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प्रज्ञा प्रवाह Mission Deputy Collector

pg. 1| @PragyaPravah3187 T.me/pragyaPravah 8840566460 मार्गदर्गक — डॉ. सी. एल. त्रिपाठी


प्रज्ञा प्रवाह Mission Deputy Collector
अर्ुत्रिर्ोधन
भाषा में र्ुि प्रयोर्ों का बहुत बडा महत्‍त्‍व ह र यह र्ुि प्रयोर्ा बहुत कु ्‍याक ज ज्ञान प ाधात त ह संस्कृ त कए एक ‍लोक में त्रपता अपनए पुि
को ्‍याक ज पनेनए का दपदएर् दएता हुा कहता ह-

यद्यत्रप बहुनाधीषए तदत्रप पठ पुि ्‍याक जम

स्वजनन ‍वजननो मा भतत सकल र्कलो सकृ ्‍ कृ त

“हए पुि ! चाहए तुम अत्रधक अध्ययन न क ो िर भी ्‍याक ज का अध्ययन अव‍य क ो व ना ्‍याक ज ज्ञान कए अभाव में स्वजनन – ‍वजनन

हो जनायएर्ें, सकल-र्कल हो जनायएर्ा र सकृ त-र्कृ त हो जनायएर्ा ” इस ‍लोक में तीन र्‍द ायए हं, त्रजनन्हें यिद य्ास््ान र्ुि गंर् सए न त्रल ा जनायए तो
अ्ग दलट जनायएर्ा-

स्वजनन = अपनए बन्धु बान्धव

‍वजनन = कु त्‍तए

सकल = सम्पतजग

र्कल = टु कडा

सकृ त = एक बा

र्कृ त = अनएक बा
त्रहन्दी भाषा को र्ुि र ्‍याक त्रजक दृत्रस सए सुर्तठत भाषा बनानए कद दृत्रस सए पांच प्रका कद अर्ुत्रियों प त्रवर्एष ध्यान िदया जनाना चात्रहए यए हं-

1. वतगनी कद अर्ुत्रियााँ
2. र्‍द-त्रनमागज कद अर्ुत्रियााँ
3. र्‍द-चयन कद अर्ुत्रियााँ
4. अनाव‍यक र्‍दप्रयोर्
5. ्‍याक ज कद अर्ुत्रियााँ

1. वतगनी कद अर्ुत्रियााँ
इन्हें दो वर्मे में बााँटा जना सकता ह- (क) स्व प्रयोर् कद अर्ुत्रियााँ ( ) ्‍यंजननप्रयोर् कद अर्ुत्रियााँ

(क) स्व कद अर्ुत्रियााँ

अर्ुि र्ुि अर्ुि र्ुि


श्रीलंका भा त कए ाधीन ्ा अधीन कालीदास संस्कृ त कए महान कत्रव ्ए कात्रलदास
कल बा ात ायएर्ी ब ात मं बजना जना हा हाँ बाजना
बाल्मीकद संस्कृ त कए ािद कत्रव हं वाल्मीिक तुम क्यों दधम मचा हए हो ऊधम
वह अर्ामी त्रववा को ायएर्ा ार्ामी दसका र् ी त्रन ोर् ह नी ोर्
िदवाली महत्‍वपतजग पवग ह दीवाली जनहाजन तुरान में त्रि र्या ततरान
र्ुरूजनी को प्रजाम र्ुरु बएटा ात्रर्वागद ार्ीवागद
द्‍च कोटी का का्‍य कोतट बदाम स्वास््य बनाता ह बादाम
मुझए ाहुल का पता मालुम ह मालतम साधत को बुलाओ साधु
वहां इसाई हतए हं ईसाई र् ीबों को अहा दो ाहा
कल दसकद पत क्षा ह प ीक्षा तुम क्यों न ाजन हो ना ाजन
चहा िदवा ी कए पा चहा दीवा ी दसए अभीमान ह अत्रभमान
अत्रहल्या अहल्या र्ेंद का अका र्ोल ाका
एक रूपया रुपया त्रपताम्ब धा ी कृ ्‍ज पीताम्ब

pg. 2| @PragyaPravah3187 T.me/pragyaPravah 8840566460 मार्गदर्गक — डॉ. सी. एल. त्रिपाठी


प्रज्ञा प्रवाह Mission Deputy Collector
पुस्तकों का सतत्रचपि सतची पि ए जत दएवी ए जु दएवी
हानी हात्रन वह रुठ र्या रूठ
त त्रत काल ीत्रत काल जनटायत जनटायु
ायत ायु प म दयालत दयालु
र्ान्ती र्ात्रन्त दर्मगला ऊर्मगला
नीती नीत्रत मायज ामायज
न ायज ना ायज कलयुर् कत्रलयुर्
समान लाओ सामान एत का लार्ान लर्ान
प्रत्रतक्षा क ो प्रतीक्षा हस्ताक्षएप हस्तक्षएप
त्रमश्रा जनी त्रमश्र र्ुक्ला जनी र्ुक्ल
सुई सतई प्रदर्र्गनी दए ी प्रदर्गनी
मुनीर्ज मुत्रन ऋषीर्ज ऋत्रष
त्रर्र्त ोया त्रर्र्ु तलाब ोदा तालाब
हनतमान हनुमान बाली मा ा र्या बात्रल
ाधी अस्तीन ास्तीन पु षों कद सभा पुरुषों
पुस्तक सत्रमक्षा समीक्षा त्रवद्या्ीर्ज त्रवद्यार््गर्ज
क्योंकद क्योंिक ाइयए त्रहयए ाइए, त्रहए
हएतत हएतु ाध्यात्‍म अध्यात्‍म
अध्यात्रत्‍मक ाध्यात्रत्‍मक पु्‍पांजनली पु्‍पांजनत्रल
भार्वत्‍प्रएम भर्वत्‍प्रएम भार्वत र्ीता भर्वत र्ीता
जनाती सए लोहा जनात्रत क्षिीय क्षत्रिय
संस्कृ त्रत भाषा संस्कृ त वात्रपस जनाओ वापस
त्रहन्दु ाजना त्रहन्दत मालन रत ल लायी मात्रलन
पतती पतर्तग मंजनत ाओ मंजनु
त्रन स संर्ीत नी स र्र्ीकान्त नामक लडका र्त्रर्कान्त
मंिीपत षद मत्रन्िपत षद वह त्रन प ाधी ह त्रन प ाध
वह त्रन्‍पापी ह त्रन्‍पाप वह त्रनदोषी ह त्रनदोष
र्म्भतना् र्यए र्म्भुना् बालमुकंद ाया बालमुकुन्द
अनसुइया अनसतया— पाप सए त्रहत (अन + असतया (पाप))
सप्तात्रहक पत्रिका साप्तात्रहक त्रलपी त्रलत्रप
संसात क ्‍यत्रत सांसात क अत्‍यात्रधक दु अत्‍यत्रधक
सन्यासनी ायी सन्न्यात्रसनी स संन्यात्रसनी ससंहवाहनी दुर्ाग ससंहवात्रहनी
म्लीर् ज र्ुप्त कत्रव मत्र्लीर् ज र्ुप्त त्रव हजी स्िी त्रव त्रहजी
्‍यवहात क ज्ञान ्‍यावहात क प लौिकक प्रएम पा लौिकक
तत्‍कात्रलक प्रभाव तात्‍कात्रलक र्ांतमय वाताव ज र्ात्रन्तमय
िरटक ी लर्ाओ िरटिक ी बृतटर् स का त्रितटर्
भत्रव्‍य दृ्‍टा ्‍यत्रत भत्रव्‍यद्रष्‍टा कु मुदनी त्रल ी ्ी कु मुिदनी
समृिर्ाली दएर् समृत्रिर्ाली त्रत लोचन त्रिलोचन
त्रितीय कक्षा तृतीय िितघ्न कृ तघ्न
त्रप्र्क होना पृ्क अनुग्रहीत क ें अनुर्ृहीत
सृ्‍टा िमा स्ि्‍टा बृजन िजन
पत्रिक सम्पत्रत पतृक मोलवी साहब मौलवी
एत्रतहात्रसक या इत्रतहात्रसक ऐत्रतहात्रसक त्रवस्म हुा त्रवस्मय
ननों सए नी नयनों का ाग्रह का ार्ृह
कु त्‍तए भोंक हए हं भौंक त्रहतएषी ्‍यत्रत त्रहतषी
रं क दएन रें क िित्रिम चमडा कृ त्रिम

pg. 3| @PragyaPravah3187 T.me/pragyaPravah 8840566460 मार्गदर्गक — डॉ. सी. एल. त्रिपाठी


