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Bal Govind - P
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उक्त के सम्बन्ध में अवगत कराना है कि कार्यालय पुलिस आयुक्त लखनऊ ने अपने पत्र संख्या-
01/2022(अभि0 स्वी0) दिनांक 06-01-2023 द्वारा श्री बालगोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक मुख्यालय के विरूद्ध थाना
हजरतगंज, जनपद लखनऊ में पंजीकृ त मु0 अ 0 सं0 360/2020 धारा-
409/420/467/468/471/120 बी0 भा.द.वि. की विवेचनाम में जूर्म धारा 120 बी/420 का अपराध प्रमाणित
होने के क्रम में इनके विरूद्ध अभियोजन की स्वीकृ ति प्रदान किये जाने का अनुरोध किया गया ।
श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय के विरूद्ध उक्त प्रकरण में संस्थित विभागीय जॉच कार्यवाही को
निदेशालय दण्डादेश दिनांक 02-12-2022 द्वारा समाप्त किये जाने के फलश्वरूपर इनके अभियोजन के सम्बन्ध में कार्मिक
अनुभाग-1 के शासनादेश संख्या-611/का-1-2005 दिनांक 19-07-2005 के अनुपालन में निदेशालय पत्र संख्या-
3127-28 दिनांक 01-02-2023 द्वारा शासन से न्याय विभाग का मंतव्य प्राप्त करते हुए अग्रिम कार्यवाही हेतु निर्देश
प्रदान किये जाने का अनुरोध किया गया, तत्क्रम में शासन ने अपने उक्त पत्र संख्या- पत्र संख्या-741/26-1-2023
दिनांक 24-05-2023 द्वारा न्याय विभाग से निम्नलिखित मंतव्य प्राप्त करते हुए प्रेषित किया गया हैः-
“ श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय के विरूद्ध थाना हजरतगंज लखनऊ में मु0 अ 0 सं0
360/2020 धारा 409/420/467/468/471/120 बी0 भा.द.वि. में जूर्म धारा 120 बी0/420 भादवि में
पंजीकृ त हुआ। विवेचक द्वारा विवेचना में साक्ष्य संकलित करके अभियुक्त बाल गोविन्द वर्मा के विरूद्ध अंतर्गत धारा 420,
120 बी भादवि अपराध होना पाया है।
विवेचक /महेश दत्त शुक्ल, उ 0 नि0 थाना हजरतगंज कमिश्नरेट लखनऊ वार्ता हेतु मय संबंधित प्रपत्र उपस्थित हुए।
प्र 0 वि0 के द्वारा संलग्न प्रपत्रों, संबंधित विवेचक की ओर से प्रस्तुत मौखिक एवं अभिलेखीय साक्ष्य के अवलोकन से
विदित है कि विवेचक द्वारा विधिपूर्ण विवेचना करके उपरोक्त अन्वेषण आख्या प्रस्तुत की गयी। विवेचना के मध्य संकलित सम्पूर्ण
अभिलेखों की संनिरीक्षा, साक्षियों के मौखिक कथन से प्रथम दृष्टया दाण्डिक मामला बनना प्रतीत होता है।
तद्नुसार श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय के विरूद्ध मु0 अ 0 सं0-360/2020 में धारा
120 बी0/420 भादवि के अंतर्गत अभियोजन स्वीकृ ति प्रदान किये जाने में कोई विधिक बाधा प्रतीत नहीं होती है।”
-83-
अतः शासन के उक्त पत्र दिनांक 24-05-2023 द्वारा न्याय विभाग से प्राप्त मंतव्य के क्रम में श्री बाल गोविन्द वर्मा,
प्रधान सहायक, मुख्यालय के विरूद्ध अभियोजन की स्वीकृ ति प्रदान किये जाने सम्बन्धी पत्र का आलेख प्रस्तुत है, कृ पया
सहमति की दशा में प्रस्तुत आलेख निदेशक महोदय अनुमोदन/हस्ताक्षर हेतु को अग्रसारित करना चाहें।
आदेश
चूंकि यह अभिकथित है कि श्री बाल गोविन्द वर्मा, तत्कालीन वरिष्ठ सहायक सम्प्रति प्रधान सहायक, मुख्यालय पुत्र श्री
लछिराम वर्मा, निवासी- 57 न्यू गुलिस्ता कालोनी थाना चिनहट लखनऊ द्वारा वर्ष 2014-15 में मुख्यालय की तैनाती
अवधि में अनुसूचित जाति दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजनान्तर्गत बरती गयी अनियमितताओं के लिए थाना हजरतगंज, जनपद
लखनऊ में पंजीकृ त मु0 अ 0 सं0 360/2020 धारा-409/420/467/468/471/120 बी0 भा.द.वि. की
विवेचना के मध्य संकलिक किये गये अभिलेखीय एवं मौखिक साक्ष्यों के विश्लेषण से जुर्म धारा- 120 बी0/420 भा.दं.वि.
का अपराध प्रमाणित होना पाया गया है।
2- उक्त अभिकथन के सम्बन्ध में प्रस्तुत की गयी सामग्री एवं मामले की परिस्थितियों को पूर्ण रूपेण सावधानी पूर्वक
परीक्षण करने के पश्चात विचार है कि श्री बालगोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय उपरोक्त को उक्त अपराध के लिए
न्यायालय में अभियोजित किया जाये ।
अतएव मैं पवन कु मार, आई०ए०एस०, निदेशक समाज कल्याण उत्तर प्रदेश, लखनऊ उल्लिखित पदनाम का नियुक्ति
प्राधिकारी/ सक्षम अधिकारी होने के नाते एतद् पंजीकृ त मु0 अ 0 सं0 360/2020 धारा
409/420/467/468/471/120 बी0 भा.द.वि. की विवेचना में जुर्म धारा 120 बी/420 भा.दं.वि. का अपराध
प्रमाणित होने के परिप्रेक्ष्य में उक्त अपराध के लिए और उपरोक्त कार्यों के सम्बन्ध में विधि के अन्य उपबन्धों के अधीन दण्डनीय
अपराध के लिए उपरोक्त श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय को अभियोजित करने और अपराध का किसी
अधिकारिता सक्षम न्यायालय द्वारा संज्ञान करने के लिए अभियोजन की स्वीकृ ति एतद्द्वारा प्रदान करता हूँ ।
( पवन कु मार )
निदेशक ।
निदेशालय, समाज कल्याण, उत्तर प्रदेश ।
संख्या- /स 0 क 0/स्था03/वै0 पत्रा015/2023-24
लखनऊः दिनांकः जून, 2023
प्रतिलिपि निम्नलिखित को सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषितः-
(1) उप सचिव, उत्तर प्रदेश शासन, समाज कल्याण अनुभाग-1 को उनके पत्र संख्या-741/ 26-1-2023 दिनांक
24-05-2023 के क्रम में सूचनार्थ ।
(2) कार्यालय पुलिस आयुक्त, लखनऊ को उनके पत्र संख्या-अ-01/2022(अभि0 स्वी0) दिनांक 06-01-
2023 के क्रम में।
(3) श्री महेश दत्त शुक्ल, विवेचक/उ 0 नि0 कोतवाली हजरतगंज कमिश्नरेट, लखनऊ को उनके पत्र दिनांक 15-09-
2022 एवं अनुस्मारक पत्र दिनांक 20-11-2022 के क्रम में।
( आर 0 के 0 सिंह )
संयुक्त निदेशक,
कृ ते निदेशक ।
-81-
उप निदेशक/ संयुक्त निदेशक
कृ पया सम्मुख ओर क्रमांक-147 पर रक्षित उप सचिव, उत्तर प्रदेश शासन, समाज कल्याण अनुभाग-1 के पत्र
संख्या-173/26-1-2023 दिनांक 18-04-2023 का अवलोकन करने का कष्ट करें, जिसके द्वारा श्री बाल गोविन्द
वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय के विरूद्ध चाहे गये अभियोजन की स्वीकृ ति पर संबंधित विवेचक को के स डायरी एवं
सुसंगत प्रपत्रों के साथ दिनांक 24-04-2023 को श्री निकुं ज मित्तल, विशेष सचिव एवं अपर विधि परामर्शी, न्याय
विभाग, उ 0 प्र 0 शासन के बहुखण्डी भवन के द्वितीय तल स्थित कार्यलय कक्ष में उपस्थित होने हेतु स्वस्तर से निर्देशित
किये जाने के निर्देश दिये गये है।
उक्त के सम्बन्ध में अवगत कराना है कि कार्यालय पुलिस आयुक्त, लखनऊ के पत्र संख्या-अ-
01/2022(अभि0 स्वी0) दिनांक 06-01-2023 के साथ संलग्न श्री महेश दत्त शुक्ला, उप निरीक्षक, कोतवाली
हजरतगंज, कमिश्नरेट लखनऊ की रिपोर्ट दिनांक 27-12-2022 द्वारा श्री बाल गोविन्द वर्मा के विरूद्ध
अभियोजन की स्वीकृ ति प्रदान किये जाने का अनुरोध किया गया। तत्क्रम में कार्मिक अनुभाग-1 के शासनादेश संख्या-
611/का-1-2005 दिनांक 19-07-2005 के अनुपालन में निदेशालय पत्र संख्या-3227-28 दिनांक 01-02-
2023 द्वारा शासन से प्रकरण पर न्याय विभाग का मन्तव्य प्राप्त कर अग्रेतर निर्णय लिये जाने हेतु दिशा निर्देश दिये जाने
का अनुरोध किया गया, तत्क्रम में शासन ने अपने उक्त पत्र दिनांक 18-04-2023 द्वारा संबंधित विवेचक को विशेष
सचिव एवं अपर विधि परामर्शी, न्याय विभाग, उ 0 प्र 0 शासन के समक्ष उपस्थित होने के निर्देश दिये गये है।
अतः उक्त के क्रम में विवेचक श्री महेश दत्त शुक्ला, उप निरीक्षक, कोतवाली हजरतगंज, कमिश्नरेट, लखनऊ को
विशेष सचिव एवं अपर विधि परामर्शी, न्याय विभाग, उ 0 प्र 0 शासन के समक्ष उपस्थित होने हेतु थानाध्यक्ष कोतवाली
हजरतगंज कमिश्नरेट, लखनऊ को सम्बोधित पत्र का आलेख प्रस्तुत है, कृ पया सहमति की दशा में प्रस्तुत आलेख पर
निदेशक महोदय का हस्ताक्षर कराना चाहें।
महत्वपूर्ण/ निर्धारित तिथि 24-04-2023
प्रेषक,
निदेशक,
समाज कल्याण,
उत्तर प्रदेश, लखनऊ ।
सेवा में,
थानाध्यक्ष,
कोतवाली हजरतगंज,
कमिश्नरेट लखनऊ ।
पत्र संख्या- /स 0 क 0/स्था03/वै0 पत्रा0-15/2023-24
लखनऊः दिनांकः अप्रैल, 2023
विषयः- श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय के विरूद्ध अभियोजन की स्वीकृ ति के संबंध में।
महोदय,
उपर्युक्त विषयक उत्तर प्रदेश शासन, समाज कल्याण अनुभाग-1 के पत्र संख्या-173/26-1-2023 दिनांक
18-04-2023 का अवलोकन करने का कष्ट करें, जिसके द्वारा श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय के
विरूद्ध चाहे गये अभियोजन की स्वीकृ ति पर संबंधित विवेचक को के स डायरी एवं सुसंगत प्रपत्रों के साथ दिनांक 24-
04-2023 को श्री निकुं ज मित्तल, विशेष सचिव एवं अपर विधि परामर्शी, न्याय विभाग, उ 0 प्र 0 शासन के बहुखण्डी
भवन के द्वितीय तल स्थित कार्यलय कक्ष में उपस्थित होने हेतु स्वस्तर से निर्देशित किये जाने के निर्देश दिये गये है।
2- उक्त के सम्बन्ध में अवगत कराना है कि कार्यालय पुलिस आयुक्त, लखनऊ के पत्र संख्या-अ-
01/2022(अभि0 स्वी0) दिनांक 06-01-2023 के साथ संलग्न श्री महेश दत्त शुक्ला, उप निरीक्षक, कोतवाली
हजरतगंज, कमिश्नरेट लखनऊ की रिपोर्ट दिनांक 27-12-2022 द्वारा श्री बाल गोविन्द वर्मा के विरूद्ध अभियोजन की
स्वीकृ ति प्रदान किये जाने का अनुरोध किया गया। तत्क्रम में कार्मिक अनुभाग-1 के शासनादेश संख्या-611/का-1-
2005 दिनांक 19-07-2005 के अनुपालन में निदेशालय पत्र संख्या-3227-28 दिनांक 01-02-2023 द्वारा
शासन से प्रकरण पर न्याय विभाग का मन्तव्य प्राप्त कर अग्रेतर निर्णय लिये जाने हेतु दिशा निर्देश दिये जाने का अनुरोध
किया गया, तत्क्रम में शासन ने अपने उक्त पत्र दिनांक 18-04-2023 द्वारा संबंधित विवेचक को विशेष सचिव एवं अपर
विधि परामर्शी, न्याय विभाग, उ 0 प्र 0 शासन के समक्ष उपस्थित होने के निर्देश दिये गये है।
अतः उत्तर प्रदेश शासन, समाज कल्याण अनुभाग-1 के उल्लिखित पत्र दिनांक 18-04-2023 द्वारा दिये गये
निर्देशों के क्रम में श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय के प्रकरण से सम्बन्धित के स डायरी एवं सुसंगत प्रपत्रों
के साथ दिनांक 24-04-2023 को श्री निकुं ज मित्तल, विशेष सचिव एवं अपर विधि परामर्शी, न्याय विभाग, उ 0 प्र 0
शासन के बहुखण्डी भवन के द्वितीय तल स्थित कार्यलय कक्ष में विवेचक श्री महेश दत्त शुक्ला, उप निरीक्षक, कोतवाली
हजरतगंज, कमिश्नरेट, लखनऊ को उपस्थित होने हेतु निर्देशित करने का कष्ट करें।
संलग्नकः उपरोक्तानुसार ।
भवदीय,
( पवन कु मार )
निदेशक ।
-2-
पृष्ठांकन संख्या एवं दिनांक उपरोक्तानुसार ।
प्रतिलिपि निम्नलिखित को सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषितः-
(1) उप सचिव, उत्तर प्रदेश शासन, समाज कल्याण अनुभाग-1 को उनके पत्र संख्या-173/26-1-2023
दिनांक 18-04-2023 के क्रम में।
(2) कार्यालय पुलिस आयुक्त, लखनऊ ।
(3) कार्यालय पुलिस उपायुक्त (मध्य) कमिश्नरेट, लखनऊ ।
(4) श्री महेश दत्त शुक्ला, उप निरीक्षक, कोतवाली हजरतगंज, कमिश्नरेट, लखनऊ को शासन के पत्र संख्या-
173/26-1-2023 दिनांक 18-04-2023 के क्रम में ।
( पवन कु मार )
निदेशक ।
श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय
1- प्रकरण वित्तीय वर्ष 2014-15 में अनुसूचित जाति दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजनान्तर्गत सी0 पी0 एल 0 कोर्स की छात्रवृत्ति /
शुल्क प्रतिपूर्ति से सम्बन्धित है।
2- प्रश्नगत प्रकरण की प्रारम्भिक विभागीय जॉच की जॉच आख्या दिनांक 16-02-2018 के क्रम में तत्कालीन योजनाधिकारी
शिक्षा श्री पी0 के 0 त्रिपाठी, संयुक्त निदेशक, मुख्यालय, उ 0 प्र 0 द्वारा दिनांक 18-11-2020 को थाना हजरतगंज,
लखनऊ में निम्नलिखित को दोषी मानते हुए उनके विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करायी गयीः-
a. श्री श्रवण कु मार
b. अम्बर एविएशन इण्डिया प्रा0 लि0 देहरादून उत्तराखण्ड के संचालक
c. ICICI बैंक
d. म्युनिसपल नं0 107.108 ओल्ड नं0 193-194 सीविल लाइन, बुलन्दशहर, उ 0 प्र 0 ।
3- उक्त जॉच आख्या दिनांक 16-02-2018 के क्रम में तत्कालीन पटल सहायक श्री बाल गोविन्द वर्मा के विरूद्ध
अनुशासनिक कार्यवाही के निर्देश प्राप्त हुए, जिसके क्रम में निदेशालय आदेश दिनांक 29-10-2020 द्वारा विभागीय
अनुशासनिक जॉच कार्यवाही संस्थित करते हुए आरोप पत्र निर्गत कर कु ल 01 आरोप से आरोपित किया गया। प्रकरण में जॉच
अधिकारी उप निदेशक, समाज कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ द्वारा अपने कार्यालय पत्र दिनांक 10-12-2021 द्वारा
जॉच आख्या निदेशालय प्रेषित की गयी, जिसमें श्री वर्मा के विरूद्ध लगाये गये आरोप को आंशिक रूप से सिद्ध पाया गया। उक्त
जॉच आख्या के क्रम में श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक मुख्यालय के विरूद्ध संस्थित विभागीय कार्यवाही को
निदेशालय आदेश दिनांक 02-12-2022 द्वारा एक वेतनवृद्धि स्थाई रूप से रोकते हुए दण्डादेश प्रदान किया गया है।
4- एफ 0 आई 0 आर 0 दिनांक 18-11-2020 को कु ल 04 लोगों के विरूद्ध किया गया है (बिन्दु संख्या-02)
5- विवेचना में दर्ज मु0 अ 0 सं0 360/2020 धारा 406/409/420/ 467/ 468/ 471/120 बी0 भा0 दं0 वि0
थाना हजरतगंज में दिनांक 18-11-2020 में कु ल 08 व्यक्तियों का बयान लिया गया है, जिनका नाम निम्नवत हैः-
a. श्री मनोज कु मार, जनपद अलीगढ़ (तत्कालीन कर्मचारी ICICI बैंक. बुलन्दशहर)
b. श्री अनुभव कु मार राय, आशियाना लखनऊ (तत्कालीन शाखा प्रबन्धक ICICI बैंक बुलन्दशहर)
c. श्री प्रभाकरन सिंह देहरादुन, उत्तराखण्ड ( तत्कालीन व्यवस्थापक अम्बर एविएशन इण्डिया प्रा0 लि0 देहरादून
उत्तराखण्ड)
d. श्री बालगोविन्द वर्मा, चिनहट लखनऊ (तत्कालीन पटल सहायक, निदेशालय समाज कल्याण, उ 0 प्र 0)
e. श्री राम नारायण सिंह, पीजीआई, लखनऊ (तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारी, निदेशालय स 0 क 0, उ 0 प्र 0)
f. श्री विश्वेश्वर सिंह, गोमतीनगर, लखनऊ (तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारी, निदेशालय, स 0 क 0, मु0)
g. श्री श्रवण कु मार, जनपद उन्नाव (छात्रा का बैंक अकाउंट मंगाने सम्बन्धी निदेशालय पत्र प्राप्त किया गया)
h. श्री दीनानाथ वर्मा, (तत्कालीन निदेशक, समाज कल्याण, उत्तर प्रदेश)
6- श्री बाल गोविन्द वर्मा के विरूद्ध चार्जशीट दायर नहीं किया गया है।
7- चार्ज शीट में कु ल 04 लोगो के विरूद्ध दायर है।
अन्य बिन्दु
1- संस्था अम्बर एविएशन इण्डिया प्रा0 लि0, 38 बसन्त विहार देहरादून, उत्तराखण्ड द्वारा कु 0 मनीषा सिंह का बैंक
डिटेल निदेशालय को उपलब्ध कराया गया, उपलब्ध कराये गये बैंक खाते में ही छात्रा की छात्रवृत्ति/ शुल्क प्रतिपूर्ति
की धनराशि ई-पेंमेट के माध्यम से छात्रा के खाते में अंतरित की गयी है।
अन्य संबंधित बिन्दु
श्री बाल गोविन्द वर्मा के विरूद्ध संस्थित विभागीय कार्यवाही में जांच अधिकारी, उप निदेशक, समाज
कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ नें अपनी जॉच आख्या में छात्रा के बैंक खाता मंगाने सम्बन्धी निदेशालय
पत्र श्री श्रवण कु मार नामक व्यक्ति को प्राप्त कराये जाने हेतु आंशिक रूप से दोषी माना है।
श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय
1- कॉमर्शियल पायलेट लाइसेंस पाठ्यक्रम की छात्रा कु मारी मनीषा सिंह द्वारा छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति हेतु
वर्ष 2010-11 में अम्बर एवियेशन लिमिटेड देहरादून, उत्तराखण्ड में प्रवेश के उपरान्त आवेदन किया गया
