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बालको को पीड़ा दे ने वाले छु अथवा बाल ह तथा पूतना आ द

मातृकाओ का प रचय तथा समाधान

आचाय हा रत ने भूत व ा अ याय के अंतगत 10 ु ह का वणन कया है जो क


शशु को आ ांत करते है पर तु इनके नाम व ल ण ह से ब कु ल अलग है, उसके
साथ साथ म आचाय ने बाल रोग अ याय म बाल ह जैसा और आचाय ने वणन कया
है उसी कार भी कया है। जससे यह लगता है क यह ह बाल ह से भन है क तु
शशु को होते है और यह वषय भूत व ा के अ तगत है इस लए ाय: आचाय ने
यादा मह व नह दया या समय के भाव से न हो गए है। जो भी हो पर तु आपको
यह पढ़कर ब त उपयोगी लगेगा ।

बाल ह आ मण ान
दे वता शू य मं दर, मशान भू म, गली, तोली, सुने बगीचे, घर या इसे ान पर जहा
दय म ला न हो।
बाल ह सं या
कु छ आचाय 10 व हा रत ने भी 10 ही माने है, कु छ आचाय 21

बाल ह कोप ल ण कोप ल


एं स होता है, गाना गाता है, कभी घमंड म दे व ान म
बोलता है, कभी उ माद त हो जाता है
आ नेय रोता है, लगातार दे खता रहता है, हमेशा भयभीत शमशान म,
रहता है चोहरहे पर

आ द शंकर वै दक व ा सं ान
रभाष: 9044016661
धम राज व ल, द न, हीन, चे ा , ेत के समान होता है यु भू म,
शमशान म
र दौड़ता व मारता है वा मी क(बाँबी)
चौराहा, य
ान पर
व ण ने म गौरव, जोर से दे खता है, उदास मुख, मुख से नद , तालाब
थूक आना, अ य धक मू आना, कम बोलना आ द के कनारे
वायु वायु कोप , ब ो को लगता है, मुख सूखता है, बव डर तेज
क ता है, रोता है आँधी
कु बेर वहवल, अशांत ने , भूखा, ह षत व घमंड म होता है
एशान गव म रहता है, अलंकार धारण करता है, व हीन र य जगह पर
होकर घूमता है, गाना पसंद करता है
हक भूख तृ णा ब कु ल ख़तम हो जाती है, कु छ सुनता जीव के बना
नह है मं दर

पैशा चक बकवाद, नाचता, गाना, रोना, नग गुमना, भूख अ धक अशु मुख के


लगती है साथ घूमना

बाल ह च क सा हेतु कु छ योग तथा भुवने र मं च क सा


१. अ य धक नान, पूजा, ब ल व मं पाठ
२. च भा वट
आ द शंकर वै दक व ा सं ान
रभाष: 9044016661
३. सुंठ , म आ, चव, कशुक, वाचा, ह ग को भेड़ मू के साथ योग
४. हदोष हनन धूप ारा गूगल , मधु, घी क धूप बनाकर भुवने र मं से धूपन /
ताड़न
भुवने र मं :-
ॐ नमो भगवते भूते राय क लक लनखाय रौ दं ाकरालव ाय
नयनधगध गत पश ललाटने ाय ती कोपानला मततेजसे पाशशूल खट् वा डम
धनुबाण मु राभय द ड ास समु ा यदसंयदाद्- द डम डताय
क पलजटाजूटा च धा रणे भम रागर ता व हाय
उ फ णकालकू टाटोपम डतक ठदे शाय जय जय भूतनाथामरा मने पं दशय दशय
नृ य नृ य चल चल पाशेन ब ब ङ् कारेण ासय ासय व द डेन हन हन
न शतखड् गेन छ छ शूला ण े भ भ मु रेण चूणय चूणय
सव हाणामावेशयावेशय वाहा॥

बाल ह पा मातृकाएं कोप ल ण तथा शां त व ध


रावण कृ त कौमार भृ य व भैष य र नावली ने 12 मातृका का वणन कया है जो
क बालको को आ ांत करती है 1 दन क उ से लेकर 12 वष क आयु तक, इन
12 म से 6 बाल ह से अलग है, उनका ववरण तथा कोप शमन न नवत है।

