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VAISHNAVI CLASSES 28 FUTTA ROAD WEST KARAWAL NAGAR DELHI 110094

हमें न्यायपालिका की आवश्यकता क्यों पड़ती है सकता कार्यकाल की सुरक्षा के कारण न्यायाधीश बिना किसी भय और
न्यायपालिका सरकार का महत्वपर्ण
ू तीसरा अंग है जिसे विभिन्न भेदभाव के अपना कार्य पर्ण
ू रूप से करते हैं
व्यक्तियों या निजी संस्थाओं ने आपसी विवादों को हल करने वाले पांच संविधान में न्यायाधीशों को हटाने के लिए बहुत ही कठिन प्रक्रिया
के रूप में दे खा जाता है की कानून के शासन की रक्षा और कानून की निर्धारित की गई है
सर्वोच्चता को सुनिश्चित करें इसके लिए यह जरूरी है कि न्यायपालिका संविधान निर्माता का मानना था कि हटाने की प्रक्रिया कठिन हो तो
किसी भी राजनीतिक दबाव से मक्
ु त होकर स्वतंत्र निर्णय ले सके न्यायपालिका के सदस्यों का पद सरु क्षित रहे गा
न्यायपालिका दे श के संविधान लोकतांत्रिक परं परा और जनता के प्रति न्यायपालिका विधायिका या कार्यपालिका पर वित्तीय रूप से निर्भर नहीं है
जवाब दे है संविधान के अनुसार न्यायाधीशों के वेतन और भक्तों के लिए विधायिका
---- विधायिका और कार्यपालिका न्यायपालिका के किसी भी प्रकार के कार्य की स्वीकृति नहीं ली जाएगी
में बाधा न पहुचायेऔर न्यायपालिका ठीक प्रकार से कार्य कर सके न्यायाधीशों के कार्य और निर्णय की व्यक्तिगत रूप से आलोचना नहीं की
: --- न्यायाधीश बिना भाई या भेदभाव के अपना कार्य कर सके जा सकती है यदि कोई ऐसा करता है तो न्यायालय की अवमानना का
---- न्यायाधीश के रूप में नियुक्त होने के लिए व्यक्ति को वकालत का दोषी पाया जाता है तो न्यायपालिका उसे सजा दे ने का अधिकार रखती है
अनुभव या कानून का विशेषज्ञ होना चाहिए इसका निश्चित कार्यकाल केवल विशेष स्थितियों में ही न्यायाधीशों को हटाया जा सकता है इसके
होता है यह सेवा निर्मित होने तक अपने पद पर बने रहते हैं विशेष अलावा उनके कार्यकाल को कम नहीं किया जा सकता कार्यकाल की
स्थितियों में न्यायाधीशों को हटाया जा सकता ह सुरक्षा के कारण न्यायाधीश बिना किसी भय और भेदभाव के अपना कार्य
न्यायपालिका विधायिका या कार्यपालिका पर वित्तीय रूप से निर्भर नहीं है पर्ण
ू रूप से करते हैं
: न्यायपालिका की स्वतंत्रता से क्या अभिप्राय है संविधान में न्यायाधीशों को हटाने के लिए बहुत ही कठिन प्रक्रिया
निर्धारित की गई है
सरकार के अन्य अंग विधायिका और कार्यपालिका न्यायपालिका के संविधान निर्माता का मानना था कि हटाने की प्रक्रिया कठिन हो तो
निर्णय में बाधा ना पहुंचाएं और किसी भी प्रकार का कोई हस्तक्षेप ना न्यायपालिका के सदस्यों का पद सरु क्षित रहे गा
करें न्यायपालिका विधायिका या कार्यपालिका पर वित्तीय रूप से निर्भर नहीं है
न्यायपालिका बिना किसी डर और भेदभाव के अपना कार्य कर सके और संविधान के अनुसार न्यायाधीशों के वेतन और भक्तों के लिए विधायिका
अपना फैसला सन
ु ा सके की स्वीकृति नहीं ली जाएगी
न्यायपालिका दे श की लोकतांत्रिक राजनीतिक संरचना का एक हिस्सा है न्यायाधीशों के कार्य और निर्णय की व्यक्तिगत रूप से आलोचना नहीं की
न्यायपालिका दे श के संविधान लोकतांत्रिक परं परा और जनता के प्रति जा सकती है यदि कोई ऐसा करता है तो न्यायालय की अवमानना का
जवाब दे ह हैं दोषी पाया जाता है तो न्यायपालिका उसे सजा दे ने का अधिकार रखती है

भारतीय संविधान ने कैसे न्यायपालिका को स्वतंत्रता प्रदान की है


न्यायधीशों की नियुक्तियों के मामले में विधायिका को सम्मिलित नहीं
किया जाता है इससे यह सुनिश्चित किया गया कि इन नियुक्तियों में
दलगत राजनीति की कोई भूमिका नहीं रहे
न्यायाधीश के रूप में नियुक्त होने के लिए किसी व्यक्ति को वकालत का
अनुभव या कानून का विशेषज्ञ होना जरूरी है
किसी व्यक्ति के राजनीतिक विचार उसकी नियुक्ति का आधार नहीं बनने
चाहिए
न्यायधीशों का कार्यकाल को निश्चित किया गया होता है यह सेवा निर्मित
होने तक अपने पद पर बने रहते हैं और इन्हें केवल विशेष परिस्थितियों
में ही हटाया जा सकता है
: केवल विशेष स्थितियों में ही न्यायाधीशों को हटाया जा सकता है इसके
अलावा उनके कार्यकाल को कम नहीं किया जा

1ST TO 8TH ( ALL SUBJECT) , 9TH 10TH (MATHS, SCIENCE,ENGLISH,SST) 11TH 12TH ARTS,COMMERCE,SCIENCE
COMPETETIVE CLASSES FOR GOVT. JOB – SSC CGL ,CPO,CHSL,MTS,GD,DSSSB ,DELHI POLICE, UP POLICE AND OTHER
STATE POLICE
(एक क़दम सफलता की ओर)

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