Download as pdf or txt
Download as pdf or txt
You are on page 1of 1

न्यायलय सि वि ल जज।जू०डि ०।/एफ०टी० ी०, म्भल स्थि त चन्दौ ी।

उपस्थि तः- वि जय प्रकाश, उ० प्र० न्याडियक े ा।


J.O. Code- UP 3807
परि% ाद ं०- 1195/2023
पंजीयन ं०- 1928/2023

%ाम ी% बनाम भू%े आविद।


04.10.2023
ाद पुका%ा गया कोई उपस्थि त नहीं। बा%-बा% पुका% प% भी न तो कोई उपस्थि त है

औ% न ही परि% ादी की ओ% े कोई गन प्रा 5 नापत्र प्र तुत विकया गया है। पत्रा ली
ा ते बयान धा%ा-200 ी०आ%०पी० ी० हेतु विनयत है। पत्रा ली के अ लोकन े

वि विदत है विक परि% ादी वि गत कई डितथि यों े विन%न्त% अनुपस्थि त है। त5 मान में
न्यायालय विनयविमत रूप े चल %हा है। परि% ादी को अस्थिन्तम अ % विदया जा चुका है।

बा जूद इ के परि% ादी न्यायालय में गै% हासिज% %हा। ऐ ा प्रतीत होता है विक परि% ादी
ाद चलाने का इच्छुक नहीं है। अतः उप%ोक्त मामले के तथ्यों ए ं परि%स्थि डितयों में उक्त

ाद खारि%ज विकये जाने योग्य है।


आदेश

प्र तुत परि% ाद धा%ा 203 द०प्र० ं० के अन्तग5 त खारि%ज विकया जाता है।
पत्रा ली विनयमानु ा% दाखिखल दफत% हो।

सि वि ल जज (जू०डि ०)/ एफ.टी. ी.


म्भल स्थि त चन्दौ ी

You might also like