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BPSC PT

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- Indian History [English]

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PREFACE

Dear students,
I am delighted to present this book to Administrative
Services students and am grateful for the tremendous
efforts of the experts to make this book authentic,
relevant and updated. My heartful of gratitude for the
efforts of the technical team to make this book useful
and easy.
In the end, I am open to the creative suggestions and
ideas from all the hard-working students. If there is any
scope of any kind of issue or mistake in this book or in
its delivery, then I stand with the students.
Wishing all the students a bright future!
Publisher
Mindplan.in
support@mindplan.in

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Table of Contents

Indian History

1. भारत का प्राचीन इतिहास

2. ** भारत का मध्यकालीन इतिहास

3. भारत का आधनि
ु क इतिहास

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Indian History

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1. भारत का प्राचीन इतिहास

इतिहास के स्रोत

महत्वपर्ण
ू ऐतिहासिक स्रोत:

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सिक्का
सिक्के का अध्ययन न्यम
ू ेसमेटिकस कहलाता है
1. सिंधु सभ्यता टे रकोटा (मिट्टी) सिक्का

2. मौर्य काल आहत ् या पंचमार्क (पहला धातु


सिक्का) सिर्फ चित्र, लिखावट
नहीं

3. मौर्य काल पर्ण (चांदी का सिक्का)

4. ** सातवाहन काल सीसा का सिक्का (रोम से सीसा


मंगाया जाता था)

5. यन
ू ानी सबसे पहले सोने के सिक्कों में
लाया

6. कुषाण शद्
ु ध सोने का सिक्का
7. गुप्त (स्कंदगुप्त) सबसे अधिक और अशद्
ु ध सोने
का सिक्का

8. गुप्त (चन्द्रगुप्त - II) चांदी का सिक्का

9. गप्ु त कौडी का प्रयोग

** 10. सियाबद्
ु दीन (एक दिन चमड़े का सिक्का
का राजा) (हुमायूँ का शासन
काल)

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11. ** शेरशाह सरू ी पहली बार रुपया, दाम का
प्रारं भ तथा सोने की अशर्फी

अभिलेख
1. अभिलेखों के अध्ययन को इपिग्राफी
2. पत्थर पर लिखना अभिलेख
3. छोटे पत्थर पर लिखना शिलालेख
4. स्तंभ के समान ऊंचे पत्थरों पर लिखना स्तंभ लेख
● सर्वप्रथम भारतवर्ष का जिक्र हाथीगुम्फा अभिलेख में हैं।
● ** सती प्रथा का पहला लिखित साक्ष्य एरण अभिलेख
(शासक भानग ु प्ु त) से प्राप्त होता है ।
● सर्वप्रथम सिक्कों पर लेख लिखने का काम यवन शासकों ने
किया

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महत्वपर्ण
ू अभिलेख
अभिलेख शासक

हाथीगम्
ु फा अभिलेख कलिंग राज खारवेल

जन
ू ागढ़ (गिरनार अभिलेख) रुद्रामन

नासिक अभिलेख गौतमी बलश्री

प्रयाग स्तंभ लेख समद्र


ु गुप्त
ऐदोल अभिलेख पल
ु केशिन- II
मन्दसौर अभिलेख मालवा नटे श यशोरवर्मन

ग्वालियर अभिलेख प्रतिहार नटे श भोज

भीतरी एवं जन
ू ागढ़ अभिलेख स्कंदगुप्त

दे वपाड़ा अभिलेख बंगाल शासक विजयसेन

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1.1. पुरापाषाण काल ​(2 ● आग का पता चला
मिलियन ईसा पूर्व - 10,000 ● चूना पत्थर से बने उपकरण
ईसा पूर्व )
● शुतुरमुर्ग क
े अंडे पाए गए ह
ैं ।
● महत्वपूर्ण पुरापाषाण स्थल:
भीमबेटका (मप्र), हुंस्गी, क
ु रनूल
गुफाएं , नर्म दा घाटी (हथनौरा,
मप्र), कलादगी बेसिन
1.2. नवपाषाण काल ​(8000 ●क
ृ षि प्रारंभ
ईसा पूर्व - 4,000 ईसा पूर्व ) ● पहिए की खोज
● महत्वपूर्ण नवपाषाण स्थल:
बुर्ज होम (कश्मीर), गुफक्राल
(कश्मीर), मेहरगढ़ (पाकिस्तान),
चिरांद (बिहार), दोजली ैहडिंग
(त्रिपुरा / असम), कोल्डिहवा (यूपी,
महागारा (यूपी), हल्लूर (एपी),
पय्यमपल्ली ( एपी), मास्की,

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कोडेकल, सांगना कल्लर, उतनूर,
टकला कोटा।
1.3. चालकोलिथिक काल ● चालकोलिथिक काल कांस्य
(4000 ईसा पूर्व - 1,500 ईसा युग का हिस्सा माना जा सकता
पूर्व ) ैह। (कांस्य = तांबा + टिन)
● सिंधु घाटी सभ्यता (2700
ईसा पूर्व -1900 ई.पू.)।
● सिंधु घाटी सभ्यता की
राजधानी- हड़प्पा, मोहनजोदड़ो
(मृतकों का टीला)।
● बंदरगाह शहर- लोथल,
सुतकागेंडोर, अल्लाहदीनो,
बालकोट, क
ु ं तसी।
●** मुख्य फसलें- गेहूँ और जौ।
● हड़प्पन सबसे पहले कपास का
उत्पादन करने वाले लोग थे जिन्हें
ग्रीक द्वारा "सिंडोन" कहा जाता
था।

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● ** "स्वस्तिक" चिन्ह की उत्पत्ति
का सिंधु सभ्यता में पता लगाया
जा सकता ैह।
● भारतीय उपमहाद्वीप में
महत्वपूर्ण चालकोलिथिक स्थल:
ब्रह्मगिरी, नवादा टोली (नर्म दा
क्षेत्र), महिषादल (डब्ल्यू.बेंगाल),
चिरांद (गंगा क्षेत्र) सिंधु क्षेत्र, सिंध

क्षेत्र:
(a)** मोहनजोदड़ो (सबसे बड़ा
स्थल, महान स्नानागार (सभ्यता
का सबसे बड़ा भवन)
(b) हड़प्पा
(c) रोपड़
(d) सूरतगढ़
(e) हनुमानगढ़
(f) चन्हुदारो
(छ) झुकर

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(ज) अमरी
(i) झंगर
1.4. लौह युग (1500 ईसा पूर्व - ● व
ै दिक काल (आर्यों का
200 ईसा पूर्व ) आगमन अर्था त ईसा पूर्व 1600 -
ईसा - पूर्व 600) - लगभग
1000 वर्ष (हिंदू धर्म की मूल
पुस्तक
ें , अर्था त वेदों की रचना की
गई थी, संभवतः बाद में लिखी
गई।)
●ज
ै न और बौद्ध धर्म
● महाजनपद - सिंधु घाटी क

बाद की प्रमुख सभ्यता- गंगा नदी

े तट पर
● मगध साम्राज्य
● शिशुनाग वंश
● नंदा साम्राज्य
● फारसी- ग्रीक: सिकंदर 327
ई.पू.

