Shaantipanchakam

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श्रीः

श्रीमते रामानुजाय नमः


श्रीमते नगमा महादे शकाय नमः

Á Á शा प कम् Á Á
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Sunder Kidāmbi

with the blessings of

श्री र रामानुज महादे शकन्


His Holiness śrīmad āṇḍavan śrīraṅgam
श्रीः

ām om
kid t c i
श्रीमते रामानुजाय नमः

er do mb
श्रीमते नगमा महादे शकाय नमः

Á Á शा प कम् Á Á
हरः अाे(४)म् Á Á


शं नाे॑ म॒श्शंवरु॑ णः Á

i
शं नाे॑ भवत्वयर्॒मा Á

b
su att ki
शं न॒ इन्ाे॒ बृह॒स्पित॑ः Á
शं नाे॒ वष्णु॑रुरु॒ मः Á
नमाे॒ म॑णे Á
ap der

नम॑स्ते वायाे Á
त्वमे॒व ॒त्यक्षं॒ मा॑स Á
i
त्वामे॒व ॒त्यक्षं॒ म॑ वदष्याम Á
pr sun

ऋ॒ तं व॑दष्याम Á
स॒त्यं व॑दष्याम Á
तन्ाम॑वत Á
तद्व॒तार॑ मवत Á
nd

अव॑त ॒ माम् Á
अव॑त व॒तार᳚ म् Á
अाें शान्त॒श्शान्त॒श्शािन्त॑ः Á Á 1 Á Á
शा प कम्

शं नाे॑ म॒श्शंवरु॑ णः Á

ām om
kid t c i
शं नाे॑ भवत्वयर्॒मा Á

er do mb
शं न॒ इन्ाे॒ बृहस्॒ पित॑ः Á
शं नाे॒ वष्णु॑रुरु॒ मः Á
नमाे॒ म॑णे Á


नम॑स्ते वायाे Á

i
त्वमे॒व ॒त्यक्षं॒ मा॑स Á

b
su att ki
त्वामे॒व ॒त्यक्षं॒ मावा॑दषम् Á
ऋ॒ तम॑वादषम् Á
स॒त्यम॑वादषम् Á
ap der

तन्ामा॑वीत् Á
तद्व॒तार॑ मावीत् Á
i
अावी॒न्ाम् Á
pr sun

अावी᳚द्व॒तार᳚ म् Á
अाें शान्त॒श्शान्त॒श्शािन्त॑ः Á Á 2 Á Á

स॒ह ना॑ववत Á
nd

स॒ह नाै॑ भुनतु Á


स॒ह वी॒य॑ं करवावहै Á
ते॒ज॒स्वना॒वधी॑तमस्त ॒ मा व॑द्वषा॒वहै ᳚ Á
अाें शान्त॒श्शान्त॒श्शािन्त॑ः Á Á 3 Á Á

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शा प कम्

नमाे॑ वा॒चे या चाे॑द॒ता या चानु॑दता॒ तस्यै॑ वा॒चे

ām om
kid t c i
नमाे॒ नमाे॑ वा॒चे नमाे॑ वा॒चस्पत॑ये॒ नम॒ ऋष॑भ्याे

er do mb
मन्॒कृद्भ्याे॒ मन्॑पितभ्याे॒ मा मामृष॑याे
ु ॒ ऽहमृषी᳚न्न्॒कृताे॑
मन्॒कृताे॑ मन्॒पत॑य॒ः परा॑दमार्
मन्॒पती॒न्परा॑दां वैवदे॒वीं वाच॑मुद्यासग्ं


श॒वामद॑स्तां॒ जुष्टा᳚ं दे॒वेभ्य॒श्शमर्॑ मे॒

i
द्याैश्शमर्॑पृथ॒वी शमर्॒ वव॑म॒दं जग॑त् Á

b
su att ki
शमर्॑ च॒न्च॒ सूयर्॑च॒ शमर्॑ म जाप॒ती Á
भूतं॒ व॑दष्ये॒ भुव॑नं वदष्ये॒ तेजाे॑ वदष्ये॒ यशाे॑
वदष्ये॒ तपाे॑ वदष्ये॒ म॑ वदष्ये स॒त्यं
ap der

