Hindi 27 October 2023 - The Hindu and Nano Magazine by VeeR

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27 अक्टू बर 2023

दै निक द न िं दू एिानिनिि िोट् ि फॉर


ििंघ िोक िेवा आयोग
वीर तानियाि द्वारा

अिुक्रमनिका:
• ििंपादकीय 1: जानवर ों के प्रति क्रूरिा की र कथाम

• ििंपादकीय 2: भारिीय नौसेना अतिकाररय ों पर किर का फैसला

• ििंपादकीय 3: भारि का आतथिक दृतिक ण: आशावाद और तवकास क्षमिा

• ििंपादकीय 4: 2036 ओलोंतपक की मेजबानी के तलए भारि की आकाों क्षा: क्या रािर
िैयार है ?

• ििंपादकीय 5: ितमलनाडु में जाति-आिाररि सवेक्षण और आरक्षण नीतियाों

• ििंपादकीय 6: कब्जे में आए गाजा की आवाज

• नवषय 1: एक रािर एक उविरक

• नवषय 2: सतक्रय शासन और समय पर कायाि न्वयन


• नवषय 3: तवक्रम-1 रॉकेट?
• ििंपादकीय 1: जािवरोिं के प्रनत क्रूरता की रोकथाम
▪ पशु अतिकार और सुरक्षा:
o सोंतविान के भाग III में तनतहि क ई भी गारों टी , ज मौतलक अतिकार ों से सोंबोंतिि है ,
स्पि रूप से जानवर ों क प्रदान नहीों की गई है ।
o इसतलए, जब पहली बार पशु कल्याण पर कानून बनाने के प्रयास तकए गए, ि यह
एक अतिक प्राथतमक नैतिक तसद्ाों ि से आया तक जानवर ों क अनावश्यक ददि और
पीडा पहों चाना नै तिक रूप से गलि था।
o इसी दृतिक ण क ध्यान में रखिे हए सोंसद ने 1960 में पशु क्रूरिा तनवारण अतितनयम
(पीसीए अतितनयम) लागू तकया।
▪ पशु क्रूरिा तनवारण अतितनयम 1960:
o अतितनयम का तविायी इरादा "जानवर ों क अनावश्यक ददि या पीडा पहों चाने से
र कना" है ।
o भारिीय पशु कल्याण ब डि (AWBI) की स्थापना 1962 में अतितनयम की िारा 4 के
िहि की गई थी।
o यह अतितनयम जानवर ों पर अनावश्यक क्रूरिा और पीडा पहों चाने के तलए सजा का
प्राविान करिा है । यह अतितनयम जानवर ों और जानवर ों के तवतभन्न रूप ों क
पररभातिि करिा है ।
o क्रूरिा के तवतभन्न रूप ,ों अपवाद ों और तकसी पीतडि जानवर के खखलाफ क ई क्रूरिा
ह ने पर उसे मार डालने की चचाि करिा है , िातक उसे आगे की पीडा से राहि तमल
सके।
o वैज्ञातनक उद्दे श्य ों के तलए जानवर ों पर प्रय ग से सोंबोंतिि तदशातनदे श प्रदान करिा है ।
o यह अतितनयम प्रदशिन करने वाले जानवर ों की प्रदशिनी और प्रदशिन करने वाले
जानवर ों के खखलाफ तकए गए अपराि ों से सों बोंतिि प्राविान ों क स्थातपि करिा है ।
o यह अतितनयम 3 महीने की सीमा अवति का प्राविान करिा है तजसके बाद इस
अतितनयम के िहि तकसी भी अपराि के तलए क ई मुकदमा नहीों चलेगा।
▪ तचोंिाएँ :
o हालाँ तक यह कई प्रकार के कायों क अपराि मानिा है ज जानवर ों के प्रति क्रूरिा
का कारण बनिे हैं , उदाहरण के तलए, यह तचतकत्सा उन्नति सु तनतिि करने की दृति से
प्रय ग ों के तलए जानवर ों के उपय ग क अपने कवरे ज से छूट दे िा है ।
▪ अन्य सरकारी हस्तक्षेप:
o रािरीय ग कुल तमशन (आरजीएम): स्वदे शी नस् ों के तलए नस् सुिार कायिक्रम शुरू
करना िातक आनु वोंतशक सोंरचना में सुिार तकया जा सके और स्टॉक बढाया जा सके।
o ई-पशु हाट प टि ल: यह प टि ल गुणवत्तापूणि ग जािीय जमिप्लाज्म की उपलब्धिा के
सोंबोंि में प्रजनक ों और तकसान ों क ज डने के तलए है ।
o रािरीय पशु र ग तनयोंत्रण कायिक्रम : इसे मवे शी, भैंस, भेड, बकरी और सुअर आबादी
का 100% टीकाकरण सुतनतिि करने के तलए 13,343 कर ड रुपये के कुल पररव्यय
के साथ खुरपका और मुोंहपका र ग (एफएमडी) और ब्रुसेल तसस के तलए लॉन्च तकया
गया है ।
o रािरीय पशुिन तमशन: आईटी पशुिन के गहन तवकास के तलए है , तवशेि रूप से छ टे
पशुिन के साथ-साथ गुणवत्तापूणि भ जन और चारे की पयाि प्त उपलब्धिा के तलए।
o पशुिन स्वास्थ्य और र ग तनयोंत्रण य जना: पशु र ग ों जैसे खुरपका और मुोंहपका र ग
(एफएमडी) आतद की र कथाम और तनयोंत्रण के तलए सहायिा प्रदान की जािी है ।
o पशुिन की र ग सुरक्षा: पशुिन सुरक्षा के तलए, जापानी एन्सेफलाइतटस (जेई) और
ब्लूटोंग (बीटी) र ग ों के खखलाफ डायग्न खस्टक तकट और सबवायरल पातटि कल
आिाररि सोंक्रामक बसिल र ग वैक्सीन तवकतसि की गई थी।
▪ भारिीय पशु कल्याण ब डि (AWBI)
o AWBI केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डे यरी मोंत्रालय (पशुपालन और डे यरी
तवभाग) के िहि एक वैिातनक सलाहकार तनकाय है ।
o इसकी कानूनी सोंरचना पशु क्रूरिा तनवारण अतितनयम, 1960 से प्राप्त हई है ।
o इसकी स्थापना 1962 में हई थी
o इसकी शुरुआि स्वगीय श्रीमिी के ने िृत्व में की गई थी। रुखिणी दे वी अरुोंडे ल,
प्रतसद् मानविावादी।
o मुख्यालय: चेन्नई
▪ अतिदे श :
o यह इस बाि पर तनयम बनािा है तक हर जगह जानवर ों के साथ मानवीय व्यवहार
कैसे तकया जाना चातहए।
o अनुतचि रूप से परे शान या प्रिातडि न तकया जाए, इसने अक्सर सख्त कानून बनाने
के तलए भी मुकदमा चलाया है ।
▪ सदस्यिा :
o ब डि में पशु अतिकार कायिकिाि ओों और साों सद ों के साथ-साथ कई सरकारी सोंगठन ों
का प्रतितनतित्व है ।
o ब डि में 28 सदस्य हैं ।
o सदस्य ों का कायिकाल 3 विि की अवति के तलए ह िा है ।

