Download as docx, pdf, or txt
Download as docx, pdf, or txt
You are on page 1of 13

के न्द्रीय विद्यालय संगठन, रायपुर संभाग

वार्षिक परीक्षा – 2023-24 (1)


कक्षा – 11 (ग्यारहवीं)
विषय – हिन्दी (आधार)

निर्धारित समय – 3 घंटे अधिकतम अंक – 80

-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
----------
सामान्य निर्देश :
 इस प्रश्न-पत्र में दो खंड हैं – ‘अ’ और ‘ब’ ।
 खंड ‘अ’ में बहुविकल्पी/वस्तुपरक तथा खंड ‘ब’ में वर्णनात्मक प्रश्न हैं ।
 यथासंभव सभी प्रश्नों के उत्तर क्रम से लिखिए । स्वच्छता एवं शुद्धता का विशेष ध्यान रखें ।

खंड – अ (वस्तुपरक प्रश्न)


प्रश्न 1. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए – (10x1=10)
ईर्ष्या एक घातक विष है, मनोविकार है । यह नकारात्मक भावना है । यह अँगीठी की उस आग
की तरह है, जो ईर्ष्यालु व्यक्ति के मन-मस्तिष्क में सदैव जल रही होती है । अंतत: यह उस
व्यक्ति की शारीरिक, मानसिक एवं भावनात्मक ऊर्जा को लीलकर उसे दुर्बल बना देती है, जिससे
व्यक्ति जीवन में कदम-कदम पर अपमान व असफलता का घूँट पीते रहने को विवश हो जाता है
। ईर्ष्या व्यक्ति को आलसी, अकर्मण्य तथा निराशावादी बनाती है । ईर्ष्या के कारण व्यक्ति
दूसरों की अच्छाई से, सफलता से प्रेरणा लेने के बजाय हमेशा उनकी सुख-समृद्धि से जलता-भुनता
रहता है ।
ईर्ष्या करते समय दिमाग के स्नायु सिकु ड़ते हैं, जिसका प्रभाव हमारे अन्तर्मन पर पड़ता है और
अंतत: उसका प्रभाव हमारे चिंतन, चरित्र, व्यवहार, स्वभाव और जीवन-शैली पर भी पड़ता है ।
हम चिड़चिड़े हो जाते हैं और घर, परिवार का वातावरण कलहपूर्ण हो जाता है । वह व्यक्ति
झगड़ालू हो जाता है, जिससे मित्र कन्नी काटने लगते हैं । ईर्ष्या से बचने का अमोघ उपाय यह
है कि हम अपने आप पर पूर्ण भरोसा रखें । एक और महत्त्वपूर्ण सूत्र यह है कि हम हमेशा सेवा
की भावना से ओत-प्रोत रहें, जिससे हम दूसरों की सेवा कर सकें और स्वयं को निश्छल,
निष्कपट बनाए रख सकें । निस्संदेह प्रेम और सेवा की पवित्र भावना नकारात्मक भावनाओं को
समीप तक फटकने नहीं देती है ।

(i) ईर्ष्या को किसके समान माना गया है ?


(क) घातक जहर के समान (ख) अँगीठी की आग के समान
(ग) मनोविकार के समान (घ) सभी विकल्प सही हैं

(ii) ईर्ष्या नकारात्मक भावना है क्योंकि -


(क) यह जलाती है
(ख) यह किसी को मित्र नहीं बनने देती
(ग) यह दूसरों का सुख देखकर खुश नहीं होने देती
(घ) इसके कारण सबसे दूर हो जाते हैं

(iii) ईर्ष्या व्यक्ति को कै सा बना देती है ?


(क) चुस्त, अकर्मण्य तथा आशावादी (ख) आकर्षक, दुश्मन तथा आशावादी
(ग) सुस्त, अकर्मण्य तथा निराशावादी (घ) सबका मित्र

(iv) ईर्ष्या से बचने का अचूक उपाय क्या है ?