था, वर्ष 2014-15 में भारतज सरकार से स्वीकृ ति प्राप्त होने पर छात्रा को धनराशि भुगतान की कार्यवाही
हेतु सम्बन्धित पटल सहायक, श्री बाल गोविन्द वर्मा ने संस्था को छात्रा का बैंक खाता आदि विवरण
उपलब्ध कराने हेतु पत्र डाक से न भेजकर श्री श्रवण कु मार जो सी.पी.एल. का छात्र था को रिसीव कराया
गया।
2- संस्था द्वारा छात्रा का बैंक से सम्बन्धित विवरण को निदेशालय में प्रेषित किया गया, जिसे तत्कालीन योजना
अधिकारी, श्री विश्वेश्वर सिंह, संयुक्त निदेशक द्वारा प्रशासनिक अधिकारी द्वारा श्री आर 0 एन 0 सिंह को
मार्क किया गया। श्री आर 0 एन 0 सिंह, प्रशासनिक अधिकारी ने पटल सहायक श्री बाल गोविन्द वर्मा को
मार्क किया गया। संस्था द्वारा उपलब्ध कराये गये आई 0 सी0 आ 0 सी0 बैंक में छात्रा कु मारी मनीषा सिंह
के खुले बैंक खाता संख्या में धनराशि प्रेषित करने की कार्यवाही उक्त अधिकारियों/ कर्मचारियों द्वारा की गयी
थी।
3- कालान्तर में विभाग द्वारा छात्रा कु मारी मनीषा सिंह से लाइसेंस की प्रति मांगने पर छात्रा नें अवगत कराया कि
वर्ष 2010-11 में आवेदन के उपरान्त छात्रवृत्ति की धनराशि प्राप्त न होने पर वो लाइसेंस कोर्स में अध्ययन
नहीं किये जाने से अवगत कराया गया है।
4- उक्त के क्रम में शिक्षा अनुभाग-अ, मुख्यालय के पत्र संख्या-4761 दिनांक 19-12-2017 द्वारा प्रकरण
की प्रारम्भिक जॉच हेतु उप निदेशक, समाज कल्याण, अलीगढ़ मण्डल, अलीगढ़ को जॉच अधिकारी नामित
करते हुए प्रकरण की जॉच आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गयें, जो उनके पत्र संख्या-1002 दिनांक
16-02-2018 द्वारा पूर्ण कर निदेशालय उपलब्ध करायी गयी। उक्त जॉच आख्या के क्रम में संस्था अम्बर
एविएशन, इण्डिया प्राईवेट-38 बसन्त विहार फे ज-2 देहरादून उत्तराखण्ड के संचालकों एवं कार्मिको,
ICICI बैंक, म्युनिसपल नम्बर 107-108, ओल्ड नम्बर 193-94 सिविल लाईन बुलन्दशहर व श्री
श्रवण कु मार नामक अंजान व्यक्ति व अन्य अज्ञात व्यक्तियों के विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने तथा
जॉच एवं विवेचना करने हेतु धानाध्यक्ष कोतवाली, हजरतगंज, लखनऊ को निदेशालय पत्र संख्या-1528
दिनांक 14-09-2020 द्वारा पत्र प्रेषित किया गया।
5- थाना हजरतगंज लखनऊ में भा0 दं0 सं0 1860 के अंतर्गत धारा 406,420 में अम्बर एविएशन,
इण्डिया प्राईवेट-38 बसन्त विहार फे ज-2 देहरादून उत्तराखण्ड के संचालकों एवं कार्मिको, ICICI बैंक,
म्युनिसपल नम्बर 107-108, ओल्ड नम्बर 193-94 सिविल लाईन बुलन्दशहर व श्री श्रवण कु मार के
विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज की गयी तथा श्री श्रवण कु मार को दिनांक 19-09-2022 को गिरफ्तार भी
किया गया ।
6- उप निदेशक, समाज कल्याण, अलीगढ़ मण्डल, अलीगढ़ के उक्त जॉच आख्या दिनांक 16-02-2018 के
आधार पर तत्कालीन पटल सहायक श्री बाल गोविन्द वर्मा के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही संस्थित करते हुए
निदेशालय पत्र संख्या 969 दिनांक 29-10-2020 द्वारा आरोप पत्र निर्गत करते हुए, उप निदेशक,
समाज कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ को जॉच अधिकारी नामित किया गया।
7- निदेशालय पत्र दिनांक 29-10-2020 द्वारा निर्गत आरोप पत्र में तत्कालीन पटल सहायक, श्री बाल
गोविन्द वर्मा के विरूद्ध निम्नलिखित आरोप लगाये गये हैः-
“आप द्वारा वर्ष 2014-15 में निदेशालय स्तर पर शिक्षा अनुभाग में अनुसूचित जाति दशमोत्तर छात्रवृत्ति
योजनान्तर्गत अम्बर एवियेशन इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड, 38 बसंत बिहार फे स-2, देहरादून, उत्तराखण्ड में
प्रवेशित कु 0 मनीषा सिंह की छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति की प्रेषित धनराशि रू0- 27.50 लाख के
भुगतान हेतु बैंक खाता विवरण माँगने से सम्बन्धी पत्र एक अंजान बाहरी व्यक्ति श्री श्रवण कु मार को प्राप्त
कराया गया। संस्था से छात्र का बैंक खाते का विवरण जनपद बुलन्दशहर से सम्बन्धित होते हुए भी छात्रवृत्ति
एवं शुल्क प्रतिपूर्ति धनराशि बुलन्दशहर को भिजवाने की कार्यवाही आप द्वारा की गयी, जो नियम विरूद्ध थी।
नियमानुसार धनराशि संस्था जिस जनपद/प्रदेश में स्थित होती है, वहीं भेजी जाती है, परन्तु प्रश्नगत संस्था
देहरादून उत्तराखण्ड में स्थित थी, किन्तु छात्रा का बैंक खाता आईसी0 आई 0 सी0 आई 0 बैंक,
बुलन्दशहर उ 0 प्र 0 का भेजा गया और आप द्वारा देहरादून उत्तराखण्ड से हटकर किसी अन्य जनपद में
खुले बैंक खाते में धनराशि नहीं भेजी जानी चाहिये थी।“
8- जॉच अधिकारी/उप निदेशक समाज कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ ने अपने पत्र दिनांक 10-12-2021
द्वारा जॉच आख्या निम्न निष्कर्ष के साथ प्रेषित की गयीः-
“सन्दर्भित प्रकरण में प्रश्नगत संस्था देहरादून, उत्तराखण्ड में स्थित थी, किन्तु छात्रा का बैंक
खाता आई.सी.आई.सी.आई. बुलन्दशहर, उत्तर प्रदेश में शुल्क प्रतिपूर्ति की धनराशि को भेजा गया।
आरोपित कर्मचारी श्री बाल गोविन्द वर्मा द्वारा देहरादून, उत्तराखण्ड से हटकर किसी अन्य जनपद में खुले
बैंक खाते में धनराशि नहीं भेजी जानी चाहिए थी। इस प्रकार धनराशि अंतरण की जो कार्यवाही की गयी वह
नियम संगत नहीं थी। इसकी जानकारी स्वयं पटल सहायक आरोपित कर्मचारी श्री बाल गोविन्द वर्मा को भी
होनी चाहिए थी। अतः अपचारी कर्मचारी श्री बाल गोविन्द वर्मा धनराशि अन्तरण मामले में आंशिक रूप से
दोषी पाये गये है।“
9- उक्त जॉच आख्या के क्रम में प्रकरण में अंतिम निर्णय लेते हुए निदेशालय आदेश संख्या-2592-93 दिनांक
02-12-2022 द्वारा श्री वर्मा की एक वेतन वृद्धि स्थाई रूप से रोकते हुए समाप्त किया जा चुका है।
10- योजनाधिकारी शिक्षा द्वारा अवगत कराया गया है कि प्रश्नगत प्रकरण में धनराशि ICICI बैंक बुलन्दशहर से
महाराष्ट्र में जिसके खाते में अन्तरित की गयी, उसके खाताधारक श्री सत्येन धनजी को गिरफ्तार कर पुलिस द्वारा
जेल भेज दिया गया है।
11- कार्यालय, पुलिस आयुक्त, लखनऊ के पत्र दिनांक 06-01-2023 के साथ संलग्न प्रकरण के
विवेचनाधिकारी श्री महेश दत्त शुक्ला, उ 0 नि0, कोतवाली हजरतगंज की आख्या को संलग्न करते हुए श्री वर्मा के
विरूद्ध मा0 न्यायालय में अभियोग चलाये जाने हेतु अभियोजन की स्वीकृ ति चाही गयी है, जिसके क्रम में
शासनादेश दिनांक 19-07-2005 के क्रम में शासन के न्याय विभाग का मंतव्य प्राप्त करते हुए शासन से
निर्देश चाहे गये है।
-80-
उप निदेशक/ संयुक्त निदेशक
कृ पया गत नोट पृष्ठ संख्या-79 पर अंकित निदेशक महोदय की टीप दिनांक 24-01-2023 का
अवलोकन करने का कष्ट करें, जिसके द्वारा कार्यालय पुलिस आयुक्त लखनऊ के पत्र संख्या-अ-
01/2022(अभि0 स्वी0) दिनांक 06-01-2023 द्वारा श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय के
विरूद्ध चाहें गये अभियोजन की स्वीकृ ति पर शासनादेश संख्या-611/का-1-2005 दिनांक 19-07-2005 के
अनुपालन में, शासनादेश के क्रम में प्रकरण पर न्याय विभाग से मत प्राप्त करना उचित होगा, सम्बन्धी निर्देश दिये गये
है।
अतः उक्त के अनुपालन में श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय के विरूद्ध कार्यालय पुलिस
आयुक्त लखनऊ के उक्त पत्र दिनांक 06-01-2023 द्वारा चाहे गये अभियोजन की स्वीकृ ति पर न्याय विभाग का
मत प्राप्त किये जाने हेतु अनु सचिव, उत्तर प्रदेश शासन, समाज कल्याण अनुभाग-1 को सम्बोधित पत्र का आलेख
प्रस्तुत है, कृ पया सहमति की दशा में प्रस्तुत आलेख पर निदेशक महोदय का हस्ताक्षर कराना चाहें।
महत्वपूर्ण
प्रेषक,
निदे शक,
समाज कल्याण,
उत्तर प्रदे श ।
से वा में ,
अनु सचिव,
उत्तर प्रदे श शासन,
समाज कल्याण अनु भाग-1
पत्र सं ख्या- /स 0 क 0/स्था03/वै 0 पत्रा0-15/2022-23
लखनऊः दिनांकः जनवरी,2023
विषयः- श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय के विरूद्ध कार्यालय पुलिस आयक्त, लखनऊ द्वारा चाहे
गये अभियोजन की स्वीकृ ति पर शासनादेश दिनांक 19-07-2005 के क्रम में न्याय विभाग का मंतव्य
प्राप्त किये जाने के सम्बन्ध में ।
महोदय,
कृ पया उपर्युक्त विषयक कार्यालय पुलिस आयुक्त लखनऊ के पत्र संख्या-अ-01/2022(अभि0 स्वी0) दिनांक
06-01-2023 का अवलोकन करने का कष्ट करें, जिसके द्वारा श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक मुख्यालय के विरूद्ध
थाना हजरतगंज, लखनऊ में पंजीकृ त मु0 अ 0 सं0 360/2020 धारा 409/420/467/ 468/471/120 बी भादवि
में जुर्म धारा-120 बी0/420 भादवि का आरोप आयत होने के कारण श्री वर्मा के विरूद्ध मा0 न्यायालय में अभियोग चलाये
जाने हेतु अभियोजन की स्वीकृ ति प्रदान करने का अनुरोध किया गया है।
2- उक्त के सम्बन्ध में अवगत कराना है कि श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय की शिक्षा अनुभाग की
तैनाति अवधि वर्ष 2014-15 में अनुसूचित जाति दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजनान्तर्गत बरती गयी अनियमितताओं के लिए
निदेशालय आदेश दिनांक 29-10-2020 द्वारा विभागीय अनुशासनिक जॉच कार्यवाही संस्थित करते हुए आरोप पत्र निर्गत
कर कु ल 01 आरोप से आरोपित किया गया। प्रकरण में जॉच अधिकारी उप निदेशक, समाज कल्याण, लखनऊ मण्डल,
लखनऊ द्वारा अपने कार्यालय पत्र दिनांक 10-12-2021 द्वारा जॉच आख्या निदेशालय प्रेषित की गयी, जिसमें श्री वर्मा के
विरूद्ध लगाये गये आरोप को आंशिक रूप से सिद्ध पाया गया। उक्त जॉच आख्या के क्रम में श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान
सहायक मुख्यालय के विरूद्ध संस्थित विभागीय कार्यवाही को निदेशालय आदेश दिनांक 02-12-2022 द्वारा समाप्त किया
जा चुका है ।
3- उल्लेखनीय है कि अधिकारियों/ कर्मचारियों के विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराये जाने के सम्बन्ध में निर्गत
कार्मिक अनुभाग-1 के शासनादेश संख्या-611/का-1-2005 दिनांक 19-07-2005 में निम्नलिखित निर्देश दिये गये
हैः-
“विभागीय कार्यवाही के समापन के उपरान्त यदि अनियमिततायें इस प्रकार की है कि कोई आपराधिक कृ त्य
प्रथम दृष्टया सृजित प्रतीत होता है तो उस दशा में नियुक्ति प्राधिकारी इस सम्बन्ध में न्याय विभाग का मत प्राप्त कर
अभियोजन की कार्यवाही करें।”
अतः आपसे अनुरोध है कि कार्यालय पुलिस आयुक्त लखनऊ के उक्त पत्र दिनांक 06-01-2022 द्वारा श्री
बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय के विरूद्ध चाहे गये अभियोजन की स्वीकृ ति पर उल्लिखित शासनादेश दिनांक
19-07-2005 के क्रम में न्याय विभाग का मन्तव्य प्राप्त करते हुए अग्रिम निर्देश देने का कष्ट करें।
संलग्नकः उपरोक्तानुसार ।
भवदीय,
( पवन कु मार )
निदेशक ।
पृष्ठांकन संख्या एवं दिनांक उपरोक्तानुसार ।
प्रतिलिपिः- कार्यालय पुलिस आयुक्त, अपराध एवं मुख्यालय, लखनऊ को उनके पत्र संख्या-अ-01/2022 (अभि0 स्वी0)
दिनांक 06-01-2023 के क्रम में ।
(आर 0 के 0 सिंह )
संयुक्त निदेशक,
कृ ते निदेशक ।
महोदय,
कृपया उत्तर प्रदे श शासन, समाज कल्याण अनु भाग-1 के पत्र सं ख्या-2119(2)/26-
1-22022 दिनांक 16-11-2022 के साथ सं लग्न मु ख्यालय, विशे ष अनु संधान दल
(एस 0 आई 0 टी0), उ 0 प्र 0 की अं तिम विवे चना आख्या दिनांक 31-05-2022 का सन्दर्भ
ग्रहण करने का कष्ट करें , जिसके द्वारा गु रूनानक एजु केशन ट् रस्ट, रूड़की, हरिद्वार
(उत्तराखण्ड) में वर्ष 2010-11 से वर्ष 2012-13 तक निर्धारित दरों से अधिक दर पर शु ल्क
प्रतिपूर्ति के अनियमित रूप से किये गये भु गतान में तत्कालीन पटल सहायक श्री धर्मे न्द्र
सिं ह, प्रधान सहायक, मु ख्यालय को निलम्बित कर इनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही
सं स्थित करते हुए, कृत कार्यवाही की आख्या शासन को उपलब्ध कराने के निर्दे श दिये गये है
।
2- उक्त के सम्बन्ध में अवगत कराना है कि शासन के उक्त पत्र दिनांक 16-11-2022
द्वारा दिये गये निर्दे शों के अनु पालन में तत्कालीन पटल सहायक श्री धर्मे न्द्र सिं ह , प्रधान
सहायक, मु ख्यालय के विरूद्ध विभागीय अनु शासनिक जॉच कार्यवाही सं स्थित करते हुए
निदे शालय आदे श सं ख्या-2534-38 दिनांक 24-11-2022 द्वारा तात्कालिक प्रभाव से
निलम्बित करते हुए निदे शालय पत्र सं ख्या-2923 दिनांक 09-01-2023 द्वारा आरोप पत्र
निर्गत कर प्रकरण की जॉच हे तु श्री अरुण कुमार पाण्डे य , सं युक्त निदे शक, समाज कल्याण,
मु ख्यालय को जॉच अधिकारी नामित किया गया है ।
3- इसी सन्दर्भ में उल्ले ख करना है कि मु ख्यालय पु लिस महानिदे शक, राज्य विशे ष
अनु संधान दल (एस 0 एस 0 आई 0 टी0), उत्तर प्रदे श के पत्र सं ख्या-एसएसआईटी-
16/2019(विवे चना)/ 37738 दिनांक 14-11-2022 द्वारा श्री धर्मेन्द्र सिं ह
तत्कालीन पटल सहायक शिक्षा अनु भाग, मु ख्यालय के विरूद्ध धारा 197 द 0 प्र 0 सं 0 के
तहत विधिक सक्षम न्यायालय में अभियोग चलाये जाने की अनु मति प्रदान किये जाने का
अनु रोध किया गया है ।
उल्ले खनीय है कि मु ख्यालय, विशे ष अनु संधान दल (एस 0 आई 0 टी0), उ 0 प्र 0 की
अं तिम विवे चना आख्या दिनांक 31-05-2022 के क् रम में शासन के पत्र दिनांक 16-11-
2022 द्वारा दिये गये निर्दे शों के अनु पालन में श्री धर्मेन्द्र सिं ह, प्रधान सहायक,
मु ख्यालय के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही सं स्थित कर निलम्बित किया जा चु का है । अतः
मु ख्यालय पु लिस महानिदे शक, राज्य विशे ष अनु संधान दल (एस 0 एस 0 आई 0 टी0), उत्तर
प्रदे श के उक्त पत्र दिनांक 14-11-2022 द्वारा श्री सिं ह के विरूद्ध चाहे गये अभियोजन
की स्वीकृति के सम्बन्ध में अग्रिम कार्यवाही किये जाने हे तु प्रश्नगत प्रकरण पर
मार्गदर्शन प्रदान करने का कष्ट करें ।
संलग्नकः उपरोक्तानुसार ।
भवदीय,
( पवन कुमार )
निदे शक ।
पृ ष्ठांकन संख्या एवं दिनांक उपरोक्तानुसार ।
प्रतिलिपिः- मु ख्यालय पु लिस महानिदे शक, राज्य विशे ष अनु संधान दल
(एस 0 एस 0 आई 0 टी0), उत्तर प्रदे श को उनके पत्र सं ख्या-
16/2019(विवे चना)/ 37738 दिनांक 14-11-2022 के क् रम में सूचनार्थ
प्रेषित ।
( आर 0 के0 सिंह )
सं युक्त निदे शक,
कृते निदे शक ।
-79-
उप निदेशक/ सयं क्त ु निदेशक
कृपया सम्मख ु ओर क्रमाक ं -143 पर रक्षित श्री महेश दत्त शक्ु ला, विवेचक/उ 0 नि0,
कोतवाली हजरतगजं कमिश्नरे ट, लखनऊ के पत्र दिनाक ं 15-09-2022 तथा क्रमाक ं -144 पर
रक्षित पत्र दिनांक 20-11-2022 एवं क्रमांक-145 पर रक्षित संयक्त ु पलि
ु स आयक्त ु ,
अपराध एवं मख्ु यालय, लखनऊ के पत्र संख्या-अ-0182022(अभि0 स्वी0) दिनांक 06-01-
2023 का अवलोकन करने का कष्ट करें , जिसके द्वारा श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक,
मख्ु यालय के विरूद्ध थाना हजरतगंज, लखनऊ में पंजीकृत म0ु अ 0 सं0 360/2020 धारा
409/420/467/468/471/120 बी भादवि में जर्मु धारा-120 बी0/420 भादवि का आरोप
आयत होने के कारण श्री वर्मा के विरूद्ध अभियोजन की स्वीकृति प्रदान करने का अनरु ोध किया
गया है ।
उक्त के सम्बन्ध में अवगत कराना है कि श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मख्ु यालय
की शिक्षा अनभु ाग की तैनाति अवधि वर्ष 2014-15 में अनसु चि ू त जाति दशमोदत्तर छात्रवत्ति
ृ
योजनान्तर्गत बरती गयी अनियमितताओ ं के लिए निदेशालय आदेश दिनांक 29-10-2020 द्वारा
