं।
- शब्द 'सत्यमेव जयते'से िलया गया है'मुंडक उपिनषद
- वेद हैंसंख्या में चार,वे हैऋ
ं ग्वेद, यजुर्वेद, सामवेदतथा 'ब्रह्मारण्य'उपिनषद ने सबसे पहले का िसद्धांत िदया था
अथर्ववेद। - आत्मा और कर्म का स्थानांतरण।
- ऋग्वेद की शुरुआत 'पंक्ित' से होती है।अग्िनमेले - सािवत्रीएक सौर देवता थे िजनके िलए प्रिसद्ध गायत्री
पुरोिहतम' मंत्र का श्रेय िदया जाता है। पृथ्वीपृथ्वी देवी थी।
- प्रिसद्ध गायत्री मंत्र ऋग्वेद में िनिहत है (ऐसा माना जाता है -
िक इसकी रचना िवश्वािमत्र ने की थी) - की लड़ाईदस राजामें उल्लेख िकया गया है ऋग्वेदरावी नदी
के पानी के िवभाजन पर लड़ा गया था।
- यजुर्वेद में यज्ञों और कर्मकांडों का वर्णन है यजुर्वेिदक
भजनद्वारा गाये जाने के िलए हैंपुजारी 'अधवर्यु' कहलाते हैं। - यह रावी नदी के तट पर लड़ा गया था (पुरुषनी)।
यजुर्वेद दो भागों में बना है: शुक्ल यजुर्वेद (श्वेत यजुर्वेद) -
- और कृष्णयजुरीवेद (कालायजुर्वेद) सामवेद संगीत से - इंद्र के नाम से जाना जाता थापुरंदरा।
संबंिधत है। - वैिदक काल में पािणस कहे जाने वाले लोग पशुपालक थे।
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- ऋग्वैिदक काल के दौरान प्रमुख भूिमका िनभाने वाले दो - अिहंसा, सत्य, असत्य, अपिरग्रह और ब्रह्मचर्यजैन
पुजारी विशष्ठ और थेिवश्वािमत्र धर्म के पांच प्रमुख िसद्धांत हैं।
जैन धर्म -
आचरण।
प्रथम जैन पिरषदचौथी शताब्दी ईसा पूर्व में पाटिलपुत्र में
स्टूलबाहु के नेतृत्व में आयोिजत िकया गया था।
- वर्धमान महावीरमाना जाता है िक 540 ईसा पूर्व में
वज्जी की राजधानी वैशाली में कुंडला ग्राम में पैदा हुए
- द्िवतीय जैन पिरषदआर्यस्कन्िदल नागार्जुन सूरी के नेतृत्व
थे। अब यह िबहार के मुसफर िजले में है में तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में वल्लभीपुर में आयोिजत िकया
गया था। तृतीय जैन पिरषद5 वीं शताब्दी ईस्वी में गुजरात के
- वह से संबंिधत थाजनत्िरका क्षत्िरय कुल। शब्द 'जैन'शब्द - वल्लभीपुर में देवर्िष क्षमाश्रमण के नेतृत्व में आयोिजत
- 'से उत्पन्न हुआ हैिजन'िजसका अर्थ है िवजेता। जैन धर्म िकया गया था। जैन धर्म दो सम्प्रदायों में िवभक्त था
बोलता है24 िथंठंकर। महावीर:24वें तीर्थंकर थे, िजन्हें जैन श्वेतांबर और िदगंबरपहली जैन पिरषद के बाद।
- धर्म का संस्थापक माना जाता है। िरषभपहले तीर्थंकर थे। -
नेिमनाथतथापार्श्वनाथ:22वें और 23वें थेतृतीयक्रमशः
तीर्थंकर। भागवतपुराण, िवष्णुपुराण, वायुपुराण,आिद के बारे
- में उल्लेख है ऋषभदेव। - िदगंबरसआसमान से ढके या नग्न हैं और श्वेतांबरससफेद