प्रज्ञा प्रवाह Mission Deputy Collector
व‍या नाच ही ह वए‍या रर्ुज अवर्ुज
दत ज हो र्या दऋज दनीय दर्ा दयनीय दर्ा
्‍योपा िकया ्‍यापा प ल हो र्यी प्रलय
चौदह रता अवता एत्र्‍ क त्रवषय ऐत्र्‍ क
यताँ क ो यों ि प त्रमलएर्ें त्रमलेंर्ए
पुस्तकए दो पुस्तकें ां ए लाल ्ी ााँ ें
सन्यासी ायए सन्न्यासी स संन्यासी साँस्कृ त संस्कृ त
सवाल पताँ ो पत ो त ं र्ए दठीं त ं र्ें
मााँस ाना मांस दुत्रनयााँ दजनड र्यी दुत्रनया
दु हुा दु नही र्या नहीं
डााँका पडा डाका दुसह पीडा दुस्सह या दु सह
र्वा ादमी र्वााँ ोंडो नहीं ोडो
क्यो र्यए क्यों त्रवर्एषतय त्रवर्एषतया
मुख्यता हता ह मुख्यत ााँदोलन चला ांदोलन
अधापतन अधोपतन स अध पतन त्रनस्वा्ग भाव त्रन स्वा्ग
तक ो तय अनुयाई अनुयायी
सम्राज्य साम्राज्य क्या हुवा हुा
लडायी लडाई अवजना रजना
त्रवजनई होना त्रवजनयी दात्रसओं दात्रसयों
चता कत्रव चत्रयता त्रनभै हो त्रनभगय
दाइत्‍व दात्रयत्‍व त्रहमांचल प्रदएर् त्रहमाचल
त्रमठायी दो त्रमठाई स््ाई स का स््ायी
ह्ोडा चला ह्ौडा प्रमात्रजक प्रामात्रजक
अरुजांचल अरुजाचल ात्रिय पक्षी ा्‍रीय
रूपया रुपया अंग्रएजनीसअाँग्रएजनी अाँर् ए जनी

( ) ्‍यंजनन कद अर्ुत्रियााँ

अर्ुि र्ुि अर्ुि र्ुि


वह झतट बोलता ह झतठ प्रात प्राडायाम क ो प्राजायाम
त्रवस्वात्रमि तपस्वी ्ए त्रव‍वात्रमि वह धु ं द त्रवद्वान ह धु ं ध स धु न्ध
मोहन सीधा-साधा ादमी ह सादा मजनदत ों का र्ोर्ज हुा र्ोषज
त्रवकास कद र्त्रत धीमी ह त्रवकास अकब का र्ार्न काल अ्‍ ा ्ा र्ासन
बहुतों का कल्यान हुा कल्याज मए ए सा् धोका िकया धो ा
वह त्रबकट ादमी ह त्रवकट ालस्य र् ीबी का का न ह का ज
मनए एक टकोज बनाया षट दसकए होंठ ु्‍क हो हए हं र्ु्‍क
ाम पााँचवी क्‍ ा का त्रवद्या्ी ह कक्षा तुम मए ा त्रवस्वास क ो त्रव‍वास
त्रवद्या्ीं पने हा ह त्रवद्या्ी दसकए प ों में जनंजी ्ी जनंजनी
मोहन जनब जनस्त ादमी ह जनब दस्त बृक्ष कद डाल त्रर् ी वृक्ष
कन-कन में ई‍व का बास ह कज-कज, वास मुझसए बएईमानी न क ना बएईमानी
इस पाठक का सीषगक त्रल ो र्ीषगक ाम बन चलए र्यए वन
त्रवभीर्न ामभक्त ्ा त्रवभीषज ास्िम में हता ह ाश्रम
सोडा ाया जनाता ह सोडा अनेाई रुपयए वापस िकया गाई
स्याम नट ट ्ए ‍याम यह बौि त्रबहा ह त्रवहा
वह मए ा प्रसंसक ह प्रर्ंसक र्ोत्रवन्द त्‍क ह तस्क
बडों को प्रनाम क ें प्रजाम वह अ्‍ ा संिटन कताग ह संर्ठन

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प्रज्ञा प्रवाह Mission Deputy Collector
वह सबका भाग्य त्रवधान ह त्रवधाता न भतत्रम सए भार् ाया ज
कु दान-पुन्य क ो पुण्य सतयग को भा्‍क कहतए हं भास्क
स स्वती कए हा् में बीजा ह वीजा त्रबत्रबध ं र् कए रत ल त्रवत्रवध
न लऊ चलो ल नऊ ाधा मन र्या मज
सााँप का त्रवस चने र्या त्रवष ामायन पनेी ामायज
बाल्मीिक कत्रव वाल्मीिक बडों का अनुर् न क ो अनुस ज
जनन ए ट प्रदतर्ज रला हा ह प्रदतषज संजनम बनायए ो संयम
ाजन मं ित हाँ व्रत ोसनी कम ह ोर्नी
ससंि झपट पडा ससंह दी्‍ ा लए लो दीक्षा
वनस्पत्रतयां ह ी-भ ी हं वनस्पत्रतयााँ वह मए ा ित्रन्‍ट त्रमि ह ित्रन्‍ठ
तुमसए बा -बा त्रबनती ह त्रवनती दसन ए बहुत त्रबनय कद त्रवनय
वाक्य में त्रवसएषज पत्रहचानो त्रवर्एषज दवाइयााँ सायज सए बनती हं सायन
त्रव‍नु अवता ी ्ए त्रव्‍जु ल मन ाम कए सा् र्यए लक्ष्मज
ाम को बनवास त्रमला वनवास अनावृत्रस्ट सए सत ा पडा अनावृत्रस
वह मए ा दुस्मन ह दु‍मन रार्ुन लर् र्या राल्र्ुन
सोला ब स कद लडकद सोलह, वषग वह अन्तजनागमी ह अन्तयागमी

