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विक्रय पत्र (दक

ू ान)
विक्रयपत्र “ मनाक्ष काम्प्लेक्स” (दक
ु ान)
विक्रयपत्र दक
ु ान स्थथत – मौजा विकारी मोती िार्रृ बैतूल (िार्रृ न.11) तहसील बैतूल जजला बैतूल C- (सी- (थाना चौराहे से
दादािाड़ी होते हुए भुजललया घाि राथते तक चक्कर रोर् पर दोनो ओर का क्षेत्र) मुख्य मागरृ पर बाज़ार मूल्य रू. 9,02,259/-
रु. (नो लाख दो हजार दो सौ उनसठ रू. मात्र )
प्रततफल की राशि :- 26,25,000/- (छब्बीस लाख पच्चीस हज़ार रूपये मात्र) जो विक्रेता ने क्रेता से वनम्प्नानुसार रूपये पा
ललए है अब कुछ भी पाना िेष नहीं रह गया है |

(1) 5,00,000/- (पाांच लाख रूपये मात्र) चेक क्र 030977 बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र िाखा बैतूल वदनाांक 25/02/2023
(2) 19,25,000/- (उन्नीस लाख पच्चीस हज़ार रूपये मात्र) चेक क्र 854425 द्वारा यूवनयन बैंक ऑफ़ इांतर्या बैतूल
िाखा बैतूल वदनाांक 02/11/2023
(3) 2,00,000/- (दो लाख रूपये मात्र) नगद पूिरृ में

यह विक्रय पत्र वनष्पावदत कर देने िाले (विक्रेता):- श्रीमती मांदा तातेड़ आयु 68 िषरृ पतत श्री प्रकािचांद तातेड़ जाती- बवनया
(जैन) (गैर आवदिासी) वनिासी- शििाजी िार्रृ बैतूल तह .जजला बैतूल राष्ट्रीय भारतीय आधार क्रमाांक 6538 4974 8012
मो. न. 7898188111
जजन्हें इस लेख में सुविधा एिां सांतक्षप्तता की दृवष्ट् से " विक्रेता पक्ष" से सांबोतधत वकया गया है, इस सांबोधन में विक्रेता पक्ष के
समथत वहतग्राही, िैध प्रततवनतध, वनष्पादक, असाईवनज आवद का समािेि है।
यह विक्रयपत्र अपने पक्ष तथा वहत में ललखिा लेने िाले (क्रेता) :- श्री वमशथलेि कुमार झपािे आयु 41 िषरृ वपता श्री श्रिण
झपािे जाती- वकराड़ (गैर आवदिासी) वनिासी- 532 चांद्रिेखर िार्रृ विकारी बैतूल तह .जजला बैतूल राष्ट्रीय भारतीय आधार
क्रमाांक 6199 2587 1496 मो. न. 9343879460
जजन्हें इस दानपत्र में सुविधा एिां सांतक्षप्तता की दृवष्ट् से " क्रेतापक्ष” िब्द से सम्प्बोतधत वकया है के वहत में यह विक्रयपत्र
वनष्पावदत कर देते है |

