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Emotional Intelence Notes
Emotional Intelence Notes
में है, जिसने पूरी दुनिया पर अपनी छाप छोड़ दी, इस किताब का नाम
है Emotional Intelligence, जिसे Daniel Goleman ने लिखा है।
दुर्भाग्यपूर्ण, पूरी दुनिया में कुछ इस तरह के trend चले हुए हैं,
जिससे आज की युवा पीढ़ी, पहले की पीढ़ियों के मुकाबले बहुत फंसी
हुई हैं, जिससे उन्हें मानसिक बीमारी, अपराध और लत जैसी, काफ़ी
negative नतीजे भुगतने पड़ रहे हैं।
5 – रितोंश्तों
को संभालना: ये जाने की कैसे बहस और लड़ाई को सुलझाया
जाए और बात करते वक्त कैसे emotional flooding से बचा जाए।
तलाक की दर बढ़ रही है, 1950 में 30% से, 1990 में ये प्रतिशत
67% हो चुका है। कोई खास मुद्दा शादी को खत्म नहीं करता है। ये ऐसा है
कि कैसे couple एक दूसरे से disagree करते हैं और discuss करते
हैं वो मायने रखता है। यहां हमें अगले की बुराई और बीच में एक
दीवार खड़ी करने से बचना है।
अक्सर ये होता है कि, पत्नी ऐसी शिकायत करती है जिसके बारे में
पति को लगता है कि ये कोई बड़ी बात नहीं है और वो कुछ action नहीं
लेते हैं। आखिर में पत्नी बुराई करते-करते पति के किरदार पर ही
उन्गली उठाने लगती है। जैसे, पत्नी कह सकती है “तुम कभी मेरी बात
पर विचार नहीं करते” बजाय की “अभी जो तुमने किया उससे मुझे लगता
है कि तुम्हें मुझे लेकर कोई फ़र्क नहीं पड़ता।”
जब पति अपनी बुराई face करता है, तो वो emotionally बह जाता है और
उससे deal करने के लिए, वो अपने और अपनी पत्नी के बीच एक
दीवार खड़ी कर देता है, क्योंकि ये पुरुषों के evolution के समय से
चला आ रहा, यही उनका defense mechanism है। जैसे की, वो बिल्कुल
emotionless हो जाएंगे या अपनी पत्नी को पूरा ignore करेंगे। इस
तरह का व्यवहार पत्नी को मजबूर कर देते हैं कि वो और ज्यादा झगड़ा
और बुराई करें और इस तरह दीवार बढ़ती जाती है। और अगर ऐसा होना
बढ़ता जाता है तो ये रितेश्ते
को तलाक की तरफ ले जाता है।
गुस्सा दिल के लिए बहुत बुरा होता है। ज्यादा गुस्सा करने वाले लोग
smoker, blood pressure patient और high collestrol वाले लोगों कि
तुलना में जल्दी मरते हैं। इसका मारक (antitode) है, कि अपने अंदर
लोगों पर भरोसा करने वाला दिल विकसित किया जाए, दूसरे के बेहतर
इरादों को समझा जाए।
क्योंकि depression शुरू में चिड़चिड़ेपन की form में शुरू होता है,
खासकर parents के मामले में, लोग भी ऐसे depressed person से
घुलना मिलना पसंद नहीं करते, और ये एक spiral की तरह उसे और
नीचे ले जाता है, तर्क और अलगाव की तरफ। अगर बच्चे को ये
सिखाया जाता है, कि वो अपनी हालात को सुधारने के लिए action ले
सकते हैं, तो वो depression में गिरने से बच जाएंगे।
लीशी
शराब और न ली दवाओं की लत:
ऐसे लोग जो alcohol और drugs के साथ experiment करते हैं, 14% लोग
alcoholic बनते हैं और 5% drug addict बन जाते हैं। Addict लोगों
के साथ फ़र्क ये होता है, कि वो अपने negative emotions को ठीक
करने के लिए इन substance को एक दवा की तरह लेने लगते हैं।
क्योंकि alcohol में एक relaxation effect होता है, इसके addicts उनकी
extremely high anxiety को treat करने के लिए भी alcohol का सहारा
लेते हैं। Drug addict depression की स्थिति में cocain की तरफ
चले जाते हैं, और गुस्से को control करने के लिए heroin की तरफ।