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1.

नव उपनिवेश वाद/साम्राज्यवाद –नोट्स+173


2. अफ्रीका का विभाजन -176
3. हिंदेशिया मे साम्राज्यवाद का विरोध एवं राष्ट्रवाद –नोट्स +98
बिस्मार्क की विदेश नीति
1. प्रस्तावना
2. विदेश नीति के उद्देश्य तथा कार्य पद्धति
(i) फ़्रांस को अके ला बनाए रखना
(ii) ऑस्ट्रीया से घनिष्ठता
(iii) रूस से मित्रता
(iv) बाल्कन प्रायद्वीप मे शांति
(v) इंग्लैंड से सद्भाव
(vi) पूर्वी समस्या के प्रति उदासीनता
3. विदेश नीति का क्रियान्वयन :-
(i) तीन सम्राटों का संघ
(ii) समझौते की समीक्षा
(iii) फ़्रांस से युद्ध की आशंका – त्रिदलीय मैत्री मे निर्बलता
(iv) आस्ट्रिया की तरफ झुकाव
(v) द्विगुट का निर्माण, 1879
(vi) तीन सम्राटों के संघ की पुनः स्थापना
(vii) त्रिगुट 1882
(viii) संधि की समीक्षा
(ix) रूस के साथ सुरक्षा संधि
(x) त्रिगुट की पुष्टि
(xi) रूस के साथ सुरक्षा संधि की पुनरावृति
(xii) रूमानिया के साथ संधि, 1883
(xiii) बिस्मार्क और इंग्लैंड
4. पुनर्जागरण:-
(i) भूमिका
(ii) कारण/प्रेरक तत्व
(iii) स्वरूप/प्रकृ ति
i. वैज्ञानिक क्रांति के बाद वैचारिक परिवर्तन
ii. तर्क , सहिष्णुता और मानवता
iii. व्यक्तिवाद
iv. प्रकृ ति का संचालन प्रकृ तिक नियमों से होता है।
v. आशावाद
vi. अनुभूतिमूलक ज्ञान
vii. यांत्रिक ब्रह्मांड
viii. मनुष्य की अच्छाई
ix. प्रकृ ति की अच्छाई
x. देववाद
(iv) प्रभाव :-
i. राष्ट्रिय चेतना व क्षेत्रीय भाषा का विकास
ii. रूढ़िवाद पर प्रहार
iii. शिक्षा के क्षेत्र मे क्रांतिकारी परिवर्तन
iv. भौगोलिक खोज
v. यथार्थवाद को प्रोत्साहन
vi. कला व साहित्य
5. रूसो :-
(i) स्वछं द्तावाद का पिता
(ii) समाजवाद का पिता
(iii) प्रजातन्त्र का पिता
(iv) राष्ट्रवाद का जनक
(v) अधिनायकवाद का पिता
6. कान्त:-
7. यूरोप का पुनर्निर्माण –NATO (73+155)
8. वारसा पेक्ट
9. शीत युद्ध :- (नोट्स + झा-80)
(i) कारण
(ii) विकास
(iii) यूरोप से बाहर विकास
(iv) USA की रणनीति
(v) प्रकृ ति
(vi) तनाव शैथिल्य/दितांत को प्रेरित करने वाले कारक
(vii) तनाव शैथिल्य की दिशा मे उठाए गए कदम
(viii) समाप्ती का कारण
(ix) शीत युद्ध का प्रभाव :-
i. नकारात्मक
ii. सकारात्मक
(x) नवीन शीत युद्ध
10. संयुक्त राष्ट्र संघ :-
(i) घोषणा पत्र : उद्देश्य और सिद्धान्त
(ii) संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्य निकाय एवं उनके कार्य
(iii) संयुक्त राष्ट्र संघ की भूमिका :-
i. शीत युद्ध काल
ii. शीतयुद्धोत्तर काल
(iv) उपलब्धियां :-
(v) असफलताएँ
11. गुटनिरपेक्ष आंदोलन :-V+ नोट्स +103
(i) उद्भव एवं विकास
(ii) उद्भव के कारक
(iii) स्वरूप
(iv) उपलब्धियां
(v) प्रासंगिकता
12. प्रथम विश्व युद्ध का कारण :-
