School Life ?

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FADE IN: घर

सुबह का सीन होता है विवेक सो रहा होता है उसके पिता आते हैं
उससे कं बल खींच के जगाते हैं लेकिन वो नहीं जागता है फिर पानी
डाल देते हैं तो विवेक अचानक से जाग के बैठ जाता है फिर विवेक

विवेक
इतना प्रताड़ित तो जेल में कै दियों को नहीं किया जाता जितना आप मुझे करते हो। एक अच्छे डांसर की तो यहां कोई कदर ही
नहीं है।

पिता (मदनलाल)
मुंह कम चला, आज तेरे टेस्ट को रिजल्ट आनो है, नहा धो के जल्दी स्कू ल जा। """""""
और अगर तू आज टेस्ट में फे ल हुआ ना तो भूल जाइयो मैं तेरा बाप हूं।

** विवेक जंभाई लेता हुआ आराम से नींद से उठता है और फिर फ्रे म ब्लॉक करता है फिर
फ्रे म अनब्लॉक होता है और विवेक तैयार होता है बैग लेता है और चला जाता है। **

** रास्ते में झोला लेके


आता है गाना गाते हुए उल्टा सीधा डांस करते हुए, आगे आके कु छ
बच्चे साइकिल पे जाते हुए पूछते हैं **

बच्चे
हां भाई उस्ताज वाहन कहा है आज।

विवेक
क्यूं तुम्हे मेरे वाहन ते ब्याह करनों है।

बच्चे
अरे ना उस्ताज हम तो पूछ रहे आज उस्ताज पैदल कै से।
विवेक
पंचर है गई है, अब बैठा ले चलो मोए चल चल के हार गयो मैं तो।

** तीनों साइकिल पे बैठ के फनी एक्ट करते हुए चले जाते हैं। **

** स्कू ल में बच्चे खेल रहे होते हैं ये तीनों पहुंचते हैं साइकिल एक साइड में खड़ी करते हैं
तभी प्रेयर की घंटी बजती है सभी लाइन में लग जाते हैं प्रेयर बुलती है राष्ट्रगान होता है तो
लास्ट में पंजों पे खड़े होते हैं फिर प्रेयर के बाद एक झंगाड़ी ट्यूशन टीचर से खड़ा होके **

झंगाड़ी ( कान में धीरे से)


गुरु जी कल ते ट्यूशन शुरू कर दूंगा तुमपे बस आज देख लियों नेक।

टीचर
ठीक है बैठ जा

प्रिंसिपल
कल जो जो बच्चे नहीं आए थे उन्हे खड़ा कर लो।

** टीचर रजिस्टर से देख के **

टीचर 2
किशन, राजू, झंगाड़ी

** प्रिंसिपल किशन, राजू, को एक एक करके तोड़ेगा फिर जैसे ही झंगाड़ी का नंबर


आयेगा तो पूछेगा तभी ट्यूशन टीचर **

ट्यूशन टीचर
अरे सर वो इसकी माता जी की तबियत खराब थी इसकी माता जी ने बताया मुझे, कल ये उनकी देखभाल में था।
प्रिंसिपल
चलो ठीक है,
चलो जाओ सभी अपनी क्लास में बैठो।

** सभी क्लास में आ जाते हैं क्लास में एंट्री करते ही विवेक झंगाडी से **

विवेक
यार छु ट्टी के बजे होगी

झंगाड़ी
अभी तो स्कू ल आए हैं अभी ते छु ट्टी।

विवेक
अरे यार बता तो सही यहां तो टाइम काटिवो जेल ते भी भारी पड़ जावे ।

झंगाड़ी
हां ये तो है पर मोए तो खुद ना पतो के बजे होगी।

विवेक
रुक या मास्टर के चमचा ते पूछू ,
ओय गजोधर छु ट्टी के बजे होगी।

गजोधर
भईया वन थर्टी पे होगी।

झंगाड़ी
अंग्रेज हिंदी में बता दे , हिंदी में बताने में का जोर पड़ रो है।

गजोधर
भईया साढ़े एक बजे होगी।

** विवेक झंगाड़ी अचंभे से एक दूसरे को देखते हैं फिर उंगलियों पे गिनते हैं फिर माथे पे
हाथ मारते हैं, **

साइड एक्टर
हमाओ तो पहाड़ोंऊ घर रहगो।

** तभी राजू पानी बॉटल में लेके क्लास में एंटर होता है **

झंगाड़ी
ओय राजू लाइयो पानी दियो।

** प्रशांत पानी पीता है फिर विवेक ले लेता पूरी क्लास बॉटल ले लेती है और पूरा पानी
पी जाती है राजू बॉटल को उल्टा चेक करके देखता है तो बस एक बूंद बचती है **