रंग में िलपटे हुए हैं। गोमतेश्वर:मूर्ित में स्िथत है श्रवण
- बेलगोला।
-
- 'स्याद वड़ा'ज्ञान का जैन दर्शन है।
- िसद्धार्थ,के शासकनंद वंश:िजसने शासन िकयाकुंडलपुरी, - खारवेलकिलंग ने जैन धर्म को संरक्षण िदया।
के िपता थे वर्धमान महावीर।
- महावीर जयंतीतथारक्षाबंधनजैन धर्म के उत्सव के अवसर
- महावीर की माता थीत्िरसालतथा यशोधाउसकी पत्नी हैं।
थी। - राजस्थान में माउंट आबू पर स्िथत मंिदर जैन पूजा का एक
- जमेिलकमहावीर की पुत्री थी। महावीर को 'के रूप में भी प्रिसद्ध केंद्र है। जैन मंिदर अतश्रवणबेलगोलामैसूर के हासन
- जाना जाता हैवैशाली'क्योंिक उनका जन्म वैशाली में हुआ िजले में 'जैनों की काशी' के रूप में जाना जाता है।
था।
- उन्हें कैवल्य की उम्र में िमला था42नदी के िकनारे साल के पेड़
के नीचेराजपािलकागांव के पासिजम्ब्िरकाग्राम। मखली - के नामऋषभदेवतथाअिरष्टनेमी ऋग्वेद में भी उल्लेख िमलता
गोसालमहावीर के साथी थे। िजन्होंने बाद में आिजिवका है। चंद्रगुप्त मौर्यमौर्य साम्राज्य के संस्थापक ने अपने
- संप्रदाय की स्थापना की। - जीवन के अंत में िसंहासन का त्याग िकया, स्वीकार िकया जैन
धर्म स पर पहुंचारावणबेलगोलाऔर वहीं मर गया।
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- उसके जन्म के कुछ िदन बाद। उनका पालन-पोषण उनकी - बौद्ध धर्म के अस्ितत्व को मान्यता नहीं देता हैभगवान और
चाची ने िकया थामहाप्रजापित गौतमी,इसिलए उन्हें यह नाम आत्मा (आत्मान) बुद्ध ने स्वीकार िकयापारंपिरक मान्यता
िमला'गौतम'। प्रथम बौद्ध िभक्षुणी थीगौतममैं बुद्ध का - आत्मा और कर्म के िनयम के स्थानांतरण में।
- जन्मजगह अब िबनला के रूप में जाना जाता है। बुद्ध मूल नाम
- िसद्धार्थ थे। बुद्ध के थेक्षत्िरयों का साख्य वंश।
- - 'तीन रत्न'बौद्ध धर्म के हैं- बुद्ध, धम्म और संघ।
-
- प्रथम बौद्ध संगीित महाकश्यप की अध्यक्षता में और
- उनके िपता थेसुबोधन। बुद्ध की पत्नी थीराजकुमारी यशोधरा मगध के राजा अजातशत्रु के संरक्षण में सट्टापर्णी
- और उसका बेटा थाराहुलन। (राजगृह) में 483 ईसा पूर्व में आयोिजत की गई थी।
- बुद्ध को ज्ञान िबहार में िनरंजना नदी के तट पर बोधगया - द्िवतीय बौद्ध संगीित में बौद्ध धर्म दो भागों में िवभक्त था
में 35 वर्ष की आयु में प्राप्त हुआ था। स्टािवरवािदन्सतथा महासंिककाजो बाद में क्रमशः हीनयान
और महायान के रूप में जाना जाने लगा।
- ज्ञान के बाद बुद्ध को 'के रूप में जाना जाने लगाथडगाथा'।
उन्हें 'के रूप में भी जाना जाता हैशाक्यमुिन'.