(क) हम अपने आप पर पूर्ण भरोसा रखें
(ख) हमेशा सेवा की भावना से ओत-प्रोत रहें
(ग) स्वयं को निश्छल, निष्कपट बनाए रखें
(घ) सभी विकल्प सही हैं

(v) व्यक्ति झगड़ालू कब हो जाता है ?


(क) जब ईर्ष्या के कारण चिड़चिड़ा हो जाता है
(ख) जब ईर्ष्या व्यक्ति का साथ छोड़ देती है
(ग) जब व्यक्ति को अपना हक़ नहीं मिल पाता है
(घ) जब किसी से धोखा मिलता है

(vi) नकारात्मक भावना से किस तरह बचा जा सकता है ?


(क) सकारात्मक भावना अपनाकर
(ख) प्रेम और सेवा की पवित्र भावना से
(ग) अपने आपको विभिन्न कार्यों में व्यस्त रखकर
(घ) उपर्युक्त सभी प्रकार से

(vii) मित्र कन्नी काटने लगते हैं, क्यों ?


(क) हमारे ईर्ष्या से हुए चिड़चिड़े स्वभाव के कारण
(ख) अपनी ईर्ष्या के कारण
(ग) हम विषम परिस्थितियों में उनका सहयोग नहीं कर पाते हैं
(घ) हमारी गलत आदतों के कारण
(viii) दूसरों की सफलता और अच्छाई से हम तभी प्रेरणा ले सकें गे, जब -
(क) हम ईर्ष्या को स्वीकार कर सकें गे (ख) हम ईर्ष्या का त्याग कर सकें गे
(ग) हम उनकी सफलता के पीछे दौड़ेंगे (घ) उनके साथ समय व्यतीत करेंगे

(ix) ‘दुर्बल’ शब्द में कौन सा उपसर्ग है ?


(क) दूर (ख) बल
(ग) दुर् (घ) दु

(x) उपर्युक्त गद्यांश का उचित शीर्षक होगा ?


(क) ईर्ष्या का नकारात्मक प्रभाव
(ख) ईर्ष्या और मानव जीवन
(ग) ईर्ष्या और हमारा स्वभाव
(घ) ईर्ष्या : एक अभिशाप

अथवा

नम्रता ही स्वतंत्रता की जननी है । यह कथन उचित है । लोग भ्रमवश अहंकार को स्वतंत्रता की


जननी मान लेते हैं, किन्तु उन्हें इस बात का उचित ज्ञान नहीं होता कि अहंकार स्वतंत्रता का
गला ही घोंट सकता है । स्वतंत्रता में स्वाभिमान अवश्य अनिवार्य तत्व है, किन्तु स्वाभिमान को
अहंकार तक संकु चित करना उचित नहीं है । स्वतंत्रता में स्वाभिमान तथा नम्रता दोनों का संयोग
ज़रूरी है । यह बात निश्चित है कि जो मनुष्य मर्यादापूर्वक जीवन व्यतीत करना चाहता है, उसके
लिए स्वाभिमान तथा नम्रता ज़रूरी है । इससे आत्मनिर्भरता आती है तथा हमें अपने पैरों पर
खड़ा होना आता है । आज युवा-वर्ग अपनी आकांक्षाओं तथा योग्यताओं के कारण बहुत आगे
निकल गया है, लेकिन उसे ध्यान रखना चाहिए कि वह अपने बड़ों का सम्मान करे तथा बराबर
के लोगों से कोमलता का व्यवहार करे । यह आत्म-मर्यादा के लिए आवश्यक है ।
इस संसार में जो कु छ हमारा है, उसमें बहुत से अवगुण तथा थोड़े गुण, सब इस बात की
आवश्यकता प्रकट करते हैं कि हमें अपनी आत्मा को नम्र रखना चाहिए । नम्रता से अभिप्राय
दब्बूपन से नहीं है, जिसके कारण मनुष्य दूसरों का मुँह देखता है, जिससे उसका संकल्प क्षीण
तथा उसकी प्रज्ञा मंद पड़ जाती है, जिसके कारण आगे बढ़ने के समय भी हम पीछे रह जाते हैं
तथा अवसर आने पर उचित निर्णय नहीं कर पाते हैं । इस प्रकार मनुष्य का जीवन उसके हाथों
में है । सच्ची आत्मा वही है, जो विपरीत परिस्थितियों में स्वाभिमान तथा नम्रता को बनाए
रखने में सफल होती है ।
(i) स्वतंत्रता की जननी किसे कहा जाता है ?
(क) अहंकार (ख) नम्रता
(ग) आत्मा (घ) आत्म-मर्यादा

