Roshni New Audition

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रौशनी

मेरा नाम रौशनी है ... और जहाँ रौशनी होती है … वहाँ अँधेरा होने का कोई चांस नहीं होता है... !! मैं
परू ी कोशिश करती हू ँ कि अपने आस पास की दुनिया में किसी किस्म का अँधेरा न रहने दूं... !! अब
इस कोशिश में या तो मैं जीत जाती हू ँ ... या फिर सीख जाती हू ँ...   हारती तो मैं हू ँ  ही नहीं ...!!
क्युंकि हार तो … मान लेने से होती है ... और हार मान लेना रौशनी के स्वभाव में नहीं है …
[थोडा उदास होते हु ये ]
हां लेकिन कभी कभी ये जान कर मन उदास जरुर हो जात है कि … इतनी तरक्की के बाद… दुनिया
भले मंगल पर जाकर मंगल मनाने में लगी है … हमारी सोसाइटी में एक लड़के और एक लड़की में
भेद… आज भी किया जाता है ... और मेरा घर भी इस से अलग नहीं है... !! माँ का कहना है कि
लड़की पराया धन होती है .. और पापा मानना है कि मैं उनकी जिम्मेदारी हू ँ ... जिसे उन्हें निभाना है ...
मैं घर की जिम्म्दारी नहीं उठा सकती... क्योंकि लड़कियां घर की वारिस नहीं होती ...!!!
[ भाव बदलते हु ए ]
वैसे उनकी भी गलती नहीं है .,.. हमारी सोसाइटी में यही मान्यता है कि… लड़के घर की विरासत
सँभालते है..… और लड़की घर की इज्जत !! लेकिन मुझे ये सोच बदलनी है … और इसके लिए मुझे
बस एक मौका चाहिए … और लड्डू गोपाल की कृपा से मुझे वो मौका मिल गया है ... कल मैं गाँव जा
रही हू ँ …!!! अपने फै सलों और कोशिशो से ये साबित करने कि लड़की हूं पर लड़ सकती हूं ...
!!!! 

Writer – AMIT JHA

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