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1.5. व
ै दिक साहित्य
1.5.i. ऋग्वेद ● भजनों का संग्रह
● सभी वेदों में सबसे पुराना
● साथ ही प्रसिद्ध गायत्री मंत्र भी
शामिल ैह ।
● ** गायत्री, जिसे सावित्री मंत्र क

रूप में भी जाना जाता ैह, ऋग्वेद
का एक उच्च प्रतिष्ठित मंत्र ैह, जो
सूर्य देवता, सावित्री को समर्पित
ैह।
● ऋग्वेद में 1028 (1017, 11
वलखिल्य भजनों सहित) भजन
(सूक्त) शामिल ह
ैं और इसे दस
मंडलों में विभाजित किया गया ैह।
● पहले और दसवें मंडलों को बाद
में जोड़ा गया ैह क्योंकि उनकी
भाषा अन्य आठ मंडलों से थोड़ी
अलग ैह।

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1.5.ii. सामवेद ● "साम " का अर्थ ैह राग / गीत
और इसमें ऋग्वेद क
े भजनों का
लयबद्ध संकलन ैह।
● इसमें 1549 भजन शामिल ह
ैं ,
जिन्हें ब्राह्मणों क
े एक विशेष वर्ग
द्वारा "उद्गात्रिस" नामक यज्ञ में
गाया जाता ैह।

इसक
े तीन शाख ह
ैं :
● कौथुमा: पंचविश ब्राह्मण
●ज
ै मिनीया: ज
ै मिनीया ब्राह्मण
● राणायनीय : षड्विश ब्राह्मण

दो अरण्यक ह
ैं :
● चडोग्या अरन्यक
●ज
ै मिनीया अरण्यक।

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● ** गंधर्व वेद, जो सामवेद का
उपवेद ैह, संगीत, नृत्य और नाटक
पर एक तकनीकी ग्रंथ ैह। भरत
का नाट्यशास्त्र गन्धर्व वेद पर
आधारित ैह।

1.5.iii. यजुर्वे द ● यजुस "का अर्थ " यज्ञ सूत्र "ह



और यजुर्वे द यज्ञ प्रार्थ नाओं की
पुस्तक ैह।
● ** इसमें यज्ञों का अनुष्ठान
होता ैह।
● इसका अनुमान 1,400 ईसा
पूर्व और 1000 ईसा पूर्व क
े बीच
लगाया गया ैह।
● यह विभिन्न बलिदानों क

प्रदर्श न क
े लिए अनुष्ठानों का
वर्ण न करता ैह।

1.5.iv. अथर्व वेद ● अथर्व -वेद अन्य तीन वेदों से


पूरी तरह से अलग ैह और

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कालानुक्रमिक रूप से चार में से
अंतिम ैह।
● ** यह महत्वपूर्ण और दिलचस्प
ैह क्योंकि यह विनम्र लोगों की
लोकप्रिय मान्यताओं और
अंधविश्वासों का वर्ण न करता
ैह।

1.5.v. उपनिषदों ● साहित्यिक अर्थ ैह 'सातरा'


(स्वामी क
े प
ै रों क
े पास ब
ै ठना)
जिसमें गुरु अपने शिष्यों को ज्ञान
प्रदान करते ह
ैं
● ** सत्यमेव जयते "मुंडका
उपनिषद" से लिया गया ैह।

ू ल ऑफ इंडियन दर्श न जिसे शाद-दर्श न क


1.5.vi. छह स्क े नाम
से जाना जाता ह
ै ।
Darshanas संस्थापक मूल बातें
सांख्य दर्श न कपिल सांख्य सूत्र
योग दर्श न पतंजलि योग सूत्र

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न्या दर्श न अक्षपाद गौतम न्याय सूत्र
Vaishesika उलुका कन्नड़ व
ै शेषिक सूत्र
मीमांसा / पूर्वा ज
ै मिनी पूर्वा मीमांसा
मीमांसा सूत्र
वेदांत / उत्तर मीमांसा बादरायण ब्रह्म सूत्र / वेदांत सूत्र

1.6. महत्वपूर्ण राजवंश (कालक्रमानुसार)

1.6.i. हर्यं का राजवंश (544 ईसा पूर्व - 413 ईसा पूर्व )


बिम्बिसार पहले से ही बिहार प्राचीन इतिहास
में शामिल ैह|
अजातशत्रु पहले से ही बिहार प्राचीन इतिहास
में शामिल ैह|
Udayin पहले से ही बिहार प्राचीन इतिहास
में शामिल ैह|
1.6.ii. नंद राजवंश (345 ईसा पहले से ही बिहार प्राचीन इतिहास
पूर्व - 322 ईसा पूर्व ) में शामिल ैह|

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1.6.iii. मौर्य राजवंश पहले से ही बिहार प्राचीन इतिहास
(322-ईसा पूर्व 184 ईसा पूर्व ) में शामिल ैह
े बाद विदेशी राजवंश
1.6.iv. मौर्यों क
इंडो यूनानियों: दूसरी शताब्दी ● इंडो यूनानियों (ब
ै क्टीरिया क

ई.पू. यूनानी) उत्तर-पश्चिमी भारत क

पहले शासक थे, जो मौर्य पश्चात

े समय में थे।
● सबसे प्रसिद्ध इंडो ग्रीक शासक
मेन्डर (मिलिंद) था।
● मिलिंद-पन्हा, (पाली: "मिलिंद

े प्रश्न") राजा मिलिंद द्वारा
लिखित प्रश्नों और दुविधाओं क

साथ बौद्ध सिद्धांत पर जीवंत
संवाद - अर्था त, मिलिंद क
े प्रश्न
और एक वरिष्ठ भिक्षु नागसेन ने
उत्तर दिया।