विभागीय अनश ु ासनिक जॉच कार्यवाही सस्थि ं त करते हुए आरोप पत्र निर्गत कर कुल 01 आरोप
से आरोपित किया गया। प्रकरण में जॉच अधिकारी उप निदेशक, समाज कल्याण, लखनऊ
मण्डल, लखनऊ द्वारा अपने कार्यालय पत्र दिनाक ं 10-12-2021 द्वारा जॉच आख्या
निदेशालय प्रेषित किया गया, उक्त जॉच आख्या में श्री बाल गोविन्द वर्मा को देहरादनू , उत्तराखण्ड
से हटकर किसी अन्य जनपद में खल ु े बैंक खाते में धनराशि अतं रण की जो कार्यवाही की गयी,
उसके लिए अपनी जॉच आख्या में आशि ं क रूप से दोषी माना है। उक्त जॉच आख्या के क्रम में
श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक मख्ु यालय के विरूद्ध संस्थित विभागीय कार्यवाही को
निदेशालय दण्डादेश दिनांक 02-12-2022 (क्रमांक-142) द्वारा एक वेतनवद्धि ृ स्थाई रूप से
रोकते हुए समाप्त किया जा चक ु ा है ।
उल्लेखनीय है कि अधिकारियों/ कर्मचारियों के विरूद्ध प्रथम सचू ना रिपोर्ट दर्ज कराये जाने
के सम्बन्ध में निर्गत कार्मिक अनभु ाग-1 के शासनादेश संख्या-611/का-1-2005 दिनांक 19-07-
2005 (पताका-क) में निम्नलिखित निर्देश दिये गये हैः-
“विभागीय कार्यवाही के समाधान के उपरान्त यदि अनियमिततायें इस
प्रकार की है कि कोई आपराधिक कृत्य प्रथम दृष्टया सजि ृ त प्रतीत होता है तो
उस दशा में नियुक्ति प्राधिकारी इस सम्बन्ध में न्याय विभाग का मत प्राप्त कर
अभियोजन की कार्यवाही करें।”
अतः सयं क्तु पलि
ु स आयक्त ु , अपराध एवं मख्ु यालय, लखनऊ के उक्त पत्र दिनाक ं 06-01-
2023 द्वारा श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मख्ु यालय के विरूद्ध चाहे गये अभियोजन की
स्वीकृति पर शासनादेश दिनाक ं 19-07-2005 के आलोक में अग्रिम कार्यवाही किये जाने हेतु
पत्रावली निदेशक महोदय के निर्णयार्थ प्रेषित करना चाहें ।
-79-
उप निदेशक/ संयुक्त निदेशक
कृपया सम्मख ु ओर क्रमाक ं -143 व 144 पर रक्षित श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान
सहायक, मख्ु यालय के प्रार्थना पत्र दिनाक ं 06-12-2022 तथा दिनाक ं 05-01-2022 का
अवलोकन करने का कष्ट करें , जिसके द्वारा निदेशालय आदेश सख्ं या-2592-93/
स 0 क 0/स्था03/वै0 पत्रा0-15/2022-23 दिनाक ं 02-12-2022 द्वारा पारित दण्डादेश पर
पनु र्विचार किये जाने का अनरु ोध किया गया है।
उक्त के सम्बन्ध में अवगत कराना है कि श्री वर्मा की वर्ष 2014-15 में शिक्षा अनभु ाग की
तैनाती अवधि में अनसु चि ू त जाति दशमोत्तर छात्रवत्तिृ (सी0 पी0 एल 0) योजनान्तर्गत बरती गयी
अनियमितताओ ं के लिए निदेशालय कार्यालय ज्ञाप संख्या-970-71/ स 0 क 0/ स्था0-3/
वै0 पत्रा0-65/2020-21, दिनांक 29-10-2020 द्वारा विभागीय अनश ु ासनिक कार्यवाही
संस्थित करते हुए निदेशालय पत्र संख्या-969/स 0 क 0/स्था0-3/वै0 पत्रा0-65/ 2020-21,
दिनाँक 29-10-2020 द्वारा आरोप-पत्र निर्गत कर कुल 01 आरोप से आरोपित किया गया था।
प्रश्नगत प्रकरण में जॉच अधिकारी उप निदेशक, समाज कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ द्वारा
अपने पत्र संख्या-2316 दिनांक 10-12-2021 द्वारा जॉच आख्या निदेशालय को प्रेषित की गयी,
जॉच अधिकारी की जॉच आख्या में श्री बाल गोविन्द वर्मा को शल्ु क प्रतिपर्ति ू की धनराशि
अन्तरण के संबधं में आशि ं क रूप से दोषी सिद्ध पाया गया है। जिसके क्रम में निदेशालय आदेश
संख्या-2592-93/ स 0 क 0/स्था03/वै0 पत्रा0-15/2022-23 दिनांक 02-12-2022 द्वारा श्री
वर्मा की एक वेतन वद्धि ृ स्थाई रूप से रोकते हुए विभागीय कार्यवाही समाप्त की गयी है।
श्री बाल गोविन्द वर्मा ने अपने प्रत्यावेदन दिनांक 06-12-2022 तथा 05-01-2023 द्वारा
अवगत कराया है कि “मेरे द्वारा देहरादनू , उत्तराखण्ड से हटकर उ 0 प्र 0 के खल ु े बैंक खाते में
धनराशि अन्तरण की जो कार्यवाही की गयी, वह नियमानसु ार सही थी, क्योंकि उत्तर प्रदेश
अनसु चि ू त जाति/ अनसु चि ू त जनजाति दशमोत्तर छात्रवत्ति ृ योजना नियमावली-2012 उत्तर प्रदेश
शासन, समाज कल्याण अनभु ाग-3 के कार्यालय ज्ञाप संख्या-2207/26-3-2012-4(358)/07-
टी0 सी0-2, दिनांक 26-09-2012 (पताका-क) द्वारा निर्गत थी, के प्रस्तर-5(7) में स्पष्ट उल्लेख
किया गया है कि बैंक का तात्पर्य किसी ऐसे राष्ट्रीयकृत अनुसूचित बैंक व क्षेत्रीय ग्रामीण
बैंक से है, जिसमें कोर बैंकिंग की सवि ु धा उपलब्ध हो” । इसी को दृष्टिगत रखते हुए तत्समय
प्रचलित शासनादेशों के अनसु ार छात्रा की शल्ु क प्रतिपर्ति ू की धनराशि को ई-पेमेन्ट (कोषागार
स्टेट-बैंक ऑफ इण्डिया, जवाहर भवन, लखनऊ) के माध्यम से सस्ं था द्वारा उपलब्ध कराये गये
छात्रा के खाते में अन्तरित कराया गया ।
अतः श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मख्ु यालय के प्रार्थना-पत्रो में उल्लिखित
बिन्दओ ु ं को दृष्टिगत रखते हुए इनके विरूद्ध पारित दण्डादेश दिनांक 02-12-2022 पर पनु र्विचार
किये जाने हेतु पत्रावली निदेशक महोदय के निर्णयार्थ प्रेषित करना चाहें ।
-79-
उप निदेशक/ संयुक्त निदेशक
कृपया सम्मख ु ओर क्रमाक ं -143 पर रक्षित श्री महेश दत्त शक्ु ला विवेचक/उ 0 नि0,
कोतवाली हजरतगजं कमिश्नरे ट, लखनऊ के पत्र दिनाक ं 15-09-2022 तथा क्रमाक ं -144 पर
रक्षित अनस्ु मारक पत्र दिनाक
ं 20-11-2022 का अवलोकन करने का कष्ट करें , जिसके द्वारा
अवगत कराया गया है कि थाना स्थानीय पर पजं ीकृत म0ु अ 0 स0ं 360/2020 धारा
406/409/420/467/468/471/120 बी भा0 द 0 वि0 की विवेचना में प्रकाश में आए अभियक्त ु
तत्कालीन पटल सहायक श्री बाल गोविन्द वर्मा पत्रु श्री राम वर्मा नि0 57 न्यू गलि
ु स्ता कालोनी,
थाना चिनहट लखनऊ के विरूद्ध पर्याप्त साक्ष्य पाया जा रहा है। इस कारण विवेचक/उ 0 नि0
कोतवाली हजरतगंज द्वारा अपने उक्त पत्र दिनांक 15-09-2022 तथा अनस्ु मारक पत्र दिनांक 20-
11-2022 द्वारा श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मख्ु यालय के विरूद्ध आरोप पत्र प्रेषित
करने हेतु अभियोजन की स्वीकृति प्रदान करने का अनरु ोध किया गया है।
उक्त के सम्बन्ध में अवगत कराना है कि उपरोक्त प्रकरण में ही श्री बाल गोविन्द वर्मा,
प्रधान सहायक, मख्ु यालय के विरूद्ध सस्थि
ं त विभागीय जांच कार्यवाही को निदेशालय आदेश
संख्या-2592-93 दिनांक 02-12-2022 (क्रमांक-142) द्वारा समाप्त किया जा चक ु ा है ।
इसी सन्दर्भ में उल्लेख करना है कि शासनादेश संख्या-2693/कार्मिक/1/80 दिनांक
18-02-1981 में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि “शासन का यह निर्णय है कि किसी
मामले में प्रथम दृष्टया जांच के बाद यदि साक्ष्य उपलब्ध हो जाता है तो सतर्क ता
अधिष्ठान को मामला सन्दर्भित करने के बजाय विभागीय कार्यवाही प्रारम्भ कर दी जानी
चाहिए” तथा शासनादेश सख्ं या-611/का-1-2005 दिनाक ं 19-07-2005 के प्रस्तर-3 में भी
उल्लेख किया गया है कि “विभागीय कार्यवाही के समाधान के उपरान्त यदि
अनियमिततायें इस प्रकार की है कि कोई आपराधिक कृत्य प्रथम दृष्टया सजि ृ त प्रतीत
होता है तो उस दशा में नियुक्ति प्राधिकारी इस सम्बन्ध में न्याय विभाग का मत प्राप्त कर
अभियोजन की कार्यवाही करें।” सम्बन्धी निर्देश दिये गये है।
उल्लेखनीय है कि विवेचक/उ0नि0, कोतवाली, हजरतगंज कमिश्नरे ट, लखनऊ द्वारा अपने
उक्त पत्र दिनांक 15-09-2022 तथा अनस्ु मारक पत्र दिनांक 20-11-2022 के साथ प्रकरण से
सम्बन्धित अभिलेख/ साक्ष्य यथा के स डायरी, चार्जशीट आदि उपलब्ध नहीं करायी गयी है,
जिससे गणु -दोष की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है। अतः शासनादेश दिनांक 18-02-1981 तथा
शासनादेश दिनांक 19-07-2005 के आलोक में विवेचक के पत्र दिनांक 15-09-2022 द्वारा
चाही गयी अभियोजन स्वीकृति के पर्वू प्रकरण से सम्बन्धीत अभिलेख/ साक्ष्य मंगाया जाना
उचित होगा, कृपया प्रकरण पर अग्रिम कार्यवाही हेतु पत्रावली निदेशक महोदय के निर्णयार्थ प्रेषित
करना चाहें।
उप निदेशक/ संयक्त निदेशक
गत नोट पृष्ठ संख्या-01 पर निदेशक महोदय द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुपालन में उप निदेशक, समाज कल्याण,
लखनऊ मण्डल, लखनऊ द्वारा प्रेषित जांच आख्या योजनाधिकारी शिक्षा अनुभाग को उपलब्ध कराने सम्बन्धी पत्र का
आलेख प्रस्तुत है, कृ पया सहमति की दशा में प्रस्तुत आलेख पर संयुक्त निदेशक महोदय का हस्ताक्षर कराना चाहें।
उप निदेशक/ संयुक्त निदेशक
कृ पया सम्मुख ओर रक्षित श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक मुख्यालय के प्रत्यावेदन दिनांक 06-12-
2022 का अवलोकन करने का कष्ट करें, जिसके द्वारा उन्होंने निदेशालय आदेश संख्या-2592-
93/स 0 क 0/स्था03/वै0 पत्रा0-15/2022-23 दिनांक 02-12-2022 द्वारा पारित दण्डादेश पर पुनर्विचार कर
विलोपित किये जाने हेतु निम्नवत अनुरोध किया गया हैः-
वर्ष 2014-15 में शिक्षा अनुभाग में तैनाती अवधि में अनुसूचित जाति दशमोत्तर छात्रवृत्ति (सी0 पी0 एल 0)
योजनान्तर्गत बरती गयी अनियमितताओं के लिए निदेशालय कार्यालय ज्ञाप संख्या-970-71/स 0 क 0/स्था0-
3/वै0 पत्रा0-65/2020-21, दिनांक 29-10-2020 द्वारा विभागीय अनुशासनिक कार्यवाही संस्थित करते हुए
निदेशालय पत्र संख्या-969/स 0 क 0/ स्था0-3/वै0 पत्रा0-65/2020-21, दिनाँक 29-10-2020 द्वारा
आरोप-पत्र निर्गत कर कु ल 01 आरोप से आरोपित किया गया था। प्रश्नगत प्रकरण की जांच हेतु उप निदेशक, समाज
कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ को जाँच अधिकारी नामित किया गया था। जाँच अधिकारी ने अपनी जाँच आख्या में
यह उल्लेख किया था कि प्रश्नगत संस्था देहरादून, उत्तराखण्ड में स्थित थी किन्तु संस्था का बैंक खाता
आई.सी.आई.सी.आई. बुलन्दशहर उ 0 प्र 0 में शुल्क प्रतिपूर्ति की धनराशि को भेजा गया। जाँच अधिकारी ने मेरे द्वारा
देहरादून, उत्तराखण्ड से हटकर किसी अन्य जनपद के खुले बैंक खाते में धनराशि भेजे जाने की कार्यवाही को नियम संगत
नही माना था। इसी के आधार पर जाँच अधिकारी ने मुझे धनराशि अन्तरण मामले में आंशिक रूप से दोषी पाया है।
उक्त के अतिरिक्त श्री वर्मा द्वारा यह भी अवगत कराया गया है कि इनके द्वारा देहरादून, उत्तराखण्ड से हटकर
उ 0 प्र 0 के खुले बैंक खाते में धनराशि अन्तरण की जो कार्यवाही की गयी, वह नियमानुसार सही थी क्योंकि मुझे यह
जानकारी थी कि छात्र का किसी भी बैंक में खाता होना चाहिए। उक्त आधार पर ही वित्त नियंत्रक के माध्यम से आहरण
वितरण अधिकारी, मुख्यालय द्वारा ई-पेमेन्ट (कोषागार स्टेट-बैंक ऑफ इण्डिया जवाहर भवन लखनऊ) के माध्यम से
छात्रा की शुल्क प्रतिपूर्ति की धनराशि खाते में अन्तरण की गयी।
अतः उपरोक्त से विदित होता है कि श्री वर्मा द्वारा प्रकरण में मात्र अपने पदगत दायित्वो का निर्वहन न करने तथा
शासकीय धनराशि के अन्तरण में अपेक्षित सावधानी न बरतने के कारण दोषी पाये गये है। इस प्रकार निदेशालय आदेश
दिनांक 02-12-2022 द्वारा पारित दण्डादेश पर पुनर्विचार किये जाने हेतु पत्रावली निदेशक महोदय को प्रेषित करना
चाहें।
आदेश
श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मु ख्यालय द्वारा शिक्षा अनु भाग की
तै नाती अवधि वित्तीय वर्ष 2014-15 में अनु सचि ू त जाति दशमोत्तर छात्रवृ त्ति
योजनान्तर्गत बरती गयी अनियमितताओं के लिए निदे शालय कार्यालय ज्ञाप सं ख्या-
970-71/स 0 क 0/स्था03/ वै 0 पत्रा065/ 2020-21 दिनांक 29-10-2020 द्वारा विभागीय
अनु शासनिक कार्यवाही सं स्थित करते हुए निदे शालय पत्र सं ख्या-
969/स 0 क 0/स्था03/वै 0 पत्रा0-65/2020-21 दिनांक 29-10-2020 द्वारा आरोप पत्र
निर्गत कर कुल 01 आरोप से आरोपित किया गया, प्रकरण की जाँच हे तु उप निदे शक,
समाज कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ को जॉच अधिकारी नामित किया गया।
अपचारी कर्मचारी द्वारा आरोप पत्र का उत्तर अपने पत्र दिनांक 01-07-2021 द्वारा जांच
अधिकारी को उपलब्ध कराया गया। जॉच अधिकारी/ उप निदेशक, समाज कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ द्वारा
अपने कार्यालय पत्र संख्या-2316/स 0 क 0/जॉच आख्या/2021-22 दिनांक 10-12-2021 द्वारा निदेशालय को
उपलब्ध करायी गयी, जिसमें अपचारी कर्मचारी पर लगाया गया 01 आरोप आंशिक रूप से सिद्ध/प्रमाणित पाया गया।
तत्क्रम में प्रकरण में निर्णय लेते हुए निदेशालय आदेश संख्या-2592-93/स 0 क 0/ स्था03/ वै0 पत्रा0-
15/2022-23 दिनांक 02-12-2022 द्वारा श्री वर्मा के विरूद्ध संस्थित विभागीय अनुशासनिक कार्यवाही को “एक
वेतनवृद्धि स्थाई रूप से रोकते हुए” समाप्त किया गया है।
उक्त दण्डादेश के क्रम में श्री बाल गोविन्द वर्मा ने अपने प्रत्यावेदन दिनांक 06-12-2022 के अन्तर्गत
दण्डादेश दिनांक 02-12-2022 पर पुनर्विचार करते हुए उसे समाप्त किये जाने का अनुरोध निम्न तथ्यों के साथ किया
गया हैः-
“मेरे द्वारा उत्तराखण्ड से हटकर उत्तर प्रदेश के जनपद में खुले बैंक खाते में धनराशि अंतरण की जो कार्यवाही की
गयी है, वह नियमानुसार सही थी, क्योंकि मुझे यह जानकारी थी कि लाभार्थी का किसी बैंक में खाता होना चाहिए। उक्त
आधार पर ही वित्त नियंत्रक व आहरण वितरण अधिकारी, मुख्यालय के माध्यम से शुल्क प्रतिपूर्ति की धनराशि ई-पेमेंट से
लाभार्थी को अंतरण कराने की कार्यवाही की गयी थी।”
अतः प्रकरण के सम्यक परिक्षणोपरान्त इनके कथन/साक्ष्य में बल पाये जाने के फलश्वरूप श्री बाल गोविन्द
वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय के विरूद्ध पारित दण्डादेश को एतदद्वारा निम्नवत संशोधित किया जाता हैः-
“एक वेतनवृद्धि स्थाई रूप से रोकने” के स्थान पर “एक वेतन वृद्धि अस्थाई रूप से एक वर्ष के लिए रोकी जाती
है।” उक्त आदेश इस सीमा तक संशोधित समझा जाय। शेष आदेश यथावत प्रभावी रहेगा ।
( अनिल कु मार )
निदेशक ।
निदेशालय, समाज कल्याण, उत्तर प्रदेश ।
संख्या- /स 0 क 0/स्था03/वै0 पत्रा0-15/2022-23
लखनऊः दिनांकः जनवरी, 2023
प्रतिलिपि निम्नलिखित को सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषितः-
(1) योजनाधिकारी, शिक्षा अनुभाग-अ, मुख्यालय ।
(2) मुख्य/ वरिष्ठ कोषाधिकारी, जवाहर भवन, लखनऊ ।
(3) आहरण वितरण अधिकारी, मुख्यालय ।
(4) श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय को उनके प्रत्यावेदन दिनांक 06-12-2022 के क्रम में ।
( अनिल कु मार )
निदेशक ।
अतः प्रकरण के सम्यक परिक्षणोपरान्त इनके कथन/साक्ष्य में बल पाये जाने के फलश्वरूप श्री बाल गोविन्द
वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय के द्वारा अपने पदगत दायित्वों का समीचीन ढंग से निर्वहन न करने एवं धनराशि के अंतरण
मामले में अपेक्षित सावधानी न बरतने के दृष्टीगत श्री वर्मा को निदेशालय आदेश दिनांक 02-12-2022 द्वारा “एक
वेतनवृद्धि स्थाई रूप से रोकने” के स्थान पर “एक वेतन वृद्धि अस्थाई रूप से रोकी जाती है।” निदेशालय आदेश दिनांक
02-12-2022 में उक्तानुसार संशोधित किया जाता है।
-1-
उपनिदेशक/ संयुक्त निदेशक
कृ पया सम्मुख ओर रक्षित संयुक्त निदेशक/ योजनाधिकारी, शिक्षा-अ, मुख्यालय के पत्र संख्या-
3577/स 0 क 0/शिक्षा-अ/5/72/2022-23 दिनांक 07-12-2022 के साथ संलग्न श्री महेश दत्त शुक्ला, विवेचक/
उ 0 नि0, कोतवाली, हजरतगंज, लखनऊ के पत्र दिनांक 29-11-2022 का अवलोकन करने का कष्ट करें, जिसके द्वारा
संस्था अम्बर एवियेशन इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड, 38 बसंत बिहार, फे स-2, देहरादून, उत्तराखण्ड में सी0 पी0 एल 0
