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DAY 1st :-

बहुत समय पहले की बात हैं, एक व्यक्ति था जो बेहद आलसी


और साथ ही साथ गरीब भी था। वह कु छ भी मेहनत नहीं
करना चाहता था। लेकिन अमीर बनने का सपना देखता रहता
था। वह भिक्षा मांगकर अपना गुजारा करता था।एक सुबह उसे
भिक्षा के रूप में दूध से भरा एक घड़ा मिला। वह बहुत
प्रसन्न हुआ और दूध का घड़ा लेकर घर चला गया।उसने दूध
को उबाला, उसमें से कु छ दूध पिया और बचा हुआ दूध, एक
बर्तन में डाल दिया। दूध को दही में बदलने के लिए उसने
बर्तन में थोड़ा सा दही डाला। इसके बाद वह सोने के लिए
लेट गया।वह सोते समय दही के बर्तन के बारे में सोचने
लगा।उसने सोचा; “सुबह तक दूध दही बन जायेगा। मैं दही को
मथकर उससे मक्खन बना लूंगा। फिर मक्खन को गर्म करके
उससे घी बना लूंगा। फिर घी को बाजार में जाकर उसे बेच
दूँगा और कु छ पैसे कमा लूंगा। उस पैसे से मैं एक मुर्गी
खरीदूंगा। मुर्गी अंडे देगी, उन अंडो से बहुत सारे मुर्गे मुर्गी पैदा
होंगे। फिर ये मुर्गियां सैकड़ों अंडे देगी और मेरे पास जल्द ही
एक पोल्ट्री फार्म होगा।” वह कल्पना में डू बा रहा।फिर उसने
सोचा, “मैं सारी मुर्गियां बेच दूंगा और फिर कु छ गाय भैंस
खरीद लूंगा और दूध की डेयरी खोल दूंगा। शहर के सभी लोग
मुझसे दूध खरीदने आएंगे और मैं बहुत जल्दी ही अमीर हो
जाऊं गा। फिर में अमीर परिवार की खूबसूरत लड़की से शादी
कर कर लूंगा। फिर मेरा एक सुंदर सा बेटा होगा। अगर वह
कोई शरारत करेगा तो मुझे बहुत गुस्सा आएगा और उसे
सबक सिखाने के लिए मैं उसे डंडे से ऐसे मारूं गा।” यह सोचने
के दौरान उसने बिस्तर के बगल में पड़ा डंडा उठाया और
मारने का नाटक करने लगा। यही डंडा उसके दूध के बर्तन में
लग गया और दूध का बर्तन टू ट गया, इससे सारा दूध जमीन
पर फै ल गया।बर्तन की आवाज सुनकर उस आदमी की नींद
उड़ गई। फै ला हुआ दूध देखकर उसने अपना सिर पकड़
लिया।

शिक्षा: दोस्तों सपने देखो, लेकिन खाली सपने देखने से कु छ


नहीं होगा। हमें कड़ी मेहनत करनी होगी। कु छ भी जिंदगी में
आसानी से नहीं मिलता हैं। हमारी जिंदगी को बेहतरीन बनाने
के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। क्योंकि कड़ी मेहनत का
कोई विकल्प नहीं है।अगर आप के वल सपने ही देखते रहते हैं
उनको साकार करने के लिए कोई कदम नहीं उठाते हैं, तो ऐसा
करके आप खुद को धोखा दे रहे हैं। इसलिए पहले खुद का
100% दीजिए, फिर सफलता खुद आपके कदम चूमने आएगी।
DAY 2:-

यह कहानी एक नौवजवान की है जो कि गुस्से में घर से


निकल आया था। और बड़बड़ा रहा है। छु पा कर रखते हैं सारे
पैसे? एक मोटर बाइक ही तो मांगी थी मैंने कोई ख़जाना तो
नहीं माग लिया। “ठीक है कोई बात नहीं अगर वो मुझे बाइक
नहीं दिलाना चाहते तो में भी तब तक घर नही जाऊं गा जब
तक कि में नई मोटर बाइक नहीं खरीद लेता!”

