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इकाई एक भारत में यूरोपियों का आगमन
इकाई एक भारत में यूरोपियों का आगमन
बीएएचआई -201
इकाई एक- भारत में यूरोपियों का आगमि
प्रस्तुतकतता
डॉ॰ एम॰एम ॰जोशी
इततहतस तिभतग, उत्तरतखडं मुक्त तिश्वतिद्यतलय, हल्द्वतनी
प्रस्तावना
सन 1453 में तर्क ु ो द्वारा र्कुस्तनु तनू नया जीत लेने र्के र्कारण यरू ोप र्के साथ भारत र्का
व्यापाररर्क मार्ग अवरुद्ध हो र्या | अब यूरोप र्के लोंर्ों र्को पव ू ग र्का माल ममलना दल ु भ
ग हो
र्या | पव ू ग र्के मसाले और र्कपड़ा यरू ोप र्के मलए ववशेष आर्कषगण र्का र्केंद्र थे | अतः यरू ोपीय
व्यापाररयों ने भारत र्के साथ व्यापार र्करने र्के मलए नवीन जल मार्ग र्की खोज र्करने र्का
ननश्चय कर्कया | इस प्रर्कार तर्क ु ग सता र्के अभ्यद ु य ने यरू ोपीयों र्को एर्क महान साहमसर्क र्कायग
र्करने र्की प्रेरणा दी | डाक्टर ईश्वरी प्रसाद र्के अनुसार “तुर्कग साम्राज्य र्के उत्थान र्के साथ
15 वीीं शाताब्दी में व्यापाररर्क मार्ो पर तर्क ु ों र्का अधधर्कार हो र्या | पव ू ी व्यापार अवरुद्ध
हो र्या | प्राचीन मार्ों र्के बींद हो जाने से नए मार्ों र्की खोज र्को भारी महता प्राप्त हुई |
14 वीीं तथा 15 वीीं शाताब्दी में यरू ोप र्के पन ु जागर्रण ने वाणणज्यवाद या समद्र ु ी व्यापार र्को
प्रोत्साहहत कर्कया| इस समय र्के आववष्र्कारों, मुख्यरूप से हदग्दशगर्क यींत्र र्की सहायता से
इटली, स्पेन तथा पत ु र्
ग ाल र्के व्यापाररयों ने नए समद्र ु ी मार्ों र्की खोज र्की, जजससे भारत
तथा एमशया से सीधा सम्पर्कग तथा व्यापार सींभव हो सर्का |
उद्दे श्य
इस इर्काइग र्का उद्दे श्य आपर्को यरू ोप र्की ववमभन्न शजक्तयों र्के भारत आर्मन , उनर्के
प्रारीं मभर्क उद्येश्य
ों , भारत में उनर्की र्कारर्ुजाररयों एवीं वास्
तववर्क उद्येश्य
ों से पररधचत
र्कराना है । इस इर्काई र्के अध्
ययन र्के उपराींत आप ननम्नाींकर्कत जानर्काररयाीं से पररधचत
सर्केंर्े :
1. पुतर्
ग ाली व्यापाररयों र्का भारत में आर्मन:
2. पत
ु र्
ग ामलयों र्की असफलता र्के र्कारण
3. पत
ु र्
ग ाली शासन र्का प्रभाव
यद्धवप, पुतर्
ग ाली भारत में अपना साम्राज्य स्थावपत र्करने में असफल रहे कफर भी उनर्के
शासन ने आधुननर्क भारतीय इनतहास में अपनी र्हरी छाप छोड़ी है | पुतर्
ग ामलयों ने ही अन्य
यरू ोपीय शजक्तयों र्को भारत में प्रवेश र्करने र्का मार्ग हदखाया। पत
ु र्
ग ाली भारत में यद्
ु ध र्की
एर्क नयी तर्कनीर्क ले र्कर आए थे| उनर्के द्वारा बींदर्क
ू ों र्के इस्तेमाल ने भारतीय शासर्कों र्को
भी इस हदशा में पहल र्करने र्के मलए उत्साहहत कर्कया| नये व्यापाररर्क मार्ग खल
ु ने से
भारतीय उत्पाद अब अफ्ीर्का तथा ब्राज़ील तर्क पहुुँचने लर्ा था| व्यापाररर्क मार्ग र्को समद्र
ु ी
लुटेरों से सुरक्षित रखने में भी पत
ु र्
ग ामलयों र्का महत्वपूणग योर्दान है| नई भौर्ोमलर्क खोजों
में हदलचस्पी रखने र्के र्कारण पत
ु र्
ग ामलयों ने मानव ज्ञान र्को बढ़ावा हदया| र्कुछ सामाजजर्क
र्कुरीनतयों र्को भी समाप्त र्करने र्के मलए पुतर्
ग ामलयों ने पहल र्की । पुतर्
ग ामलयों द्वारा बड़े
