Professional Documents
Culture Documents
5307f Mains 365 Updated Study Material Hindi 2023
5307f Mains 365 Updated Study Material Hindi 2023
in
1.8. वसनेमैटोग्राफ (संशोधन) विधेयक, 2023 {Cinematograph (Amendment) Bill, 2023} ................................. 21
2. अंतिाटष्ट्रीय संिध
ं (International Relations) ............................................................................................. 24
2.8. संयुक्त िाष्ट्र शैवक्षक, िैज्ञावनक औि सांस्कृ वतक संगठन (United Nations Educational, Scientific And Cultural
Organization: UNESCO) ........................................................................................................................ 36
2.9. काला सागि अनाज समझौता (Black Sea Grain Deal) ............................................................................ 38
3.1. िाजकोषीय नीवत औि मौद्रिक नीवत (Fiscal Policy and Monetary Policy) ................................................ 40
3.1.1. पूंजीगत व्यय (Capital Expenditure) .............................................................................................. 40
3.1.2. िाज्यों का पूज
ं ीगत व्यय (State’s Capital Expenditure) .................................................................... 41
3.1.3. जन विर्श्ास (प्रािधानों का संशोधन) विधेयक, 2023 {Jan Vishwas (Amendment of Provisions) Bill,
2023} .................................................................................................................................................. 42
3.1.4. िस्तु एिं सेिा कि (Goods and Services Tax: GST) ...................................................................... 44
3.1.4.1. ऑनलाइन गेममंग (Online Gaming) ......................................................................................... 45
3.1.4.2. जी.एस.टी. अपीलीय अवधकिण (GST Appellate Tribunal: GSTAT) ........................................... 46
3.1.5. मौद्रिक नीवत (Monetary Policy) .................................................................................................... 47
2
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI
www.visionias.in
3.8.2. खान औि खवनज (विकास औि विवनयमन) संशोधन विधेयक, 2023 {The Mines and Minerals
(Development and Regulation) Amendment Bill, 2023} .................................................................... 75
3.8.3. विद्युत क्षेत्रक (Power Sector) ........................................................................................................ 76
3.8.3.1. वमशन ऑन एडिांस्ड एंड िाई-इम्पैक्ट रिसचट (Mission on Advanced and High-Impact Research:
MAHIR) ........................................................................................................................................... 76
3.8.3.2. िाष्ट्रीय विद्युत योजना (National Electricity Plan: NEP) ............................................................ 77
3.8.4. गैस-आधारित अथटव्यिस्था (Gas based Economy) .......................................................................... 79
4.1. वडवजटल व्यवक्तगत डेटा संिक्षण विधेयक, 2023 (Digital Personal Data Protection Bill, 2023) ................... 85
5.2. ग्लेवशयल लेक आउटिस्टट फ्लड (Glacial Lakes Outburst Floods: GLOFs) ............................................... 93
5.2.1. भाितीय मानसून पि जलिायु परिितटन का प्रभाि (Impact of Climate Change on Indian Monsoon) .... 94
5.5. निीकिणीय ऊजाट औि िैकवल्पक ऊजाट संसाधन (Renewable Energy and Alternative Energy Resources) . 98
5.5.1. एनजी ट्रांवजशन (Energy Transition) ............................................................................................. 98
3
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
5.6.3. पौधा द्रकस्म औि कृ षक अवधकाि संिक्षण {Protection of Plant Varieties and Farmers' Rights (PPVFR)}
.......................................................................................................................................................... 103
5.6.4. िाष्ट्रीय क्षेत्रावधकाि से पिे क्षेत्रों की जैि विविधता पि संवध (खुले समुि पि संयुक्त िाष्ट्र की संवध) {Biodiversity of
Areas Beyond National Jurisdiction Treaty (United Nation High Seas Treaty)} .............................. 105
6.4. सामावजक न्याय औि गरिमापूणट कायट (Social Justice and Decent Work) ............................................... 119
6.5. उच्च नेट-िथट िाले व्यवक्तयों (HNWIs) का पलायन {(High Net Worth Individuals: HNWIs) Migration} ....... 120
6.6. भाितीय अथटव्यिस्था में मध्यम िगट (Middle Class in Indian Economy).................................................. 121
7.1. अंतरिक्ष क्षेत्र में जागरूकता (Awareness in the Field of Space) ............................................................ 125
7.1.1. चंियान-3 (Chandrayaan-3) ...................................................................................................... 125
7.1.2. गगनयान (Gaganyaan) ............................................................................................................. 127
7.1.3. आउटि स्पेस गिनेंस (Outer Space Governance) ........................................................................ 128
7.1.4. ब्लैक िोल्स (Black Holes)........................................................................................................... 129
4
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI
www.visionias.in
परिवशि I: SDG-NIF प्रोग्रेस रिपोटट 2023 के मुख्य मिंदु (Key Findings of the SDG NIF Progress Report 2023) ...... 143
परिवशि II: प्रवसद्ध भाितीय िैज्ञावनक औि उनके खोज (Famous Indian Scientists and Their Inventions)................. 145
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
5
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
• इससे संिवं धत प्रािधान भाित के संविधान में द्रदए गए िैं: िाज्य की नीवत के वनदेशक तत्िों (DPSPs) के तित अनुच्छे द 44 में
UCC का प्रािधान द्रकया गया िै।
• पंथवनिपेक्षता को िढ़ािा वमलता िै: UCC के लागू िोने से पंथवनिपेक्ष िाष्ट्र के वसद्धांतों को िनाए िखा जा सके गा। यिां पंथवनिपेक्ष
िाष्ट्र से तात्पयट एक ऐसे िाष्ट्र से िै, जिां धार्मटक मान्यताएं नागरिक मामलों पि लागू निीं िोती िैं।
• िाष्ट्रीय एकता औि एकीकिण को िढ़ािा वमलता िै: UCC वनम्नवलवखत तिीके से िाष्ट्रीय एकता को िढ़ािा देगी:
o धार्मटक औि सामुदावयक विभाजनों को समाप्त किके ,
o समान नागरिकता को िढ़ािा देकि औि
o अवधक एकीकृ त कानूनी प्रणाली वनर्मटत किके ।
• लैंवगक न्याय को िढ़ािा वमलेगा: UCC को लागू किके कु छ धार्मटक िैयवक्तक (पसटनल) कानूनों में व्याप्त लैंवगक रूप से भेदभािपूणट
प्रथाओं को समाप्त द्रकया जा सके गा। इससे लैंवगक समानता औि मविलाओं के अवधकािों को िढ़ािा वमलेगा।
o संयुक्त िाष्ट्र मानिावधकाि सवमवत
(UNHRC)4 ने भाित से UCC लागू
किने की मांग की िै। इससे भाित को
समानता औि गैि-भेदभाि के वसद्धांतों
के प्रवत अपनी प्रवतिद्धता को पूिा किने
में मदद वमलेगी।
• कानूनों का सिलीकिण संभि िो पाएगा:
UCC वििाि, तलाक, वििासत,
उत्तिावधकाि आद्रद से संिंवधत जरटल कानूनों
को सिल िनाएगा।
o उदाििण के वलए- तलाक की मांग किने
िाले लोगों को अपनी धार्मटक पृष्ठभूवम
• विविधता के विरुद्ध: UCC को लागू किने से देश के विविध समुदायों की सांस्कृ वतक एिं धार्मटक पिचान कमजोि िो सकती िै।
इससे धार्मटक स्ितंत्रता का उल्लंघन िो सकता िै। ध्यातव्य िै द्रक धार्मटक स्ितंत्रता से जुड़े प्रािधान संविधान के अनुच्छेद 25 में
उवल्लवखत िैं।
o UCC लागू किने से अल्पसंख्यक समूिों को प्राप्त सुिक्षा एिं विशेषावधकाि कम िो सकते िैं तथा उनकी सांस्कृ वतक स्िायत्तता
नि िो सकती िै।
• आम सिमवत का अभाि: प्रत्येक समुदाय की कु छ ऐसी विवशि पिं पिाएं, िीवत-रििाज औि धार्मटक कानून िोते िैं, वजन्िें िे संिवक्षत
किना चािते िैं। इसवलए, सभी समुदायों की सिमवत ि समझौते के विना UCC लागू किने से सामावजक अशांवत पैदा िो सकती
िै।
• संघीय संिचना: कई विशेषज्ञों के अनुसाि UCC, िाज्यों की विधायी क्षमता का अवतक्रमण कि सकता िै। इस अवतक्रमण के कािण,
UCC के प्रितटन से सिकािी संघिाद के वसद्धांतों का उल्लंघन िो सकता िै।
o यि तकट द्रदया जाता िै द्रक िाज्य अपनी जनता की जरूितों के अनुरूप िैयवक्तक कानूनों का आकलन किने औि कानून िनाने के
वलए िेिति वस्थवत में िैं। ऐसा इसवलए, क्योंद्रक िाज्य जमीनी स्ति की िास्तविकताओं से वनकटता से जुड़े िोते िैं।
आगे की िाि
• आम सिमवत: UCC के संदभट में सिकाि को धार्मटक नेताओं एिं सामुदावयक प्रवतवनवधयों सवित सभी वितधािकों के साथ तकट पूणट
िाताट किनी चाविए।
• मजिूत िाजनीवतक इच्छाशवक्त: सिकाि को यि सुवनवित किना चाविए द्रक UCC को िाजनीवतक लाभ के एक साधन के रूप में
लागू निीं द्रकया जाए। साथ िी, यि भी सुवनवित किना चाविए द्रक इसका कायाटन्ियन गैि-पक्षपातपूणट औि समािेशी तिीके से
द्रकया जाए।
• जागरूकता: यि अत्यािश्यक िै द्रक आम जनता UCC के प्रितटन िेतु द्रदए गए तकों औि उससे वमलने िाले लाभों को समझे। इसके
वलए जरूिी िै द्रक सिकाि, नागरिक समाज औि मीवडया वमलकि इस द्रदशा में प्रयास किें ।
• भेद-भाि को समाप्त किना: यि आिश्यक िै द्रक UCC को लागू किने से पिले मौजूदा िैयवक्तक कानूनों की गिन समीक्षा की जाए।
इससे UCC की न्याय, समानता औि गैि-भेदभाि के वसद्धांतों के साथ अनुरूपता सुवनवित िो सके गी।
• चिणिद्ध दृविकोण अपनाना: UCC के लक्ष्य को आदशट रूप से अलग-अलग चिणों में पूिा द्रकया जाना चाविए, जैसे द्रक वििाि की
आयु से संिंवधत िावलया संशोधन। इससे धार्मटक व्यिस्था के भीति आंतरिक सुधाि औि िदलाि का मागट भी प्रशस्त िो सकता िै।
o कु छ भाितीय कानून पिले से िी अवधकांश वसविल मामलों में एक समान संविता का पालन किते िैं। इन कानूनों में भाितीय
संविदा अवधवनयम, वसविल प्रद्रक्रया संविता, भागीदािी अवधवनयम, साक्ष्य अवधवनयम आद्रद शावमल िैं।
• सभी िैयवक्तक कानूनों का संविताकिण: कानूनों को संवितािद्ध किके कु छ सािटभौवमक वसद्धांत स्थावपत द्रकए जा सकते िैं। इससे
एक अनम्य UCC को कठोितापूिटक लागू किने की िजाय वनष्पक्षता को िढ़ािा वमलेगा। इसके विपिीत, अनम्य UCC का प्रितटन
लोगों के कानूनी सिायता लेने के मागट को िावधत किे गा। ऐसा किने से वििाि औि तलाक के मामलों को न्यायेति तिीकों से
सुलझाया जा सकता िै।
िाल िी में, विवध औि न्याय मंत्रालय ने िाज्य सभा को सूवचत द्रकया िै द्रक देश की अलग-अलग अदालतों में 5.02 किोड़ से अवधक
मामले लंवित िैं।
9
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
• अन्य मुद्दे: इस संदभट में अन्य मुद्दे भी विद्यमान िैं, वजनके कािण न्याय वमलने में देिी िोती िै। उदाििण के वलए, न्यायालय की
अिमानना के वलए दंवडत किने की शवक्त का दुरुपयोग, अनुवचत अदालती व्यििाि आद्रद।
आगे की िाि
• न्यायाधीशों की वनयुवक्त: कॉलेवजयम को न्यायाधीशों के चयन में पयाटप्त िक्षोपायों औि पािदर्शटता को अपनाना चाविए। इससे
उच्चति न्यायालयों में अवधक क्षमतािान औि सत्यवनष्ठ न्यायाधीशों की वनयुवक्त की जा सकती िै।
o न्यायपावलका में उच्च मानक को िनाए िखने के वलए अवखल भाितीय न्यावयक सेिा पिीक्षा को अपनाया जा सकता िै।
o संविधान के अनुच्छे द 224A औि 128 का प्रयोग किके तदथट न्यायाधीशों को वनयुवक्त द्रकया जा सकता िै।
• दीिानी मामलों के वलए िैकवल्पक वििाद समाधान (ADRs) तंत्रों को िढ़ािा द्रदया जाना चाविए। इससे अदालतों पि कायट िोझ
को कम किने औि लीगल प्रैवक्टस को सुविधाजनक िनाने में मदद वमल सकती िै। अलग-अलग ADRs में शावमल िैं-
o लोक अदालत (Lok Adalat),
o वििाचन (Arbitration),
o मध्यस्थता (Mediation),
o सुलि (Conciliation) आद्रद।
• िुवनयादी ढांचे को मजिूत किना: सिकाि द्वािा न्यायालय के िुवनयादी ढांचे के विकास एिं उन्नयन, न्यावयक कमटचारियों के
प्रवशक्षण आद्रद के वलए पयाटप्त धन उपलब्ध किाया जाना चाविए।
• समय-सीमा वनधाटरित किना: द्रकसी मामले की सुनिाई औि उस पि वनणटय देने के वलए एक समय-सीमा वनधाटरित की जानी
चाविए।
• प्रद्रक्रया ज्ञापन (Memorandum of procedure: MoP), 2016: इसके तित वनम्नवलवखत उद्देश्यों के वलए सुधाि किने की आिश्यकता पि
चचाट जािी िै:
o न्यावयक वनयुवक्तयों में पािदर्शटता लाना, औि
o िाई कोटट के न्यायाधीशों के रिकॉर्डसट को िनाए िखने िेतु सुप्रीम कोटट में एक स्थायी सवचिालय स्थावपत किना।
• प्रोजेक्ट सियोग (Sahyog): इसे लंवित मामलों को कम किने के वलए शुरू द्रकया गया िै।
• कानूनी सूचना प्रिंधन औि ब्रीकफं ग वसस्टम (Legal Information Management and Briefing System: LIMBS): यि िेि-आधारित एक
एवप्लके शन िै। इसे कें ि सिकाि से जुड़े मामलों की अवधक प्रभािी औि पािदशी रूप से वनगिानी किने के वलए आिं भ द्रकया गया िै।
• मध्यस्थता (Mediation) विधेयक, 2023: यि पक्षकािों के वलए मुकदमे से पूिट मध्यस्थता का प्रािधान किता िै।
• ई-न्यायालय (e-Courts): प्रौद्योवगकी का उपयोग किके न्याय तक पहुंच में सुधाि के वलए ई-न्यायालयों की स्थापना की गई िै।
• िाष्ट्रीय मुकदमा नीवत (National Litigation Policy: NLP): िाष्ट्रीय मुकदमा नीवत (NLP) में संशोधन किने पि विचाि द्रकया जा ििा िै।
इसका उद्देश्य मुकदमेिाजी को िोकने, वनयंवत्रत किने औि कम किने के वलए द्रदशा-वनदेश वनधाटरित किना िै।
• वििादों के समाधान के वलए प्रशासवनक तंत्र (Administrative Mechanism for Resolution of Disputes: AMRD): अंति-मंत्रालयी/