मातृका - नंदना , थम दवस मास तथा वष क अ ध ा ी बाल ह मातृका

कोप ल ण
वर, अशुभ श द कहना, ध हण नह करना
आ द शंकर वै दक व ा सं ान
रभाष: 9044016661
बल
नद कनारे क म लेकर पुतली बनाकर, सफे द चावल, सफे द पु प, 7 ेत वजा, 7
द पक, 7 व तक, 7 वडे, 7 पूरी, 7 जामुन, 7 मु चंदन, फू ल, नागरपान, मछली का
मांस, म दरा, सुंदर चावल ले कर पूव दशा म चौराहे पर ब ल दे
नान तथा धूप
पीपल के प े कलश म डाल कर शां त जल से नान करवाए, लशुन, सरसो, बकरे के
स ग, नीम के प ,े गंगाजल से धू पत करे

सुनदं ा- सरे दन, सरे महीने अथवा सरे वष क अ ध ा ी बाल ह मातृका

कोप ल ण
वर, बालक ने खोलते ही कांपता है, सोता नह है, ध नह पीता
बल
चावल, एक पृ भाग, दही, गुड, घृत, सहनक, गंध, नागर पान, पीला फू ल, पीली 7
वजा, 7 द पक, 10 व तक, म दरा/ ता मधु, तल का चूण, प म दशा म
चौराहे 3 दन शाम को ब ल दे
धूप
गंगाजल, सरसो, ब व के रोम, खस, ने बाला, घृत से धूप दे ।

पूतना - तीसरे दन म , तीसरे महीने म या तीसरे वष म क अ ध ा ी बाल ह मातृका

आ द शंकर वै दक व ा सं ान
रभाष: 9044016661
कोप ल ण
वर, शरीर कपता है, मु बंद करता है, ध नह पीता, पुकारता है

बल
नद कनारे क म लेकर पुतला बनाए, चंदन, फू ल, नगरपान, लाल चंदन, लाल फू ल,
सात लाल वजा, सात द पक, 7 व तक, प य का मांस म दरा, भांत द ण दशा
म रात को चोहराहे पर रख दे ।
धूप
गंगा जल, गु गूलु, सरसो, नीम प ,े बकरे का सग क 3 दन धूप दे ।

मुख मं डका - चतुथ दन, चतुथ मास, चतुथ वष क अ ध ा ी बाल ह मातृका


कोप ल ण- वर, ीवा नवता है, ने खोलता है, चुक धारण करता है
बल
नद के दोन कनार क म लेकर पुतली बनाए, सफे द कमल, चंदन, नागर पान,
भोजन, 10 वजा, 4 द पक, 13 व तक, मछली का मांस, म दरा उ र दशा म रात
को ब ल दे ।
धूप
लहसुन, सरसो, बकरे का स ग, नीम के प े और गंगाजल से धूप करे

कटपूतना - पांचवे दन , पांचवे महीने या पांचवे वष क अ ध ा ी बाल ह मातृका


कोप ल ण-
आ द शंकर वै दक व ा सं ान
रभाष: 9044016661
वर, ध हण नह कारण, मु बांधना
बल
कु हार क म से पुतली बना ले और चंदन, नाग पान, चावल, सफे द फू ल, 5 वजा, 5
द पक, 5 बड ईशान दशा म, ब ल दे और उसी जल से नान करे।
धूप
नान करके गंगा जल, सांप क के चली, गूगल, नीम के प े, ने वाला, घृत लेकर धूप
करे।

शकु नी 6 दन, 6 ठे महीने या 6 ठे वष क अ ध ा ी बाल ह मातृका


कोप ल ण-
वर, शरीर ववन होना, न द न आना ( दन रात जागते रहना )
बल
पठ क पुतली बनाए और सफे द पु प, र पु प, पीला पु प, चंदन, नागर पान, 10
द पक, 10 व तक, 10 मु क, 10 बड का ध, जम दका मछली , म दरा, अ न
दशा म दन के म य म ब ल दे
धूप
गंगा जल, लहसुन, गूगल, सांप क कांचली, नीम के प े,घृत से धूप करे