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● **इंडो ग्रीक सिक्क
े जारी करने
वाला भारत का पहला शासक
था।
● **भारत में सबसे पहले हिंद
यूनानियों ने ही सोने क
े सिक्क

जारी किए थे।
शक शासक प्रथम शताब्दी ●** भारत में सबसे प्रसिद्ध शक
ईसा पूर्व -4 वीं शताब्दी ई.पू. शासक रुद्रदामन था।
● मौर्य काल की प्रसिद्ध सुदर्श न
झील की मरम्मत की।
● लगभग 58 BC में उज्ज
ै न-
विक्रमादित्य क
े एक राजा को
माना जाता था कि वह शक
शासक क
े खिलाफ प्रभावी रूप
से लड़े थे। विक्रम संवत नामक
एक नया संवत प्रारंभ हुआ|
विक्रमादित्य उपाधि बन गई|

ु षाणों: पहली शताब्दी ईस्वी से ● पहले क
ु षाण वंश की स्थापना
तीसरी शताब्दी ईस्वी तक kadphises 1 द्वारा की गई थी।

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● ** दूसरा क
ु षाण वंश कनिष्क
द्वारा स्थापित किया गया था।
● उनकी राजधानियाँ पेशावर
और मथुरा में थीं।
●** सबसे प्रसिद्ध शासक कनिष्क
को दूसरे अशोक क
े रूप में भी
जाना जाता था, उन्होंने 78 ईस्वी
में युग की शुरुआत की जिसे शक
युग क
े रूप में जाना जाता ैह और
भारत सरकार द्वारा उपयोग किया
जाता ैह।
1.6.v. गुप्त युग (319 ईस्वी - पहले से ही बिहार प्राचीन इतिहास
467 ईस्वी) में शामिल ैह

1.6.vi बौद्ध धर्म और बिहार

बिहार बौद्ध धर्म का जन्म स्थान ैह


यह एक ऐसा स्थान था जहाँ बुद्ध ने आत्मज्ञान प्राप्त किया, अपना
पहला धर्मोपदेश दिया, जिसे "धर्म चक्र" कहा गया, और उन्होंने
"परिनिर्वा ण" की घोषणा की।

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i. बौद्ध साहित्य त्रिपिटक को अंततः चौथे बौद्ध
परिषद क
े दौरान संकलित किया
गया था और उन्हें पाली में लिखा
गया था।

1. विनया पिटक: इसमें भिक्षुओं और ननों क


े नियम
और कानून शामिल ह
ैं ।

2. सुत्त पिटक यह बुद्ध क


े लघु उपदेशों का संग्रह
ैह जिसे आगे 5 निक
े तों में
विभाजित किया गया ैह।

3. अभिधम्म पिटक: इसमें बुद्ध की मेटा-भौतिकी


शामिल ैह। यानी धार्मिक प्रवचन

4. जातक: यह बुद्ध क
े पिछले जन्म से
संबंधित लघु कथाओं का संग्रह
ैह।

5. मिलिंदपन्हो: इसमें ग्रीक राजा मेनेंडर और बौद्ध


संत नागसेन क
े बीच संवादी
संवाद ह
ैं

अष्टांगिक मार्ग 1. सम्यक


् दृष्टि,

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2. सम्यक
् संकल्प,
3. सम्यक
् वाक,
4. सम्यक
् कर्मां त,
5. सम्यक
् आजीव,
6. सम्यक
् व्यायाम,
7. सम्यक
् स्मृति
8. सम्यक
् समाधि ।

ii. बौद्ध संगतिया

प्रथम संगीति 1. राजगृह क


े सप्तपूर्णि गुफा में
483 ई.पू. में
2. ** “अजातशत्रु” क
े संरक्षण में
आयोजित इस संगीति क

अध्यक्ष भिक्षु “महाकस्सप
उपलि” थे|

परिणाम 1. इस संगीति क
े दौरान बुद्ध की
शिक्षाओं को (सुत्तपिटक) और
शिष्यों क
े लिए निर्धा रित नियमों

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को (विनयपिटक) में संरक्षित
किया गया था।
2. बुद्ध क
े शिष्य "आनन्द" ने
सुत्तपिटक का और "उपालि" ने
विनयपिटक का संकलन किया
था|

द्वित्तीय बौद्ध संगीति 1. व


ै शाली में 383 ई.पू. में
2. शिशुनाग वंश क
े शासक
“कालाशोक” क
े संरक्षण में
आयोजित इस संगीति क
े अध्यक्ष
सब्ब्कामि थे|

परिणाम विनयपिटक और अनुशासन क



नियमों में विवाद क
े कारण इस
संगीति क
े दौरान बौद्ध धर्म
"स्थाविर" और "महासंघिक"
नामक दो गुटों में बंट गया|

** तृतीय बौद्ध संगीति 1. पाटलिपुत्र में 250 ई.पू. में


2. “अशोक” क
े संरक्षण में

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आयोजित इस संगीति क
े अध्यक्ष
“मोग्गलिपुत्त तिस्स” थे|

परिणाम इस संगीति क
े दौरान अभिधम्म
पिटक का संकलन किया गया
तथा संघभ
े द रोकने क
े लिये क
ु छ
कठोर नियमों का निर्मा ण किया
गया| इस प्रकार अब बौद्ध की
शिक्षाओं को तीन ग्रंथों में
संकलित किया गया जिन्हें
“त्रिपिटक” भी कहा जाता ैह|

चतुर्थ बौद्ध संगीति 1) क


ु ण्डलवन, कश्मीर में 72
ईस्वी में
2) क
ु षाण शासक “कनिष्क” क

संरक्षण में आयोजित इस संगीति

े अध्यक्ष “वसुमित्र” और
उपाध्यक्ष “अश्वघोष” थे|

** याद करने वाले तथ्य


1. ** गौतम बुद्ध जन्म 563 ई॰ पू॰ में शाक्य नामक क्षत्रिय क
ु ल में

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े निकट नेपाल तराई में अवस्थित लुंबिनी में हुआ था ।
कपिलवस्तु क
2. ** आलारकलाम सिद्धार्थ क
े प्रथम गुरू थे.
3. बिना अन्न जल ग्रहण किए 6 साल की कठिन तपस्या क
े बाद 35
साल की आयु में व
ै शाख की पूर्णिमा की रात निरंजना नदी क