विभागीय वििादों को सुलझाने के वलए AMRD का वनमाटण द्रकया गया िै।
• फास्ट ट्रैक कोटट (FTCs): ये त्िरित न्याय प्रदान किने के उद्देश्य से गरठत समर्पटत अदालतें िैं।
11
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
• अपिाधीकिण के खतिे से वनपटने के वलए चुनाि आयोग के पास सीवमत शवक्तयां िैं। उदाििण के वलए- इसके पास लोगों के एक
संघ को िाजनीवतक दल के रूप में पंजीकृ त किने की शवक्त िै, लेद्रकन यि द्रकसी िाजनीवतक दल का पंजीकिण िद्द निीं कि सकता
िै।
• धन औि िाहुिल: आपिावधक तत्िों के पास अक्सि पयाटप्त वित्तीय संसाधनों ि िाहुिल तक पहुंच िोती िै , वजसका िे िाजनीवतक
अपिाधीकिण के परिणाम
• कानून तोड़ने िाले का कानून िनाने िाले के रूप में चुना जाना संसद की शुवचता को भंग किता िै।
• जनता के विर्श्ास औि िाजनीवतक तंत्र की विर्श्सनीयता की िावन िोती िै।
• इसका समाज पि नकािात्मक प्रभाि पड़ता िै, क्योंद्रक यि अपिाध औि मिंसा की संस्कृ वत को िढ़ािा देता िै।
• यि स्ितंत्र औि वनष्पक्ष वनिाटचन के वसद्धांत के वखलाफ िै, क्योंद्रक यि एक उपयुक्त उम्मीदिाि का चुनाि किने के वलए मतदाताओं
की पसंद को सीवमत किता िै।
• कानून के शासन को कमजोि किता िै, क्योंद्रक आपिावधक पृष्ठभूवम िाले िाजनेता भ्रिाचाि औि मिंसा सवित अिैध गवतविवधयों में
वलप्त िो सकते िैं।
• गंभीि आिोपों का सामना कि ििे व्यवक्त को चुनाि लड़ने से अयोग्य घोवषत किना: चुनाि आयोग ने वसफारिश की िै द्रक यद्रद
द्रकसी न्यायालय ने गंभीि अपिाध के आिोपी के वखलाफ दांवडक आिोप तय द्रकए िैं (वजसके वलए कम-से-कम पांच िषट की सजा का
प्रािधान िै) तो इसे आिोपी को चुनाि लड़ने से अयोग्य ठििाने के वलए एक उवचत आधाि माना जाना चाविए।
o इसके अलािा, सुप्रीम कोटट ने सुझाि द्रदया िै द्रक संसद को एक ऐसा कानून िनाना चाविए, जो िाजनीवतक दलों के वलए
िलात्काि, ित्या औि अपििण जैसे “जघन्य ि गंभीि” अपिाधों के आिोपी नेताओं को िटाना अवनिायट िना दे।
• चुनािों का िाज्य वित्त-पोषण: इसका अथट िै द्रक सिकाि िाजनीवतक दलों को नकद या द्रकसी अन्य प्रकाि से चुनाि लड़ने के वलए
वित्तीय सिायता प्रदान किे । इससे सािटजवनक तंत्र में िेविसाि धन के प्रिाि, आपिावधक प्रभाि औि भ्रिाचाि पि अंकुश लगेगा।
• लोक प्रवतवनवधत्ि अवधवनयम, 1951 में संशोधन: गलत िलफनामा दायि किना अवधवनयम के तित 'भ्रि आचिण' के रूप में िर्णटत
िोना चाविए औि यि अयोग्यता का आधाि िोना चाविए।
• आपिावधक पृष्ठभूवम िाले िाजनेताओं से जुड़े मामलों की सुनिाई में तेजी लाने के वलए फास्ट-ट्रैक अदालतों की स्थापना किनी
चाविए।
• स्िच्छ शासन के मित्त्ि, आपिावधक पृष्ठभूवम िाले उम्मीदिािों को िोट देने के दुष्प्रभाि आद्रद के िािे में लोक जागरूकता िढ़ानी
चाविए औि नागरिकों को वशवक्षत किना चाविए। यि उन्िें चुनाि के दौिान सूवचत वनणटय लेने के वलए सशक्त िना सकता िै।
• मीवडया को सद्रक्रय रूप से िाजनेताओं की आपिावधक पृष्ठभूवम औि गवतविवधयों की जांच किनी चाविए तथा इसकी रिपोटट किनी
चाविए। साथ िी, लोक जागरूकता पैदा किनी चाविए औि व्यवक्तयों को जिािदेि ठििाना चाविए।
13
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
1.4.1. वशकायत वनिािण आकलन औि सू च कां क (Grievance Redressal Assessment and Index:
GRAI)
िाल िी में कें िीय कार्मटक, लोक वशकायत औि पेंशन िाज्य मंत्री ने 2022 के वलए वशकायत वनिािण आकलन औि सूचकांक (GRAI)
की शुरुआत की िै।
• GRAI, 2022 की अिधािणा औि स्िरूप का विकास प्रशासवनक सुधाि औि लोक वशकायत विभाग (DARPG) ने द्रकया िै।
DARPG कें िीय कार्मटक, लोक वशकायत औि पेंशन मंत्रालय के अधीन कायट किता िै।
o इस सूचकांक की रिपोटट कें िीकृ त लोक वशकायत वनिािण औि प्रिंधन प्रणाली (CPGRAMS) से संिवं धत 10-चिणीय
सुधािों का विस्सा िै। इन सुधािों को DARPG द्वािा अपनाया गया था। इनका उद्देश्य लोक वशकायतों के वनपटान की
गुणित्ता में सुधाि लाना औि वशकायतों का वनपटान किने में लगने िाले समय को कम किना था।
• सूचकांक का उद्देश्य: इस सूचकांक का उद्देश्य संगठन-िाि तुलनात्मक वस्थवत प्रस्तुत किना िै। साथ िी, वशकायत वनिािण तंत्र
(GRM) के गुणों औि कवमयों के िािे में जानकािी प्रदान किना िै।
• सूचकांक का वनमाटण 4 अलग-अलग आयामों के 12 संकेतकों के आधाि पि द्रकया गया िै। इन आयामों में दक्षता (Efficiency),
फीडिैक, कायट क्षेत्र (Domain) औि संगठनात्मक प्रवतिद्धता (Organisational Commitment) शावमल िैं।
• वद्वतीय प्रशासवनक सुधाि आयोग (ARC) की रिपोटट के अनुसाि, GRM प्रशासन को नागरिक कें द्रित िनाने के वलए प्रयोग द्रकए
जाने िाले मित्िपूणट तंत्रों में से एक िै।
• GRM वसद्धांत: वशकायत वनिािण प्रणाली का मूल वसद्धांत यि िै द्रक नागरिकों को वनम्नवलवखत वस्थवतयों में वशकायत वनिािण
िेतु तंत्र की
सिायता लेने में
सक्षम िोना
चाविए-
o िादे के
अनुसाि
सेिा
वितिण
निीं द्रकया
जाता िै अथिा
o द्रकसी नागरिक के अवधकाि का सम्मान निीं द्रकया जाता िै।
• लाभ: इससे सेिा की गुणित्ता, पािदर्शटता औि सेिा वितिण में सुधाि संिंधी फीडिैक प्राप्त िोगा।
• लोक वशकायतों का वनिािण किने िाली 2 नोडल एजेंवसयां वनम्नवलवखत िैं-
o प्रशासवनक सुधाि औि लोक वशकायत विभाग (DARPG), तथा
o मंवत्रमंडल सवचिालय के अधीन लोक वशकायत वनदेशालय।
• नागरिकों में अपने अवधकािों औि कतटव्यों के िािे में जागरूकता की कमी िै।
• न्यायपावलका पि अत्यवधक िोझ: यि प्रणाली संतोषजनक ढंग से कायट निीं किती िै। इसवलए, वशकायतों का वनपटान निीं िोने के
कािण छोटे-छोटे मुद्दों पि अदालतों में यावचकाएं दायि की जा ििी िैं।
• एकरूपता का अभाि: वशकायतों का वनपटान किने की रूपिे खा, प्रद्रक्रया औि क्षमता के संिंध में मंत्रालयों ि अन्य संगठनों के िीच
व्यापक वभन्नताएं मौजूद िैं।
• कोई िैधावनक समथटन निीं: कई विभागों में GRM को RTI की तिि अवनिायट निीं माना जाता िै।
• संसाधनों औि कमटचारियों की कमी।
• CPGRAMS सुविधाप्रदाता के रूप में व्यििाि निीं कि ििा िै: कई मामलों में वशकायतकताट को िाज्य सिकाि से संपकट किने के
वलए किते हुए वशकायत को वनस्तारित घोवषत कि द्रदया गया। जिद्रक, CPGRAMS द्वािा मामले को संिंवधत िाज्य सिकाि को
निीं भेजा गया।
• प्रणालीगत समस्याएं: इनमें वनम्नवलवखत शावमल िैं-
o प्रशासन में द्रढलाई,
o अंतर्नटवित जड़ता,
o प्रोत्सािन का अभाि,
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
• वशकायत के संभावित क्षेत्रों की पिचान: ऐसे क्षेत्रों की पिचान की जानी चाविए, जो भ्रिाचाि औि/या वशकायतों के प्रवत अवधक
संिेदनशील िैं। साथ िी, ऐसे क्षेत्रों के कायों को वनयवमत रूप से ऑवडट द्रकया जाना चाविए।
• नागरिकों में जागरूकता: नागरिकों के िीच उनके अवधकािों औि कतटव्यों के िािे में िाष्ट्रीय, क्षेत्रीय औि स्थानीय मीवडया के साथ-
साथ इलेक्ट्रॉवनक मीवडया के माध्यम से व्यापक प्रचाि द्रकया जाना चाविए।
• वसविल सेिकों के व्यििाि में परिितटन: यि परिितटन अच्छे कायट के वलए पुिस्कृ त किने, प्रभािी सुझाि प्रदान किने औि
जानिूझकि की गई लापििािी के वलए दंवडत किने के माध्यम से लाया जा सकता िै।
• वद्वतीय ARC की वसफारिशें:
o RTI अवधवनयम के तित लोक सूचना अवधकारियों की तजट पि लोक वशकायत अवधकारियों की वनयुवक्त की जानी चाविए।
o इन अवधकारियों द्वािा प्राप्त वशकायत संिंधी सभी यावचकाओं का 30 द्रदनों के भीति संतोषजनक ढंग से वनपटािा द्रकया जाना
चाविए।
o समय सीमा का पालन न किने पि आर्थटक दंड लगाया जाना चाविए।
• कार्मटक, लोक वशकायत, कानून औि न्याय से संिवं धत संसदीय स्थायी सवमवत के सुझाि (2021):
o CPGRAMS द्वािा एक सुविधाप्रदाता की भूवमका वनभाई जानी चाविए। साथ िी, यि भी ध्यान िखना चाविए द्रक इससे
15
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
िाल िी में, कें ि सिकाि ने लेटिल एंट्री (पार्श्ट प्रिेश) मोड के माध्यम से अनेक िरिष्ठ अवधकारियों की वनयुवक्त किने का वनणटय वलया िै।
• कार्मटक एिं प्रवशक्षण विभाग (DoPT) ने UPSC से छि विभागों में जॉइं ट सेक्रेटिी, डायिे क्टि औि वडप्टी सेक्रेटिी के स्ति पि
अनुिंध के आधाि पि िरिष्ठ अवधकारियों की भती किने को किा िै।
• लेटिल एंट्री के माध्यम से वनयुवक्त की प्रद्रक्रया 2018 में शुरू हुई थी। अि चौथी लेटिल एंट्री की शुरुआत िो ििी िै। आमतौि पि
जॉइंट सेक्रेटिी, डायिे क्टि औि वडप्टी सेक्रेटिी के पदों पि अवखल भाितीय तथा समूि A सेिाओं के अवधकािी िोते िैं।
आगे की िाि
• भती प्रद्रक्रया में पािदर्शटता सुवनवित किनी चाविए। इससे लेटिल एंट्री िाले अवधकारियों को द्रकसी भी प्रकाि के िाजनीवतक या
व्यािसावयक संिक्षण से िचाया जा सके गा।
• लेटिल एंट्री िाले अवधकारियों के कायटकाल को िढ़ाया जाना चाविए: इससे उन्िें काम के वलए अपने दृविकोण औि ब्लूमप्रंट को
व्यिवस्थत किने, सीखने तथा कायाटवन्ित किने के वलए पयाटप्त समय वमलेगा।
17
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
• वनजी क्षेत्रक में प्रवतवनयुवक्त: एक संसदीय पैनल ने डोमेन विशेषज्ञता औि प्रवतस्पधाट लाने के वलए वनजी क्षेत्रक में आई.ए.एस ि
आई.पी.एस अवधकारियों की प्रवतवनयुवक्त किने की वसफारिश की िै।
• गैि-प्रदशटन कताटओं को िािि किना: एक उच्च-स्तिीय िोडट द्वािा प्रत्येक अवधकािी के कायट, आचिण औि ईमानदािी की पंचिार्षटक
समीक्षा की जानी चाविए। इस िोडट में सेिावनिृत्त अवधकारियों के साथ-साथ मुख्य सवचि/ कै विनेट सवचि भी शावमल िोने
चाविए।
o यद्रद 15 िषों के अंत में, तीन पंचिार्षटक समीक्षाएं आिश्यक योग्यता की कमी का संकेत देती िैं, तो अवधकािी को आनुपावतक
पेंशन के साथ वसस्टम से िािि वनकलने का अिसि देना िेिति िोगा।
िाल िी में, सुप्रीम कोटट ने प्रितटन वनदेशालय के वनदेशक6 के कायटकाल में द्रकए गए विस्ताि (तीसिे सेिा विस्ताि) को अिैध घोवषत कि
द्रदया िै।
अन्य संिवं धत त्य
• इसके साथ िी सुप्रीम कोटट ने अपने फै सले
में वनम्नवलवखत संशोधनों को भी ििकिाि
िखा िै:
o कें िीय सतकट ता आयोग (संशोधन)
अवधवनयम, 2021;
ED की शवक्तयां
• परिसंपवत्तयों को जब्त किने की शवक्त: ED द्रकसी भी व्यवक्त की “परिसंपवत्तयों की तलाशी ले सकता िै औि उन्िें जब्त” कि सकता
िै। ED यि कािट िाई उपलब्ध सूचनाओं औि “संदेि किने के वलवखत कािणों” के आधाि पि किता िै।
• सम्मन जािी किने की शवक्त: FEMA8 के तित, ED को द्रकसी भी ऐसे व्यवक्त/ संस्था के वखलाफ जांच किने का अवधकाि िै, वजस
पि FEMA के प्रािधानों या उसके तित िनाए गए वनयमों औि विवनयमों के उल्लंघन का आिोप िै।
o इसके अवतरिक्त ED को अन्िेषण, वनिीक्षण, साक्ष्य जुटाने, सम्मन जािी किने, जांच किने, आदेश (Commissions) जािी
किने आद्रद के संिंध में एक वसविल न्यायालय के समान शवक्त प्राप्त िै।
• वगिफ्ताि किने की शवक्त: ED, धन शोधन वनिािण अवधवनयम (PMLA)9, 2002 औि FEMA, 1999 के उल्लंघन की जांच किने
के वलए एक नोडल एजेंसी िै। यि इन मामलों में पुवलस द्वािा औपचारिक FIR दजट द्रकए विना िी जांच एिं वगिफ्तािी कि सकता
िै।
• रिकॉडट द्रकए गए साक्ष्यों की स्िीकायटता (Record Admissibility): िषट 2022 में, सुप्रीम कोटट ने यि फै सला द्रदया था द्रक ED
अवधकारियों द्वािा दजट द्रकए गए ियानों को न्यायालय में साक्ष्य के रूप में स्िीकाि द्रकया जा सकता िै। चूंद्रक, ED अवधकािी,
पुवलस अवधकािी निीं िैं इसवलए उन्िें आत्म-दोषािोपण के आधाि पि चुनौती निीं दी जा सकती िै।
• जुमाटन,े अथटदंड औि अथटदड
ं की िकाया िावश (Penalties and Arrears) की िसूली: प्रितटन वनदेशालय, FEMA के तित
संिंवधत व्यवक्त से जुमाटने, अथटदंड औि अथटदंड की िकाया िावश की िसूली के वलए आिश्यक कदम उठा सकता िै।
ED से संिवं धत मुद्दे
• आिोपी के दोषवसद्ध िोने की वनम्न दि: िषट 2014-2022 तक, ED द्वािा की गई वगिफ़्तािी या जांच में आिोपी के दोषवसद्ध किाि
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
• क्षमता िढ़ाना: ितटमान समय में, ED के कायटिल में िृवद्ध किने औि उन्िें आधुवनक तकनीक से संिंवधत उवचत प्रवशक्षण देने की
आिश्यकता िै। इससे अवधक मूल्य िाले धन शोधन, साइिि अपिाध औि द्रक्रप्टोकिें सी से संिंवधत मामलों में िो ििी िृवद्ध की
समस्या का प्रभािी समाधान द्रकया जा सके गा।
• विवनयमन: ED द्वािा PMLA के तित प्रयोग द्रकया जाने िाला वििेकावधकाि विवध के शासन द्वािा वनदेवशत िोना चाविए। साथ
िी, वििेकावधकाि का यि प्रयोग पािदशी, गैि-स्िेच्छाचािी औि िाजनीवत से प्रेरित िोने की िजाय मामले के त्यों पि आधारित
िोना चाविए।
• लंवित मामलों को कम किना: अवधवनणटय प्रद्रक्रया में तेजी लाने के वलए फास्ट ट्रैक कोट्सट औि विशेष पीठों (Benches) की
स्थापना जैसे उपाय द्रकए जाने चाविए।
• वनिीक्षण सवमवत: िस्तुवनष्ठ मानदंडों के आधाि पि मामलों के चयन की प्रद्रक्रया की वनगिानी औि उसे व्यिवस्थत किने के वलए एक
सवमवत का गठन द्रकया जाना चाविए। इसके माध्यम से ED के कामकाज में पािदर्शटता को भी िढ़ािा द्रदया जा सकता िै।
• जागरूकता औि सुिक्षा: ED की भूवमका के िािे में लोक जागरूकता पैदा की जानी चाविए। साथ िी, इसकी छवि में सुधाि द्रकया
जाना चाविए औि वव्िसल-ब्लोअि को आगे आने के वलए प्रोत्सावित द्रकया जाना चाविए।
िाल िी में, वडवजटल प्रकाशक कं टेंट वशकायत परिषद (DPCGC) ने आई.टी. वनयमािली, 2021 के आधाि पि OTT पि दंडात्मक
कािट िाई की वसफारिश की िै। आई.टी. वनयमािली से तात्पयट मध्यिती द्रदशा-वनदेश औि वडवजटल मीवडया आचाि संविता, 2021 से िै।
• OTT ऐसी सेिाएं िैं, जो दशटकों को सीधे इं टिनेट के माध्यम से द्रफल्मों, टी.िी. कायटक्रम औि अन्य मीवडया कं टेंट तक पहुंच प्रदान
किती िैं। इनमें के िल या सैटेलाइट का उपयोग निीं द्रकया जाता िै।
• भाित में OTT के दशटकों की संख्या 43 वमवलयन िै। ऐसा अनुमान िै द्रक 2023 के अंत यि संख्या 50 वमवलयन तक िढ़ सकती िै।
o साथ िी, मोिाइल
प्रसािण में िोने िाली
िृवद्ध से नए कं टेंट के
वनमाटण को अत्यवधक
प्रोत्सािन वमलेगा।
• भाित की विवनयामकीय
भाषा में, OTT प्लेटफॉम्सट को
‘ऑनलाइन क्यूिेटेड कं टेंट का
• मौजूदा कानून: OTT प्लेटफॉम्सट पि प्रसारित िोने िाले कं टेंट पि वनम्नवलवखत कानून लागू िोते िैं -
o सूचना प्रौद्योवगकी अवधवनयम, 2000,
o भाितीय दंड संविता, 1861 औि
o स्त्री अवशि रूपण (प्रवतषेध) अवधवनयम, 1986.
