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Medical Literature

मेडिकल होली
आया मौसम फागन ु का, लंि गया अलसाय,
चढी जवानी चूत पर गई लंि के पास, गई लंि के पास
तन के यह बोली, है कोई ऐसा लंि जो खेले मुझ से होली
सतकक हो गए लंि दे वता, सुनकर चत ू की बोली
बोले चतू से आ ननकाल दे तेरा पानी
फफर ऐसा कह कर लंि दे वता ने चत ू की चूनर खोली
बुरा न मानो सुनने वाले ,यही है मेडिकल होली
मेडिकल ददवाली
मंगल की रात दीवाली थी
वो पपया से चद ु ने वाली थी
कोई बहन का लौिा चौद गया
लहं गे मे लौिा पौछ गया
तू मुझसे या घोिे से
या और फकसी के लौिे से
तझु े चद
ु ना होगा रातो मे
लेले का लौिा हाथो मे
कही ढोल बजे कही बीन बजे
कही एक के उपर तीन चढे
कोई चोद के बोला ठं िी है
ये मीरगंज की रं िी है
मेडिकल गीत
पहले नही जाती थी एक कील चूत मे
अब तो उड्ने लगी है एक चील चूत मे
बनते बनते बन गयी एक झील चूत मे
पानी पीने उतरा एक वकील चत ू मे
चला गया एक मील चत ू मे
वकील ने कर ददया अपील चत ू मे
सरकार ने लगा दी सील चूत मे
फफर से नही जाती है एक कील चूत मे!!
चत
ू महल की पररभाषा
यह हसीनो की वह बस्ती है
जहााँ चूत गांि से भी सस्ती है
जी चाहता है पटक के पेल दाँ ू
पर बिे िाक्टर साहब से फटती है
चत
ू की पररभाषा
1. यह दो गद्दे नुमा पहाडियो के बीच
मे वह रमणीय स्थान है , जहा.
लंिश
े वर महाराज 2 बूंद नछिकर
लिखिाते हुए बाहर ननकलते है उसे
चतू कहते है
2. 2 घाटन के बीच मे दरार पिी जहााँ
लंि पधारा करते है
3. चलत पैर चक-चक करे बैठत पे
मुसकाए,
बबना दांत के गन्ना चूसे वही चूत
कहलाए!!
चत
ू के प्रकार
• 0-12 साल = बरु
• 12-25 साल = चत ू
• 25- 30 साल = भोसिी
• 30-40 साल = भोसिा
• 40-60 साल= बम भोसिा
चत
ू का पवकास
• चनु नया. मनु नया चत
ू बरु भोसिा बम
भोसिा महानतम भोसिा सबसे बिी नसक का भोसिा
ताल-तललया सागर. प्रशांत महासागर
चच
ू ी की पररभाषा
• यह मख्खन की दो पहाडिया है जहााँ
न गरमी मे बफक पपघंलती है न सदी मे
बफक जमती है जजसको दबाने से बिे िाा्
साहब का लंि खिा हो जाता है और
हमारी मजममयो का चूत पानी पानी हो
जाता है
• चोली के भीतर छुपी जवानी का मजा है ,
लंि खिा करने की यह अचकू दवा है !!
चच
ू ी का पवकास
1. बेदाना. 2 दाना 3
अनारदाना 4 बेर. 5 नींबू
6 नारं गी 7संतरा 8बेल
9बैंगन 10 लौकी 11
कद्द ू
लंि की पररभाषा
• अजस्थ रदहत मस्ती सदहत बेलनाकार दण्ि को लंि कहते हैं, हड्िी न
पसलीअकिन ज्यादा, सदी न गमी बलगम ज्यादा
लन्ि की लंबाई
• बिे िाा् साहब के लन्ि की लंबाई 1700 गज 6 ईंच से कुछ अधधक है , यह लन्ि
फकले से चूत महल की दरू ी है
• हमारे लन्ि की लंबाई 0.000000000000000001 (17 शून्य 1 ईकाई)
लंि की स्तनु त
हे लंि दे वता तझु को मेरा सत्त- सत्त प्रणाम , झांटो की संद
ु र झरु मट
ु से जब लसंह
समान गरजते है तो 6 ईंच रजाई उठती है , जब तुम सोकर उठते है , हर चूत
तुमहारी दासी है , तुमको करती सत्त- सत्त प्रणाम है |
हे लंि दे वता तुझको मेरा सत्त- सत्त प्रणाम
गािं की पररभाषा
• चलते पैर नतरछे पिे, चूति भारी होए,
हसत गाल गड्िा पिे, तो पक्का गािूं होए!!
गािं मराने के फायदे
• कहत कबीर सन ु ो भाई साधु गािं मराए लमले
पााँच फायदे ,
बल लमले, यश लमले, चूति चौिा हो जाए,
खचकन को पैसा लमले, खल ु कर टट्टी होए!!
लबादे के फायदे