किनारे, पीपल क
े पेड़ क
े नीचे सिद्धार्थ को ज्ञान प्राप्त हुआ.
4.** बुद्ध ने अपना पहला उपदेश सारनाथ में दिया जिसे बौद्ध ग्रंथों
में धर्म चक्र प्रवर्त न कहा जाता ैह.
5. बुद्ध ने अपने उपदेश कोशल, कौशांबी और व
ै शाली राज्य में
पालि भाषा में दिए.
6.** बुद्ध ने अपने सर्वा धिक उपदेश कौशल देश की राजधानी
श्रीवस्ती में दिए.
7. बुद्ध की मृत्यु 80 साल (483 ई. पू.) की उम्र में क
ु शीनारा में चुन्द
द्वारा अर्पित भोजन करने क
े बाद हो गई. जिसे बौद्ध धर्म में
महापरिनिर्वा ण कहा गया ैह.
8.** बौद्ध धर्म में पुनर्ज न्म की मान्यता ैह.
9. प्रविष्ठ बौद्ध धर्म क
े त्रिरत्न ह
ैं -
1) बुद्ध
2) धम्म

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3) संघ
10. इनक
े प्रमुख अनुयायी शासक थे:
1) बिंबसार
2) प्रसेनजित
3) उदयन
11. चतुर्थ बौद्ध संगीति क
े बाद बौद्ध धर्म दो भागों में विभाजित हो
गया:
1) हीनयान
2) महायान
12.** बुद्ध ने मध्यम मार्ग का उपदेश दिया.
13. सर्वा धिक बुद्ध की मूर्तियों का निर्मा ण गंधार श
ै ली क
े अंतर्ग त
किया गया था. लेकिन बुद्ध की प्रथम मूर्ति मथुरा कला क
े अंतर्ग त
बनी थी.

1.6.vii ज
ै न धर्म और बिहार

** याद करने वाले तथ्य


1.दुनिया क
े सबसे प्राचीन धर्म ज
ै न धर्म को श्रमणों का धर्म कहा
जाता ैह

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2. ** ज
ै न धर्म क
े संस्थापक और पहले तीर्थं कर थे- ऋषभदेव.
3. ज
ै न धर्म क
े 23वें तीर्थं कर थे- पार्श्व नाथ
1. पार्श्व नाथ को 30 साल की उम्र में व
ै राग्य उत्पन्न हुआ, जिस कारण
वो गृह त्यागकर संयासी हो गए.
2. पार्श्व नाथ क
े द्वारा दी गई शिक्षा थी- हिंसा न करना, चोरी न
करना, हमेशा सच बोलना, संपत्ति न रखना.
4.** महावीर ज
ै न धर्म क
े 24वें तीर्थं कर ह
ैं .
ै शाली गणतंत्र क
5. महावीर का जन्म 540 ई. पू. पहले व े क्षत्रिय

ु ण्डलपुर में हुआ था.
6. इनके पिता राजा सिद्धार्थ ज्ञातृक क
ु लक
े सरदार थे और माता
त्रिशला लिच्छिवी राजा चेटक की बहन थीं.
7. महावीर की पत्‍नी का नाम यशोदा और पुत्री का नाम अनोज्जा
प्रियदर्शनी था.
8. ** महावीर क
े बचपन का नाम वर्द्ध मान था.
9. महावीर का साधना काल 12 साल 6 महीने और 15 दिन का रहा.
इस अवधि में भगवान ने तप, संयम और साम्यभाव की विलक्षण
साधना की. इसी समय से महावीर जिन (विजेता), अर्ह त (पूज्य),
निर्ग्रंध (बंधनहीन) कहलाए.

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10. महावीर क
े पहले अनुयायी उनक
े दामाद जामिल बने.
11. ज
ै न धर्म दो भागों में विभाजित ैह-
1. श्वेतांबर जो सफ
े द कपड़े पहनते ह
ैं
2. दिगंबर जो नग्नावस्था में रहते ह
ैं .
े शिष्य दिगंबर और स्थूलभद्र क
12. ** भद्रबाहु क े शिष्य श्वेतांबर
कहलाए.
13. ज
ै न धर्म क
े त्रिरत्न ह
ैं -
1) सम्यक दर्श न,
2) सम्यक ज्ञान,
3) सम्यक आचरण.
ै न धर्म में ईश्‍वर नहीं आत्मा की मान्यता ैह.
14. ज
15. महावीर पुनर्ज न्म और कर्म वाद में विश्वास रखते थे.
16. ** ज
ै न धर्म को मानने वाले राजा थे-
1. उदायिन,
2. वंदराजा,
3. चंद्रगुप्त मौर्य ,
4. कलिंग नरेश खारवेल,

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5. राजा अमोघवर्ष ,
6. चंदेल शासक.
17. मौर्योत्तर युग में मथुरा ज
ै न धर्म का प्रसिद्ध क
ें द्र था|
18. ज
ै न तीर्थं करों की जीवनी ** कल्पसुत्र में ैह
19. 72 साल में महावीर की मृत्यु 468 ई. पू. में बिहार राज्य क
े **
पावापुरी में हुई थी
20. **अनेकान्तवाद ज
ै न धर्म क
े सबसे महत्वपूर्ण और मूलभूत
सिद्धान्तों में से एक ैह।
इसक
े अनुसार प्रत्येक प्रकार का ज्ञान (मति, श्रुति , अवधि, मनः
पर्या य) 7 स्वरूप में व्यक्त किया जा सकता ैह जो इस प्रकार ैह-
(1) ैह
(2) नहीं ैह
(3) ैह और नही ैह
(4) कहा नहीं जा सकता
(5) ैह किंतु कहा नहीं जा सकता
(6) नहीं ैह और कहा जा सकता
(7) नहीं ैह और कहा नहीं जा सकता

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अनेकान्वाद को 'सप्तभंगी ज्ञान' भी कहा जा सकता ैह।