व॑दष्ये॒ तस्ा॑ अ॒हम॒दमु॑प॒स्तर॑ ण॒मुप॑स्तृण


उप॒स्तर॑ णं मे ॒जायै॑ पशूनां
i

भू॑यादुप॒स्तर॑ णम॒हं ॒जायै॑ पशूनां ॒ भू॑यासं॒
pr sun

ाणा॑पानाै मृत्॒ याेमार्॑पातं॒ ाणा॑पानाै॒ मा मा॑


हासष्टं॒ मधु॑ मिनष्ये॒ मधु॑ जिनष्ये॒ मधु॑
व्याम॒ मधु॑ वदष्याम॒ मधु॑मतीं दे॒वेभ्याे॒
वाच॑मुद्यासग्ं शूषे॒ ण्या᳚ं मनुष्॒ येभ्᳚ य॒स्तं मा॑
nd

दे॒वा अ॑वन्त शाे॒भायै॑ प॒तराेऽनु॑मदन्त Á


अाें शान्त॒श्शान्त॒श्शािन्त॑ः Á Á 4 Á Á

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शा प कम्

शं नाे॒ वात॑ः पवतां मात॒रवा॒ शं न॑स्तपत ॒ सूय॑ःर् Á

ām om
kid t c i
er do mb
अहा॑िन॒ शं भ॑वन्त न॒श्शग्ं राि॒ः ित॑धीयताम् Á
॒ ानाे॒ व्यु॑च्छत ॒ शमा॑द॒त्य उदे॑त नः Á
शमुष
श॒वा न॒श्शन्त॑मा भव समृड॒का सर॑ स्वित Á
मा ते॒ व्याे॑म सं॒दृश॑ Á

dā ॒ न्ताे॑ भूयास्॒ मा
इडा॑यै॒वास्त्व॑स वास्त ॒ मद्वा᳚स्तम

i
वास्ताे᳚ श्छथ्स्यवा॒स्तस्स

b
su att ki
भू॑या॒द्याेऽ᳚ स्ान्द्वेष्ट॒ यं च॑ व॒यं द्व॒ष्ः Á
॒ित॒ष्ठाऽस॑ ित॒ष्ठाव॑न्ताे भूयास्॒ मा
॑ित॒ष्ठाया᳚श्छथ्स्यित॒ष्ठस्स
ap der

भू॑या॒द्याेऽ᳚ स्ान्द्वेष्ट॒ यं च॑ व॒यं द्व॒ष्ः Á


i
अावा॑तवाह भेष॒जं ववा॑तवाह॒ यप॑ः Á
त्वग्ं ह व॒वभे॑षजाे दे॒वाना᳚ं दूत॒ ईय॑से Á
pr sun

द्वाव॒माै वाताै॑ वात॒ अासन्धाे॒राप॑रा॒वत॑ः Á


दक्ष॑ं मे अ॒न्य अा॒वात ॒ परा॒ऽन्याेवा॑त ॒ यप॑ः Á
यद॒दाेवा॑त ते गृह॒ ॑ऽ
े मृत॑स्य िन॒धर् हत
॒ ःÁ
nd

तताे॑ नाे देह जी॒वसे॒ तताे॑ नाे धेह भेष॒जम् Á


तताे॑ नाे॒ मह॒ अाव॑ह॒ वात॒ अावा॑त भेष॒जम् Á
श॒म्ूम॑याे
र् ॒भूनाे॑र् हृ॒दे ण॒ अायूग्ं॑ष तारषत् Á
इन्॑स्य गृह॒ ाे॑ऽस॒ तं त्वा॒ प॑द्ये॒ सगुस्॒ साव॑ः Á

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शा प कम्

स॒ह यन्े॒ अस्त॒ तेन॑ Á

ām om
kid t c i
भूः प॑द्ये॒ भुव॒ः प॑द्ये॒ सव॒ः प॑द्ये॒

er do mb
भूभुर्व॒स्सव॒ः प॑द्ये वा॒युं प॒द्येना᳚तां
दे॒वतां॒ प॒द्येऽश्मा॑नमाख॒णं प॑द्ये
॒जाप॑तेर्मकाे॒शं म॒प॑द्य॒ अाें प॑द्ये Á