1. यह वक विक्रेता के थिावमत्ि ि आतधपत्य की दक ू ान जो भूवम खसरा क्र 230/161 मौजा विकारी मोती िार्रृ (C)
बैतूल कुल क्षेत्रफल 3000 िगरृफुि अथारृत 287.81 िगरृमीिर पर वनवमरृत " मनाक्ष काम्प्लेक्स " में स्थथत है । उक्त
काम्प्लेक्स में कुल 4 मांजजले है । इस भिन के ललये मानतचत्र बैतूल नगरपाललका पररषद से थिीकृत करिाया है
जजसके अनुसार उक्त भिन का वनमारृण कायरृ वकया गया है ।
सम्प्पूणरृ भिन की चतुसीमा वनम्प्नानुसार है :-
उत्तर में :- राथता
दतक्षण में :- अन्य का मकान
पूिरृ में :- सीमेंि रोर्
पतिम में: - बारथकर का मकान,
2. उपरोक्त िशणरृत भिन के एक प्रकोष्ठ का आिांिन विक्रय पत्र रीतत से विक्रेता पक्ष के द्वारा क्रेता पक्ष के वहत में वकया जा रहा
है। अतः यह लेख साक्षयाांवकत करता है वक:-
विक्रय प्रकोष्ठ का विथतृत वििरण:-
खसरा क्र 230/161 मौजा विकारी मोती िार्रृ (C) बैतूल कुल क्षेत्रफल 3000 िगरृफुि अथारृत 287.81 िगरृमीिर पर वनवमरृत
में स्थथत भिन के लोअर ग्राउां र् फ्लोर पर स्थथत प्रकोष्ठ क्रमाांक/दक
ु ान क्रमाांक- L-4 (एल फोर) है। विवक्रत सांपलत्त का लोअर
ग्राउां र् फ्लोर भाग में वनवमरृत दक
ु ान का वबल्िप एररया 232 िगरृफुि अथारृत 21.56 िगरृमीिर है। विवक्रत दक ु ान की उां चाई 10
फुि है तथा इस विक्रयपत्र से विक्रय की गयी दक ु ान की भुजाएां वनम्प्नानुसार है पूिरृ से पतिम दोनो वदिा की ओर 10 फुि एिां
उत्तर से दतक्षण दोनो वदिा की ओर 17 फुि इस तरह 232 िगरृफुि पर वनवमरृत दक ु ान । इस दक ु ान के वनकास की व्यिथथा
भिन के कामन पैसेज से होकर भिन के मुख्य मागरृ से रहेगी। इस प्रकोष्ठ / दक ु ान की पािीिन िाल िामलाती उपभोग की
होकर इस दान में छत के अतधकार सस्म्प्मललत नहीं है। कामनपैसेज तथा पावकरृग 27.88 िगरृमीिर है जो कुल 13 प्रकोष्ठधाररयो
के उपयोग हेतू अविभक्त अांि रहेंगे ।
विवक्रत प्रकोष्ठ/दक
ु ान क्रमाांक- L-4 (एल फोर) की चतुस
रृ ीमा वनम्प्नानुसार है:-
उत्तर में :- कॉलोनी का राथता
दतक्षण में :- L-3
पूिरृ में :- चक्कर रोर्
पतिम में :- विक्रेता की िेष भूवम

