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Hindi S-3 - 69 BPSC Test 3 Explanation
Hindi S-3 - 69 BPSC Test 3 Explanation
EDUTERIA
69th BPSC P.T. Test Series (2023)
TEST-03 SET No.
C
SOLUTION
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11 June
18 June
25 June
02 July
09 July
16 July
23 July
30 July
1 1
1. (B) राजेन्द्र्प्रथम 8. (C) नुसरत्शाह
चोल शासक राजेन्दर प्रथम ने समुरगुप्त के रास्ते का अनुसरण करते 1529 ई. में बंगाल के शासक नुसरत शाह को पराखजत कर के शेर
हुए गंगा घाटी के स्थानीय राजाओं को हराया था। अपनी इसी खॉं (शेरशाह) ने ‘हजरते-आला’ की उपाक्षध ग्रहण की थी। 1539 में
विजय स्मृवत के रूप में राजेन्दर प्रथम ने कािेरी नदी के मुहाने पर नई चौसा का युि जीतने के बाद शेर खॉं ने ‘शेरशाह’ की उपाक्षध ग्रहण
राजधानी ‘गंगईकोंड चोलपुरम’ का वनमाण कराया। की थी।
राणा कु म्भा (1433-1468 ई.) एक महान संगीतकार एिं कु शल मुगल शासक बाबर का मकबरा काबुल में तथा जहॉंगीर का मकबरा
िीणािादक था। उसने संगीतशास्त्र पर संगीत राज, संगीत मीमांसा, शाहदरा (लाहौर) रािी नदी के वकनारे स्थित है। हुमायूँ का मकबरा
संगीत रत्नाकर, सुप्रबंधन आदद ग्रंथ ललखे जो संगीत के क्षेत्र में ददल्ली में है।
16. (B) धशहाबुद्दीन्अहमद्प्रथम औरंगजेब के खखलाि पहला संगठित विरोह आगरा एिं ददल्ली के
द्घशहाबुद्दीन अहमद प्रथम (1422-1446 ई.) ने सिणप्रथम गुलबगा के क्षेत्र में बसे जाटों ने वकया था। शुरूआत में आन्ददोलन का नेतृत्ि
स्थान पर बीदर को अपनी राजधानी बनाई। बहमनी साम्राज्य की गोकु ला नामक मथुरा के जमींदार ने वकया था। आगे चलकर इस
इस निीन राजधानी को मुहम्मदाबाद नाम ददया। विरोह को राजाराम एिं चरामन ने नेतृत्ि प्रदान वकया था। राजाराम
ने क्षसकन्ददरा में स्थित अकबर के मकबरे को लट ललया था और
मकबरे से अकबर की हदियों को वनकाल कर जला ददया था।
17. (C) अमीर्िुसरो
लेिक रचना
24. (A) I, II, III एवं्IV
अमीर खुसरो खाजाइन-उल-िु तह ममतिा –
शेरशाह के भराजस्ि व्यिस्था के संदभण में उपरोक्त सभी कथन सत्य
उल-िु तह, तारीखे अलाई,
है।
तुगलकनामा, वकरान-उल -सादेन,
⚫ शेरशाह की लगान व्यिस्था मुख्य रूप से रैयतिाडी व्यिस्था
आद्घशका
थी, खजसमें वकसानों से प्रत्यक्ष सम्पकण स्थामपत वकया जाता
हसन वनजामी ताजुल माक्षसर
था।
खजया नक्शबी ततीनामा
⚫ शेरशाह ने उत्पादन के आधार पर भमम को तीन श्रेखणयों,
अच्छी, मध्यम और खराब में विभाखजत वकया था ।
18. (B) कृष््णदे व्रार्
⚫ शेरशाह ने भमम माप के ललए ‘क्षसकन्ददरी गज’ (39 अंगुल या
बाबर ने अपनी आत्मकथा ‘तुजुक-ए-बाबरी’ चगताई तुकण
32 इंच) एिं सन की डंडी का प्रयोग वकया।
(Chagatai Turkic) भािा में ललखी थी खजसका िारसी में
1
अनुिाद अब्दल
ु रहीम खान-खाना ने वकया थ। बाबर ने अपनी ⚫ शेरशाह के समय भराजस्ि उत्पादन का भाग कर के रूप
3
आत्मकथा में विजयनगर के तत्कालीन शासक कृ ष्णदेि राय को में िसल वकया जाता था।
समकालीन भारत का सबसे शमिशाली राजा है।
38. (C) उपराष््रपवत् की् उपस्थिवत् में् संसदीर्् कार्षमंत्री् 43. (B) 1्और्2