अ॒न्तर॑ क्षं म उ॒वर्॑न्तर॑ं बृह॒ द॒नय॒ः पवर्॑ताच॒

i
यया॒ वात॑ः स्व॒स्त्या स्व॑स्त॒मान्तया᳚

b
su att ki
स्व॒स्त्या स्व॑स्त॒ मान॑सािन Á
ाणा॑पानाै मृत्॒ याेमार्॑पातं॒ ाणा॑पानाै॒
मा मा॑ हासष्टं॒ मय॑ मे॒धां मय॑ ॒जां
ap der

मय्य॒नस्तेजाे॑ दधात ॒ मय॑ मे॒धां मय॑ ॒जां


मयीन्॑ इन्॒यं द॑धात ॒ मय॑ मे॒धां मय॑ ॒जां
i
मय॒ सूयाेर्॒ ाजाे॑ दधात Á
pr sun

द्यु॒ भर॒तुिभ॒ः पर॑ पातम॒स्ानर॑ ष्टेभरवना॒ साैभ॑गेभः Á


तनाे॑ म॒ाे वरु॑ णाे मामहन्ता॒मद॑ित॒ः सन्धु॑ः
पृथ॒वी उ॒तद्याैः Á
कया॑ नच॒ अाभु॑वदूती
॒ स॒दा वृ॑ध॒स्सखा᳚ Á
nd

कया॒शच॑ष्ठया वृत
॒ ाÁ
कस्त्वा॑ स॒त्याे मदा॑नां॒ मग्ंह॑ष्ठाे मथ्स॒दन्ध॑सः Á
दृ॒ ढा च॑दा॒रुजे॒ वस॑ Á
अ॒भीषुण॒स्सखी॑नामव॒ता ज॑रतॄण
॒ ाम् Á
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शा प कम्

श॒तं भ॑वास्यूिति
॒ भ॑ः Á

ām om
kid t c i
वय॑स्सप॒णार् उप॑सेदरन्
ु॒ ॑ं ॒यमे॑धा॒ ऋष॑याे॒ नाध॑मानाः Á

er do mb
॒ चक्ष॑मुर्मग्ु ॒ ध्य॑स्ान॒धये॑व ब॒द्धान् Á
अप॑ध्वा॒न्तमू᳚णुर् ॒ ह पूधर्
शं नाे॑ दे॒वीर॒भष्ट॑य॒ अापाे॑ भवन्त पी॒तये ᳚ Á
शं याेर॒ भ॑वन्त नः Á


ईशा॑ना॒वायार्॑णां॒ क्षय॑न्तीचषर्णी॒नाम् Á

i
अ॒पाे या॑चाम भेष॒जम् Á

b
su att ki
स॒ म॒ा न॒ अाप॒ अाेष॑धयः सन्त दुमर्॒ास्तस्ै॑
भूयासय ॒ ाेर्᳚ऽस्ान्द्वेष्ट॒ यं च॑ व॒यं द्व॒ष्ः Á
अापाे॒ हष्ठा म॑याे॒भुव॒स्ता न॑ ऊ॒ जेर् द॑धातन Á
ap der

म॒हेरणा॑य॒ चक्ष॑से Á
i
याे व॑ः श॒वत॑माे॒ रस॒स्तस्य॑ भाजयते॒ ह न॑ः Á
उ॒श॒तीर॑ व मा॒तर॑ ः Á
pr sun

तस्ा॒ अर॑ ङ्मामवाे॒ यस्य॒ क्षया॑य॒ जन्व॑थ Á


अापाे॑ ज॒नय॑था च नः Á
पृ॒ थ॒वी शा॒न्ता साऽनना॑ शा॒न्ता
सामे॑ शा॒न्ता शचग्ं॑ शमयत Á
nd

अ॒न्तर॑ क्षग्ं शा॒न्तं तद्वा॒युना॑ शा॒न्तं


तन्े॑ शा॒न्तग्ं शचग्ं॑ शमयत Á
द्याैश्शा॒न्ता साऽऽद॒त्येन॑ शा॒न्ता
सा मे॑ शा॒न्ता शचग्ं॑ शमयत Á
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शा प कम्