1.6.viii. संगम काल ● दक्षिणी भारत में पहली शताब्दी


ईसा पूर्व से दूसरी शताब्दी ईस्वी

े अंत तक क
े काल को संगम
काल क
े नाम से जाना जाता ैह।
● संगम काल उस अवधि क

दौरान संगम अकादमियों क
े नाम
पर रखा गया।
● प्राचीन दक्षिण भारत में, 3 संगम
(तमिल कवियों की अकादमी) थे,
जिसे लोकप्रिय मुचंगम कहा
जाता ैह। ये संगम मदुर
ै के पांड्य
राजाओं क
े शाही समर्थ न क
े तहत
प्रसिद्ध हुए।
● पहला संगम मदुर
ै में, दूसरा
संगम कपाडपुरम में, और तीसरा
संगम मदुर
ै में आयोजित किया
गया।

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● इनमें से क
ु छ तमिल साहित्य
बच गए ह
ैं और संगम काल क

इतिहास को फिर से बनाने क

लिए एक उपयोगी स्रोत ह
ैं ।
संगम काल साहित्य ● संगम तमिल कवियों की एक
सभा थी जो मदुर
ै में पांडियन
राजाओं क
े शाही समर्थ न क
े तहत
आयोजित की गई थी। अभ्यास क

अनुसार, विधानसभा 9990 वर्षों
तक चली और इसमें 8,598 कवि
और 197 पांडियन राजाओं ने भाग
लिया।

1.6.ix. पंड्या (प्रतीक-मछली) ● पांड्यों का उल्लेख सबसे पहले


मेगस्थनीज ने किया था,
जिन्होंने कहा था कि उनका
राज्य मोती क
े लिए प्रसिद्ध था।
● पांडियन क्षेत्र में तमिलनाडु में
आधुनिक जिला तिरुनेलवेली,
रामनाद और मदुर
ै शामिल ह
ैं ।

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इसकी राजधानी मदुर
ै में थी, जो

ै गई नदी क
े तट पर स्थित थी।
● पांडियन साम्राज्य ने रोमन
साम्राज्य क
े साथ व्यापार से
मुनाफा कमाया और रोमन
सम्राटों ऑगस्टस और ट्रोजन को
दूत भ
े जे।
● रामायण और महाभारत में
पांड्यों का उल्लेख किया गया था।
● मुदुक
ु डिमी सबसे पहले ज्ञात
पांडियन शासक थे, जिन्होंने मदुर

से शासन किया, उन्होंने कोवलन
पर चोरी का आरोप लगाया।
जिसक
े परिणामस्वरूप कन्नगी
(कोवलन की पत्नी) द्वारा
अभिशाप क
े तहत मदुरई शहर
को रखा गया था।

1.6.x. चोल (प्रतीक-बाघ) ● चोल साम्राज्य को


चोलामंडलम कहा जाता था, जो

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पन्नार और वेलार नदियों क
े बीच
पांड्य साम्राज्य क
े उत्तर-पूर्व में
स्थित ैह। चोल साम्राज्य आधुनिक
तंजौर और तिरुचिरापल्ली जिलों से
मेल खाता था।
● इसकी अंतर्दे शीय राजधानी
उरियुर थी, जो कपास क
े व्यापार

े लिए प्रसिद्ध था। चोलों क
े लिए
धन का मुख्य स्रोत भी सूती कपड़े
का व्यापार था।
● पुहार, एक समय में एक समृद्ध
प्राचीन बंदरगाह शहर था जिसे
कावेरी पूमपट्टिनम क
े नाम से
जाना जाता था और चोलों की

ै कल्पिक राजधानी क
े रूप में
कार्य किया जाता था।
● सबसे पहला ज्ञात चोल शासक
राजा एलारा था, जिसने 2 वीं
शताब्दी ईसा पूर्व में श्रीलंका पर

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विजय प्राप्त की और लगभग 50
वर्षों तक इस पर शासन किया।
● उनक
े सबसे बड़े राजा
करिकला (पवित्र प
ै र वाले व्यक्ति)
थे जिन्होंने पुहार की स्थापना की
और कावेरी नदी क
े किनारे 160
किमी क
े तटबंध का निर्मा ण
किया।
● उन्होंने एक क
ु शल नौसेना
बनाए रखी।
● उत्तर से पल्लवों क
े आक्रमण से
चोलों का सफाया हो गया।
1.6.xi. चेर (प्रतीक-धनुष) ● चेरा साम्राज्य ने क
े रल और
तमिलनाड
ु दोनों का हिस्सा
लिया।
● चेरों की राजधानी वनजी थी।
● इसक
े मुख्य बंदरगाह मुज़री
और टोंडी थे। रोमियों ने चेरा देश
में मुजरिस (क्र
ै नगनोर क
े समान)

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में दो े रजिमेंट स्थापित किए।
उन्होंने मुग्रेस में ऑगस्टस का
मंदिर भी बनाया।
● जल्द से जल्द और बेहतर ज्ञात
मुजेस शासकों में से एक
उडियंगरल था।
● वह प्रसिद्ध देवी पाटनी पंथ क

संस्थापक थे, जो देवी की पूजा से
संबंधित थी।
1.6.xii. संगम काल प्रशासन ● राजा प्रशासन का क
ें द्र था। उन्हें
कोमानन, वेंडन, कोर्रा वन या
इरावियन कहा जाता था। अवी
मुक
ु ट सम्राट का दरबार था।
अधिकारियों ने: -
● अमीखर-मंत्री
● पुरोहित-पुरोहित
● नर्त क-दूत
● सेनापति-सेनापति

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● ओरार-स्पिक्स
राज्य को विभाजित किया गया:
मंडलम, नाडु (प्रांत), उर (शहर),
सिरूर (छोटा गाँव), पेरूर (बड़ा
गाँव)
राजस्व प्रशासन
Karai भूमि कर
Irat युद्ध में एकत्रित सामंतों और लूट
द्वारा दी गई श्रद्धांजलि।
Ulgu सीमा शुल्क
Iravu अतिरिक्त मांग या मजबूर उपहार
Variyam क्षेत्र में कर लगाने की एक प्रसिद्ध
इकाई
वरियार कर संग्राहक
संगम काल की अर्थ व्यवस्था ● सांगम काल में क
ृ षि मुख्य
व्यवसाय थी, जहाँ चावल सबसे
आम फसल थी।

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● हस्तकला में बुनाई, पत्थर और
हाथी दांत, धातु क
े काम और
बढ़ईगीरी, जहाज निर्मा ण और
मोतियों का उपयोग करक