• ििंपादकीय 2: भारतीय िौिेिा अनिकाररयोिं पर कतर का फैििा

▪ भारिीय नौसेना के आठ पूवि अतिकाररय ों क जासूसी के आर प में किर में मौि


की सजा सुनाई गई है ।
o उन पर लगे आर प ों में इज़राइल की ओर से किर के गुप्त पनडु ब्बी
कायिक्रम की जासूसी करना शातमल है ।
o किरी अतिकाररय ों द्वारा कुछ समय िक आर प ों क साविजतनक नहीों
तकया गया और अतिकाररय ों क एकान्त कारावास में रखा गया।
o मौि की सजा पाने वाले अतिकारी हैं : कैप्टन बीरें द्र कुमार वमाि , कमाों डर
सुगुनाकर पकाला, कैप्टन नविेज तसोंह तगल, कैप्टन सौरभ वतशष्ठ, कमाों डर
पूरेनेंदु तिवारी, कमाों डर सोंजीव गुप्ता, कमाों डर अतमि नागपाल और नातवक
रागेश।
▪ घटनाओों का कालक्रम:
o अगस्त 2022: किरी अतिकाररय ों ने अतनतदि ि आर प ों पर पूवि भारिीय
नौसेना अतिकाररय ों क तहरासि में ले तलया।
o तसिोंबर 2022: तहरासि के एक महीने बाद अतिकाररय ों की पहली जमानि
यातचका दायर की गई और इसे खाररज कर तदया गया.
o माचि 2023: अतिकाररय ों का पहला परीक्षण हआ।
o जून 2023: दू सरा परीक्षण आय तजि तकया गया।
o अक्टू बर 2023: किर में भारि के राजदू ि ने 1 अक्टू बर क जेल में बोंद
ल ग ों से मुलाकाि की और 26 अक्टू बर, 2023 क एक स्थानीय अदालि ने
उन्हें मौि की सजा सु नाई।
▪ र जगार का तववरण:
o अतिकारी ओमान वायु सेना के एक पूवि अतिकारी के स्वातमत्व वाली तनजी
फमि अल दहरा ग्ल बल टे क्न लॉजीज एों ड कोंसल्टें सी सतविसेज के तलए काम
कर रहे थे। फमि ने किर के सशस्त्र बल ों और सुरक्षा एजेंतसय ों क प्रतशक्षण
और सेवाएँ प्रदान कीों।
o कोंपनी के प्रबोंि तनदे शक रहे कमाों डर पूणेंदु तिवारी (से वातनवृत्त) ने प्रवासी
की अगवानी की भारि और किर के बीच तद्वपक्षीय सोंबोंि ों क आगे बढाने
में उनकी से वाओों के तलए 2019 में भारिीय सम्मान।
▪ भारि और किर के बीच तद्वपक्षीय सोंबोंि:
o भारि और किर के बीच राजनतयक सोंबोंि ों का एक लोंबा इतिहास 1973 से
चला आ रहा है ।
o किर में लगभग 0.74 तमतलयन भारिीय प्रवातसय ों के साथ भारिीय सबसे
बडा प्रवासी समुदाय हैं ।
o एलएनजी और एलपीजी में पयाि प्त व्यापार के साथ आतथिक सोंबोंि मजबूि
हैं , तजससे भारि किर के शीिि तनयाि ि स्थल ों और आयाि स्र ि ों में से एक
बन गया है ।
o रक्षा सहय ग उनके तद्वपक्षीय एजेंडे का एक महत्वपूणि तहस्सा है , तजसमें
नवोंबर 2008 में रक्षा सहय ग समझौिे पर हस्ताक्षर भी शातमल है ।
o द न ों दे श तद्वपक्षीय समुद्री अभ्यास ों में सोंलग्न हैं और अन्य रक्षा सहय ग
पहल भी कर रहे हैं ।
o हातलया मृत्युदोंड के फैसले ने पारों पररक रूप से मजबूि तद्वपक्षीय सों बोंि ों क
िनावपूणि बना तदया है , तजससे उनके रणनीतिक, आतथिक और राजनीतिक
सहय ग पर असर पडा है ।
o दों ड की गोंभीरिा और जासूसी के आर प ों ने द न ों दे श ों के बीच राजनतयक
सोंबोंि ों क बनाए रखने में चुनौतियाों पेश की हैं , खासकर इसमें शातमल
सोंवेदनशील सुरक्षा तचों िाओों क दे खिे हए।