- बौद्ध धर्म की तीसरी पिरषद 250 ईसा पूर्व में आयोिजत की
- बुद्ध ने बुद्धत्व के बाद अपना पहला उपदेश उत्तर प्रदेश के गई थीपाटिलपुत्र:की अध्यक्षता मेंमोगलीपुट्टा ितस्साऔर
सारनाथ में एक िहरण पार्क में िदया था। इस घटना के रूप में अशोक महान के संरक्षण में। अिभधम्म िपिटकातीसरी
जाना जाता है 'धर्मचक्र प्रवर्तन'। बुद्ध के पहले िशक्षक पिरषद में संिहताबद्ध िकया गया था।
थेअलारा कलाम और दूसरा िशक्षकउदरक रामपुत्र। अपने -
- पहले उपदेश के दौरान ए.टीसारनाथ,बुद्ध ने 'चार आर्य सत्य'
और अष्टांिगक मार्ग का वर्णन िकया। - परतीसरा पिरषद िनर्णयबौद्ध धर्म के प्रसार के िलए
- िमशनिरयों को भेजने के िलए भी ले जाया गया था।
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- वज्रयान बौद्ध धर्म का एक संप्रदाय था जो मंत्रों और अंितम नंद शासक को उखाड़ फेंका धनानंद।
मंत्रों के माध्यम से मोक्ष प्राप्त करने में िवश्वास करता
था। - चन्द्रगुप्त मौर्य ईसा पूर्व 321 में गद्दी पर बैठा।
- 'जातक कथाएँ'बुद्ध के जन्म से संबंिधत कहािनयों का वर्णन
करें। इनकी संख्या 500 है। - उन्होंने के िखलाफ लड़ाई लड़ीसेलुकस305 ईसा पूर्व में।
सेल्यूकस ने उसके सामने आत्मसमर्पण कर िदया और एक
- बौद्ध धर्म का पिवत्र ग्रंथ हैत्िरिपिटका-िवनयिपिटका, राजदूत को भेजा,मेगस्थनीजके दरबार मेंचंद्रगुप्त मौर्य.
शुद्धिपिटका और अिभधमािपिटका को सामूिहक रूप से चंद्रगुप्त के राज्यपालपुष्यगुप्त प्रिसद्ध का िनर्माण िकया
त्िरिपिटका के नाम से जाना जाता है। - सुदर्शनझील। चंद्रगुप्त मौर्य को जैन धर्म में पिरवर्ितत कर
िदया गया, अपने पुत्र िबंदुसार के पक्ष में िसंहासन त्याग
- िबंिबसारमगध बुद्ध के समकालीन थे। - िदया, अपने अंितम िदनों में पािरत िकया श्रवणबेलगोला (मैसूर
के पास) जहां 298 ईसा पूर्व में उनकी मृत्यु हो गई।
- किनष्किजन्होंने अशोक की तरह बौद्ध धर्म का प्रसार करने
का कार्य िकया उन्हें द्िवतीय अशोक के नाम से जाना जाता
- है। अशोक ने अपने पुत्र और पुत्री महेंद्र को भेजातथा
संघिमत्रा से श्रीलंकाबौद्ध धर्म का प्रसार करने के िलए। - चंद्रगुप्त मौर्य पहली बार उत्तर भारत के राजनीितक
एकीकरण के िलए िजम्मेदार थे।
- श्री बुद्ध को 'एिशया की रोशनी' के रूप में जाना जाता है,
उनका नाम एडिवन अर्नोल्ड ने रखा था। एडिवन अर्नोल्ड - िबन्दुसारका अनुयायी थाअजीिवका संप्रदाय। िबंदुसार को
- की 'लाइट ऑफ एिशया' का मलयालम में अनुवाद नलप्पड - के रूप में जाना जाता थाअिमत्रागाथा। अशोक 273 ईसा
नारायणमेनन ने िकया था। - पूर्व में िसंहासन पर चढ़ा और 232 ईसा पूर्व तक शासन
िकया।
- श्रीलंका में हीनयानवाद व्यापक रूप से फैला हुआ है। गया - वह 'के रूप में जाना जाता थादेवनमप्िरय प्िरयदर्शीमैं सुंदर
- के बोिधवृक्ष को शशांक ने काटा,एक बंगाल शासक। हूँ जो देवताओं का प्िरय था।
- प्रमुख बौद्ध मठ था नालंदा,जो पाल राजाओं के संरक्षण में - मस्की और गुजराअशोक के िशलालेखों ने िदया नाम