पैमाने पर भारतीय महहलायों से वैवाहहर्क सींबींध स्थावपत र्करने से सती जैसी सामाजजर्क
बुराई र्को र्कम र्करने में थोड़ा मदद ममली| ऐनतहामसर्क एवीं भौर्ोमलर्क साहहत्यों र्की रचना
पत
ु र्
ग ामलयों र्का एर्क महान योर्दान था|
डचों र्का आर्मन
1580 में पत
ु र्
ग ाल पर स्पेन र्का र्कब्जा हो जाने र्के र्कारण डच व्यापाररयों र्के मलए मलस्
बन र्का द्वार
हमेशा र्के मलए बन्द हो र्या| व्यापार र्की इन आवश्यर्कताओीं ने एर्क नए राजनैनतर्क समीर्करण र्को
जन्म हदया| अब इन व्यापाररयों ने सीधे व्यापार र्करने र्के नीनत अपनाई| डच व्यापाररयों र्को यह लर्ने
लर्ा कर्क जब तर्क पत
ु र्
ग ामलयों र्के समद्र
ु ी शजक्त एवीं अधधपत्य र्को समाप्त नहीीं कर्कया जाएर्ा, भारत
द्वारा र्मग मसालों र्की आपनू तग सींभव नहीीं है| डच पयगटर्क लीींस र्कूहटन पत
ु र्
ग ामलयों र्के सींपर्कग में रह
चर्क
ु ा था तथा उसे भारत र्के व्यापार र्की पयागप्त जानर्कारी थी| उसने एर्क योजना बनाई जजसर्के अनस
ु ार
1595 में हाउटमन एर्क व्यापाररर्क बेड़ा लेर्कर इन्डोनेमशया र्के बैटम िेत्र में पहुींचा| यहाुँ पत
ु र्
ग ामलयों र्के
द्वारा व्यापार तो कर्कया जा रहा था लेकर्कन सैननर्क दृजष्ट से वे मजबत
ू नहीीं थे| जल्द ही डचो ने उस
पर अपना अधधर्कार जमा मलया| 1602 में बानीवेल्ट ने र्कई छोटी र्कम्पननयों र्को ममलार्कर एर्क यन
ू ाइटे ड
डच ईस्ट इजडडया र्कम्पनी र्की स्थापना र्की जजसे डच शासन द्वारा व्यापार र्करने र्का अधधर्कार प्रदान
कर्कया र्या| जल्द ही डचों ने न र्केवल मलक्र्का तथा इन्डोनेमशया बजल्र्क भारत र्के पमु लर्कट पर भी
अपना र्कब्जा जमा मलया| 1636 में डच व्यापाररयों ने मालाबार तथा सीलोन र्के र्कालीममचग तथा
इलाइची र्के व्यापार पर एर्काधधर्कार र्करने र्के उदे श्य से पत
ु र्
ग ामलयों र्के व्यापाररर्क अड्डों पर आक्रमण
र्करना आरीं भ र्कर हदया|
डचों कर्क व्यापाररर्क हदलचस्पी दक्षिण पूवी एमशया र्के स्पाइस आइलैंड में थी न कर्क भारत
कर्क मुख्य भूमम में| बर्ैर राजनैनतर्क सत्ता र्की स्थापना र्के व्यापाररर्क एर्काधधर्कार सम्भव नहीीं
था| डच मख्
ु य रूप से व्यापारी ही बने रहे , इसमलए वे भारत में बहुत अधधर्क हदनों तर्क
नहीीं हटर्क सर्के| असफलता र्का दस
ू रा र्कारण र्कम्पनी और डच शासन र्का सींबींध था| डच
व्यापाररर्क र्कम्पनी र्कभी भी स्वतींत्र रूप से र्कायग नहीीं र्करती थी बजल्र्क इस पर सरर्कार र्का
सीधा ननयींत्रण था| तीसरा र्कारण ब्रब्रहटश नौसैननर्क शजक्त र्का डच नौसैननर्क शजक्त से
अधधर्क मजबूत होना था| चौथा, यूरोवपय राजनीनत र्के बदलते समीर्करण तथा फ्ाींस और
इींग्लैंड से लर्ातार होने बाले युद्धों ने डचों र्को न र्केवल आधथगर्क रूप से बजल्र्क सैननर्क
शजक्त र्के रूप में भी र्कमजोर र्कर हदया था|
अींग्रेजों र्का भारत में प्रवेश
1600 ई. में लन्दन र्के व्यापाररयों द्वारा ब्रब्रहटश ईस्ट इजडडया र्कम्पनी र्की औपचाररर्क
स्थापना हुई|1608 में ववमलयम हॉकर्कन्स सूरत पहुींचा| वह मुर्ल सम्राट जहाुँर्ीर र्के दरबार में
उपजस्थत हुआ|हॉकर्कन्स र्को अधधर्क सफलता प्राप्त नहीीं हुई क्योंकर्क मर् ु ल दरबार में