• नए आई.टी. वनयम, 2021: सिकाि ने सूचना प्रौद्योवगकी अवधवनयम, 2000 की धािा 87(2) के तित सूचना प्रौद्योवगकी
(मध्यिती द्रदशा-वनदेश औि वडवजटल मीवडया आचाि संविता) वनयमािली, 2021 जािी की िै। इसके प्रमुख प्रािधानों में
वनम्नवलवखत शावमल िैं:
o उपयुटक्त वनयमों के द्वािा सूचना औि प्रसािण (I&B) मंत्रालय OTT तथा ऑनलाइन प्लेटफॉम्सट पि प्रसारित कं टेंट को
विवनयवमत कि सकता िै।
o ऑनलाइन समाचाि, OTT प्लेटफॉम्सट औि वडवजटल मीवडया के वलए आचाि संविता: यि आचाि संविता OTT प्लेटफॉम्सट,
ऑनलाइन समाचाि औि वडवजटल मीवडया संस्थानों द्वािा अनुपालन द्रकए जाने िाले द्रदशा-वनदेशों को वनधाटरित किती िै।
o कं टेंट का स्ि-िगीकिण: OTT प्लेटफॉम्सट के कं टेंट को पांच आयु-आधारित श्रेवणयों में स्ि-िगीकृ त द्रकया जाएगा।
• अवभव्यवक्त की स्ितंत्रता: इसे िहुत सख्ती से विवनयवमत किने से िचनात्मक स्ितंत्रता िावधत िो सकती िै औि कलात्मक
अवभव्यवक्त सीवमत िो सकती िै।
• वनयमों के पालन की वनम्न दि: ये वनयम OTT िेिसाइट्स/ इंटिफे स पि वशकायत वनिािण तंत्र से संिंवधत संपकट विििण के
प्रस्तुतीकिण को अवनिायट िनाते िैं। िालांद्रक, इसका सख्ती से पालन निीं िो ििा िै।
• गोपनीयता एिं डेटा सुिक्षा: डेटा सुिक्षा औि उपयोगकताट की गोपनीयता संिंधी आिश्यकता को विवनयमन की जरूितों के साथ
संतुवलत किना।
• क्षेत्रावधकाि संिध
ं ी मुद्दे: विदेशी संस्थाओं के वखलाफ घिे लू वनिािण तंत्र का प्रभािी कायाटन्ियन एक मचंता का विषय िना हुआ िै।
• वनगिानी किने औि अनुपालन सुवनवित किने में करठनाई: इसके अग्रवलवखत कािण िैं- वडवजटल स्पेस की विशालता, प्रकावशत
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
द्रकए जाने िाले कं टेंट की विशाल मात्रा औि OTT कं टेंट का तीव्र प्रसाि/ सृजन।
आगे की िाि
• िाष्ट्रीय प्रसािण नीवत की आिश्यकता: ितटमान में मीवडया प्रसािकों औि OTT जैसे अलग-अलग प्रसािकों के वलए विविध तंत्र,
वनयम एिं टैरिफ मौजूद िैं। इसवलए, भाित में एक िाष्ट्रीय प्रसािण नीवत की आिश्यकता िै।
• पािं परिक औि ऑनलाइन कं टेंट के िीच अंति को पिचानना: िेि कं टेंट अवधक स्ितंत्र िोता िै। इसमें ऐसे विषयों औि कॉन्सेप्ट को
भी द्रदखाया जाता िै, वजन्िें आम तौि पि पािं परिक मीवडया में निीं द्रदखाया जाता।
o इस प्रकाि, यि पािं परिक सेंसिवशप के दायिे से िािि िो जाता िै तथा निाचाि औि िचनात्मकता को िढ़ािा देता िै।
• प्रािधानों के िािे में जागरूकता पैदा किना: OTT उद्योग संघों को समय-समय पि मप्रंट औि इलेक्ट्रॉवनक मीवडया के माध्यम से
वशकायत वनिािण तंत्र के िािे में अवभयान चलाने के वलए वनदेवशत द्रकया जा सकता िै।
• वनयवमत ऑवडटटंग किना: एक्सेस कं ट्रोल औि आयु सत्यापन तंत्र की स्थापना एिं प्रभािकारिता का आिवधक ऑवडट द्रकया जाना
चाविए। इसके अवतरिक्त, प्रत्येक OTT प्लेटफॉमट द्वािा समाधान की गई वशकायतों के विििण को भी प्रदर्शटत द्रकया जाना चाविए।
िालांद्रक, ऑवडट औि विििण के प्रदशटन से संिंवधत ये दोनों कायट एक स्ितंत्र वनकाय द्वािा द्रकए जाने चाविए।
• वितधािकों की भागीदािी सुवनवित किना: नीवत वनमाटताओं औि वितधािकों को प्रभािी एिं संतुवलत विवनयामक ढांचे की
स्थापना के वलए पिस्पि भागीदािी किनी चाविए। इससे िड़ी िाधाओं ि कायाटन्ियन संिंधी चुनौवतयों से वनपटना औि वनयमों के
संभावित दुरुपयोग को िोकना आसान िो जाएगा।
1.8. वसनेमटै ोग्राफ (संशोधन) विधेयक, 2023 {Cinematograph (Amendment) Bill, 2023}
िाल िी में, संसद के दोनों सदनों ने वसनेमैटोग्राफ (संशोधन) विधेयक, 2023 पारित द्रकया िै।
• यि विधेयक वसनेमटै ोग्राफ अवधवनयम, 1952 में संशोधन का प्रािधान किता िै। इस अवधवनयम को वसनेमटै ोग्राफ द्रफल्मों को
प्रदशटन िेतु प्रमावणत किने औि वसनेमटै ोग्राफ का उपयोग किके प्रदशटनों को विवनयवमत किने के संिंध में प्रािधान किने के वलए
अवधवनयवमत द्रकया गया था।
21
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
o 1952 के अवधवनयम में द्रफल्मों को प्रदशटन िेतु प्रमावणत किने के वलए कें िीय द्रफल्म प्रमाणन िोडट (CBFC) के गठन का
प्रािधान द्रकया गया था।
o CBFC द्वािा द्रदए गए प्रमाण-पत्र कं टेंट के अनुसाि संशोवधत या समाप्त द्रकए जा सकते िैं।
o यि िोडट द्रफल्मों के प्रदशटन पि िोक भी लगा सकता िै।
• प्रस्तावित संशोधनों का उद्देश्य नई प्रमाणन श्रेवणयों को शुरू किके प्रमाणन प्रद्रक्रया को अवधक प्रभािी औि ितटमान समय के
अनुरूप िनाना िै।
विशेषताएं विििण
वनष्कषट
यि विधेयक द्रफल्म उद्योग के समक्ष आने िाली मौजूदा समस्याओं का समाधान किता िै। साथ िी, यि नई प्रमाणन श्रेवणयों द्वािा कं टेंट
को विवनयवमत किता िै। ितटमान समय में दशटकों के ओिि द टॉप (OTT) प्लेटफॉम्सट की ओि झुकाि में िृवद्ध को देखते हुए, समाज एिं
इस उद्योग की िेितिी के वलए इनका अभी से िी विवनयमन किना आिश्यक िै।
23
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
• अनुसध
ं ान औि निाचाि: दोनों देशों के स्टाटट-अप इकोवसस्टम को जोड़ने के वलए “इनोिेशन िैंडशेक” नामक एक नई पिल की
शुरूआत की गई।
• स्िच्छ ऊजाट साझेदािी: इस संदभट में “अमेरिका-भाित नई औि उभिती निीकिणीय ऊजाट प्रौद्योवगकी एक्शन प्लेटफॉमट ” को शुरू
द्रकया गया।
• वशक्षा में सियोग: अमेरिकी औि भाितीय संस्थानों के िीच गिन अनुसंधान साझेदािी के वलए इं डो-यू.एस. ग्लोिल चैलेंज
इं स्टीट्यूट्स की स्थापना की गई िै।
• प्रौद्योवगकी िस्तांतिण संभि िोगा: अभी तक के िल अमेरिका, रूस, यूनाइटे ड ककं गडम औि फ्ांस जैसे कु छ िी देशों ने इस
प्रौद्योवगकी में मिाित िावसल की िै। 80% प्रौद्योवगकी िस्तांतिण से भाित को भविष्य में इन देशों में शावमल िोने में सिायता
वमलेगी।
• िक्षा क्षेत्रक में स्िदेशीकिण पि िल:
o ड्रोन के वलए भाित में एक व्यापक िैवर्श्क िख-िखाि, मिम्मत औि जीणोद्धाि (MRO)12 इकाई की स्थापना की जाएगी।
इससे भाित की स्िदेशी ड्रोन क्षमताओं को सियोग वमलेगा।
िक्षा सियोग में चुनौवतयां
• रूस के साथ भाित के संिध
ं : रूस अभी भी भाित का सिसे िड़ा िक्षा आपूर्तटकताट (45.1%) देश िना हुआ िै। भाित द्वािा िैवर्श्क
मंच पि यूक्रेन के वखलाफ रूस की आक्रामकता की आलोचना न किने से अमेरिका नािाज िै।
• गठिंधन में शावमल िोने के संिध
ं में भाित का रुख: भाित अपनी िणनीवतक संप्रभुता को िनाए िखना चािता िै। िाल िी में,
भाित ने ‘नाटो प्लस (NATO Plus)’ में शावमल िोने के अमेरिका के वनमंत्रण को अस्िीकाि कि द्रदया िै।
• अमेरिकी िक्षा कं पवनयां अपनी प्रौद्योवगद्रकयों को भाितीय िक्षा कं पवनयों के साथ साझा निीं किना चािती िैं।
• अमेरिका द्वािा पाद्रकस्तान का वित्त-पोषण: अमेरिका अभी भी पाद्रकस्तान की सैन्य आिश्यकताओं को वित्त-पोवषत कि ििा िै।
आगे की िाि
• रूस औि अमेरिका के साथ संिंधों को संतुवलत किना।
• स्िदेशी िक्षा प्रौद्योवगद्रकयों का विकास किना।
• साझा वितों के क्षेत्रों में मिंद-प्रशांत क्षेत्र में वनिं ति सियोग किना।
• यि अमेरिका के नेतृत्ि में 13 देशों की एक मित्िाकांक्षी साझेदािी िै। इसका उद्देश्य दुलटभ खवनजों की आपूर्तट श्रृख
ं लाओं को
सुिवक्षत औि मजिूत िनाना िै। इन दुलटभ खवनजों में कोिाल्ट, वनकल, वलवथयम औि अन्य दुलभ
ट भू खवनज शावमल िैं।
• यि भाित द्वािा वडवजटल अथटव्यिस्था की ओि िढ़ने के वलए मित्िपूणट िै: ये सेमीकं डक्टसट, िाइवब्रड कािों, पिन टििाइन, िैटिी,
िक्षा उपकिण आद्रद के वलए मित्िपूणट
खवनज िैं।
• ये घिे लू विवनमाटण क्षमता का वनमाटण
किके कई क्षेत्रकों में आत्मवनभटिता
(आत्मवनभटि भाित) प्राप्त किने में मदद
किें गे।
• ये िेिति विद्युत नेटिकट , ऊजाट दक्ष
प्रकाश व्यिस्था औि िैटिी भंडािण के
माध्यम से ऊजाट दक्षता को िढ़ािा देने
2.1.4. दोनों दे शों के सं िं धों में अन्य मित्िपू णट घटनाक्रम ( Other Important Developments in the
Relationship)
अंतरिक्ष क्षेत्रक से संिवं धत • नासा, भाितीय अंतरिक्ष यावत्रयों को एडिांस प्रवशक्षण प्रदान किेगा।
मित्िपूणट समझौते
• भाित ने अमेरिका के नेतृत्ि िाले ‘आटेवमस अकॉर्डसट’ पि 27िें सदस्य के रूप में िस्ताक्षि द्रकए।
(Agreements in the
आटेवमस समझौता के िािे में
Space sector)
• 2020 में नासा ने अमेरिका के विदेश मंत्रालय (वडपाटटमेंट ऑफ़ स्टेट) की मदद से आटेवमस अकॉर्डसट की शुरुआत
की थी।
• यि शांवतपूणट उद्देश्यों के वलए िाह्य अंतरिक्ष, चंिमा, मंगल ग्रि, धूमके तु औि क्षुिग्रि के असैन्य अन्िेषण एिं
उपयोग को संचावलत किने के वलए सामान्य वसद्धांत वनधाटरित किता िै।
इस समझौते के िस्ताक्षिकताट देश वनम्नवलवखत िेतु प्रवतिद्ध िैं:
• िाष्ट्रीय अंतरिक्ष नीवतयों औि उनकी गवतविवधयों से उत्पन्न िैज्ञावनक जानकारियों को साझा किना।
• िाह्य अंतरिक्ष संवध, 1967 के अनुरूप सिकाि या एजेंवसयों के िीच MOUs को कायाटवन्ित किना।
• िाह्य अंतरिक्ष धिोिि को संिवक्षत किना।
• कक्षीय मलिे को कम किना।
भाित के वलए इन समझौतों का मित्त्ि
• गगनयान वमशन को प्रोत्सािन द्रदया जाएगा: नासा द्वािा इसिो के भाितीय अंतरिक्ष यावत्रयों को प्रवशक्षण द्रदया
जाएगा।
• इं टिनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में प्रिेश: नासा द्वािा प्रवशवक्षत भाितीय अंतरिक्ष यात्री ISS में प्रिेश किने औि
ििां अनुसंधान एिं प्रयोग किने िाले भाितीयों का पिला समूि िो सकता िै।
• गेटिे (Gateway) में प्रिेश: गेटिे, आटेवमस अंतरिक्ष यावत्रयों के वलए नासा के नेतत्ृ ि िाला एक आगामी
अंतिाटष्ट्रीय चंि कक्षीय स्टेशन िै।
• इसिो की क्षमताओं में िृवद्ध: इन समझौतों पि िस्ताक्षि किने से भाित की अंतरिक्ष क्षमताओं औि
मित्िाकांक्षाओं में तेजी आ सकती िै। सदस्यों के सियोग के साथ इस उद्देश्य को लागत प्रभािी ढंग से प्राप्त
किना सिल िो जाएगा।
मित्िपूणट औि उभिती िाल िी में, भाित औि संयुक्त िाज्य अमेरिका के िाष्ट्रीय सुिक्षा सलािकािों ने मित्िपूणट औि उभिती प्रौद्योवगकी के
प्रौद्योवगकी के वलए पिल
वलए पिल (iCET)13 की उद्घाटन िैठक का नेतृत्ि द्रकया।
(Initiative on Critical and
iCET के िािे में
Emerging Technology:
iCET) • मित्िपूणट औि उभिती प्रौद्योवगकी िस्तुतः एडिांस प्रौद्योवगद्रकयों का एक उप-समूि िै, जैसे- सुपिकं प्यूटटंग,
क्लाउड कं प्यूटटंग, AI, िायोटेक्नोलॉजी आद्रद।
o दोनों देश स्िच्छ ऊजाट अपनाने को िढ़ािा देने के वलए भाित में ‘नेट जीिो’ (शून्य उत्सजटक) गांिों को
विकवसत किने की द्रदशा में कायट किने पि सिमत हुए िैं।
o इमर्जिंग फ्यूल एंड टेक्नोलॉजी स्तंभ के तित ‘कािटन कै प्चि, यूरटलाइजेशन एंड कै प्चि’ को शावमल द्रकया
गया िै।
वडवजटल व्यापाि (Digital यू.एस.ए. के कं प्यूटि एंड कम्युवनके शंस इं डस्ट्री एसोवसएशन (CCIA) ने भाित के साथ वडवजटल व्यापाि संिंधी
Trade) िाधाओं को िेखांद्रकत द्रकया िै। साथ िी, इसने भाित के “संिक्षणिादी” दृविकोण पि भी आपवत्त प्रकट की िै।
भाित-अमेरिका वडवजटल व्यापाि की ितटमान वस्थवत:
• भाित-अमेरिका वद्वपक्षीय व्यापाि में वडवजटल या प्रौद्योवगकी सेिाओं की प्रमुख भूवमका निीं िै।
• अमेरिका को 2020 में भाित के साथ हुए वडवजटल सेिाओं के व्यापाि में 27 विवलयन डॉलि का घाटा हुआ था।
अमेरिकी तकनीकी कं पवनयों द्वािा व्यक्त की गई मचंताएं:
• संिक्षणिादी भाितीय नीवत: उदाििण के वलए- वडवजटल व्यापाि के क्षेत्र में प्रवतस्पधाट-िोधी व्यििािों से
वनपटने के वलए वडवजटल प्रवतस्पधाट विधेयक (Digital Competition Bill) के मसौदे को विशेष रूप से
यू.एस. की विग टेक कं पवनयों को लवक्षत किने िाले एक कदम के रूप में देखा जा ििा िै।
o उदाििण के वलए- आई.टी. वनयम, 2021 के तित, सिकाि की ओि से अवधक सेंसिवशप औि वनयंत्रण िै।
इसके तित सोशल मीवडया मध्यिर्तटयों (SMIs) को सिकािी अवधसूचना या न्यायालय का आदेश आने
पि वचवननत कं टेंट को िटाने के वलए 72 घंटे की समय-सीमा दी गई िै।
• ‘इद्रक्लाइजेशन लेिी’ के कािण जरटल कि संिचना: द्रकसी अवनिासी “ई-कॉमसट ऑपिेटि” द्वािा वनिासी
भाितीयों को प्रदान की जाने िाली सेिा से प्राप्त सकल िाजस्ि पि ितटमान में 2% का इद्रक्लाइजेशन लेिी
लगाया जाता िै। इससे दोििे किाधान की समस्या उत्पन्न िोती िै तथा कि व्यिस्था अवधक जरटल िो जाती िै।
ध्यातव्य िै द्रक पूिट में 2016 से यि कि 6% था।
• अन्य नीवतगत मचंताएं:
o व्यवक्तगत डेटा संिक्षण विधेयक में स्थानीयकिण संिध
ं ी आिश्यकताएं।
o दूिसंचाि विधेयक, 2022 के तित OTT जैसी सेिाओं को शावमल किने के वलए “दूिसंचाि सेिाओं
अन्य संिवं धत त्य • फ्ांस, चीन की िेल्ट एंड िोड इवनवशएरटि (BRI) में
शावमल िो गया िै।
• दोनों देशों ने “िोिाइजन 2047 फ्े मिकट ” शुरू द्रकया िै। इसके अंतगटत • िाफे ल विमान की वडलीििी में विलंि हुआ औि
2047 तक वद्वपक्षीय संिंधों की द्रदशा तय किने के वलए रूपिे खा तैयाि विचौवलयों पि भ्रिाचाि का आिोप लगाया गया।
की गई िै। • वद्वपक्षीय व्यापाि क्षमता से काफी कम िै। फ्ांस के साथ
o इस फ्े मिकट के तित दोनों देशों ने सुिक्षा, ग्रि औि लोगों पि ध्यान व्यापाि, भाित के कु ल अंतिाटष्ट्रीय व्यापाि का के िल
कें द्रित किते हुए तीन स्तंभों को अपनाया िै। साथ िी, इसमें िक्षा, 1.41% िै।
पिमाणु ऊजाट औि अंतरिक्ष, जलिायु परिितटन आद्रद जैसे क्षेत्रों में • जैतपुि पिमाणु ऊजाट रिएक्टिों को लेकि तकनीकी,
वित्तीय औि नागरिक पिमाणु दावयत्ि संिध
ं ी मुद्दे
सियोग पि भी ध्यान के वन्ित द्रकया गया िै।
विद्यमान िैं, वजनका दोनों पक्षों द्वािा समाधान द्रकया
• दोनों देशों एक दीघटकावलक LNG विक्री ि खिीद समझौता (SPA) भी
जाना िै।
संपन्न किें गे।
• मिंद-प्रशांत के वलए एक िोडमैप अपनाया गया िै।
• फ्ांस, संधािणीय शििों पि भाितीय कायटक्रम के दूसिे चिण- CITIIS 2.0 का समथटन किे गा।
• िक्षा क्षेत्रक का आधुवनकीकिण: फ्ांस, भाित के वलए िक्षा उपकिणों का दूसिा सिसे िड़ा वनयाटतक िनकि उभिा िै।
o P-75 स्कॉपीन प्रौद्योवगकी िस्तांतिण औि िाफे ल विमान इसके कु छ प्रमुख उदाििण िैं।
• आर्थटक सियोग: भाित में फ्ांस 11िां सिसे िड़ा विदेशी वनिेशक (10 वमवलयन अमेरिकी डॉलि) िै।
o िाल िी में, फ्ांस एिं यूिोप में यूवनफाइड पेमेंट इं टिफे स (UPI) आधारित सेिाओं की शुरुआत िेतु देशों के मध्य एक समझौता
हुआ िै।
• आतंकिाद से वनपटना: दोनों देशों ने संयुक्त िाष्ट्र में अंतिाटष्ट्रीय आतंकिाद पि व्यापक अवभसमय (CCIT)14 को अपनाने के वलए
वमलकि कायट किने का संकल्प वलया िै।
• विकास को िढ़ािा देना: िाल िी में, फ्ांस की विकास संस्था एजेंस फ्ांसेइस डे डेिलपमेंट (AFD) ने भाित को 200 वमवलयन यूिो
आिंरटत द्रकए िैं। इसका उद्देश्य भाित में कल्याणकािी उपायों औि समाज के सिसे कमजोि िगों का समथटन किना िै।
• जलिायु परिितटन का सामना किना: इस संिंध में, अंतिाटष्ट्रीय सौि गठिंधन (ISA) की शुरुआत की गई िै।
• सामरिक स्िायत्तता: फ्ांस-भाित का िणनीवतक संिंध एक-दूसिे की सामरिक स्िायत्तता के सम्मान पि आधारित िै।
• अंतिाटष्ट्रीय सियोग: फ्ांस, संयुक्त िाष्ट्र सुिक्षा परिषद (UNSC)15 में स्थायी सदस्यता तथा संयुक्त िाष्ट्र सुधािों के वलए भाित के
दािे का समथटन किता िै।
o फ्ांस ने वनम्नवलवखत संस्थाओं में भाित को शावमल कििाने में सियोग द्रकया िै:
▪ वमसाइल प्रौद्योवगकी वनयंत्रण व्यिस्था (Missile Technology Control Regime: MTCR),
▪ िासेनाि व्यिस्था (Wassenaar Arrangement: WA), औि
▪ ऑस्ट्रेवलया समूि (Australia Group: AG).