(ii) स्वतंत्रता में किसका संयोग ज़रूरी है ?


(क) स्वाभिमान तथा नम्रता (ख) नम्रता और दीनता
(ग) आत्म-मर्यादा तथा योग्यता में (घ) अहंकार तथा नम्रता

(iii) आत्मनिर्भरता का तात्पर्य क्या है ?


(क) अपनी आत्मा पर निर्भर होना (ख) अपने पैरों पर खड़ा होना
(ग) अपने आप का सहारा (घ) किसी पर आश्रित

(iv) आज का युवा बहुत आगे निकल गया, लेकिन किस मामले में पीछे रह गया ?
(क) बड़ों का सम्मान करने में (ख) बराबर के लोगों के साथ मृदुल व्यवहार करने में
(ग) अपनी पुरानी संस्कृ ति को बचाने में (घ) ‘क’ और ‘ख’ विकल्प सही हैं

(v) नम्रता और दब्बूपन -


(क) एक ही हैं (ख) दोनों के अर्थ अलग हैं
(ग) एक सिक्के के दो पहलू हैं (घ) एक-दूसरे के पर्याय हैं

(vi) अवसर आने पर उचित निर्णय कौन नहीं कर पाते हैं ?


(क) विनम्र स्वभाव वाले व्यक्ति (ख) दब्बू स्वभाव वाले व्यक्ति
(ग) आत्म-निर्भर व्यक्ति (घ) पिछलग्गू व्यक्ति

(vii) सच्ची आत्मा उसे कहेंगे, जो -


(क) विपरीत परिस्थितियों में स्वाभिमान तथा नम्रता को बनाए रखने में सफल होती है
(ख) विपरीत परिस्थितियों में स्वाभिमान तथा नम्रता को खो देती है
(ग) विपरीत परिस्थितियों में स्थिर रहती है
(घ) विपरीत परिस्थितियों में स्वाभिमान तथा अहंकार को बनाए रखने में सफल होती है

(viii) मर्यादापूर्वक जीवन जीने के लिए क्या आवश्यक है ?


(क) स्वाभिमान की (ख) नम्रता की
(ग) स्वाभिमान तथा नम्रता की (घ) किसी की नहीं

(ix) ‘स्वतंत्रता’ शब्द में –


(क) के वल उपसर्ग का प्रयोग हुआ है (ख) के वल प्रत्यय का प्रयोग हुआ है
(ग) उपसर्ग और प्रत्यय दोनों का प्रयोग हुआ है (घ) दोनों का ही प्रयोग नहीं हुआ है

(x) उपर्युक्त गद्यांश का उचित शीर्षक होगा


(क) नम्रता ही स्वतंत्रता की जननी है
(ख) स्वतंत्रता में स्वाभिमान अनिवार्य तत्व है
(ग) स्वतंत्रता एवं आत्मनिर्भरता
(घ) स्वतंत्रता : स्वाभिमान तथा नम्रता का संयोग