• ििंपादकीय 3: भारत का आनथिक दृनिकोि: आशावाद और नवकाि क्षमता

o तवत्तीय विि 2023-24 के तलए भारि का आतथिक दृतिक ण आशावाद और


आशाजनक तवकास प्रक्षेपवक्र की तवशेििा है । कई कारक इस
सकारात्मक दृतिक ण और तवकास अनुमान ों क पार करने की क्षमिा में
य गदान करिे हैं ।
▪ जीडीपी वृ खद् अनुमान:
o अोंिराि िरीय मुद्रा क ि (आईएमएफ) ने विि 2023-24 के तलए भारि के तलए
अपना सकल घरे लू उत्पाद तवकास अनुमान बढाकर 6.3% कर तदया है , ज
अप्रैल में इसके पहले पूवाि नुमान की िुलना में 40 आिार अोंक की वृखद् है ।
o भारिीय ररजवि बैंक (RBI) ने अपना अनुमान 6.5% पर बरकरार रखा है ।
o पूरे तवत्तीय विि के तलए समग्र तवकास अनुमान लगभग 6.7% रहने का
अनुमान है ।
▪ आरबीआई के तवकास अनुमान ों से आगे तनकलने की सोंभावना:
o आरबीआई का 6.5% तवकास का अनुमान रूतढवादी है , ले तकन प्रमु ख
सोंकेिक िेजी से आतथि क तवस्तार की सोंभावना का सुझाव दे िे हैं ।
o ऐतिहातसक रूप से , जब 70% से अतिक प्रमु ख सोंकेिक तकसी तिमाही में
िेजी तदखािे हैं , ि जीडीपी वृ खद् उम्मीद ों से अतिक ह जािी है ।
o वििमान में, यह सोंकेिक 80% पर है , तजससे तवत्त विि 2014 की दू सरी
तिमाही में तवकास दर 6.5% से अतिक ह ने की सोंभावना बढ गई है ।
o इसके अतिररक्त, नाममात्र जीडीपी वृ खद् 8-8.5% की सीमा में ह सकिी है ,
और 1.5-2% पर जीडीपी तडफ्लेटर टर ै तकोंग के साथ, 6.5% या उच्च तवकास
दर प्राप्त करना सोंभव प्रिीि ह िा है ।
▪ आतथिक आशावाद क प्रेररि करने वाले सम्म हक कारक:
o मानसून: जबतक समग्र मानसून विाि अपेक्षा से 6% कम थी, स्थातनक
तविरण समान था। 36 राज् /ों केंद्रशातसि प्रदे श ों में से 29 में सामान्य या
सामान्य से अतिक बाररश हई। एसबीआई मानसून प्रभाव सूचकाों क, ज
स्थातनक तविरण पर तवचार करिा है , का मू ल्य 89.5 है , ज 2022 के पूणि-
सीजन सूचकाों क मूल्य 60.2 से काफी बेहिर है ।
o पूोंजीगि व्यय: राज् और केंद्र द न ों सरकार ों ने 2023 के पहले पाों च महीन ों
के दौरान पूोंजीगि व्यय में वृखद् की है । जहाों राज् सरकार ों ने अपने बजट
लक्ष्य का 25% खचि तकया है , वहीों केंद्र सरकार 37% िक पहों च गई है ।
o नई कोंपनी पोंजीकरण: नई कोंपतनय ों का पोंजीकरण बढा है , ज मजबूि
तवकास इराद ों का सों केि दे िा है । 2023-24 की पहली छमाही में, लगभग
93,000 कोंपतनयाों पोंजीकृि हईों, ज पाों च साल पहले के 59,000 पोंजीकरण
की िुलना में उल्लेखनीय वृखद् है ।
o क्रेतडट वृ खद्: अनुसूतचि वातणखज्क बैंक ों (एएससीबी) में क्रेतडट वृ खद्
2022 की शुरुआि से िेज ह रही है । तसिोंबर िक कुल जमा में 13.2% और
क्रेतडट में 20% की वृखद् हई। आने वाले महीन ों में, खासकर त्य हारी सीजन
के दौरान मजबूि ऋण माों ग की उम्मीद है ।
▪ बैंतकोंग क्षेत्र में ऋण की वृखद् के पीछे कारण:
o ऋण में उल्लेखनीय वृ खद्: माचि िक नौ विों में, भारि में बैंक ों ने सों पतत्त और
दे नदाररय ों द न ों में 186 लाख कर ड रुपये की पयाि प्त वृखद् का अनुभव
तकया है । यह वृ खद् तपछले दशक की िु लना में काफी अतिक है , तजसमें
119 लाख कर ड रुपये की वृ खद् दे खी गई थी। यतद रुझान जारी रहा, ि
इस दशक में कुल वृ खद् 225 लाख कर ड रुपये िक पहों च सकिी है , ज
तपछले दशक से 1.9 गु ना अतिक है ।
o अथिव्यवस्था का औपचाररकीकरण: तपछले दशक में भारिीय अथि व्यवस्था
के औपचाररकीकरण के तलए ऋण वृखद् क तजम्मेदार ठहराया गया है ।
तबना पू वि क्रेतडट इतिहास वाले व्यखक्त िेजी से बैंतकोंग प्रणाली के साथ
एकीकृि ह रहे हैं । तपछले नौ विों में ज डे गए लगभग 40% नए क्रेतडट
खािे ऐसे व्यखक्तय ों के हैं तजनका क ई पूवि क्रेतडट इतिहास नहीों था, ज
वृखद्शील क्रेतडट वृखद् में कम से कम 10% का य गदान करिे हैं ।
o सरकारी पहल: प्रिानमोंत्री स्टर ीट वेंडसि आत्मतनभिर तनति (पीएम स्वतनति )
और जन िन य जना जैसी पहल ों ने उन घर ों िक तवत्तीय पहों च बढा दी है
ज पहले औपचाररक बैंतकोंग क्षेत्र से बाहर थे । ये पहल, ऐसे पररवार ों की
आकाों क्षाओों के साथ, तनरों िर ऋण वृ खद् में य गदान करिी हैं ।
▪ मजबूि और सिि तवकास के तलए कदम:
o जनसाों खख्यकीय लाभाों श का लाभ उठाना: भारि की बडी और यु वा आबादी
अथिव्यवस्था के तलए एक महत्वपूणि कायिबल ह सकिी है । हालाँ तक, इसके
तलए नौकररयाँ पैदा करने, तशक्षा और कौशल में सुिार करने और
तवशेिकर मतहलाओों के बीच श्रम बल की भागीदारी बढाने की आवश्यकिा
है ।
o तनजी तनवेश क बढावा दे ना: तनजी तनवेश आतथिक तवकास का एक प्रमुख
चालक है , क्य तों क यह उत्पादकिा, नवाचार और प्रतिस्पिाि त्मकिा क
बढािा है । सरकार ने व्यापार करने में आसानी में सुिार, कॉपोरे ट कर ों क
कम करने, क्रेतडट गारों टी प्रदान करने और प्रत्यक्ष तवदे शी तनवेश क
आकतििि करने के तलए सुिार शुरू तकए हैं । भारि में व्यापार करने की
लागि और ज खखम क कम करने के तलए भूतम, श्रम और लॉतजखस्टक्स जैसे
क्षेत्र ों में और सुिार ों की आवश्यकिा है ।
o बढिी प्रतिस्पिाि त्मकिा: भारि क तनयाि ि में तवतवििा लाने, बुतनयादी ढाों चे
में सुिार, नवाचार और तडतजटलीकरण क बढावा दे ने और क्षेत्रीय और
वैतिक मूल्य श्रृोंखलाओों के साथ एकीकरण करके वैतिक बाजार में अपनी
प्रतिस्पिाि त्मकिा बढाने की जरूरि है । जबतक प्र डक्शन तलोंक्ड इों सेंतटव
(पीएलआई) और मेक इन इों तडया जैसी य जनाएों शुरू की गई हैं , उन्हें
व्यापार उदारीकरण और तनयामक सरलीकरण द्वारा पूरक करने की
आवश्यकिा है ।
o हररि तवकास क बढावा दे ना: भारि अपने जलवायु पररवििन लक्ष्य ों के
तहस्से के रूप में अपनी काबिन िीव्रिा क कम करने और नवीकरणीय
ऊजाि क्षमिा क बढाने के तलए प्रतिबद् है । हालाँ तक, वायु प्रदू िण, पानी की
कमी, अपतशि प्रबोंिन और जैव तवतवििा हातन जैसी पयाि वरणीय चुनौतिय ों
से तनपटने के तलए और अतिक प्रयास ों की आवश्यकिा है ज भारि के
तवकास और कल्याण के तलए खिरा हैं ।
o आतथिक खस्थरिा बनाए रखना: कम मुद्रास्फीति दर आत्मतविास और
तनवेश क बढावा दे सकिी है । तवशेि रूप से छ टे और मध्यम उद्यम ों के
तलए पयाि प्त िरलिा और ऋण उपलब्धिा सुतनतिि करना महत्वपूणि है ।
बचि और तनवेश क सुतविाजनक बनाने के तलए तवत्तीय बाज़ार ों और
सोंस्थान ों का तवकास करना भी महत्वपूणि है ।
o वैतिक अथिव्यवस्था के साथ एकीकरण बढाना: व्यापार बािाओों क कम
करना, तनयाि ि ट करी में तवतवििा लाना और प्रतिस्पिाि त्मकिा बढाना
वैतिक अथिव्यवस्था के साथ एकीकरण का तवस्तार करने की कुोंजी है ।
क्षेत्रीय और तद्वपक्षीय व्यापार समझौि ों क आगे बढाने से भारिीय उत्पाद ों
और सेवाओों के तलए नए बाजार और अवसर पैदा ह सकिे हैं ।
o प्रमुख क्षेत्र ों क बढावा दे ना: तवतनमाि ण, से वा, कृति और नवीकरणीय ऊजाि
जैसे तवकास, र जगार और नवाचार की उच्च क्षमिा वाले प्रमुख क्षेत्र ों क
बढावा और समथिन तदया जाना चातहए।
▪ तनष्किि:
o 2023-24 के तलए भारि की आतथिक सोंभावनाएँ आशाजनक हैं , ज अनुकूल
सोंकेिक ,ों सरकारी पहल ों और तवकास क्षमिा से प्रेररि हैं । मजबूि और
तटकाऊ आतथिक तवकास सुतनतिि करने के तलए, राजक िीय, मौतद्रक,
व्यापार, औद्य तगक और सोंस्थागि नीतिय ों क शातमल करने वाली एक
व्यापक रणनीति आवश्यक है । ऐसी रणनीति भारि की आतथिक क्षमिा क
और अतिक ख ल सकिी है और समृ खद् की ओर उसकी यात्रा का समथिन
कर सकिी है ।