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
• भू-सामरिक: दोनों िी देश एक स्ितंत्र एिं वनयम-आधारित मिंद-प्रशांत क्षेत्र सुवनवित किने के प्रवत प्रवतिद्ध िैं।
o िषट 2018 में भाित औि फ्ांस ‘मिंद मिासागि क्षेत्र में भाित-फ्ांस सियोग के वलए संयुक्त सामरिक विज़न’ पि सिमत हुए थे।
वनष्कषट
भाित फ्ांस के साथ अपने सकािात्मक संिंधों का उपयोग भाित-EU व्यापक व्यापाि औि वनिेश समझौते (BTIA)16 को आगे िढ़ाने के
वलए कि सकता िै। साथ िी, रुकी हुई परियोजनाओं को पूिा किने तथा पीपल-टू-पीपल संपकट को मजिूत किने से दोनों देशों के िीच
संिंध औि मजिूत िोंगे।
• व्यापाि औि लोगों की यात्रा को िढ़ाने के वलए, दोनों देशों ने नागपरिनम (तवमलनाडु ) औि कांकेसंतिु ै (श्रीलंका) के िीच यात्री
नौका सेिाएं शुरू किने का भी फै सला द्रकया िै।
‘भाित-श्रीलंका संिंधों’ का अिलोकन 2022 के आर्थटक संकट में श्रीलंका की मदद में भाित की
भूवमका
• वद्वपक्षीय व्यापाि: िषट 2021 में 5.45 विवलयन अमेरिकी डॉलि के कु ल
वद्वपक्षीय पण्य व्यापाि (Merchandise trade) के साथ भाित, श्रीलंका • भाित ऐसा पिला देश था, वजसने अंतिाटष्ट्रीय मुिा
का सिसे िड़ा व्यापारिक भागीदाि था। कोष (IMF) में श्रीलंका को वित्तीय मदद औि ऋण
पुनगटठन का समथटन द्रकया था।
o भाित, श्रीलंका में प्रत्यक्ष विदेशी वनिेश (FDI) किने िाले सिसे िड़े
• भाित ने श्रीलंका को मुिा स्िैप औि क्रेवडट लाइन्स
योगदानकताटओं में से एक िै।
सवित खाद्य एिं वित्तीय सिायता में लगभग 4
o भाित-श्रीलंका मुक्त व्यापाि समझौते (ISFTA)17 पि 1998 में
विवलयन अमेरिकी डॉलि का विस्ताि द्रकया िै।
िस्ताक्षि द्रकए गए थे। • भाित ने अपने पड़ोसी देश को ईंधन, खाद्य औि
• भू-िाजनीवतक मित्त्ि: श्रीलंका, भाित की “नेििहुड फस्टट ” नीवत तथा उिटिक जैसी आिश्यक िस्तुओं की कई खेप भेजी िैं।
‘सागि/SAGAR’ विज़न में एक मित्िपूणट भागीदाि िै। • भाित ने श्रीलंकाई सिकाि, IMF औि पेरिस क्लि के
साथ गिन िाताट की िै। इस िाताट के परिणामस्िरूप
• िक्षा सियोग: भाित औि श्रीलंका के िीच “वमत्र शवक्त” नामक सैन्य िी ऋण िाित औि वित्त को अंवतम रूप द्रदया जा
अभ्यास औि “स्लाइनेक्स” नामक नौसेना अभ्यास को वनयवमत रूप से सका िै।
आयोवजत द्रकया जाता िै।
• सांस्कृ वतक मित्त्ि: िौद्ध धमट औि तवमल आिादी सांस्कृ वतक संिंधों को एक मजिूत आधाि प्रदान किते िैं।
• कनेवक्टविटी: दोनों देशों के िीच ििाई कनेवक्टविटी ििाल किने के वलए ओपन स्काई, एयि ििल व्यिस्था जैसे समझौते शावमल
िैं।
• वनिं ति प्रयास: भाित की भूवमका “पिले प्रवतद्रक्रयादाता (First responder)” के रूप में िोनी चाविए। इससे श्रीलंका के साथ
संिंध िेिति िो सकते िैं।
• क्षेत्रीय सियोग: विम्सटेक तथा साकट जैसे क्षेत्रीय मंचों का उपयोग द्रकया जाना चाविए। इससे व्यापक सियोग औि साझा चुनौवतयों
के समाधान के अिसि उपलब्ध िो सकते िैं।
• दोनों देशों को वद्वपक्षीय िाताट के माध्यम से मछु आिों से संिवं धत मुद्दों का स्थायी समाधान खोजने का प्रयास किना चाविए।
• आतंकिाद से वनपटना: आतंकिाद की इस वस्थवत से वनपटने के वलए वद्वपक्षीय औि क्षेत्रीय स्ति पि आतंकिाद वििोधी प्रयासों में
अवधक सियोग द्रकए जाने की आिश्यकता िै।
• लोगों के िीच संिध
ं : सांस्कृ वतक आदान-प्रदान, पयटटन औि शैवक्षक सियोग को प्रोत्सावित द्रकया जाना चाविए। इससे दोनों देशों के
लोगों के िीच समझ एिं सद्भािना औि अवधक गिन िो सकती िै।
31
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
2.4.1. मध्य एवशया में चीन का िढ़ता प्रभाि (China’s Rising Influence in Central Asia )
िाल िी में, चीन ने पांच मध्य एवशयाई देशों के िाष्ट्र प्रमुखों के साथ
शीआन (Xi’an) शिि में “C+C5 वशखि सम्मेलन” की मेजिानी की
िै। यि अपनी तिि का पिला वशखि सम्मेलन िै।
अन्य संिवं धत त्य
• इस सम्मेलन में “शीआन घोषणा-पत्र” पि िस्ताक्षि द्रकए गए
िैं। इसके तित चीन-मध्य एवशया संिंधों के भविष्य के विकास
िेतु एक ब्लूमप्रंट जािी द्रकया गया।
• चीन अपनी िेल्ट एंड िोड इवनवशएरटि (BRI) के माध्यम से
मध्य एवशया में भािी वनिेश कि ििा िै। इस क्षेत्र के साथ चीन
के संिंधों को शंघाई सियोग संगठन (SCO) के माध्यम से
संस्थागत रूप प्रदान द्रकया गया िै।
मध्य एवशया में चीन के िढ़ते प्रभाि का भाित के वलए वनविताथट
• भू-िाजनीवतक प्रवतस्पधाट: भाित के पड़ोसी देशों में चीन की उपवस्थवत औि प्रभावित किने की क्षमता भाित के सामरिक वितों को
प्रभावित किती िै।
• भाित के वलए आर्थटक प्रवतस्पधाट उत्पन्न किता िै: चीन मध्य एवशया का सिसे िड़ा व्यापारिक भागीदाि िै। ििीं मध्य एवशया के
• भू-िणनीवतक: वमस्र िणनीवतक रूप से यूिोप, अफ्ीका औि एवशया के िीच व्यापाि मागों के कें ि पि वस्थत (मानवचत्र देखें) िै।
• आर्थटक: 2021-22 में दोनों देशों के िीच वद्वपक्षीय व्यापाि 75% िढ़कि 7 विवलयन डॉलि के आंकड़े तक पहुुँच गया था।
o रूस-यूक्रेन संघषट के िाद वमस्र ने भाित से गेहूं की खिीद की थी।
• ऊजाट सुिक्षा: दोनों देशों ने स्िेज निि आर्थटक क्षेत्र में िरित िाइड्रोजन संयंत्र स्थावपत किने के वलए एक समझौता ज्ञापन पि
िस्ताक्षि द्रकए िैं।
• िक्षा क्षेत्र के उद्योगों को िढ़ािा देना: वमस्र भाित से िक्षा उपकिण खिीदने में रुवच िखता िै। इनमें LCA तेजस, आकाश जैसी
वमसाइलें, DRDO के स्माटट एंटी-एयिफील्ड िेपन्स औि िडाि शावमल िैं।
• आतंकिाद: आतंकिाद से वनपटने के वलए दोनों देश खुद्रफया जानकािी साझा कि ििे िैं औि संयु क्त अवभयान चला ििे िैं।
भाित-वमस्र संिध
ं के विकास से जुड़ी चुनौवतयां
• आर्थटक संकट: वमस्र आर्थटक संकट का सामना कि ििा िै औि मुिास्फीवत में िृवद्ध से भी जूझ ििा िै। इससे देश में वनिेश कम
आकषटक िोता जा ििा िै।
• चीन की उपवस्थवत: चीन स्िेज निि को अपनी िेल्ट एंड िोड औि मैिीटाइम वसल्क िोड परियोजनाओं के एक मित्िपूणट विस्से के
रूप में देखता िै तथा इसमें वनिेश कि ििा िै।
o ितटमान में वमस्र के साथ चीन का वद्वपक्षीय व्यापाि 15 विवलयन डॉलि िै। यि भाित के साथ िोने िाले व्यापाि से दोगुना िै।
• िाजनीवतक गवतशीलता: खाड़ी क्षेत्र की िाजनीवतक गवतशीलता िदलती ििती िै। उदाििण के वलए- अब्रािम एकॉडट, न्यू क्ाड औि
भाित के संतुलनकािी दृविकोण का इस गवतशीलता पि प्रभाि पड़ सकता िै।
आगे की िाि
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
• NAM का उपयोग: भाित औि वमस्र गुटवनिपेक्ष आंदोलन (NAM) का लाभ उठा सकते िैं, ताद्रक दोनों को एक साझा आधाि वमल
सके तथा UNSC औि विर्श् िैंक जैसे अंतिाटष्ट्रीय संगठनों में सुधािों की प्रिल मांग की जा सके ।
• समान विचािधािा िाले देशों के साथ सियोग: चीन के प्रभुत्ि को कम किने औि एवशया-अफ्ीका ग्रोथ कॉरिडोि (AAGC) मॉडल
पि आगे िढ़ने के वलए भाित जापान सवित समान विचािधािा िाले देशों के साथ सियोग कि सकता िै।
• भाित-अफ्ीका मंच का उपयोग: भाित वमस्र के साथ िहुपक्षीय संिंधों को मजिूत किने के वलए भाित-अफ्ीका मंच का उपयोग कि
सकता िै।
• लोगों के िीच संपकट (People-to-people contact): दोनों देश वशक्षा, पयटटन, संस्कृ वत औि शैक्षवणक आदान-प्रदान जैसी पिलों
के माध्यम से घवनष्ठ संिंधों को िढ़ािा दे सकते िैं।
भाित अपनी ऊजाट कू टनीवत के भाग के रूप में दवक्षण-पूिी एवशयाई देशों के साथ विद्युत के व्यापाि पि विचाि कि ििा िै। विद्युत का
यि व्यापाि म्यांमाि औि थाईलैंड के माध्यम से द्रकया जाएगा।
• यि सिकाि की ऊजाट क्षेत्रक से जुड़ी विदेशी गवतविवधयों से संिंवधत िै। इन गवतविवधयों का लक्ष्य देश की ऊजाट सुिक्षा को सुवनवित
किना िै। साथ िी, ऊजाट क्षेत्रक में व्यािसावयक अिसिों को िढ़ािा देना िै। ऊजाट कू टनीवत के वनम्नवलवखत उद्देश्य िैं:
o समाज के वलए ऊजाट के एक संधािणीय स्रोत को सुिवक्षत किने के साथ-साथ आर्थटक संिृवद्ध को भी सुवनवित किना।
o िाष्ट्रीय खतिों औि जोवखमों का सामना किने, उन्िें कम किने या समाप्त किने के वलए ऊजाट क्षमताओं को विदेश नीवत के एक
साधन के रूप में प्रयोग किना।
विद्युत पािे षण • यि 2014 में िस्ताक्षरित विद्युत सियोग पि साकट ऊजाट समझौते का विस्सा िै।
• भाित नेपाल, भूटान औि िांग्लादेश को विद्युत वनयाटत किता िै।
• भाित ने “विद्युत के आयात/ वनयाटत (सीमा-पाि) के वलए द्रदशा-वनदेश-2018” जािी द्रकए िैं।
33
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
निीकिणीय ऊजाट • अंतिाटष्ट्रीय सौि गठिंधन तथा िन सन िन िल्डट िन वग्रड (OSOWOG) पिल: इसके तित अलग-अलग क्षेत्रीय वग्रडों को
पािे षण एक साझे वग्रड के माध्यम से जोड़ा जाएगा। इसका निीकिणीय ऊजाट विद्युत को स्थानांतरित किने के वलए उपयोग द्रकया
जाएगा।
पाइप • तुकटमेवनस्तान-अफगावनस्तान-पाद्रकस्तान-भाित (TAPI) पाइपलाइन परियोजना के अंतगटत तुकटमेवनस्तान से शेष तीन देशों
कनेवक्टविटी को प्राकृ वतक गैस का परिििन द्रकया जाएगा।
• एकल क्षेत्र पि भाित की वनभटिता: भाित, तेल औि गैस के अपने कु ल आयात का 60% फािस की खाड़ी से आयात किता िै।
• विद्युत शुल्क: आपस में जुड़े हुए क्षेत्रीय नेटिकट का उपयोग किके आपूर्तट की गई विद्युत पि पािे षण (Transmission) शुल्क तय
किना एक चुनौतीपूणट कायट िै।
• तकनीकी िाधाएं: ऊजाट क्षेत्रक अत्यवधक तकनीक-गिन क्षेत्रक िै।
• साइिि सुिक्षा: अंतिाटष्ट्रीय वनयम-आधारित तंत्र के विना ऊजाट क्षेत्रक में वडवजटलीकिण औि अंति-संिद्धता में िृवद्ध सुिक्षा ि
गोपनीयता संिंधी जोवखमों को िढ़ा सकती िै।
• कोयले पि अत्यवधक वनभटिता: विद्युत उत्पादन में कोयले की विस्सेदािी लगभग 50% िै। तुलनात्मक रूप से, पिन, सौि औि
भाित ने वियतनाम को स्िदेशी रूप से वनर्मटत आई.एन.एस. कृ पाण भेंट द्रकया िै। यि एक इन-सर्िटस वमसाइल युद्धपोत िै।
भाित की िक्षा कू टनीवत के िािे में
िक्षा कू टनीवत का तात्पयट सामरिक क्षेत्रों में सियोग स्थावपत किना तथा पिस्पि वितों को आगे िढ़ाने के वलए सशस्त्र िलों की सामूविक
िणनीवत को सुविधाजनक िनाना िै। उदाििण के वलए-
• भाित ने 53 से अवधक देशों के साथ िक्षा सियोग समझौते द्रकए हुए िैं।
• िक्षा उत्पादन एिं वनयाटत संिधटन नीवत, 2020 का लक्ष्य एयिोस्पेस ि िक्षा क्षेत्र की िस्तुओं औि सेिाओं के वनयाटत में िृवद्ध किना
िै।
• वमत्र देशों के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास किना, जैसे- संयुक्त िाज्य अमेरिका के साथ ‘युद्ध अभ्यास’ नामक संयुक्त सैन्य अभ्यास।
• अंतिाटष्ट्रीय मंचों पि िचनात्मक भागीदािी किना, जैसे- शंघाई सियोग संगठन (SCO) की क्षेत्रीय आतंकिाद िोधी संिचना
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
(RATS)।
• आपदा प्रिंधन औि मानिीय िाित उपाय किना, उदाििण के वलए- भूकंप प्रभावित तुकी औि सीरिया में िाित सिायता प्रदान
किने िेतु ‘ऑपिे शन दोस्त’ शुरू द्रकया गया था।
• िक्षा उद्योग को िढ़ािा: भाित अपने भागीदािों के साथ वमलकि अत्याधुवनक िवथयाि प्रणावलयों का सि-उत्पादन शुरू कि ििा िै।
साथ िी, अपने िक्षा वनयाटत को िढ़ा ििा िै।
• अनुसध
ं ान एिं विकास: िक्षा सियोग संिंधी गवतविवधयों ने प्रौद्योवगकी के िस्तांतिण एिं परियोजनाओं के संयुक्त विकास के
माध्यम से अनुसंधान औि प्रौद्योवगकी के क्षेत्र में संभािनाओं को िेिति िनाया िै।
• विर्श्ास वनमाटण: िक्षा सियोग गवतविवधयां सिकािी संिंधों को विकवसत किने औि सैन्य पािदर्शटता को िढ़ािा देने में सिायता
किती िैं। इसके अवतरिक्त, ये गवतविवधयां साझा वितों के प्रवत िाजनीवतक प्रवतिद्धताओं को भी दशाटती िैं।
विदेश नीवत के लक्ष्यों को प्राप्त किने में िक्षा सियोग के समक्ष आने िाली चुनौवतयां
• िक्षा सियोग को एकसमान वसद्धांतों की िजाय अलग-अलग देशों के विसाि से लागू द्रकया जा ििा िै।
• पड़ोसी देशों के साथ संिंधों के मामले में चीन का अवतसद्रक्रय औि आक्रामक रुख।
• िक्षा व्यय में कमी, उदाििण के वलए- 2022-23 में यि देश की कु ल GDP का मात्र 2 प्रवतशत था।
• संयुक्त िाज्य अमेरिका, यूनाइटेड ककं गडम जैसे देशों की तुलना में के िल कु छ भाितीय दूतािासों के पास िी िक्षा शाखाएं मौजूद िैं।
• िक्षा सियोग में शावमल मंत्रालयों औि विभागों के िीच समन्िय का अभाि िै।