पाठ्यक्रम में प्रवेशित छात्रा मनीषा सिंह के फर्जी बैंक खाते के आधार पर छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति धनराशि के गबन किये
जाने के सम्बन्ध में तत्कालीन पटल सहायक श्री बाल गोविन्द वर्मा के विरूद्ध संस्थित की गयी विभागीय अनुशासनिक जॉच
कार्यवाही में जॉच अधिकारी की जॉच आख्या की प्रमाणित प्रति उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है।
इस सम्बन्ध में अवगत कराना है कि निदेशालय कार्यालय ज्ञाप संख्या- 970-71/स 0 क 0/ स्था03/
वै0 पत्रा0-65/2020-21 दिनांक 29-10-2020 द्वारा प्रकरण की जॉच हेतु उप निदेशक, समाज कल्याण, लखनऊ
मण्डल, लखनऊ को जॉच अधिकारी नामित गया। जाँच अधिकारी/ उप निदेशक, समाज कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ
ने अपने कार्यालय पत्र संख्या-2316/ स 0 क 0/जाँच आख्या/2021-22 दिनांक 10-12-2021 द्वारा अपनी जाँच
आख्या निदेशालय उपलब्ध करायी गयी है।
अतः योजनाधिकारी शिक्षा-अ द्वारा चाही गयी उक्त जाँच आख्या के सम्बन्ध में अग्रिम निर्देश प्राप्त किये जाने हेतु
पत्रावली निदेशक महोदय को प्रेषित करना चाहें।
निदेशालय, समाज कल्याण, उत्तर प्रदेश।
पत्र संख्या- /स 0 क 0/स्था03/पत्रा0/2021-22
लखनऊः दिनांकः दिसम्बर, 2022
संयुक्त निदेशक/
योजनाधिकारी, शिक्षा-अ,
मुख्यालय।
विषयः- अम्बर एवियेशन इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड, देहरादून उत्तराखण्ड में सी0 पी0 एल 0 पाठ्यक्रम में छात्रवृत्ति एवं
शुल्कप्रतिपूर्ति धनराशि के गबन किये जाने के सम्बन्ध में प्रचलित विभागीय अनुशासनिक जाँच कार्यवाही में
जाँच अधिकारी की जॉच आख्या का प्रेषण ।
उपर्युक्त विषयक अपने पत्र संख्या-3577/स 0 क 0/शिक्षा-अ/5/72/2022-23 दिनांक 07-12-2022 के
साथ संलग्न श्री महेश दत्त शुक्ला, विवेचक/ उ 0 नि0, कोतवाली, हजरतगंज, लखनऊ के पत्र दिनांक 29-11-2022 का
संदर्भ ग्रहण करें, जिसके द्वारा संस्था अम्बर एवियेशन इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड, 38 बसंत बिहार, फे स-2, देहरादून,
उत्तराखण्ड में सी0 पी0 एल 0 पाठ्यक्रम में प्रवेशित छात्रा मनीषा सिंह के फर्जी बैंक खाते के आधार पर छात्रवृत्ति एवं शुल्क
प्रतिपूर्ति धनराशि के गबन किये जाने के सम्बन्ध में तत्कालीन पटल सहायक श्री बाल गोविन्द वर्मा के विरूद्ध संस्थित की गयी
विभागीय अनुशासनिक जॉच कार्यवाही में जॉच अधिकारी की जॉच आख्या की प्रमाणित प्रति उपलब्ध कराने का अनुरोध किया
गया है।
इस सम्बन्ध में अवगत कराना है कि निदेशालय कार्यालय ज्ञाप संख्या- 970-71/स 0 क 0/ स्था03/वै0 पत्रा0-
65/2020-21 दिनांक 29-10-2020 द्वारा प्रकरण की जॉच हेतु उप निदेशक, समाज कल्याण, लखनऊ मण्डल,
लखनऊ को जॉच अधिकारी नामित गया। जाँच अधिकारी/ उप निदेशक, समाज कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ ने अपने
कार्यालय पत्र संख्या-2316/ स 0 क 0/जाँच आख्या/2021-22 दिनांक 10-12-2021 द्वारा अपनी जाँच आख्या
निदेशालय उपलब्ध करायी गयी है। निदेशक महोदय द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुपालन में उक्त जांच आख्या की पूर्ण, पठनीय
एवं प्रमाणित प्रति मय साक्ष्यों सहित संलग्न कर आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित किया जा रहा है।
संलग्नकः उपरोक्तानुसार।
( आर 0 के 0 सिंह )
संयुक्त निदेशक,
कृ ते निदेशक।
-78-
उप निदेशक/ संयुक्त निदेशक
कृ पया गत नोट पृष्ठ संख्या-77 पर अंकित निदेशक महोदय की टीप दिनांक 18-11-2022 का अवलोकन करने का कष्ट
करें, जिसके द्वारा श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय के विरूद्ध संस्थित विभागीय अनुशासनिक जाँच कार्यवाही को “एक
वेतनवृद्धि स्थायी रूप से बाधित किया जाता है। तथा अनुशासनिक कार्यवाही समाप्त की जाती है” सम्बन्धी निर्देश दिये गये है।
अतः उक्त के अनुपालन में श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय के विरूद्ध संस्थित विभागीय अनुशासनिक जाँच
कार्यवाही को “एक वेतनवृद्धि स्थायी रूप से रोकते हुए” अनुशासनिक कार्यवाही दिनांक 29-10-2020 समाप्त किये जाने सम्बन्धी
आदेश का आलेख प्रस्तुत है, कृ पया सहमति की दशा में प्रस्तुत आलेख पर निदेशक महोदय का अनुमोदन कराना चाहें।
आदे श
श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मु ख्यालय द्वारा शिक्षा अनु भाग की
तै नाती अवधि वित्तीय वर्ष 2014-15 में अनु सचि ू त जाति दशमोत्तर छात्रवृ त्ति
योजनान्तर्गत बरती गयी अनियमितताओं के लिए निदे शालय कार्यालय ज्ञाप सं ख्या-970-
71/स 0 क 0/स्था03/वै 0 पत्रा065/ 2020-21 दिनांक 29-10-2020 द्वारा विभागीय
अनु शासनिक कार्यवाही सं स्थित करते हुए निदे शालय पत्र सं ख्या-
969/स 0 क 0/स्था03/वै 0 पत्रा0-65/2020-21 दिनांक 29-10-2020 द्वारा आरोप पत्र
निर्गत कर कुल 01 आरोप से आरोपित किया गया, प्रकरण की जाँच हे तु उप निदे शक,
समाज कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ को जॉच अधिकारी नामित किया गया।
अपचारी कर्मचारी द्वारा आरोप पत्र का उत्तर अपने पत्र दिनांक 01-07-2021 द्वारा जांच अधिकारी
को उपलब्ध कराया गया। जॉच अधिकारी/ उप निदेशक, समाज कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ द्वारा अपने कार्यालय पत्र
संख्या-2316/स 0 क 0/जॉच आख्या/2021-22 दिनांक 10-12-2021 द्वारा निदेशालय को उपलब्ध करायी गयी,
जिसका विवरण निम्नवत हैः-
आरोप संख्या-1
आप द्वारा वर्ष 2014-15 में निदेशालय स्तर पर शिक्षा अनुभाग में अनुसूचित जाति दशमोत्तर छात्रवृत्ति
योजनान्तर्गत अम्बर एवियेशन इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड, 38 बसंत बिहार फे स-2, देहरादून, उत्तराखण्ड में प्रवेशित कु 0
मनीषा सिंह की छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति की प्रेषित धनराशि रू0- 27.50 लाख के भुगतान हेतु बैंक खाता विवरण माँगने
से सम्बन्धी पत्र एक अंजान बाहरी व्यक्ति श्री श्रवण कु मार को प्राप्त कराया गया। संस्था से छात्र का बैंक खाते का विवरण
जनपद बुलन्दशहर से सम्बन्धित होते हुए भी छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति धनराशि बुलन्दशहर को भिजवाने की कार्यवाही आप
द्वारा की गयी, जो नियम विरूद्ध थी। नियमानुसार धनराशि संस्था जिस जनपद/प्रदेश में स्थित होती है, वहीं भेजी जाती है,
परन्तु प्रश्नगत संस्था देहरादून उत्तराखण्ड में स्थित थी, किन्तु छात्रा का बैंक खाता आईसी0 आई 0 सी0 आई 0 बैंक,
बुलन्दशहर उ 0 प्र 0 का भेजा गया और आप द्वारा देहरादून उत्तराखण्ड से हटकर किसी अन्य जनपद में खुले बैंक खाते में
धनराशि नहीं भेजी जानी चाहिये थी।
आपका उक्त कृ त्य उत्तर प्रदेश कर्मचारी आचरण नियमावली 1956 का स्पष्ट उल्लंघन है, जिसके लिये आप प्रथम
दृष्टया दोषी है।
प्रश्नगत प्रकरण में अंतिम निर्णय लिये जाने से पूर्व जॉच अधिकारी की जॉच आख्या में आंशिक रूप से सिद्ध पाये गये
आरोप के क्रम में उत्तर प्रदेश सरकारी कर्मचारी (अनुशासन एवं अपील) नियमावली 1999 के नियम-9(4) के प्राविधान के
अनुसार जॉच अधिकारी/ उप निदेशक, समाज कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ द्वारा प्रेषित की गयी जॉच आख्या की
छायाप्रति
-2-
अपचारी कर्मचारी श्री वर्मा को निदेशालय पत्र संख्या-3425/स 0 क 0/स्था03/वै0 पत्रा0-65/2021-22 दिनांक 14-
03-2022 के माध्यम से प्रेषित करते हुए अभ्यावेदन /स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये, जिसका उत्तर अपचारी
कर्मचारी श्री वर्मा द्वारा अपने पत्र दिनांक 20-09-2022 द्वारा उपलब्ध कराया गया। जॉच अधिकारी द्वारा उपलब्ध करायी
गयी जॉच आख्या एवं पत्रावली में उपलब्ध अभिलेखो तथा अपचारी कर्मचारी द्वारा दिये गये लिखित उत्तर/ अभ्यावेदन का
अनुशीलन /परीक्षण करने पर पाया गया कि अपचारी कर्मचारी द्वारा अपने उत्तर में कोई नवीन तथ्य एवं अभिलेखीय साक्ष्य
प्रस्तुत नहीं किये गये, जिससे इनको दोषमुक्त किया जा सके ।
अतः अपचारी कर्मचारी श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक मुख्यालय के विरूद्ध संस्थित विभागीय अनुशासनिक
जॉंच कार्यवाही “एक वेतनवृद्धि स्थाई रूप से रोकते हुए” एतद्द्वारा समाप्त की जाती है ।
( राके श कु मार )
निदेशक ।
निदेशालय, समाज कल्याण, उत्तर प्रदेश ।
संख्या- /स 0 क 0/स्था03/वै0 पत्रा0-15/2022-23
लखनऊः दिनांकः दिसम्बर, 2022
प्रतिलिपि निम्नलिखित को सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषितः-
(5) योजनाधिकारी, शिक्षा अनुभाग-अ, मुख्यालय ।
(6) मुख्य/ वरिष्ठ कोषाधिकारी, जवाहर भवन, लखनऊ ।
(7) आहरण वितरण अधिकारी, मुख्यालय ।
(8) श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय ।
( आर 0 के 0 सिंह )
संयुक्त निदेशक,
कृ ते निदेशक ।
-78-
उप निदेशक/ संयुक्त निदेशक
कृपया सम्मख ु ओर क्रमांक-143 पर रक्षित श्री महेश दत्त शक्ु ला विवेचक/उ0नि0,
कोतवाली हजरतगंज कमिश्नरे ट, लखनऊ के पत्र दिनांक 15-09-2022 तथा क्रमांक-144 पर
रक्षित अनस्ु मारक पत्र दिनांक 20-11-2022 का अवलोकन करने का कष्ट करें , जिसके द्वारा
अवगत कराया गया है कि थाना स्थानीय पर पंजीकृत म0ु अ0सं0 360/2020 धारा
406/409/420/467/468/471/120बी भा0द0वि0 की विवेचना में प्रकाश में आए अभियक्त ु
तत्कालीन पटल सहायक श्री बाल गोविन्द वर्मा पत्रु श्री राम वर्मा नि0 57 न्यू गलि
ु स्ता कालोनी,
थाना चिनहट लखनऊ के विरूद्ध पर्याप्त साक्ष्य पाया जा रहा है। इस कारण विवेचक/उ0नि0
कोतवाली हजरतगजं द्वारा अपने उक्त पत्र दिनाक ं 15-09-2022 तथा अनस्ु मारक पत्र दिनाक ं 20-
11-2022 द्वारा श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मख्ु यालय के विरूद्ध आरोप पत्र प्रेषित
करने हेतु अभियोजन की स्वीकृति प्रदान करने का अनरु ोध किया गया है।
उक्त के सम्बन्ध में अवगत कराना है कि उपरोक्त प्रकरण में ही श्री बाल गोविन्द वर्मा,
प्रधान सहायक, मख्ु यालय के विरूद्ध सस्थि
ं त विभागीय जांच कार्यवाही को निदेशालय आदेश
संख्या-2592-93 दिनांक 02-12-2022 (क्रमांक-142) द्वारा समाप्त किया जा चक ु ा है।
इसी सन्दर्भ में उल्लेख करना है कि शासनादेश संख्या-2693/कार्मिक/1/80 दिनांक
18-02-1981 में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि “शासन का यह निर्णय है कि किसी
मामले में प्रथम दृष्टया जांच के बाद यदि साक्ष्य उपलब्ध हो जाता है तो सतर्क ता
अधिष्ठान को मामला सन्दर्भित करने के बजाय विभागीय कार्यवाही प्रारम्भ कर दी जानी
चाहिए” तथा शासनादेश संख्या-611/का-1-2005 दिनांक 19-07-2005 के प्रस्तर-3 में भी
उल्लेख किया गया है कि “विभागीय कार्यवाही के समाधान के उपरान्त यदि
अनियमिततायें इस प्रकार की है कि कोई आपराधिक कृत्य प्रथम दृष्टया सजि ृ त प्रतीत
होता है तो उस दशा में नियुक्ति प्राधिकारी इस सम्बन्ध में न्याय विभाग का मत प्राप्त कर
अभियोजन की कार्यवाही करें।” सम्बन्धी निर्देश दिये गये है।
उल्लेखनीय है कि विवेचक/उ0नि0, कोतवाली, हजरतगजं कमिश्नरे ट, लखनऊ द्वारा अपने
उक्त पत्र दिनाक
ं 15-09-2022 तथा अनस्ु मारक पत्र दिनाक ं 20-11-2022 के साथ प्रकरण से
सम्बन्धित अभिलेख/ साक्ष्य यथा के स डायरी, चार्जशीट आदि उपलब्ध नहीं करायी गयी है,
जिससे गणु -दोष की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है। अतः शासनादेश दिनांक 18-02-1981 तथा
शासनादेश दिनांक 19-07-2005 के आलोक में विवेचक के पत्र दिनांक 15-09-2022 द्वारा
चाही गयी अभियोजन स्वीकृति के पर्वू प्रकरण से सम्बन्धीत अभिलेख/ साक्ष्य मंगाया जाना
उचित होगा, कृपया प्रकरण पर अग्रिम कार्यवाही हेतु पत्रावली निदेशक महोदय के निर्णयार्थ प्रेषित
करना चाहें।
-77-
उप निदेशक/ संयुक्त निदेशक
कृपया गत नोट पष्ठृ संख्या-76 पर अकि ं त निदेशक महोदय की टीप दिनांक 10-11-2022
का अवलोकन करने का कष्ट करें , जिसके द्वारा प्रश्नगत प्रकरण में अपचारी कर्मचारी से अभ्यावेदन
प्राप्त किये जाने के निर्देश दिये गये हैं।
इस सम्बन्ध में अवगत कराना है कि निदेशालय पत्र संख्या-3525/ स0क0/ स्था03/
वै0पत्रा065/2021-22 दिनांक 14-03-2022 (क्रमांक-132) द्वारा अपचारी कर्मचारी श्री बाल
गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मख्ु यालय को जाँच अधिकारी उप निदेशक, समाज कल्याण,
लखनऊ मण्डल, लखनऊ की जाँच आख्या दिनांक 10-12-2021 की छायाप्रति प्रेषित करते हुए
अभ्यावेदन/ स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये थे, जिसके अनपु ालन में श्री वर्मा द्वारा
अपने अभ्यावेदन दिनांक 20-09-2022 (पताका-क) द्वारा अपना उत्तर उपलब्ध कराया है।
अतः जाँच अधिकारी द्वारा उपलब्ध करायी गयी जाँच आख्या तथा अपचारी कर्मचारी श्री
वर्मा द्वारा उपलब्ध कराये गये अभ्यावेदन का साराश ं निम्नवत हैः-
1- जाँच अधिकारी की जाँच आख्या दिनांक 10-12-2021 :-
जाँच अधिकारी की जाँच आख्या में उल्लेख किया गया है कि श्री वर्मा द्वारा छात्रा कु0 मनीषा
सिहं के बैंक डिटेल उपलब्ध करने सबं धं ी पत्र सस्ं था के अन्य छात्र को उपलब्ध कराने तथा सस्ं था
से हटकर किसी अन्य जनपद में खल ु े बैंक खाते में धनराशि अतं रित किये जाने हेतु अपचारी
कर्मचारी को आशि ं क रूप से दोषी पाया है।
2- अपचारी कर्मचारी द्वारा अपने अभ्यावेदन दिनांक 20-09-2022 द्वारा उपलब्ध कराया
गया उत्तर-
अपचारी कर्मचारी श्री बाल गोविन्द वर्मा ने अपने अभ्यावेदन दिनांक 20-09-2022 द्वारा
अवगत कराया है कि प्रबन्ध निदेशक अम्बर एवियेशन, इण्डिया, देहरादनू , उत्तराखण्ड द्वारा झठू ी
सचू ना देने तथा कु0 मनीषा सिंह द्वारा समय समय पर अद्यतन वास्तविक स्थिति से अवगत न
कराने एवं निदेशालय के योजनाधिकारी/ उच्च अधिकारी द्वारा मार्ग दर्शन न दिये जाने के कारण
उक्त घटना घटित हुई है। यदि किसी भी उच्च अधिकारी द्वारा तत्समय आपत्ति की गयी होती, तो
अनिवार्यतः जनपद से हटकर अन्य जनपद के बैंक खाते में धनराशि कदापि अन्तरित नहीं होती,
परन्तु ऐसा किसी स्तर से नहीं किया गया, जिसके लिए अके ले मझु े दोषी ठहराया जाना यक्ति ु यक्त
ु
नही है।
अतः जाँच अधिकारी द्वारा उपलब्ध करायी गयी जाँच आख्या दिनाक ं 10-12-2021
(क्रमाक ं 131) तथा अपचारी कर्मचारी श्री वर्मा द्वारा उपलब्ध कराये गये अभ्यावेदन दिनाक ं 20-
09-2022 (क्रमाक ं - 141) के क्रम में प्रकरण निर्णय लिये जाने हेतु पत्रावली पनु ः निदेशक
महोदय को भेजना चाहें।
-76-
उप निदेशक/ सयं ुक्त निदेशक
कृपया गत नोट पष्ठृ संख्या-75 पर अकि ं त निदेशक महोदय की टीप दिनांक
28-09-2022 का अवलोकन करने का कष्ट करें , जिसके द्वारा श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान
सहायक के विरूद्ध क्या-क्या आरोप सिद्ध पाये गये है, के सम्बन्ध में आख्या उपलब्ध कराने के
निर्देश दिये गये है।
उक्त के सम्बन्ध में उल्लेख करना है कि प्रश्नगत प्रकरण में निदेशालय पत्र संख्या-4090-
91 दिनाक ं 29-01-2014 द्वारा सस्ं था/ छात्रा से स्वीकृत धनराशि को अतं रित करने हेतु बैंक
खाता, बैंक का नाम आई0एफ0एस0सी0 कोड चाहा गया था। संस्था जिस जनपद/प्रदेश में स्थित
होती है धनराशि वहीं भेजी जाती है, परन्तु प्रश्नगत सस्ं था देहरादनू , उत्तराखण्ड में स्थित थी किन्तु
छात्रा का बैंक खाता आई0सी0आई0सी0आई0, बल ु न्दशहर में भेजा गया। श्री वर्मा द्वारा देहरादनू
