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आज त हम सभी भारत का 73 vaa( TEHATAR VA) गणतंत्र दिवस मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं।
आज का दिन उन देशभक्तों के त्याग, तपस्या,शौर्य और बलिदान की अमर कहानियों को
याद करने का दिन है जिनके कारण हम गणतंत्र स्थापित क r सके है।
शताब्दियों की परतंत्रता के उपरांत हमने 15 अगस्त 1947 ( unison santalis) को
26 जनवरी 1950 को देश आजादी पायी. देश के स्वतंत्र होने के ढाई वर्ष पचात तश्चा के कर्णधारों ने भारत के नवीन सविंधान को लागू किया. तभी से भारत का सर्वोच्च शासक राष्ट्रपति कहलाता है और 26 जनवरी 1950 से ही आज के दिन को हम सभी गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। 26 जनवरी की तिथि का स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में अपना महत्व है। सन 1930 को रावी नदी के तट पर कोंग्रेस के लाहौर अधिवेशन में स्वर्गीय श्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने पूर्ण स्वतंत्रता की घोषणा की। 26 जनवरी 1930 को उन्होंने प्रतिज्ञा की कि “जब तक हम पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त न कर लेंगे तब तक हमारा स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन चलता रहेगा। औऱ इसे प्राप्त करने के लिये हम अपने प्राणों की आहुति दे देंगे। ” इसी कारण 26 जनवरी का दिन ही भारत के गणतंत्र की घोषणा के लिये चुना गया। इसी दिन हम पूर्ण रूप से स्वाधीन हो गए. उस दिन लार्ड माउंटबेटन ( गवर्नर जनरल) के स्थान पर डॉ राजेंद्र प्रसाद हमारे राष्ट्र के प्रथम राष्ट्रपति बने। iske बाद से प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को राष्ट्रीय पर्व के रूप में badi dhoomdham se मनाया जाता है।