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INTERNATIONAL INDIAN SCHOOL , AL- JUBAIL

SUBJECT – HINDI

अपठित गद्यांश CLASS- 5

निम्िलिखित गद्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्िों के उत्तर िीजिए।

बयिक चांद्रशेिर की उम्र उस सम् चौिह वर्ष थी। ववद्यि् में समयचयर पत्रों के
मयध््म से उन्हें अांग्रेिों के अत््यचयरों व क्यांनतकयरी आांिोििों की समझ हो गई
थी। तब उन्होंिे इस आांिोिि में दहस्सय िेिे कय फैसिय कक्य। उस सम् इतिी
कम उम्र के बच्चे आांिोििों में भयग िहीां िेते थे क््ोंकक ऐसे आांिोििों में भयग
िेिे वयिों के सयथ अांग्रेजी सरकयर बहुत सख़्त बतयषव करती थी। जिससे हर कोई
इि आांिोििों में भयग िेते हुए डरतय थय पर बयिक चांद्रशेिर बहुत बहयिरु थे।
उन्होंिे घूम घूम कर अपिे हमउम्र ववद्यर्थष्ों को आांिोिि में भयग िेिे के लिए
प्रेररत कक्य। उिके सयथ कयशी के सैंकडो ववद्यर्थष्ों िे क्यांनतकयरी ियरे िगयते हुए
अांग्रेज सरकयर के ववरोध में िुिूस निकयिय। ियरों कय शोर सुिकर कई पुलिस वयिे
भी वहयाँ आ गए। तभी एक पलु िस अर्धकयरी िे गरिकर कहय, "तुम सब अपिे
अपिे घरों को वयपस ियओ, वरिय तुम्हें िेि में डयि दि्य ियएगय। तब चांद्रशेिर
िे निडरतय से कहय - क््य आजयिी मयाँगिय अपरयध है ? अगर है , तो पहिय अपरयधी
मैं हूाँ। एक छोटे से बयिक के माँह
ु से एसी वीरतय भरी बयतें सि
ु कर वह अर्धकयरी
क्ोध से भर उठय।

प्रश्ि - 1- बयिक चांद्रशेिर को समयचयर पत्रों के मयध््म से ककस चीज की समझ


हो गई थी?

उत्तर -
प्रश्ि - 2- उस सम् कम उम्र के बच्चे आांिोििों में भयग क््ों िहीां िेते थे?
उत्तर -

प्रश्ि - 3- अांग्रेज अर्धकयरी क्ोध से क््ों भर उठय?


उत्तर -

प्रश्ि - 4- दिए गए शब्िों के वविोम शब्ि गद्यांश में से ढूाँढ़कर लिखिए।

( 1) गुियमी -
( 2) कय्रतय -

प्रश्ि - 5- ररक्त स्थयि की पनू तष कीजिए।

1. बयिक चांद्रशेिर बहुत _______________ थे।


2.क््य __________ मयाँगिय अपरयध है ।

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