Download as pdf or txt
Download as pdf or txt
You are on page 1of 15

ई-मेल लेखन

डॉ. अंशम
ु ान ऋषि
आवश्यकता अथवा उपयोग
• *सच ू ना एवं संप्रेिण तकनीक का यग ु (नवीन ज्ञान से
जोड़ना)
• *समस्त कायय व्यापार कंप्यट ू र और मोबाइल पर ही ननर्यर
• *शीघ्रानतशीघ्र संदेश पहुंचाना संर्व (टं ककत-पत्र या ई-मेल)
• *सल ु र् साधन कंप्यट ू र और मोबाइल
• *यह सूचना संप्रेिण का डडजजटल माध्यम है,
• *र्ेजा और (गोपनीयता) निपाया र्ी जा सकता है।
• *प्रमाण के साथ सरु क्षित/सेव रखना आसान
ई-मेल को कुि इस प्रकार पररर्ाषित ककया जा
सकता है -
• ई-मेल वह डडजजटल प्रणाली या प्रकिया है जजसम
• एक इलेक्ट्रॉननक टर्मयनल संदेश (सूचना) या
• समाचार को टं ककत करता है या रचना करता है
• और दस ू रा (अधधक लोग र्ी हो सकते हैं) टर्मयनल
• उसे कुि ही िणों म प्राप्त कर लेता है । इसम
• पत्र, लेख, संदेश, धचत्र एवं अन्य सामग्री र्ी
• नत्थी (Attach) की जा सकती है ।
ई-मेल के कुि और उद्दे श्य एवं मख्
ु य
षवशेिताएँ
संिेप या षवस्तार से अपनी बात कहने की स्वतंत्रता
कम समय और कम खचय म अपना संदेश र्ेजना
सुरक्षित संचार माध्यम होना
कागज की बचत, पयायवरण का संरिण
कंप्यटू र के अनतररक्ट्त टै ब, मोबाइल आदद म र्ी उपल्ध
ई-मेल अकाउं ट बनाने का तरीका
• Internet Explorer, Google Chrome, Mozilla आदद खोल।

वेब ब्राउज़र के पते पर www.gmail.com या yahoo.com र्लख।

• Create Account बटन को दबाएँ

• सामने आपकी जानकारी माँगता एक पष्ृ ठ खल


ु ेगा

उसम सारी जानकारी र्र और Next पर Click करते जाएँ

• एक स्थान पर आपका फ़ोन नंबर माँगा जाएगा, उसी नंबर पर code र्ेजा जाएगा

• उस code को र्लखकर continue पर click कर आपका account आपके सामने


होगा; जैस-े anshuman5khms@gmail.com
परीिा म रचनात्मक लेखन के संदर्ों म
औपचाररक ई-मेल लेखन
• कोसय म होने के कारण इसम कुि बदलाव करना
होगा; जैसे- समय, नतधथ और स्थान को अलग
से दे ना होगा जबकक वास्तषवक ई-मेल म यह
र्लखना नहीं पड़ता, स्वतः समय आदद अंककत हो
जाता है । षवद्यालयी संदर्ों (School Context )
म इसे ददखाना होगा। इस आधार पर ई-मेल का
प्रारूप कुि यँू होगा या होना चादहए।
तकनीकी श्दों का अथय
• From – र्ेजने वाला (Sender)

• To – प्राप्तकताय (Main Receiver)

• CC – प्रनतर्लषप (Carbon Copy)

•BCC – गोपनीय प्रनतर्लषप (Blind Carbon Copy)

• Sub – षविय (Subject )


औपचाररक ई-मेल का प्रारूप (Format of Formal E-mail)
• From – र्ेजने वाले का पता
• abc5€¥$@_gmail.com

To – प्राप्त करने वाले का पता


• rampurshopolice@gmail.com

CC – प्रनतर्लषप
• policeheadquarter@_gmail.com

BCC – गोपनीय प्रनतर्लषप


• commissionerpolice state@_gmail.com

Sub – षविय (Subject)