प्रश्न 2. निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए – (5x1=5)
अगर इस लड़ाई में मेरी साँसें उखड़ गईं,
मेरे बाज़ू टू ट गए,
मेरे चरणों में आँधियों के समूह ठहर गए,
मेरे अधरों पर तरंगाकु ल संगीत जम गया,
या मेरे माथे पर शर्म की लकीरें खिंच गईं,
तो मुझे पराजित मत मानना,
समझना –
तब और भी बड़े पैमाने पर
मेरे हृदय में असन्तोष उबल रहा होगा,
मेरी उम्मीदों के सैनिकों की पराजित पंक्तियाँ
एक बार और शक्ति आज़माने को
धूल में खो जाने या कु छ हो जाने को
मचल रही होंगी ।
एक और अवसर की प्रतीक्षा में
मन की क़न्दीलें जल रही होंगी ।

(i) साँसें उखड़ना का क्या तात्पर्य है ?


(क) साँस न ले पाना (ख) बेचैन होना
(ग) भय लगना (घ) घबराहट होना

(ii) ‘अधरों पर तरंगाकु ल संगीत जम जाने’ से क्या आशय है ?


(क) अपनी पीड़ा न कह सकने की स्थिति
(ख) होठों पर नया संगीत न आने की स्थिति
(ग) कोई गीत न सूझने की स्थिति
(घ) देशभक्ति गीत न गा सकने की स्थिति

(iii) कवि ने उम्मीदों को किसकी संज्ञा दी है ?


(क) तूफानों की (ख) कं दीलों की
(ग) सैनिकों की (घ) पंक्तियों की

(iv) कवि ने स्वयं को पराजित मानने से क्यों इनकार किया है ?


(क) कवि अभी मरा नहीं है
(ख) कवि के हृदय में बड़े स्तर पर विद्रोह उबल रहा है
(ग) कवि को अभी भी जीत की उम्मीद है
(घ) कवि को एक और अवसर की प्रतीक्षा है

(v) ‘क़न्दील’ का क्या अर्थ है ?


(क) एक पेड़ (ख) लालटेन
(ग) गंदगी (घ) जुगनू

अथवा

एक गुड़िया की कई कठपुतलियों में जान है


आज शायर यह तमाशा देखकर हैरान है

ख़ास सड़कें बंद हैं तब से मरम्मत के लिए


यह हमारे वक़्त की सबसे सही पहचान है

एक बूढ़ा आदमी है मुल्क़ में या यों कहो -


इस अँधेरी कोठरी में एक रौशनदान है

कल नुमाइश में मिला वो चीथड़े पहने हुए


मैंने पूछा नाम तो बोला कि हिन्दुस्तान है

मुझमें रहते हैं करोड़ों लोग चुप कै से रहूँ


हर ग़ज़ल अब सल्तनत के नाम एक बयान है

(i) शायर तमाशे की संज्ञा किसे दे रहा है ?


(क) कठपुतलियों के नृत्य को (ख) गुड़िया के खेल को
(ग) कठपुतलियों में एक गुड़िया की जान होने को (घ) लोगों के झगड़े को

(ii) बूढ़े आदमी को किसके समान बताया गया है ?


(क) अँधेरी कोठरी के समान (ख) देश के समान
(ग) रौशनदान के समान (घ) किसी के समान नहीं

(iii) खास सड़कें क्यों बंद हैं ?


(क) मरम्मत के लिए (ख) आम लोग आते जाते हैं
(ग) रास्ते बदलने के लिए (घ) क्योंकि ये खास हैं

(iv) ‘कल नुमाइश...... हिंदुस्तान है’ । यहाँ देश की किस दशा का वर्णन किया गया है ?
(क) भुखमरी और गरीबी की
(ख) आतंकवाद से प्रभावित
(ग) लाचारी और बेबसी
(घ) झूठे दिखावे की

(v) ‘मुझमें रहते हैं करोड़ों लोग चुप कै से रहूँ’ इस पंक्ति में किन करोड़ों लोगों की बात की गई है
?
(क) शायर को चाहने वालों की बात की गई है
(ख) देश की आम जनता की बात गई है
(ग) नेताओं की बात गई है
(घ) सियासत से जुड़े लोगों की बात की गई है