था। देवनमप्िरय प्िरयदर्शी। बौद्ध परंपरा कहते हैं अशोकमारे
- गए 99अपने भाइयों के िसंहासन पर कब्जा करने के िलए।
- िपछले बुद्धों को के रूप में जाना जाता है ‘ अशोक भारतीय इितहास का पहला राजा था िजसने पत्थरों
Bodhisatvas’. - पर खुदे हुए अपने अिभलेख छोड़े थे।
- िमलंदपन्होनागासेना की एक िकताब बताती है िक कैसे
यूनानी राजा मेनंदर ने बौद्ध धर्म स्वीकार िकया
- अशोक के िशलालेख में िलखे गए थे खरोष्ठी और ब्राह्मी
िलिप। अशोक ने 261 ईसा पूर्व में किलंग युद्ध लड़ा था
- किलंग आधुिनक उड़ीसा में है।
मौर्य साम्राज्य (321-185 ईसा पूर्व) - अशोक के अिभलेखों की व्याख्या जेम्स ने की थीप्िरंसेप।
- मौर्य साम्राज्य के अध्ययन के प्रमुख स्रोत हैंकौिटल्य का
- किलंग की लड़ाई के बाद अशोक युद्ध की भयावहता से स्तब्ध
अर्थशास्त्र और मेगस्थनीज का इंिडका।
होकर बौद्ध बन गया।
- चंद्रगुप्त मौर्यमौर्य साम्राज्य के संस्थापक थे।
- अशोक को बौद्ध धर्म की दीक्षा िकसके द्वारा दी
गई थी? उपगुप्त या िनग्रोधाबुद्ध का एक िशष्य।
- उनके प्रारंिभक जीवन के बारे में िववरण
उपलब्ध नहीं है
- बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार के िलए अशोक ने िकस संस्था
- ऐसा माना जाता है िक वह मोिरया कबीले का था, इसिलए
की शुरुआत की?
उसका नाम मौर्य पड़ा।
धर्ममहामात्रा।
- यह भी कहा जाता है िक उनकी माता मुरा कम जन्म की मिहला
- अशोक का चतुर्थ प्रमुख िशलालेख धर्म के अभ्यास
थीं इसिलए उनका नाम मौर्य पड़ा।
के बारे में बताता है
- अहोका का प्रमुख िशलालेख XII किलंग की िवजय से
- कुछ ग्रंथों में उन्हें के रूप में संदर्िभत िकया गया हैवृषाला
संबंिधत है।
तथाकुलािहना।
- अशोक ने 250 ईसा पूर्व में अपनी राजधानी पाटिलपुत्र में
- उसने सािजश रचीचाणक्य (कौिटल्य या िवष्णुगुप्त) नंद के
की अध्यक्षता में तीसरी बौद्ध पिरषद का आयोजन िकया
मंत्री तो
थामोग्गिलपुताितसा।
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- उन्होंने अपने बेटे और बेटी को बौद्ध धर्म के प्रसार के िलए महािबलीपुरम में रथ ... नरिसंहवर्मन I
श्रीलंका भेजा (महेन्द्र तथासंघिमत्रा)
बृहदेश्वर मंिदर, तंजावुर ... राजाराजा चोल
- अशोक ने बौद्ध धर्म का प्रसार िकयाश्री लंकातथा नेपाएल शोर मंिदर, महाबलीपुरम ... नरिसंह वर्मन II
- भारत में रॉक-कट वास्तुकला ने अशोक के शासनकाल के प्राचीन भारतीय से चयिनत तथ्य
दौरान शुरुआत की। अंितम मौर्य शासक बृहद्रथ की हत्या
- पुष्यिमत्र शुंग ने की थी िजन्होंने 185 ईसा पूर्व में शुंग इितहास
राजवंश की स्थापना की थी।
- स्वास्ितक िचन्ह का स्रोतिसंधु घाटी अलेक्जेंडर किनंघम
- भारतीय पुरातत्व का जनक माना जाता है
- भारत के पहले िवदेशी यात्री मेगस्थनीज ने मौर्य काल के
दौरान भारत में सात जाितयों के अस्ितत्व के बारे में उल्लेख
- मीटर स्केल की खोज की गई है हड़प्पा
िकया है।
अष्टांग हृदय ……………… वाघभट्ट - ऋग्वेद में प्रिसद्ध मेंढक स्तुित िकस पर प्रकाश डालती है?