▪ यूपीएििी निनवि िेवा परीक्षा, नपछिे वषि के प्रश्न (पीवाईक्यू)


▪ प्रारिं नभक :
o प्र. पूिि और प्रनत व्यक्ति वास्तनवक जीएिपी में वृक्ति आनथिक नवकाि
के उच्च स्तर का ििंकेत ि ी िं दे ती ै , यनद: (2018)
o (ए) औद्योनगक उत्पादि कृनष उत्पादि के िाथ तािमेि रखिे में
नवफि र ता ै ।
o (बी) कृनष उत्पादि औद्योनगक उत्पादि के िाथ तािमेि रखिे में
नवफि र ता ै ।
o (िी) गरीबी और बेरोजगारी में वृक्ति।
o नियाित की तुििा में आयात तेजी िे बढ़ता ै ।
o उत्तर: (िी)

▪ Q. भारत में नकिी भी वषि , कुछ राज्ोिं में आनिकाररक गरीबी रे खाएँ अन्य
राज्ोिं की तुििा में अनिक ैं क्योिंनक: (2019)
o ( ए) गरीबी दर अिग-अिग राज्ोिं में अिग-अिग ोती ै
o (बी) मूल्य स्तर अिग-अिग राज्ोिं में अिग-अिग ोता ै
o (िी) िकि राज् उत्पाद अिग-अिग राज्ोिं में अिग-अिग ोता ै
o (डी) िाविजनिक नवतरि की गुिवत्ता अिग-अिग राज्ोिं में अिग-
अिग ोती ै
o उत्तर: (बी)

▪ मेन्स
o Q1. ििंभानवत िकि घरे िू उत्पाद को पररभानषत करें और इिके
नििािरकोिं की व्याख्या करें । वे कौि िे कारक ैं जो भारत को अपिी
ििंभानवत जीडीपी ानिि करिे िे रोक र े ैं ? (2020)
o Q2. वषि 2015 िे प िे और वषि 2015 के बाद भारत के िकि घरे िू
उत्पाद (जीडीपी) की किंप्यूनटिं ग पिनत के बीच अिंतर स्पि करें । (2021)

• ििंपादकीय 4: 2036 ओििंनपक की मेजबािी के निए भारत की आकािंक्षा: क्या


रािर तैयार ै ?

o भारि के प्रिान मोंत्री ने एक प्रतितष्ठि अोंिररािरीय खेल आय जन, 2036 ओलोंतपक की


मेजबानी के तलए दे श की महत्वाकाों क्षा व्यक्त की है ।
o ओलोंतपक की मेजबानी न केवल खेल कौशल का प्रदशिन है बखि नरम शखक्त,
भूराजनीतिक प्रभाव और रािरीय तवकास का प्रदशिन भी है ।
o हालाँ तक, इिने बडे प्रयास क करने की भारि की िैयारी पर सवाल उठिे हैं ।
▪ ओलोंतपक की मेजबानी में क्या शातमल है और इसका महत्व:
o ओलोंतपक की मेजबानी की बहमुखी प्रकृति पर चचाि की ।
o यह दे श क दु तनया के सामने प्रदतशि ि करने और सॉफ्ट पावर का इस्तेमाल करने का
एक अवसर है ।
o हालाँ तक, यह महत्वपू णि चुनौतिय ों के साथ भी आिा है , तजसमें सकारात्मक और
नकारात्मक द न ों पहलुओों पर प्रकाश डाला गया है ।
o ओलोंतपक एक राजनीतिक बयान भी है और वैतिक मोंच पर तकसी दे श की प्रतिष्ठा क
बढा सकिा है ।
▪ एक सफल ओलों तपक के तलए गैर-बािचीि य ग्य बािें :
o बािचीि में सफल ओलोंतपक के तलए आवश्यक प्रमुख कारक ों पर प्रकाश डाला
गया।
o एक मजबूि और एकजुट रािरीय ओलों तपक सतमति (एनओसी) महत्वपूणि है ।
बुतनयादी ढाों चे के तवकास और सामातजक जुडाव सतहि तवरासि य जना महत्वपूणि
है ।
o यह तसफि पदक जीिने के बारे में नहीों है , बखि यह भी है तक खेल ों का आय जन
तकिनी अच्छी िरह तकया जािा है और सकारात्मक प्रभाव छ डा जािा है ।
▪ भारि के सामने चुनौतियाँ :
o चचाि में खेल ों की मेजबानी में भारि के सामने आने वाली चुनौतिय ों की पहचान की
गई। इनमें एकजुटिा की कमी, खेल ों में प्रशासन के मुद्दे और ड तपों ग क सोंब तिि
करने की आवश्यकिा शातमल है ।
o मेज़बान शहर का चुनाव, व्यवहायििा आकलन और कई पदक जीिने के अवसर
प्रदान करने वाले खे ल ों का चयन करने पर भी चचाि की जािी है ।
▪ भारि की पदक जीिने की महत्वाकाों क्षाएँ :
o बािचीि पदक जीिने के मामले में भारि की महत्वाकाों क्षाओों पर आिाररि है ।
o जबतक भारि के खेल पररदृश्य में सुिार दे खा गया है , यह सुझाव तदया गया है तक
शीिि -15 रैं क का लक्ष्य यथाथिवादी बेंचमाकि नहीों ह सकिा है ।
o ध्यान तवतभन्न खेल ों में प्रतिस्पिी प्रदशिन और सभी आय जन ों के फाइनल में उपखस्थि
रहने पर ह ना चातहए।
▪ सुतविा तवकास और अस्थायी सोंरचनाएँ :
o लागि प्रभावी स्थान ों के तनमाि ण के तलए अस्थायी सों रचनाओों क प्राथतमकिा दे ने पर
ज र दे ने के साथ सु तविा तवकास के तविय पर चचाि की गई है ।
o यह सुझाव तदया गया है तक भारि क "दु तनया का सबसे बडा" ह ने की िारणा से
हटकर िकनीकी रूप से बेहिर, व्यावहाररक और पुन: प्रय ज् सु तविाएों बनाने पर
ध्यान केंतद्रि करना चातहए।
▪ तनष्किि :
o जबतक भारि 2036 ओलोंतपक की मेजबानी करने की इच्छा रखिा है , उसे कई
चुनौतिय ों का सामना करना पडिा है , तजसमें सामोंजस्यपूणि शासन, बुतनयादी ढाों चे के
तवकास और अतिक प्रतिस्पिी खेल पररदृश्य की आवश्यकिा शातमल है ।
o चचाि ओलोंतपक की मे जबानी की जतटलिा और दे श में खेल ों के तवकास के तलए
दीघिकातलक य जना और प्रतिबद्िा के महत्व पर ज र दे िी है ।