लडका यह गुस्से में बड़बड़ाते हुए जा रहा तभी उसके पैरों में
कु छ चुभा। पैरों की तरफ देखा तब उसे रिलाइज्ड हुआ कि वह
हड़बड़ी में एपने बदले एपने पापा के जूते पहन आया। पेरों में
क्या चुभ रहा यह देखने के लिए उसने जूते चेक किए तो
उसने पाया कि जूते में से एक छोटी सी किल उबर आई है
जो बार-बार उसे चुभ कर घाव बवनाने की कोशिश कर रही
है।

गुस्से में वह फिर बड़बड़ाया “मैं ठीक ही सोचता हूँ मेरे पिता
सच में बहुत कं जूस है, देखो कितने पुराने और क्या घटिया
क्वालिटी के के जूते इस्तेमाल करते हैं! पता नहीं सारा पैसा
छाती पर लेकर जाएंगे क्या?”
लड़का अपने गुस्से और ब्बौखलावट में आगे बढ़ता रहा थोड़ी
दूर जाकर एक बगीचे तक पहुंचा वहां पर बेंच पर बैठ गया।
अचानक वहां पर उसे याद आया कि वो अपने साथ अपने
पापा का वॉलेट भी उठा लाया था।

उसने सोचा आज पता चलेगा पापा पैसा कहां छु पा कर रखते


हैं। उसने अपने पापा का वॉलेट अपनी जेब से निकाला जो
बहुत पुराना और फटा हुआ था। यह वही वॉलेट था जो पापा
किसी को छु ने नहीं देते थे।

जब लड़के ने अपने पापा का वॉलेट खोला तो उसमें महज


120rs. थे और अपनी फै मिली की एक फोटो और एक छोटी सी
डायरी थी। डायरी को देखकर लड़के ने सोचा अच्छा तो इसमें छु पा
रखे हैं सारे राज इसी में लिखा होगा किस्से कितने पैसे लेने हैं
किसको कितनो दिए हैं? ब पता चलेगा कि पापा कहां-कहां पैसे
इन्वेस्ट कर रखे हैं? ऐसा सोच के लड़के ने जब उस छोटी सी डायरी
का पहला पन्ना खोला तो उसमें लिखा था

“40000rs बेटे की पढ़ाई के लिए उधार”

लड़का यह देखकर शॉक हो गया! उसने दूसरा पन्ना खोला जिसमें


लिखा था “50,000rs. उधार नए लैपटॉप के लिए”

यह वही लैपटॉप था जो पापा ने 2 साल पहले ही अपने बेटे को दिया


था क्योंकि वह कॉलेज जाने लगा था। लड़के को अब पता चला कि
वह जो भी चीजें पापा से डिमांड करता तो पापा कहां से पैसे
लाते थे ? डायरी के इन दो पन्नों ने ही लड़के का गुस्सा पूरी
तरह शांत कर दिया और उसके मन को पश्चाताप से भर
दिया। लड़का एक एक करके डायरी के पन्ने पलटता रहा और
उसकी आंखों में आंसुओं की धार बहने लगी जो हर पन्ना
पलटने के बाद बढ़ती ही गई! उसे पता चलता गया कि पापा
ने अपनी फै मिली की जरूरतों को पूरा करने के लिए किस
किस से कितना उधार लिया है? पन्ना पलटते पलटते लड़का
पिछले दिन की डेट तक पहुंचा। पिछले दिन की तारीख वाले
पन्ने पर लिखा था "50000 बेटे की बाइक के लिए" इस पन्ने
को पढ़ते ही बेटे को लगने लगा कि वो इस दुनिया का सबसे
खराब बेटा है। लड़के ने जब डायरी का आखरी पन्ना खोला
तो उसमें लिखा था "अच्छे जूते खरीदने हैं।"
DAY:-3
La

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