राज््र्सभा्की्बैठकों्की्अध््र्क्षता्करता्है। उच्चतम न्दयायालय के प्रारंलभक क्षेत्राक्षधकार के अंतगणत कथन (1)
राज्यसभा के संदभण में कथन (c) सत्य नहीं है। राज्यसभा को संसद और (2) शाममल हैं। इसमें कथन (3) शाममल नहीं है, क्योंवक संसद
का उच्च सदन कहते हैं। उप-राष्रपवत राज्यसभा का पदेन सभापवत के वकसी सदन अथिा राज्य विधानमंडल सदस्यों के वनिाचन संबंधी
वििाद उच्च न्दयायालय के प्रारंलभक क्षेत्राक्षधकार के अंतगणत शाममल
होता है। उपराष्रपवत की अनुपस्थिवत में राज्यसभा का उपसभापवत
वकए जाते हैं। सिोच्च न्दयायालय के प्रारंलभक क्षेत्राक्षधकार में भारत
बैिकों की अध्यक्षता करता है। राज्यसभा में गणपवति के ललए सदन
सरकार तथा एक या एक से अक्षधक राज्यों के बीच वििाद और
1
की संख्या के सदस्यों का बैिक में उपस्थित होना अवनिायण है। परस्पर दो राज्यों के बीच वििाद शाममल हैं।
10
राज्यसभा के एक-वतहाई सदस्य प्रत्येक दो ििण पर अिकाश प्राप्त 44. (C) वन
करते हैं। िन, िन्दयजीि संरक्षण, जनसंख्या वनयंत्रण और पररिार वनयोजन
आदद वििय भारत के संविधान के समिती सची में हैं। समिती सची
39. (D) उपर्ुषक््त्में्से्कोई्नहीं में मल-संविधान में कु ल 47 प्रविवियॉं थीं, परंतु ितणमान में इसमें
लोकसभा अपने सदस्यों में से अध्यक्ष एिं उपाध्यक्ष का चुनाि कु ल 52 प्रविवियॉं हैं।
करती है। दोनों लोकसभा के कायणकाल तक जो सामान्दयत: पॉंच 45. (D) उपर्ुषक््त्में्से्एक्से्अधिक
ििण का होता है, के ललए चुने जाते हैं। अध्यक्ष लोकसभा की
के न्दर-राज्य के संदभण में सभी कथन सत्य है। के न्दर-राज्य संबंधों में
अध्यक्षता ि संचालन करता है। लोकसभा अध्यक्ष को पद-सची के राज्यपाल के िै सलों को अक्सर राज्य सरकार के कायों में के न्दर
िरीयता क्रम में राष्रपवत, उपराष्रपवत, प्रधानमंत्री के बाद चौथा सरकार के हस्तक्षेप के रूप में देखा जाता है। जब के न्दर और राज्यों
स्थान प्राप्त है। हमारे यहॉं लोकसभा स्पीकर (अध्यक्ष) को लगभग में अलग दल सत्तारूढ होते हैं, तब राज्यपाल की भममका और
िही शमियॉं प्राप्त है, जो वब्रटेन के ‘हाउस ऑि कॉमन्दस’ के स्पीकर वििादास्पद हो जाती है।
को होती है। के न्दर-राज्य संबंधों से जुड े विियों की पडताल के ललए के न्दर सरकार
द्वारा ििण 1983 में एक आयोग बनाया गया। इस आयोग को
40. (C) ककसी्ववर्र््पर्पक्ष्और्ववपक्ष्के्समान्मत्होने् की् सरकाररया आयोग के नाम से जाना जाता है। इस आयोग ने ििण
स्थिवत्में 1988 में अपनी ररपोटण में यह क्षसिाररश की थी वक राज्यपालों की
वनयुमि अवनिायण तथा वनष्पक्ष होकर की जानी चाठहए।
लोकसभा अध्यक्ष अपने वनणायक मत का प्रयोग तभी करते हैं जब
कभी वकसी वििय पर सदन में पक्ष विपक्ष का मत समान हो जाए। 46. (A) ज््वालामुिी्के्आांतररक्स््थलरूपों्का
इसके अवतररक्त जब कोई सदस्य कायण स्थगन प्रस्ताि रखता है तो ज्िालामुखी लािा के जमाि से वनममित स्थलरूपों में बैथेललथ,
इसे स्िीकार वकया जाए अथिा नहीं इसका वनणणय लोकसभा लोपोललथ, डाइक, िै कोललथ आदद प्रमुख है।
अध्यक्ष ही करता है। ⚫ बैथोललथ – चट्टानों में मैग्मा का गुम्बदनुमा जमाि
⚫ लोपोललथ – अितक ढाल िाला मैग्मा का जमाि