(i) फ़्रांकफ़र्ट की संधि
(ii) गुप्तसंधि व दो गुट बनना
(iii) उग्र सैनिकवाद
(iv) औद्योगिक क्रांति व साम्राज्यवादी प्रतिस्पर्धा
(v) बड़े यूरोपीय देशों का दो शिविरों मे विभाजन
(vi) क़ै सर विलियम द्वितीय का चरित्र
(vii) बाल्कन समस्या
(viii) अलसास –लोरेन की समस्या
(ix) देश प्रेम
(x) कू टनीतिक प्रक्रिया का अवरुद्ध होना व अंतर्राष्ट्रीय संस्था का आभाव
(xi) तात्कालिक कारण
13. प्रथम विश्व युद्ध का दायित्व :-
(i) प्रस्तावना
(ii) सर्बिया का दायित्व
(iii) आस्ट्रिया का दायित्व
(iv) रूस का दायित्व
(v) जर्मनी/विलियम द्वितीय का दायित्व
(vi) फ़्रांस का दायित्व
(vii) ब्रिटेन का दायित्व
14. प्रथम विश्व युद्ध मे जर्मनी/विलियम द्वितीय का उत्तरदायित्व :-
(i) परिचय
(ii) सैन्यवादी दृष्टिकोण और सैन्य शक्ति विस्तार
(iii) उग्रवादी विदेश-नीति का अनुसरण
15. क्या प्रथम विश्व युद्ध के लिए के वल जर्मनी ही उत्तरदाई था?
16. प्रथम विश्व युद्ध का परिणाम/प्रभाव :-
(i) राजनीतिक
(ii) आर्थिक
(iii) सामाजिक
(iv) सांस्कृ तिक
17. पेरिस शांति सम्मेलन :-
(i) भूमिका
(ii) विशेषता :-
(iii) व्यक्तित्व का संघर्ष :-
i. विल्सन
ii. लोयर्ड जॉर्ज
iii. क्लेमेंसों
iv. ओर्लइंडो
(iv) राष्ट्रिय हित :-
i. अमेरिका
ii. ब्रिटेन
iii. फ़्रांस
iv. इटली
(v) उद्देश्य एवं कार्यक्रम
(vi) संधियाँ:-(J-147)
i. जर्मनी – वर्षाय
ii. ऑस्ट्रीया- सेंट जर्मेन
iii. हंगेरी –त्रियनों
iv. बुल्गारिया-निउली
v. टर्की –सेब्रे
18. शांति वार्ता मे विल्सन के 14 सूत्र :-
19. वर्षाय की संधि की आलोचना :-
i. असंभव, अपमानजनक एवं कठोर शर्त
ii. एकपक्षीय शर्त
iii. आरोपित संधि
iv. प्रतिशोध पर आधारित संधि
v. राजनीतिज्ञों की शांति, जनता की नही
vi. जर्मनी मे बलपूर्वक प्रजातन्त्र
vii. अनेक छोटे-छोटे राज्यों का निर्माण
viii. विश्वासघाती संधि -14 सूत्र
20. क्या वर्षाय की संधि एक आरोपित संधि थी :-
21. फ़्रांस द्वारा सुरक्षा की खोज (114)
(i) परिचय
(ii) राष्ट्र संघ के बाहर संधियों द्वारा सुरक्षा के प्रयास
(iii) बेल्जियम के साथ संधि
(iv) चेकोस्लोवाकिया के साथ समझौता
(v) रूमानिया तथा युगोस्लाविया के साथ समझौता
(vi) रूस के साथ समझौता
(vii) ब्रिटेन के साथ समझौता
(viii) पेरिस पैक्ट
(ix) राष्ट्र संघ के अंतर्गत सुरक्षा के प्रयास
1. परस्परिक सहता की संधि का मसविदा
2. जेनेवा प्रोटोकाल
3. लोकार्नो संधियाँ
22. लोकार्नो समझौता:- (116)
(i) परिचय
(ii) महत्व
(iii) कमजोर पक्ष
(iv) आकलन
23. राष्ट्र संघ की स्थापना, उद्देश्य और भूमिका(146)
24. राष्ट्र संघ की विफलता(118):-
(i) संयुक्त राज्य अमेरिका का असहयोग
(ii) राष्ट्रसंघ का सार्वभौम न होना
(iii) राष्ट्रसंघ की संरचना मे दोष
