कक्षा – सातवीिं क्रिर्ात्मक कार्य 1*अपनी व्याकरण पस् ु तक में दिए गए मह ु ावरों में से ककन्ही आठ मह ु ावरों को चित्रात्मक रूप से प्रस्तत ु करते हुए वॉल हैंचगिंग के रूप में प्रस्तत ु कीजिए l(एक मह ु ावरे को एक पष्ृ ठ पर करें इस प्रकार आठ पष्ृ ठ की एक वॉल हैंचगिंग तैयार होगी) (अनक्र ु मािंक 1-10 ) *दहिंिी की कोई आठ पहे ललयााँ चित्र सदहत रिं गीन A4 आकार के पष्ृ ठ पर ललखें (एक पहे ली एक पष्ृ ठ पर ही ललखें तथा इन आठ पष्ृ ठों को रिं गीन ररबन से बािंधकर एक फ़ोल्डर में रखें l(अनक्र ु मािंक 11-20 तक) *दहिंिी भाषा के प्रसार व प्रिार के ललए एक A3 आकार के पष्ृ ठ पर पोस्टर बनाएाँ एविं कोई िो स्लोगन भी ललखें। (अनक्र ु मािंक 21-30 ) *अततचथयों के स्वागत हे तु अपने घर के द्वार के ललए एक सुिंिर बिंधनवार बनाते हुए उस पर एक सुवविार ललखें l (अनुक्रमािंक 30 से लेकर अिंततम अनुक्रमािंक तक ) 2. अपनी रुचि के अनुसार कोई एक कववता अथवा कहानी A4 आकार के पष्ृ ठ पर ललखें। (स्वरचित कववता कम से कम 12 पिंजततयााँ) (स्वरचित कहानी शब्ि सीमा 120-150 शब्ि) शैक्षक्षक कार्य 1. प्रततदिन अपनी सहायक पस् ु तक बाल महाभारत कथा का पाठन करें । 2.एक अलग अभ्यास पुजस्तका में 10 पष्ृ ठ सल ु ेख व 10 शब्ि श्रुतलेख प्रततदिन कीजिए।श्रुतलेख करने के बाि उसका सुधार कायय भी कीजिए l 3.प्रततदिन दहिंिी समािार पत्र पढें और 5 कदठन शब्िों का अथय सुलेख अभ्यास पुजस्तका में ललखें। 4.कक्षा में पढाए गए पाठ्यक्रम को िोहराएाँ एविं दिए गए अभ्यास पत्र को पूणय करके लाएाँl ए पी जे ववद्र्ालर्,नौएडा कार्यपत्र हहिंदी कक्षा – सातवीिं (1) बहुववकल्पीर् प्रश्न – (1) भाषा के ककतने रूप होते हैं ? (क) िो (ख) तीन (ग) िार (घ) सात उत्तर...................................................................................................................... ... ..... . (2) सिंस्कृत और दहिंिी भाषा ककस ललवप में ललखी गई है ? (क) फारसी (ख) रोमन (घ) िे वनागरी (घ) गुरुमुखी उत्तर................................................................................................... ...................... (3)ध्वतनयों को अिंककत करने के ललए तनजचित ककए गए चिह्नों को तया कहते हैं ? (क)ललवप (ख) सिंकेत (ग)व्याकरण (घ) भाषा उत्तर....................................................................................................................... .. ु ध रूप का ज्ञान होता है? (4) हमें ककसके द्वारा भाषा के शद् (क)शब्ि (ख)ललवप (ग)व्याकरण (घ)वातय उत्तर.................................................................................................................. ....... (5) ‘वातय’ ककसे कहते है? (क) शब्ि समूह को (ख) वणय समूह को (ग) वगों के मेल को (घ) शब्िों के साथयक मेल को उत्तर.................................................................................................................. ....... (6) ज्ञान के सिंचित कोष को तया कहते है ? (क) सादहत्य (ख) उपन्यास (ग) कहानी (घ)व्याकरण उत्तर.................................................................................................................. ....... (7)‘स्वर’ के ककतने भेि होते हैं (क) तीन (ख) िार (ग) छह (घ) सात उत्तर.................................................................................................................. ....... (8)जिन स्वरों के उच्िारण में अचधक समय लगे, वे कहलाते हैं (क) स्वर (ख) व्यिंिन (ग) मात्रा (घ) प्लुत स्वर उत्तर.................................................................................................................. ....... (9)तनम्नललखखत शब्िों का वणय ववच्छे ि कीजिए l (क)प्रततयोचगता ............................................................................................ .......... (ख)श्रीमान ....................................................................................................................... (ग)स्वादिष्ट ..................................................................................................................... (घ)औरत ......................................................................................................................... (ड़)ऋवष ........................................................................................................................... (10)तनम्नललखखत प्रचनों के वणय सिंयोग कीजिए l (क) ब ् + उ + ल ् + अ + ब ् + उ + ल ् + अ =................................. (ख) क् +ष ्+अ+त ्+र्+इ+य ्+अ =............................................... (ग) ग ् + उ + ल ् + आ + ब ् + अ =................................................ (घ)म ् + ऐ + द् + आ + न ् + अ = ................................................. (ड़)अ + प ् + अ + र् + ण ् + आ =................................................. (ि)ऊाँ+ ि ् + आ + ई =...................................................................... (छ)य ् +उ+ ध ्+ इ + ष ् +ठ्+ इ+ र्+ अ =................................................. (11).पक्षी उन्मुतत रहकर अपनी कौन-कौन सी इच्छाएाँ पूरी करना िाहते हैं? उत्तर................................................................................................................. ........................................................................................................................ (12) हम पिंछी उन्मुतत गगन के पाठ से कोई पााँि गुणवािक ववशेषण खोि कर ललखें l उत्तर................................................................................................................. ........................................................................................................................ ........................................................................................................................ (13)‘हम पिंछी उन्मुतत गगन के’ कववता से द्वन्द्व समास के कोई पााँि उिाहरण ढूाँढकर ललखखए | उत्तर.................................................................................................................. ....................................................................................................................... (14)महाभारत कथा के लेखक का सिंक्षक्षप्त पररिय ललखखए l उत्तर................................................................................................................... ........................................................................................................................ ......................................................................................................................... ....................................................................................................................... (15) िे वव्रत का नाम भीष्म ककस प्रकार पड़ा ? उत्तर................................................................................................................... ........................................................................................................................ .........................................................................................................................