वैिदक िशक्षा
हस्तयुर्वेद ………………………… पुलकप्य
- वरुणवेदों के देवता माने जाते थे
सांख्यकािरका ...................... ईश्वरकृष्ण
- ऋग्वैिदक शब्द 'दुिहत्री' िनरूिपत गायों का
दूध
- वैिदक काल में गायों की संख्या की गणना के िलए प्रयुक्त
मंिदर और िनर्माता िविधअष्टकर्णी िकस वेद के भाग में गद्य भाग है यजुर वेद
-
एलोरा में कैलास मंिदर ……………… कृष्ण I
चुन्नकेशव मंिदर, बेलूर ....िवष्णुवर्धन - अगस्त्य:दक्िषण भारत में आर्य धर्म का प्रसार
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- वैिदक शब्द 'अघन्या' का अर्थ है गायों छांदोग्य उपिनषद
- श्री कृष्णग्रीक सािहत्य में जगह िमली
- 'भारत' और 'भारतवर्ष' शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम में
िकया गया था - जैन तीर्थंकर, जो श्रीकृष्ण से संबंिधत थे
ऋग्वेद
- उपिनषद िजसमें वैिदक काल के चार आश्रमों का ऋषभदेव (प्रथम तीर्थंकर) युद्ध और िवजय के िलए
उल्लेख है - संगम युग के तिमल देवताकोट्टावई
जबला उपिनषद
- ऋग्वेद में सबसे अिधक संख्या में भजन िकसकी स्तुित में हैं? - लकुिलसाशैववाद की स्थापना की पांड्यासंघम युग का तिमल
- साम्राज्य था जो रोमन सम्राट ऑगस्ट्स फर्स्ट संघम के
इंद्र दरबार में एक राजदूत भेजता था, िजसकी स्थापना द्वारा की
- जली हुई ईंटों का उपयोग करने वाला वैिदक काल का गई थी
पहला शहर -
कौशाम्बी संत अगस्त्य
- ब्याज के िलए पैसे उधार देने के बारे में पहला संदर्भ पाया - संगम काल की प्रिसद्ध कवियत्री एववाइयर
जा सकता है
शतपथ ब्राह्मण: - यवनसीग्रीको-रोमन व्यापारी थे, जो संघम काल के दौरान
- भगवानपुरा से ऋग्वैिदक िचत्रों की खोज की गई है। यह अंदर दक्िषण भारत का दौरा करते थे, उन्हें संघम शब्द से िनरूिपत
हैहिरयाणा बृहदारण्यक उपिनषदपुिलस व्यवस्था का िजक्र िकया जाता था जो बौद्ध धर्म के बारे में वर्णन करता है
- -
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मध्यकालीन इितहास
संकिलत 'आिद ग्रांड'िसखों की पिवत्र पुस्तक। उन्होंने एक
महत्वपूर्ण न्यायालय िवद्वान मंिदर बनाया अमृतसर, (बाद में स्वर्ण मंिदर) हर मंिदर सािहब।
कािलदास ......... चंद्रगुप्त द्िवतीय
उसने जहाँगीर के पुत्र राजकुमार की मदद कीखुसरूसम्राट के
(िवक्रमािदत्य)
िखलाफ िवद्रोह करने के िलए इसिलए उसे 1606 ईस्वी में
बाणभट्ट ................. हर्षवर्धन अलबरुनी ......... मुहम्मद
लाहौर में जहांगीर द्वारा मार डाला गया था।
गजनी िफरदौसी ...... ................... मुहम्मद गजनी अमीर
खुसरू ......................... अलाउद्दीन िखलजी
टोडरमल ... ......................................अकबर तानसेन
- छठे गुरु हरगोिवंद,एक िसख सेना बनाई और शाहजहाँ के
………………… अकबर बीरबल …………………
िखलाफ हो गई। उन्होंने हरमंिदर सािहब के सामने एक महल
………………… अकबर मानिसंह ………………… ............
की स्थापना की िजसे 'अकालटक' के नाम से जाना जाता है।
अकबर अबुल फजल ................................... अकबर
उन्होंने सच्चा पदुषा की उपािध भी ग्रहण की, िजसका अर्थ
अश्व घोष ............... किनष्क अमर िसंह ...................
है सच्चा शासक। (शीर्षक तेग बहादुर द्वारा नहीं अपनाया
चंद्रगुप्त द्िवतीय चंद बरदाई .............. पृथ्वीराज चौहान
गया था)
रेिवकीर्ित ......................... पुिलकेिशन द्िवतीय
धनवंतरी ................. चंद्रगुप्त द्िवतीय
- सातवें गुरु हर राय थे।वह द्वारा सफल हुआ थागुरु हरिकशन।
हिरसेन ......................... समुद्र गुप्त तेनाली
हर िकशन पांच साल की उम्र में गुरु बने, इसिलए वे सबसे कम
राम ............... कृष्णदेव राय
उम्र के िसख गुरु हैं।
- गुरु अंगद ने गुरुमुखी िलिप की शुरुआत की। उन्होंने गुरु नानक मराठा
की जीवनी का संकलन भी िकया जनम सािकस।
- मराठों का पहला महान नेता था छत्रपित िशवाजी.