राजू
पूरी बॉटल खाली कर दी, मेरी तो किस्मत ही खराब है।

झंगाड़ी
तो शकल कौनसी अच्छी है।

** सब हंसते हैं राजू इरिटेट होके बैठ जाता है, तभी टीचर आ जाता है टीचर के क्लास में
आते ही। **

टीचर
चुप हो जाओ हरामखोरो, क्लास को मछली बाजार बना रखा है, जिसे नहीं पढ़ना वो अभी क्लास छोड़के बाहर चला जाए।

** ये सुनते ही झंगाड़ी और विवेक क्लास से बाहर जाने लगते हैं तभी मास्टर गुस्से में **

टीचर
कहा चल दिए तुम

दोनो
गुरु जी तुमने ही तो कही जिसे नहीं पढ़ना वो बाहर चले जाओ।
** टीचर दोनो को पकड़ लेता है और हाथो से कोहनी से पीटते हुए। **

टीचर
मैं तो रोज होमवर्क की भी कहता हूं वो नहीं कभी किया,
कम बख्त, मजा किया बन रहे हैं।

** फिर टीचर उन्हें पीट के बिठा देता है और खुद चेयर पे बैठता है और बच्चों से कहता है
**

टीचर
चलो एक एक करके अपना होमवर्क चेक कराओ।

** एक एक करके सब चेक कराते हैं फिर झंगाड़ी का नंबर आता है । **

टीचर
झंगाड़ी तेरा होमवर्क कहा है, मुझे पूरा भरोसा है तू करके तो लाया ना होगा।

झंगाड़ी
गुरु जी विद्या रानी की सौगंधे, काम तो कर लो मैंने, पर गुरु जी मेयी किताब घर रेह गई है।

विवेक( झंगाड़ी को हाथ पकड़के दिखाते हुए)


सर जी देखो अंटी मार के कह रो है, झूठ बोल रो है।

झंगाड़ी
तोए तो में गेल में देखुंगों।

टीचर
यहां आ तू, तेरे ये ड्रामे कभी खत्म ना होंगे।
** टीचर डंडा हाथ में लेके पिछवाड़े पे मारने वाला होता है तभी झंगाड़ी आगे की और
झुक जाता है पैरों में गिर जाता है पैर खींचता है।( ये सभी fast motion में चलेगा )

टीचर
तू मानेगा नहीं ड्रामेबाज चल हाथ आगे कर।

** झंगाड़ी हाथ आगे करता है और जैसे ही टीचर मारने वाला होता है तभी झंगाड़ी हाथ
पीछे कर लेता है टीचर का डंडा आके उसी के पैर में लग जाता है टीचर दर्द से चिल्लाता है
**

टीचर
हराम खोर हाथ सीधा कर।

** जोर से डंडा मारता है डंडा लगते ही झंगाड़ी आंख बंद करके एक टांग उठाके हाथ बंद
करके फूं क मारता है और फिर हाथ को kiss करता है फिर डंडा पड़ता है और फिर से
same **

टीचर
चल जाके बैठ नालायक।

** झंगाड़ी बैठ जाता है और टीचर बोलना शुरू करता है **

टीचर
हां तो बच्चो चलो अब कु छ questions पूछ लेते हैं 15 मिनट ही बचे हैं घंटे में
तुम खड़े हो जाओ। ( किसी की और इशारा करके ) चलो ABCD सुनाओ।

स्टूडेंट
A (तभी टीचर अचानक से कहता है)
टीचर
रुको तुम बैठो झंगाड़ी तू बोल।

झंगाड़ी
कहा बोलूं सर जी।

टीचर
ABCD बोल

झंगाड़ी
ABCD ( ये बोल के चुप )

टीचर
और सुना झंगाड़ी

झंगाड़ी
गुरुजी और सब बढ़िया

** ( टीचर गुस्सा बहुत तेज और आके प्रशांत को पकड़ के ) **

टीचर
मजाक चल रहा है यहां, कॉमेडी सर्क स है ये, जोकर दिख रहा हूं मैं।

झंगाड़ी
नहीं सर आप तो ठं ड के मारे लग रहे हैं।

टीचर ( पीटते हुए)


वख्त बर्बाद कर रहा है हराम खोर, तुझे पता नहीं है बख्त कितना कम है, नहीं तुझे पता नहीं है बख्त कितना कम है।

** अलग अलग एंगल से पीटने का सीन, रोमन रॉन्स की तरह, खली की तरह, उछल कर,
कू दकर, बेंच से कू दकर पीटने का Fast Motion **

टीचर
बैठ हरामखोर
** प्रशांत बैठ जाता है फिर टीचर गजोधर से **

टीचर( गजोधर की तरफ इशारा करके )


बताओ सबसे तेज उड़ने वाला पक्षी कौन है।

गजोधर
सर जी Elephant

टीचर
अपने बाप से बोलके अपना ट्यूशन लगवा ले।

गजोधर
सर जी मैं आपसे ही तो ट्यूशन पढ़ता हूं।

टीचर ( हिचकिचाते हुए)