दसका त्रबनार् होनए ही वाला ह त्रवनार् वह त्रवस्व त्रवख्यात ादमी ह त्रव‍व, त्रवख्यात
को त्रवसएस काम ह त्रवर्एष वह र्एहाँ का ्‍योपा क ता ह ्‍यापा
ब्‍चा भाग्यमान ह भाग्यवान संतोस का रल मीठा होता ह संतोष
पत्रत त्रबयोर् सए संिस्त ना ी त्रवयोर् दसनए त्रन‍रल प्रयत्‍न िकया त्रन्‍रल
बसंत ा र्या वसंत दुस्कमग सए बचो दु्‍कमग
ाजन वात स होर्ी बात र् ाजनभासा त्रहन्दी ाजनभाषा
तमासा न क ो तमार्ा त्रन ात्रमस भोजनन क ो त्रन ात्रमष
कत्रवन्द्रष त्रवन्द्रष ना् टर्ो कवीन्द्रष वीन्द्रष त्रह ज जनाल में राँ स र्या त्रह न
मह मध्य वर्ग का ादमी ह वर्ग बाद-त्रबबाद चल हा ह वाद-त्रववाद
तटप्पडी त्रल ी तटप्पजी दसनए सही बक्त्‍य िदया वक्त्‍य
त्रर््‍ ा ्‍यवस््ा ठीक नहीं त्रर्क्षा वह र्या प लएट र्या र्य्या
दसका दद्दएस पता क ो दद्दए‍य दसको दुसाध्य बीमा ी ह दुस्साध्य
वह पवगती इलाका ह पवगतीय प्रत्रतद्वन्दी नए दसए ह ा िदया प्रत्रतद्वन्द्वी
वह तत्‍व कद बात ह तत्त्व अपना तात्‍पजनग बताएाँ तात्‍पयग
अत्रि प्रज्ज्वत्रलत क ो प्रज्वत्रलत मंर्लवा कए बाद बुिवा ाता ह बुधवा
वह महत्‍वपतजग ्‍यत्रत ह महत्त्व दोनों बोधा त्रभड र्यए योिा
दसए बहुत संपत्रत त्रमलए सम्पत्रत त्रनयम का दलंिन न क ो दल्लंिन
वह ददंड ाि ह दद्दण्ड स दद्दंड अपना दचा ज ठीक क ो द्‍चा ज
चााँदनी अत्‍यंत दज्जनवल ्ी दज्ज्वल स्वस््य एवं सानंद स्वस््
स्वास्् ाब ह स्वास््य अकब बादसाह बादर्ाह
भा ती वस्तु भा तीय सात्ग कए अनुसा कायग साम्यग
दस िकस दपलक्ष में ाया ह दपलक्ष्य स्वालंबी बनो स्वावलंबी स स्वावलम्बी
मए ा त्रचत ठीक नहीं ह त्रचत स्वक्ष जनल स्वास््य कए त्रलए ाव‍यक ह स्व्‍
दसका मन दलास सए भ ा ह दल्लास दसनए प‍चाताप िकया प‍चात्‍ताप
मठ्ठा पएट कए त्रलए लाभका ी ह मट्ठा ाजन कत्रव संमएलन होर्ा सम्मएलन
द वाजना बन्द क् ो ो वह जनानए कए दद्दत ह दद्यत
सभी लोर् कट्टए हो र्यए इकट्ठए सम्मत्रलत नहीं हुा सत्रम्मत्रलत
इस पुस्तक में सौ पृ्‍ट ह पृ्‍ठ ाजन दसकद हत्‍त्‍या क दी र्यी हत्‍या
क्‍ ा में बीस ाि ह कक्षा त्रवर्ंभ नाम ह त्रव‍वंभ
दसकद इक्षा पत ी नहीं हुई इ्‍ ा इस क्षएि में सत ा पडा ह क्षएि

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प्रज्ञा प्रवाह Mission Deputy Collector
वषाग सए बहुत त्रत हुई क्षत्रत दसनए य्ए्‍ठ लाभ कमाया य्ए्‍ट
मए ा सामान सु त्र्‍ त ना सु त्रक्षत र्ह अब नकग बन र्यए हं न क
मुझए मा क ें क्षमा कृ प्या ास्तए सए हट जनायें कृ पया
कौ्‍वा कााँव-कााँव क ता ह कौा वए मए ए भरूया हं भया
तुम्हा ी जनानका ी का श्रोत क्या ह स्िोत वह बहुत ु द्रष ादमी ह क्षुद्रष
यह त्रजन्‍ट बदल दो त्रजनस्ट पतज्यनीय भाई साहब को प्रजाम पतज्यसपतजननीय
दसकए सदृ‍य बएईमान नहीं दए ा सदृर् ाम नए म यादा कद क्षा कद मयागदा
वह ग्यानी नहीं ह ज्ञानी प्रल्हाद भर्वान का भक्त ्ा प्रह्लाद
तुम्हें पाक ाल्हाद त्रमला ाह्लाद िम्ह सत्‍य ह िम
िाम्हज को दान दो िामज तुम मए ए त्रहतर्ी नहीं हो त्रहतषी
र्ुरुदएव मुझए ार्ीवाद दें ार्ीवागद दस ् ाम कए त्रपता ्ए दर् ्
कए कई भ त कद मााँ ्ी ककए यी ाजन दसकए यहााँ ग्रह-प्रवएर् ह र्ृह
यह धन प्रयाप्त नहीं ह पयागप्त सब प म पमे‍व कद कृ पा ह प मए‍व
अपना कु सल एम त्रल ना कु र्ल क्षएम सब कु सल सए ह कु र्ल
कु स कद पत्रतयााँ धा दा होती हं कु र् र्िुघ्न ाम कए भाई ्ए र्िुघ्न
लौ-कु स ाम कए पुि ्ए लव-कु र् साधु नए र् ी प भ्‍म लर्ाया ह भस्म
बालक बहुत द ृ ं ल ह द्‍ ृ ं ल इस पुस्तक का नया संस्क ज ाया ह संस्क ज
समसान िाट सााँय-सााँय क हा ्ा ‍मर्ान दुवागसा नए र्कु न्तला को श्राप दए िदया र्ाप
पत यायवाची र्‍द क्या ह? पयागयवाची भोजनन बहुत स्वािद्‍ट ्ा स्वािद्‍ठ
दसनए पयागप्त त्रम्‍ठान्न ाया त्रम्‍टान्न िम्हा सृत्रस कए कत्‍ताग हं िमा
दनसें प सप नहीं बनती प स्प वह र्ए कए सन्मु ा र्या सम्मु
भोजनन र्त ्‍ट ्ा र्त ्‍ठ अपनी ाकांक्षा बताओं ाकांक्षा
जनर्त्‍र्ुरु र्ंक ाचायग श्रए्‍ठ दार्गत्रनक ्ए जनर्द्र्ुरु वह त्रनस् ल नहीं ह त्रन‍ ल
क्या त्रनस्चय हुा त्रन‍चय जनर्नना् पु ी र्यए हं जनर्न्ना्
तुम जनीवन प यंत दु ी हए पयगन्त दतपात बन्द क ो दत्‍पात
दसए पु सका दो पु स्का बएद चा हं वएद
ऋक्वएद सवगप्राचीन ह ऋग्वएद ऐसा दत्रिसद क तए हं दपत्रनषद
अ बाचीन भा त अवागचीन त्रबन्ध प्रदएर् का ह त्रवन्ध्य प्रदएर्
अंग्रएजनी पनेों अाँर् ए जनी पनेो