• ििंपादकीय 5: तनमििाडु में जानत-आिाररत िवेक्षि और आरक्षि िीनतयािं

▪ ितमलनाडु में जाति-आिाररि सवेक्षण और आरक्षण नीतिय ों से जु डी चुनौतियाँ :


o जतटल जातिगि गतिशीलिा : ितमलनाडु में कई समुदाय ों के साथ एक जतटल
जाति व्यवस्था है , और उन्हें तपछडे और आगे के वगों में वगीकृि करना चुनौिीपूणि
ह सकिा है । यह तनिाि ररि करना तक आरक्षण के तलए कौन पात्र है , तववाद और
तववाद ों क जन्म दे सकिा है ।
o ऐतिहातसक आरक्षण : ितमलनाडु में मजबूि आरक्षण नीतिय ों का इतिहास रहा है ,
तजसमें आरक्षण प्रतिशि 50% से अतिक है । जाति-आिाररि आरक्षण प्रणाली राज्
के सामातजक और राजनीतिक िाने-बाने में गहराई से समाई हई है ।
o कटौिी के तलए तसफाररशें : 1982-85 में ितमलनाडु में दू सरे तपछडा वगि आय ग ने
तपछडे वगों के तलए आरक्षण प्रतिशि में कमी की तसफाररश की। इससे आरक्षण
की सीमा पर बहस और मिभेद तछड गया।
o क्रीमी लेयर : क्रीमी ले यर क लागू करने का तवचार, ज आय और सामातजक-
आतथिक खस्थति के आिार पर तपछडे वगों के कुछ वगों क आरक्षण लाभ से बाहर
करिा है , क ितमलनाडु में मजबूि राजनीतिक समथिन नहीों तमला है ।
o तवतवि राय : ितमलनाडु में तवतभन्न राजनीतिक दल ों और सामातजक समूह ों के
आरक्षण नीतिय ों पर अलग-अलग तवचार हैं , तजससे आरक्षण की सीमा और
सोंरचना पर आम सहमति बनाना चुनौिीपूणि ह गया है ।
▪ भारि में आरक्षण पर जाति-आिाररि सवेक्षण ों का प्रभाव:
o रािरव्यापी कॉल : तबहार के जाति-आिाररि सवेक्षण ने पूरे भारि में इसी िरह के
सवेक्षण के तलए कॉल क जन्म तदया है । इससे सुप्रीम क टि द्वारा अतनवायि 50%
आरक्षण सीमा क पार करने की सोंभावना के बारे में चचाि शुरू ह गई है ।
o क्षेत्रीय तभन्निा : जाति-आिाररि सवेक्षण ों और आरक्षण नीतिय ों का प्रभाव अलग-
अलग राज् ों में अलग-अलग ह िा है । जाति की गतिशीलिा, ऐतिहातसक नीतिय ों
और राजनीतिक तवचार ों में अोंिर के कारण ितमलनाडु का अनुभव अन्य क्षेत्र ों पर
सीिे लागू नहीों ह सकिा है ।
▪ सुप्रीम क टि का 2022 में ितमलनाडु में वतन्नयार आरक्षण क अमान्य करना:
▪ सुप्रीम क टि ने तनम्नतलखखि कारण ों से 2022 में ितमलनाडु में वतन्नयार आरक्षण से सोंबोंतिि
कानून क अमान्य कर तदया:
o गैर-समसामतयक डे टा : सुप्रीम क टि ने िकि तदया तक वतन्नयार आरक्षण क उतचि
ठहराने के तलए इस्ते माल तकया गया डे टा समसामतयक नहीों था। डे टा अोंबाशोंकर
आय ग के तनष्किों पर तनभिर था , तजसने 1983-84 के दौरान एक सामातजक-
शैक्षतणक-सह-आतथिक सवेक्षण तकया था। अदालि ने आरक्षण नीतिय ों के तलए
अद्यिन और प्रासोंतगक डे टा की आवश्यकिा पर ज र तदया।
o मोंडल आय ग के तदशातनदे श ों के साथ असोंगति : तनणिय सोंभविः मों डल आय ग
द्वारा तनिाि ररि तदशातनदे श ों के साथ वतन्नयार आरक्षण की अनुकूलिा के बारे में
तचोंिाओों क प्रतितबोंतबि करिा है । मोंडल आय ग की तसफाररश ,ों तजसमें रािरीय
स्तर पर अन्य तपछडा वगि (ओबीसी) के तलए 27% आरक्षण शातमल था, ने भारि में
आरक्षण नीतिय ों क आकार दे ने में महत्वपू णि भूतमका तनभाई।
o सोंभातवि तनतहिाथि : वतन्नयार आरक्षण क अमान्य करने से ितमलनाडु और अन्य
राज् ों में आरक्षण नीतिय ों पर व्यापक प्रभाव पड सकिे हैं । यह आरक्षण नीतिय ों
क लागू करिे समय कानूनी और सों वैिातनक आवश्यकिाओों के पालन के महत्व
पर प्रकाश डालिा है ।
o कुल तमलाकर, जाति-आिाररि सवेक्षण ों और आरक्षण ों से जुडी चुनौतियाँ जतटल हैं
और अलग-अलग राज् ों में अलग-अलग हैं , और आरक्षण पर ऐसे सवेक्षण ों का
प्रभाव पूरे भारि में बहस और तववाद का तविय है । सुप्रीम क टि के फैसले आरक्षण
नीतिय ों क आकार दे ने में महत्वपूणि भूतमका तनभािे हैं ।

