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CH 1 S Hin. I 1
CH 1 S Hin. I 1
बोर्ड) रसायनविज्ञान
नोट-
िस्तुननष्ठ प्रश्न
उत्तर- (a)
प्रश्न.2 ननम्न में से कौन राहुल के ननयम से धनात्मक ववचलन प्रदर्शित करता है
(a)एसीटोन +एनीलीन
(b एसीटोन+ इथेनॉल
(c)जल+ नाइट्रिकअम्ल
(d)क्लोरोिामि+ बेंजीन
उत्तर- (b)
उत्तर- (a)
प्रश्न.4 यट्रद 4g सोडियम हाइड्रोक्साइि 200ml ववर्लयन में उपस्स्थत हो तो,ववलयन की मोलरता
होगी-
(a)0.25
(b) 0.5
(c) 5
(d) 10
उत्तर- (b)
प्रश्न.5 ननम्नर्लखित में से कौन सा ननयम फकसी गैस की तरल में ववलेयता और दाब के मध्य संबंध
प्रदर्शित करता है
(a)राउल्ट का ननयम
(b)हे नरी का ननयम
(d)वांटहाि का ननयम
उत्तर- (b)
(a)वायुमंिलीय प्रदष
ू ण को मापने की इकाई। (i) गैस में ठोस का बबर्लयन
उत्तर-
(a) (iii)
(b)(iv)
(c) (i)
(d) (ii)
उत्तर-
(a)मोलर्लटी m
(b) 7
(c) 98g
(d) मोलप्रभाज
अनतलघुउत्तरीय प्रश्न
प्रश्न.11 यूररया (NH2CONH2) के द्रव्यमान की गणना कीस्जए, स्जसके 2.5kg के 0.25 मोलल जलीय
ववलयन बनाने के र्लए आवश्यक है।
उत्तर- मोल प्रभाज -फकसी ववलयन में उपस्स्थत फकसी अवयव (ववलायक या ववलेय) के मोलों की संख्या
तथा ववलयन में उपस्स्थत कुल मोलों की संख्या के अनुपात को मोल प्रभाज कहते हैं।
यट्रद ववलेय के मोलों की संख्या n व ववलायक के मोलों की संख्या N हो, तो
ववलेय का मोल प्रभाज = n / n+N
ववलायक का मोल प्रभाज = N/ n+N
प्रश्न.13 द्रव्यमान की दृस्ष्ट से 25% ववलयन के 300g एवं 40% के 400g को र्मलाने पर प्राप्त
ववलयन के द्रव्यमान प्रनतशत की गणना कीस्जए।
प्रश्न.14 हे नरी का ननयम क्या है? इसके कुछ प्रमुि अनुप्रयोग र्लखिए।
उत्तर- स्स्थर ताप पर फकसी ववलायक के ननस्श्चत आयतन में ववलेय गैस का द्रव्यमान गैस के दाब के
समानुपाती होता है, स्जसके साथ वह ववलायक साम्यावस्था में है।
यट्रद ववलायक आयतन में ववलेय गैस का द्रव्यमान m तथा साम्य दाब हो, तो
उत्तर-
प्रश्न.17500g जल में 19-5g CH2F COOH घुला है।जल में ट्रहमांक में अवनयन 1.0°C प्रेक्षित हुआ,
ववलयनकीमोललताज्ञातकीस्जये।
=19.5×1000 / 78×500=0.50m
लघुउत्तरीय प्रश्न
उत्तर- ऐसे ववलयन, जो बबना संघटन के पररवतिन के एक ही ताप पर आसववत हो जाते हैं , स्स्थर
क्वाथी र्मश्रण कहलातेहै।
95.6% एल्कोहॉल और 4.4% जल का र्मश्रण स्स्थर क्वाथी र्मश्रण का उदाहरण है, जो 78.13°C पर
उबलता है। स्स्थर क्वाथी र्मश्रण के अवयवों को आसवन र्दवारा पथ
ृ क् नहीं फकया जा सकता।
स्स्थर क्वाथी र्मश्रण दो प्रकार के होते हैं –
(i) ननम्न क्वथन स्स्थर क्वाथी र्मश्रण-ऐसे ववलयन, जो राउल्ट के ननयम से धनात्मक ववचलन प्रदर्शित
करते हैं अथाित ् इनका वाष्पदाब उच्च होता है। अतः इनका क्वथनांक कम होता है।