आभूषण बनाना शामिल था।
● आंतरिक और बाहरी व्यापार में,
ये उपरोक्त सभी उत्पादों की
काफी मांग थी क्योंकि संगम
अवधि क
े दौरान यह अपने चरम
पर था।
● सूती और े रशमी कपड़ों की
कताई और बुनाई में एक उच्च
विशेषज्ञता थी।
● पुहार, बंदरगाह शहर विदेशी
व्यापार का एक महत्वपूर्ण स्थान
बन गया, क्योंकि बड़े जहाज़ों ने
इस बंदरगाह में प्रवेश किया
जिसमें महंगा सामान था।

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● वाणिज्यिक गतिविधि क
े अन्य
महत्वपूर्ण बंदरगाह टोंडी, मुसिरी,
कोरकाई, अरीक
े मेडु और
मरक्कानम थे।
● ऑगस्टस, टिबेरियस और नीरो
सोने और चांदी क
े सिक्क
े थे जो
रोमन सम्राटों द्वारा जारी किए गए
थे और तमिलनाडु क
े सभी भागों
में पाए गए थे जो फलते-फ
ू लते
व्यापार का संक
े त देते थे।
● सूती कपड़े, मसाले ज
ै से काली
मिर्च, अदरक, इलायची, दालचीनी
और हल्दी क
े साथ हाथी दांत क

उत्पाद, मोती और कीमती पत्थर
संगम युग क
े प्रमुख निर्या त थे।
● व्यापारियों क
े लिए घोड़े, सोना
और मीठी शराब प्रमुख आयात
थे।
1.7. 15-16 शताब्दियों में धार्मिक आंदोलनों की चर्चा

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1.7.i. भक्ति आंदोलन मुख्य विशेषताएं
● अनुष्ठानों और बलिदानों को
त्याग ।
● दिल और दिमाग की पवित्रता,
मानवतावाद और भक्ति।
● प्रक
ृ ति में एक
े श्वरवादी।
● भगवान क
े विश्वास सगुण ैह
,निराकार निर्गु ण ैह।
भक्ति संत
i. रामानुज (1017-1137)
● दक्षिण भारत का व
ै ष्णव
● भक्ति आंदोलन और विशिष्टाद्व
ै त दर्श न क
े शुरुआती प्रतिपादक।
● रामानुजाचार्य (जन्म: 1017 - मृत्यु: 1137) विशिष्टाद्व
ै त वेदान्त क

प्रवर्त क थे। वह ऐसे व
ै ष्णव सन्त थे जिनका भक्ति परम्परा पर बहुत
गहरा प्रभाव रहा।
● व
ै ष्णव आचार्यों में प्रमुख रामानुजाचार्य की शिष्य परम्परा में ही
रामानन्द हुए जिनक
े शिष्य कबीर, ै रदास और सूरदास थे। रामानुज ने

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वेदान्त दर्श न पर आधारित अपना नया दर्श न विशिष्ट अद्व
ै त वेदान्त
प्रतिपदि किया।
ii. रमानंद 14 से 15 शताब्दी:
● भारत में मध्यकाल से ही भक्ति आंदोलन का सूत्रपात माना
जाता ैह.
● इस आंदोलन क
े शिखर संत थे, स्वामी रामानंद (Swami
Ramanand). वह उत्तर भारत में जन्म लेने वाले ऐसे पहले आचार्य
हुए, जिन्होंने रामभक्ति की धारा को समाज क
े हर तबक
े तक
पहुंचाया।
● उत्तर भारत का पहला भक्ति संत।
● स्वामीजी ने मर्या दा पुरुषोत्तम श्रीराम को आदर्श मानकर सरल
रामभक्ति मार्ग का निदर्शन किया.
● उनकी शिष्य मंडली में जहां एक ओर कबीरदास, रविदास,
सेननाई और पीपानरेश ज
ै से मूर्तिपूजा क
े विरोधी, निर्गु णवादी संत थे,
तो दूसरी ओर अवतारवाद क
े पूर्ण समर्थ क अर्चा वतार मानकर
मूर्तिपूजा करने वाले स्वामी अनंतानंद, भावानंद, सुरसुरानंद,
नरहर्या नंद ज
ै से सगुणोपासक आचार्य भक्त भी थे.
● उसी परंपरा में क
ृ ष्णदत्त पयोहारी ज
ै से तेजस्वी साधक और
गोस्वामी तुलसीदास ज
ै से विश्वविख्‍यात महाकवि भी उत्पन्न हुए.

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● स्वामी रामानंद ने दलितों- अछ े साथ ही महिलाओं को भी
ू तों क
भक्ति क
े वितान में समान स्थान दिया.
● उनकी शिष्य मंडली में सुरसरी और पदमावती ज
ै सी विदुषी
महिलाओं का भी विशिष्ट स्थान था. ब
ै रागी जमात इनको द्वादश
महाभागवत कहकर पूजता ैह.
iii. कबीर (1440 - 1510):
1. रामानंद का शिष्य
2. वह निराकार भगवान में विश्वास किया।
3. वह हिंदुत्व और इस्लाम क
े साथ सामंजस्य करने वाला पहला
व्यक्ति था।
iv . गुरु नानक
● सिख धर्म क
े संस्थापक
● मूर्ति पूजा और जाति व्यवस्था का पुरजोर विरोधी, उनक
े अनुसार
प्रार्थ ना और ध्यान क
े माध्यम से एक भगवान की पूजा की जा
सकती ैह।
v. च
ै तन्य
vi. मीराबाई
v. सूरदास

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vi. दादू दयाल
1.7.ii. सूफी आंदोलन
● सूफी सिद्धांत भगवान क
े संघ पर आधारित था जिसे हिंदू या
मुस्लिम क
े संदर्भ क
े बिना, भगवान की प्रार्थ ना, उपवास और
अनुष्ठानों का सच्चा प्यार प्राप्त किया जा सकता ैह।
सूफी संत
i. शेख बहाउद्दीन ज़करिया:
● सुहरा-वर्डी क
े संस्थापक।
ii. ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती:
● चिश्ती क
े संस्थापक ने भारत में पहला और सबसे लोकप्रिय उदार
सूफी |

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ु छ महत्वपूर्ण प्रश्न - हड़प्पा / सिंध
** 1.8. क ु सभ्यता (2500 ई.पू.
- 1750 ई.पू.)

