Professional Documents
Culture Documents
पाठ - 4 -तुम कब जाओगे अतिथि- शरद जोशी
पाठ - 4 -तुम कब जाओगे अतिथि- शरद जोशी
िन न ल खत न के उ र एक-दो पंि य म दी जए -
1. अित थ िकतने िदन से लेखक के घर पर रह रहा है?
उ र:- अित थ लेखक के घर चार िदन से रह रहा है।
िन न ल खत न के उ र (25-30 श द म) ल खए -
7. लेखक अित थ को कैसी िवदाई देना चाहता था?
उ र:- लेखक अित थ को एक भावभीनी िवदाई देना चाहता था। वह चाहता था िक जब अित थ जाए तो पित-प नी उसे टेशन
तक छोड़ने जाए। उ ह स मानजनक िवदाई देना चाहते थे परंत ु उनक यह मनोकामना पूण नह हो पाई।
10. लोग दस
ू रे के होम क वीटनेस को काटने न दौड़।
उ र:- हर यि अपने घर म सुख-शांित बनाए रखना चाहता है। अपने घर को वीट होम बनाए रखना चाहता है पर तु अनचाहा
अित थ आकर उसक इस िमठास को ख म कर देता है। असुिवधाएँ उ प हो जाती ह। उनका आचरण दस
ू र के जीवन को उथल-
पुथल कर देता है। यह दस
ू र के घर क सरसता कम करने का कारण बन जाते ह। लेखक इसी दबाव मे कहता है िक िकसी को
अ धकार नही है िक वह िकसी प रवार के खुशनुमा वातावरण को हािन पहँचाए ।
िन न ल खत न के उ र (50-60 श द म) ल खए -
13. कौन-सा आघात अ यािशत था और उसका लेखक पर या भाव पड़ा?
उ र:- जब अित थ चार िदन तक नह गया तो थित म बदलाव आने लगा और संबध
ं बदलने लगे। लेखक ने उसके साथ
14. 'संबध
ं का सं मण के दौर से गुज़रना' - इस पंि से आप या समझते ह? िव तार से ल खए।
उ र:- 'संबध
ं का सं मण के दौर से गुज़रना' - इस पंि का आशय है संबध
ं म प रवतन आना। जो संबध
ं आ मीयतापूण थे अब
घृणा और ितर कार म बदलने लगे। जब लेखक के घर अित थ आया था तो उसके संबध
ं सौहाद पूण थे। उसने उसका वागत
स ता पूवक िकया था। लेखक ने अपनी ढ़ीली-ढ़ाली आ थक थित के बाद भी उसे शानदार िडनर खलाया और सनेमा
िदखाया। लेिकन अित थ चार पाँच िदन क गया तो थित म बदलाव आने लगा और संबध
ं बदलने लगे। मधुर संबध
ं कटु ता म
प रवितत हो गए। स कार क ऊ मा समा हो गई। िडनर से खचड़ी तक पहँचकर अित थ के जाने का चरम ण समीप आ गया
था। इसी कारण आज का दौर संबध
ं ो के सं मण का दौर है ।
15. जब अित थ चार िदन तक नह गया तो लेखक के यवहार म या- या प रवतन आए?
उ र:- जब अित थ चार िदन तक नह गया तो थित म बदलाव आने लगा और संबध
ं बदलने लगे। लेखक ने उसके साथ
मु कुराकर बात करना छोड़ िदया, बातचीत के िवषय समा हो गए। सौहाद यवहार अब बो रयत म बदल गया। मधुर संबध
ं कटु ता
म प रवितत हो गए। स कार क ऊ मा समा हो गई। िडनर से खचड़ी तक पहँचकर अित थ के जाने का चरम ण समीप आ गया
था। इसके बाद लेखक उपवास तक जाने क तैयारी करने लगा। लेखक अित थ को 'गेट आउट' तक कहने के लए तैयार हो गया।
• भाषा अ ययन
16. िन न ल खत श द के दो-दो पयाय ल खए
चाँद, िज़ , आघात, ऊ मा, अंतरंग
उ र:-
िज़ उ ेख वणन
ऊ मा गम घिन ता
अंतरंग घिन आं त रक