35
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
आगे की िाि
• नीवतगत द्रदशा-वनदेशों का वनमाटण: यि सुवनवित किने के वलए द्रक िक्षा सियोग गवतविवधयों की विदेश नीवत के उद्देश्यों के प्रवत
अनुरूपता िनी ििे, सिभावगता के वलए एक िेितिीन फ्े मिकट वनधाटरित किने की आिश्यकता िै।
• विशेषज्ञों की आिश्यकता: िक्षा सियोग गवतविवधयों के दायिे , गिनता औि सुवनवितता को ध्यान में िखते हुए, इनका प्रिंधन
अनुभिी विशेषज्ञ अवधकारियों द्वािा द्रकया जाना चाविए।
• संचावलत की गई गवतविवधयों का िार्षटक ऑवडट: वनधाटरित फोकस क्षेत्रकों के संिंध में लागत की तुलना में उपलवब्धयों का पता
लगाने के वलए िक्षा सियोग गवतविवधयों का ऑवडट द्रकया जाना चाविए।
• एकीकृ त योजना: विदेश औि िक्षा मंत्रालय का लक्ष्य िक्षा सियोग का विस्ताि किना िोना चाविए। साथ िी, इन्िें भाित के िाष्ट्रीय
वितों को सुिवक्षत किने िेतु विर्श् भि में भाितीय सेना की उपवस्थवत सुवनवित किनी चाविए।
• चीन के प्रभाि को कम किने के वलए पड़ोसी देशों के साथ संिध ं ों को मजिूत किना चाविए।
2.8. संयक्त
ु िाष्ट्र शैवक्षक, िैज्ञावनक औि सांस्कृ वतक संगठन (United Nations Educational, Scientific And Cultural
Organization: UNESCO)
संयुक्त िाज्य अमेरिका पांच िषट के अंतिाल के िाद आवधकारिक तौि पि पुनः यूनेस्को (UNESCO) में शावमल िो गया िै। साथ िी,
उसने यूनेस्को को लगभग 600 वमवलयन डॉलि िकाया िावश का भुगतान किने पि भी अपनी सिमवत दे दी िै।
िषट 2018 में अमेरिका ने यूनस्े को से िािि वनकलने का वनणटय क्यों वलया था? अमेरिका , यूनस्े को में द्रफि से क्यों शावमल िो ििा िै?
• िषट 2011 में द्रफवलस्तीन को यूनस्े को की सदस्यता प्रदान की गई थी। इसके • अमेरिका की सॉफ्ट पािि को द्रफि से स्थावपत किना:
िाद अमेरिका ने यूनेस्को को अपना वित्तीय अंशदान देना िंद कि द्रदया यूनेस्को, अन्य सदस्य देशों पि अमेरिका के सॉफ्ट पािि
था। प्रभाि को पुन: स्थावपत किने के वलए एक उपयुक्त मंच िोगा।
• पूिाटग्रि औि प्राचीन यहूदी स्थलों को द्रफवलस्तीन के धिोिि स्थलों के रूप • चीन के िढ़ते प्रभाि को चुनौती देना: चीन ने यूनेस्को के
सिसे िड़े वित्तदाता के रूप में अमेरिका का स्थान ले वलया िै
में नावमत किने की िजि से अमेरिका ने 2017 में दूसिी िाि यूनेस्को से
औि अपना प्रभाि िढ़ाना शुरू कि द्रदया िै।
अपनी सदस्यता त्यागने की घोषणा की थी। िषट 2018 के अंत तक • नए मानकों में अपनी भूवमका प्रदान किना: विज्ञान औि
अमेरिका ने यूनेस्को की सदस्यता त्याग दी थी। प्रौद्योवगकी में अपनी भूवमका के माध्यम से यूनेस्को, संयुक्त
• ऐसा पिली िाि निीं िै, जि अमेरिका इस संस्था से िािि हुआ िै। िषट िाष्ट्र के नैवतक मानकों को स्थावपत किने में िड़ी भूवमका
1984 में भी िि यूनस्े को से िािि िो गया था। ति अमेरिका ने तकट द्रदया वनभाता िै।
था द्रक यि संस्था कु प्रिंवधत औि भ्रि िै। उसका यि भी मानना था द्रक यि
एजेंसी सोवियत वितों को आगे िढ़ा ििी िै।
o िालांद्रक, अमेरिका 2003 में द्रफि से इसमें शावमल िो गया था।
• विर्श् धिोिि स्थलों का िक्षण एिं संिक्षण किने में असमथटता: इसके कािण, अफगावनस्तान में वस्थत िावमयान िुद्ध (Bamiyan
Buddhas) जैसे स्थलों का विनाश हुआ िै।
• विर्श् धिोिि स्थलों की चयन प्रद्रक्रया: विर्श् धिोिि स्थलों यूनस्े को की उपलवब्धयां
की सूची में द्रकसी स्थल का नाम शावमल किने के वलए
• यूनेस्को द्वािा 167 देशों के 1157 विर्श् धिोिि स्थलों के संिक्षण का
स्थानीय सिकाि को स्थल का नाम प्रस्तावित किने की
कायट द्रकया जाता िै।
आिश्यकता िोती िै। साथ िी, वििासत सवमवत एिं
• अमूतट वििासत अवभसमय मानि जावत की असंख्य सांस्कृ वतक
संगठन के पास द्रकसी स्थल को शावमल किने की अपनी
वििासतों को विलुप्त िोने से िचाने में मदद कि ििा िै।
स्ियं की प्रद्रक्रया निीं िै।
• यूनस्े को की सभी के वलए वशक्षा पिल ने िैवर्श्क वशक्षा की उल्लेखनीय
• चीन का िढ़ता प्रभाि: अमेरिका की अनुपवस्थवत के
प्रगवत में िहुत योगदान द्रदया िै। 1999-2020 के िीच ियस्कों के
कािण, चीन अप्रत्यक्ष रूप से यूनस्े को पि चीन की िेल्ट
वलए िैवर्श्क साक्षिता दि 76.7% से िढ़कि 86.81% िो गई िै।
एंड िोड इवनवशएरटि (BRI) के भागीदाि देशों में • यूनस्े को द्वािा मीवडया विकास संकेतक (MDIs) विकवसत द्रकए गए िैं।
व्यािसावयक औि नौकिी प्रवशक्षण कायटक्रमों का समथटन ये संकेतक मीवडया परिदृश्य का आकलन किने तथा िहुलिादी औि
किने के वलए दिाि िना ििा िै। स्ितंत्र मीवडया को िढ़ािा देने िाली नीवतयों का समथटन किते िैं।
• विर्श् धिोिि सवमवत द्वािा खतिे में पड़ी विर्श् धिोििों की एक अलग
आगे की िाि
सूची िनाई जाती िै औि उन्िें िचाने पि विशेष ध्यान द्रदया जाता िै।
• विकवसत देशों से अवधक अंशदान: संगठन को वित्तीय रूप ध्यातव्य िै द्रक 2023 तक के आंकड़ों के अनुसाि इसमें 55 स्थल िैं।
से मजिूत िनाने के वलए विकवसत देशों द्वािा इसे अवधक
से अवधक वित्त-पोषण प्रदान किना चाविए।
• धिोिि स्थलों की चयन प्रद्रक्रया में सुधाि किना: वििासत सवमवत को दुवनया भि में ऐसे स्थलों को खोजने के वलए अपनी स्ियं की
टीम का गठन किना चाविए।
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
• शासन संिचना को मजिूत किना: यूनेस्को को अपने वनणटय वनमाटण की प्रद्रक्रयाओं एिं प्रिंधन में पािदर्शटता, जिािदेिी औि दक्षता
को िढ़ाना चाविए।
• साझेदािी औि सियोग को िढ़ाना: इसके माध्यम से अन्य संयुक्त िाष्ट्र एजेंवसयों, अंतिाटष्ट्रीय संगठनों, नागरिक समाज तथा वशक्षा
औि वनजी क्षेत्रक के साथ मजिूत साझेदािी एिं सियोग को िढ़ािा द्रदया जाना चाविए।
37
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
भाित औि संयक्त
ु अिि • भाित औि संयुक्त अिि अमीिात ने स्थानीय मुिा वनपटान प्रणाली (LCSS) फ्े मिकट की स्थापना के वलए एक
अमीिात (India- समझौते पि िस्ताक्षि द्रकए िैं।
UAE) LCSS फ्े मिकट के िािे में
• इसका उद्देश्य सीमा पाि लेन-देन के वलए भाितीय रुपये (INR) औि संयक्त
ु अिि अमीिात के द्रदििम (AED) के
उपयोग को िढ़ािा देना िै।
o LCSS वनयाटतकों औि आयातकों को उनकी संिंवधत घिेलू मुिाओं में इनिॉइस जािी किने औि भुगतान किने में
सक्षम िनाएगा। इससे INR-AED विदेशी मुिा िाजाि के विकास को िढ़ािा वमलेगा।
o स्थानीय मुिाओं के उपयोग से वनिेश को िढ़ािा वमलेगा, लेन-देन की लागत औि लेन-देन वनपटान में लगने िाले
समय में कमी आएगी।
• दोनों देश भाित के यूवनफाइड पेमटें इंटिफे स (UPI) को UAE के इं स्टेंट पेमटें प्लेटफॉमट (IPP) के साथ जोड़ने पि
सिमत हुए िैं।
• दोनों देश अपने-अपने घिे लू कार्डसट वस्िचेज, RuPay वस्िच औि UAESWITCH को जोड़ने पि भी सिमत हुए िैं।
इससे घिेलू स्ति पि जािी कार्डसट एक-दूसिे के देशों में पिस्पि स्िीकाि द्रकए जाएंगे औि इन कार्डसट के जरिए हुए लेन-
देन की प्रोसेमसंग भी संभि िो सके गी।
o भाित की स्ट्रक्चडट फाइनेंवशयल मैसमे जंग वसस्टम (SFMS) को UAE की मैसमे जंग वसस्टम से जोड़ा जाएगा।
इससे दोनों देशों में वित्तीय मैसेमजंग को आसान िनाया जा सके गा।
भाित के वलए संयक्त
ु अिि अमीिात का मित्त्ि
• िषट 2022 में भाित-UAE के िीच वद्वपक्षीय व्यापाि िढ़कि 85 विवलयन अमेरिकी डॉलि िो गया था। इससे UAE
2022-23 में भाित का तीसिा सिसे िड़ा व्यापारिक भागीदाि देश िन गया था।
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
• भाित का दूसिा सिसे िड़ा वनयाटत गंतव्य देश घोवषत हुआ था।
• भाित, संयुक्त अिि अमीिात का दूसिा सिसे िड़ा व्यापाि भागीदाि देश िै।
• िषट 2022 में, भाित ने संयक्त
ु अिि अमीिात के साथ पिले पूणट व्यापक आर्थटक भागीदािी समझौते (CEPA) पि
िस्ताक्षि द्रकए थे।
39
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
3.1. िाजकोषीय नीवत औि मौद्रिक नीवत (Fiscal Policy and Monetary Policy)
कें िीय वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग ने चालू वित्त िषट में 16 िाज्यों में 56,415 किोड़ रुपये के पूज
ं ीगत वनिेश प्रस्तािों को मंजूिी दी िै।
यि मंजूिी “पूज
ं ीगत वनिेश के वलए िाज्यों को विशेष सिायता18, 2023-24” योजना के तित दी गई िै।
पूज
ं ीगत वनिेश के वलए िाज्यों को विशेष सिायता (2023-24) योजना के िािे में
• उद्देश्य: इसका उद्देश्य पूंजीगत व्यय के उच्च गुणक प्रभाि (Multiplier effect) को देखते हुए िाज्यों द्वािा पूज
ं ीगत व्यय को िढ़ािा
देने के वलए प्रोत्सावित किना िै।
• सिायता: इस योजना के तित िाज्य सिकािों को 50 िषट के वलए ब्याज मुक्त ऋण के रूप में विशेष सिायता प्रदान की जा ििी िै।
• योजना के भाग: इस योजना के आठ भाग िैं। भाग-I के तित सिाटवधक धनिावश अथाटत् एक लाख किोड़ रुपये का आिंटन द्रकया
गया िै।
o भाग-I के तित िाज्यों को कें िीय किों औि शुल्कों में उनकी विस्सेदािी के अनुपात में िावश आिंरटत की गई िै। यि आिंटन
15िें वित्त आयोग की वसफारिशों के अनुसाि द्रकया गया िै।
o योजना के अन्य भाग या तो सुधािों से जुड़े िैं या क्षेत्रक-विवशि परियोजनाओं से संिंवधत िैं।
िाज्यों द्वािा पूज
ं ीगत व्यय (Capital Expenditure: Capex) के रुझान
• उच्चति सवब्सडी व्यय: वित्त िषट 2023 में पूंजीगत व्यय में कमी आने के िािजूद सवब्सडी पि िाज्यों का खचट तेज गवत से िढ़ा िै।
• पूज
ं ीगत परिव्यय-GDP अनुपात (Capital outlay-GDP ratio): िाज्यों का पूंजीगत परिव्यय-GDP अनुपात 2021-22 के
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
• पूज
ं ीगत व्यय के वलए मागट: िाज्य सिकािें प्रत्यक्ष औि अप्रत्यक्ष, दोनों मागों से वनिेश को िढ़ािा दे सकती िैं।
o प्रत्यक्ष मागट में भौवतक अिसंिचना औि मानि पूज
ं ी पि द्रकए जाने िाले व्यय शावमल िैं।
o अप्रत्यक्ष मागट वनजी वनिेश में िृवद्ध किने, सुशासन को िढ़ािा देने औि FDI को आकर्षटत किने में भूवमका वनभाते िैं।
• वित्त आयोग की सिायता से िाज्यों के वलए िाजकोषीय वििेक पि िल: 16िें वित्त आयोग को यि कायट सौंपा जा सकता िै द्रक िि-
o फ्ीिीज़ के मुद्दे पि गौि किे , औि
o ऐसे सुझाि दें वजससे िाज्य गैि-जरूिी व्यय किने से ितोत्सावित िों, ताद्रक उनकी िाजकोषीय वस्थवत मजिूत िनी ििे।
• व्यय का पुनसिंतल
ु न: आिश्यक जगिों पि जरूित से कम व्यय किने िाले िाज्यों को अपने व्यय को तकट संगत िनाकि या उसे
पुनसिंतवु लत कि उसमें सुधाि किना चाविए। इसमें सामावजक क्षेत्रक पि िोने िाला कम व्यय, कम पूंजीगत व्यय औि उच्च सवब्सडी
या प्रवतिद्धता व्यय (Committed expenditure) शावमल िैं।
• कै पेक्स िफि: िाज्यों को पूंजीगत व्यय पि योजना वनमाटण को मुख्यधािा में लाना चाविए। साथ िी, जि िाजस्ि संग्रि अवधक िोने
के कािण वित्तीय वस्थवत िेिति िो ति कै पेक्स िफि कोष के गठन पि विचाि किना चाविए ताद्रक खिाि आर्थटक दौि में भी
पूंजीगत व्यय में द्रकसी प्रकाि की कमी किने की नौित न आए।
• इस विधेयक द्वािा 42 कें िीय कानूनों के दायिे में आने िाले 180 प्रकाि के कृ त्यों को गैि-आपिावधक िना द्रदया गया िै। इन कें िीय
कानूनों में पयाटििण, कृ वष, मीवडया, उद्योग औि व्यापाि, प्रकाशन आद्रद को वनयंवत्रत किने िाले कानून शावमल िैं।
• इस विधेयक के कु छ प्रािधानों में कई प्रकाि के ज़ुमाटने (Fines) को दंड (Penalties) में िदलने का प्रािधान द्रकया गया िै, वजसका
अथट िै द्रक ऐसी धािाओं में सजा देने के वलए न्यावयक अवभयोजन आिश्यक निीं िै।
• भाितीय डाकघि अवधवनयम, 1898 के तित िर्णटत सभी प्रकाि के अपिाधों एिं दंडों को समाप्त कि द्रदया गया िै।
• आनुपावतकता को स्थावपत किना: यि विधेयक अपिाध/ वनयम उल्लंघन की गंभीिता औि वनधाटरित सजा की गंभीिता के िीच
संतुलन स्थावपत किने में मदद किे गा।
• जीिन-वनिाटि को सिज िनाएगा: कई गवतविवधयों को अपिाध की श्रेणी से िटाने से नागरिकों औि लोक सेिकों के िीच वनयमों/
कानूनों के मामूली उल्लंघन पि जेल जाने का डि समाप्त िोगा। इससे िे सिज जीिन जी सकें गे ।
• ईज ऑफ़ डू इंग विजनेस को िढ़ािा वमलेगा: समान उद्देश्य से विवभन्न कानूनों में एक-साथ संशोधन से सिकाि औि कं पवनयों, दोनों