• ििंपादकीय 6: कब्जे में आए गाजा की आवाज

▪ तफतलस्तीनी अतिकार प्राप्त करने में चुनौतियाँ :


o तफतलस्तीतनय ों ने अपने अतिकार ों क सुरतक्षि करने के तलए सुलह, चुनाव और
राजनतयक प्रयास ों सतहि तवतभन्न रास्ते आज़माए हैं ।

o हालाँ तक, इन प्रयास ों से तफतलस्तीनी अतिकार ों और द -राज् समािान क प्राप्त


करने में पयाि प्त प्रगति नहीों हई है ।

▪ तनराशा और उपलखब्धय ों का अभाव:

o अबू मरज़ौक ने ठ स प्रगति की कमी पर तनराशा व्यक्त की, इस बाि पर ज र


तदया तक 1948 के बाद से द राज् ों की ख ज में बहि कम उपलखब्ध हातसल हई
है ।

▪ सोंघिि की गतिशीलिा में बदलाव:

o उन्ह न
ों े सोंघिि में एक महत्वपूणि बदलाव पर ध्यान तदया, तफतलस्तीनी अब अपनी
ऐतिहातसक भूतम के भीिर लड रहे हैं , तपछले सोंघिों के तवपरीि जहाों इजरायतलय ों
ने अपनी सीमाओों के बाहर युद् छे डे थे।

▪ िारणाओों पर प्रभाव:

o चल रहे सोंघिि ने अजेयिा की िारणा क ि ड तदया है , ज क्षेत्र में बदलिी


गतिशीलिा का सोंकेि दे िा है ।

▪ हमास के हमले पर इज़रायली प्रतितक्रया:

o हमास के हमले पर इज़राइल की प्रतितक्रया में गाजा के उत्तरी आिे तहस्से क


खाली करने का आदे श दे ना शातमल है ।

o वे नाकाबोंदी करके तनकासी क लागू कर रहे हैं और भ जन, पानी और तबजली


जैसी आवश्यक आपूतिि में कटौिी कर रहे हैं ।

o गाजा की सीमा पर 300,000 सैतनक ों के साथ एक महत्वपूणि सैन्य उपखस्थति है ।

o इसका उद्दे श्य उत्तरी क्षेत्र पर कब्जा करना और नई बखस्तय ों के तलए जगह का
तवस्तार करना प्रिीि ह िा है ।

▪ ऐतिहातसक पररप्रेक्ष्य:

o तफतलस्तीनी इस प्रतितक्रया क 14 मई, 1948 क इज़राइल राज् के तनमाि ण के


आसपास की घटनाओों के सोंदभि में दे खिे हैं ।

o कई अरब ों क तफतलस्तीन के जनादे श क्षेत्र से भागने के तलए मजबूर तकया गया


था, और इसे उनकी इच्छा क ि डने के तलए "आिोंक के वैज्ञातनक उपय ग" के
पररणाम के रूप में दे खा जािा है ।

o ऐतिहातसक सोंदभि में यू र प में नरसोंहार और कुछ इजरायली नेिाओों की


तवचारिारा शातमल है ज अपने कायों क सही ठहराने के तलए तफतलस्तीतनय ों की
िुलना नातज़य ों से करिे हैं ।

▪ तवि शखक्तयाँ और सोंयुक्त रािर सोंकल्प:

o तवि शखक्तय ों और सोंयुक्त रािर सुरक्षा पररिद (यूएनएससी) सतहि अों िराि िरीय
समुदाय, अक्सर इजरायल-तफतलस्तीनी सोंघिि से सोंबोंतिि प्रस्ताव ों क लागू करने
में तवफल रहा है ।

o बार-बार द हराए जाने और नए लक्ष्य तनिाि ररि तकए जाने के बावजू द, कई


यूएनएससी प्रस्ताव लागू नहीों तकए गए हैं ।

o तदसोंबर 2016 के सोंकल्प 2334 का उद्दे श्य तनपटान गतितवति क गैरकानूनी


घ तिि करना और द -राज् समािान क बढावा दे ना है ।

o तसिोंबर 2020 में अब्राहम समझौिे जैसे प्रयास ों ने सोंघिि क सोंब तिि करने का
प्रयास तकया लेतकन महत्वपूणि प्रगति नहीों हई।

▪ गाजा में इजराइल की कारि वाई पर पू वाि नुमान:

o गाजा में इजरायली कारि वाई के सोंभातवि पररणाम ों पर द न्यूयॉकि टाइम्स (16
अक्टू बर, 2023) में थॉमस एल. फ्रीडमैन का तवश्लेिण।

o पररणाम ों के बारे में तचोंिाएँ , तजनमें अब्राहम समझौिे पर प्रभाव, तमस्र और जॉडि न
की खस्थरिा और सऊदी अरब का सामान्यीकरण शातमल है ।

o वेस्ट बैंक में यहूदी तनवातसय ों और तफतलस्तीतनय ों के बीच िनाव बढने की


सोंभावना।

o इजरायल क अोंदर से कमज र करने की ईरान की रणनीति क सोंभातवि फायदा।

▪ तबडे न से इज़राइल के तलए मुख्य प्रश्न:

o इज़राइल के समथिन में ज तबडे न का रुख लेतकन नेिन्याहू से स्पि जवाब के


आह्वान के साथ।

o सवाल ों में हमास क उखाड फेंकने के बाद गाजा का शासन, बुतनयादी ढाों चे के
पुनतनिमाि ण की तजम्मेदारी, मानवीय सोंकट का समािान, गाजा में बखस्तयाों , गाजा
की सीमाओों के तलए सम्मान और वेस्ट बैंक में तफतलस्तीनी प्रातिकरण का
पुनतनिमाि ण शातमल है ।

▪ अस्पिाल पर हमला और अोंिराि िरीय जाँ च:

o अस्पिाल पर हमले का समय अतनतिि बना हआ है ।

o प्र फेसर एों थनी एच. कॉडडि समैन उन ल ग ों का तदल जीिने के तलए तविसनीय दे श ों
या व्यखक्तय ों के नेिृत्व में एक अोंिररािरीय जाों च स्थातपि करने का सु झाव दे िे हैं ज
पक्ष नहीों ले िे हैं ।

o सोंघिि में जल्दबाजी में पक्षपाि से बचने का महत्व .