उत्तराखण्ड से हटकर अन्य जनपद में खल ु े बैंक खाते में धनराशि अतं रण नियम संगत तरीके से न
कराये जाने के लिए जॉच अधिकारी ने अपनी जॉच आख्या में आशि ं क रूप से दोषी पाया है।
उक्त आरोपो के क्रम में अपचारी कर्मचारी नें अपने प्रार्थना पत्र/उत्तर दिनाक ं
20-09-2022 (क्रमांक-141) द्वारा अवगत कराया है कि निदेशक, अम्बर एवियेशन इण्डिया
प्र0लि0, देहरादनू ,उत्तराखण्ड के दिनाक
ं रहित पत्र जो निदेशक, समाज कल्याण, उत्तर प्रदेश को
सम्बोधित है को योजनाधिकारी द्वारा प्रशासनिक अधिकारी को मार्क किया गया। तदोपरान्त
प्रशासनिक अधिकारी द्वारा पटल सहायक (श्री वर्मा) को मार्क किया गया। तत्पश्चात उक्त पत्र के
माध्यम से उपलब्ध कराये गये बैंक खाते में ही शासन द्वारा स्वीकृत धनराशि को अतं रित किये
जाने की कार्यवाही वित्त नियंत्रक/ आहरण वितरण अधिकारी के माध्यम से आनलाईन ई-पेमेंट
करायी गयी थी।
अतः उक्त से निदेशक महोदय को अवगत कराने तथा प्रश्नगत प्रकरण पर अति ं म निर्णय हेतु
पत्रावली निदेशक महोदय के निर्णयार्थ प्रेषित करना चाहें।
उप निदेशक/ सयं ुक्त निदेशक
कृपया गत नोट पष्ठृ संख्या-75 पर अकि ं त निदेशक महोदय की टीप दिनांक
28-09-2022 का अवलोकन करने का कष्ट करें , जिसके द्वारा श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान
सहायक के विरूद्ध क्या क्या आरोप सिद्ध पाये गये है, के सम्बन्ध में आख्या उपलब्ध कराने
की अपेक्षा की गयी है।
उक्त के सम्बन्ध में उल्लेख करना है कि प्रश्नगत प्रकरण में दरूु पयोग हुई शासकीय
धनराशि रू0 27.50 लाख छात्रा कु0 मनीषा को उपलब्ध नहीं करायी गयी है और न ही उक्त
छात्रा द्वारा पाइलट का कोर्स उक्त संस्था से पर्णू किया गया है। उक्त धनराशि बाहरी व्यक्ति
श्री श्रवण कुमार जिसके द्वारा सस्ं था/ छात्रा से बैंक खाता, बैंक का नाम आई0एफ0एस0सी0
कोड जो निदेशालय पत्र दिनांक 29-01-2014 के माध्यम से मॉगा गया था, की दोनों प्रतियां
प्राप्त की गयी थी, के द्वारा ही छात्रा के नाम फर्जी खाता खोलकर निकाली गयी है। श्री बाल
गोविन्द वर्मा, पटल सहायक द्वारा उक्त बाहरी व्यक्ति श्री श्रवण कुमार को नियम विरूद्ध तरीके
से निदेशालय पत्र सख्ं या-4090-91 दिनाक ं 29-01-2014 प्राप्त कराने तथा सन्दर्भित प्रकरण में
धनराशि का अतं रण देहरादनू , उत्तराखण्ड स्थित प्रश्नगत संस्था से हटकर अन्य जनपद में खल
ु े
छात्रा के बैंक खाते में अतं रित कराये जाने के लिए जॉच अधिकारी ने अपनी जॉच आख्या में
आंशिक रूप से दोषी पाया है।
अतः उक्त से निदेशक महोदय को अवगत कराने तथा प्रश्नगत प्रकरण पर अति
ं म
निर्णय हेतु पत्रावली निदेशक महोदय के निर्णयार्थ प्रेषित करना चाहें।
उप निदेशक/ सयं ुक्त निदेशक
कृपया सम्मख ु ओर क्रमांक-141 पर रक्षित श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक,
मख्ु यालय के प्रार्थना पत्र दिनाक
ं 20-09-2022 का अवलोकन करने का कष्ट करें , जिसके
द्वारा निदेशालय पत्र संख्या-3425/स0क0/स्था03/वै0पत्रा065/2021-22 दिनांक 14-03-
2022 द्वारा निर्गत स्पष्टीकरण का उत्तर उपलब्ध कराया गया है।
उक्त के सम्बन्ध में अवगत कराना है कि श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक
मख्ु यालय द्वारा शिक्षा अनभु ाग में कार्यरत रहते हुए वित्तिय वर्ष 2014-15 में अनसु चि
ू त जाति
दशमोदत्तर छात्रवत्ति
ृ योजनान्तर्गत बरती गयी वित्तीय अनियमितताओ ं के लिए निदेशालय
कार्यालय ज्ञाप संख्या- 970-70/स0क0/स्था03/ वै0पत्रा0-65/2020-21 दिनांक 29-10-2020
द्वारा प्रकरण की जॉच हेतु उप निदेशक, समाज कल्याण, लखनउ मण्डल, लखनऊ को जॉच
अधिकारी नामित करते हुए निदेशालय पत्र सख्ं या-969/स0क0/ स्था03/ वै0पत्रा0-65/2020-21
दिनांक 29-10-2020 द्वारा आरोप पत्र निर्गत करते हुए 01 आरोप से आरोपित किया गया। जाँच
अधिकारी उप निदेशक, समाज कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ ने अपने कार्यालय के पत्र
सख्ं या-2316/स0क0/जाँच आख्या/2021-22 दिनाक ं 10-12-2021 द्वारा अपनी जाँच आख्या
निदेशालय उपलब्ध करायी गयी, जिसमें श्री वर्मा के विरूद्ध लगाया गया एक आरोप आशि ं क
रूप से सिद्ध पाया गया है, सिद्ध पाये गये आरोप के क्रम में निदेशालय पत्र सख्ं या-
3425/स0क0/स्था03/वै0पत्रा065/2021-22 दिनांक 14-03-2022 अपचारी कर्मचारी श्री
बाल गोविन्द वर्मा से उनका स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये जिसका उत्तर श्री
वर्मा ने अपने प्रार्थना पत्र दिनाक
ं 20-09-2022 द्वारा उपलब्ध करायी गयी है।
श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मख्ु यालय ने अपने प्रार्थना पत्र दिनांक
20-09-2022 द्वारा अवगत कराया है कि “ निदेशालय पत्र सख्ं या-4090/स0क0/शिक्षा-
अ/सी0पी0एल0/ 2013-14, दिनांक 29-01-2014 प्रबन्ध निदेशक, अम्बर एवियेशन,
इण्डिया प्रा0लि0 38 बसंत विहार फे ज-2, देहरादनू , उत्तराखण्ड-248001 को सम्बोधित
तथा कु0 मनीषा सिहं पत्रु श्री राम स्वरूप सिहं , निवासी-545 क/5 डी-61 श्रीकृष्ण परु म,्
न्यपू ारा, राजाजीपरु म, लखनऊ को प्रतिपष्ठृ ांकित पत्र एक अनजान बाहरी व्यक्ति श्री श्रवण
कुमार को प्राप्त कराये जाने के सम्बन्ध में कही गयी बात सही नहीं है, चॅकि ू श्री श्रवण कुमार
भी ग्रपु कै प्टन, एकाडमी आफँ एवियेशन बाबल्ु ड बैंक आफँ तापी रिवर, मम्ु बई-आगरा रोड,
शिरपरु जनपद-धल ु े, महाराष्ट्र-425405 का प्रशिक्षार्थी था, जो हमेशा छात्रवत्ति ृ / शल्ु क
प्रतिपर्ति
ू हेतु निदेशालय आता रहता था, यदि श्री श्रवण कुमार द्वारा प्रश्नगत निदेशालय पत्र
प्रबन्ध निदेशक को प्राप्त नहीं कराया गया होता, तो वांछित सचू ना प्रबन्ध निदेशक, अम्बर
एवियेशन, इण्डिया प्रा0लि0 38 बसंत विहार फे ज-2, देहरादनू , उत्तराखण्ड-248001 ने
अपने दिनाक ं रहित पत्र जो निदेशक, समाज कल्याण, 3 प्राग नरायण रोड, लखनऊ-
226001 को सम्बोधित है, के द्वारा कु0 मनीषा सिंह का खाता संख्या-191601501128,
बैंक नाम-आई0सी0आई0सी0आई बैंक, ब्राचं कोड-ICIC001916 अकि ं त था, कै से प्रेषित
की गयी।
प्रश्नगत प्रबन्ध निदेशक के पत्र को योजनाधिकारी श्री विश्वेश्वर सिहं द्वारा हस्ताक्षर एवं
दिनाक ं 17-02-2014 अकि ं त करते हुए प्रशासनिक अधिकारी (शिक्षा) को मार्क किया गया
तथा दिनांक 18-02-2014 को प्रशासनिक अधिकारी द्वारा मझु े मार्क किया गया। प्रबन्ध
निदेशक, अम्बर एवियेशन, इण्डिया प्रा0लि0 38 बसतं विहार फे ज-2, देहरादनू , उत्तराखण्ड-
248001 द्वारा दिनांक रहित एक अन्य पत्र भी निदेशक, समाज कल्याण, उत्तर प्रदेश को
सम्बोधित के अन्तर्गत स्टूडेन्ट नाम-मनीषा सिंह, एकाउन्ट नं0-191601501128, बैंक नाम
आई0सी0आई0सी0आई0, ब्रान्च नाम-बल ु न्दशहर, ब्रान्च कोड-001916,
आई0एफ0एस0सी0कोड- ICIC001916 तथा एम0आई0सी0आर0 कोड-203229002
अकि ं त कर प्रेषित किया गया। तत्क्रम में निदेशालय पत्र सख्ं या-4371/स0क0/ शिक्षा-
अ/सी0पी0एल0/2013-14, दिनांक 20-02-2014 वित्त नियंत्रक, मख्ु यालय को सम्बोधित
द्वारा दो प्रशिक्षणार्थी श्री भानु प्रकाश सौन एवं कु0 मनीषा सिहं का बैंक डिटेल प्राप्त हो जाने
का उल्लेख करते हुए तत्कालीन निदेशक श्री देवेन्द्र नाथ वर्मा के हस्ताक्षर से श्री भानु प्रकाश
सौन एवं कु0 मनीषा सिहं को सी0पी0एएल0 प्रशिक्षण कोर्स हेतु स्वीकृत धनराशि इनके नाम
के सम्मख ु अकि ं त बैंक खाते में भिजवाने के निर्देश दिये गये तथा लेखानभु ाग के पत्र संख्या-
सी-3899/स0क0/लेखा-बजट/अन0ु जा0 दशमोत्तर छात्रवत्ति ृ /2013-14, दिनांक 26-02-
2014 द्वारा आहरण वितरण अधिकारी, मख्ु यालय को ई-पेमेन्ट के माध्यम से स्थानान्तरित
कर लेखा-अनभु ाग को अवगत कराये जाने के निर्देश दिये गये।
निदेशालय पत्र संख्या-4710/स0क0/शिक्षा-अ/सी0पी0एल0/2013-14 दिनांक 11-
03-2014 द्वारा प्रबन्ध निदेशक, अम्बर एवियेशन, इण्डिया प्रा0लि0, 38 बसतं विहार फे ज-
2, देहरादनू , उत्तराखण्ड 248001 को अवगत कराया गया कि कु0 मनीषा सिंह को
सी0पी0एल0 प्रशिक्षण कोर्स हेतु शल्ु क प्रतिपर्ति ू की धनराशि उनके बैंक खाते में
स्थानान्तरित की जा चक ु ी है तथा संस्था और छात्र के बीच अनबु न्ध पत्र की मल ू प्रति संलग्न
कर आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित की गयी, जिसके क्रम में प्रबन्ध निदेशक, अम्बर
एवियेशन, इण्डिया प्रा0लि0 38 बसतं विहार फे ज-2, देहरादनू , उत्तराखण्ड-248001 ने
निदेशक, समाज कल्याण, 3 प्राग नरायण रोड, लखनऊ-226001 को सम्बोधित दिनांक
रहित पत्र द्वारा अवगत कराया कि कु0 मनीषा सिहं वर्तमान में अवकाश पर हैं उनके वापस
आने पर अवगत कराया जायेगा। इस प्रकार से प्रबन्ध निदेशक, अम्बर एवियेशन, इण्डिया,
प्रा0लि0, 38 बसंत विहार फै ज-2, देहरादनू , उत्तराखण्ड-248001 द्वारा निदेशक, समाज
कल्याण, उत्तर प्रदेश को झठू ी सचू ना दिये जाने के फलस्वरूप नियम विरूद्ध धनराशि
स्थान्तरित हो गयी, जिसके लिए पर्णू रूप से प्रबन्ध निदेशक एवं कु0 मनीषा सिंह जिम्मेदार
है।
चकि
ंू कु0 मनीषा सिहं द्वारा छात्रवत्ति
ृ एवं शल्ु क प्रतिपर्ति ू हेतु आवेदन किया गया था,
तो इनकी भी पर्णू जिम्मेदारी बनती है कि समय-समय पर वास्तविक अद्यतन स्थिति से
अवगत कराती रहती परन्तु कु0 मनीषा सिहं द्वारा यह कदापि नहीं किया गया तथा बिना
सचू ना दिये एवियेशन कोर्स को छोड़ कर अन्य कोर्स करने लगी। कु0 मनीषा सिहं यदि समय-
समय से यह अवगत कराया गया होता, तो नियम विरूद्ध धनराशि अन्तरित होने से बच
जाती। इसी प्रकार जनपद देहरादनू से हटकर किसी अन्य जनपद में खल ु े बैंक खाते में धनराशि
अन्तरित किये जाने के सम्बन्ध में निदेशालय के सम्बन्धित योजनाधिकारी/उच्च
अधिकारियों के सज्ञं ान में होने के बावजदू भी कोई उच्च अधिकारी द्वारा यह प्रश्न नहीं किया
गया, कि संस्था जनपद से हटकर अन्य जनपद के बैंक खाते में धनराशि अन्तरित करना
नियम विरूद्ध है।
अतः उपरोक्त से स्पष्ट है कि प्रबन्ध निदेशक, अम्बर एवियेशन, इण्डिया, प्रा0लि0,
38 बसंत विहार फै ज-2, देहरादनू , उत्तराखण्ड-248001 द्वारा झठू ी सचू ना देने तथा कु0
मनीषा सिहं द्वारा समय-समय पर अद्यतन वास्तविक स्थिति से अवगत न कराने एवं
निदेशालय के योजनाधिकारी/उच्च अधिकारी द्वारा मार्ग दर्शन न दिये जाने के कारण उक्त
घटना घटित हुई है। यदि किसी भी उच्च अधिकारी द्वारा तदस् मय आपत्ति की गयी होती तो
अनिवार्यतः जनपद से हटकर अन्य जनपद के बैंक खाते में धनराशि कदापि अन्तरित नहीं
होती। परन्तु ऐसा किसी स्तर से नहीं किया गया, जिसके लिए अके ले मझु े ही दोषी ठहराया
जाना यक्ति
ु यक्त
ु नही है। मै पर्णू तया निर्दोष हॅ।ू मेरे द्वारा सत्य, निष्ठा एवं लगन से सदैव अपने
कर्तव्यो का निर्वहन किया गया है। कृपया मझु े आरोप मक्त ु करने का कष्ट करें ।“
अतः जाँच अधिकारी, उप निदेशक, समाज कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ द्वारा
उपलब्ध करायी गयी जाँच आख्या तथा पत्रावली के नोटपष्ठृ सख्ं या-68 पर सयं क्त ु निदेशक/
योजनाधिकारी शिक्षा-अ द्वारा दिये गये मतं व्य व अपचारी कर्मचारी श्री वर्मा द्वारा उपलब्ध
कराये उत्तर दिनांक 20-09-2022 के क्रम में श्री वर्मा के विरूद्ध प्रचलित विभागीय
अनशु ासनिक जॉच कार्यवाही पर निर्णय हेतु पत्रावली निदेशक महोदय को प्रेषित करना चाहें।
उप निदेशक/ संयुक्त निदेशक
कृ पया सम्मुख ओर क्रमांक-139 पर रक्षित कार्यालय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, लखनऊ के पत्र संख्या-
8287 दिनांक 06-04-2022 का अवलोकन करने का कष्ट करें, जिसके द्वारा श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान
सहायक, मुख्यालय के चिकित्सा प्रतिपूर्ति दावा रू0- 43,522/- (रू0 तैंतालीस हजार पॉच सौ बाईस) के
भुगतान की स्वीकृ ति प्रदान की गयी है।
उक्त के सम्बन्ध में उल्ले ख करना है कि निदे शालय पत्रांक- 3535, दिनांक
31-03-2022 द्वारा कुल रू0- 50,782/- के बिल वाउचर्स/ अनिवार्यता प्रमाण पत्र
कार्यालय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, लखनऊ को भे जते हुये चिकित्सा पर व्यय धनराशि
की प्रतिपूर्ति की सं स्तु ति मां गी गयी है । तत्क् रम में उनके उक्त पत्रांक- 8287,
दिनांक 06-04-2022 द्वारा कुल रू0- 43,522/- (रू0 तैंतालीस हजार पॉच सौ बाईस) की
सं स्तु ति के क् रम में श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मु ख्यालय द्वारा चिकित्सा पर
व्यय हुई धनराशि रू0- 43,522/- (रू0 तैंतालीस हजार पॉच सौ बाईस) के प्रतिपूर्ति/आहरण
किये जाने हे तु आले ख प्रस्तु त है । कृपया सहमति की दशा में प्रस्तु त आले ख पर
सं युक्त निदे शक के माध्यम से निदे शक महोदय के हस्ताक्षर/ अनु मोदन कराना चाहें ।
आदे श
श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मु ख्यालय द्वारा अपने पिता जी का ईलाज आइकन
हॉस्पिटल, जानकी पुरम, लखनऊ के डॉ0 डी0के 0 वत्सल, एम0बी0बी0एस0, एम0एस0 से दिनांक 27-11-
2021 से 27-12-2021 तक वाह्य रोगी के रूप में तथा अपनी पत्नी का ईलाज संजीवनी डेन्टल क्लीनिक,
कमता, लखनऊ के डॉ0 डी0सी0 चौधरी, बी0डी0एस0 से दिनांक 19-01-2022 से 18-02-2022 तक
वाह्य रोगी के रूप में कराया गया जिसपर क्रमशः रू0- 23,182/- तथा रू0- 27,600/- कुल रू0-
50,782/- की धनराशि व्यय हुई है । कार्यालय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, लखनऊ ने अपने
पत्र सं ख्या- 8287 दिनांक 06-04-2022 द्वारा कुल रू0- 43,522/- (रू0 तैंतालीस हजार
पॉच सौ बाईस) की दे य धनराशि की प्रतिपूर्ति की सं स्तु ति प्रदान की गयी है । प्रदत्त
सं स्तु ति के आधार पर उक्त धनराशि के भु गतान की स्वीकृति उत्तर प्रदे श सरकारी
कर्मचारी (चिकित्सा परिचर्या) (द्वितीय सं शोधन) नियमावली 2016 व चिकित्सा
अनु भाग-6 की अधिसूचना सं ख्या-365/2016/ 3124/पांच-6-2016-19 जी/16,
दिनांक 27-12-2016 में निहित व्यवस्थानु सार एतद्द्वारा प्रदान की जाती है ।
2- उपर्युक्त पर होने वाला व्यय चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 के अनु दान सं ख्या-
80 के निम्न ले खाशीर्षक के नामे डाला जाये गाः-
3- : अनु सचि ू त जातियों, अनु सचि ू त जनजातियों और अन्य पिछड़े वर्गो का
आहरण कल्याण ।
वितरण : अनु सचि ू त जातियों का कल्याण ।
: निदे शन एवं प्रशासन ।
: मु ख्यालय अधिष्ठान ।
: चिकित्सा व्यय ।
अधिकारी, मु ख्यालय द्वारा कुल रू0- 43,522/- (रू0 तैंतालीस हजार पॉच सौ बाईस) की
धनराशि मु ख्य कोषागार, जवाहर भवन, लखनऊ से आहरित कर
श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मु ख्यालय को भु गतान की जाये गी। उक्त उपचार
से सं बंधित बिल बाउचर्स मूल रूप में सं लग्न हैं । यहाँ यह भी उल्ले ख करना है कि
सं बंधित बिलों के भु गतान की स्वीकृति इससे पूर्व नही प्रदान की गयी है ।
संलग्नक: यथोक्त ।
( राकेश कुमार )
निदे शक।
निदे शालय, समाज कल्याण, उत्तर प्रदे श।
सं ख्या- /स0क0/स्था03/वै 0प0-65/2022-23,
लखनऊ: दिनांक: अप्रैल, 2022
प्रतिलिपि निम्नलिखित को सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हे तु प्रेषित।
1- मु ख्य/ वरिष्ठ कोषाधिकारी, जवाहर भवन, लखनऊ।
2- आहरण वितरण अधिकारी, मु ख्यालय।
3- सं बंधित कर्मचारी, मु ख्यालय।
( आर0 के0 सिंह )
सं युक्त निदे शक,
कृते निदे शक।
उपनिदे शक/ संयुक्त निदे शक
कृपया सम्मु ख ओर क् रमांक-137 एवं क्रमांक 138 पर रक्षित श्री बाल गोविन्द वर्मा,