के वलए समय तथा लागत की िचत िोगी।
• न्यायपावलका पि िोझ कम िोगा: उपयुक्त प्रशासवनक न्यायवनणटयन तंत्र न्याय प्रणाली पि पड़ ििे अनुवचत दिाि को कम किने
औि न्याय प्रणाली को अवधक कु शल िनाने में मदद कि सकता िै।
आगे की िाि
• प्रद्रक्रया संिध
ं ी सुिक्षा उपाय: िस्तुवनष्ठ (पूिाटग्रि िवित) विश्लेषण के आधाि पि ठोस ि स्पि नीवत वनमाटण औि वनणटय लेना चाविए।
o प्रत्यायोवजत कानून (Delegated legislation) की संस्थागत प्रणाली में ‘लोकतांवत्रक भािना की कमी’ की वशकायत ििी िै।
पिामशट, ओपन िाउस चचाट जैसे अनौपचारिक उपायों की सिायता से इस वशकायत को दूि किने में मदद वमल सकती िै।
o वनयमों के अनुपालन में सुधाि औि आपिावधक धािाओं को तकट संगत िनाने िेतु FSSAI23, ब्यूिो ऑफ इंवडयन स्टैंडडट (BIS),
RBI जैसे सभी विवनयामकीय वनकायों को शावमल किने की जरूित िै।
o सिकाि को द्रकसी विषय के िािे में अपने नीवतगत रुख को पिले स्पि कि देना चाविए। ठीक उसी तिि वजस तिि मौद्रिक
नीवत सवमवत द्वािा समय-समय पि मौद्रिक नीवत की घोषणा के द्वािा अपना रुख स्पि द्रकया जाता िै।
• विवनयामक प्रभाि मूल्यांकन: कानूनों के प्रभाि का आकलन औि मूल्यांकन किने के वलए विवध आयोग के तित एक विवनयामक
प्रभाि मूल्यांकन सवमवत का गठन द्रकया जाना चाविए।
• कानूनी मानकों को परिभावषत किना: आिश्यकता तथा आनुपावतकता के वसद्धांतों सवित कानूनी विवनयमन मानकों का एक
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
सामान्य औि सांकेवतक सेट प्रदान किने के वलए मानकों को परिभावषत किना जरूिी िै।
• कानूनों के भीति सनसेट क्लॉज का पिले से प्रािधान िोना चाविए: आधुवनक व्यिसायों औि उद्यवमयों के िीच विकवसत ज्ञान
अथटव्यिस्था औि प्रौद्योवगकी को अपनाने की प्रिृवत्त देखी गई िै। इसे देखते हुए, कानूनों में पिले से सनसेट क्लॉज िोना चाविए।
23 Food Safety and Standards Authority of India/ भाितीय खाद्य संिक्षा एिं मानक प्रावधकिण
43
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
िाल िी में, GST परिषद24 ने ऑनलाइन गेममंग, िॉसट िे मसंग तथा कै सीनो पि 28 प्रवतशत GST लागू किने का वनणटय वलया िै।
ऑनलाइन गेममंग पि कि लगाने के प्रभाि
सकािात्मक प्रभाि नकािात्मक प्रभाि
• िाजस्ि में िृवद्ध: कि लगाने से इस उद्योग का िाजस्ि ितटमान के 2,000 • यि वनणटय पिले से वनिेश द्रकए गए 2.5 विवलयन डॉलि के
किोड़ रुपये से िढ़कि 20,000 किोड़ रुपये िो जाएगा। FDI को गंभीि रूप से प्रभावित कि सकता िै। इसके अलािा,
• कदम युिाओं में गेममंग की लत को िढ़ने से िोक सकता िै। यि वनणटय इस उद्योग में द्रकसी अन्य भािी FDI को खतिे में
• इस कदम के उद्देश्य िैं- गेममंग उद्योग की कायटप्रणाली को सिल िनाना, डाल सकता िै।
जरटलता को खत्म किना तथा पािदर्शटता लाना। • इससे विना लाइसेंस िाले ऑपिे टसट में िृवद्ध िो सकती िै।
भाित में ऑनलाइन गेममंग उद्योग
• ऑनलाइन गेममंग के तित विवभन्न ऑनलाइन गेम्स की मांग में उल्लेखनीय िृवद्ध देखी गई िै, जैसे-
o मल्टीप्लेयि ऑनलाइन गेम्स,
o िोल-प्लेइंग गेम्स,
o िीयल-टाइम स्ट्रेटजी या वस्कल गेम्स।
• ितटमान वस्थवत एिं संभािनाएं:
o ितटमान मूल्य: ऑनलाइन गेममंग का ितटमान अनुमावनत मूल्य (िैल्यू) लगभग 2.6 विवलयन डॉलि के किीि िै।
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
o अनुमावनत िृवद्ध: ऐसा अनुमान िै द्रक यि क्षेत्रक अगले पांच िषों में लगभग 27% की CAGR25 से िढ़ेगा।
o यूजि िेस: भाित फैं टे सी गेम का सिसे िड़ा िाजाि िै। यिां लगभग 18 किोड़ उपयोगकताट िै।
o िोजगाि: इसने 2022 में लगभग 1,00,000 लोगों को िोजगाि प्रदान द्रकया।
o FDI: वित्त िषट 2022 तक इस क्षेत्रक को FDI के रूप में लगभग 15,000 किोड़ रुपये प्राप्त हुए िैं।
• नैवतक रुख िनाम िाजस्ि संग्रि संिंधी दुविधा: जिां एक तिफ गेममंग उद्योग सिकाि को िजािों किोड़ रुपये का िाजस्ि प्रदान कि
ििा िै, ििीं ऑनलाइन गेम की लत के कािण सैकड़ों लोगों को अपने जीिन से िाथ धोना पड़ा िै। साथ िी, कई लोगों ने इस लत के
कािण अपने जीिन भि की िचत खो दी िै।
• प्लेयसट के अवधकािों की सुिक्षा: जिां गेममंग कं पवनयां खेल में के िल मध्यिती के रूप में िी कायट किती िैं, ििीं प्लेयसट की वशकायतों
ि सुिक्षा संिंधी मचंताओं को दूि किने के वलए कोई ठोस विवनयामक ढांचा स्थावपत निीं द्रकया गया िै।
आगे की िाि
• कानूनी स्पिता प्रदान किने औि विवनयमन की िहुलता को कम किने की आिश्यकता िै: जैसे- कें ि सिकाि द्वािा एक मॉडल कानून
िनाने के वलए अनुच्छे द-248 के तित अिवशि शवक्तयों का उपयोग द्रकया गया िै।
• ऑनलाइन गेममंग कं पवनयों की पािदर्शटता सुवनवित किना: द्रकसी विशेष कं पनी/ समूि या व्यवक्तयों के पक्ष में कोड में िदलाि किने
से िोकने के वलए पािदर्शटता जरूिी िै।
o कौशल (वस्कल) औि संयोग (चांस) आधारित गेम्स के िीच स्पि अंति द्रकया जाना चाविए।
o स्क्रीन टाइमआउट की शुरुआत किने/ प्रवत व्यवक्त गेम की संख्या वनधाटरित किने जैसे उपाय द्रकए जाने चाविए।
• घाटे की भिपाई के वलए गेम खेलते ििने की प्रिृवत्त पि अंकुश लगाना: विवभन्न प्लेटफॉम्सट या एक प्लेटफ़ॉमट पि द्रकसी व्यवक्त द्वािा
की जाने िाली लेन-देन की संख्या पि एक सीमा आिोवपत की जा सकती िै। इससे औि अवधक आर्थटक नुकसान से िचने में मदद
वमलेगी।
वित्त विधेयक, 2023 में िस्तु एिं सेिा कि अपीलीय अवधकिण {GSTAT}26 की स्थापना को मंजूिी दी गई िै।
• वित्त विधेयक, 2023 द्वािा कें िीय िस्तु एिं सेिा कि अवधवनयम, 2017 की धािा 109 में संशोधन द्रकया गया िै। इस संशोधन का
मुख्य उद्देश्य GSTAT औि इसकी खंडपीठों के गठन का मागट प्रशस्त किना िै।
आगे की िाि
• GSTAT का गठन: ईज़ ऑफ डू इंग विजनेस पि इसके व्यापक प्रभाि को देखते हुए यि सिकाि की पिली प्राथवमकता िोनी
चाविए।
• िाज्य सिकािों को सशक्त िनाना: उन्िें िाज्य खंडपीठों के गठन की शवक्त सौंपी जानी चाविए, ताद्रक कें ि पि उनकी वनभटिता कम िो
सके ।
• प्रथम अपीलीय प्रावधकिण की दक्षता में िृवद्ध: इससे GSTAT पि िोझ कम िोगा।
47
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
• विवनयमन: िषट 2020 में, सिकाि ने िैंककं ग विवनयमन अवधवनयम, 1949 में संशोधन द्रकए थे। इन संशोधनों के जरिए सिकािी
• उच्च सकल गैि-वनष्पाद्रदत परिसंपवत्तयां (Gross Non-Performing Assets: GNPA): RBI की वित्तीय वस्थिता रिपोटट
(2023) के अनुसाि, UCBs का सकल NPA अनुपात 8.7% िै।
• गिनेंस संिध
ं ी समस्याएं: UCBs कई आंतरिक कमजोरियों से ग्रस्त िैं। साथ िी, ये धोखाधड़ी को िोकने में भी असमथट ििे िैं।
o गंभीि वित्तीय अवनयवमतताओं के कािण 2019 में पंजाि औि मिािाष्ट्र सिकािी िैंक का पतन, इसका एक प्रमुख उदाििण िै।
• सिोत्तम कायट-प्रणावलयों को अपनाने में असमथट िोना: द्रफनटेक जैसी नई संस्थाओं द्वािा अपनाई गई अत्याधुवनक प्रौद्योवगद्रकयां
UCBs के विशेष ग्रािक समूि को अपनी ओि आकर्षटत कि ििी िैं।
• शीषट प्रिंधन का प्रभुत्ि: शीषट प्रिंधन (अक्सि अध्यक्ष) सभी मामलों पि व्यापक प्रभाि िखता िै।
• उच्च लागत-आय अनुपात: UCB का औसत लागत-आय अनुपात लगभग 10% अवधक िै।
• िैंककं ग क्षेत्रक में कम विस्सेदािी: िैंककं ग क्षेत्रक में UCB की िाजाि विस्सेदािी कम ििी िै औि यि लगभग 3% िै।
• पयटिक्ष
े ी कािट िाई फ्े मिकट (Supervisory Action Framework: SAF): इसमें वित्तीय संकट का सामना कि ििे UCBs के संकट
के शीघ्र समाधान पि िल द्रदया गया िै।
o कु छ वनधाटरित वित्तीय सीमाओं का उल्लंघन िोने पि SAF के तित UCBs को अपने स्ति पि सुधािात्मक कािट िाई शुरू
किनी िोती िै अथिा RBI पयटिक्ष
े ी कािट िाई किता िै।
• स्िैवच्छक रूपांतिण के वलए योजना: RBI ने 2018 में पात्र UCBs को लघु वित्त िैंक (SFB) में स्िैवच्छक रूपांतिण के वलए एक
योजना की घोषणा की थी।
• अम्ब्रेला संगठन: RBI ने UCB क्षेत्र के वलए एक अम्ब्रेला संगठन के गठन िेतु 2019 में विवनयामक स्ति पि अनुमवत दी थी। इसमें
UCBs को स्िैवच्छक आधाि पि अम्ब्रेला संगठन में पूंजीगत योगदान देने की अनुमवत दी गई िै।
o ऐसी संभािना िै द्रक यि अम्ब्रेला संगठन साझा उपयोग के वलए सूचना औि प्रौद्योवगकी (IT) अिसंिचना भी स्थावपत कि
सकता िै। इसके अलािा, यि संगठन फं ड प्रिंधन औि अन्य पिामशट सेिाएं भी प्रदान कि सकता िै।
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
वनष्कषट
शििी सिकािी िैंकों के दीघटकावलक विकास के वलए यि आिश्यक िोगा द्रक िे प्रौद्योवगकी को तेजी से अपनाएं, स्पि जिािदेिी
प्रद्रक्रयाओं को स्िीकािें औि समग्र वित्तीय प्रणाली के साथ िाधािवित एकीकिण सुवनवित किने की द्रदशा में प्रयास किें । इन उपायों को
धीिे -धीिे लेद्रकन वनिं तिता के साथ लागू किने से “सिकाि से समृवद्ध” के लक्ष्य की प्रावप्त की जा सके गी।
3.2.2. िाष्ट्रीय कृ वष एिं ग्रामीण विकास िैं क (नािाडट ) {National Bank for Agriculture and Rural
Development: NABARD}
51
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) को सोशल स्टॉक एक्सचेंज शुरू किने के वलए सेिी (SEBI) से अंवतम मंजूिी वमल गई िै।
सोशल स्टॉक एक्सचेंज (SSE) के िािे में
• SSE मौजूदा स्टॉक एक्सचेंज का िी एक अलग खं ड िै। यि स्टॉक एक्सचेंज की सिायता से जनता से धन जुटाने में सामावजक
उद्यम/ उद्यमों की मदद किता िै।
• पात्र गवतविवधयां: सामावजक प्रभाि उत्पन्न किने के वलए पात्र गवतविवधयों में अन्य िातों के साथ-साथ वनम्नवलवखत शावमल िैं:
o भूखमिी, गिीिी, कु पोषण औि असमानता की समावप्त;
o वशक्षा, िोजगाि औि आजीविका को िढ़ािा देना;
o िाित, पुनिाटस औि पुनर्नटमाटण गवतविवधयों सवित आपदा प्रिंधन;
o िाष्ट्रीय वििासत, कला औि संस्कृ वत आद्रद का संिक्षण।
SSE का मित्त्ि
• िेिति िाजाि पहुंच: SSE सामावजक उद्यमों औि वनिेशकों/ दानदाताओं के िीच एक साझा औि सुव्यिवस्थत मीटटंग ग्राउं ड की
सुविधा प्रदान किता िै, जिां उवचत तिीके से काम किने औि वित्तीय जिािदेिी के वलए एक िना िनाया विवनयामकीय ढांचा
उपलब्ध िोता िै।
• जागरूकता की कमी: ितटमान में वनिेशकों के पास ऐसे सामावजक उद्यमों के िािे में पयाटप्त जानकािी निीं िै।
• जरटलता: इसमें वित्तीय औि सामावजक प्रदशटन मैरट्रक्स, दोनों का मूल्यांकन किने की आिश्यकता िोती िै। इस आिश्यकता को
देखते हुए SSE पािं परिक स्टॉक एक्सचेंज की तुलना में अवधक जरटल िो सकता िै।
• SSEs पि अपयाटप्त शोध: SSEs के विषय पि पयाटप्त अध्ययन का अभाि िै। इनका विश्लेषण तथा नागरिक समाज पि इनके
वनविताथट के िािे में भी पयाटप्त अध्ययन मौजूद निीं िै।
• सीवमत तिलता: यि संभि िै द्रक वद्वतीयक िाजाि में सामावजक उद्यमों औि NPOs के पास तिलता सीवमत िो।
• वस्थिता औि दायिे के िािे में मचंता: इम्पैक्ट फाइनेंस नेटिकट द्वािा 2018 में द्रकए गए एक अध्ययन में पाया गया द्रक ऐसे 75
प्रवतशत एक्सचेंज/ प्लेटफॉमट अपनी परिचालन लागतों की फं मडंग के वलए पयाटप्त आय उत्पन्न किने में असफल ििे िैं।
आगे की िाि
• वनिेशकों को वशवक्षत किना: वनिेशकों को सामावजक उद्यमों औि NPOs की अनूठी विशेषताओं के िािे में वशवक्षत किने की
आिश्यकता िै। इसमें उनके वित्तीय औि सामावजक प्रदशटन मैरट्रक्स को शावमल द्रकया जाना चाविए।
o निीन वित्तीय साधन विकवसत किना: वित्त औि वनिेश के नए साधन सामावजक स्टॉक एक्सचेंज में अवधक वनिेशकों को
आकर्षटत किने में मदद कि सकते िैं। इसमें सोशल इम्पैक्ट िॉण्ड, िाजस्ि-साझाकिण समझौते औि क्राउडफं मडंग प्लेटफॉमट
शावमल िो सकते िैं।
o अन्य देशों से सीखना: दुवनया भि के SSEs के अनुभिों, संिचनाओं औि सफलताओं का व्यापक विश्लेषण सामावजक उद्यमों के
वलए अवधक सक्षम िाताििण िनाने में सिायता कि सकता िै।
53
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
o इस योजना के आिं भ िोने से पूिे देश में उिटिक एकसमान वडज़ाइन िाली थैवलयों में उपलब्ध िोंगे, जैसे- ‘भाित यूरिया’,
‘भाित DAP’, ‘भाित MOP’, ‘भाित NPK’ आद्रद।
भाित में उिटिक सवब्सडी
• सिकाि उिटिक विवनमाटताओं/ आयातकों के माध्यम से द्रकसानों को सवब्सडी युक्त यूरिया औि P&K उिटिकों के 25 ग्रेर्डस उपलब्ध