शु क रेवती सातवे दन , सातवे महीने या 7 वे वष क अ ध ा ी बाल ह मातृका


कोप ल ण
वर, ध हण नह कारण, मु बांधना, रोता रहता है।
आ द शंकर वै दक व ा सं ान
रभाष: 9044016661
बल
लाल व सफे द पु प, चंदन, नागर पान, लाल चावल, खचड़ी, 13 व तक, मछली का
मांस, म दरा, 13 वजा, 5 द पक, प म दशा म ाम से नकल कर सायंकाल ब ल
दे ।
धूप
गूगल, मेडा का सग, सरसो, खस, ने बाला, घृत इसका धूप करे

अय आठव दन , आठव महीने या 8 वे वष लाल, क अ ध ा ी बाल ह मातृका


कोप ल ण-
वर, गीढ़ के समान गंध आना, भोजन नह खाता, कांपता है
बल
पीली वजा, चंदन, फू ल, पूरी, पापड़ी, मछली का मांस, म दरा, जंबू, सुबह के समय
ब ल दे ।

भूसू तका- नोवे दन , नोवे महीने या 9 वे वष क अ ध ा ी बाल ह मातृका


कोप ल ण
वर, न य वमन, शरीर ववणता होती है, मु बंद कर सकते है
बल
नद के न रे क म से सफे द व लपेट कर, सफे द फू ल, चंदन, नागर पान, 13
सफे द वजा, 13 द पक, 13 व तक, 13 पुतली, 13 मछली पुतली, मछली मांस,
आ द शंकर वै दक व ा सं ान
रभाष: 9044016661
म दरा उ र दशा म ाम से नकल कर ब ल दे
धूप
गूगल, नीम के प ,े गो का स ग, सफे द सरसो, घृत करके धूप करे।

नऋता- दसवे दन , दसवे महीने या 10 वे वषक अ ध ा ी बाल ह मातृका


कोप ल ण
वर, शरीर कपता है, रोता है, मू व व ा वकार होता है
बल
समु क म लेकर पुतली बनाए, चंदन, नागर पान, लाल फू ल, लाल चंदन, पांच वण
वाली वजा, 5 द पक, 5 व तक, 5 पुतली, मछली मांस, म दरा को वा दशा म
ब ल दे
धूप
काक क व ा, गो का मांस, गो का स ग, लहसुन, ब व के लोम, नीम के प े, घी क
धूप दे ।

पलप का 11 वे दन , 11 वे महीने या 11 वे वष क अ ध ा ी बाल ह मातृका


कोप ल ण
वर, भोजन नह करता, ऊपर होती है, अंग भंग होता है
बल
पीठ से पुतली बना लाल चंदन से पुतली मुख लाल बना ध मुख से सीचे, पीला फू ल,
चंदन, नागर पान, 7 पीली वजा, 7 द पक, 8 बड़े, 8 पूरी, 8 कचौर, मछली मांस,
आ द शंकर वै दक व ा सं ान
रभाष: 9044016661
म दरा पूव दशा म ब ल।
धूप
गूगल, गो का स ग, साप क केे चुली, घृत क धूप दे ।
कामुका- बारहवे दन , बारवहे महीने या 12 वे वष क अ ध ा ी बाल ह मातृका
कोप ल ण
वर, ब त हस कर बात करता है, बार बार मु कु राता है, भोजन नह करता
बल
ध से पुतली बनाकर चंदन, नागर पान, सफे द फू ल, 7 सफे द वजा, 7 द पक,7 पुडी,
दही भांत क ब ल दे
धूप
गूगल, गंगा जल, सरसो, घृत क धूप द

यान द-
म दरा के ान पर सा वक ता पा म मधु योग करे। तथा मछली हेतु ल बे
बैगन का योग करे।

आ द शंकर वै दक व ा सं ान
रभाष: 9044016661

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