(iv) राष्ट्रसंघ के सदस्यों के परस्पर विरोधी हित
(v) राष्ट्रसंघ पर आंग्ल-फ्रांसीसी प्रभाव
(vi) संगठन संबंधी दोष एवं नियमों का असपष्ट होना
(vii) आर्थिक राष्ट्रियता
(viii) तानाशाही अथवा अधिनायकवाद
(ix) राष्ट्रसंघ के संविधान की त्रुटियाँ
(x) सेना और अन्य साधनों का आभाव
(xi) निःशस्त्रीकरण के प्रयासों की विफलता
(xii) असफलता का विवरण
25. द्वितीय विश्व युद्ध का कारण (notes)
26. परिणाम
27. संयुक्त राष्ट्र का गठन
28. अटलांटिक चार्टर
29. यूरोप का पतन (71)
30. यूरोपीय प्रजातन्त्र (72)
जर्मनी का एकीकरण
31. जर्मनी की प्रारम्भिक स्थिति
32. फ्रांसीसी क्रांति व नेपोलियन का प्रभाव
33. विएना काँग्रेस और मेटरनिख व जर्मनी का एकीकरण
34. दर्शनिकों की भूमिका
35. औद्योगिक क्रांति जोलबेरीन की भूमिका
36. 1830 की क्रांति का प्रभाव
37. 1848 की क्रांति का प्रभाव
38. जर्मनी के एकीकरण मे बिस्मार्क की भूमिका :-
(i) डेनमार्क के साथ युद्ध
(ii) ऑस्ट्रीया का एकाकीपन
(iii) ऑस्ट्रीया-प्रशा युद्ध
(iv) फ़्रांस-प्रशा युद्ध
(v) फ़्रांकफ़र्ट की संधि
(vi) जर्मन साम्राज्य की घोषणा
39. जर्मनी और इटली के एकीकरण की तुलना :-
(i) समानता
(ii) असमानता
इटली का एकीकरण
40. परिचय
41. फ़्रांस की क्रांति तथा नेपोलियन बोनापार्ट की इटली के एकीकरण मे भूमिका
42. विएना व्यवस्था का इटली के एकीकरण पर प्रतिकू ल प्रभाव
43. इटली के एकीकरण मे बाधाएँ
44. 1815-48 के बीच इटालियन राष्ट्रवाद का विकास
(i) गणतंत्रवादी
(ii) नव-गुएल्फ वादी
(iii) राजतंत्रवादी
45. इटली के एकीकरण मे मैजिनी की भूमिका
46. इटली के एकीकरण मे काबूर की भूमिका :-
(i) वित्तमंत्री के रूप मे
(ii) प्रधानमंत्री के रूप मे
(iii) कृ मिया के युद्ध मे पिड्मोंट सार्दिनियाँ की भूमिका
(iv) फ़्रांस की सहता से पिड्मोंट सार्दिनियाँ डीडबल्यू द्वारा ऑस्ट्रीया को लोम्बर्दी और वेनेशिया से
खदेड़ने का प्रयास
47. इटली के एकीकरण मे गैरीबाल्डी की भूमिका :-
(i) दक्षिणी इटली का विजय
48. इटली के एकीकरण मे विक्टर इमानुएल की भूमिका :- वेनेशिया तथा रोम का विलय
49. इटली के एकीकरण मे मैजिनी, गैरीबाल्डी तथा काबूर की तुलनात्मक भूमिका
राष्ट्रवाद के उद्भव के कारण साम्राज्यों का विघटन
50. पूर्वी समस्या
51. औटोमान साम्राज्य का क्रमिक विघटन :-
(i) यूनान
(ii) रूमानिया
(iii) बर्लिन काँग्रेस तथा बोस्निया, हरज़ेगोविना, सर्बिया एवं मोंटेनीग्रो का प्रश्न
(iv) बुल्गारिया की स्वतन्त्रता
(v) युवा तुर्क आंदोलन
52. हाइप्स्बर्ग साम्राज्य:-
53. रूसी साम्राज्य :-
54. इटली मे फासीवाद का उद्भव
(i) परिचय
(ii) पेरिस सम्मेलन से निराशा
(iii) आर्थिक संकट
(iv) सरकार की विफलता
(v) साम्यवाद का प्रसार
