Download as pdf or txt
Download as pdf or txt
You are on page 1of 1

ऐशमटी हहंदी शब्दकोश

कक्षय - V मयह - मयचथ 2023


क्रम शब्द अर्थ पर्यथर्वयची ववलोम वयक्र् प्रर्ोग
1 उज्जज्जवल सफ़ेद पववत्र धमू िल चंद्रिा की चांदनी उज्जज्जवल होती है |
2 उचचत ठीक तककसंगत अनचु चत संकट िें उचचत ननर्कय लेना िहत्त्वपर्
ू क होता है |
3 नभ आकाश गगन धरा नभ िें तारे चिकते हैं |
4 शक्ततशाली ववशेषर् बलशाली बमलष्ठ शक्ततहीन भारत एक शक्क्तशयली दे श है ।
5 ननिकलता स्वच्छता ननष्कलंकता िमलनता हिारे स्वभाव िें ननमथलतय होनी चाहहए |
6 शीतलता ठं डक ठं डापन उष्र्ता गिी िें शरबत पीने से शीतलतय मिलती है |
7 सि
ु न फूल पष्ु प कंटक िैंने िंहदर िें भगवान को सम
ु न अवपकत ककए |
8 शमश चंद्रिा राका रवव शशश शीतलता दे ता है |
9 पथ रास्ता राह अपथ हिें सच्चाई के पर् पर चलना चाहहए |
10 व्याकुल बेचन
ै व्यचथत शांत भख
ू से व्र्यकुल बच्चा रोने लगा |
11 आज्ञा अनि
ु नत आदे श अवज्ञा हिें बड़ों की आज्ञय लेकर ही कोई भी कायक करना चाहहए |
12 अचेत बेहोश बेहाल सचेत सरोवर का जल पीकर पांडव अचेत हो गए |
13 अवश्य ज़रूर पतका संभवतः गमिकयों की छुट्हटयों िें हि अवश्र् घि
ू ने जाएँगे |
14 सवोत्ति सबसे अच्छा श्रेष्ठ ननकृष्ट कक्षा िें आराध्या का कायक सवोत्तम है |
15 ित्ृ यु ननधन दे हांत जन्ि जीवन और मत्ृ र्ु संसार का ननयि है ।
16 अहंकार घिंड दं भ ननरहंकार रावर् को अपने ऊपर बहुत अहं कयर था |
17 धैयक सब्र धीरज अधैयक िस
ु ीबत के सिय धैर्थ से काि लेना चाहहए |
18 आरोग्य रोग से िक्ु तत तंदरुस्त अनारोग्य व्यायाि करने से हि आरोग्र् रहते हैं |
19 अतल
ु नीय क्जसकी तल
ु ना न की अतल्
ु य तल
ु नीय पाण्डवों िें अतल
ु नीर् साहस था |
20 अज्ञातवास ऐसे स्थान िें रहना नछपना ज्ञातवास राजा ने राजकुिार को एक वषक अज्ञयतवयस िें रहने का आदे श हदया |

You might also like