पुतर् ग ामलयों र्का अधधर्क प्रभाव था| 1612 में अींग्रेज़ र्कैप्टन, बेसेंट ने स्वाली नाम र्के स्थान पर
पुतर् ग ाली सेना र्को बुरी तरह पराजजत र्कर हदया| मुर्लों ने अींग्रेजों र्की इस वीरता से प्रसन्न
होर्कर उन्हें सरू त, र्कम्बाया तथा अहमदाबाद में व्यापार र्करने र्की आज्ञा दे दी| 1616 में
टॉमस रो ईस्ट इजडडया र्कम्पनी र्का राजदत ू बन र्कर भारत आया| टॉमस रो र्को अपेिार्कृत
अधधर्क सफलता ममली तथा मर् ु लों र्की राजर्कीय सीमा में अींग्रेजों र्को व्यापार र्करने र्की आज्ञा
ममल र्ई| शहजादे शाहजहाुँ ने अींग्रेजों पर अपनी अधधर्क र्कृपा दृजष्ट हदखाई तथा उन्हें
बींर्ाल, भड़ौच तथा आर्रा र्के िेत्रों में व्यापार र्करने कर्क आज्ञा प्रदान र्की | 1662 में चाल्सग
द्ववतीय र्को पत ु र्
ग ामलयों से बम्बई दहे ज र्के रूप में प्राप्त हुआ|
1707 में औरीं र्जेब र्की मत्ृ यु तथा तेजी से घटती मुर्ल साम्राज्य कर्क
शजक्त ने र्कम्पनी र्को एर्क ऐसा अवसर प्रदान कर्कया जजसर्का लाभ उठार्कर र्कम्पनी, राजनैनतर्क
सत्ता र्की स्थापना र्की ओर तेजी से बढ़ी| र्कम्पनी ने 1717 में फरूगखमसयर से तीन फरमान
प्राप्त कर्कए जजससे न र्केवल र्कम्पनी र्के व्यापार र्को बढ़ावा ममला बजल्र्क एर्क राजनैनतर्क शजक्त
र्के रूप में उसर्की साख भी मजबत ू हुई| व्यापाररर्क एर्काधधर्कार र्के युद्ध में पहले ब्रब्रहटश इस्ट
इजडडया र्कम्पनी र्को पुतर् ग ाली एवीं डच व्यापाररयों से युद्ध र्करना पड़ा एवीं बाद में फ्ाींसीमसयों
से|
फ्ाांसीससयों का आगमि
पसीवल ग्रीकफथ ने भारत में फ्ाींसीसी र्कम्पनी र्के ववर्कास र्को तीन चरणों में बाींटा है| प्रथम
चरण मख् ु य रूप से शाींनतपणू ग रहा| यह चरण 1715 में समाप्त होता है, इसमें फ्ाींस र्के
मुख्य शत्रु डच थे| दस ू रा चरण 1740 में समाप्त होता है , पुनर्गठन एवीं वाणणजज्यर्क
ववर्कास इस चरण र्की मख् ु य र्नतववधध थी|
1667 में सूरत में अपनी प्रथम फैक्िी स्थावपत र्करने र्के 2 वषग र्के अींदर
ही फ्ाींसीमसयों ने मसुलीपट्टनम ् में भी फैक्िी स्थावपत र्की| 1674 में फ्ाींमसस माहटग न ने
बीजापरु र्के सल् ु तान से पाजडडचेरी प्राप्त कर्कया जो आर्े चलर्कर भारत में उनर्की राजधानी
बनी| डूप्ले र्के फ्ाींसीसी र्वनगर बनने से पहले फ्ाींसीसी र्कम्पनी ने माहे, र्काररर्कल,
र्कामसमबाजार तथा बालासोर में अपनी फैक्िी स्थावपत र्कर ली थी| डूप् ले र्के र्काल में
र्कम्पनी अपने मशखर पर पहुुँच र्ई| डूप्ले ने भारत में र्कम्पनी र्के राजनैनतर्क हस्तिेप र्को
बढ़ावा हदया| अतः जजस समय मुर्ल साम्राज्य अपने पतन र्की ओर बढ़ रहा था तथा
िेत्रीय शजक्तयों र्का उदय हो रहा था, फ्ाींसीमसयों ने भी स्वएीं र्को राजनैनतर्क रूप से स्थावपत
र्करने र्की पूरी र्कोमशश र्की| इस तरह र्का हस्तिेप ननःसींदेह रूप से अींग्रज़ े र्कम्पनी र्को र्वारा
नहीीं था| व्यापाररर्क एर्काधधर्कार र्की अींनतम लड़ाई तीसरे र्कनागटर्क यद् ु ध में समाप्त होती है|
र्कनागटर्क युद्ध र्की चचाग हम अर्ले अध्याय में र्करें र्े| र्कनागटर्क युद्ध र्की सफलता ने
अींग्रेजों र्के मलए भारत में राजनैनतर्क सत्ता स्थावपत र्करने र्का मार्ग प्रशस्त कर्कया|
साराींश