2. र्‍दत्रनमागज कद अर्ुत्रियााँ
र्‍द – त्रनमागज संबंधी अर्ुत्रियााँ वत्‍तगनी कए र्ोधन कए अन्तर्गत ा र्यी हं यहााँ कु र भी ददाह ज िदयए जना हए हं, त्रजननमें वत्‍तगनी कद
अर्ुत्रि कए अत्रतत क्त पद त्रनमागज कद भी अर्ुत्रि ह
अर्ुि र्ुि
बाँर्ला, असमी प्रदएत्रर्क भाषाएाँ हं प्रादएत्रर्क
दएत्रहक बाधा सभी को दबोचती ह दत्रहक
चौ ाहए में कारद भीड एकत्रित हो र्यी एकि
ाधा कृ र्ांत्रर्नी बाला ह कृ र्ांर्ी
वह एक ल‍ध प्रत्रतत्रठितत नएता ह ल‍धप्रत्रत्‍ठ
सत ए का तत्‍कात्रलक दपाय क ें तात्‍कात्रलक
इस जनर्ह कद इत्रतहात्रसकता संिदग्ध ह ऐत्रतहात्रसकता
पािकस्तान में जननतंत्रिक र्ासन नहीं ह जननतांत्रिक
वाक्य कद पुन ग चना क ें पुन चना, पुना चना
अन्तसागक्ष्य कए ाधा प सत जनन्मांध नहीं लर्तए अन्त साक्ष्य
दत कत्रव कद जनीवनी बत्रहसागक्ष्य प ाधात त ह बत्रह साक्ष्य
pg. 6| @PragyaPravah3187 T.me/pragyaPravah 8840566460 मार्गदर्गक — डॉ. सी. एल. त्रिपाठी
प्रज्ञा प्रवाह Mission Deputy Collector
महात्‍मा सतोर्ुज सम्पन्न ्ए सत्त्वर्ुज
तुम्हा ी मनोकामना पत ी हो मन कामना
ाजन एक योर्ी ाजन पधा हए हं योत्रर् ाजन
वए एक वय वृि ्‍यत्रत ्ए वयोवृि
पक्षीर्ज दड चलए पत्रक्षर्ज
जनब सए मा ा र्या वह जनाग्रदवस््ा कए नहीं ्ा जनार्त त अवस््ा
नभमंडल ता ों सए भ र्या नभोमण्डल
ाओ तरु ाया में त्रवश्राम क लए तरु्‍ ाया
महात्‍मा जनी याबत्‍जनीवन ह द्वा में हए यावज्जनीवन
ोता हुा बालक माताहीन ्ा मातृहीन
त्रपताहीन ाि सहायता कए अत्रधका ी हं त्रपतृहीन
पुस्तक में ापए कद भतलों कद बाहुल्यता ह बहुलता (यहां बहुलता ठीक ह)
संर्म तट प त्रभ ात यों कद बाहुल्यता ह बाहुल्य (त्रभ ात यों का बाहुल्य त्रभ ात यों कद बहुलता)
मं दसकद चातुयगता प दंर् ह र्या चतु ता, चातुयग भी (दसकद चतु ता, दसका चातुयग)
श्रिामान को ही ज्ञान दएना चात्रहए श्रिावान
दसकद बुत्रिमानता स ाहनीय ह बुत्रिमत्‍ता, बुत्रिमानी
जनहााँ र्ुजीर्ज एकि हों वहााँ कोई त्रनर्ुगजी रुक नहीं सकता र्ुत्रजर्ज
त्रिहत्‍त भा त का मानत्रचि दए ा ह वृहत
वए मए ए त्रलए त्रपतावत पतजननीय हं त्रपतृवत
त्रनबन्ध कद भाषा स ल व सुबोधपतजग नहीं ह सुबोध
यज्ञ में मुनीर्ज नहीं ायए मुत्रनर्ज
यि में ऋषीर्ज पधा ए ऋत्रषर्ज
यह र्ोप्यनीय पि ह र्ोपनीय
मोहन सकु र्लपतवगक ि पहुाँच र्या सकु र्ल
सभा में दो ला कद भीड बताना अत्‍योत्रत ह अत्‍युत्रत
यह पािकस्तान का ांतत क मामला ह ान्तत क
दप ोक्त पंत्रतयों को पनेो दपयुगक्त
दप त्रलत्र त बातें सही हं दपत त्रलत्र त
वह ह बात में अतर्योत्रत क ता ह अत्रतर्योत्रत
दसनए तटप्पडी र्लत त्रल ी तटप्पजी
सभी दएवताओं कद महानता कए कायल हं महता
र्ात्रलयााँ सुनतए ही दसका पौरुषत्‍व जनार् दठा पुरुषत्‍व
वह स्वास््यता हएतु पहाड र्या ह स्वस््ता, स्वास््य लाभ
हनुमान सीता जनी को मातावत मानतए ्ए मातृवत

3. र्‍द चयन कद अर्ुत्रियााँ


अर्ुि र्ुि
सएनाओं में द्वन्द्व र्ुरु हो र्या युि
पहलवानों में युि होनए लर्ा द्वन्द्व
दो भाइयों में युि हो र्या लडाई
प स्प कए अत्रव‍वास कए का ज दोनों भाइयों में दु ाव मनमुटाव
त्र पाव हो र्या
र्ायक नए र्ीत कद कु लत्रडयां सुनायी कत्रडयााँ
मालए कद कत्रडया टत टक त्रब र्यी लत्रडयााँ

pg. 7| @PragyaPravah3187 T.me/pragyaPravah 8840566460 मार्गदर्गक — डॉ. सी. एल. त्रिपाठी


प्रज्ञा प्रवाह Mission Deputy Collector
तटत्रियों कए झुण्ड नए रसल न्‍ट क दी तटिी दल
अ्‍ ए काम में अनएक संकट ातए हं बाधाएं
सत्रनकों नए र्ोत्रलयों कद बाने ला दी बौ ा क दी
सभा में बडी मािा में लोर् ायए संख्या
मं नीची दम्र वालए लडकों सए बात नहीं क ता कम
ए ल र बस यािा कए सस्तए माध्यम हं साधन
प्रएम क ना तलवा कद नोक प चलना ह धा
पानी में भीर्नए सए जनुकाम होनए का सन्दएह हता ह ड
दएर् में भत कद कोई िटना नहीं िटी भु म ी
दो त्रमिों में झर्डए का हएतु समझ नहीं पडता का ज
दत्‍त प्रदएर् में नार् ी भाषा बोली जनाती हए त्रहन्दी भाषा
मं ापसए त्रमल नहीं सका इसका मुझए र्ोक ह एद
त्रहन्दी त्रलत्रप सभी त्रलत्रपयों में वज्ञात्रनक ह नार् ी त्रलत्रप, नार् ी प्रचात जी सभा- बाबत ‍याम सुन्द दास
मए ए बएटए नए एकाएक बम्बई सए ाक मुझए प ए र्ान क िदया चिकत
बाल्टी में 20 लीट पानी भ नए कद योग्यता ह क्षमता
पृ्वी का रूप त्रत ा नहीं ह ाका
ाम को अपनी ताकत प र्ौ व ह र्वग
त्रभ ात यों प कृ पा क ो दया
यह कई का्‍यों का संकलन ह कत्रवताओं
त्रवद्यालय में इत्रतहास कद त्रवद्या दी जनाती ह त्रर्क्षा
दतध कद नाप हुई माप
कपडा मापा र्या नापा
िटना कद प ीक्षा होना चात्रहए जनााँच
ब्‍चए कद ायु क्या ह दम्र (जनन्म सए लएक वतगमान समय तक )
म नए वालए कद दम्र सत्‍त वषग ्ी ायु (सम्पतजग जनीवन काल)
सभा नए कत्रव को पु स्का अर्पगत िकया प्रदान
ाम ड क दौड र्या भार्
र् मी सए प ए र्ान पत्र्क पएड कद प ाई में बठ र्या ाया
अटल त्रबहा ी बाजनपएयी भा त कए मुख्य मंिी हं प्रधानमंिी
तुमनए िकतनी कत्रवताओं का त्रनमागज िकया चना (कद चना कद)
अत्रि त्रमसाइल कद दत्‍पत्रत कब हुई ात्रव्‍का (हुा)
मायावती मुख्यमंिाजी हं मुख्यमंिी
र्ोत्रबन्द में यही एक भलाई ्ी अ्‍ ाई
मुझए भाषा को बोध ह ज्ञान
ठं डक सए दसका र् ी सुन्न पड र्या ठं डा
कत्रवता का नमतना दए ें बानर्ी
दसनए अपनए सम्मान का अपमान िकया त्रत स्का
असहाय को दण्ड दएना अप ाध ह पाप
अनल का अ्ग वायु ह अत्रनल
अत्रनल का अ्ग अत्रि ह अनल
दसनए दण्ड दएनए का काम िकया ह पानए
दु‍मन कए त्रसपाही मदान सए दौड डए हुए भार्
र्त्रजत एक कठो त्रवषय ह कतठन
दर्ह ए कए मएलए में असंख्य जननसमतह दमड पडा अपा
मए ी र् ी ा ोग्य ह नी ोर्
नएता जनी अपना भावी जनीवन जनन सएवा में त्रबतायेंर्ए र्एष जनीवन
महात्‍मा र्ांधी कद मृत्‍यु सए दएर् को अपतजग क्षत्रत हुई ऊपत जीय
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स्टएत्रडयम में अनत्रर्नत भीड ्ी भा ी
िकसी पद्य का चौ्ा भार् च ज ह चौ्ाई
हमा ए अत्रधका ी अत्‍यन्त सख्त हं बहुत
ह बतगन सजना क दो प्रत्‍यएक
दसनए अप ाधी कए प्रत्रतकत ल र्वाही दी त्रवरुि
वह अपनी बातों प स््ायी नहीं हता दृने
यह बंर्ला सए अनुवािदत दपन्यास ह अनतिदत
दसनए ाग्रहपतजग गंर् सए बुलाया ाग्रहपतवगक बुलाया
मोहन ार्ामी वषग कलकत्‍ता र्या ्ा त्रप लए
तुम्हें ऐसी बात नहीं बोलनी ्ी कहनी
ब ी दपयोर्ी र्स्ि ह अस्ि
बन्दतक त नाक अस्ि ह र्स्ि
अस्ि — रें क क प्रयोर् िकया जनानए वाला हत्र्या
र्स्ि — हा् सए पकड क प्रयोर् िकया जनानए वाल हत्र्या
सभा में नएताओं को अत्रभनन्दन पि प्रदान िकया र्या भेंट
र्ायक र्ानए कद कस त क हा ह त याज या अभ्यास
का्‍य चना कत्रव का कमग ह कत्रवता
वल्मीिक नए ामायज कद चना त्रल ी कद
भतल कए त्रलए दसए दया क ो क्षमा
कई ातों कए पी ए ाजन नींद ायी बाद
नएता र बएईमानी दोनों का िो संबंध ह ित्रन्‍ठ
मनए दसए ि बुलाक अर्ुि का िकया र्लत
वनवास में ाम पंचवटी में र्यए ्ए हए
मए ा र्तठत र् ी दए क सभी प्रसन्न होतए हं र्ठा हुा
इस पुस्तक का अंिकत मतल्य क्या ह मुिद्रषत
दसकद सौभाग्यवती कन्या का त्रववाह िदसम्ब में होर्ा सौभाग्यकांत्रक्षजी
अमएत का एक र्त्रतर्ील दएर् ह र्त्रतर्ाली
भा त एक त्रवकासर्ाली दएर् त्रवकासर्ील
नएती जनी प्रचंड बहुमत सए जनीतए भा ी
र् ा ती ािों कए संबंध में त पोटग प्राचायग को समर्पगत सौंपी, प्रस्तुत
कद र्यी
अत्रधकांर् लोर् ऐसा सोचतए हं त्रवकट
दसनए नौक ी पानए का बहुमतल्य मौका ो िदया अवस
मनए दसए डाट लर्ायी डााँट
वह वस्तुकला में दक्ष ह वास्तुकला
ध ती, ाकार्, पाताल कु ल तीन भवन हं भुवन
एक कौडी बीस कद होती ह कोडी
क‍मी कद जनलवायु सबकए अनुरूप नहीं ह अनुकतल
दसए भा ी मा पडी बहुत
यह ाि अत्रत तएजन ह बहुत
दतध में जनामुन डालनए सए दही बनता ह जनामन
सीता कद दपएक्षा ‍यामा सुन्द ह अपएक्षा