सिंधु सभ्यता 2500 ईसा पूर्व से 1750 ईसा


पूर्व
सिंधु सभ्यता की लिपि क
ै सी थी? भावचित्रात्मक
सिंधु घाटी की सभ्यता में घोड़े क
े सुरकोटड़ा
अवशेष कहां मिले ह
ैं ?
सिंधु सभ्यता की खोज किस वर्ष 1921
हुई
सिंधु घाटी स्थल कालीबंगा किस राजस्थान
प्रदेश में ैह?
सिंधु घाटी सभ्यता क
े लोगों का व्यापार
मुख्य व्यवसाय क्या था?
सिंधु सभ्यता क
े घर क
ै से बनाए ईटों से
जाते थे?
हड़प्पा सभ्यता का सर्व प्रथम दयाराम साहनी
खोजकर्ता कौन थे?

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हड़प्पा से क्या क्या मिला? ● क
ु म्हार की चाक
● अन्नागार
● श्रमीक आवास
● हाथी का कपाल
● ** स्वस्तिक चिन्ह
● मुहर पर एक श्रृंगी पशु का
अंकन
● आयताकार मुहर पर स्त्री क

गर्भ से निकलता पौधा
● शवों को दफनाने का साक्ष्य
सिंधु सभ्यता का बंदरगाह कौन लोथल, बालाकोट, क
ु ं तासी,
था अल्लाहदिनों
** हड़प्पा सभ्यता क
े अंतर्ग त हल कालीबंगा से
से जोते गए खेत का साक्ष्य कहां
से मिला ैह?
सिंधु सभ्यता का वृहत स्नानागार Mohenjo-daro
कहां ैह?
मोहनजोदड़ो का एक अन्य नाम मृतकों का टीला (mound of
क्या ैह? Dead)

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** मोहनजोदड़ो की खोज किसने राखलदास बनर्जी ने (1921)
की?
मोहनजोदड़ो से क्या वस्तुएं ● पुरोहित आवास
मिली? ● विशाल अन्नागार और
सन्नानागर
(सन्नानागर- आसपास क
े अनेक
अलग-अलग कस्बों क
े विकास

े कफलस्वरूप बना वह क्षेत्र
जिसमें अनेक व्यावसायिक
प्रतिष्ठान और बसितयाँ होती ह
ैं
जिसक
े बीच-बीच में छोटे एवं
अलग-अलग ग्रामीण क्षेत्र भी
शामिल हो सकते ह
ैं ।)
● पशुपति शिव की मूर्ति
● कांसे की नर्त की की मूर्ति
● सूती वस्त्र
● तांबे का ढेर
● घर मे क
ँु वा

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हड़प्पा कालीन स्थल रोपड़/ सतलज
पंजाब किस नदी क
े किनारे ैह?
काली चूड़िया कहा से मिली ? कालीबंगा से
हड़प्पा कालीन स्थल से नृत्य मुद्रा मोहनजोदड़ो से
वाली स्त्री की कांस्य मूर्ति कहां से
प्राप्त हुई
मोहनजोदड़ो से प्राप्त पशुपति क
े व्याघ्र ,हाथी, ग
ैं डा ,भ
ैं सा, हिरण
मुहर में किन-किन जानवरों का (Remember - गाय अनुपस्थित
अंकन हुआ ैह? ैह)
हड़प्पा कालीन मुहरे अधिकांशत सेलखड़ी
किस धातु से बनी होती थी?
लोथल से क्या मिला? ● **युगल शवधान- सती प्रथा
का प्रतीक
● मानव निर्मित बंदरगाह
● गोदीवाडा
● चावल की भूसी
● अग्नि वेदिकाएं
● ** शतरंज का खेल

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चन्हुदड़ो की खोज किसने की? एन .जी. मजूमदार
(1931)

चन्हुदड़ो से क्या मिला ? मनक


े बनाने की दुकानें
बिल्ली का पीछा करते हुए क
ु त्ते क

पदचिन्ह
मेकअप समाग्री लिपस्टिक ,सीसा
1.9. क ै दिक संस्क
ु छ महत्वपूर्ण प्रश्न - व ृ ति

ऋग्व
ै दिक या पूर्व व
ै दिक काल? 1500 -1000 ई.पु
उत्तर व
ै दिक संस्क
ृ ति का काल? 1000-600 ई.पु
आर्य शब्द का शाब्दिक अर्थ ैह? श्रेष्ठ / क
ु लीन
प्रथम विधि निर्मा ता कौन ैह? मनु
**भारत क
े राजचिन्ह में प्रयुक्त मुंडकोपनिषद
होने वाला शब्द “सत्यमेव जयते”
किस उपनिषद से लिया गया ैह?
ऋग्व
ै दिक आर्यों का मुख्य पशुपालन
व्यवसाय क्या था?

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ऋग्वेद में संपत्ति का प्रमुख रूप गोधन
क्या ैह?
ऋग्वेद क
े किस मंडल में Shudra 10 मंडल
का उल्लेख पहली बार मिलता ैह?
पुराणों की संख्या कितनी ैह? 18
**असतो मा सद्गमय कहां से ऋग्वेद
लिया गया ैह?
पूर्व मीमांसा या मीमांसा दर्श न क
े ज
ै मिनी
प्रतिपादक ैह?
** वेदांत या उत्तर मीमांसा दर्श न बादरायन

े प्रतिपादक ह
ैं ?
ऋग्वेद का कौन सा मंडल सोम 9 मंडल
को समर्पित ैह?
प्रसिद्ध 10 राजाओं का युद्ध परुष्णी नदी
दसराज युद्ध किस नदी क
े किनारे
लड़ा गया था?
गायत्री मंत्र किसे समर्पित ैह? सावित्री देवी
गायत्री मंत्र किस पुस्तक में ैह? ऋग्वेद

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न्याय दर्श न को प्रचारित किया गौतम ने
था ?
प्राचीन भारत में “निष्क “किसे स्वर्ण आभूषण को
कहा जाता था?
**योग दर्श न क
े प्रतिपादक कौन पतंजलि
थे?
उपनिषद पुस्तक
े किस पर दर्श न पर
आधारित थी?
आरंभिक व
ै दिक साहित्य में सिंधु
सर्वा धिक वर्णिक नदी ैह?
आध्यात्मिक ज्ञान क
े विषय में कठोपनिषद में
नचिक
े ता और यम का संवाद
किस उपनिषद में प्राप्त होता ैह?
सांख्य दर्श न का प्रतिपादन किसने कपिल मुनि ने
किया?
**चरक संहिता नामक पुस्तक चिकित्सा
किस विषय से संबंधित ैह?