- लंगर या मुफ्त सामुदाियक भोजन भी गुरु अंगद द्वारा पेश
िकया गया था। - The मराठों17 वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में प्रमुख हो
- तीसरे िसख गुरु अमर दास थे।उन्होंने िसखों के प्रचार-प्रसार गया।
के िलए मंजी प्रणाली यानी शाखाओं की शुरुआत की। - िशवाजी मराठों के भोंसले वंश के थे।
उन्होंने गुरु पद को वंशानुगत बना िदया।
- िशवाजी के माता-िपता शाजी भोंसले और िजगा बाई
- गुरु रामदास चौथे िसख गुरु थे। उन्होंने अमृतसर शहर की थे।
स्थापना की। शहर के िलए जगह अकबर ने दान में दी थी। - उनका जन्म 1627 फरवरी 19 को के िकले में हुआ थाजुन्नार
के पास िशवनेर।
- नीचेपांचवें िसख गुरु, गुरु अर्जुन देव, िसख धर्म एक संगिठत
धर्म बन गया। वह
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- उनके िपता िनजाम शाही शासकों के अधीन एक सैन्य कमांडर - चौध और सरदेश मुखीमराठों द्वारा एकत्र की गई दो िवशेष
थेअहमदनगर और बाद में बीजापुर के। ढीली थीं। प्रथम मराठा युद्ध (1775-82) स्वई माधव राव
- बनाम रघुनाथ राव अंग्रेजी समर्थन से।
- िशवाजी के िशक्षक थेदादाजी कोंडादेव। िशवाजी को के
- प्रदेशों पर कब्जा करने के िलए मालवी जनजाित की मदद
िमलीबीजापुर सुल्तान। तोरण1646 में िशवाजी द्वारा कब्जा - दूसरा मराठा युद्ध 1803 - 05। तीसरा मराठा
- िकया गया पहला स्थान था। - युद्ध 1816 - 19।
- मराठा के अंितम महान सैिनक और राजनेता नाना फडिणस
- 1657 में शाहजहाँ के काल में िशवाजी का पहली बार मुगलों (1800) थे। मराठा िलिप को मोदीस्क्िरप्ट कहा जाता था।
से संघर्ष हुआ। - 1818 में पेशवािशप को समाप्त कर िदया गया था
-
- 1659 में बीजापुर सुल्तान अली आिदलशाह ने िशवाजी को मारने के िलए - बाजी राव पेशवाओं में सबसे योग्य थे। िशवाजी ने अपने सैन्य
अफजल खान को भेजा। लेिकन उसने अफसल खान को मार डाला। - िशिवर में मिहलाओं को अनुमित नहीं दी।
- 1660 में औरंगजेब ने दक्कन के अपने वायसराय की - िशवाजी के अधीन मराठा एक कुशल नौसैिनक प्रणाली
प्रितिनयुक्ित की,शाइस्ताखानिशवाजी को मारने के िलए से लैस थे
- 1665, िशवाजी ने की संिध पर हस्ताक्षर िकएअंबर के राजा
जय िसंह के साथ पुरंदर,िजसे औरंगजेब ने प्रितिनयुक्त िकया
था।
- 1666 में िशवाजी ने दौरा िकयाऔरंगजेबआगरा में उनके मैसूर की िवजय
दरबार में।लेिकन उन्हें और उनके बेटे संबाजी को औरंगजेब ने
जयपुर भवन में कैद कर िलया था। - Haider Ali was the son of Fatheh
Muhammed.He was born in 1722. In 1766
- 16 जून 1674 को िशवाजी ने खुद को ताज पहनाया एक - he became the ruler of Mysore after the
स्वतंत्र िहंदू राजा छत्रपित बने और उन्होंने death of Mysore Raja Krishna Wodeyar.