(vi) मुसोलिनी और फासीवादी दल की भूमिका
नोट- इन प्रश्नो के उत्तर मे (M+J-130,60 मिलाना है।)
55. फासीवादी सिद्धान्त/प्रकृ ति :- (J-61+134)
(i) राज्य को साध्य एवं नागरिकों को साधक न माना जाए
(ii) उग्र राष्ट्रियता
(iii) फ़्रांस की क्रांति अभी पूरी नही, मध्य वर्ग को लाभ, लोकतन्त्र उपाय नही, सभी समाज के
अंग
(iv) व्यक्तिवाद के विरुद्ध
(v) लोकतन्त्र के विरुद्ध
(vi) साम्यवाद के विरुद्ध
(vii) शांति के विरुद्ध
(viii) स्वतन्त्रता के विरुद्ध
56. इटली मे कॉर्पोरेट राज्य(128) :-
57. फासीवादी विदेश नीति :-(M+J-136)
(i) विदेश नीति की प्रकृ ति
(ii) विदेश नीति के उद्देश्य
(iii) आक्रामक विदेश नीति का कारण
(iv) साम्राज्यवाद की दिशा मे प्रगति :-
i. समझौते की दिशा मे पहल
ii. भूमध्यसागर पर प्रभुत्व का प्रयास
iii. कोर्फ़ू कांड
iv. युगोस्लाविया के साथ संधि तथा फ्यूम का विभाजन
v. अल्बानिया पर अधिकार
vi. टेंजियर संकट
vii. मुसोलिनी का अबीसीनिया अभियान
viii. फ़्रांस के साथ संबंध व यूरोपीय व्यवस्था का रक्षक
ix. स्पेन के गृह-युद्ध मे सहभगिता
58. सत्ता मे आने के बाद मुसोलिनी द्वारा सत्ता का के न्द्रीयकरण(M)
59. मुसोलिनी की घरेलू नीति (125):-
(i) राजनीतिक नियंत्रण
(ii) फासिस्ट दल का नया संगठन
(iii) अधिनायक तंत्र
(iv) शिक्षा नीति
(v) कॉर्पोरेट राज्य की स्थापना
(vi) आर्थिक विकास की अन्य नीति
(vii) पोप के साथ समझौता
60. वर्षाय की संधि के मुख्य बिन्दु और जर्मनी को आपत्ति :-
61. वाइमर गणतन्त्र
(i) समक्ष चुनौतियाँ
(ii) कमजोरी
(iii) विफलता के कारण
62. जर्मनी मे नाजीवाद :- (J-65)
(i) प्रथम विश्व युद्ध के बाद की स्थिति
i. गणतन्त्र की स्थापना
ii. साम्यवादी क्रांति का विफल प्रयास
iii. संविधान सभा का गठन
iv. वाइमर संविधान की प्रमुख विशेषता :-
v. संविधान की आलोचना
vi. गंतंत्रिय शासन के समक्ष कठिनाइयाँ :-
a. अंतर्राष्ट्रीय अपमान तथा कठोर संधि पर हस्ताक्षर
b. गंतन्त्र्रा को उलटने के प्रयास
c. आर्थिक संकट
d. युद्ध की क्षतिपूर्ति की अदायगी की समस्या
vii. गणतन्त्र की विदेश नीति
63. जर्मनी मे नाजीवाद के उदय के कारक :-
i. वरसाय की अपमानजनक संधि
ii. आर्थिक संकट
iii. साम्यवाद का बढ़ता संकट
iv. वामपंथियों की फु ट
v. यहूदियों के प्रति घृणा
vi. स्वयं सेवक दल का निर्माण
vii. हिटलर का व्यक्तित्व
viii. जर्मनी के लोगों का प्रजातन्त्र मे अविश्वास
64. सत्तारूढ़ होने तथा सत्ता मे बने रहने के लिए हिटलर द्वारा अपनाए गए साधन :-
i. विरोधी दलों का अंत
ii. यहूदियों का दमन
iii. तूफानी दस्तों का प्रयोग
iv. गुप्तचर पुलिस अथवा गेस्टपों
v. प्रेस तथा विचारों की अभिव्यक्ति पर प्रतिबंध
vi. शिक्षा संस्थाओं तथा जनसंचार पर प्रतिबंध
vii. विशेष करगृहों की व्यवस्था