प्रधान सहायक, मु ख्यालय के प्रार्थना पत्र दिनांक 10-01-2022 तथा 10-03-2022
का अवलोकन करने का कष्ट करें , जिसके द्वारा उन्होंने अपने पिता जी का ईलाज आइकन
हॉस्पिटल, जानकी पुरम, लखनऊ के डॉ0 डी0 के 0 वत्सल, एम 0 बी0 बी0 एस 0, एम 0 एस 0 से दिनांक 27-
11-2021 से 27-12-2021 तक वाह्य रोगी के रूप में तथा अपनी पत्नी का ईलाज संजीवनी डेन्टल क्लीनिक,
कमता, लखनऊ के डॉ0 डी0 सी0 चौधरी, बी0 डी0 एस 0 से दिनांक 19-01-2022 से 18-02-2022 तक
वाह्य रोगी के रूप में कराया गया जिसपर क्रमशः रू0- 23,182/- तथा रू0- 27,600/- कुल रू0-
50,782/- (रू0 पचास हजार सात सौ बयासी मात्र) की धनराशि व्यय हुई, जिसके बिल
वाउचर्स/ अनिवार्यता प्रमाण पत्र प्रस्तु त करते हुए व्यय हुई धनराशि की
प्रतिपूर्ति किये जाने का अनु रोध किया गया है ।
श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक ने अपने शपथ पत्र (क्रमांक-135) दिनांक
27-01-2022 में क्रमांक-02 पर स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि इनके पिता श्री लछिराम वर्मा किसी
शासकीय/ अर्धशासकीय/ किसी अन्य व्यवसाय में सेवारत नहीं है तथा शपथी (श्री बाल गोविन्द वर्मा) पर पूर्णतया
आश्रित है।।
उक्त बिल वाउचर्स/ अनिवार्यता प्रमाणपत्र तकनीकि परीक्षण हे तु मुख्य
चिकित्सा अधिकारी, लखनऊ को भे जा जाना है । तदनु सार आले ख प्रस्तु त है । कृपया
सहमति की दशा में प्रस्तु त आले ख पर सं युक्त निदे शक के हस्ताक्षर करना चाहें ।
प्रेषक,
निदे शक,
समाज कल्याण,
उत्तर प्रदे श।
से वा में ,
मु ख्य चिकित्साधिकारी,
लखनऊ ।
पत्रांक- /स 0 क 0/स्था0-3/वै 0 पत्रा0-65/2021-22,
लखनऊ: दिनांक: मार्च, 2022
विषय- चिकित्सा प्रतिपूर्ति के सम्बन्ध में ।
महोदय,
कृपया उपरोक्त विषयक श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मु ख्यालय के
प्रार्थना पत्र दिनांक 10-01-2022 तथा 10-03-2022 का अवलोकन करने का कष्ट
करें , जिसके द्वारा उन्होंने अपने पिता जी का ईलाज आइकन हॉस्पिटल, जानकी पुरम, लखनऊ के डॉ0
डी0 के 0 वत्सल, एम 0 बी0 बी0 एस 0, एम 0 एस 0 से दिनांक 27-11-2021 से 27-12-
2021 तक वाह्य रोगी के रूप में तथा अपनी पत्नी का ईलाज संजीवनी डेन्टल क्लीनिक, कमता, लखनऊ के डॉ0
डी0 सी0 चौधरी, बी0 डी0 एस 0 से दिनांक 19-01-2022 से 18-02-2022 तक वाह्य रोगी के रूप में
कराया गया जिसपर क्रमशः रू0- 23,182/- तथा रू0- 27,600/- कुल रू0- 50,782/- (रू0 पचास
हजार सात सौ बयासी मात्र) की धनराशि व्यय हुई, जिसके बिल वाउचर्स/ अनिवार्यता
प्रमाण पत्र प्रस्तु त करते हुए व्यय हुई धनराशि की प्रतिपूर्ति किये जाने का
अनु रोध किया गया है ।
अतः आपसे अनु रोध है कि श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मु ख्यालय के
प्रार्थना-पत्र के साथ सं लग्न व्यय वाउचर्स, अनिवार्यता प्रमाण-पत्र मूल रूप में
वापसी अपे क्षित सं लग्न कर भे जते हुये अनु रोध है कि उत्तर प्रदे श सरकारी
कर्मचारी चिकित्सा (परिचर्या) (प्रथम सं शोधन) नियमावली 2014 व चिकित्सा
अनु भाग-6 के शासनादे श सं ख्या 474/पॅ ाच-6-14-1082/87 टी0 सी0 दिनांक 04-03-
2014 में निहित प्राविधानों के अनु सार चिकित्सा पर व्यय हुई धनराशि रू0-
50,782/- (रू0 पचास हजार सात सौ बयासी मात्र) के चिकित्सा प्रतिपूर्ति दावे का तकनीकी
परीक्षण कर दे य धनराशि की सं स्तु ति प्रदान करने का कष्ट करें ।
संलग्नक: यथोक्त ।
भवदीय,
( आर 0 के0 सिंह )
सं युक्त निदे शक,
कृते निदे शक।
उपनिदेशक/ सयं ुक्त निदेशक
कृपया गत नोट पष्ठृ सख्ं या-68 पर अकि ं त निदेशक महोदय की टीप दिनाक ं 03-
03-2022 का अवलोकन करने का कष्ट करें , जिसके द्वारा पटल सहायक से स्पष्टीकरण लेकर
प्रस्ततु करें , सबं धं ी निर्देश दिये गये है।
अतः उक्त निर्देश के क्रम में श्री बाल गोविन्द, प्रधान सहायक, मख्ु यालय को स्पष्टीकरण
प्रेषित किये जाने सम्बन्धी पत्र का आलेख प्रस्ततु है, कृपया सहमति की दशा में प्रस्ततु आलेख
पर निदेशक महोदय का अनमु ोदन/ हस्ताक्षर कराना चाहें।
निदेशालय, समाज कल्याण, उत्तर प्रदेश ।
पत्र संख्या- /स0क0/स्था03/वै0पत्रा0-65/2021-22,
लखनऊ: दिनाक
ं : मार्च, 2022
श्री बाल गोविन्द वर्मा,
प्रधान सहायक,
मख्ु यालय ।
स्पष्टीकरण
आप द्वारा वर्ष 2014-15 में निदेशालय स्तर पर शिक्षा अनभु ाग-अ में अनसु चि ू त जाति
दशमोत्तर छात्रवत्ति
ृ योजनान्तर्गत अम्बर एवियेशन इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड, 38 बसंत बिहार
फे स-2, देहरादनू , उत्तराखण्ड में प्रवेशित कु0 मनीषा सिंह की छात्रवत्ति ृ एवं शल्ु क प्रतिपर्ति
ू की
प्रेषित धनराशि रू0- 27.50 लाख के भगु तान हेतु बैंक खाता विवरण माँगने से सम्बन्धी पत्र एक
अजं ान बाहरी व्यक्ति श्री श्रवण कुमार को प्राप्त कराया गया, संस्था से छात्र का बैंक खाते का
विवरण जनपद बल ु न्दशहर से सम्बन्धित होते हुए भी छात्रवत्ति ृ एवं शल्ु क प्रतिपर्ति
ू धनराशि
बल ु न्दशहर को भिजवाने की कार्यवाही आप द्वारा करायी गयी, जो नियम विरूद्ध थी, जिसके लिए
आप प्रथम दृष्टया दोषी पाये गये और आपके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही सस्थि ं त करते हुए
निदेशालय कार्यालय ज्ञाप संख्या- 970-71/स 0 क 0/स्था03/वै0 पत्रा0-65/2020-21 दिनांक
29-10-2020 द्वारा आरोप पत्र निर्गत करते हुए प्रकरण की जॉच हेतु उप निदेशक, समाज
कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ को जॉच अधिकारी नामित किया गया। जाँच अधिकारी ने
नियमानसु ार जॉच कार्यवाही पर्णू कर अपने कार्यालय के पत्र सख्ं या-2316/स 0 क 0/जाँच
आख्या/2021-22 दिनांक 10-12-2021 द्वारा अपनी जाँच आख्या निदेशालय उपलब्ध करायी
गयी, जिसमें आपके विरूद्ध लगाया गया एक आरोप आशि ं क रूप से सिद्ध पाया गया है।
अतः उपरोक्त के परिप्रेक्ष्य में जाँच अधिकारी की जाँच आख्या की छायाप्रति भेजते हुए
आपसे अपेक्षा की जाती है कि अपना स्पष्टीकरण 15 कार्यदिवस में अधोहस्ताक्षरी को उपलब्ध
कराना सनि ु श्चित करें ताकि प्राप्त जाँच आख्या के अनसु ार प्रश्नगत प्रकरण में अति
ं म निर्णय लिया
जा सके ।
संलग्नकः यथोक्त ।
( राके श कुमार )
निदेशक।
उप निदेशक/ सयं ुक्त निदेशक
कृपया सम्मख ु ओर क्रमांक- 132 पर रक्षित श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक,
मख्ु यालय के प्रार्थना-पत्र दिनांक 07-03-2022 का अवलोकन करने का कष्ट करें , जिसके द्वारा
श्री वर्मा ने अवगत कराया है माता वैष्णो देवी के दर्शन हेतु जम्मू जाना है जिस कारण इन्होने
दिनांक 21-03-2022 से दिनांक 25-03-2022 तक कुल 05 ( पाँच ) दिन का उपार्जित
अवकाश स्वीकृत करने हेतु अनरु ोध किया गया है।
उक्त के सम्बन्ध में उल्लेख करना हे कि श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक के
अवकाश लेखे में कुल 300 दिन का उपार्जित अवकाश शेष है। उक्त 05 दिन का अवकाश
स्वीकृत करने के उपरान्त कुल 295 दिन का उपार्जित अवकाश शेष रह जायेगा तदनसु ार
अवकाश स्वीकृति सम्बन्धी आलेख प्रस्ततु है। कृपया सहमति की दशा में प्रस्ततु आलेख पर
संयक्त
ु निदेशक के माध्यम से निदेशक महोदय का अनमु ोदन/ हस्ताक्षर कराना चाहें।
आदेश
श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मख्ु यालय को दिनाक
ं 21-03-2022 से दिनाक ं
25-03-2022 तक कुल 05 ( पाँच ) दिन का उपार्जित अवकाश वित्तीय हस्तपस्ति ु का खण्ड-2
भाग-2 से 4 के मलू नियम-81 बी (1) के अन्तर्गत पर्णू वेतन पर एतदद्व् ारा स्वीकृत किया जाता है।
साथ ही उक्त अवकाश के पर्वू एवं पश्चात पड़ने वाले राजकीय अवकाश को उपभोग करने की
अनमु ति मल ू नियम-68 के अतं र्गत प्रदान की जाती है।
उपरोक्त अवकाश स्वीकृति के पश्चात् इनके अवकाश लेखे में 295 दिन का उपार्जित
अवकाश अवशेष रह जायेगा। यदि श्री बाल गोविन्द वर्मा उक्त अवकाश पर न जाते तो वे अपने
पद पर बने रहते।
( राके श कुमार )
निदेशक ।
निदेशालय, समाज कल्याण, उत्तर प्रदेश ।
सख्ं या- /स0क0/स्था03/वै0पत्रा0-65/2021-22,
लखनऊ: दिनांक: मार्च, 2022
प्रतिलिपि निम्नलिखित को सचू नार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषितः-
1- मख्ु य/ वरिष्ठ कोषाधिकारी, जवाहर भवन, लखनऊ।
2- आहरण वितरण अधिकारी, मख्ु यालय।
3- सबं धि
ं त योजनाधिकारी, मख्ु यालय।
4- संबंधित कर्मचारी, मख्ु यालय।
( आर0 के 0 सिंह )
सयं क्त
ु निदेशक,
कृते निदेशक।
उपनिदेशक/ सयं ुक्त निदेशक
कृपया गत नोट पष्ठृ सख्ं या- 62-63 पर अकि ं त निदेशक महोदय की टीप दिनाक ं 12-01-
2022 का अवलोकन करने का कष्ट करें , जिसके द्वारा प्रकरण वित्तीय तथ्य से सबं ंधित होने, तथा
धनराशि का अन्तरण गलत तरीके से किया गया है, इसके लिए पटल सहायक एवं सबं धि ं त
अधिकारी का दोष प्रमाणित होता है। धनराशि की वसल ू ी सम्बन्धित छात्रों से की जाय साथ ही
उत्तरदायी अधिकारी एवं कर्मचारी कौन-कौन है, स्पष्ट करने के निर्देश दिये गये है।
इस सम्बन्ध में अवगत कराना है कि प्रश्नगत प्रकरण में वर्ष 2014-15 में अनसु चि ू त जाति
दशमोत्तर छात्रवत्ति
ृ योजनान्तर्गत अम्बर एवियेशन इण्डिया प्राइवेट लि0 बसन्त बिहार फे ज-2
देहरादनू उत्तराखण्ड में प्रवेशित छात्रा कु0 मनीषा सिंह की छात्रवत्ति
ृ एवं शल्ु क प्रतिपर्ति
ू हेतु प्रेषित
धनराशि रू0 27.50 लाख के भगु तान हेतु बैंक खाता विवरण सम्बन्धित सस्ं था से मँगाने हेतु
निदेशालय पत्र संख्या-4090-91 दिनांक 29-01-2014 एक बाहरी अजं ान व्यक्ति श्री श्रवण
कुमार को प्राप्त कराया गया, उक्त बाहरी व्यक्ति द्वारा छात्रा कु0 मनीषा के बैंक खाते का विवरण
जनपद बल ु न्दशहर में खल ु वाकर भिजवाया गया जबकि छात्रा जनपद- लखनऊ की निवासी थी।
इस प्रकार श्री श्रवण कुमार बाहरी व्यक्ति द्वारा छात्रा का फर्जी खाता खलु वाकर शासकीय धनराशि
रू0 27.50 लाख को गबन/ दरूु पयोग किया गया है। उक्त बाहरी व्यक्ति को संस्था से निदेशालय
पत्र संख्या-4090-91 दिनांक 29-01-2014 द्वारा संस्था से मांगे गये बैंक खाते का विवरण एवं
छात्रा के निवास के पते पर भेजे गये पत्र की प्रति (दोनो पत्रों) को बाहरी व्यक्ति को पटल सहायक
श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मख्ु यालय द्वारा उपलब्ध कराया है। उक्त अवधि में
सम्बन्धित अधिकारी श्री आर 0 एन 0 सिहं , प्रशासनिक अधिकारी जो दिनाक ं 30-11-2017 को
सेवानिवत्तृ हो चक ु े है तथा योजनाधिकरी श्री विशेश्वर सिंह उप निदेशक, मख्ु यालय थे, वह भी
दिनाकं 30-01-2015 को सेवानिवत्तृ हो चक ु े हैं।
प्रश्नगत प्रकरण में दरूु पयोग हुई शासकीय धनराशि रू0 27.50 लाख छात्रा कु0 मनीषा
को उपलब्ध नहीं करायी गयी है और न ही उक्त छात्रा द्वारा पाइलट का कोर्स उक्त सस्ं था से पर्णू
किया गया है। उक्त धनराशि बाहरी व्यक्ति श्री श्रवण कुमार जिसके द्वारा संस्था/ छात्रा से बैंक
खाता, बैंक का नाम आई 0 एफ 0 एस 0 सी0 कोड जो निदेशालय पत्र दिनाक ं 29-01-2014 के
माध्यम से मॉगा गया था, की दोनों प्रतियां प्राप्त की गयी थी, के द्वारा ही छात्रा के नाम फर्जी खाता
खोलकर निकाली गयी है। श्री बाल गोविन्द वर्मा, पटल सहायक बाहरी व्यक्ति को नियम विरूद्ध
तरीके से निदेशालय पत्र संख्या-4090-91 दिनांक 29-01-2014 प्राप्त कराने के लिए जॉच
अधिकारी ने अपनी जॉच आख्या में आशि ं क रूप से दोषी पाया है। इस प्रकार उपरोक्त वर्णित
स्थिति के क्रम में जॉच अधिकारी की जॉच आख्या पर निर्णय लेने हेतु पत्रावली निदेशक महोदय
को भेजना चाहें।
उपनिदेशक/ सयं ुक्त निदेशक
कृपया नोटपष्ठृ सख्ं या- 62-63 पर अकि ं त निदेशक महोदय की टीप दिनाक ं 12-01-2021
का अवलोकन करने का कष्ट करें , के क्रम में उल्लेख करना है किः-
1- कु0 मनीषा सिंह छात्रा अम्बर एवियेशन इण्डिया प्राइवेट लिमिटे ड, 38 बसंत बिहार
फेस-2, देहरादून, उत्तराखण्डः-
A- जॉच अधिकारी ने अपनी जॉच आख्या दिनांक 10-12-2021 में उल्लेख किया है
कि कु0 मनीषा सिहं पत्रु ी श्री राम स्वरूप सिहं छात्रा अम्बर एवियेशन इण्डिया प्राइवेट
लिमिटेड, देहरादनू , उत्तराखण्ड को कामर्शियल पायलट ट्रेनिंग कोर्स हेतु रू0 27.50 लाख
की छात्रवत्ति
ृ एवं शल्ु क प्रतिपर्तिू की धनराशि का भगु तान किया जाना था।
B- कु0 मनीषा सिंह की छात्रवत्ति ृ एवं शल्ु क प्रतिपर्ति
ू की प्रेषित धनराशि रू0 27.50
लाख के भगु तान हेतु बैंक खाता विवरण माँगने से सम्बन्धी निदेशालय पत्र संख्या-4090-
91 दिनांक 29-01-2014 एक अजं ान बाहरी व्यक्ति श्री श्रवण कुमार को प्राप्त कराया गया।
C- उक्त क्रम में प्रबन्ध निदेशक, अम्बर एवियेशन इण्डिया प्रा0 लि0, 38 बसंत बिहार
फे ज-2, देहरादनू , उत्तराखण्ड-248001 ने अपने दिनांक रहित पत्र में कु0 मनीषा सिंह का
खाता संख्या-191601501128, बैंक का नाम-आई 0 सी0 आई 0 सी0 आई 0 बैंक,
ब्रान्च कोड-ICICI0001916 तथा एक अन्य दिनाक ं रहित पत्र में छात्रा का नाम-मनीषा
सिंह, एकाउन्ट नं0-191601501128, बैंक का नाम आई 0 सी0 आई 0 सी0 आई 0,
ब्रान्च कोड-001916, आई 0 एफ 0 सी0 कोड-ICICI0001916 माइक्रो कोड-
203229002 अकि ं त करते हुए निदेशक, समाज कल्याण, 3 प्राग नारायण रोड, लखनऊ-
226001 को सम्बोधित कर प्रेषित किया गया।
D- निदेशालय पत्र संख्या-4710 दिनांक दिनांक 11-03-2014 द्वारा प्रबन्ध निदेशक,
अम्बर एवियेशन इण्डिया प्रा0 लि0, 38 बसतं बिहार फे ज-2, देहरादनू , उत्तराखण्ड-
248001 को स्पीड पोस्ट द्वारा कु0 मनीषा सिंह पत्रु ी श्री राम स्वरूप सिंह को दशमोत्तर
छात्रवत्ति
ृ योजनान्तर्गत सी0 पी0 एल 0 प्रशिक्षण कोर्स हेतु छात्रवत्ति ृ /शल्ु क प्रतिपर्ति
ू की
धनराशि स्वीकृत किये जाने हेतु अनबु न्ध पत्र, शपथ पत्र एवं सत्यापन/ संस्तति ु प्रमाण पत्र
उपलब्ध कराये जाने के सम्बन्ध में कु0 मनीषा सिहं को सी0 पी0 एल 0 प्रशिक्षण कोर्स हेतु
शल्ु क प्रतिपर्ति
ू की धनराशि उनके बैंक खाते में स्थानान्तरित की जा चक ु ी है। संस्था और
छात्र के बीच अनबु न्ध पत्र की मल ू प्रति सल
ं ग्न कर प्रेषित की गयी, जिसके क्रम में प्रबन्ध
निदेशक, अम्बर एवियेशन इण्डिया प्रा0 लि0, 38 बसंत बिहार फे ज-2, देहरादनू ,
उत्तराखण्ड-248001 ने अपने दिनांक रहित पत्र द्वारा अवगत कराया गया कि कु0 मनीषा
सिंह अभी अवकाश पर चल रही हैं।
E- जॉच अधिकारी ने अपनी जॉच आख्या में उल्लेख किया है कि कु0 मनीषा सिंह
एवं प्रबन्ध निदेशक, अम्बर एवियेशन इण्डिया प्रा0 लि0, 38 बसंत बिहार फे ज-2, देहरादनू ,
उत्तराखण्ड-248001 द्वारा सचि ू त किया जाना चाहिए था कि कु0 मनीषा सिंह
सी0 पी0 एल 0 प्रशिक्षण का कोर्स बीच में ही छोड़ दिया है। यदी इसकी जानकारी कु0
मनीषा सिहं तथा प्रबन्ध निदेशक, अम्बर एवियेशन इण्डिया प्रा0 लि0, 38 बसतं बिहार
फे ज-2, देहरादनू , उत्तराखण्ड-248001 द्वारा धनराशि स्थानान्तरित होने से पर्वू सचि ू त कर
दिया गया होता तो, कदापि छात्रवत्ति ृ /शल्ु क प्रतिपर्ति
ू की धनराशि प्रबन्ध निदेशक, अम्बर
एवियेशन इण्डिया प्रा0 लि0, 38 बसंत बिहार फे ज-2, देहरादनू , उत्तराखण्ड-248001 द्वारा
दिये गये खातों में स्थानान्तरित न की गयी होती।
2- श्री श्रवण कुमार पुत्र श्री रमेश कुमार, निवासी-ईडब्लू एस 0-751, रत्नाकर खण्ड
साउथ सिटी, लखनऊ
A- जॉच अधिकारी ने अपनी जॉच आख्या दिनाक ं 10-12-2021 में उल्लेख किया है
कि छात्रा कु0 मनीषा सिहं से सम्बन्धित बैंक खाता विवरण मागं ने सबं धं ी निदेशालय पत्र