'हैदावधास्मोधरक' की उपािध धारण की।
- हैदर अली और अंग्रेजों के बीच पहला मैसूर युद्ध 1767 में
- िशवाजी1680 में 53 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई। 1708 शुरू हुआ और 1769 में समाप्त हुआ।
- में शाहू छत्रपित बने और उनके काल में का उदय हुआ
पेशवािशप। - प्रथम आंग्ल-मैसूर युद्ध अंग्रेजी की हार और मद्रास की संिध
के साथ समाप्त हुआ। दूसरा मैसूर युद्ध 1780 से 1784 तक
- बालाजी िवश्वनाथ (1712 - 1720) बाजी राव (1720 - - हुआ। हैदर अली की मृत्यु 1782 में हुई और टीपू सुल्तान मैसूर
40) बालाजी बाजीराव प्रथम (1740 - 61) और माधव राव - का शासक बना।
प्रथम (1761 - 1772) महाराष्ट्र पर शासन करने वाले
पेशवा थे। - दूसरा मैसूर युद्ध 1784 में मैंगलोर की संिध द्वारा
- बाजी राविहंदू पद्पादशाही या िहंदू साम्राज्य के िवचार समाप्त हुआ।
को लोकप्िरय बनाया। - दूसरा मैसूर युद्ध वॉरेन हेस्िटंग्स के काल में लड़ा गया था।
- बालाजी बाजी राव की अविध 1761 में पानीपत की तीसरी
लड़ाई देखी गई। इस लड़ाई में अफगािनस्तान के अहमद शाह - तीसरा मैसूर युद्ध 1790 में शुरू हुआ और 1792 में
अब्दाली ने मराठों को हराया। समाप्त हुआ।
- तीसरा युद्ध 19 मार्च 1792 को सेिरंगपट्टनम की संिध
- माधव रावअंितम महान पेशवा थे। अंितम पेशवा थाबाजीराव द्वारा समाप्त हुआ। चौथा एंग्लो मैसूर युद्ध 1799 में हुआ
- द्िवतीय माधव राव के काल में मराठा शक्ित का िवघटन हुआ - था। चौथा मैसूर युद्ध गवर्नर जनरल वेलेजली की अविध के
- और स्वतंत्र राज्यों का िनर्माण हुआ - होलकारोिफंडर, - दौरान लड़ा गया था।
नागपुर के भोंसले, ग्वािलयर के िसंिधया और बड़ौदा के
गायकवाड़। िशवाजी की मंत्िरपिरषद को अष्टप्रधान के नाम - इस युद्ध में 1799 में कर्नल आर्थर वेलेस्ली द्वारा
से जाना जाता था। वे पेशवा, पंिडत राव, सुमंत, सिचवा, सेरेरंगपट्टनम में टीपू को मार िदया गया था।
सेनापित, अमात्य, मंत्री और न्यायाध्यक्ष थे।
- - टीपू की राजधानी श्रीरंगपट्टनम थी। टीपू को मैसूर
- टाइगर के नाम से जाना जाता है।
- फतुल मुजािहद्दीन टीपू द्वारा िलिखत पुस्तक है िजसमें
रॉकेट्स के बारे में वर्णन िकया गया है
- पेशवा थेमराठा मुख्यमंत्री.
