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रोबर्ट क्लाइव (1757-1760 & 1765-1766

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1744 में क्लाइव के पिता ने ईस्ट इंडिया कंिनी में


कंिनी के एजेंट के रूि में उसे भती कराने में सफल
रहा जजसके िररणाम स्वरुि क्लाइव भारत के ललए
रवाना हो सका ।

1756 में लसराजुद्दौला अिने दादा अलीवदी खान के


उत्तराधिकारी के रूि मे बंगाल का नवाब बना
जून मे क्लाइव ने सुना कक नए नवाब ने अंग्रेजो िर
कालसम बाज़ार में हमला कर ददया है |
इस हमले से कलकत्ता का ितन हुआ जजससे कंिनी
को दो लाख िाउं ि का क्षतत हुआ |
जजन अंग्रेजो को िकड़ा गया था, उन्हें एक काल
कोठरी मे रखा गया 146 कैददयों मे से 123 की
मत्ृ यु घुटन और गमी से हो गयी थी| ब्रिटे न मे यह
घटना ब्लैक होल के रूि मे प्रलसद्ि हुई |
 ब्लैक होल की यह घटना प्लासी के यद्
ु ि की िष्ृ ठ-
भलू म बनी | 23 जन
ू 1757 को ब्रिदटश ईस्ट इंडिया

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कंिनी की बंगाल के नवाब िर तनणाायक जीत हुई|


यह यद्
ु ि प्लासी के यद्
ु ि के नाम से जाना गया|
इस युद्ि को जीतने के ललये क्लाइव ने नवाब के
सेनाितत मीर जाफर को नवाब बनाने का प्रलोभन
ददया और सेना को समिाण करने के ललए ररश्वत
ददया था |
नवाब लसराजुद्दौलाह बंगाल का अंततम स्वतंत्र नवाब
था |
रोबटा क्लाइव ने प्लासी के युद्ि के बाद कलकत्ता
िर अधिकार कर ललया|
सात वर्ा बाद 1764 मे बक्सर का यद्
ु ि लड़ा गया
जजसमे सर हे क्टर मन
ु रो ने बंगाल के नबाब मीर
कालसम, अवि के नबाब शज
ु ाउद्दौला तथा मग
ु ल
बादशाह शाह आलम-द्पवतीय की संयक्
ु त सेना की
लड़ाई में अंग्रेजों की जीत हुई और इसके
िररणामस्वरूि िजश्िम बंगाल, ब्रबहार, झारखंि,
उड़ीसा और बंगाल की दीवानी और राजस्व अधिकार
अंग्रेज कंिनी के हाथ िला गया।
Hउसे ब्रिदटश भारत क बाबर कहा जाता था |

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वारे न हे स्र्िं ग्स (1772 - 1785)

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इसने बंगाल में द्वैि प्रणाली समाप्त ककया और राजस्व


को मुलशादाबाद से कलकत्ता स्थानांतररत ककया |

जमींदारो के न्यातयक अधिकारों को समाप्त ककया |


वह भारत के सभी जजलों मे लसपवल और अिराधिक
न्यायालयों की स्थािना की |
1781 में प्रथम मदरसा स्थापित ककया |
उसने पिट्स इंडिया ब्रबल 1785 के पवरोि में अिना
इस्तीफा प्रस्तत
ु ककया |
उसे नन्द कुमार की हत्या तथा िेत लसंह मामले और
ररश्वत लेने के आरोि में अलभयोजजत ककया गया |
उस िर 1788 से 1795 तक लन्दन में महालभयोग
िलाया गया और उसे बरी कर ददया गया |

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लार्ट कानटवाललस (1786-1793)

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1793 में जमींदारी प्रथा समाप्त करने के ललए बंगाल


में भूलम का स्थाई बंदोबश्त प्रणाली लागू की |
 इसके काया काल में न्यातयक, राजस्व और
अिराधिक न्यायालय िथ
ृ क ककये गए |
 िलु लस सि
ु ार के अन्तगात थानों की स्थािना की |
 इसके काया काल में राजस्व जजलों की संख्या 35
से घटा कर 23 कर ददया गया |
 कलेक्टर को जजले का प्रमख
ु बनाया गया |
1787 में जजला न्यायालय कलेक्टर को सौंि ददए
गए|
 कलेक्टर को मजजस्रे ट का अधिकार ददया गया| और
उसे अिराधिक मामलो िर तनणाय दे ने के ललए सक्षम
बनाया गया |
इसे भारत में नागररक सेवा का जनक माना जाता है |
 इसने व्यािार मंिल की स्थािना कलकत्ता में की|
 कंिनी यूरोिीय और भारतीय ठे केदारों के माध्यम से
माल की खरीद करती थी। इन ठे केदारों के द्वारा