3. यह वक उपरोक्त िशणरृत दक
ु ान विक्रेता पक्ष ने आप क्रेता पक्ष को मय मालकी, हक सवहत विक्रय कर वदया है |
4. यह वक उक्त दान दक ु ान का कब्जा विक्रेता पक्ष ने आज वदनाांक को साक्षीगण के समक्ष क्रेता पक्ष को सौप वदया है। विवक्रत
दक
ु ान को सांलग्न मानतचत्र में लालरांग से दिारृया गया होकर उक्त मानतचत्र इस लेख का अशभन्न अांग माना जािेगा, तथा क्रेता
पक्ष उक्त दक
ु ान को वकसी भी बैंक, सांथथा या व्यवक्त के पास रहन, बांधक, वगरिी आवद करने हेतू थितांत्र रहेगा ।
5. यह वक उक्त अांतरण से म.प्र. विवनवदरृष्ट् भ्रष्ट् आचरण वनिारण अतधवनयम 1982 के वकसी भी प्रािधानों का उल्लांघन नहीं
होता है तथा बैतूल नगरपाललका पररषद द्वारा थिीकृत मानतचत्र अनुसार भिन वनमारृण कायरृ वकया गया है |
6. यह वक विक्रेता पक्ष द्वारा उक्त भिन के ललये म.प्र. सहथिावमत्ि भिन अतधवनयम 1976 की धारा-2 के तहत घोषणापत्र का
पांजीयन सब रजजथिरार महोदय बैतूल के कायारृलय में ई.पांजीकरण क्रां. MP039742023A12332974 वदनाांक-
05/09/2023 के द्वारा पांजीकृत है ।
7. यह वक आप क्रेता पक्ष को इस भिन के कामन पैसेज आवद के उपयोग उपभोग करने के अतधकार इस भिन के अन्य
थिावमयों के साथ सांयक्त
ु रूप से रहेगा आप क्रेता पक्ष के द्वारा उक्त सुख सुविधाओां पर ऐसा कोई भी अततक्रमण अथिा
व्यिधान नहीं वकया जािेगा जजससे वक अन्य थिावमयों को असुविधा हो ि उनके अतधकारो को बाधा उत्पन्न होती हो।
8. यह वक आप क्रेता पक्ष इस विवक्रत प्रकोष्ठ/दक ु ान के कालम, बीम, छत ि पािीिनिाल में ऐसा कोई एतर्िनल आल्िरेिन
या नि-वनमारृण नहीं कर सकेगे जजससे वक भिन की दृढता एिां सुन्दरता को, उपर ि नीचे के प्रकोष्ठ/दकु ान थिावमयो को
असुविधा होकर उनके अतधकारो को क्षतत पहुच ां ती हो। यवद आप क्रेता पक्ष की ओर से ऐसा कोई कायरृ वकया जाना जसद्ध
पाया गया तो उसकी नुकसानी एिां क्षततपूततरृ का दातयत्ि आप क्रेता पक्ष का रहेगा ।
9. यह वक आप क्रेता पक्ष विवक्रत भाग में ऐसा कोई व्यिसाय अथिा अिैध सांग्रहण नहीं कर सकेगे जो वक गैरकानूनी कृत्य
की पररभाषा में आकर अिैध हो। इसी प्रकार उक्त विवक्रत भाग में ऐसी कोई मिीनरी आवद की थथापना नहीं करेगे जजससे वक
काफी िोर उत्पन्न होकर भिन की दृढता ि सुन्दरता को क्षतत पहुच ां ती हो।
10. यह वक आप क्रेता पक्ष विवक्रत भाग के ललये नैसवगरृक दघ
ु ि
रृ ना ि आग आवद से सुरक्षा के ललये अपने व्यय से बीमा करिा
सकेगे। भिन जमी-दोस होने की दिा में आप क्रेता पक्ष को वनतित क्षेत्रफल एिां विक्रय थथान पर वनमारृण का अतधकार
प्रचललत वनयमानुसार रहेगा ।
11. यह वक विक्रेता पक्ष एतद द्वारा घोवषत एिां वनतित करते है वक विक्रय वकया जा रहा प्रकोष्ठ समथत प्रकार के भार बोझ ि
अांतरण से मुक्त होकर ऐसे वकसी भी अांतरण के ललये विक्रेता पक्ष द्वारा कोई ललखतम आवद का वनष्पादन भी नहीं वकया है
तथा विक्रेता पक्ष के थिावमत्ि बाबत वकसी भी प्रकार का पाररिाररक या न्यातयक वििाद आवद ितरृमान में लांवबत नहीं है, उक्त
सांपलत्त सिरृभार मुक्त है।
12. यह वक विवक्रत सांपलत्त विक्रेता पक्ष के एकमेि थिावमत्ि की है, भविष्य में विक्रेता पक्ष के थिावमत्ि बाबत विक्रयपत्र पांजीयन
से पूिरृ के ललये वकसी भी प्रकार का वििाद या दोष पाया गया तो उसके वनराकरण का सांपूणरृ दातयत्ि विक्रेता पक्ष का रहेगा,
इस कारण से आप क्रेता पक्ष को वकसी भी प्रकार का खचरृ या नुकसानी नहीं लगने देिग े ।े समथत प्रकार के आपलत्तकतारृ के
हथताक्षर एिां सहमतत करिाने का दातयत्ि विक्रेता पक्ष का रहेगा ।
13. यह वक उक्त दक ु ान विक्रेता पक्ष ने आप क्रेता पक्ष को विक्रय कर देने से इसके थिावमत्ि बाबत विक्रेता पक्ष एिां उनके
वहतग्रावहयों में वनवहत समथत हक, अतधकार इस लेख के द्वारा अांतररत होकर आप क्रेता पक्ष में हो गयी है, उक्त सांपलत्त का
थिेच्छानुसार उपयोग उपभोग ि अांतरण आप क्रेता पक्ष कर सकेंगे। जजसमें विक्रेता पक्ष को कोई उजर या आपलत्त रहेगी नहीं ।
14. यह वक उक्त दक ु ान के ललये देय समथत िेक्सेस ि अन्य चाजरृ मेन्िेनन्े स चाजरृ आवद विक्रय पत्र पांजीयन वदनाांक से क्रेता
पक्ष द्वारा भुगतान वकया जािेगा। इसके पूिरृ के समथत िेक्सेस विक्रेता पक्ष अदा करेगा |
15. उक्त विक्रयपत्र में िशणरृत समथत ितो का पालन आप क्रेता पक्ष तथा आपके माध्यम से समय-समय पर थित्ि ग्रहण करने
िाले व्यवक्तयों के द्वारा वकया जािेगा।
16. यह वक क्रेता पक्ष ने अपने थिावमत्ि का केिल सांपलत्त के ब्योरे में विवनरृवदष्ट् एररया ि आकर का भूखण्र् के उपर वनवमरृत
ढाांचा ही विक्रय वकया है क्रेता पक्ष का कोई भी थित्ि या अतधकार उपर के छत पर या फिरृ के नीचे के वहथसे पर नहीं होगा या
छत के उपर या फिरृ के नीचे के वनवमरृत वनमारृण पर या िेष भिन या काम्प्पलेक्स पर भी अविभक्त उभयपक्षी थित्ि या थथान या
सुविधाओां को छोर्कर या कोई अतधकारों में रूतच नहीं होगी।