41. (A) सावषजफनक्महत््व्के्फनमित्अत््र्ावश््र्क्मुद्दे् पर्बहस् ⚫ डाइक – लािा का लम्बित् जमाि
करने्हेतु ⚫ िै कोललथ – मोडदार पिणत के रूप में लािा का जमाि
स्थगन प्रस्ताि के द्वारा सदन का सामान्दय काम-काज स्थवगत कर
47. (D) उपर्ुषक््त्में्से्कोई्नहीं
सािणजवनक महत्ि के विशेि मुद्दे पर विचार वकया जाता है। यदद
समुरी्समीर्– ददन के समय स्थल भाग समुर की अपेक्षा जल्दी
कोई वििय इतना आिश्यक है वक विलंब नहीं वकया जा सकता
गमण हो जाते हैं खजससे स्थल भाग में वनम्न िायुदाब क्षेत्र बनता है।
है, तो संसद सदस्यों द्वारा उस वििय पर चचा के ललए स्थगन प्रस्ताि
गमण िायु जब ऊपर उिती है तो समुर की आर तथा िं डी हिा उस
स्िीकृ त वकया जाता है। यह इस बात का संकेत है वक यह प्रस्ताि ररक्त स्थान को भनरे के ललए स्थल की ओर आ जाती है, खजसे
सरकार की नीवतयों के प्रवत सशक्त विरोध के रूप में हो रहा है। यदद समुरी समीर (Sea Breeze) कहते हैं।
स्थगन प्रस्ताि पाररत हो जाता है तो लोकसभा में सरकार के विरूि स््थल्समीर्– रादत्र के समय स्थिवत इसके विपरीत होती है। इस
अविश्िास प्रस्ताि लाया जा सकता है। राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताि समय समुरी भाग में वनम्नदाब क्षेत्र बनता है अत: हिा स्थल से समुर
नहीं लाया जाता है। की आरे चलती है, खजसे स्थल समीर (Land Breeze) कहते हैं।
73. (A) + 6
79. (D) उपर्ुषक््त्में्से्कोई्नहीं
वकसी यौवगक की ऑक्सीकरण संख्या शन्दय होती है और यह उसमें
⚫ सोदडयम बाईकाबोनेट को बेवकिंग सोडा के रूप में जाना
उपस्थित तत्िों की ऑक्सीकरण संख्याओं का घटक के अनुसार
जाता है।
योग होता है।
⚫ सोदडयम काबोनेट को धोिन सोडा के रूप में जाना जाता है।
H2SO4 में S का उपचयनांक
⚫ क्षसरका में एक्षसदटक अम्ल पाया जाता है।
(+1) × 2 + x + (-2) × 4 = 0
2+x–8=0
80. (C) र्ह्1000्गुना्घट्जाती्है।
X=6
pH वकसी विलयन की अम्लयता या क्षारकता की एक माप है। इसे
अत: H2SO4 में S का उपचयनांक = + 6
लघुगणक इकाइयों में व्यक्त वकया जाता है।
यदद वकसी विलयन का pH मान 3 हो तो H+ आयन की
74. (C) कैमसटेराइट
सान्दरता 10–3 मोल/लीटर होगी। इसी प्रकार यदद वकसी विलयन का
मैलेकाइट, ऐजुराइट, क्यप्राइट, कै ल्कोसाइट, कै ल्कोपाइराइट
आदद कॉपर के अयस्क हैं। कै क्षसटेराइट टीन का अयस्क है। pH मान 6 है तो H+ आयन की सांन्दरता 10–6 मोल/लीटर होगी जो
पहली सान्दरता से 1000 गुना कम होगी।
75. (C) कैल्ल्शर्म्सल््िेट हेमीहाइड्रेट
अिण जलयोखजत “कै ल्ल्शयम सल्िे ट” को सामान्दयत: ‘प्लास्टर ऑि 81. (A) (NH4)2SO4
पेररस’ कहा जाता है। यह एक सिे द चणण है। इसका उपयोग शल्य अमोवनयम सल्िे ट का रासायवनक सत्र (NH4)2SO4 होता है।
वक्रया में पदट्टयों के रूप में होता है। इससे मवतियॉं तथा मवतियों के अमोवनयम सल्िे ट एक अकाबणवनक यौवगक है खजसके कई
1 िाखणज्यिक उपयोग है। इसका सबसे आम उपयोग उिणरक के रूप
सांचे भी बनाए जाते हैं। इसका रासायवनक सत्र CaSO4 . H2O
2 में होता है। इसमें 21% नाइरोजन और 24% सल्िर होता है।
(कै ल्ल्शयम सल्िे ट हेमीहाइड्रेट) है।
107. (A) Zone-I थी। पहले चरण में राजगीर, गया तथा बोधगया में लाग होगा तथा