65. हिटलर की विदेश नीति :-
i. चार मूल सिद्धान्त – वरसाय की संधि को भंग करना, जर्मन साम्राज्य का विस्तार करना,
साम्यवाद के प्रसार को रोकना, सारी जर्मन जतियों को एक सूत्र मे संगठित करना
ii. निःशस्तृकरण सम्मेलन का बहिष्कार एवं राष्ट्रसंघ से पृथक होना
iii. वरसाय की संधियों को भंग करना
iv. पोलैंड के साथ दस वर्षीय सम्झौता
v. ऑस्ट्रीया पर अधिकार करने का असफल प्रयास
vi. ब्रिटेन से सम्झौता
vii. जर्मनी के विरुद्धह फ़्रांस तथा चेकोस्लोवाकिया मे गुटबंदी
viii. रॉम-बर्लिन धुरी
ix. कौमिंटर्न विरोधी सम्झौता
x. औस्ट्रिया पर अधिकार
xi. चेकोस्लोवाकिया पर अधिकार तथा म्यूनिख समझौता
xii. मेमेल पर अधिकार
xiii. रूस-जर्मनी समझौता
xiv. पोलैंड के साथ संबंध विच्छे द तथा उस पर आक्रमन
66. म्यूनिख समझौता (122)
67. हिटलर की घरेलू नीति(129) :-
(i) राजनीतिक व्यवस्था मे परिवर्तन
(ii) स्वतन्त्रता पर अंकु श
(iii) शिक्षा नीति
(iv) अनार्यों का दमन
(v) इसाइयों का दमन
(vi) नाजी दल की शुद्धता
(vii) समृद्धि के प्रयत्न

68. द्वितीय विश्व युद्ध के लिए हिटलर का उत्तरदायित्व


69. ब्रिटेन द्वारा जर्मनी के प्रति तुष्टीकरण की नीति(112)
(i) परिचय
(ii) तुष्टीकरण की नीति का आधार
i. साम्यवाद तथा साम्यवादी रूस का आतंक
ii. शक्ति संतुलन का सिद्धान्त
iii. ब्रिटिश-फ्रें च सिद्धान्त
iv. ब्रिटेन की आर्थिक एवं आंतरिक कठिनाई
v. ब्रिटिश नेताओं की अक्षमता
vi. द्वितीय विश्व युद्ध के लिए उत्तरदाई

70. 1949 की चीनी क्रान्ति


(i) कारण (197-201)
(ii) प्रथम चरण ( 1919-27)
(iii) द्वितीय चरण(1927-35)
(iv) तृतीय चरण(1936-44)
(v) चतुर्थ चरण/विदेशी सहयोग(1944-45)
71. चीन मे साम्यवादी क्रांति क्यूँ सफल हुई।
72. चीनी क्रांति का महत्व व सीमाएं।
73. 1917 मे रूसी क्रांति के कारणों की व्याख्या करें, दूसरी क्रांति क्यूँ अनेक मानों मे महत्वपूर्ण रही ।
(i) कारण – (नोट्स+झा)
(ii) प्रगति
74. 1917 की क्रांति मे बोल्शेविकोन की सफलता के कारण :-
75. 1917 की क्रांति के परिणाम
76. लेनिन का योगदान
77. लेनिन का कार्य+नयी आर्थिक नीति
78. रूस मे लेनिन ‘समाजवाद का पिता, क्रांति का संयोजक व नए रशियन समाज का संस्थापक था।
79. रूस की क्रांति आर्थिक विस्फोट थी ।
80. स्टालिन के अंतर्गत रसिया तानाशाही क्षेत्र था।
81. आर्थिक मंदी
82. स्टालिन का सर्वाधिकारवाद
83. रूस मे आर्थिक एवं सामाजिक पुनःसंरचना (J-193)
84. 19 वीं शताब्दी मे यूरोपीय क्रांतियाँ
85. अँग्रेजी औद्योगिक क्रांति: कारण तथा समाज पर उसका प्रभाव
(i) प्रस्तावना (नोट्स+झा)
(ii) कारण :-
(iii) प्रभाव
(iv) परिणाम-165
86. समाजवादी औद्योगिकीकरण :- रूस
87. समाजवादी औद्योगिकीकरण: चीन
अमेरिकी क्रांति