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4. अनाव‍यक र्‍दों का प्रयोर्

वाक्य अनाव‍यक र्‍द


मंनए दसकद बात प ापत्रत प्रकट कद प्रकट
वह समस्त प्रात्रजमाि का त्रहतषी ह समस्त
हम स्कत ल को जना हए हं को
एत िकसकए नाम प त्रल ा र्या प
वन कद सुन्द र्ोभा अवजगन ीय ह सुन्द
ापस में त्रमलक प स्प सहयोर् क ो प स्प
सब पवगवों में त्रहमालय बहुत ऊाँचा ह बहुत
ाम को सब कोई जनानतए हं कोई
तुम सब लोर् कहााँ र्यए ्ए लोर्
दोनों योिाओं में िमासान का युि हो हा ्ा का
यह कमीजन मंनए दधा कद ली ह कद
हम लोर् कलकत्‍ता को जना हए हं को
मं कृ ता्ग हं िक जनो ाप यहााँ ायए िक
ाप लोर्ों को प स्प में नहीं लडना चात्रहए में
्‍यापा ी नए सा ा माल मोहन कए हा् में बएच िदया में
यह जनडी ोर् का समतल सए नार् क ए र्ी सए
वह सामान दठानए को र्या ह को
वहााँ प िकतनए ादमी ्ए प
यह कायग सब िकसी कए बस का नहीं िकसी
तुम कभी िकसी समय मए ए ि ा जनातए कभी या िकसी समय में एक हएर्ा
त्रनमंिज में प्राय सभी पहुाँच र्यए ्ए प्राय
मोहन नए अपना साहस नहीं ोडा अपना
ािों नए अपनी त्रहम्मत नहीं हा ी अपनी
कदी कए सा् दत्रचत न्याय होर्ा दत्रचत
िकसी भी लडकए को बुला लें भी
वह अभी ही यहााँ सए र्या ह ही
वह लर्भर् पत ी त ह सरल ह लर्भर्
वह बीमा ह कए वल इसीत्रलए नहीं ाया कए वल
ाधा त्रवलाप क कए ोनए लर्ी त्रवलाप क कए
सोहन त्रजनसए कल जनाना ्ा वह ाजन र्या वह
वह रल, त्रमठाई, मएवा र ािद चीजनें लएक ाया र
तुम अब ाजन सए ऐसा काम मत क ना ाजन सए
चाहए जनसए भी हो, वह यहााँ अव‍य ायए भी
ामत त्रबल्कु ल भी पनेना नहीं चाहता भी
कए वल ाप ही दसए मना सकतए हं कए वल
वह लर्भर् म र्या लर्भर्
र्ायद तुम इस वषग अव‍य सरल हो जनाओर्ए र्ायद
चो ी का चलन सदा काल सए चला ा हा ह काल
जनो िोधी ह िर वह अ्‍ ा ादमी नहीं हो सकता िर
यह बात सही नहीं ह जनो िक मुझए बता हए हं िक

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तुम कलकत्‍ता जनाना चाह हए हो, अत जनाओ अत
होत्रर्या हना
मं सायंकाल कए समय बाजना र्या कए समय

5. ्‍याक ज कद अर्ुत्रियााँ

अर्ुि वाक्य र्ुि वाक्य

सभी सदस्य अपनी ाय दें सभी सदस्य अपनी-अपनी ाय दें

मोहन दस कायागलय का ोटा सा कमगचा ी मोहन दस कायागलय का ोटा कमगचा ी ह

प्रत्‍यएक मजनदत को पााँच-पााँच रुपए त्रमलए प्रत्‍यएक मजनदत को पााँच रुपए त्रमलए

दो-दो िकलोमीट प एक-एक र्ााँव ्ा दो-दो िकलोमीट प एक र्ााँव ्ा

र्ोत्रवन्द र मोहन में सबसए तएजन कौन ह र्ोत्रवन्द र मोहन में तएजन कौन ह

हलका सा हवा का झोंका ाया हवा का हल्का सा झोंका ाया

मोना र सोना में सबसए सुन्द कौन ह मोना र सोना दोनों में सुन्द कौन ह

सभा में सभी वर्ग कए लोर् ्ए सभा में सभी वर्मे कए लोर् ्ए

भा त में कई जनात्रत कए लोर् हतए हं भा त में कई जनात्रतयों कए लोर् हतए हं

धान कद त्रवत्रवध प्रजनात्रत को पौधए तया धान कद त्रवत्रवध प्रजनात्रतयों कए पौधए तया हं