उदाहरण – एसीटोन + CS2,C2H5 OH + n-hexane
(ii) उच्च क्वथन स्स्थर क्वाथी र्मश्रण-वे ववलयन जो राउल्ट के ननयम से ऋणात्मक ववचलन प्रदर्शित
करते हैं, उनका वाष्पदाब अपेिाकृत कम व क्वथनांक उच्च होता है। उदाहरण – एसीटोन +
क्लोरोिॉमि, ईथर + क्लोरोिॉमि।
उत्तर- क्वथनांक मेंउन्नयन- जब फकसी द्रव में अवाष्पशील पदाथि घोल ट्रदया जाता है तो इसका
क्वथनांक का मान बढ़ जाता है या इसके क्वथनांक में उन्नयन हो जाता है , इसे क्वथनांक का
उन्नयन कहते है।
जब फकसी शुर्दध ववलायक में कोई अवाष्पशील पदाथि र्मलाया जाता है तो अवाष्पशील पदाथि के कण
द्रव की सतह पर आ जाते है स्जससे वाष्प दाब का मान कम हो जाता है , अब चाँफू क अवाष्पशील
पदाथि घोलने से वाष्प दाब कम हो जाता है इसर्लए द्रव के वाष्प दाब को वायम
ु ंिलीय दाब के बराबर
करने के र्लए द्रव को और अधधक ताप दे ना पड़ेगा।
क्वथनांक के उन्नयन तथा आस्ववक द्रव्यमान में सम्बन्ध-मानलो WB ग्राम अवाष्पशील ववलेय WA ग्राम
ववलायक में घल
ु ा है तथा ववलेय का मोलर द्रव्यमान MB ग्राम है।
अतः मोललता m =WAX 1000/MB×WA ……………..(1)
फकसी अवाष्पशील ववलेय के र्लए,
ΔTb= Kb.m …………….(2)
समी. (1) एवं (2) से,
ΔTb = Kb×WB×1000 / MB×WA या,
Mb = Kb×WB×1000 / ΔTb×WA
प्रश्न.21ववलयनों के अणस
ु ंख्यक गण
ु ों सेआपक्यासमितेहै? इसकेप्रकारर्लखिए।
उत्तर- ववलयन के ऐसे भौनतक गुण जो ववलयन के एक ननस्श्चत आयतन में घुले हुए ववलेय के कणों
की संख्या पर ननभिर करते हैं, अणुसंख्यक गुण-धमि कहलाते हैं । सभी अणुसंख्यक गुणों के मान
ववलेय के सान्द्रण में वर्द
ृ धध के साथ बढ़ते हैं तथा सान्द्रण में कमी के साथ घटते हैं ।
प्रश्न.22असामान्य अणुसंख्यक गुणों के मान असामान्य होने के कारण आस्ववक द्रव्यमान असामान्य
होते हैं,,कारण र्लखिए।
उत्तर-
असामान्य अणुसंख्यक गुणों के मान असामान्य होने के दो कारण हैं
कुछ ववर्दयत
ु ्-अपघट्य पदाथि के ववलयन में उनके अणओ
ु ं का दो या दो से अधधक कण जो आयन के
रूप में ववर्दयमान है का ववयोजन होता है। स्जससे ववर्दयुत ्-अपघट्य पदाथों के ववलयनों में कणों या
आयनों की संख्या ववलेय के अणुओं की संभाववत संख्या से अधधक हो जाती है। इस प्रकार ऐसे यौधगकों
के र्लए अणुसंख्यक गुण के आधार पर ज्ञात फकए आस्ववक द्रव्यमान के मान सामान्य आस्ववक द्रव्यमान
के मान से हमेशा कम ही होते हैं।
प्रश्न.23ननम्न को समिाइए
उत्तर- (1) मोलल ट्रहमांक अवनमन स्स्थरांक- फकसी ववलयन का मोलल ट्रहमांक अवनमन स्स्थरांक,
ववलयन के ट्रहमांक में उस कमी के बराबर है, जो एक मोल अवाष्पशील ववलेय को 1000 ग्राम
ववलायक में ववलेय करने पर प्राप्त होता है।
∴ ट्रहमांक में अवनमन ΔTf ∝ m