• लण्ि खिा होने पर छुपाने के ललए


• सिका मार के पोछने के ललए
• शहर की लिफकयो पर रौब जमाने के ललए
• जगह न लमलने पर लबादा बबछा कर चोदने
के ललए
1,3,5,7
• 1= रोज दाढी बनानी है
• 3= तीसरे ददन बगल के बाल काटने है
• 5= पााँचवे ददन झााँट के बाल काटने है
• 7= सातवे ददन लसर के बाल साफ करने है
नाम, काम, धाम
• आदरणीय धचफकत्सक महोदय जी, मै मादरचोद… …………….. जनपद…
…………… से उत्तर प्रदे श आयुपवकज्ञान पवश्वपवद्यालय, सैफई, जनपद ईटावा
मे अपनी मााँ चुदवाने आया हूाँ
मग
ु ाक बनने के फायदे
• महोदय के क्रोध से बचने के ललए
• गांि से मजस्तष्क का रक्त का प्रवाह बढ जाता
है जजससे भूली बबसरी यादे ताजा हो जाती है
• लिकी न लमलने पर मग ु ी चोदने के ललए
सिके के फायदे
• यह एक कृधिम अभ्यास है जजसके द्वारा
हम भगवान को चुनौती दे सकते हैं की हम
जीवन बबना पत्नी के गज
ु ार लेंगे
• खबू लगाओ सिका वजन हो जाए हल्का,
न लिकी हो न लिका
मेडिकल दोहे
1 कबीरा चढा पहाि पर, लंि ददयो लटकाए
जजसकी जजतनी भोसिी, काट काट ले जाए
2 कबीरा इस संसार में चूनतए रं ग बबरं ग
आाँख मूंदकर िाल दो, चौिी हो या तंग
3 कुतबु मीनार को दे खकर शााँहजाह ने यह फरमाया
आसमान का यह लौिा, धरती पर कैसे आया
4 धचिकूट के घाट पर भई संतन की भीि
तुलसी लौंडिया चोद गए, पकडे गए कबीर
5 कहत कबीर सुनहू भाई सीधा
उमर बीत गई कभी नही चोदा
6 कबीरा चढा पहाि पर लंि ददयो लटकाए
जजसको जाना स्वगक हो लंि पकि चढ जाए
रहीम के दोहे
• रदहमन वे नर मर चक ु े , जे कहू चोदन जाए
• बस्ती के सघन वन मे पिे ताप या ठं ि,
नारी को क्या चादहए एक काँु वारा लंि
Cadaver
• ये बिे िाक्टर के रईस बेटे है जो जबसे पैदा हुए , तब से लेटे है
मेडिकल पररचय
श्री मान िाक्टर साहब, मै आंिू, गांिू , महागांिू, झॉट का पपस्स,ू चत
ू का धचल्लर,
लंि का मख्खन, चूत का ढक्कन, बुर का बुरादा, वीयक का आमलेट, बिे िाक्टर
साहब के लंि का गल ु ाम हूाँ और तीन बार झुककर सलाम करता हूाँ!
मेडिकल शपथ
श्री मान महोदय, मै ननदे शक के बढू े चपरासी के काले कुत्ते के काले लंि से अपनी
काली गांि मरवाउं गा तथा बिे िाक्टर साहब के सामने तीसरे बटन पर नजर
रखते हुए अपनी धचजक्तसा मजममयो की लसलसाती चूत से ननकलते हुए ये
प्रनतज्ञा करता हूाँ फक कभी भी अपनी मजममयो के धचकने भागो को दे खने की
कोलशश नहीं करंगा| यदद ऐसा हुआ तो बिे िाक्टर साहब को पूरा हक होगा फक
मेरी गांि काटकर चपरासी के काले कुत्ते को खखला दे |
मेडिकल प्राथकना
एक दज ू े की चांद सी चत
ू के ललए घर से ननकली एक नारी चद
ु ासी, जब लंि मस
ु ंि
से भेट भयो, फफर नारी की चूत को आयी उबासी,
फफर झांट से झांट का मेल भयो और चूत से लिी मुसंि की छाती, और लंि मुंि
जब चोद गयो, तब चूत हो गयी पूरब वासी|
मेडिकल न्यट
ू न के ननयम
• प्रत्येक चतू अपनी जस्थर अवस्था में तब तक
रहती है , जब तक फकसी शजक्तशाली लंि से छे िा
न जाए
• प्रत्येक चूत उत्तेजन पर िाले गए लंि के व्यास
और लंि की समानप ु ानत होती है
• िंलप के गद्दे पर तझ ु को ललटाकर जांघो से जांघो
को तेरी सटाकर चोदं ग ू ा मै सारी रात, मत हो मेरी
जााँ उदास

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