खोरठाक काठें पइदेक खंडी (कविता संग्रह)

You might also like

Download as pdf or txt
Download as pdf or txt
You are on page 1of 2

Jssc Cgl खोरठा Complete Bacth :- 2023

खोरठाक काठें पइदेक खॅंडी ( कविता संग्रह )

कवि पररचय

 कवि नाम ( विखिइया नांि ) :- डॉ० ए० के ० झा ( डॉ० अजीत कु मार झा ) िेककन डॉ० अजीत कु मार झा ए० के झा के नाम से
ज्यादा प्रवसद्ध है,
 उपनाम:- झारपात
 जन्म स्थान ( जनम ठाि ) :- ग्राम:- चंडीपुर, प्रखंड:- कसमार, वजिा:- (बोकारो)
 जन्म िर्ष ( जनम बछर ) :- 20 जून 1939 ई०
 मृत्यु िर्ष ( मरन बछर ) :-29 कदसम्बर 2013 ई०
 माता नाम ( मायेक नांि ) :- कु सुमबािा देिी
 वपता नाम ( बापेक नांि ) :- िक्ष्मी नारायण झा०

 डॉ एके झा जी मौसम िैज्ञावनक थे, साथ ही साथ यह 4 भार्ा ( खोरठा, हहदी ,अंग्रेजी, बंगिा ) की ज्ञाता भी
थे, ( इनकी रचना उच्चस्तरीय की होती है क्योंकक यह एक मौसम िैज्ञावनक थे, वजसे समझना थोडा सा करठन
होता है|
 खोरठा भार्ा के अिािा हहदी अंग्रेजी में भी रचना की ककए हैं|

 इन्होंने खोरठा भार्ा को मान्यता कदिाने के विए अनेक रचना की है जो आज स्कू ि से िेकर प्रवतयोवगता परीक्षा
के विए उपयोगी वसद्ध हो रहा है|

विक्षा
 पेंटरिार एिं रााँची विद्यािय से
 अद्य्यापन :- 1964 से डु मरी टांगरडीह उच्च विद्यािय ( गुमिा ) में विज्ञान विक्षक के तौर पर कायषरत

ककताब पररचय

 परकासक/ कजरा सेंदरा दान :- झारखण्ड झरोखा


 परकासन बछर/ इं जरान बदर/ बहराइि बछर :- पवहि बेर:- 1983 ई०
दोसरका बेर:- 2019 ई०
 दू बात के विखिइया :- डॉ० ए० के ० झा
रचना

1. खोरठाक काठें पइदेक खॅंडी


2. खोरठाक काठें गइदेक खॅंडी
3. खोरठा सावहत्य सदावनक व्याकरण
4. कविता पुरान
5. खोरठा भार्ा रस छंद और अिंकार
6. समाजेक सरजूइत वनसाइन ( प्रबंध काव्य)
7. सइर सरगठ ( उपन्यास )
8. वततकी ( पविका संपादक )

उपिवधधयां

 श्री वनिास पानुरी स्मृवत सम्मान


 िताधदी रत्न, राष्ट्रभार्ा रत्न
 यू०एस० ए का मैन ऑफ द ईयर 1999
 सावहत्य में मैवथिीिरण गुप्त राष्ट्रीय सम्मान
 रांची विश्वविद्यािय द्वारा भार्ा संस्कृ वत में योगदान निरत्न समाज 1989

समाप्त

You might also like