▪ तनष्किि :

o प्रदान की गई जानकारी इजरायल-तफतलस्तीनी सोंघिि में पररप्रेक्ष्य और चुनौतिय ों


पर प्रकाश डालिी है , तजसमें तफतलस्तीतनय ों द्वारा अपनाए गए राजनीतिक
दृतिक ण, ऐतिहातसक सोंदभि, तवि शखक्तय ों और सोंयुक्त रािर के प्रस्ताव ों की
भूतमका और गाजा में इजरायल के कायों के सोंभातवि पररणाम शातमल हैं । यह
मौजूदा सोंकट के समािान के तलए स्पि उत्तर ों और अोंिररािरीय जाों च की
आवश्यकिा पर भी ज र दे िा है ।

• नवषय 1: एक रािर एक उविरक

o भारि के प्रिान मोंत्री ने हाल ही में प्रिान मोंत्री भारिीय जन उविरक लॉन्च तकया द
तदवसीय कायिक्रम पीएम तकसान सम्मान सम्मेलन 2022 के दौरान पररय जना ,
तजसे 'वन नेशन वन फतटि लाइजर ' के रूप में भी जाना जािा है । उन्ह न ों े उविरक ों
पर एक ई-पतत्रका इों तडयन एज भी लॉन्च की ।

o सभी सखिडीयुक्त तमट्टी के प िक ित्व - यूररया, डाय-अम तनयम फॉस्फेट


(डीएपी), म्यू ररएट ऑफ प टाश ( एमओपी ), और एनपीके - का तवपणन पूरे दे श
में एकल ब्राों ड भारि के िहि तकया जाएगा।

o इस य जना के लॉन्च के साथ, भारि में भारि यूररया, भारि डीएपी, भारि
एमओपी, भारि एनपीके इत्यातद जैसे पूरे दे श में एक सामान्य बैग तडजाइन ह गा।
o िकि यह है तक चूोंतक तकसी तवशेि श्रेणी के उविरक ों क उविरक तनयोंत्रण आदे श
(एफसीओ) के प िक ित्व-सामग्री तवतनदे श ों क पूरा करना ह गा, इसतलए प्रत्येक
प्रकार के उविरक के तलए तवतभन्न ब्राों ड ों के बीच क ई उत्पाद भेदभाव नहीों है ।
उदाहरण के तलए, सभी डीएपी उविरक ब्राों ड ों में 18% नाइटर जन और 46%
फॉस्फ रस ह ना चातहए।

o वन नेशन वन फतटि लाइजर य जना उविरक ों की एक-दू सरे के पार आवाजाही क


भी र केगी और उच्च माल ढु लाई सखिडी क कम करे गी।

▪ पीएम- तकसान समृ खद् केंद्र (पीएम-केएसके):

o केंद्र सरकार का इरादा दे श में 3.3 लाख से अतिक उविरक खुदरा दु कान ों क
चरणबद् िरीके से पीएम-तकसान समृ खद् केंद्र ों (पीएम-केएसके) में बदलने का भी
है ।

o पीएम-केएसके बीज, उविरक और कृति उपकरण ों जैसे कृति -इनपुट की आपू तिि
करे गा। यह तमट्टी, बीज और उविरक के तलए परीक्षण सुतविाएों भी प्रदान करे गा ।

o सरकारी य जनाओों की जानकारी भी दी जाये गी.

▪ नैन िरल डीएपी उविरक:

o यह एक सोंकेंतद्रि फॉस्फेट-आिाररि उविरक है ।

o यह फसल की वृखद् और तवकास चक्र के दौरान फॉस्फ रस प िण प्रदान करिा


है ।

o नैन -डीएपी का तनमाि ण भारिीय तकसान उविरक सहकारी (इफक ) द्वारा एक


तनजी कोंपनी क र मोंडल के सहय ग से सोंयुक्त रूप से तकया जािा है ।

o नैन -डीएपी 500 तमलीलीटर की प्रति ब िल 600 रुपये में बेची जाएगी। एक ब िल
डीएपी के एक बैग के बराबर ह गी, तजसकी कीमि वििमान में 1,350 रुपये है ।

▪ अपेतक्षि फायदे :

o यूररया के बाद डीएपी दे श में दू सरा सबसे अतिक खपि वाला उविरक है ।

o टन की अनुमातनि वातििक खपि में से , स्थानीय उत्पादन लगभग 4-5 तमतलयन


टन है , जबतक बाकी क आयाि करना पडिा है ।

o नैन -डीएपी भारि के उविरक आयाि तबल क कम करने में मदद करे गी।
o इससे गैर-यूररया उविरक ों पर वातििक सखिडी क कम करने में भी य गदान
तमलने की उम्मीद है ।

▪ उविरक तनयोंत्रण आदे श (एफसीओ) क्या है ?

o इसे आवश्यक वस्तु अतितनयम 1955 के िहि जारी तकया गया है ।

o यह कृति सहय ग तवभाग, सरकार द्वारा प्रशातसि है । भारि की।

o एफसीओ नीचे दे िा है ,

▪ कौन से पदाथि तमट्टी में उविरक के रूप में उपय ग के य ग्य हैं ;

▪ उत्पाद-वार तवतशििाएँ ;

▪ के नमूने और तवश्लेिण के िरीके ;

▪ उविरक ों के तनमाि िा/डीलर के रूप में लाइसें स/पोंजीकरण प्राप्त करने की


प्रतक्रया ;

▪ व्यापार के तलए पूरी की जाने वाली शिें ;

• नवषय 2: िनक्रय शािि और िमय पर कायािन्वयि

o प्रिानमोंत्री ने हाल ही में प्रगति के 43वें सोंस्करण की बैठक की अध्यक्षिा की,


तजसमें केंद्र और राज् सरकारें शातमल थीों।

▪ प्रगति मोंच:

o प्रगति का मिलब प्र -एखक्टव गवनेंस और समय पर कायाि न्वयन है ।

o यह एक बहउद्दे श्यीय और मल्टी-मॉडल मोंच है तजसका उद्दे श्य आम आदमी की


तशकायि ों क सोंब तिि करना और साथ ही भारि सरकार के महत्वपूणि कायिक्रम ों
और पररय जनाओों के साथ-साथ राज् सरकार ों द्वारा तचतिि पररय जनाओों की
तनगरानी और समीक्षा करना है ।

o यह प्लेटफॉमि 25 माचि 2015 क लॉन्च तकया गया था।


o इसे रािरीय सूचना तवज्ञान केंद्र (एनआईसी) की मदद से पीएमओ टीम द्वारा इन-
हाउस तडज़ाइन तकया गया है ।

o यह प्रमुख तहििारक ों के बीच वास्ततवक समय में उपखस्थति और आदान-प्रदान के


साथ ई-पारदतशििा और ई-जवाबदे ही लाने के तलए एक मजबूि प्रणाली भी है ।

o यह प्लेटफॉमि िीन नवीनिम िकनीक ों के साथ सोंयुक्त है , ज हैं -

▪ वीतडय कॉन्फ्फ्रेंतसोंग

▪ तडतजटल डे टा प्रबोंिन और

▪ भू-स्थातनक प्रौद्य तगकी.