88. कारण :-
(i) हितों का टकराव
(ii) औपनिवेशिक शासन प्रणाली की त्रुटिपूर्ण नीति
(iii) सप्तवार्षीय युद्ध का प्रभाव
(iv) विभिन्न वर्गों के हितों का जुड़ना
(v) ग्रेनविले के अनुचित कार्य
(vi) अमेरिका व इंग्लैंड के परस्पर विरोधी दृष्टिकोण
(vii) तात्कालिक कारण:-
i. स्टम्प अधिनियम, 1765
ii. आयात कर अधिनियम, 1767
iii. बोस्टन की घटना, 1773
(viii) अमेरिकी क्रांति की प्रगति
(ix) अमेरिकी क्रांति का महत्व/ परिणाम:-
(a) परिचय
(ii) अमेरिकी शक्ति का उदय
(iii) गणतन्त्र
(iv) यूरोप के संदर्भ मे
(v) उपनिवेशवाद विरोधी लहर
(vi) जन संप्रभुता की अवधारणा
(vii) वाणिज्यवादी विचारधारा पर आघात
(viii) जॉर्ज III की सत्ता समाप्त
(ix) इंग्लैंड द्वारा नवीन उपनिवेश की स्थापना
(x) औपनिवेशिक नीति मे परिवर्तन
(xi) आयरलैंड की जनता के अधिकारों मे वृद्धि
(xii) फ़्रांस की राजनीति पर प्रभाव
(xiii) अमेरिका पर प्रभाव
96. ब्रिटेन की पराजय के कारण
97. अमेरिकी क्रांति एक मध्यवर्गीय क्रांति थी।
(98) अमेरिकी संविधान :-
(xiv) मतभेद के बिन्दु
(xv) फिलाडेल्फिया काँग्रेस
(xvi) प्रभावित करने वाले कारक
(vii) अमेरिकी गृहयुद्ध :-
(i) प्रस्तावना
(ii) निहित मुद्दे
(iii) घटनाक्रम
99. फ्रांसीसी क्रांति
1. प्रस्तावना
2. कारण :-
(i) सामाजिक कारण
(ii) आर्थिक कारण
(iii) वर्गीय समीकरण मे होने वाले परिवर्तन
(iv) लुई 16 वां का उत्तरदायित्व
(v) दर्शनिकों और विचारकों की भूमिका
(vi) फ्रांसीसी राजतंत्र का दिवालियापन
100. क्रांति के चरण:-
(vii) I/संवैधनिक राजतंत्र का चरण (1789-92)
(viii) II/उग्र गंतंत्रवाद का चरण(1792-94)
(ix) III/उदार गंतत्रवाद का चरण(1794-99)
(x) IV/प्रजातन्त्र की आड़ मे तानाशाही तथा साम्राज्यवाद का चरण(1799-1814)
101. क्रांति के प्रभाव :-
(xi) भूमिका
(xii) सामंतवाद की समाप्ती
(xiii) लोकतन्त्र के सिद्धान्त का प्रतिपादन व दैवी सिद्धान्त का अंत
(xiv) राष्ट्रवाद
(xv) धर्मनिरपेक्षवाद
(xvi) युद्ध की धारणा मे परिवर्तन
(xvii) कलयंकारी राज्य की धारणा
(xviii) समाजवादी आंदोलन का प्रेरणा स्त्रोत
(xix) स्वतन्त्रता-समानता-बंधुत्व की भावना
102. फ्रांसीसी क्रांति का मध्यम वर्गीय स्वरूप :-
(xx) प्रस्तावना
(xxi) क्रांति की शुरुआत मे माध्यम वर्ग की भूमिका
(xxii) प्रथम चरण मे क्रांति के स्वरूप मे मध्यमवर्गीय लक्षण
(xxiii) डाइरैक्टरि के शासन ****************
(xxiv) नेपोलियन के सुधारों मे ***************
(xxv) क्रांति के द्वारा स्थापित सामाजिक व्यवस्था मे मध्यमवर्गीय आकांक्षाओं को विशेष बल
(xxvi) क्रांति के द्वारा स्थापित नवीन आर्थिक व्यवस्था मे माध्यम वर्ग की विशेष स्थिति
(xxvii) अन्य पहलू
103.फ़्रांस मे ही क्रांति क्यूँ हुई ?