पृ॒ थ॒वी शान्त॑रन्॒ तर॑ क्ष॒ग्ं॒

ām om
kid t c i
शान्त॒द्याैर्श्शान्त॒दर्श॒श्शान्त॑ -

er do mb
रवान्तरद॒शाश्शान्त॑र॒ नश्शान्त॑वार्॒युश्शान्त॑ -
राद॒त्यश्शान्त॑च॒न्मा॒श्शान्त॒नर्क्ष॑ाण॒ शान्त॒ -
राप॒श्शान्त॒राेष॑धय॒श्शान्त॒वर्न॒स्पत॑य॒श्शान्त॒गाैर् -


श्शान्त॑रज
॒ ाशान्त॒रव॒श्शािन्त॒ः

i
पुरु॑ष॒श्शान्त॒र्म॒श्शान्त॑ार्म॒ण -

b
su att ki
श्शान्त॒श्शान्त॑ रेव
॒ शान्त॒श्शान्त॑मेर् अस्त ॒ शािन्त॑ः Á
तया॒ऽहग्ं शा॒न्त्या स॑वर्शा॒न्त्या मयं॑ द्व॒पदे॒
चत॑ष्पदे च॒ शािन्तं॑ कराेम शान्त॑मेर् अस्त ॒ शािन्त॑ः Á
ap der

एह॒ ीच॒ च॒ धृित॑च॒ तपाे॑ मे॒धा


॑ित॒ष्ठा ॒द्धा स॒त्यं धमर्॑चै॒तािन॒
i
माेत॑ष्ठन्त॒मनूत॑ष्ठन्त ॒ मा मा॒ग् ॒
pr sun

ीच॒ च॒ धृित॑च॒ तपाे॑ मे॒धा ॑ित॒ष्ठा


॒द्धा स॒त्यं धमर्॑चै॒तािन॑ मा॒ मा हा॑सषुः Á
उदायु॑षा स्वा॒युषाेदाेष॑धीना॒ग्ं॒ रसे॒नाेत्प॒जर्न्य॑स्य॒
शष्े॒णाेद॑स्थाम॒मृता॒ग्ं॒ अनु॑ Á
nd

तचक्ष॑देर्॒वह॑तं पुर॒ स्ता᳚च्छु


॒ मुच
॒ र॑ त् Á
पश्ये॑म श॒रद॑श्श॒तं जीवे॑म श॒रद॑श्श॒तं
नन्दा॑म श॒रद॑श्श॒तं माेदा॑म श॒रद॑श्श॒तं
भवा॑म श॒रद॑श्श॒तग्ं ृण
॒ वा॑म श॒रद॑श्श॒तं
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शा प कम्

॑वाम श॒रद॑श्श॒तमजी॑तास्स्याम श॒रद॑श्श॒तं

ām om
kid t c i
ज्याेक्॒ सूय॑ं दृ॒ शे Á

er do mb
य उद॑गान्हत॒ ाेऽणर्वा᳚द्व॒ाज॑मानस्सर॒रस्य॒
मध्या॒थ्स मा॑ वृष॒भाे लाे॑हता॒क्षस्सूयाेर्॑
वप॒चन्न॑सा पुनात Á


म॑ण॒चाेत॑न्यस॒ म॑ण अा॒णीस्थाे॒

i
म॑ण अा॒वप॑नमस धार॒तेयं पृ॑थ॒वी

b
su att ki
म॑णा म॒ही धा॑र॒तमे॑नेन म॒हद॒न्तर॑ क्षं॒
दव॑ं दाधार पृथ॒वीग्ं सदे॑वां॒ यद॒हं वेद॒
तद॒हं धा॑रयाण॒ मा मद्वेदाेऽध॒ व॑सत् Á
ap der

मे॒धा॒म॒नी॒षे माव॑शताग्ं स॒मीची॑ भूतस्य॒



भव्य॒स्याव॑रुद्ध्यै॒ सवर्॒मायु॑रयाण॒ सवर्॒मायु॑रयाण Á
i
अा॒भगीर्॒भर्यर्दताे॑ न ऊ॒ नमाप्या॑यय हरवाे॒ वधर्॑मानः Á
pr sun

य॒दा स्ताे॒तृभ्याे॒ मह॑ गाे॒ा रु॒जास॑


भूयष्ठ॒भाजाे॒ अध॑ ते स्याम Á
म॒ ावा॑दष्॒ तनाे॒ मा हा॑सीत् Á
अाें शान्त॒श्शान्त॒श्शािन्त॑ः Á Á 5 Á Á
nd

ÁÁ इ त शा प कं समा म् ÁÁ

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