संख्या-4090-91 दिनांक 29-01-2014 एक बाहरी अन्जान व्यक्ति श्री श्रवण कुमार को
प्राप्त कराये जाने का आरोप लगाया गया है। इस सम्बन्ध में अपचारी कर्मचारी का कथन है
कि श्री श्रवण कुमार पत्रु श्री रमेश कुमार, निवासी- ईडब्लू एस 0-751 रत्नाकर खण्ड साउथ
सिटी, लखनऊ का निवासी है, जो ग्रपु कै प्टन एके डमी ऑफ एवियेशन बाबल्ु ड बैंक ऑफ
तापी रिवर, मम्ु बई-आगरा रोड, शिवपरु जनपद धल ु े महाराष्ट्र 425405 का प्रशिक्षार्थी था,
जो अक्सर छात्रवत्ति ृ /शल्ु क प्रतिपर्ति
ू के सम्बध में प्रायः निदेशालय आया करता था।
B- श्री श्रवण कुमार ने ही कहा था कि मझु े कुछ संस्था के कार्य से प्रबन्ध निदेशक,
अम्बर एवियेशन इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड 38 बसंत बिहार फे स-2 देहरादनू उत्तराखण्ड
जाना है, तो मैं कु0 मनीषा सिंह के बैंक खाता संख्या बैंक शाखा का नाम एवं पता तथा
आई 0 एफ 0 एस 0 सी0 कोड उपलब्ध कराने सम्बन्धी पत्र कु0 मनीषा एवं प्रबन्धक को दे
दगंू ा। मझु े पत्र प्राप्त करा दीजिये। इस आधार पर निदेशालय पत्र स0ं -4090-
91/स 0 क 0/शिक्षा-अ/सी0 पी0 एल 0/2013-14 दिनाक ं 29.01.2014 की दो प्रतियां
श्री श्रवण कुमार ने पत्र प्राप्ति के अपने हस्ताक्षर एवं मोबाइल नम्बर-9415768867 अकि ं त
करते हुए प्राप्त किया गया।
3- धनराशि का आहरण
A- निदेशालय पत्र संख्या- सी-3899 दिनांक 26-02-2014 द्वारा तत्कालीन
निदेशक महोदय श्री देवेन्द्र नाथ वर्मा तथा तत्कालीन मख्ु य वित्त एवं लेखाधिकारी श्रीमती
हिमानी चौधरी द्वारा आहरण वितरण अधिकारी, मख्ु यालय को वित्तीय वर्ष 2013-14 में
अन0ु जाति दशमोत्तर छात्रवत्ति ृ योजनान्तर्गत आवटि ं त धनाराशि के आहरण हेतु निर्देशित
किया गया था।
4- जाँच अधिकारी के समक्ष अपचारी कर्मचारी का उत्तरः-
A- जॉच अधिकारी ने अपनी जॉच आख्या में उल्लेख किया है कि आरोपित कर्मचारी
का जो उत्तर प्राप्त हुआ है उसमें आरोपित कर्मचारी का कथन है धनराशि अन्तरण की
कार्यवाही का संज्ञान उच्च अधिकारियों को भी था। इस आधार पर आरोपित कर्मचारी द्वारा
अपने को दोषी न ठहराने एवं पर्णू तया निर्दोष करने का अनरु ोध किया गया है।
5- जाँच अधिकारी की जाँच आख्या
A- जॉच अधिकारी ने अपनी जॉच आख्या दिनाक ं 10-12-2021 में उल्लेख किया है
कि संस्था से छात्रा का बैंक खाते का विवरण जनपद बल ु न्दशहर से सम्बन्धित होते हुए भी
छात्रा की धनराशि बल ु न्दशहर भेजने की कार्यवाही आरोपित कर्मचारी श्री बाल गोविन्द
वर्मा द्वारा की गयी, जो नियम विरूद्ध थी। नियमानसु ार धनराशि संस्था जिस जनपद/प्रदेश में
स्थित होती है वहीं भेजी जाती है, परन्तु प्रश्नगत सस्ं था देहरादनू , उत्तराखण्ड में स्थित थी,
किन्तु छात्रा का बैंक खाता आई 0 सी0 आई 0 सी0 आई बल ु न्दशहर, उत्तर प्रदेश का भेजा
गया। आरोपित कर्मचारी श्री बाल गोविन्द वर्मा द्वारा देहरादनू , उत्तराखण्ड से हटकर किसी
अन्य जनपद में खल ु े बैंक खाते में धनराशि नहीं भेजी जानी चाहिए थी।
B- सन्दर्भित प्रकरण में धनराशि अन्तरण की जो कार्यवाही की गयी वह नियम सगं त
नहीं थी। इसकी जानकारी स्वयं पटल सहायक आरोपित कर्मचारी को भी होना चाहिए था।
अतः आरोपित कर्मचारी श्री बाल गोविन्द वर्मा धनराशि अन्तरण मामले में आशि ं क रूप से
दोषी पाये गये हैं।
उल्लेखनीय है कि श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक मख्ु यालय द्वारा वित्तिय वर्ष
2014-15 में अनसु चि ू त जाति दशमोदत्तर छात्रवत्ति ृ योजनान्तर्गत बरती गयी वित्तीय
अनियमितताओ ं के लिए निदेशालय कार्यालय ज्ञाप सख्ं या- 970-70/स 0 क 0/स्था03/
वै0 पत्रा0-65/2020-21 दिनांक 29-10-2020 द्वारा प्रकरण की जॉच हेतु उप निदेशक, समाज
कल्याण, लखनउ मण्डल, लखनऊ को जॉच अधिकारी नामित करते हुए निदेशालय पत्र सख्ं या-
969/स 0 क 0/ स्था03/ वै0 पत्रा0-65/2020-21 दिनांक 29-10-2020 द्वारा आरोप पत्र निर्गत
करते हुए 01 आरोप से आरोपित किया गया। जाँच अधिकारी ने नियमानसु ार जॉच कार्यवाही पर्णू
कर अपने कार्यालय के पत्र संख्या-2316/स 0 क 0/जाँच आख्या/2021-22 दिनांक 10-12-
2021 द्वारा अपनी जाँच आख्या निदेशालय उपलब्ध करायी गयी, जिसमें आरोपित कर्मचारी श्री
बाल गोविन्द वर्मा धनराशि अन्तरण मामले में आशि ं क रूप से दोषी पाये गये हैं।
अतः श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मख्ु यालय के विरूद्ध संस्थित विभागीय
अनश ु ासनिक कार्यवाही में जाँच अधिकारी द्वारा उपलब्ध करायी गयी जाँच आख्या के क्रम में
निर्णय लिये जाने हेतु पत्रावली निदेशक महोदय को प्रेषित करना चाहें।
उप निदेशक/ संयुक्त निदेशक
कृपया सम्मख
ु ओर क्रमांक-131 पर रक्षित उप निदेशक, समाज कल्याण, लखनऊ
मण्डल, लखनऊ के पत्र संख्या-2316/स 0 क 0/जाँच आख्या/2021-22 दिनांक 10-12-2021
का अवोलकन करने का कष्ट करें । जिसके द्वारा श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मख्ु यालय
के विरूद्ध सस्थि
ं त जाँच कार्यवाही की जाँच आख्या उपलब्ध करायी गयी है।
इस सम्बन्ध में अवगत कराना है कि श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक मख्ु यालय
द्वारा शिक्षा अनभु ाग में कार्यरत रहते हुए वित्तिय वर्ष 2014-15 में अनसु चि
ू त जाति दशमोदत्तर
छात्रवत्ति
ृ योजनान्तर्गत बरती गयी वित्तीय अनियमितताओ ं के लिए निदेशालय कार्यालय ज्ञाप
संख्या- 970-70/स 0 क 0/स्था03/ वै0 पत्रा0-65/2020-21 दिनांक 29-10-2020 द्वारा प्रकरण
की जॉच हेतु उप निदेशक, समाज कल्याण, लखनउ मण्डल, लखनऊ को जॉच अधिकारी नामित
करते हुए निदेशालय पत्र संख्या-969/स 0 क 0/ स्था03/ वै0 पत्रा0-65/2020-21 दिनांक 29-
10-2020 द्वारा आरोप पत्र निर्गत करते हुए 01 आरोप से आरोपित किया गया। जाँच अधिकारी ने
नियमानसु ार जॉच कार्यवाही पर्णू कर अपने कार्यालय के पत्र संख्या-2316/स 0 क 0/जाँच
आख्या/2021-22 दिनांक 10-12-2021 द्वारा अपनी जाँच आख्या निदेशालय उपलब्ध करायी
गयी, जिसका विवरण आरोपवार निम्नवत हैः-
आरोप संख्या-01
आप द्वारा वर्ष 2014-15 में निदेशालय स्तर पर शिक्षा अनभु ाग में अनसु चि ू त जाति
दशमोत्तर छात्रवत्ति
ृ योजनान्तर्गत अम्बर एवियेशन इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड, 38 बसंत बिहार
फे स-2, देहरादनू , उत्तराखण्ड में प्रवेशित कु0 मनीषा सिहं की छात्रवत्ति
ृ एवं शल्ु क प्रतिपर्ति
ू की
प्रेषित धनराशि रू0- 27.50 लाख के भगु तान हेतु बैंक खाता विवरण माँगने से
सम्बन्धी पत्र एक अजं ान बाहरी व्यक्ति श्री श्रवण कुमार को प्राप्त कराया गया। सस्ं था से छात्र का
बैंक खाते का विवरण जनपद बल ु न्दशहर से सम्बन्धित होते हुए भी छात्रवत्ति
ृ एवं शल्ु क प्रतिपर्ति
ू
धनराशि बल ु न्दशहर को भिजवाने की कार्यवाही आप द्वारा की गयी, जो नियम विरूद्ध थी।
नियमानसु ार धनराशि सस्ं था जिस जनपद/प्रदेश में स्थित होती है, वहीं भेजी जाती है, परन्तु प्रश्नगत
संस्था देहरादनू उत्तराखण्ड में स्थित थी, किन्तु छात्रा का बैंक खाता आईसी0 आई 0 सी0 आई 0
बैंक, बल ु न्दशहर उ 0 प्र 0 का भेजा गया और आप द्वारा देहरादनू उत्तराखण्ड से हटकर किसी
अन्य जनपद में खल ु े बैंक खाते में धनराशि नहीं भेजी जानी चाहिये थी।
आपका उक्त कृत्य उत्तर प्रदेश कर्मचारी आचरण नियमावली 1956 का स्पष्ट उल्लंघन है,
जिसके लिये आप प्रथम दृष्टया दोषी है।
अपचारी कर्मचारी का उत्तरः-
उक्त आरोप के सम्बन्ध में उल्लेख करना है कि प्रबन्ध निदेशक, अम्बर एवियेशन इण्डिया
प्राइवेट लिमिटेड, 38 बसंत बिहार फे स-2 देहरादनू उत्तराखण्ड ने अपने पत्र संख्या- एए/10 /962
दिनाक ं 28-04-2010 के साथ कु0 मनीषा सिहं के प्रत्यावेदन तथा अन्य अभिलेख प्रमाणित कर
प्रेषित करते हुए कु0 मनीषा सिहं पत्रु ी श्री राम स्वरूप सिहं के कामिर्शियल पायलट ट्रेनिगं कोर्स में
दिनाक ं 03-03-2010 को प्रवेश लिये जाने तथा 18 माह कोर्स की कुल फीस रू0 27,52,000/-
(रू0 सत्ताइस लाख बावन हजार मात्र) के सम्बन्ध में अवगत कराया गया, जिसके क्रम में
निदेशालय पत्र सख्ं या- 4992-96/स 0 क 0/शिक्षा/द 0 छात्र 0/सी0 पी0 एल 0/2010-11
दिनाक ं 14-03-2011 द्वारा वाछि ं त छात्रवत्तिृ /शल्ु क प्रतिपर्ति
ू की धनराशि की स्वीकृति हेतु
प्रस्ताव शासन को प्रेषित करते हुए भारत सरकार से अनरु ोध किया गया। तत्क्रम में शासनादेश
संख्या-43/26-ब 0 प्र 0 -2014-4(1)/2011-टी0 सी0-1 दिनांक 27-01-2014 द्वारा वर्ष
2010-11 के सी0 पी0 एल 0 छात्रा कु0 मनीषा सिंह व 06 अन्य छात्रों को अनसु चि ू त जाति
दशमोत्तर छात्रवत्ति ृ की सी0 पी0 एल 0 योजनान्तर्गत भगु तान हेतु कुल धनराशि रू0
1,70,36,880/- के भगु तान की अनमु ति वर्ष 2013-14 के आयोजनागत पक्ष में उपलब्ध
धनराशि के सापेक्ष प्रदान की गयी। श्री भानु प्रकाश सौन पत्रु श्री हरीश कुमार सौन एवं कु0 मनीषा
सिंह पत्रु ी श्री राम स्वरूप सिंह के प्राप्त विवरण के अनसु ार सी0 पी0 एल 0 प्रशिक्षण कोर्स हेतु
निदेशालय पत्र संख्या-4371/स 0 क 0/शिक्षा-अ/सी0 पी0 एल 0/2013-14 दिनांक 20-02-
2014 द्वारा उनके नाम के सम्मख ु अकि ं त बैंक खाते में भिजवाने हेतु वित नियंत्रक, मख्ु यालय को
निर्देर्शित किया गया तत्क्रम में निदेशालय पत्र संख्या-सी0-3899/स 0 क 0/लेखा-
बजट/अनु0 जा0 दशमो0 छात्र 0/ 2013-14 दिनांक 26-02-2014 द्वारा कु0 मनीषा सिंह पत्रु ी
श्री राम स्वरूप सिंह, निवासी-545 क/5 डी -61, श्री कृष्णपरु म लखनऊ के
आई 0 सी0 आई 0 सी0 आई बैंक बल ु न्दशहर ब्रान्च-001916, आई 0 एफ 0 एस 0 सी0 कोड
ICICI0001916 खाता सख्ं या-191601501128 में रू0 27,52,000/- तथा श्री भानू प्रकाश
सौन पत्रु श्री हरीश कुमार सौन, निवासी-अम्बेडकर पार्क , माधव नगर जगनेर, आगरा के
आई 0 सी0 आई 0 सी0 आई बैंक, सजं य पैलेस, आगरा ब्रान्च-006287,
आई 0 एफ 0 एस 0 सी0 कोड ICICI0006287 खाता सख्ं या- 628701536487 में रू0
25,00,000/- कुल धनराशि रू0 52,52,000/- ई-पेमन्े ट के माध्यम से स्थानान्तरित करने हेतु
आहरण वितरण अधिकारी, मख्ु यालय को निर्देश प्रदान किये गये।
जहाँ तक कु0 मनीषा सिंह की छात्रवत्ति ृ एवं शल्ु क प्रतिपर्ति
ू की प्रेषित धनराशि रू0
27.50 लाख के भगु तान हेतु बैंक खाता विवरण माँगने से सम्बन्धी पत्र एक अजं ान बाहरी व्यक्ति
श्री श्रवण कुमार को प्राप्त कराये जाने की बात है। इस सम्बन्ध में उल्लेख करना है कि श्री श्रवण
कुमार पत्रु श्री रमेश कुमार, निवासी-ईडब्लू एस 0-751 रत्नाकर खण्ड साउथ सिटी, लखनऊ का
निवासी है, जो ग्रपु कै प्टन एके डमी ऑफ एवियेशन बाबल्ु ड बैंक ऑफ तापी रिवर, मम्ु बई-आगरा
रोड, शिवपरु जनपद धल ु े महाराष्ट्र 425405 का प्रशिक्षणार्थी था, जो अक्सर छात्रवत्ति
ृ / शल्ु क
प्रतिपर्ति
ू के सम्बध में प्रायः निदेशालय आया करता था। श्री श्रवण कुमार ने ही कहा था कि मझु े
कुछ संस्था के कार्य से प्रबन्ध निदेशक, अम्बर एवियेशन इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड, 38 बसंत
बिहार फे स-2 देहरादनू उत्तराखण्ड जाना है, तो मैं कु0 मनीषा सिंह के बैंक खाता संख्या बैंक
शाखा का नाम एवं पता तथा आई 0 एफ 0 एस 0 सी0 कोड उपलब्ध कराने सम्बन्धी पत्र कु0
मनीषा एवं प्रबन्धक को दे दगंू ा। मझु े पत्र प्राप्त करा दीजिये। इस आधार पर निदेशालय पत्र स0ं -
4090-91/स 0 क 0/शिक्षा-अ/सी0 पी0 एल 0 /2013-14 दिनाक ं 29-01-2014 की दो प्रतियां
श्री श्रवण कुमार ने पत्र प्राप्ति के अपने हस्ताक्षर एवं मोबाइल नम्बर-9415768867 अकि ं त करते
हुए प्राप्त की गयी थी।
उक्त क्रम में प्रबन्ध निदेशक, अम्बर एवियेशन इण्डिया प्रा0 लि0, 38 बसंत बिहार फे ज-2,
देहरादनू , उत्तराखण्ड-248001 ने अपने दिनांक रहित पत्र में कु0 मनीषा सिंह का खाता संख्या-
191601501128, बैंक का नाम-आई 0 सी0 आई 0 सी0 आई 0 बैंक, ब्रान्च कोड-
ICICI0001916 तथा एक अन्य दिनांक रहित पत्र में छात्रा का नाम-मनीषा सिंह, एकाउन्ट नं0-
191601501128, बैंक का नाम आई 0 सी0 आई 0 सी0 आई 0, ब्रान्च कोड-001916,
आई 0 एफ 0 सी0 कोड-ICICI0001916 माइक्रो कोड- 203229002 अकि ं त करते हुए
निदेशक, समाज कल्याण, 3 प्राग नारायण रोड, लखनऊ-226001 को सम्बोधित कर प्रेषित
किया गया। प्रबन्ध निदेशक, अम्बर एवियेशन इण्डिया प्रा0 लि0, 38 बसतं बिहार फे ज-2,
देहरादनू , उत्तराखण्ड-248001 द्वारा प्रेषित कु0 मनीषा सिहं के खाते में छात्रवत्ति
ृ /शल्ु क प्रतिपर्ति
ू
धनराशि का अन्तरण किया गया, जिसका संज्ञान उच्च अधिकारियों को भी था। छात्रवत्ति ृ अन्तरण
किये जाने की सचू ना निदेशालय पत्र संख्या-4710/स 0 क 0/शिक्षा-अ/सी0 पी0 एल 0/2013-
14 दिनांक 11-03-2014 द्वारा प्रबन्ध निदेशक, अम्बर एवियेशन इण्डिया प्रा0 लि0, 38 बसंत
बिहार फे ज-2, देहरादनू , उत्तराखण्ड-248001 को स्पीड पोस्ट द्वारा कु0 मनीषा सिंह पत्रु ी श्री राम
स्वरूप सिंह को दशमोत्तर छात्रवत्ति ृ योजनान्तर्गत सी0 पी0 एल 0 प्रशिक्षण कोर्स हेतु
छात्रवत्ति
ृ /शल्ु क प्रतिपर्ति
ू की धनराशि स्वीकृत किये जाने हेतु अनबु न्ध पत्र, शपथ पत्र एवं
सत्यापन/ संस्तति ु प्रमाण पत्र उपलब्ध कराये जाने के सम्बन्ध में कु0 मनीषा सिंह को
सी0 पी0 एल 0 प्रशिक्षण कोर्स हेतु शल्ु क प्रतिपर्ति
ू की धनराशि उनके बैंक खाते में स्थानान्तरित
की जा चक ु ी है। संस्था और छात्र के बीच अनबु न्ध पत्र की मल
ू प्रति संलग्न कर प्रेषित की गयी,
जिसके क्रम में प्रबन्ध निदेशक, अम्बर एवियेशन इण्डिया प्रा0 लि0, 38 बसंत बिहार फे ज-2,
देहरादनू , उत्तराखण्ड-248001 ने अपने दिनांक रहित पत्र द्वारा अवगत कराया गया कि कु0
मनीषा सिहं अभी अवकाश पर चल रही हैं।
कु0 मनीषा सिहं एवं प्रबन्ध निदेशक, अम्बर एवियेशन इण्डिया प्रा0 लि0, 38 बसतं
बिहार फे ज-2, देहरादनू , उत्तराखण्ड-248001 का उत्तरदायित्व बनता था कि वह स्पष्ट रूप से
सचिू त करते कि सी0 पी0 एल 0 प्रशिक्षण का कोर्स बीच में ही छोड़ दिया है। परन्तु न तो इसकी
जानकारी कु0 मनीषा सिहं द्वारा एवं प्रबन्ध निदेशक, अम्बर एवियेशन इण्डिया प्रा0 लि0, 38
बसंत बिहार फे ज-2, देहरादनू , उत्तराखण्ड-248001 द्वारा धनराशि स्थानान्तरित होने से पर्वू दी
गयी। यदि कु0 मनीषा सिंह अथवा प्रबन्ध निदेशक, अम्बर एवियेशन इण्डिया प्रा0 लि0, 38
बसंत बिहार फे ज-2, देहरादनू , उत्तराखण्ड-248001 द्वारा समय से पर्वू सचि ू त कर दिया गया होता
तो, कदापि छात्रवत्ति ृ /शल्ु क प्रतिपर्ति
ू की धनराशि प्रबन्ध निदेशक, अम्बर एवियेशन इण्डिया
प्रा0 लि0, 38 बसंत बिहार फे ज-2, देहरादनू , उत्तराखण्ड-248001 द्वारा दिये गये खातों में
स्थानान्तरित न की गयी होती इसके लिए पर्णू रूप से कु0 मनीषा सिंह एवं प्रबन्ध निदेशक
जिम्मेदार हैं। इस प्रकार से उपरोक्तानसु ार साक्ष्यों एवं तथ्यों से स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश सरकारी
कर्मचारी आचरण नियमावली 1956 का मेरे द्वारा किसी भी प्रकार से उल्लंघन नहीं किया गया है,
जो भी मेरे द्वारा शासकीय कार्य किया गया है, वह प्राप्त सचू नाओ ं के आधार पर किया गया है।
यदि प्रबन्ध निदेशक, अम्बर एवियेशन इण्डिया प्रा0 लि0, 38 बसंत बिहार फे ज-2, देहरादनू ,
उत्तराखण्ड-248001 द्वारा समय से सचि ू त कर दिया गया होता, तो यह स्थिति उत्पन्न होने का
कोई प्रश्न ही नहीं होता। इस प्रकार इस आरोप हेतु मझु े दोषी नहीं ठहराया जा सकता है, मैं पर्णू तया
निर्दोष हू।ँ कृपया मझु े आरोप से मक्तु करने का कष्ट करें ।
जॉच अधिकारी की जॉच आख्याः-