शाबास बेटे , लिखलो बच्चो Elephant

** एक लड़का चुपचाप खा रहा होता है एक सो रहा होता है तभी टीचर पे उसकी बीबी
की कॉल आ जाती है। ( लुलुलू रिंगटोन) **

टीचर
हां शिब्बू की मम्मी............. हां तुम्हारी लिपिस्टिक,फे सवॉश,फे यर एंड लवली सब ले आऊं गा, अभी क्लास में हूं,
ठीक ...... हां ठीक।

** बच्चे तेज आवाज कर रहे होते हैं कागज फाड़ के एक दूसरे में मार रहे होते हैं **

टीचर
साइलेंस, इतना शोर मचा रहे हो,
तुम यहां पढ़ने आते हो या अपने मां बाप का पैसा बर्बाद करने।
पिछली साल वाले बच्चे तुमसे 100 गुना अच्छे थे।
** तभी एक बच्चा तेज हस जाता है **

ऐ क्यों हँस रहे हो, यहां आके हमें भी बता दो जरा ..... हम भी हस लेंगे

** तभी टीचर को झंगाड़ी दिखता है जो सो रहा होता है **

टीचर
ऐ झंगाड़ी, तुम सो क्यूं रहे हो

झंगाड़ी (आंख घिसते हुए)


नहीं गुरु जी, वो तो ग्रेविटी के कारण सिर नीचे को चला गया।

टीचर
अच्छा, चलो अब तुम्हे टेस्ट रिजल्ट बताया जाए।

** टीचर एक एक करके सबकी रिजल्ट देता है और बताता है तुम पास हो गए तुम पास
हो गए फिर नंबर आता है विवेक का **

टीचर
अरे महानुभाव, आप आइए यहां आइए,
ये 275 को अंको में क्या लिखा है आपने दो सौ सेबंटी
और ये सच्चे मित्र पे क्या लिखा है पढ़ के बताओ जरा।

विवेक
सच्चा मित्र वही होता है,

टीचर
तुम फे ल हो लो और अगर पास होना है तो अपना ट्यूशन लगा लो मुझपे, और अच्छी किताबे पढ़ा करो, अच्छी किताबो से
तुम्हे प्रेरणा मिलेगी
** तभी छु ट्टी हो जाती है **

** रास्ते का सीन विवेक और झंगाड़ी गजोधर जाते हैं **

झंगाड़ी
ओए विवेक, यार जि अच्छी किताब कहा मिलेगी।

विवेक
चों तोए कहा काम

झंगाड़ी
यार मोए 12th क्लास की प्रेरणा ते प्यार है और गुरुजी कह तो रहे अच्छी किताब पढ़िवे ते प्रेरणा मिलेगी।

गजोधर
अरे भैया वो उस प्रेरणा की नहीं कह रहे थे वो तो कह रहे थे प्रेरणा इंसिपेरेशन

झंगाड़ी
अरे यार। ( सीन ब्लैक)

** विवेक घर आ जाता है पापा रिजल्ट पूछते हैं तो विवेक **

विवेक
मदनलाल कु छ पूछ मत, यार मैं फे ल हो गया।

मदनलाल
पापा से सीधा मदनलाल

विवेक( पिटते हुए)


पापा आपने ही तो कहा था, अगर फे ल हो गया तो भूल जाइयो में तेरा बाप हूं
** पापा गुस्से में उसे पीट देंगे और कमरे में बंद कर आयेंगे। विवेक को बंद करके जैसे ही
मदनलाल बाहर आके बैठे गा, तभी कु छ लोग रास्ते में भागते हुए जाएंगे तो मदनलाल
बाहर आके किसी से पूछेगा **

मदनलाल
हरी, क्या हुओ भईया कै से भागे जा रहे हो।

हरी
लल्लूलाल को लड़का पेपरन में फे ल है गयो, लल्लूलाल ने पीट पाट के कमरा में बंद कर दियो, तो लड़का ने फांसी लगा ली।

** तुरंत फ्लैशबैक मदनलाल विवेक को पीटने वालाफिर मदनलाल भाग के जाता है गेट
खोलता है और विवेक को गले से लगा लेता है और कहता है। ( स्लो एंसेंट में )

मदनलाल
बेटा मुझे माफ करदे।

विवेक
पापा मुझसे नहीं होती पढ़ाई, मुझे डांसर बनाना है ( थोड़ा रुक के )
मुझे डांसर बनना है, पापा हर बच्चा एक जैसा नहीं होता, सबकी अपनी अपनी क्वालिटीज होती हैं, अगर हाथी खुद को बंदर
जैसा समझे तो क्या वो पेड़ो पर उछल कर चढ़ सकता है, नहीं क्यूंकि , हाथी की अपनी अलग शक्तियां हैं और बंदर
की अलग।

मदनलाल
तुझे जो करना है वो करना बेटा, आज के बाद मैं तुझे नहीं रोकूं गा, लेकिन जो करना अपने इस बाप की इज्जत का ख्याल
रखके करना।

...... समाप्त ......

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