प्रश्न 3. निम्नलिखित प्रश्नों के सही विकल्प का चयन कीजिए | [1x5=5]


1. कॉलम क का कॉलम ख से उचित मिलान कीजिए-
कॉलम क कॉलम ख
(1) संचार प्रक्रिया में प्राप्तकर्ता की प्रतिक्रिया (1) संचार प्रक्रिया की बाधा
(2) जनसंचार (2)फ़ीडबैक
(3) भारत का पहला अखबार (3) प्रत्यक्ष के बदले यांत्रिक माध्यम से संवाद
(4) शोर (4) बंगाल गज़ट
(क) (1)-(2),(2)-(3),(3)- (4),(4)-(1)
(ख) (1)-(3),(2)-(4),(3)-(2),(4)-(1)
(ग) (1)-(1),(2)-(4),(3)-(2),(4)-(3)
(घ) (1)-(4),(2)-(3),(3)-(2),(4)-(1)
2.आल इंडिया रेडियो की विधिवत स्थापना कब हुई ?
(क) 1895 में (ख) 1936 में (ग) 1921 में (घ) 1997 में
3. पेज थ्री पत्रकारिता से क्या आशय है?
(क) तीसरे पेज पर छपने वाली सामग्री
(ख) तीन पेजों वाली पत्रिका
(ग) फै शन, अमीरों की पार्टियां व जाने-माने लोगों के निजी जीवन से संबंधित सामग्री का प्रकाशन
(घ) तीन पेजों वाला समाचार पत्र।
4. निम्न लिखित में से सम्पादन का सिद्धान्त कौन सा है?
(क)तथ्यों की शुद्धता (ख)वस्तुपरकता और निष्पक्षता (ग)संतुलन और स्रोत (घ)उपर्युक्त सभी
5. वॉचडॉग पत्रकारिता का क्या कार्य है?
(क)सरकार के कार्यों का प्रचार करना (ख)विपक्षी दल के कार्यों पर निगरानी रखना
(ग)सामान्य जनता की कमियाँ बताना (घ)सरकारी कामकाज पर निगाह रखना

प्रश्न 4. निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए – (5x1=5)
और माँ ने कहा होगा,
दुख कितना बहा होगा,
आँख में किसलिए पानी
वहाँ अच्छा है भवानी
वह तुम्हारी मन समझकर,
और अपनापन समझकर,
गया है सो ठीक ही है ,
यह तुम्हारी लीक ही है ,
पाँव जो पीछे हटाता,
कोख को मेरी लजाता,
इस तरह होओ न कच्चे,
रो पड़ेंगे और बच्चे

(i) माँ ने पिता को किसके लिए समझाया ?


(क) दुखी नहीं होने के लिए (ख) धैर्य रखने के लिए
(ग) दृढ़ रहने के लिए (घ) सभी विकल्प सही हैं

(ii) पिता के दुखी होने का क्या कारण था ?


(क) उनके बेटे कष्ट में हैं (ख) बेटी मायके आई हुई है
(ग) बेटा जेल में है (घ) बेटा लीक से हटकर चला है

(iii) ‘यह तुम्हारी लीक ही है ’ यहाँ किस लीक की बात की गयी है ?

(क) पिता के व्यवसाय को आगे बढ़ाने की


(ख) खेती-बाड़ी से जुड़े रहने की
(ग) लेखन के कार्य से जुड़े रहने की
(घ) स्वाधीनता आंदोलन में भाग लेने की

(iv) माँ की कोख कब लजाती ?