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कार्यक्रम/अिधिनयम/सुधार......... वायसराय/गवर्नर दूसरा गोलमेज सम्मेलन (1931) .... लॉर्ड वेिलंगटन
जनरल
स्थायी बंदोबस्त (1793)... लॉर्ड कार्नवािलस तीसरा गोलमेज सम्मेलन (1932) ..... लॉर्ड वेिलंगटन
बंगाल का िवभाजन िनरस्त (1911) लॉर्ड हार्िडंग II भारतीय अर्थशास्त्र में िनबंध.......एमजी रानाडे
ट्रांसफर कैिपटल टू िदल्ली (1911) ... लॉर्ड हार्िडंग II आर्यों का आर्किटक घर ................. बीजी ितलक
प्रांत में द्वैध शासन (1919) ......... लॉर्ड चेम्सफोर्ड गीता रहस्य ......................... बीजी ितलक
जिलयांवाला बाग त्रासदी (1919) .. लॉर्ड चेम्सफोर्ड भारत में गरीबी और गैर-ब्िरिटश शासन… दादा भाई नौरोजी
पूर्ण स्वराज संकल्प (लाहौर 1929)। लॉर्ड इरिवन दुर्गेश नंिदनी .... बंिकम चंद्र चटर्जी
फ्िरस्ट गोलमेज सम्मेलन (1930) ..... लॉर्ड इरिवन बंग दर्शन...... बंिकम चंद्र चटर्जी
गांधी इरिवन पैक्ट (1931) ……………… लॉर्ड इरिवन आनंद मठ ......... बंिकम चंद्र चटर्जी
कम्युनल अवार्ड (1932) ........ लॉर्ड वेिलंगटन संक्रमण में भारत ……………………… एमएन रॉय
पूना पैक्ट (1932) ……………… लॉर्ड वेिलंगटन ब्िरिटश भारत का आर्िथक इितहास....... आर.सी. दत्त
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भारतीय संघर्ष ...... सुभाष चंद्र बोस 1856 - 1858 ………….. लॉर्ड कैिनंग
गांधी बनाम लेिनन ……………… एस.ए. डांगे 1863 - 1864 ……………. सर िविलयम टी. डेंस
पूरब की समस्या ...................... लॉर्ड कर्जन 1864 - 1869 ……………………… अर्ल ऑफ मेयो
नील दरपम …………… दीन बंधु िमत्रा 1872 - ………………………… सर जॉन स्ट्रैची
इंिडया टुडे ………………………… आरपी दत्त 1872 - 1876 ……………… बैरन नॉर्थ ब्रूक
भारत की आज़ादी ...... अब्दुल कलाम आज़ादी 1876 - 1880 ………………. लॉर्ड िलटन
रूस से पत्र ......... रवींद्रनाथ टैगोर 1894 -1899 ………………. लॉर्ड एल्िगन II
मुरझाया हुआ भारत ......................................जेएल नेहरू 1899 - 1905 ………………………… लॉर्ड कर्जन
पाथेर देवी …………… अवनींद्रनाथ टैगोर 1910 - 1916 ......................... लॉर्ड हार्िडंग II
िहंदू रसायन िवज्ञान का इितहास …………… पीसी राय 1916 - 1921 ………………. लॉर्ड चेम्सफोर्ड
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- 1971 के युद्ध के बाद हस्ताक्षिरत समझौता िशमला
समझौता था।
प्रिसद्ध षडयंत्र मामले - िशमला समझौते पर भारतीय द्वारा हस्ताक्षर िकए गए थे
1972 में प्रधान मंत्री इंिदरा गांधी और पािकस्तान के
मामला िदनांक Accused प्रधान मंत्री जुल्िफकार अली भुटो। 1999 में कारिगल युद्ध
- पािकस्तान से कश्मीर में आतंकवादी हमले के िखलाफ था।
नािसको 1909-10 िवनायक सावरकरी
षड़यंत्र
- भारत के कारिगल सैन्य अिभयान को 'के रूप में जाना
अलीपुर 1908 अरिबंदो घोष
जाता थाऑपरेशन िवजय'
हावड़ा मामला 1910 जितन मुखर्जी - पूर्व प्रधान मंत्री अटल िबहारी वाजपेयी ने 1999 फरवरी में
प्रिसद्ध लाहौर बस यात्रा का संचालन िकया।
ढाका केस 1910 पुिलन दास
- The कारिगल युद्धआिधकािरक तौर पर 26 जुलाई 1999 को समाप्त
िदल्ली का मामला 1915 अमीरचंद, अवधी
हुआ।
िबहारी और बाल मुकुंद - भारत और पािकस्तान के बीच की सीमा रेखा रेडक्िलफ रेखा
है।
लाहौर मामला 1929 - 30 भगत िसंह, राजगुरु - लाहौर घोषणापत्र पर अटल िबहारी वाजपेयी और नवाज
और सुखदेवी शरीफ के बीच हस्ताक्षर िकए गए थे। 1948 में भारत द्वारा
- पािकस्तान पर िकए गए सैन्य अिभयान को ऑपरेशन सोिजला
बनारस मामला 1915 - 16 सिचंद्रनाथ सान्याली के रूप में जाना जाता था।
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- 1510 ई. से गोवा पुर्तगािलयों के हाथों में था।
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