Pt-1xi Hind

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केन्द्रीम विद्मारम ए एप एस भनौयी

विषम – हहिंदी

आिर्ती ऩयीऺा –प्रथभ (अगस्र्त -2017)

कऺा - ग्मायहि िं

सभम -90 मभनट अिंक -50

ननदे श –सब प्रश्न अननिामय हैं . प्रश्नों के उत्र्तय साफ़ एििं स्ऩष्ट मरखिए .

प्रश्न -1 –ननम्नमरखिर्त ऩद्मािंश को ऩढ़कय ऩछ


ू े गए प्रश्नों का उत्र्तय दीजजए – 5X2

टोपी पहहरे माऱा पहहरे छाप तिऱक अनम


ु ाना | साखी सब्दहहिं गावि भऱ
ू े आिम खबरर जाना |

हहन्द ू कहे मोहहिं राम पपयारा िक


ु क कहै रहहमाना | आपस में दोउ ऱरर ऱरर मए
ु मरम ना काहू जाना||

घर-घर मिंिर दे ि फिरि है ,महहमा के अभभमाना | गरु


ु के सहहि भसख्य सब बड़
ू ें अिंि काऱ पछिाना ||

कहे कबीर सन
ु ो हो सिंिो ,ई सब भमक भऱ
ू ाना | केतिक कहौ कहा नह िं मानै सहजे सहज समाना ||

1 -पाठ एविं कपव का नाम बिाइये ?


2 – कपव हहन्द ू और मस
ु ऱमान की क्या पवशेषिा बिािा है ?
3 – कपविा में कपव गरु
ु ओिं के बारे में क्या वर्कन करिा है ?
4 –कपविा में कपव फकन फकन आडम्बरों की चचाक करिा है ?
5 – “केतिक कहौ कहा नह िं मानै सहजे सहज समाना” पिंक्क्ि का क्या अर्क है ?

प्रश्न -2-–ननम्नमरखिर्त गद्मािंश को ऩढ़कय ऩूछे गए प्रश्नों का उत्र्तय दीजजए- 5X2


दु

योज

I-दनु नमा सोर्त थ ऩय दनु नमा की ज ब जागर्त थ , ऩिंजतर्त का तमा आशम है ?


II-शहय भें हरचर तमों भच गम ?
III-उऩमत
ुय र्त गद्मािंश भें रेिक ककन-ककन भ्रष्ट रोगों की चचाय कयर्ता है ?
IV-ककसकी ननिंदा हो यही थ औय कौन कय यहा था ?
V- ऩाठ औय औय रेिक का नाभ फर्ताइए?
प्रश्न -3 – ननम्नमरखिर्त ऩूछे गमे प्रश्नों का उत्र्तय दीजजए ? 5X2
क – कबीर की दृक्टट में ईश्वर एक है |इसके समर्कन में उन्होंने क्या िकक हदया है ?
ि –रोग भ या को फाियी तमों कहर्ते हैं ?

ग –ििंश धय ने भक
ु दभा हायने ऩय तमा अनब
ु ि प्राप्र्त ककमा ?

घ –अरोऩ दीन के व्मजतर्तत्ि के दो ऩहरू (ऩऺ) कौन हैं ?

ङ –कबीर ने अपने को द वाना


प्रश्न-4–साईककर िोने ऩय अऩने ऺेत्र के थानाध्मऺ को उसे िोजने के मरए एक प्राथयना ऩत्र मरखिए-6
प्रश्न -5 - ननम्नमरखिर्त भें से ककस एक विषम ऩय ननफिंध मरखिए –(अधधकर्तभ -200 शब्द )—7
क- स्िर्तिंत्रर्ता हदिस औय हभाया दानमत्ि
ि –प्राकृनर्तक आऩदा : कायण औय ननिायण
ग –अनश
ु ासन का भहत्ि
प्रश्न -6 – ननम्नमरखिर्त भें से ककस एक विषम ऩय पीचय मरखिए – 7
क – फढ़र्त आफादी औय घटर्ते िन
ि –विद्मारम की प्रार्त् कारीन सबा
ग –जागो ग्राहक जागो अथायर्त उऩबोतर्ता के अधधकाय

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