किा ििी िै।
• P&K उिटिकों पि सवब्सडी को पोषक तत्िों पि आधारित सवब्सडी (NBS) योजना द्वािा वनयंवत्रत द्रकया जा ििा िै।
o इसमें प्राथवमक पोषक तत्िों (N, P, K औि S) िाले उिटिक के साथ-साथ वद्वतीयक औि सूक्ष्म पोषक तत्ि (S को छोड़कि)
िाले उिटिकों के सभी प्रकािों को शावमल द्रकया गया िै।
o सवब्सडी का भुगतान सीधे उिटिक कं पवनयों को अनुमोद्रदत दिों के आधाि पि द्रकया जाता िै। सवब्सडी की दिों का अनुमोदन
अंति-मंत्रालयी सवमवत के द्वािा द्रकया जाता िै।
• यूरिया सवब्सडी योजना के तित यूरिया के वलए सवब्सडी प्रदान की जाती िै।
िाल िी में, टमाटि की खुदिा कीमत में तीव्र िृवद्ध देखी गई। इससे कृ वष िस्तुओं की कीमतों औि उनकी मूल्य वस्थिता पि चचाट शुरू िो
गई िै।
टमाटि की कीमत में िृवद्ध िेतु उत्तिदायी कािक
• अवनयवमत मौसमी दशाएं: उत्तिी िाज्यों में ग्रीष्म ऋतु में अपेक्षाकृ त उच्च तापमान औि असामान्य रूप से तेज िषाट के कािण टमाटि
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
55
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
• MSP खिीद प्रद्रक्रया में विकृ वत: िालांद्रक, 22 फसलों के वलए MSP34 की घोषणा की जाती िै, लेद्रकन िास्तविक रूप से के िल
चािल औि गेहूं की िी िड़े पैमाने पि खिीद की जाती िै।
o इसके परिणामस्िरूप द्रकसानों का के िल एक छोटा सा विस्सा िी MSP का लाभ उठा पाता िै।
• िैवर्श्क िाजाि का प्रभाि: रूस-यूक्रेन संघषट, िैवर्श्क आर्थटक अवनवितताओं जैसे भू-िाजनीवतक परििेशों के कािण मांग औि आपूर्तट
में तेजी से परिितटन िो सकता िै।
• उपलब्ध अिसंिचना औि प्रौद्योवगकी: वनम्नवलवखत कािक िाजाि में कीमतों के उताि-चढ़ाि का कािण िनते िैं:
o मशीनीकृ त उपकिणों का कम प्रचलन,
o मौसम के आंकड़ों का उपयोग,
o िैज्ञावनक उत्पादन के तिीके ,
o फसल कटाई के िाद की अिसंिचना,
o प्रसंस्किण औि परिििन संिंधी
सुविधाएं आद्रद।
मूल्य वनगिानी औि वनयंत्रण के वलए तंत्र
• मूल्य वनगिानी प्रभाग (Price Monitoring
Division: PMD): उपभोक्ता मामलों के
विभाग के तित गरठत मूल्य वनगिानी
प्रभाग चयवनत आिश्यक िस्तुओं की
कीमतों की वनगिानी किता िै।
o यि मूल्य की वस्थवत का विश्लेषण
3.4.1.1. ओपन क्रे वडट इने ि लमें ट ने ट िकट (Open Credit Enablement Network: OCEN)
आर्थटक सिेक्षण 2023 के अनुसाि, ओपन क्रेवडट इनेिलमेंट नेटिकट (OCEN) ऋण देने की प्रद्रक्रया को लोकतांवत्रक/ आसान िना सकता
िै औि देश में लघु स्ति के ऋणी की मदद कि सकता िै।
57
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
• अिधािणा: OCEN एक सॉफ्टिेयि िै जो क्रेवडट इकोवसस्टम के अलग-अलग वितधािकों, यानी ऋणदाताओं, ऋणी औि मध्यस्थों
को एक िी मंच पि लाता िै।
• स्थापना: ‘द इं वडयन सॉफ्टिेयि प्रोडक्ट
इं डस्ट्री िाउं डटेिल’ (iSpirt) नामक एक
उद्योग मथंक टैंक ने इसका विकास द्रकया
िै। इसे ग्लोिल द्रफनटेक फे वस्टिल 2020
के दौिान शुरू द्रकया गया था।
• OCEN की कायटप्रणाली: OCEN के
फ्े मिकट के भीति, िाजाि के वनम्नवलवखत
तीन प्रमुख भागीदाि शावमल िैं:
o ऋणदाता: िैंक, NBFCs औि
द्रफनटेक OCEN इकोवसस्टम को
ऋण एिं सेिा संिंधी पहुंच प्रदान
किते िैं।
o ऋण सेिा प्रदाता (Loan Service
Providers: LSPs): ये ऑनलाइन
माके टप्लेस औि इं टिनेट स्टाटट -अप्स
• क्रेवडट पैठ (यानी ऋण वमलने) के मामले में MSME की खिाि वस्थवत: MSMEs को लगभग 250 अिि डॉलि ऋण की जरूित िै,
जो देश की GDP का लगभग 10% िै। ऐसा वनम्नवलवखत संिचनात्मक चुनौवतयों के कािण िै:
o उच्च जोवखम: अवधकांश संभावित ऋणी का क्रेवडट स्कोि या तो खिाि िोता िै अथिा अनुपलब्ध िोता िै।
o सेिा की उच्च लागत: एद्रक्वजशन ि अंडििाइटटंग से जुड़े खचट औि िसूली की लागत पूिी प्रद्रक्रया को जरटल ि मिंगा (अथाटत्
लागत-वनषेधात्मक) िना देती िै।
o सीवमत पहुंच: मौजूदा ऑनलाइन औि ऑफलाइन चैनल्स के जरिए।
• अनौपचारिक ऋण प्रणाली का अवधक प्रचलन: के िल 11% MSMEs की िी औपचारिक ऋण तक पहुंच िै औि इनमें से भी 60%
से अवधक के ऋण आिेदन लंवित पड़े िैं।
इसमें OCEN कै से मदद कि सकता िै?
• व्यापक वित्तीय समािेशन: ओपन क्रेवडट इनेिलमेंट नेटिकट MSMEs के वलए क्रेवडट चैनल्स (ऋण की प्रद्रक्रया) को औपचारिक औि
मानकीकृ त िनाने में मदद कि सकता िै। साथ िी, यि MSMEs को उनकी विर्श्सनीयता के आधाि पि अथाटत् विना द्रकसी
जमानत के ऋण प्राप्त किने में मदद कि सकता िै।
o इस नेटिकट के जरिए कम ब्याज दि, आिश्यकता के आधाि पि ऋण सुविधाओं तक पहुंच औि जल्द-से-जल्द ऋण की मंजूिी
वमलने से पूिी प्रद्रक्रया को लोकतांवत्रक िनाया गया िै।
• उद्यवमता औि संिवृ द्ध: यि ऋणदाताओं की िाजाि तक पहुंच को आसान िनाने के वलए आिश्यकता के आधाि पि ऋण सुविधाओं
औि ऋण व्यिसाय को सृवजत किने में सक्षम िनाएगा।
• ऋण-संिध ं ी डेटा तक पहुंच: इससे नीवतयों को ठीक से तैयाि किने औि उनके कायाटन्ियन में मदद वमलेगी।
वनष्कषट
OCEN को लागू किने से कई चुनौवतयों का सामना किना पड़ सकता िै, जैसे- लोन वडफ़ॉल्ट के औि अवधक मामले, तीसिे पक्ष को डेटा
लीक किने से जुड़े मामले, साइिि िमले का जोवखम आद्रद। िालांद्रक, यि नेटिकट देश के MSME क्षेत्रक औि GDP के वलए काफी
लाभदायक वसद्ध िो सकता िै।
59
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
कें ि सिकाि ने संशोवधत सेमीकॉन इं वडया प्रोग्राम के तित भाित में सेमीकं डक्टि फै ब्स36 औि वडस्प्ले फै ब्स37 स्थावपत किने के वलए नए
आिेदन आमंवत्रत किने का वनणटय वलया िै।
संशोवधत सेमीकॉन इं वडया प्रोग्राम के िािे में
• उद्देश्य: इसका उद्देश्य उन कं पवनयों/ भागीदािों को आकषटक प्रोत्सािन सिायता प्रदान किना िै जो वसवलकॉन सेमीकं डक्टि फै ब्स,
वडस्प्ले फै ब्स, कं पाउं ड सेमीकं डक्टि, सेमीकं डक्टि वडजाइन के कायट में लगे हुए िैं।
• अिवध: इस योजना के तित छि िषों के वलए सिायता प्रदान की जाएगी।
• नोडल एजेंसी: MeitY के वडवजटल इंवडया कॉपोिे शन के तित इं वडया सेमीकं डक्टि वमशन इस कायटक्रम को लागू किने के वलए
जाएगा। यि आंकड़ा िषट 2019 की तुलना में तीन गुना अवधक िृवद्ध को दशाटता िै।
• वचप विवनमाटण: भाित सेमीकं डक्टि वडजाइन का कें ि िन गया िै। यिां िि साल लगभग 2,000 वचप्स वडजाइन द्रकए जा ििे िैं।
o USA ने:
▪ वचप्स एंड साइं स एक्ट पारित द्रकया िै।
▪ देश में वचप्स के विवनमाटण के वलए सवब्सडी प्रदान की िै।
• भाित की भूवमका: भाित ने खुद को द्रक्ररटकल सेमीकं डक्टि प्रौद्योवगकी क्षेत्र में एक प्रमुख पक्ष के रूप में स्थावपत द्रकया िै। यि कं पवनयों को उनके
उत्पादन कें ि को चीन के िािि अन्य देशों में स्थावपत कि आपूर्तट श्रृंखला में विविधता लाने का अिसि प्रदान किता िै।
o 2022 में, भाित ने ‘इं वडया-US इवनवशएरटि ऑन द्रक्ररटकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज (iCET)’ समझौते पि िस्ताक्षि द्रकए।
o भाित ने 2021 में इं वडया सेमीकं डक्टि वमशन (ISM) शुरू द्रकया था। इसके अलािा, सेमीकं डक्टि उद्योग के वलए उत्पादन-से-संिद्ध
o भाित, ताइिान की न्यू साउथिाउं ड नीवत का एक प्रमुख लाभाथी िो सकता िै। यि नीवत व्यापाि औि वनिेश को चीन से दवक्षण पूिट
एवशया तथा दवक्षण एवशया में स्थानांतरित किने पि कें द्रित िै।
• िाजाि का विस्ताि: ितटमान में िैवर्श्क स्ति पि इलेक्ट्रॉवनक्स िाजाि का मूल्य लगभग 2 रट्रवलयन अमेरिकी डॉलि (150 लाख
किोड़ रुपये) िै। उभिती प्रौद्योवगद्रकयों की िढ़ती पैठ को देखते हुए इसमें उल्लेखनीय िृवद्ध िोने की उम्मीद िै।
• भाित एक िैवर्श्क कें ि के रूप में: िाष्ट्रीय इलेक्ट्रॉवनक्स नीवत (NPE)39, 2019 का विजन भाित को इलेक्ट्रॉवनक्स वसस्टम वडजाइन
o NPE 2019 की मुख्य िणनीवतयों में से एक वचप घटकों के वडजाइन औि विवनमाटण के वलए सेमीकं डक्टि िेफि फै वब्रके शन
सुविधाओं तथा इसके इकोवसस्टम की स्थापना िेतु सुविधा प्रदान किना िै।
• िणनीवतक मित्त्ि: भाित िणनीवतक मित्त्ि के इस क्षेत्रक में तकनीकी नेतत्ृ ि िावसल किना चािता िै जो देश की मित्िपूणट सूचना
अिसंिचना की सुिक्षा के वलए भी जरूिी िै।
o इस कायटक्रम के जरिये िड़े िैवर्श्क वचप विवनमाटताओं को आकर्षटत द्रकया जा सके गा, ताद्रक िे भाित को अपना उत्पादन कें ि
िना सकें । इससे सिकाि के आत्मवनभटि भाित के विजन को पूिा किने में मदद वमलेगी।
• अिसंिचना संिध
ं ी आिश्यकताएं: सेमीकं डक्टि विवनमाटण फै ब्स क्लस्टि की अिसंिचना संिंधी आिश्यकताओं को पूिा किने में
अक्सि चुनौवतयां आती िैं। इनमें जल की वनिं ति आपूर्तट, वनिाटध विद्युत आपूर्तट जैसी चुनौवतयां शावमल िैं।
• लंिी अिवध: एक अत्याधुवनक फै ि को पूणट उत्पादन स्ति प्राप्त किने में पांच िषट तक का समय लग सकता िै। दूसिी ओि, विवनमाटण
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
अिवध की शुरुआत से िी पूणट वित्त-पोषण औि श्रम की वनिं ति आपूर्तट की आिश्यकता िोती िै।
• संयत्र
ं / सुविधा कें ि स्थावपत किने में देिी: वजन तीन संस्थाओं ने वचप्स िनाने के वलए आिेदन द्रकया था, िे सभी अपने संयत्र
ं
स्थावपत किने में िाधाओं का सामना कि ििी िैं। इससे उनके विवनमाटण कें िों को देिी का सामना किना पड़ ििा िै।
• कु शल कायटिल की कमी: वडिाइस द्रफवजक्स औि प्रोसेस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में शायद िी कोई प्रवशवक्षत सेमीकं डक्टि इं जीवनयि
उपलब्ध िै।
आगे की िाि
• इकोवसस्टम विकास: सेमीकं डक्टि वडजाइन औि विवनमाटण सुविधाओं के अलािा आपूर्तट श्रृख
ं ला प्रिंधन को शावमल किने िेतु
सेमीकं डक्टि उद्योग के वलए एक मजिूत इकोवसस्टम विकवसत किना चाविए।
• कौशल विकास: भाित को अपने जनसांवख्यकीय लाभांश का फायदा उठाते हुए सेमीकं डक्टि उद्योग के वलए आिश्यक उच्च कु शल
श्रवमकों की कमी को दूि किने िेतु प्रवशक्षण पि ध्यान कें द्रित किना चाविए।
• R&D पि अवधक ध्यान: अनुसध
ं ान औि विकास पि खचट में िृवद्ध किनी चाविए। इसके अलािा, एक निाचाि संस्कृ वत विकवसत
3.6.1. िाष्ट्रीय वचद्रकत्सा उपकिण नीवत, 2023 (National Medical Devices Policy, 2023)
िाल िी में, कें िीय मंवत्रमंडल ने िाष्ट्रीय वचद्रकत्सा उपकिण नीवत, 2023 को मंजूिी प्रदान कि दी िै।
• भाित को अगले 25 िषों में वचद्रकत्सा उपकिणों के विवनमाटण औि निाचाि में विर्श् में अग्रणी देश िनाना।
• 2030 तक वचद्रकत्सा उपकिण क्षेत्रक को ितटमान 11 विवलयन डॉलि से िढ़ाकि 50 विवलयन डॉलि तक पहुंचाने में मदद किना
• लोक स्िास््य के उद्देश्यों (पहुंच, ििनीयता, गुणित्ता औि निाचाि) को पूिा किने िेतु वचद्रकत्सा उपकिण क्षेत्र के व्यिवस्थत विकास
में मदद किना।
विवनयामकीय तंत्र को • इसके तित लाइसेंमसंग के वलए मसंगल मिंडो क्लीयिें स वसस्टम का वनमाटण द्रकया जाएगा; BIS जैसे भाितीय मानकों
सुव्यिवस्थत किना की भूवमका िढ़ाई जाएगी तथा एक सुसग
ं त मूल्य वनधाटिण विवनयमन तैयाि द्रकया जाएगा।
सक्षमकािी िुवनयादी • आर्थटक क्षेत्र (Economic zones) के वनकट विर्श् स्तिीय सामान्य िुवनयादी सुविधाओं से सुसवित िड़े वचद्रकत्सा
ढांचा उपकिण पाक्सट औि क्लस्टसट की स्थापना की जाएगी औि उन्िें मजिूती प्रदान की जाएगी।
अनुसध
ं ान एिं विकास • इसके तित अकादवमक औि शोध संस्थानों में उत्कृ िता कें ि स्थावपत द्रकए जाएंगे। साथ िी, निाचाि कें िों औि 'प्लग
(R&D) तथा निाचाि एंड प्ले' अिसंिचनाओं की भी स्थापना की जाएगी तथा स्टाटट-अप्स को समथटन द्रदया जाएगा।
में सिायता किना
मानि संसाधन विकास • वचद्रकत्सा उपकिण क्षेत्रक में पेशेििों के कौशल विकास, पुनकौशल विकास तथा कौशल उन्नयन के वलए कौशल विकास
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
ब्रांड पोवजशमनंग औि • वचद्रकत्सा उपकिण क्षेत्रक के वलए एक समर्पटत वनयाटत संिधटन परिषद स्थावपत की जाएगी।
जागरूकता सृजन • विवनमाटण औि कौशल विकास के वलए सिोत्तम िैवर्श्क प्रथाओं से सीखने पि िल द्रदया जाएगा।
63
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
NHAI40 ने िाष्ट्रीय िाजमागों पि दुघटट ना संभावित स्पॉट्स को ठीक किने के वलए द्रदशा-वनदेश जािी द्रकए िैं। NHAI ने ये द्रदशा-वनदेश