104.फ़्रांस की क्रांति की अनिवार्यता
105.संविधान परिषद के कार्यों की समीक्षा
106.राष्ट्रिय कन्वेन्शन के कार्य
107.नेपोलियन बोनापार्ट :-
a. फ़्रांस की क्रांति द्वारा पृष्ठभूमि का निर्माण
b. क्रांति की प्रवृत्तियाँ और नेपोलियन का उद्य
c. नेपोलियन के सुधार
i. वरघिन समाज तथा सामाजिक एकता
ii. चर्च संबंधी सुधार
iii. आर्थिक सुधार
iv. सार्वजनिक कार्य
v. शैक्षिक सुधार
vi. नेपोलियन कोड
vii. सार्वजनिक सत्कार की योजना
d. फ़्रांस एवं यूरोप को नेपोलियन की देन
e. नेपोलियन को क्रांतिपुत्र कहना कहाँ तक उचित है:-
i.
f. नेपोलियन के पतन मे सहयाक घटनाएँ :-
i. महाद्वीपीय व्यवस्था
ii. महाद्वीपीय व्यवस्था के असफलता के कारण
iii. महाद्वीपीय व्यवस्था के परिणाम
iv. स्पेन से प्रायद्वीपीय युद्ध
v. स्पेन पर आक्रमण के कारण
vi. नेपोलियन की असफलता के कारण
vii. रूस तथा नेपोलियन
viii. राष्ट्रियता का विकास और नेपोलियन का पतन
108.नेपोलियन का इंग्लैंड के साथ आर्थिक युद्ध किस सीमा तक उनके सर्वनाश का करना बना ।
109.एक साम्राज्य निर्माता के रूप मे नेपोलियन की सफलता के लिए कौन से कारक उत्तरदाई रहे थे ।
110.आतंक का शसन
111.फ्रांसीसी क्रांति मे विचारकों की भूमिका
112.यूरोप 1815 और 1848 के बीच :-
a. भूमिका
b. विएना काँग्रेस एवं मेटरनिख
c. विएना काँग्रेस
i. विएना काँग्रेस की प्रमुख समस्याएँ
ii. विएना काँग्रेस के प्रमुख सिद्धान्त
iii. विएना काँग्रेस के महत्वपूर्ण निर्णय
1. फ़्रांस
2. जर्मनी
3. इटली
4. इंग्लैंड
iv. विएना समझौता की आलोचना
d. मेटरनिख दृष्टिकोण एवं सिद्धान्त
e. कं सर्ट ऑफ यूरोप
f. विएना काँग्रेस की उपलब्धियां
g. सीमाएं
113.1820 के दशक का विद्रोह(J) - भूमिका + महत्व
114.1830 के दशक का विद्रोह – भूमिका+ कारण+महत्व
115.1848 की क्रांति :-
i. 1848 की क्रांति के तुलनात्मक विफलता के कारण
ii. महत्व
116.चार्टिस्ट आंदोलन :-
a. परिचय
b. कारण:-
i. औद्योगिक क्रांति
ii. समाजवाद का प्रसार
iii. अन्न विधान
iv. 1832 का सुधार अधिनियम
c. चार्टिस्ट आंदोलन के दो पहलू :-
i. औद्योगिक पहलू
ii. राजनीतिक पहलू
d. चार्टिस्ट आंदोलन की प्रगति :-
e. असफलता के कारण
f. परिणाम
117. 1832 का सुधार अधिनियम :-
a. पृष्ठभूमि
b. सुधार अधिनियम का विकास
c. सुधार अधिनियम की प्रमुख विशेषता
d. परिणाम
e. आलोचना
118.सोवियत संघ का विघटन
a. भूमिका
b. कारण:-
c. आर्थिक
d. राजनीतिक
e. गोर्बाचेब की नीति
i. पेरेस्त्रोइका
ii. ग्लास्नोस्त
f. घटनाक्रम
g. प्रभाव
119.अफ्रीका: रंगभेद नीति से लोकतन्त्र तक
120.वियतनाम का स्वतन्त्रता संघर्ष
121.

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