आरोप पत्र के सम्बन्ध में आरोपित कर्मचारी श्री बाल गोविन्द वर्मा द्वारा दिये गये उत्तर की
समीक्षा की गयी। आरोप पत्र में छात्रा कु0 मनीषा सिंह से सम्बन्धित बैंक खाता विवरण मांगने
संबंधी पत्र एक अन्जान व्यक्ति श्री श्रवण कुमार को प्राप्त कराये जाने का आरोप लगाया गया है।
इस सम्बन्ध में आरोपित कर्मचारी का कथन है कि श्री श्रवण कुमार पत्रु श्री रमेश कुमार, निवासी-
ईडब्लू एस 0-751 रत्नाकर खण्ड साउथ सिटी, लखनऊ का निवासी है, जो ग्रपु कै प्टन एके डमी
ऑफ एवियेशन बाबल्ु ड बैंक ऑफ तापी रिवर, मम्ु बई-आगरा रोड, शिवपरु जनपद धल ु े महाराष्ट्र
425405 का प्रशिक्षार्थी था, जो अक्सर छात्रवत्ति ृ /शल्ु क प्रतिपर्ति
ू के सम्बध में प्रायः निदेशालय
आया करता था। श्री श्रवण कुमार ने ही कहा था कि मझु े कुछ सस्ं था के कार्य से प्रबन्ध निदेशक,
अम्बर एवियेशन इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड 38 बसतं बिहार फे स-2 देहरादनू उत्तराखण्ड जाना है,
तो मैं कु0 मनीषा सिहं के बैंक खाता सख्ं या बैंक शाखा का नाम एवं पता तथा
आई 0 एफ 0 एस 0 सी0 कोड उपलब्ध कराने सम्बन्धी पत्र कु0 मनीषा एवं प्रबन्धक को दे दगंू ा।
मझु े पत्र प्राप्त करा दीजिये। इस आधार पर निदेशालय पत्र सं0-4090-91/स 0 क 0/शिक्षा-
अ/सी0 पी0 एल 0/2013-14 दिनांक 29.01.2014 (क्रमांक-4) की दो प्रतियां श्री श्रवण कुमार
ने पत्र प्राप्ति के अपने हस्ताक्षर एवं मोबाइल नम्बर-9415768867 अकि ं त करते हुए प्राप्त की थी।
इसमें इनकी मंशा स्पष्ट थी कि जिसको पत्र प्राप्त कराया गया वह स्वयं छात्र था।
आरोप पत्र में कहा गया है कि संस्था से छात्रा का बैंक खाते का विवरण जनपद
बल ु न्दशहर से सम्बन्धित होते हुए भी छात्रा की धनराशि बल ु न्दशहर भेजने की कार्यवाही
आरोपित कर्मचारी श्री बाल गोविन्द वर्मा द्वारा की गयी, जो नियम विरूद्ध थी। नियमानसु ार
धनराशि संस्था जिस जनपद/प्रदेश में स्थित होती है वहीं भेजी जाती है, परन्तु प्रश्नगत संस्था
देहरादनू , उत्तराखण्ड में स्थित थी, किन्तु छात्रा का बैंक खाता आई 0 सी0 आई 0 सी0 आई
बल ु न्दशहर, उत्तर प्रदेश का भेजा गया। आरोपित कर्मचारी श्री बाल गोविन्द वर्मा द्वारा देहरादनू ,
उत्तराखण्ड से हटकर किसी अन्य जनपद में खल ु े बैंक खाते में धनराशि नहीं भेजी जानी चाहिए
थी।
जॉच अधिकारी ने अपनी जॉच आख्या में उल्लेख किया है कि आरोपित कर्मचारी का जो
उत्तर प्राप्त हुआ है उसमें आरोपित कर्मचारी का कथन है धनराशि अन्तरण की कार्यवाही का
संज्ञान उच्च अधिकारियों को भी था। इस आधार पर आरोपित कर्मचारी द्वारा अपने को दोषी न
ठहराने एवं पर्णू तया निर्दोष करने का अनरु ोध किया गया है, किन्तु सन्दर्भित प्रकरण में धनराशि
अन्तरण की जो कार्यवाही की गयी वह नियम संगत नहीं थी। इसकी जानकारी स्वयं पटल
सहायक आरोपित कर्मचारी को भी होना चाहिए था। अतः आरोपित कर्मचारी श्री बाल गोविन्द
वर्मा धनराशि अन्तरण मामले में आशि ं क रूप से दोषी पाये गये हैं।
अतः जाँच अधिकारी द्वारा उपलब्ध करायी गयी जाँच आख्या के क्रम में श्री बाल गोविन्द
वर्मा, प्रधान सहायक, मख्ु यालय के विरूद्ध संस्थित अनश ु ासनिक कार्यवाही में आशिं क रूप से
सिद्ध/ प्रमाणित पाये गये आरोप के क्रम में निर्णय लिए जाने हेतु पत्रावली निदेशक महोदय को प्रेषित
करना चाहें।
उपनिदेशक/ सयं ुक्त निदेशक
कृपया सम्मख ु ओर क्रमांक- पर रक्षित संयक्त ु निदेशक/ योजनाधिकारी शिक्षा-अ,
मख्ु यालय के पत्र सख्ं या- 2484/स 0 क 0/शिक्षा-अ/5/72/2021-22 दिनाक ं 31-12-2021 का
अवलोकन करने का कष्ट करें , जिसके द्वारा संस्था अम्बर एवियेशन इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड, 38
बसतं बिहार, फे स-2, देहरादनू , उत्तराखण्ड में सी0 पी0 एल 0 पाठ्यक्रम में प्रवेशित छात्रा मनीषा
सिंह के फर्जी बैंक खाते के आधार पर छात्रवत्ति
ृ एवं शल्ु क प्रतिपर्ति
ू धनराशि रू0 27.52 लाख के
गबन सम्बन्धी तत्कालीन पटल सहायक श्री बाल गोविन्द वर्मा के विरूद्ध आरोप पत्र निर्गत कराते
हुए जांच अधिकारी नामित कराने का अनरु ोध किया गया है।
उपरोक्त के सम्बन्ध में अवगत कराना है कि श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक,
मख्ु यालय के विरूद्ध प्रश्नगत प्रकरण में निदेशालय कार्यालय ज्ञाप संख्या- 970-70/स 0 क 0/
स्था03/ वै0 पत्रा0-65/2020-21 दिनाक ं 29-10-2020 द्वारा प्रकरण की जॉच हेतु उप निदेशक,
समाज कल्याण, लखनउ मण्डल, लखनऊ को जॉच अधिकारी नामित करते हुए निदेशालय पत्र
सख्ं या-969/स 0 क 0/ स्था03/ वै0 पत्रा0-65/2020-21 दिनाक ं 29-10-2020 द्वारा आरोप पत्र
निर्गत करते हुए 01 आरोप से आरोपित किया गया। जाँच अधिकारी/ उप निदेशक, समाज
कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ ने नियमानसु ार जॉच कार्यवाही पर्णू कर अपने कार्यालय के
पत्र संख्या-2316/स 0 क 0/जाँच आख्या/2021-22 दिनांक 10-12-2021 द्वारा अपनी जाँच
आख्या निदेशालय उपलब्ध करायी गयी, जिसपर कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
अतः उपरोक्त वस्तस्थि
ु ति से संयक्त
ु निदेशक/ योजनाधिकारी शिक्षा-अ को अवगत कराने
सम्बन्धी पत्र का आलेख प्रस्ततु है, कृपया सहमती की दशा में प्रस्ततु आलेख पर संयक्त ु निदेशक
महोदय के हस्ताक्षर कराना चाहें।
निदेशालय, समाज कल्याण, उत्तर प्रदेश।
पत्र संख्या- /स 0 क 0/स्था03/वै0 पत्रा0-65/2021-22
लखनऊः दिनांकः जनवरी, 2022
संयक्त
ु निदेशक/
योजनाधिकारी, शिक्षा-अ,
मख्ु यालय।
विषयः- अम्बर एवियेशन इण्डिया प्राइवेट लिमिटे ड, देहरादून उत्तराखण्ड में
सी0 पी0 एल 0 पाठ्यक्रम में प्रवेशित छात्रा मनीषा सिहं के फर्जी बैंक खाते के
आधार पर छात्रवत्ति
ृ एवं शुल्कप्रतिपूर्ति धनराशि के गबन किये जाने के सम्बन्ध
में
उपर्युक्त विषयक अपने पत्र संख्या-2484/स 0 क 0/शिक्षा-अ/5/72/2021-22 दिनांक
31-12-2021 का सन्दर्भ ग्रहण करने का कष्ट करें , जिसके द्वारा सस्ं था अम्बर एवियेशन इण्डिया
प्राइवेट लिमिटेड, 38 बसंत बिहार, फे स-2, देहरादनू , उत्तराखण्ड में सी0 पी0 एल 0 पाठ्यक्रम में
प्रवेशित छात्रा मनीषा सिहं के फर्जी बैंक खाते के आधार पर छात्रवत्ति ृ एवं शल्ु क प्रतिपर्ति
ू
धनराशि रू0 27.52 लाख के गबन सम्बन्धी तत्कालीन पटल सहायक श्री बाल गोविन्द वर्मा के
विरूद्ध आरोप पत्र निर्गत कर की गयी कार्यवाही की स्थिति से अवगत कराने का अनरु ोध किया
गया है।
उपरोक्त के सम्बन्ध में अवगत कराना है कि श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक,
मख्ु यालय के विरूद्ध प्रश्नगत प्रकरण में निदेशालय कार्यालय ज्ञाप संख्या- 970-70/स 0 क 0/
स्था03/ वै0 पत्रा0-65/2020-21 दिनांक 29-10-2020 द्वारा प्रकरण की जॉच हेतु उप निदेशक,
समाज कल्याण, लखनउ मण्डल, लखनऊ को जॉच अधिकारी नामित करते हुए निदेशालय पत्र
संख्या-969/स 0 क 0/ स्था03/ वै0 पत्रा0-65/2020-21 दिनांक 29-10-2020 द्वारा आरोप पत्र
निर्गत करते हुए 01 आरोप से आरोपित किया गया। जाँच अधिकारी/ उप निदेशक, समाज
कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ ने नियमानसु ार जॉच कार्यवाही पर्णू कर अपने कार्यालय के
पत्र सख्ं या-2316/स 0 क 0/जाँच आख्या/2021-22 दिनाक ं 10-12-2021 द्वारा अपनी जाँच
आख्या निदेशालय उपलब्ध करायी गयी है, जिसपर कार्यवाही प्रक्रियाधीन है, उल्लेखनीय है कि
जॉच अधिकारी की जॉच आख्या के क्रम में प्रकरण में लिये गये निर्णय से आपको अवगत करा
दिया जायेगा।
सल ं ग्नकः उपरोक्तानुसार।
( आर 0 के 0 सिहं )
संयक्त
ु निदेशक,
कृते निदेशक।
उपनिदेशक/ सयं ुक्त निदेशक
कृपया सम्मख ु ओर क्रमांक- 126 पर रक्षित शिक्षा अनभु ाग-अ के पत्र संख्या 608/
स 0 क 0/ शिक्षा-अ/ 5/72/2021-22 दिनांक 02-08-2021 का अवलोकन करने का कष्ट करें ,
श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मख्ु यालय द्वारा शिक्षा अनभु ाग में कार्यरत रहते हुए वित्तीय
वर्ष 2014-15 अम्बर एवियेशन इण्डिया प्राईवेट लिमिटेड, 38 बसंत विहार, फे स-2, देहरादनू
उत्तराखण्ड में सी0 पी0 एल 0 पाठ्यक्रम में प्रवेशित छात्रा मनीषा सिहं के फर्जी बैंक खाते के
आधार पर छात्रवत्ति ृ एवं शल्ु क प्रतिपर्ति
ू धनराशि रू0 27.52 लाख के वित्तीय अनियमितताओ ं
की जॅाच का अनरु ोध किया गया है।
उक्त के सम्बन्ध में अवगत कराना है कि श्री बाल गोविन्द, प्रधान सहायक, मख्ु यालय के
विरूद्ध निदेशालय पत्र संख्या-969/स 0 क 0/स्था0-3/वै0 पत्रा0-65/ 2020-21 दिनांक 29-
10-2020 द्वारा आरोप पत्र निर्गत करते हुए निदेशालय पत्र संख्या- 970-71/ स 0 क 0/ स्था0-
3/ वै0 पत्रा0-65/ 2020-21 दिनाक ं 29-10-2020 प्रकरण की जॅाच हेतु श्री श्रीनिवास द्विवेदी,
उपनिदेशक, समाज कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ को जॅाच अधिकारी नामित करते हुए
जॅाच आख्या उपलब्ध कराने की अपेक्षा की गयी थी, परन्तु अभी तक जॅाच आख्या अप्राप्त है।
अतः श्री श्रीनिवास द्विवेदी, उपनिदेशक, समाज कल्याण, लखनऊ मण्डल, लखनऊ को
प्रकरण की जॅाच कर जॅाच आख्या उपलब्ध कराने हेतु अनस्ु मारक पत्र भेजने सबं धं ी आलेख
प्रस्ततु है, कृपया सहमति की दशा में संयक्त ु निदेशक महोदय का हस्ताक्षर कराने हेतु पत्रावली
अग्रसारित करना चाहें।
अनस्ु मारक-1
(आर 0 के 0 सिंह)
संयक्त
ु निदेशक,
कृते निदेशक।
पृष्ठांकन संख्या एवं दिनांक उपरोक्तानुसार।
प्रतिलिपिः 1- संयक्त निदेशक/ योजनाधिकारी शिक्षा- अ को उनेक पत्र संख्या- 608/ स 0 क 0/
शिक्षा-अ/ 5/72/2021-22 दिनाक ं 02-08-2021 के अनक्रु म में सचू नार्थ।
(आर 0 के 0 सिंह)
सयं क्त
ु निदेशक,
कृते निदेशक।
उपनिदेशक/ सयं ुक्त निदेशक
कृपया सम्मखु ओर क्रमाक ं - 95 पर रक्षित निदेशालय पत्र सख्ं या- 354-56/ स 0 क 0/
शिक्षा-अ/ 2021-22 दिनांक 12-07-2021 तथा क्रमांक 96 पर रक्षित निदेशालय पत्र संख्या -
377/ स 0 क 0/ शि0 अ 0/ 3/ 288/ 2021-22 दिनाक ं 13-07-2021 का अवलोकन करने का
कष्ट करें , जिसके द्वारा जनपद लखनऊ की शिक्षण संस्थानों की जॅाचोपरान्त उक्त अवधि में
अधिकारीयों एवं कर्मचारियों के विरूद्ध की गयी कार्यवाही की सचू ना उपलब्ध कराने की अपेक्षा
की गयी है।
उक्त के सम्बन्ध में अवगत कराना है कि निदेशालय पत्र सं0- 204/ स 0 क 0/ स्था03/
वै0 पत्रा0-28/ 2021-22 दिनांक 10-06-2021 द्वारा कार्यालय जिला समाज कल्याण
अधिकारी, लखनऊ के तकनीकी एवं प्रबन्धकीय सस्ं थानों की वर्ष 2010-11, 2011-12 एवं
2012-13 की दशमोत्तर अनसु चि ू त जाति/ सामान्य जाति शल्ु क प्रतिपर्ति ू में गंभीर वित्तिय
अनियमितता की जॅाच के लिए श्री पी0 के 0 त्रिपाठी, सयं क्त ु निदेशक, मख्ु यालय को जॅाच
अधिकारी नामित किया गया था तथा 15 दिन के अन्दर जॅाच रिपोर्ट अधोहस्ताक्षरी को उपलब्ध
कराने के भी निर्देश दिये गये थे परन्तु अभी तक जॅाच आख्या अप्राप्त है।
अतः श्री पी0 के 0 त्रिपाठी, संयक्त
ु निदेशक, मख्ु यालय को प्रकरण की जॅाच कर जॅाच
आख्या उपलब्ध कराने हेतु अनस्ु मारक पत्र भेजने संबंधी आलेख प्रस्ततु है, कृपया सहमति की
दशा में संयक्त
ु निदेशक महोदय का हस्ताक्षर कराने हेतु पत्रावली अग्रसारित करना चाहें।
अनस्ु मारक-1
( राके श कुमार )
निदेशक।
निदेशालय समाज कल्याण उत्तर प्रदेश।
संख्या- /स 0 क 0/स्था03/वै0 प 0-95/2021-22, लखनऊ: दिनांक:
जल ु ाई, 2021
प्रतिलिपि निम्नलिखित को सचू नार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित।
1- मख्ु य/ वरिष्ठ कोषाधिकारी, जवाहर भवन, लखनऊ।
2- आहरण वितरण अधिकारी, मख्ु यालय।
3- सबं धि ं त कर्मचारी, मख्ु यालय।
( अरूण कुमार पाण्डेय )
सयं क्त
ु निदेशक,
कृते निदेशक।
उपनिदेशक/ संयुक्त निदेशक
कृपया सम्मखु ओर क्रमाक ं - 123 पर प्रस्ततु श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक,
मख्ु यालय के प्रार्थना पत्र दिनांक 28-05-2021 का अवलोकन करने का कष्ट करें , जिसके द्वारा
उन्होंने अपने पिताजी का इलाज सेण्ट जोसफ हास्पिटल, गोमती नगर, लखनऊ के डा0
आर 0 के 0 सक्सेना से दिनांक 26-12-2020 से 31-12-2020 तक वाह्य रोगी के रूप में कराया
गया तथा अपनी माता जी का इलाज उक्त डाक्टर से दिनाक ं 12-12-2020 से 16-01-2021 तक
वाह्य रोगी के रूप में कराया गया, जिस पर क्रमशः रू०- 10,219/- तथा रू0- 7,301/- कुल
रू0- 17,520/- (रू0 सत्रह हजार पॅाच सौ बीस मात्र)की धनराशी व्यय हुई जिसके बिल वाउचर्स/
अनिवार्यता प्रमाण पत्र प्रस्ततु करते हुए व्यय हुई धनराशि की प्रतिपर्ति
ू किये जाने का अनरु ोध
किया गया है।
उक्त बिल वाउचर्स/ अनिवार्यता प्रमाण पत्र तकनीकि परीक्षण हेतु निदेशक/ प्रमख ु
अधीक्षक, बलरामपरु चिकित्सालय, लखनऊ को भेजा जाना है। तदनसु ार आलेख प्रस्ततु है।
कृपया सहमति की दशा में प्रस्ततु आलेख पर अनमु ोदनोपरान्त संयक्त ु निदेशक के हस्ताक्षर कराना
चाहें।
प्रेषक,
निदेशक,
समाज कल्याण,
उत्तर प्रदेश।
सेवा में,
निदेशक/ प्रमख ु अधीक्षक,
बलरामपरु चिकित्सालय,
लखनऊ।
पत्रांक- /स 0 क 0/स्था0-3/वै0 पत्रा0-65/2021-22, लखनऊ: दिनांक:
जनू , 2021
विषय- श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मुख्यालय के चिकित्सा प्रतिपूर्ति
के संबंध में।
महोदय,
कृपया उपरोक्त विषयक श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मख्ु यालय के प्रार्थना पत्र
दिनांक 28-05-2021 का अवलोकन करने का कष्ट करें , जिसके द्वारा उन्होंने अपने पिताजी का
इलाज सेण्ट जोसफ हास्पिटल, गोमती नगर, लखनऊ के डा0 आर 0 के 0 सक्सेना से दिनाक ं 26-
12-2020 से 31-12-2020 तक वाह्य रोगी के रूप में कराया गया तथा अपनी माता जी का
इलाज उक्त डाक्टर से दिनाक ं 12-12-2020 से 16-01-2021 तक वाह्य रोगी के रूप में कराया
गया, जिस पर क्रमशः रू०- 10,219/- तथा रू0- 7,301/- कुल रू0- 17,520/- (रू0 सत्रह
हजार पॅाच सौ बीस मात्र) की धनराशि व्यय हुई, जिसके बिल वाउचर्स/ अनिवार्यता प्रमाण पत्र
प्रस्ततु करते हुए व्यय हुई धनराशि की प्रतिपर्ति
ू किये जाने का अनरु ोध किया गया है।
अतः आपसे अनरु ोध है कि श्री बाल गोविन्द वर्मा, प्रधान सहायक, मख्ु यालय के प्रार्थना-
पत्र के साथ संलग्न व्यय वाउचर्स, अनिवार्यता प्रमाण-पत्र मलू रूप में वापसी अपेक्षित संलग्न कर
भेजते हुये अनरु ोध है कि उत्तर प्रदेश सरकारी कर्मचारी चिकित्सा (परिचर्या) (प्रथम संशोधन)
नियमावली 2014 व चिकित्सा अनभु ाग-6 के शासनादेश संख्या 474/पॅाच-6-14-1082/87
टी0 सी0 दिनांक 04-03-2014 में निहित प्राविधानों के अनसु ार चिकित्सा पर व्यय हुई धनराशि
रू0- 17,520/- (रू0 सत्रह हजार पॅाच सौ बीस मात्र) के चिकित्सा प्रतिपर्ति ू दावे का तकनीकी
परीक्षण कर देय धनराशि की संस्तति ु प्रदान करने का कष्ट करें ।
सल ं ग्नक: यथोक्त।
भवदीय,
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1900@&
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6590 1900 8490
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6850 1900 8750
008
01&07&2
7120 1900 9020
009
01&07&2 7400 1900 9300
010
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7400 1900 9300
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7400 1900 9300
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7680 2000 9680
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7400 1900 9300
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d`rs funs'kdA