ΔTf = kf × m
यट्रद m = 1
तो ΔTf = kf
जहााँ, kf मोलल ट्रहमांक अवनमन स्स्थरांक है।
(2) मोलल क्वथनांक उन्नयन स्स्थरांक-फकसी ववलयन का मोलल क्वथनांक उन्नयन स्स्थरांक, ववलयन
के क्वथनांक में हुई उस वर्द
ृ धध के बराबर होता है, जो एक मोल अवाष्पशील पदाथि को 1000 ग्राम
ववलायक में ववलेय करने पर प्राप्त होता है।
क्वथनांक में उन्नयन ΔTb∝ m
ΔTb = kb × m
यट्रद m = 1
तो ΔTb = kb
जहााँ, kb मोलल ट्रहमांक अवनमन स्स्थरांक है।
प्रश्न.24क्वथनांक में उन्नयन क्या है ? अवाष्पशील पदाथि के र्मलाने से ववलयन का क्वथनांक क्यों
बढ़ जाता है ? ग्राि की सहायता से समिाइये।
उत्तर- क्वथनांक मेंउन्नयन- जब फकसी द्रव में अवाष्पशील पदाथि घोल ट्रदया जाता है तो इसका
क्वथनांक का मान बढ़ जाता है या इसके क्वथनांक में उन्नयन हो जाता है , इसे क्वथनांक का
उन्नयन कहते है।
जब फकसी शुर्दध ववलायक में कोई अवाष्पशील पदाथि र्मलाया जाता है तो अवाष्पशील पदाथि के कण
द्रव की सतह पर आ जाते है स्जससे वाष्प दाब का मान कम हो जाता है , अब चाँफू क अवाष्पशील
पदाथि घोलने से वाष्प दाब कम हो जाता है इसर्लए द्रव के वाष्प दाब को वायुमंिलीय दाब के बराबर
करने के र्लए द्रव को और अधधक ताप दे ना पड़ेगा।
Tb, , का मान T∘b के मान से अधधक है, अतः ववलयन का क्वथनांक ववलायक के क्वथनांक से अधधक
है। दस
ू रे शब्दों में, शर्द
ु ध ववलायक की अपेिा ववलयन उच्च ताप पर उबलता है। अतः ववलेय को
ववलायक में घोलने से उसके क्वथनांक में होने वाली वर्द
ृ धध को क्वथनांक का उन्नयन (Elevation of
boiling point) कहते हैं । उसे ΔTb, से प्रदर्शित करते हैं, अतः ΔTb=Tb−T0b
जब ववलयन का वाष्प दाब, राउल्ट के ननयम से प्राप्त वाष्प दाब से अधधक होता है, तो वह धनात्मक
ववचलन कहलाता है। दो घटक A तथा B से बने ववलयन के र्लए यट्रद ववलेय और ववलायक A-B के
अन्तराकषिण बल का मान ववलेय (A-A) एवं ववलायक (B-B) के अन्तराकषिण बल के मान से कम हो
तो प्रत्येक घटक के आंर्शक दाब का मान राउल्ट के ननयम से प्राप्त होने वाले आंर्शक दाब की तुलना
में उच्च होता है।
धनात्मक ववचलनकेगण
ु -
ऋणात्मक ववचलन-
प्रश्न.26हे प्टे न एवं ऑक्टे न आदशि ववलयन बनाते हैं। 373K पर दो द्रवों अवयवों का वाष्प दाब िमशः
105.2K Pa एवं 46.8 k Pa हैं। 26.0g हे प्टे न एवं 35g ऑक्टे न के र्मश्रण का वाष्पदाब क्या होगा?
उत्तर- ट्रदयागयाहै,
X2 = 1 – 0.456
X2 =0.544
वाष्पदाब Po1 = 105.2
Po2 = 46.8
र्मश्रण का वाष्प दाब (P) = Po1X1+Po2X2
P = 105.2 × 0.456 + 46.8 × 0.544
P = 42.97 + 25.46 = 73.43 kPa.
उत्तर- हमजानतेहै-
23⋅8−PS / 23⋅8=0⋅017
23.8 - Ps = 0.412
Ps= 23.39
ववलयन में जल का वाष्प दाब = 23.4 mmHg.