इस कक्षा में अत्रधक अ्‍ ा ाि कौन ह इस कक्षा में सबसए अ्‍ ा ाि कौन ह

महात्‍मा र्ााँधी एक बहुत बडए महापुरुष ्ए महात्‍मा र्ांधी एक महापुरुष ्ए

तुम तुम्हा ी िकताबें लए जनाओ तुम अपनी िकताबें लए जनाओ

बहुत जनल्द यह तुम्हें समझ में ा जनायएर्ा बहुत जनल्द तुम्हा ी समझ में ा जनायएर्ा

वह ाया होता तो मं जनाता वह ाता तो मं जनाता

वह कई िण्टए सए ापकद प्रतीक्षा दए हा ्ा वह कई िंटए सए ापकद प्रतीक्षा क हा ्ा

वह अपना सामान लएक कए जनायएर्ा वह अपना सामान लएक जनायएर्ा

यहााँ जनाया-ाया क ो यहााँ ाया-जनाया क ो

अप ात्रधयों कद पकड-ध हो ही ह अप ात्रधयों कद ध -पकड हो ही ह

त्रबजनली जना-ा ही ह त्रबजनली ा-जना ही ह

मं अपना काम स्वयं क दएता हाँ मं अपना काम स्वयं क लएता हाँ

अपनए यहााँ ानए प ाप मुझए क्या दोर्ए अपनए यहााँ ानए प ाप मुझए क्या देंर्ए?

ाप तो ठीक हो प तुम्हा ा भाई र्डबड ह ाप तो ठीक हं प ापका भाई र्डबड ह

वह क्या जनानए िक पनेाई क्या होती ह वए क्या जनानें िक पनेाई क्या होती ह

सतयग प्रत्रतिदन पतवग सए त्रनकल हा ह सतयग प्रत्रतिदन पतवग सए त्रनकलता ह

मुझए सा ा सामान दठानए पडए मुझए सा ए सामान दठानए पडए

अपना ि ाली पडए हनए न दीत्रजनए अपना ि ाली पडा हनए न दीत्रजनए

वह ात में कं वल पहनक सो जनाता ह वह ात में कं बल ओनेक सो जनाता ह

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ाम नए दौड में ‍याम को जनीत त्रलया ाम नए दौड में ‍याम को प ाड िदया

र्कु त्रन नए युत्रधत्रठित को जनुए में प ाड िदया र्कु त्रन नए युत्रधत्रठित को जनुए में ह ा िदया

मं र मए ए त्रमिों को तार् एलना नहीं ाता मुझए र मए ए त्रमिों को तार् एलना नहीं ाता

यह बक्सा बहु भा ी ह, दसमें क्या ह यह बक्सा भा ी ह, इसमें क्या ह?

हमा ए दएर् का पतन हम नहं दए सकतए अपनए दएर् का पतन हम नहीं दए सकतए

मंनए काम प जनाना ह मुझए काम प जनाना ह

बहुत जनल्दी ही दन्हें समझ में ा जनायएर्ा बहुत जनल्दी ही दनकद समझ में ा जनायएर्ा

कत्रव जनी ायए र ातए ही का्‍य पनेनए लर्ए कत्रव जनी ायए र ातए ही कत्रवता पनेनए लर्ए

यह लोर् क्या त्रचल्ला हए हं यए लोर् क्यों त्रचल्ला हए हं?

चन्द्रषमा कद ाभा दए ती ही बनती ्ी चन्द्रषमा कद ाभा दए तए ही बनती ्ी

कायागलय में दन्हीं कए कई ादभी हं कायागलय में दनकए कई ादमी हं

वह क्या जनानए दुुः क्या होता ह वए क्या जनानें दुुः क्या होता ह

इननए मुझसए कल बात कद ्ी इन्होंनए कल मुझसए बात कद ्ी

दननए इसए बहुत भा ा दन्होंनए इसए बहुत मा ा

यह दन्हीं का ही मकान ह यह दनका ही मकान ह अ्वा यह दन्हीं का मकान ह

यह लोर् क्या क नए जना हए हं यए लोर् क्या क नए जना हए हं?

यह बात दन्हें समझ में नही ायएर्ी यह बात दनकद समझ में नहीं ायएर्ी

यह कौन लोर् डए हं? यए कौन लोर् डए हं?

कल दो पहलवानों में लडाई होर्ी कल दो पहलवानों में द्वन्द्व होर्ा या कु ‍ती होर्ी

ि का युि त्रवनार्का ी होता ह र्ृह-युि त्रवनार्का ी होता ह या ि कद लडाई त्रवनार्का ी होती ह

दसए मत दठाइए पडए हनए दीत्रजनए दसए मत दठाइए पडए हनए दीत्रजनए

ाप कु ाओर्ए? ाप कु ायेंर्ए

वह लोर् कब ि जनायेंर्ए? वए कब ि जनायेंर्ए

दुकान सए कोई चीजन लें तो अ्‍ ी त ह दए लीत्रजनए दुकान सए कोई चीजन लें तो अ्‍ ी त ह दए लें

जनब वए ायें तो ाप दनका अ्‍ ी त ह स्वार्त क ें जनब वए ायें तो ाप दनका अ्‍ ी त ह स्वार्त क ें

वह ातए तो मं जनाता वए ातए तो मं जनाता

मंनए र्ात्रयका का र्ाना र रूप दए ा मंनए र्ात्रयका का र्ाना सुना र रूप दए ा

मंनए मोहन सए बताया ्ा िक ाधा बीमा ह मंनए मोहन को बताया ्ा िक ाधा बीमा ह

मंनए कहा, सब ाि कहााँ र्यए? मंनए पत ा, सब ाि कहााँ र्यए?

इतनए कम पसए में दाल- ोटी नहीं होर्ी इतनए कम पसए में दाल- ोटी नहीं चलएर्ी

बह ोजन बार् में चलनए जनाता ह वह ोजन बार् में टहलनए जनाता ह

दसका ार्ए बने सकना कतठन ह दसका ार्ए बनेना कतठन ह

मंनए अपना स्पसीक ज क िदया मंनए अपना स्पसीक ज दए िदया

ाम प भा ी कस ान पडा ह ाम प भा ी कस ा पडा ह

त्रर्त जना को त्रम र्ी का दौ ा ाता ह त्रर्त जना को त्रम र्ी का दौ ा पडता ह

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त्रजनया नए ाटा र्ताँ् िदया त्रजनया नए ाटा र्ताँध िदया

कल बाजना बन्द होनए कद सम्भावना कद जना ही ह कल बाजना बन्द होनए कद सम्भावना ह

कालत अपना वएतन नहीं दठा पाया कालत अपना वएतन नहीं लए पाया

इस पि में कहा ह िक ि ा जनाओ इस पि में त्रल ा ह िक ि ा जनाओ

ए त्रडयो सए बोला र्या ह िक... ए त्रडयो सए िोषजा हुई ह िक...