यह वक भविष्य में जब भी क्रेता पक्ष इस दक ु ान को अन्य को हथताांतररत करेगा तो घोषणापत्र एिां इस विक्रयपत्र की समथत
िते (उनका उल्लेख भािी क्रेता पक्ष के विक्रयपत्र में उल्लेलखत हो अथिा नहीं) अवनिायरृ रूप से भािी हथताांतरण पत्र में िावमल
मानी जािांगी तथा भािी अांतरणग्रहीता उन्हें मानने को बाध्य रहेगा। ितरृमान क्रेता पक्ष को इस विषय की जानकारी एिां सूचना
अविकल्प रूप से भािी अांतरणग्रहीता पक्ष को देना पड़ेगी अन्यथा तत्कालीन सांपलत्त थिामी जिाबदार रहेगा । विक्रेता पक्ष एिां
क्रेता पक्ष द्वारा दी गई जानकारी एिां उपलब्ध कराये गये दथतािेज एिां ररकार्रृ के आधार पर यह दथतािेज तैयार करिाया गया
एिां हम दोनो पक्षो के वनदेिानुसार सही पाकर वनम्प्न सातक्षयो के समक्ष हमारे द्वारा दी गई दथतािेज में उल्लेलखत वििरण सही
है तथा हम दोनो पक्षो ने अपने अपने हथताक्षररत ि प्रमाशणत वकये सो सही।
आज वदनाांक 05/11/2023 को थिेच्छा से वबना वकसी र्र, दबाि एिां लालच के थिथ्य मस्थतष्क की दिा में यह विक्रय
पत्र ललख कर पांजीयन कर वदया सो सही ।
साक्षीगण:-

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