o यह सहकारी सोंघवाद के तलए एक अतद्विीय सोंय जन प्रदान करिा है । यह राज् ों


के मुख्य सतचव ों और भारि सरकार के सतचव ों क एक मोंच पर लाकर तकया जािा
है ।

o पीएम इस मोंच से जमीनी स्तर के मुद्द ों पर चचाि कर सकिे हैं . वह सोंबोंतिि राज्
और केंद्र के अतिकाररय ों से पूरी जानकारी के साथ सोंवाद कर सकिे हैं । इसके
अलावा, वह स्क्रीन पर सूचनाओों के नवीनिम दृश्य भी दे ख सकिा है ।

▪ प्रगति मोंच की मु ख्य तवशेििाएों :

o यह तत्रस्तरीय प्रणाली पर काम करिा है ।

o प्रिानमोंत्री हर माह बै ठक करें गे. वह वीतडय कॉन्फ्फ्रेंतसोंग के जररए भारि सरकार


के सतचव ों और मुख्य सतचव ों के साथ बािचीि करें गे।

o यह हर महीने चौथे बु िवार क अपराि 3.30 बजे आय तजि तकया जािा है - तजसे
प्रगति तदवस के रूप में जाना जािा है ।

o साविजतनक तशकायि ,ों चल रहे कायिक्रम ों और लोंतबि पररय जनाओों के सोंबोंि में
उपलब्ध डे टाबेस से पीएम के समक्ष उठाए जाने वाले मुद्द ों क उठाया जाना
चातहए।

o तशकायि ों के तलए सीपीजीआरएएमएस, पररय जना तनगरानी समू ह (पीएमजी)


और साों खख्यकी और कायिक्रम कायाि न्वयन मोंत्रालय के डे टा बेस क आगे बढाएगी,
मजबूि करे गी और तफर से इों जीतनयर करे गी । प्रगति इन िीन ों पहलुओों के तलए
एक इों टरफेस और मों च प्रदान करिी है ।

o यह आम ल ग ों या राज् ों के उच्च गणमान्य व्यखक्तय ों और/या सावि जतनक


पररय जनाओों के डे वलपसि द्वारा प्रिान मोंत्री कायाि लय क तकए गए तवतभन्न
पत्राचार ों पर भी तवचार करे गा;

o तचतिि तकए गए मुद्दे प्रगति तदवस से साि तदन पहले (जैसे हर महीने के िीसरे
बुिवार क ) अपल ड तकए जािे हैं । इन मुद्द ों क केंद्र सरकार के सतचव ों और
मुख्य सतचव ों द्वारा आवेदन में दजि करने के बाद दे खा जा सकिा है ।

o केंद्र सरकार के सतचव और मुख्य सतचव अपने तवभाग/राज् से सोंबोंतिि मुद्द ों क


दे ख सकेंगे।

o केंद्र सरकार के सतचव ों और मु ख्य सतचव ों क तचतिि मुद्द ों के बारे में िीन तदन ों के
भीिर ( यानी अगले स मवार िक) अपनी तटप्पतणयाों और अपडे ट दे ना ह गा।

o केंद्र सरकार के सतचव ों और मु ख्य सतचव ों द्वारा दजि तकए गए डे टा की समीक्षा


करने के तलए पीएमओ टीम क एक तदन, मोंगलवार, उपलब्ध है ।

o तडज़ाइन ऐसा है तक जब पीएम तकसी मुद्दे की समीक्षा करिे हैं , ि उनकी स्क्रीन
पर मुद्दे के साथ-साथ उससे सोंबोंतिि नवीनिम अपडे ट और दृश्य भी ह ने चातहए।

• नवषय 3: नवक्रम-1 रॉकेट?

o भारिीय फमि स्काईरूट एयर स्पेस ने हाल ही में अपने स्वदे श तनतमि ि तवक्रम-1
रॉकेट का अनावरण तकया।

o स्काईरूट का दू सरा रॉकेट ह गा, तपछले साल 18 नवोंबर क तवक्रम-एस रॉकेट के


सफल प्रक्षेपण के बाद, जब अोंिररक्ष स्टाटि -अप एक तनजी रॉकेट लॉन्च करने वाली
पहली कोंपनी बन गई थी । इसर का प्रक्षेपण केंद्र श्रीहररक टा में है ।

▪ तवक्रम-1 रॉकेट:

o तवक्रम-1, तजसका नाम भारि के अोंिररक्ष कायिक्रम के जनक तवक्रम साराभाई के


नाम पर रखा गया है , एक बह-स्तरीय प्रक्षेपण यान है ज लगभग 300 तकल ग्राम
पेल ड क पृथ्वी की तनचली कक्षा में रखने की क्षमिा रखिा है ।

o स्काईरूट एयर स्पेस द्वारा बनाया गया है ।


o यह एक ऑल-काबिन- फाइबर -बॉडी रॉकेट है ज कई उपग्रह ों क कक्षा में
स्थातपि कर सकिा है ।

o एक ठ स-ईोंिन रॉकेट ह ने और अपेक्षाकृि सरल प्रौद्य तगतकय ों का उपय ग करने


का मिलब यह ह गा तक इस वाहन क लॉन्च करने के तलए न्यूनिम बुतनयादी ढाों चे
की आवश्यकिा ह गी और रॉकेट क तकसी भी साइट से 24 घोंट ों के भीिर इकट्ठा
और लॉन्च तकया जा सकिा है ।

▪ तनम्न पृथ्वी कक्षा (LEO) क्या है ?

o जैसा तक नाम से पिा चलिा है , तनम्न पृथ्वी कक्षा (एलईओ) एक ऐसी कक्षा है ज
पृथ्वी की सिह के अपेक्षाकृि करीब ह िी है ।

o यह आम िौर पर 1000 तकमी से कम की ऊोंचाई पर ह िा है , लेतकन पृथ्वी से 160


तकमी ऊपर ह सकिा है , ज अन्य कक्षाओों की िुलना में कम है ले तकन तफर भी
पृथ्वी की सिह से बहि ऊपर है ।

o िुलनात्मक रूप से, अतिकाों श वातणखज्क हवाई जहाज लगभग 14 तकमी से


अतिक ऊोंचाई पर नहीों उडिे हैं , इसतलए सबसे कम LEO भी उससे दस गुना
अतिक है ।

o अतिकाों श उपग्रह LEO में पाए जािे हैं , जैसा तक अोंिराि िरीय अोंिररक्ष स्टे शन (ISS) में
है ।

o के तलए , एक उपग्रह क लगभग 17,500 मील प्रति घोंटे (7.8 तकल मीटर प्रति
सेकोंड) की गति से यात्रा करनी पडिी है , तजस गति से ग्रह की एक कक्षा पूरी करने
में लगभग 90 तमनट लगिे हैं ।

o LEO की पृथ्वी से तनकटिा इसे कई कारण ों से उपय गी बनािी है । उदाहरण के


तलए, यह उपग्रह इमेतजोंग के तलए सबसे अतिक उपय ग की जाने वाली कक्षा है ,
क्य तों क सिह के तनकट ह ने से यह उच्च ररज़ॉल्यूशन की छतवयाों लेने की अनुमति
दे िा है ।

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