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अथ ी इं कृत ी महाल ीअ क

॥ ी महाल कम् ॥

ी गणेशाय नमः

नम े ू महामाये ीिपठे सू रपुिजते ।


शं ख च गदा ह े महाल ी नमो ूते ॥ १ ॥

नम े ग डा ढे कोलासूर भयंकरी ।
सव पाप हरे दे वी महाल ी नमो ूते ॥ २ ॥

सव े सववरदे सवदु भयंकरी ।


सव दु ः ख हरे दे वी महाल ी नमो ूते ॥३ ॥

िस ीबुद्धूी दे दे वी भु मु दाियनी ।
मं मूत सदा दे वी महाल ी नमो ूते ॥ ४ ॥

आ ंतरिहते दे वी आ श ी महे री ।
योगजे योगसंभूते महाल ी नमो ूते ॥ ५ ॥

थू ल सू महारौ े महाश ी महोदरे ।


महापाप हरे दे वी महाल ी नमो ूते ॥ ६ ॥

प ासन थते दे वी पर िपणी ।


परमेिश जग ातर महाल ी नमो ूते ॥ ७ ॥

ेतांबरधरे दे वी नानालंकार भूिषते ।


जग थते जग ात महाल ी नमो ूते ॥ ८ ॥

महाल क ो ं यः पठे त् भ मा रः ।
सविस ीमवा ोित रा ं ा ोित सवदा ॥ ९ ॥

एककाले पठे ि ं महापापिवनाशनं ।


ि कालं यः पठे ि ं धनधा सम तः ॥१०॥

ि कालं यः पठे ि ं महाश ूिवनाशनं ।


महाल ीभवेि ं स ा वरदा शु भा ॥११॥

॥इितं कृत ीमहाल क वः सं पूणः ॥

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