त्रजनलात्रधका ी का क्न ह िक सभी त्रनयम का पालन क ें त्रजनलात्रधका ी का ादएर् ह िक सभी त्रनयम का पालन क ें

टएत्रलत्रवजनन प सा ी िटना बतायी र्यी टएलीत्रवजनन प सा ी िटना िद ायी र्यी

मंनए दसकद ाडए हा्ों ब ली मंनए दसए ाडए हा्ों त्रलया

मंनए दसए त्रबल्कु ल सीधा बना िदया मंनए दसए त्रबल्कु ल सीधा क िदया

मए ए चलए प वह भी चल पडा मए ए चलनए प वह भी चल पडा

पानी सए नहाया-धोया र्या पानी सए नहाया र कपडा धोया र्या

वह माला र्ताँध ही ह वह माला र्ताँ् ही ह

दसकद जनबान बहुत त्रहलती ह दसकद जनबान बहुत चलती ह

वह डए- डए पलट र्यी वह डए- डए त्रर् र्यी

त्रसपात्रहयों का कतगव्य ह िक अप ात्रधयों को ध पकड लें त्रसपात्रहयों का कतगव्य ह िक अप ात्रधयों कद ध -पकड क ें

कल्लत नएवाजन कए ि ोजन जना हा ह कल्लत नएवाजन कए ि ोजन जनाता ह

दुकान मात्रलक बठा हुा ह दुकान मात्रलक बठए हं

दुकानदा बठए हं दुकानदा बठा ह

मकान िक ायए प चला िदया मकान िक ायए प दठा िदया

बस िक ायए प र्यी बस भाडए प र्यी

बस का भाडा पचास रुपयए ्ा बस का िक ाया पचास रुपए ्ा

रक का िक ाया दो हजना िदया रक का भाडा दो हजना िदया

एत का िक ाया मार हो र्या एत का लर्ान मार हो र्या

स्कत ल का कजनग दएनए र्यए हं स्कत ल कद रदस दएनए र्यए हं

दसनए पसा दएक जनमीन हत्र्या ली दसनए पसा दएक जनमीन ीद ली

मोहन कल ावएर्ा मोहन कल ायएर्ा

ाधा अब नहीं ोवएर्ी ाधा अब नहीं ोयएर्ी

मााँ ाना बनावएर्ी मााँ ाना बनायेंर्ी

दसका त्रपता भला ादमी ्ा दसकए त्रपता भलए ादमी ्ए

बाजना में साप्तात्रहक अवकार् बाजना में साप्तात्रहक बन्दी

भ्रसाचा को त्रर्साचा कहक पुका ना अनुत्रचत ह भ्रसाचा को त्रर्साचा कहना अनुत्रचत ह

दसनए मुझए भा ी संकट सए ोक िदया दसनए मुझए भा ी संकट सए बचा त्रलया

दत्रलतों को अपना बनाया जनायए दत्रलतों को अपनायें

दुत्र यों कद सहायता कद जनायए दुत्र यों कद सहायता क ें

मंनए डत बतए बच्चए को दठा त्रलया मंनए डत बतए बच्चए को बचा त्रलया

तुमनए दससए बात िकया ्ा या नहीं? तुमनए दससए बात कद ्ी या नहीं

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िोडए कद चाल स्पृहजीय ्ी िोडए कद चाल दर्गनीय ्ी

चो नए सेंध लर्ायी चो नए सेंध मा ी

त्रियों नए तालाव में नहायीं त्रियों नए तालाब में नहाया

महात्‍माओं में श्रिा क ो महात्‍माओं में श्रिा ो

मए ी बात का दसए स्म ज िदला दएना मए ी बात का दसए स्म ज क ा दएना

पुत्रलस भीड प त्रनयंिज नहीं क पायी पुत्रलस भीड प त्रनयंिज नहीं पायी

ाप चाहो तो जना सकतए हो ाप चाहें तो जना सकतए हं

मए ी इ्‍ ा ्ी िक ाप इस त्रवषय प पुनुः त्रवचा क ें मए ी इ्‍ ा ्ी िक ाप इस त्रवषय पुनुः त्रवचा क तए

इत्रन्द ा र्ााँधी चुनाव हा र्ईं ्ी इत्रन्द ा र्ााँधी चुनाव हा र्यी ्ीं

मं दसए सा ी बात समझा लताँर्ा मं दसए सा ी बात समझा दतर्


ाँ ा

दु‍मनों नए हत्र्या िदयए दु‍मनों नए हत्र्या डाल िदयए

मंनए कलम, दावात र पेंत्रसल ीदा मंनए कलम, दावात र पेंत्रसल ीदी

मोहन र ाधा स्कत ल में ्ी मोहन र ाधा स्कत ल में ्ए

यह बच्चए कद त्रर्क्षा लएनए कद दम्र ह यह बच्चए कद त्रर्क्षा पानए कद दम्र ह

ाधा नौक ी पा र्यी ाधा को नौक ी त्रमल र्यी

व्यायाम समय सए क लएना चात्रहए व्यायाम समय सए क ना चात्रहए

मं यह काम कद हाँ मंनए यह काम िकया ह

मं र्ाना र्ायी हाँ मंनए र्ाना र्ाया ह

प ीक्षा का माध्यम अंर् ए जनी नहीं होनी चात्रहए प ीक्षा का माध्यम अाँर् ए जनी नहीं होना चात्रहए

चो बलों को दठा लए र्यए चो बलों को हााँक लए र्यए

त्रसया त्रबल में समा र्या त्रसया त्रबल में िुस र्या

हा्ी नदी में भार्नए लर्ा हा्ी नदी में त नए लर्ा

ाधा पनेती-पनेती सो र्यी ाधा पनेतए-पनेतए सो र्यी

अ्‍ ी पनेाई अध्यापक प त्रनभग क ती ह अ्‍ ी पनेाई अध्यापक प त्रनभग ह

ात में त्रबजनली न हनए प अाँधए ा त्रि जनाता ह ात में त्रबजनली न हनए प अाँधए ा ा जनाता ह

दए ो मं ाप को ार्ाह क ता हाँ दएत्र ए मं ापको ार्ाह क ता हाँ

बम्बई जनाक हम सब मौजनमस्ती िकयए बम्बई जनाक हमनए तब मौजनमस्ती िकया

मजना बताना मजना च ाना

सहयोर् प्रदान क ना सहयोर् दएना, सहयोर् क ना

दु ाव न समझना दु ाव न क ना

संकल्प लएना संकल्प क ना

दतस ए प दोष जनडना दतस ए प दोष मनेना

वह ड ती-ड ती ि में िुसी वह ड तए-ड तए ि में िुसी

मोट हााँक हा ह मोट चला हा ह

बलर्ाडी चला हा ह बलर्ाडी हााँक हा ह

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प्रज्ञा प्रवाह Mission Deputy Collector
एक्का चला हा ह एक्का हााँक हा ह