वबहार को कृ मि की दशाओं के आधार पर तीन कृ मि जलिायु क्षेत्रों 7.5 लाख घरों में पानी की आपवति करेगा। दसरे चरण को निादा में
(Zone) में विभाखजत वकया गया है। तीसरे क्षेत्र को दो उपिगों में 2023 से लाग वकया जाएगा।
विभाखजत वकया गया है।
Zone I – उत्तर पर्िम वबहार का क्षेत्र है खजसमें 13 खजले शाममल 114. (C) ्मेघालर्
हैं। यह क्षेत्र गन्दना, धान उत्पादन के ललए प्रक्षसि है। प्राथममक स्वास्थ्य कें रों तक दिाइयां पहुंचने के ललए भारत का
Zone II – उत्तर-पिण वबहार का क्षेत्र है खजसमें 08 खजले शाममल पहला ड्रोन स्टेशन मेघालय में िामपत वकया गया है। यह एद्घशया
है। यह क्षेत्र, जट, धान, चाय, मक्का उत्पादन के ललए का पहला ड्रोन दडलीिरी कें र है। मेघालय सरकार ने इसे 'टेक ईगल'
प्रक्षसि है। नामक स्टाटणअप कं पनी के सहयोग से िामपत वकया है। इसका
Zone III – यह दक्षक्षण वबहार का क्षेत्र है इसमें 17 खजले शाममल उद्देश्य राि के विलभि ठहस्सों में ड्रोन के माध्यम से दिाओं की
है। इसे दो उपिगण Zone III (A) एिं Zone III (B) आपवति करना है।
में विभाखजत वकया गया है।
108. (A) राजगीर
115. (B) बेंगलुरु
ब्रह्मकु रड वबहार का सबसे गमण जलकु रड है। यह राजगीर में स्थित
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बंगलुरू में नादप्रभु कै म्पेगोडा की 108 िीट
है। राजगीर में स्थित अन्दय जलकु रड है- सयणकुरड, नानककु रड,
ऊूँची कांस्य प्रवतमा का अनािरण वकया, खजसे स्टैच्य ऑि
सप्तधारा आदद।
प्रॉस्पेररटी’ नाम ददया गया है।
स्टेच ऑफ़ इिललटी – हैदराबाद (तेलंगाना)
109. (A) औरंगाबाद स्टेच ऑफ़ वबलीि – नाथद्वारा (राजिान)
ओबरा वबहार के औरंगाबाद खजले में स्थित है। यह औरंगाबाद से 15 स्टेच ऑफ़ यवनटी – के िदडया (गुजरात)
वकमी. दर स्थित एक छोटा शहर है जो कालीन उत्पादन के ललए
प्रक्षसि रहा है। 116. (A) व्लाददमीर्जेलेंस्की
टाइम पदत्रका द्वारा 2022 पसणन ऑि द ईयर के रूप में यक्रेन के
110. (D) उपर्ुषक््त्में्से्कोई्नहीं राष्ट्रपवत व्लाददमीर जेलेंस्की को चुना गया। पदत्रका ने कहा वक
वबहार औद्योवगक क्षेत्र विकास प्राक्षधकरण (BIADA) की स्थापना जेलेंस्की ने रूसी आक्रमण का विरोध करने के ललए यक्रेन के लोगों
1974 ई. में की गई थी। इसका उद्देश्य उद्योगों के विकास के ललए
को प्रेररत वकया और सेना के साथ खडे रहे। एलन मस्क को 2021
एक मंच प्रदान करना है खजससे सरकार एिं उद्यममयों के बीच सीधी
पसणन ऑि द ईयर के रूप में चुना गया था।
बातचीत की जा सके ।
डेनमाकण के िाउन्डेशन िॉर एनिायरनमेंट एजुकेशन द्वारा लक्षद्वीप उपयुणि ददए गए तीनों कथन सही है। क्षसतंबर 2023 में G-20
के दो समुरी तटों ममवनकॉय थुंडी तट और कदमत तट को ब्ल फ्लै सम्मेलन का आयोजन नई ददल्ली, भारत में वकया जाएगा। भारत
प्रमाणन प्रदान वकया गया। भारत में अब 12 ब्ल फ्लैग समुर तट ने 1 ददसंबर 2022 से जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण की।
है।
80 × 125
16 × 20 × 20 = मलधन
80 संतरे का विक्रयमल्य = = 100
100 मलधन =6400 रू.
100
1 संतरे का विक्रयमल्य = = 1.25 रू. / संतरे
80