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ै दिक युग में प्रचलित लोकप्रिय गणतंत्र
शासन प्रणाली थी ?
** किस वेद में जादुई माया और अथर्व वेद
वशीकरण का वर्ण न मिलता ैह?
ऋग्वेद में कितने मंडल ैह? 10
आर्य कहां से आए थे ? मध्य एशिया से
** गायत्री मंत्र की रचना किसने विश्वमित्र
की थी?
** “गोत्र व्यवस्था” का प्रचलन उत्तर व
ै दिक काल में
कब आया?
ब्राह्मण ग्रंथों में सर्वा धिक प्राचीन शतपथ ब्राह्मण
कौन ैह?

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1.10. प्राचीन भारत से परीक्षा में बार-बार पूछे जाने वाले क
ु छ
महत्वपूर्ण प्रश्न

मानव द्वारा सर्व प्रथम प्रयुक्त धातु तांबा


कौन सी थी?

बौद्ध ज
ै न और ब्राह्मण धर्मों की कर्म वाद का सिद्धांत
कौन सी धारा एक ज
ै सी ैह?

“मालती माधव” क
े लेखक कौन भवभूति
थे?

“भीमबेटका” किसक
े लिए गुफाओं क
े श
ै लचित्र
प्रसिद्ध ैह?

**“हितोपदेश” क
े लेखक कौन पंडित नारायण
थे?

नाट्य शास्त्र की रचना किसने भारत मुनी


की थी?

विक्रम संवत का प्रारंभ कब 58 ईसा पूर्व


हुआ?

**शून्य की खोज किसने की आर्य भट्ट


थी?

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“स्वप्नवासवादात्ता” क
े लेखक भास
कौन थे ?

**मानव द्वारा सर्व प्रथम कौन सा ज्वार और गेहूँ


अनाज इस्तेमाल किया गया?

एक पुस्तक जिसका 15 भारतीय पंचतंत्र


तथा 40 विदेशी भाषाओं में
अनुवाद किया गया

अंकोरवाट कहां ैह? कंबोडिया

नागा नंद, रत्नावली, प्रियदर्शिका हर्ष वर्ध न


का रचनाकार कौन थे?

**हर्ष चरित किसक


े द्वारा लिखा बाणभट्ट
गया था?

हर्ष वर्ध न क
े समय कौन सा चीनी ह्वेनसांग (Xuanzang)
यात्री भारत आया था?

**द्वितीय अशोक भारतीय कनिष्क


इतिहास में किसे कहा जाता ैह?

हर्ष वर्ध न की विजय जीवन में बदामी/ वातापी


एकमात्र पराजय देने वाला

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पुलक
े शिन II कहां का शासक
था?

प्राचीन भारत में कौन सी एक खरोष्ठी


लिपि दाएं से बाएं ओर लिखी
जाती थी

**किस विदेश यात्री ने सबसे मेगास्थनीज


पहले भारत का दौरा किया था?

बाल विवाह प्रथा कब प्रारंभ हुई गुप्त काल

**सोने की सर्वा धिक सिक्क


े गुप्त काल
किस काल में जारी किए गए?

** यूरोपीय भाषा में अनुवादित अभिज्ञान शक


ु ं तलम
प्रथम भारतीय ग्रंथ कौन सा ैह?

** सती प्रथा का पहला उल्लेख एरण अभिलेख


कहां मिलता ैह?

तमिल काव्य का इलियड किसे शिलप्पदिकारम्


कहा जाता ैह ?

धार्मिक कविताओं का संकलन तमिल


“क
ु रल“ किस भाषा में ैह?

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**संगम युग की सर्वा धिक तोलकाप्पियम
प्रचलित व्याकरण रचना कौन सी
ैह?

किस क
ु षाण शासक ने सर्व प्रथम कडफिसेस II
स्वर्ण मुद्राएं जारी की थी?

भारत में प्रथम बार स


ै निक ग्रीक क
े द्वारा
शासन व्यवहार में किसक
े द्वारा
लाया गया?

महान विद्वान पतंजलि किसक


े पुष्यमित्र शुंग
समकालीन थे?

**भारतीय और ग्रीक/ यूनानी गंधार श


ै ली

ै ली का मिश्रण ैह?

कनिष्क बौद्ध धर्म की किस महायान


शाखा क
े अनुयाई था?

किस चीनी जनरल ने कनिष्क पेन चाऔ


को हराया था?

**महान े रशम मार्ग किसने आरंभ कनिष्क


कराया?

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तक्षशिला विश्वविद्यालय स्थित ैह पाकिस्तान में

प्राचीन काल में कलिंग का महान खारवेल


शासक कौन था?

** कौटिल्य क
े अर्थ शास्त्र में 15
कितने अधिकरण ह
ैं ?

भगवान बुध की खड़ी प्रतिमा क


ु षाण काल
किस काल में बनाई गई थी?

चरक , नागार्जु न, अश्वघोष कनिष्क


,वसुमित्र किसक
े समकालीन
थे?

मौर्य क
े बाद दक्षिण भारत में सातवाहनों का
सबसे प्रभावशाली राज्य
किनका था?

भारत क
े रंगमंच में पर्दा का यूनानी यों ने
शुभारंभ किसने किया था?

**भारत में सर्व प्रथम स्वर्ण मुद्राएं इंडो ब


ै क्टरियन
किसने चलाएं ?

कनिष्क की राजधानी थी? पुरुष पुर (पेशावर)

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किसने सोने की सर्वा धिक शुद्ध क
ु षाण
सिक्क
े जारी किए?

**गाथा सप्तशती किसकी रचना हाल


ैह?

चरक किसक
े राज्य चिकित्सक कनिष्क
थे?

सातवाहनों क
े समय मुद्रा सीसा
सर्वा धिक किस धातु की बनी
होती थी?

**“बुद्धचरित “जिसे बौद्ध अश्वघोष


रामायण” कहा जाता ैह कि
रचनाकार कौन थे?

किसक
े समय बौद्ध धर्म दो स्वतंत्र कनिष्क
संप्रदायों में विभक्त हुआ:
हीनयान और महायान?

भारत से दक्षिण की ओर क
े देशों हीनयान
में बौद्ध धर्म का कौन सा संप्रदाय
प्रचलित हुआ?

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**भारत क
े उत्तर और क
े देशों में महायान
बौद्ध धर्म का कौन सा संप्रदाय
प्रचलित हुआ?

To be Continued…

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