भंस िुमा हा ह भंस च ा हा ह

सुअ च ा हा ह सुअ िुमा हा ह

र्धा त्रचल्ला हा ह र्धा ें क हा ह

दतस ों प दोष जनडना दतस ों प दोष मनेना

तुमनए दोनों हा् जनोडा तुमनए दोनों हा् जनोडए

ाकार् में पक्षी ितम हए हं ाकार् में पक्षी दड हए हं

मदान में बल िास ा हए हं मदान में बल िास च हए हं

पााँव सए जनतता त्रनकाला पााँव सए जनतता दता ा

तु न्त कमीजन डाली र चल पडा तु न्त कमीजन पहनी र चल पडा

अ्‍ ा हो वह ु ट्टी लए लएता अ्‍ ा हो, वह ु ट्टी लए लए

मंनए एक साइिकल ीदा मंनए एक साइिकल ीदी

दसनए मुझए ावाजन िदया दसनए मुझए ावाजन दी

वहााँ अनएक पुरुष त्रियााँ हं वहााँ अनएक पुरुष-िी हं

कृ ्‍ज नए र्ोत्रपयों कद मटकद तोडी कृ ्‍ज नए र्ोत्रपयों कद मटकद रोडी

ए त्रडयों कहता ह ए त्रडयो बोलता ह

वह पााँच साल पहलए यहााँ ाया वह पााँच साल पहलए यहााँ ाया ्ा

ाधा नए सहएत्रलयााँ बुलाई ाधा नए सहएत्रलयों को बुलाया

होली मनाना चात्रहए होली मनानी चात्रहए

पंट कद बत्र या दधड र्यी पंट का बत्र या दधड र्या

बा ह ससंिए कए पास अनएक सीर्ें होती ह बा ह ससंधए कए पास अनएक सींर् होतए हं

भंसए कद सींर् दए ो भंसए का सींर् दए ो

तम्बाकत नर्ीली होती ह तम्बाकत नर्ीला होता ह

भााँर् नर्ा क ता ह भााँर् नर्ा क ती हं

संदक
त पु ानी हो र्यी सन्दतक पु ाना हो र्या

बडी सी टकसाल बडा सा टकसाल

होड लर्ा ह होड लर्ी ह

दसकए सा् दत्रचत न्याय िकया जनायएर्ा दसकए सा् न्याय िकया जनाएर्ा

प्याजन कडवी होती ह प्याजन कडवा होता ह

स‍जनी में धत्रनयां डाली र्यी स‍जनी में धत्रनया डाला र्या

त नीचए ा र्यी त त्रर् र्यी

मंनए चन कद सााँस त्रलया मंनए चन कद सााँस ली

दनमें नोक-झोंक चलता हता ह दनमें नोक-झोंक चलती हती ह

मए ा जनएब कट र्या मए ी जनएब कट र्यी

ह ी मट लए लो ह ा मट लए लो

मलमल मुलायम होती ह मलमल मुलायम होता ह

pg. 15| @PragyaPravah3187 T.me/pragyaPravah 8840566460 मार्गदर्गक — डॉ. सी. एल. त्रिपाठी
प्रज्ञा प्रवाह Mission Deputy Collector
कमीजन में बटन लर्ी ह कमीज में बटन लर्ा ह

नयी प्रका कद त्रर्क्षा नयए प्रका कद त्रर्क्षा

पु ानी त ाजनत पु ाना त ाजनत

बा ात कद र्ोभा दए ती बनती ्ी ब ात कद र्ोभा दए तए बनती ्ी

दए हो जनानी स्वाभात्रवक ह दए हो जनाना स्वाभात्रवक ह

त्रपता जनी नए ाज्ञा िदया त्रपता जनी नए ाज्ञा दी

ोटी सी त्रपस्तौल ोटा सा त्रपस्तौल

ऐसी भी कही जनाती ह ऐसा भी कहा जनाता ह

ाधा मए ी पडोसन ह ाधा मए ी पडोत्रसन ह

हत भात्रर्नी ना ी हतभाग्या ना ी

लाइसेंस बन र्यी लाइसेंस बन र्या

बात स्पस िकया जना सकता ह बात स्पस कद जना सकती ह

डाक्ट नी को बुलाओ लएडी डाक्ट को बुलाओ

कु दाल लोहए कद होती ह कु दाल लोहए का होता ह

ाजन अ्‍ ा हो र्या ाजन अ्‍ ी हो र्यी

त्रभ ात नी ायी ह त्रभ ात न ायी ह

चएचक कद टीका चएचक का टीका

ाज्ञाका ी पत्नी ाज्ञाकात जी पत्नी

पत्रण्डत जनी को दत्रक्षजा िदया र्या पत्रण्डत जनी को दत्रक्षजा दी र्यी

त्रवद्वान मत्रहला हं त्रवदुषी मत्रहला हं

र्ाडी भएजन िदया ह र्ाडी भएजन दी ह

स्तक माँर्वा त्रलया ह पुस्तक माँर्वा ली ह

माता-त्रपता कद ाज्ञानुसा चलो माता-त्रपता कए ाज्ञानुसा चलो

हमा ी प्रदएर् कद स का त्रनकम्मी ह हमा ए प्रदएर् कद स का त्रनकम्मी ह

जनुलाब ली जनाती ह जनुलाब त्रलया जनाता ह

एक झटकए में ही दसका प्राज त्रनकल र्या एक झटकए में ही दसकए प्राज त्रनकल र्यए

ापका दर्गन क नए ायए ्ए ापकए दर्गन, (प्राज, हालात, समाचा (बहुवचन)) क नए ायए ्ए

हमनए सबों को ार्ाह िकया हमनए सब को ार्ाह िकया

प्रत्‍यएक कए त्रस प टोत्रपयााँ ्ीं प्रत्‍यएक कए त्रस प टोपी ्ी

चो ों को कु तए कद त ह िसीटा र्या चो ों को कु तों कद त ह िसीटा र्या

चा ातंकवािदयों कद त्रर् फ्ता ी हुई चा ातंकवािदयों कद त्रर् फ्तात यााँ हुई

सडक को चीडी क नी ाव‍यक ह सडक को चौडा क ना ाव‍यक ह

दसकए त्रनकालए जनानए का प्रमु का ज दसकए त्रनकालए जनानए का प्रमु का ज

सनहीनता ्ी अनुर्ासनहीनता ्ा

लता मंर्एर्क अ्‍ ी र्ायका हं लतामंर्एर्क अ्‍ ी र्ात्रयका हं

तलाक होती ह तलाक होता ह

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प्रज्ञा प्रवाह Mission Deputy Collector
दनका प ाजनय हो र्या दनकद प ाजनय हो र्यी

दनकद प ाभव हुई दनका प ाभव हुा

इसका चचागुः ाम ह इसकद चचाग ाम ह

िडी में पााँच बजना ह िडी में पााँच बजनए हं

पएडों प कोयल कत क ही ह पएड प कोयल कत क ही ह

माली रत ल कद माला लाया ह माली रत लों कद माला लाया ह

दसकए र्लए में मोती कद माला ह दसकए र्लए में मोत्रतयों कद माला ह

र्ोलए र तोपों सए ािमज र्ोलों र तोपों सए ािमज

दस ादमी कए रुकनए का प्रबंध क ो दस ादत्रमयों कए रुकनए का प्रवन्ध क ो

र्ोपाल नए कहा िक मं चा भाई-बहन हाँ र्ोपाल नए कहा िक हम चा भाई-बहन हं

त्रहन्दत-मुसलमानों में एकता होनी चात्रहए त्रहन्दुओं-मुसलमानों में एकता होनी चात्रहए

वता कद एकाध बातें अ्‍ ी नहीं लर्ीं वता कद एकाध बात अ्‍ ी नहीं लर्ी

नवाब साहब बजन ों में बठक चलए र्यए नवाब साहब बाजन ए में बठक चलए र्यए

ााँसत सए रुमाल भींर् र्या ााँसुओं सए रूमाल भीर् र्या

वए कई त्रवषय कए ज्ञाता हं वए कई त्रवषयों कए ज्ञाता हं

दन्हें अनएकों पुस्तकें कण्ठस्् हं दन्हें अनएक पुस्तकें कण्ठस्् हं

र्ोत्रवन्द जनी अनएक कला कए ज्ञाता हं र्ोत्रवन्द जनी अनएक कलाओं कए ज्ञाता हं

दसनए कु ल चा कचौडी ायी दसनए कु ल चा कचौत्रडयााँ ायी

अपनए सामानों कद त्रहराजनत स्वयं क ें अपनए सामान कद त्रहराजनत स्वयं क ें

वह भली भााँत्रत जनानतए ्ए िक चुनाव हा जनायेंर्ए वए भली भााँत्रत जनानतए ्ए िक चुनाव हा जनायेंर्ए

वह बीस िदनों तक भत ा हा वह बीस िदन तक भत ा हा

तत र मं चलताँर्ा तत र मं दोनों चलेंर्ए

चा वएदों का नाम बताओ चा वएदों कए नाम बताओ

दसनए बोला िक भाई नहीं हं दसनए कहा िक भाई नहीं ह

तुम्हा ी बात सुनतए-सुनतए कान पक र्या तुम्हा ी बात सुनतए-सुनतए कान पक र्यए

दोपह कए ार्ए त्रमलना दोपह कए बाद त्रमलना

पााँव में कु ल्हाडी मा ली पााँव प कु ल्हाडी मा ली

मुझए भीत ानए में क्यों ोका ? मुझए भीत ानए सए क्यों ोका ?

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