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ऊँिी कीमतों िर और कम गण
ु वत्ता के सामान की
आितू ता की जाती थी ।
कानावाललस ने ठे के के माध्यम से आिूतता के ललए
खरीद की प्रथा बंद करा ददया और घरे लू व्यािाररयों
और एजेंटों के माध्यम से आिूतता के ललए खरीद शुरू
कर ददया।

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सर जॉन शोर (1793 - 1798)

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1793 में जॉन शोर को भारत के गवनार जनरल के


रूि में तनयुक्त ककया गया।
कम्िनी के तनदे शक शोर के तका और ज्ञान तथा
कंिनी और लोगों के ललए उसकी वास्तपवक धिंता से
प्रभापवत थे|
 राजस्व और प्रबंिन में अधिकांश सुिार 1786 और
1790 में सर जॉन शोर के ही द्वारा ककया गया |
 सर जॉन शोर भारत में 1768 में प्रलशक्षु क्लका के
रूि में ईस्ट इंडिया कंिनी में भती हुए थे |
 उसने फारसी और बांग्ला भार्ा की लशक्षा प्राप्त
ककया |
गवनार जनरल जॉन शोर के काया काल मे युद्ि
अधिक नहीं हुए |
उनकी नीतत औितनवेलशक राज्य को तनयंब्रत्रत करने
तथा मजबूत बनाने के ललए बनी थी
वह अिने ईमानदारी के ललए जाना जाता था, जो
कंिनी के अन्य अधिकाररयों में नहीं िाई गयी |

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लार्ट वेल्जली (1798 - 1805)

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वेल्जली को सहायक संधि के कारण जाना जाता है |


इसने कंिनी के कमािाररयों को लशक्षक्षत करने के
उद्दे श्य से कलकत्ता में एक कॉलेज की स्थािना की |

1799 में मैसूर के आक्रमण में टीिू सुल्तान मारा


गया और श्रीरं गिट्टनम िर अधिकार कर ललया गया
1803 में िेशवा की बहाली तथा लसंधिया और बरार
के राजा के खखलाफ मराठा युद्ि के ललए भूलमका का
गठन ककया |
तमाम युद्िों और संधियों के फलस्वरूि भारत में
फ़्ांलससी प्रभाव समाप्त हो गया |
इसके काया काल में ब्रिदटश कंिनी को िालीस लाख
लोग और दस लाख राजस्व प्राप्त हुआ |
इसके काया काल में मराठा शजक्त क्षीण हुई और
भारत में ईस्ट इंडिया कंिनी प्रभावी हुई |
वह एक उत्कृष्ट प्रशासक था |
इसे ब्रिदटश भारत का अकबर कहा जाता था |
इसने फोटा पवललयम कॉलेज की स्थािना की |
यह भारत में काया कर रहे प्रशासको का एक रे तनंग
सेंटर था |

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नीिे ददए गए प्रश्न का उत्तर दे :

1- ब्रिदटश भारत का बाबर ककसे कहा जाता है ?

A) रोबटा क्लाइव
B) कानावाललस
C) वारे नहे जस्टं ग्स
D) सी. राज गोिालािारी

2-बंगाल मे स्थाई बंदोबस्त ककस गवनार जनरल ने शुरु


ककया?

A) कानावाललस
B) सी. राज गोिालािारी
C) रोबटा क्लाइव
D) वारे न हे जस्टं ग्स

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3-भारतीय लसपवल सेवा के पिता के रूि में ककसे


जाना जाता है ?
A)कानावाललस
B)िेम्सफोिा
C) लािा रीडिंग
D) लािा इरपवन

4-- ब्रिदटश भारत का अकबर ककसे कहा जाता है ?

A) वेलेजली
B) वारे न हे जस्टं ग्स
C) कानावाललस
D) ब्रबललयम बेंदटंक

5-प्लासी का यद्
ु ि जीतनेके बाद ककन क्षेत्रो िर अधिकार
लमला ?

A) बंगाल
B) ब्रबहार
C) उड़ीसा
D) सभी िर

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प्रश्नों का उत्तर :

1-A
2-A
3-A
4-A
5-D

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