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INTERNATIONAL INDIAN SCHOOL, JEDDAH

VI-VIII BLOCK
पाठ : 7 साथी हाथ बढ़ाना
कवि : साहहर लधु ियानिी
शब्दाथथ
1. बोझ - भार
2. फ़ौलादी - मज़बूत
3. राह - रास्ता
4. गैर - पराया
5. खाततर - के ललए
6. नेक - भला
7. कतरा - बूूँद
8. दररया - नदी
9. ज़राथ - रे त का कण
10. इंसाूँ - इनसान

प्रश्न - उत्तर
प्रश्न1- 'सागर ने रस्ता छोड़ा, परबत ने सीस झुकाया' - साहहर
ने ऐसा क्यों कहा है ?

उत्तर - साहहर ने ऐसा इसललए कहा है , क्योंकक एकता में ऐसी


शक्क्त होती है , क्िससे बड़ी से बड़ी कहठनाइयों का सामना
आसानी से ककया िा सकता है | किर चाहे विशाल पिथत हो या
सागर एक साथ लमलकर मेहनत करने से रास्ता लमल ही
िाता है |

प्रश्न2- गीत में सीने और बाूँहों को फ़ौलादी क्यों कहा गया है ?


उत्तर - गीत में सीने और बाूँहों को फ़ौलादी इसललए कहा गया है
,क्योंकक मेहनत करने िाले िब काम करने का तनश्चय करते हैं
तो उनका हृदय हर तरह की कहठनाइयों को सहन करने के
योग्य हो िाता है | उनकी बाूँहें मेहनत करने के ललए फ़ौलादी
बन िाती हैं |

भाषा की बात
प्रश्न - 1. नीचे ललखे शब्दों के प्रचललत रूप ललखखए -
परबत - पिथत
सीस - शीश
रस्ता - रास्ता
इंसाूँ - इनसान

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