(क) जब कवि जेल तोड़कर भाग जाता
(ख) जब कवि देश के सम्मान के कार्य से कदम पीछे हटाता
(ग) जब कवि पिता की बात नहीं मानता और जेल से आ जाता
(घ) जब कवि पिता के बताए रास्ते पर अपने कदम बढ़ाता

(v) ‘वहाँ अच्छा है भवानी’ यहाँ भवानी शब्द किसके लिए प्रयुक्त हु आ है ?
(क) कवि के लिए (ख) पिता के लिए
(ग) जेल में बंद एक कै दी के लिए (घ) भवानी माता के लिए

प्रश्न 5. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए – (5x1=5)
उनके पिता एक अनुभवी पुरुष थे । समझाने लगे- बेटा ! घर की दुर्दशा देख रहे हो । ऋण के
बोझ से दबे हुए हैं । लड़कियाँ हैं, वह घास-फू स की तरह बढ़ती चली जाती हैं । मैं कगारे पर का
वृक्ष हो रहा हूँ न मालूम कब गिर पड़ें अब तुम्हीं घर के मालिक-मुख्तार हो । नौकरी में ओहदे
की ओर ध्यान मत देना, यह तो पीर का मज़ार है । निगाह चढ़ावे और चादर पर रखनी चाहिए ।
ऐसा काम ढूँढ़ना जहाँ कु छ ऊपरी आय हो । मासिक वेतन तो पूर्णमासी का चाँद है जो एक दिन
दिखाई देता है और घटते-घटते लुप्त हो जाता है । ऊपरी आय बहता हुआ स्रोत है जिससे सदैव
प्यास बुझती है । वेतन मनुष्य देता है, इसी से उसमें वृद्धि नहीं होती । ऊपरी आमदनी ईश्वर
देता है, इसी से उसकी बरकत होती है, तुम स्वयं विद्वान हो, तुम्हें क्या समझाऊँ । इस विषय में
विवेक की बड़ी आवश्यकता है । मनुष्य को देखो, उसकी आवश्यकता को देखो और अवसर को
देखो, उसके उपरांत जो उचित समझो, करो । गरज़वाले आदमी के साथ कठोरता करने में लाभ ही
लाभ है, लेकिन बेगरज़ को दाँव पर पाना ज़रा कठिन है । इन बातों को निगाह में बाँध लो । यह
मेरी जन्मभर की कमाई है ।

(i) ‘उनके पिता एक अनुभवी पुरुष थे’ यहाँ अनुभवी शब्द किस अर्थ में प्रयुक्त हुआ है ?
(क) उन्हें हर प्रकार का ज्ञान था
(ख) उन्हें दुनिया के व्यवहार-चरित्र का ज्ञान था
(ग) उन्हें, नौकरी कै से की जाए?, यह ज्ञान था
(घ) उन्हें लोगों से किए जाने वाले व्यवहार का ज्ञान था
(ii) ‘कगारे पर का वृक्ष’ होने का क्या आशय है ?
(क) नदी के किनारे का पेड़ होना (ख) मृत्यु के समीप होना
(ग) घर में सबसे बूढ़ा होना (घ) वृक्ष के समान होना

(iii) मासिक वेतन को किसके समान बताया है ?


(क) अमावस का चाँद
(ख) पूर्णमासी का चाँद
(ग) किसी भी दिन का चाँद
(घ) सूर्य के समान

(iv) ‘लड़कियाँ हैं, वह घास-फू स की तरह बढ़ती चली जाती हैं’ इस पंक्ति के आधार पर प्राचीन
भारतीय समाज का कौनसा चरित्र प्रत्यक्ष होता है ?
(क) लड़कियों के प्रति घृणा भाव
(ख) लड़कों की तुलना में लड़कियों की कम महत्त्व देने की प्रवृत्ति
(ग) लड़कियों को बोझ समझने की प्रवृत्ति
(घ) लड़कियों के प्रति हीन भावना

(v) ‘यह मेरी जन्म भर की कमाई है’ यहाँ मेरी शब्द किसकी ओर संके त कर रहा है ?
(क) पंडित अलोपीदीन की ओर (ख) मुंशी वंशीधर दरोगा की ओर
(ग) बदलू सिंह की ओर (घ) मुंशी वंशीधर के पिता की ओर

प्रश्न 6. निम्नलिखित प्रश्नों के सही उत्तर विकल्प लिखिए – (10x1=10)


