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Shree Lakshmi Arti
Shree Lakshmi Arti
ओम जय लक्ष्मी माता॥
उमा, िमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता। तुम बबि यज्ञ ि होते, वस्त्त्र ि कोई पाता।
सूय-य चंद्रमा ध्यावत, िािि ऋवि गाता॥ खाि-पाि का वैभव, सब तुमसे आता॥
िभ
ु -गण
ु मंदिि संि
ु ि, क्षीिोिधध-जाता।
िग
ु ाय रुप नििं जिी, सख
ु सम्पवि िाता।
जजस घि में तम
ु िहतीं, सब सद्गण
ु आता।
ओम जय लक्ष्मी माता॥