Download as pdf or txt
Download as pdf or txt
You are on page 1of 2

क ा : 8 थम स – प लेखन-१

maaobaa[la Kao jaanao pr puilasa AiQakarI kao p~ ilaiKe.


saovaa maoM :
EaImaana qaanaaQyaxa
hmadana sT/IT
AabaUQaabaI yaU e [-
ivaYaya : maaobaa[la gauma hao jaanao pr iSakayat.
mahaodya
inavaodna yah hO ik Aaja P``aat: ³idnaaMk´ ___________________ kao 7 , 30 bajao maOM
Apnao hmadana sT/IT sao KlaIÔa sT/IT jaanao ko ilae TO@saI naM ________ maoM baOzI.8 ,00
bajao jaba maOM TO@saI sao ]trI tao Apnaa saOmasaMga maaobaa[la naaoT­8 vahIM CaoD, idyaa. At:
Aapsao inavaodna hO ik TO@saI caalak sao maora maaobaa[la vaapsa idlavaanao maoM maorI sahayata
kroM.
Qanyavaad saiht
BavadIyaa
k K ga
idnaaMk : ___________________
***************************************************
प 2 : अपने व यालय म हंद भाषा के वकास हे तु समु चत पठन सामा ी उपल ध
करवाने के लए धानाचाय जी को प ।

सेवा म :

ीमान धानाचाय जी

क ॰ ख ॰ ग ॰ कूल

जनकपरु , नई द ल

दनांक :__________

वषय: हंद भाषा के वकास के लए समु चत पठन साम ी उपल ध कराने हे तु ।

महोदय

स वनय नवेदन है क म आपके व यालय म आठवीं क ा क छा ा हूँ । हमारा


व यालय हर े म अ णी है । हमारे व यालय म हंद सा ह य म च रखनेवाले
अनेक व याथ ह ।

आजकल हंद म व भ न वषय से संबं धत अनेक उ च तर य प काएँ उपल ध ह ।


हमारे व यालय के पु तकालय म भी लगभग सौ प -प काएँ नय मत प से आती
ह । उनम हंद क बहुत कम होती है ।

आपसे वन नवेदन है क हंद भाषा के वकास हे तु हमारे व यालय के पु तकालय


म हंद क अनेक प काएँ मँगवाने क कृपा कर , ता क हम अपने ान क व ृ ध
कर सक ।

सध यवाद

भवद या

क ख ग

**************************************

You might also like