• िेत्र म बढ़ते अपराधों के संदर्य म
थानाध्यि महोदय
कमला नगर
उत्तर प्रदेश
अथवा

श्रीमान वीरद्र र्संह


थानाध्यि
रामपरु
उत्तर प्रदेश

महोदय/ महोदया / मान्यवर /महाशय


जय दहंद / नमस्कार
मैं रामपरु िेत्र के योगी षवहार म रहता हूँ। मैं यहां का सामान्य नागररक हूँ। मैं अपने वद्
ृ ध
माता-षपता और दो िोटे बच्चों के साथ शांनतपूवक य जीवन व्यतीत कर रहा हूँ, परं तु जब से
पड़ोस म मीट की दक ु ान खलु ी है तब से जीना दर्ू र हो गया है ।
दक
ु ान पर सब
ु ह-शाम असामाजजक तत्व आते-जाते रहते हैं और शाम को तो यह उनका अड्डा
ही बन जाता है । हमारे िेत्र म षपिले बीस ददनों म चोरी हुई , माकेट के ननकट चेन खींची
गई और मदहलाओं से अर्द्र व्यवहार ककया गया।
आपसे करबद्ध ननवेदन है कक हमारे िेत्र म पर्ु लस की अनतररक्ट्त चौकसी बढ़ाई जाए, जगह-
जगह कैमरे लगाए जाएँ और मीटवाले को आगाह ककया जाए कक वह अपनी दक ु ान के आस -
पास असामाजजक तत्वों को इकट्ठा न होने द। अथवा यहां से दक ु ान स्थानांतररत की जाए।
कृपया बढ़ते अपराधों को रोकने हे तु तुरंत प्रर्ावी कदम उठाकर नागररकों को राहत द।
धन्यवाद सदहत
आपका / र्वदीय
सधचन कुमार/ कखग (र्ेजने वाले का नाम)
ददनांक 20X20XX
समय - 12:30 दोपहर
• (ई-मेल (औपचाररक) म प्राप्त करने वाले स्वतः ही समय और ददनांक टं ककत (Typed) हुआ दे खते हैं, र्ेजने वाले को
र्लखना नहीं पड़ता, परं तु षवद्यालीय संदर्ों म र्लखवाया जा सकता है ।)
ई-मेल की र्ािा एवं प्रकार
1. सामान्य पत्रों की तरह ई-मेल र्ी औपचाररक व अनौपचाररक हो सकते हैं।
जैसे सामान्य पत्र र्लखे जाते हैं
वैसे ही ई-मेल र्ी र्लखा जाएगा। औपचाररकताओं तथा प्रस्तत ु ीकरण म ही
थोड़ा बहुत अंतर नजर आता है।
2. श्द सीमा (जो बोडय की है ) का पालन ककया जाए, परंतु षवियानस ु ार कुि
अधधक र्ी हो जाए तो अंक न काटे जाएँ 100-125 श्दों तक र्लखा जा
सकता है।
3. र्ािा सरल, बोधगम्य ही रख। तत्सम श्दावली से बच।
4. िोटे -िोटे वाक्ट्यों म अपनी बात कही जाए। पते, I.D. म अंग्रेजी श्दों का
प्रयोग मान्य है।
ई-मेल की र्ािा एवं प्रकार
5. षवरामधचह्नों का ध्यान रखा जाए।
6. ई-मेल म दो-तीन पैराग्राफ (अनुच्िे द) हो तो अच्िा।
7. गोपनीयता का ननवायह करते हुए पत्रों म परीिा र्वन र्लखा जाता था, परंतु
E-mail मxxx_123. ABC कुि र्ी उलटी-पुलटी I.D. बनाई जा सकती है।
8. Attachment, Send, Cancel जैसे अन्य संकेतों को ददखाने की आवश्यकता
नहीं है। यदद कोई ददखा र्ी है तो कोई बात नहीं।
9. E-mail बॉक्ट्स म ही बनाया जाए From To CC, BCC के बाद लाइन अवश्य
डाली जाए। E-mail को E-mail जैसा लगना र्ी चादहए, अत: प्रारूप का पालन
ककया जाए।
एक ई-मेल मझ
ु े र्ी
िमता संवधयन काययशाला से संबंधधत अपने षपिले
अनर्
ु वों का संिेप म उल्लेख कीजजए और इसे
लार्कारी बनाने हे तु कम से कम 2 सुझाव दे ते हुए
लगर्ग 100 -120 श्दों म ई-मेल के रूप म र्लखिखए।

anshuman.rishi@khms.ac.in
468617

You might also like