(i) निम्न में से लता की गायकी से संभव नहीं हुआ है -
(क) लोगों का शास्त्रीय संगीत की ओर देखने का दृष्टिकोण बदला है
(ख) आम लोगों को भी लय स्वर आदि ज्ञान की सूक्ष्मता समझ आने लगी है
(ग) संगीत पहले की तुलना में ज़्यादा लोकप्रिय हुआ है
(घ) शास्त्रीय संगीत एवं चित्रपट संगीत का अंतर खत्म हुआ है

(ii) लेखक के अनुसार लता ने किस रस के गाने के साथ न्याय नहीं किया है?
(क) श्रृंगार ख) करुण ग) वात्सल्य घ) वीभत्स
(iii) लेखक के अनुसार लता के गाने में किस तरह के दोष देखे जाते हैं?
क) मुग्ध श्रृंगार की अभिव्यक्ति वाले मध्य या द्रुत लय में गाना।
ख) अधिकतर गाने ऊं ची पट्टी में गाना।
ग) क और ख दोनों।
घ) इनमें से कोई नहीं।
(iv) इनमें से कौन-सा कथन सही नहीं है-
क) गंभीरता शास्त्रीय संगीत का स्थाई भाव है ख) चपलता चित्रपट संगीत का मुख्य गुण धर्म है।
ग) चित्रपट संगीत का ताल प्राथमिक अवस्था का ताल होता है। घ) इनमें से कोई नहीं।

(v) लेखक के अनुसार चित्रपट संगीत गाने वाले को शास्त्रीय संगीत की उत्तम जानकारी होना-
क) आवश्यक है। ख) आवश्यक नहीं है।
ग) क और ख दोनों। घ) इनमें से कोई नहीं।
(vi) खानदानी गवैयों के अनुसार किस कारण लोगों की अभिरुचि बिगड़ गई है?
क) शास्त्रीय संगीत ख) चित्रपट संगीत ग) लोक संगीत घ) रॉक संगीत
(vi) "चित्रपट संगीत क्षेत्र की लता अनभिषिक्त सम्राज्ञी है।" अनभिषिक्त का क्या अर्थ है?
क) महान ख) बेताज ग) सर्वश्रेष्ठ घ) सुरीली
(vii) "ऐसा कलाकार शताब्दियों में शायद एक ही पैदा होता है।" यह पंक्ति किसके लिए कही गई है?
क) नूरजहां ख) दीनानाथ मंगेशकर
ग) कु मार गंधर्व घ) इनमें से कोई नहीं।
(viii) चित्रपट संगीत में लता के पहले प्रसिद्ध गायिका कौन थी?
क) मुमताज बेगम ख) नूरजहां ग) आबिदा परवीन घ) परवीन सुलताना
(ix) विलायत खां किस वाद्य यंत्र से संबंधित हैं?
क) बांसुरी ख) शहनाई ग) सितार घ) संतूर
(x) लेखक के अनुसार भारतीय गायिकाओं में लता मंगेशकर बेजोड़ क्यों है?
क) लता के कारण चित्रपट संगीत को लोकप्रियता प्राप्त हुई है।
ख) लोगों का शास्त्रीय संगीत की ओर देखने का दृष्टिकोण बदला है।
ग) लता के कारण आजकल के नन्हे-मुन्ने भी सुर में गुनगुनाते हैं।
घ) उपर्युक्त सभी।

खंड – ब (वर्णनात्मक प्रश्न)


प्रश्न 7. निम्नलिखित में से किसी एक स्थिति/घटना पर 100-150 शब्दों में रचनात्मक लेख लिखिए -
(i) मेरी पहली रंगमंच प्रस्तुति (5)
(ii) गाँव का आनंद ही कु छ और है
(iii) बाज़ार है या आफ़त

प्रश्न 8. पुलिस विभाग द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए चलाए जा रहे आत्म सुरक्षा-प्रशिक्षण अभियान
की सराहना करते हुए पुलिस आयुक्त को पत्र लिखिए । (5)
अथवा
कोरोना काल में अपनाए जाने वाले सुरक्षा कदमों की आम लोगों को जानकारी देने और
जागरूकता फै लाने के संदर्भ में प्रसिद्ध हिन्दी समाचार-पत्र के संपादक को पत्र लिखिए ।

प्रश्न 9. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 40-50 शब्दों में लिखिए – (2+2=4)


(i) जनसंचार किसे कहते हैं ? इसकी प्रमुख विशेषताएँ लिखिए ।
अथवा
हिन्दी साहित्य अकादमी की बैठक का कार्यसूची तैयार कीजिए ।
(ii) संपादक के प्रमुख कार्य क्या होते हैं ? लिखिए ।
अथवा
एडवोके सी पत्रकारिता के संदर्भ में बताइए ।

प्रश्न 10. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में लिखिए – (3)
(i) संचार की परिभाषा देते हुए उसके महत्त्व पर प्रकाश डालिए ।
अथवा
विद्यालय में सम्पन्न हुई विद्यार्थी सभा की बैठक का प्रतिवेदन लिखिए ।
(ii) पत्रकारिता किसे कहते हैं ?
अथवा
समूह संचार के बारे में बताइए ।

प्रश्न 11. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए–(3+3=6)
(i) परमात्मा को पाने के लिए कबीर किन दोषों से दूर रहने की सलाह देते हैं ?
(ii) लोग मीरा को बावरी क्यों कहते हैं ? क्या वास्तव में मीरा बावरी थी ? स्पष्ट कीजिए ।
(iii) यहाँ दरख्तों के साये में धूप लगती है–से कवि क्या कहना चाहता है ?
प्रश्न 12. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो के उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए–(2+2=4)
(i) लक्ष्य प्राप्ति में इन्द्रियाँ बाधक होती हैं - इसके सन्दर्भ में अपने तर्क
दीजिए |
(ii) निम्नलिखित पंक्तियों के माध्यम से कवि क्या कहना चाहते हैं –
वे मुतमइन हैं कि पत्थर पिघल नहीं सकता,
मैं बेकरार हूँ आवाज़ में असर के लिए ।
(iii) पिता के व्यक्तित्व की किन विशेषताओं को कविता में उके रा गया है ? ‘घर की याद’
कविता के आधार पर बताइए |
प्रश्न 13. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए –(3+3=6)
(i) मास्टर त्रिलोक सिंह के किस कथन को लेखक ने ज़बान के चाबुक कहा है और क्यों ?
(ii) वर्षा यहाँ एक घटना है, एक सुखद संयोग हैं - लेखक ने ऐसा क्यों कहा है ?
(iii) रजनी के अनुसार गलती करने वाला और उसे बर्दाश्त करने वाला गुनहगार कै से होता है?
प्रश्न 14. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो के उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए –(2+2=4)
(i) मोहन के लखनऊ आने के बाद के समय को लेखक ने उसके जीवन का एक नया अध्याय
क्यों कहा है ?
(ii) मियाँ नसीरुद्दीन को नानबाइयों का मसीहा क्यों कहा गया है ?
(iii) लेखक को स्पीति में लोगों के रहने पर आश्चर्य क्यों है ?
प्रश्न 15. निम्नलिखित में से किसी एक प्रश्न का उत्तर दीजिए - (3)
(i) लता ने करूण रस के गानों के साथ न्याय नहीं किया है,जबकि श्रृंगारपरक गाने वे बड़ी
उत्कटता से गाती हैं- इस कथन से आप कहाँ तक सहमत हैं ?
(ii) लेखक ने लता की गायकी की किन विशेषताओं को उजागर किया है ? आपको लता की
गायकी में कौन-सी विशेषताएँ नजर आती हैं? उदाहरण सहित बताइए।
समाप्त

*****************************************************************************

You might also like