अल्पकावलक उपायों के रूप में जािी द्रकए िैं।
मुख्य द्रदशा-वनदेशों पि एक नजि
• इसके वलए NHAI के प्रोजेक्ट डायिे क्टसट को दुघटट ना संभावित स्पॉट्स को ठीक किने का काम सौंपा गया िै। प्रोजेक्ट डायिे क्टसट इस
प्रकाि के एक स्पॉट को ठीक किने/ सुधािने के वलए
अवधकतम 10 लाख रुपये खचट कि सकते िैं।
• प्रवत स्पॉट 10 लाख रुपये से अवधक औि 25 लाख
रुपये तक की लागत िाले अल्पकावलक उपायों का
अवधकाि संिंवधत क्षेत्रीय कायाटलय को सौंपा गया
िै।
• इन अल्पकावलक उपायों में अवग्रम चेतािनी देने
िाले संकेतों में ज़ेििा क्रॉमसंग, क्रैश िैरियसट औि
िे मलंग, सोलि लाइट/ मब्लंकि जैसी पैदल यात्री
सुविधाओं को उपलब्ध किाना शावमल िैं।
सड़क दुघटट नाओं के कािक
• खिाि सड़क, वडजाइन आद्रद:
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
• मानिीय कािक: यातायात वनयमों का उल्लंघन, सुिक्षा उपकिणों (िेलमेट औि सीट िेल्ट) का उपयोग निीं किना, रट्रपल िाइमडंग,
ओििलोमडंग, खिाि ड्राइमिंग, स्टंट किना, िोड िे ज आद्रद।
• विवनयामकीय संिध
ं ी समस्या: अपयाटप्त प्रवशक्षण औि टेमस्टंग, अलग-अलग एजेंवसयों के िीच समन्िय का अभाि आद्रद।
आगे की िाि
• सड़क की वस्थवत में सुधाि:
o वडजाइन: अच्छी तिि से वडजाइन द्रकए गए िाजमागट िेिति आिागमन की सुविधा प्रदान किते िैं। सड़क वनमाटण के समय,
धीमी गवत से चलने िाले िािनों की आिाजािी के वलए अलग से व्यिस्था की जानी चाविए। सड़कों के साथ िाजमागों का
जुड़ाि भी व्यिवस्थत िोना चाविए।
o दुघटट ना का ऑवडट किना: दुघटटना प्रिण स्पॉट्स की पिचान किने औि पयाटप्त चेतािनी संकेत देने के वलए सभी सड़कों का िि
छि माि में ऑवडट द्रकया जाना चाविए।
o अन्य: सभी सड़कों के वलए क्रैश िैरियि, पैिावपट, पयाटप्त िोशनी की व्यिस्था, िि मौसम में परिििन के वलए अनुकूल सड़कें ,
तीव्र मोड़ों पि िड़े दपटणों का प्रािधान आिश्यक किना चाविए।
• िािनों में सुधाि: सुिक्षा संिंधी फीचसट के वलए नई प्रौद्योवगद्रकयों के स्िदेशीकिण से लागत में कमी आएगी। इस प्रकाि इन फीचसट
को लगभग सभी िािनों में उपलब्ध कििाया जा सके गा।
o भाित NCAP41 को लागू किना: यि भाित में िेची जाने िाली कािों की सुिक्षा जांच किने के वलए िे टटंग आधारित एक नया
प्रोग्राम िै। यि िैवर्श्क मानकों के अनुरूप िै।
o िािन स्क्रैपेज नीवत: यि नीवत िािन मावलकों को पुिाने औि अनद्रफट िािनों को स्क्रैप के वलए देने तथा इसके िदले नया
िािन खिीदने िेतु प्रोत्सािन प्रदान किती िै।
• मानि व्यििाि को सुधािना: वपछली सीट पि िेल्ट लगाने पि िल देना, सड़क सुिक्षा जागरूकता कें ि खोलना, स्कू ल औि कॉलेजों
3.7.1.2. प्रधान मं त्री ग्राम सड़क योजना (Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana: PMGSY)
िाल िी में, ग्रामीण विकास एिं पंचायती िाज संिंधी संसदीय स्थायी सवमवत ने PMGSY पि अपनी रिपोटट जािी की िै।
• रिपोटट के अनुसाि, 31 जनििी, 2023 तक PMGSY-I औि PMGSY-II के तित वनधाटरित लक्ष्यों में से क्रमशः 96.24% औि
97.01% लक्ष्य प्राप्त कि वलए गए िैं।
• ग्रामीण विकास मंत्रालय (MoRD) ने िषट 2000 में PMGSY के पिले चिण की
• ऑनलाइन प्रिंधन, वनगिानी औि लेखा प्रणाली (Online Management, Monitoring and Accounting System:
OMMAS): यि PMGSY की वनगिानी के वलए स्थावपत एक तंत्र िै।
• िाष्ट्रीय ग्रामीण अिसंिचना विकास एजेंसी (National Rural Infrastructure Development Agency: NRIDA): योजना के
कायों का वनष्पादन िाज्य सिकाि द्वािा द्रकया जाता िै, जिद्रक वनगिानी MoRD द्वािा की जाती िै। MoRD द्वािा यि वनगिानी
NRIDA की सिायता से की जाती िै।
• आिंरटत धनिावश खचट निीं की गई: जनििी 2023 तक आिंरटत धनिावश में से लगभग 6,800 किोड़ रुपये खचट निीं द्रकए गए िैं।
• भूवम अवधग्रिण से संिवं धत मुद्दे: 2010-2015 के िीच की अिवध के वलए CAG42 द्वािा एक ऑवडट रिपोटट जािी की गई थी। इस
रिपोटट के अनुसाि, 11 िाज्यों में 372 परियोजनाओं को भूवम की अनुपलब्धता या भूवम वििादों के कािण िंद कि द्रदया गया था।
• परियोजनाओं का खिाि कायाटन्ियन: कु छ परियोजनाओं को आिश्यक पुलों या क्रॉस ड्रेनेज संिचनाओं के वनमाटण के विना िी पूिा
द्रकया गया। इसके कािण ये सड़कें प्रत्येक मौसम में कनेवक्टविटी के वलए उपयोगी निीं ििीं।
• आिंरटत वनवध का अन्य कायों में उपयोग: CAG की रिपोटट के अनुसाि, कई िाज्यों में सड़क वनमाटण के वलए आिंरटत वनवध को िख-
िखाि औि प्रशासवनक व्यय, िेतन एिं मजदूिी आद्रद में प्रयोग द्रकया गया िै।
• गुणित्ता वनयंत्रण, वनगिानी औि मूल्यांकन: इस योजना के अंतगटत अनेक अवनयवमतताएं भी व्याप्त िैं, जैसे-
o क्षेत्रीय प्रयोगशालाओं की स्थापना न िोना,
o उपकिणों की अनुपलब्धता, औि
o प्रवशवक्षत जनशवक्त की तैनाती न िोना।
▪ सवमवत के अनुसाि, PMGSY के तित सड़कों के वनमाटण में अवधक भाि ढोने िाले िािनों के आिागमन को ध्यान में निीं
िखा जाता िै। ितटमान में ये िािन ग्रामीण संपकट सड़कों को भािी क्षवत पहुंचा ििे िैं।
• OMMAS का IT ऑवडट: OMMAS के डेटा को वनयवमत रूप से अपडेट निीं द्रकया जाता िै। इसके कािण प्रिं धन सूचना प्रणाली
रिपोटट गलत औि अविर्श्सनीय िो जाती िै।
आगे की िाि
• स्टाफ प्रवशक्षण औि उनका ट्रांसफि: लेखांकन प्रणाली पि डेटा अपडेट किने के वलए उत्तिदायी कमटचारियों को प्रणाली के विवभन्न
मॉड्यूल के संिंध में समयिद्ध तिीके से प्रवशवक्षत द्रकया जाना चाविए।
• िाज्य द्वािा OMMAS पि अपडेटेड जानकािी को अपलोड द्रकया जाना चाविए: योजना की भौवतक औि वित्तीय प्रगवत के िािे में
अपडेटेड जानकािी को वनयवमत रूप से OMMAS पि अपलोड द्रकया जाना चाविए।
• गुणित्ता वनयंत्रण प्रणाली: ग्रामीण विकास मंत्रालय को PMGSY के कायाटन्ियन में विद्यमान कवमयों को दूि किने के वलए
गुणित्ता वनयंत्रण प्रणाली की समीक्षा किनी चाविए।
o सवमवत ने PMGSY के तित वनर्मटत सड़कों की मोटाई को मौजूदा 20 वम.मी. से िढ़ाकि 30 वम.मी. किने की वसफारिश की
िै।
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
• अन्य कायों में आिंरटत वनवध के उपयोग को िोकना: यि सुवनवित द्रकया जाना चाविए द्रक द्रकसी विवशि उद्देश्य के वलए जािी की
गई धनिावश का उपयोग द्रकसी अन्य कायट के वलए निीं द्रकया जाए।
• भूवम वडवजटलीकिण कायटक्रमों को पूिा किना: स्िावमत्ि (SVAMITVA) जैसी योजनाएं ग्रामीण भूवम की सुस्पि जानकािी
उपलब्ध किाने में मदद कि सकती िैं। इससे भूवम अवधग्रिण के कािण िोने िाली देिी को प्रभािी ढंग से कम द्रकया जा सकता िै।
67
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
2021-22 में िे लिे ने यात्री परिििन एिं माल की ढु लाई से 100 रुपये कमाने के वलए 107 रुपये खचट द्रकए थे। ऐसे में
नकािात्मक परिचालन अनुपात के कािण िे लिे में अपग्रेडेशन औि सुिक्षा पि कम खचट िो पाता िै।
• अिसंिचना संिध
ं ी मुद्दे:
o पटिी से उतिना: भाित के वनयंत्रक औि मिालेखा किच के िािे में
पिीक्षक (CAG) ने द्रदसंिि 2022 में ‘भाितीय • ‘किच’ भाितीय िेलिे की एक स्िचावलत सुिक्षा प्रणाली िै वजसे 2012
िे लिे में ट्रेनों के पटिी से उतिने की घटनाएं43’ में विकवसत द्रकया गया था। पिले इसका नाम ट्रेन कॉलीजन एिॉयडेंस
वसस्टम (TCAS) था। िाद में इसका नाम िदलकि किच (Armour)
शीषटक से एक रिपोटट जािी की थी। इस रिपोटट के
िख द्रदया गया।
अनुसाि, चाि साल की अिवध (2018-2021) में
• किच की मुख्य विशेषताओं पि एक नजि:
िे लिे से संिवं धत 69 प्रवतशत दुघटट नाएं ट्रेनों के पटिी
o यि ट्रेनों को लाल वसिल (खतिे का संकेत) पाि किने से िोकने में
से उतिने के कािण हुई थीं। मदद किता िै।
▪ CAG ने ट्रैक की खिािी, इंजीवनयटिं ग औि o यद्रद लोको पायलट ट्रेन को वनधाटरित गवत सीमा में वनयंवत्रत
िखिखाि संिंधी समस्याएं एिं परिचालन िखने विफल ििता िै तो किच स्िचावलत ब्रेक को सद्रक्रय किके
संिंधी त्रुरटयों जैसे मुद्दों को ट्रेनों के पटिी से िे लगाड़ी की गवत को वनयंवत्रत कि देता िै।
उतिने िेतु उत्तिदायी कु छ प्रमुख कािणों के रूप o यि आपात वस्थवत में SOS यानी आपात संदेश भेजता िै।
में वचवन्ित द्रकया था। o इसने नेटिकट मॉवनटि वसस्टम के जरिए ट्रेनों की आिाजािी की
लाइि वनगिानी को कें िीकृ त िनाया िै।
o पटरियों पि क्षमता से अवधक िे लों का परिचालन:
o किच में त्रुरट की संभािना निीं के ििािि (10,000 साल में 1
देश भि में लगभग 10,000 द्रक.मी. िे लिे पटरियों
गलती की संभािना) िै।
का उनकी क्षमता से अवधक उपयोग (125 प्रवतशत)
िोता िै। इसके चलते ट्रैक, इलेवक्ट्रकल औि वसिमलंग अिसंिचना का िखिखाि किने एिं खावमयों को दूि किने में करठनाई
आती िैं।
• संगठन संिध
ं ी मुद्दे:
o अवनिायट सुिक्षा मानदंडों का पालन निीं किना: CAG की रिपोटट के अनुसाि, मौजूदा मानदंडों का उल्लंघन किते हुए 62
प्रवतशत वडब्िों में अविशामक यंत्र उपलब्ध निीं किाए गए थे।
o जांच में देिी: CAG की रिपोटट के अनुसाि, 63 प्रवतशत मामलों में जांच रिपोटट वनधाटरित समय-सीमा के भीति उपयुक्त
प्रावधकिण को निीं सौंपी गई थी। 49 फीसदी मामलों में रिपोटट को स्िीकाि किने में देिी हुई थी।
• मानि संसाधन संिध
ं ी मुद्दे:
o रिवक्तयां: िे ल मंत्रालय के अनुसाि, पूिे भाित में 3.12 लाख गैि-िाजपवत्रत (Non-gazetted) पद खाली िैं, वजनमें से कई पद
सुिक्षा श्रेणी के िैं।
o अकु शल औि अप्रवशवक्षत कमटचािी: कॉन्ट्रैक्ट पि िखे गए कर्मटयों में कौशल की कमी के साथ-साथ प्रवशक्षण का भी अभाि देखा
गया िै।
o लोको पायलटों (ट्रेन ड्राईिि) से अवधक काम वलया जाना: ऐसे कई मामले सामने आए िैं जिां लोको पायलटों को उनके वलए
वनधाटरित कायट अिवध से अवधक समय तक ड्यूटी किनी पड़ती िै। इससे ट्रेन की सुिक्षा प्रभावित िोती िै।
िे लिे सुिक्षा के वलए उठाए गए कदम
• िाष्ट्रीय िे ल संिक्षा कोष (RRSK): इसे 2017-18 में िे लिे के वलए एक समर्पटत कोष के रूप में स्थावपत द्रकया गया था। इस कोष में
पांच िषों के वलए 1 लाख किोड़ रुपये की िावश िखी गई थी।
o इस कोष का उद्देश्य िे लिे के मित्िपूणट सुिक्षा औि संिंवधत कायों के िैकलॉग को पूिा किना िै। इसमें ट्रैक निीनीकिण, पुलों
को मजिूत किना औि वसिमलंग व्यिस्था में सुधाि किना शावमल िै।
• मलंके िॉफमैन िुश (LHB) वडब्िों के उपयोग को िढ़ाना: भाितीय िे लिे ने 1995 में LHB वडब्िों का उपयोग किना शुरू द्रकया था।
ये वडब्िे पुिाने ICF (इंटीग्रल कोच फै क्ट्री) वडब्िों की तुलना में किीं अवधक सुिवक्षत माने जाते िैं।
o ये वडब्िे वडस्क ब्रेक, िाइड्रोवलक सस्पेंशन वसस्टम, सेंटि िफि कपमलंग वसस्टम औि साइड सस्पेंशन जैसी अत्याधुवनक तकनीकों
• कवमयों की पिचान किने औि उससे अिगत िोने के वलए रियल टाइम में समन्िय: उदाििण के वलए- वब्ररटश िे लिे द्वािा
कॉवन्फडेंवशयल इं वसडेंट रिपोर्टिं ग एंड एनावलवसस वसस्टम (CIRAS) नामक एक प्रणाली का उपयोग द्रकया जाता था। इसका
उद्देश्य वनचले स्ति के कमटचारियों को रियल टाइम में खावमयों को िताने के वलए प्रोत्सावित किना िै।
• पटरियों के पास िसािट कम किना: पटरियों के पास िसािट द्रकसी िड़ी घटना को आंमंवत्रत कि सकती िै औि इन क्षेत्रों से गुजिने
के दौिान ट्रेनों की गवत को कम किना एक अस्थायी समाधान मात्र िी िै। इसवलए उपयुक्त मामलों में पटरियों के िहुत किीि ििने
िाले लोगों को किीं औि िसाने िेतु कायट किना चाविए।
• अिसंिचना औि कौशल: सुिक्षा में सुधाि के वलए तत्काल कािट िाई किते हुए अिसंिचना को अपग्रेड किने पि अवधक ध्यान देना
चाविए। इसवलए सुिक्षा श्रेवणयों में रिवक्तयों को भिा जाना चाविए औि कमटचारियों को कौशल प्रदान किने पि अवधक जोि देने की
आिश्यकता िै।
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
71
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
• मित्िपूणट खवनज ऐसे तत्ि िैं, जो आज अवनिायट िो चुकी आधुवनक प्रौद्योवगद्रकयों के वनमाटण िेतु आधाि िैं। साथ िी, अक्सि इन
खवनजों की आपूर्तट श्रृंखला में व्यिधान िोने का खतिा िना ििता िै। मित्िपूणट खवनज के कु छ उदाििण अग्रवलवखत िैं- एंटीमनी,
िेरिवलयम, विस्मथ, कोिाल्ट, तांिा आद्रद।
o भाित के वलए,
▪ कोिाल्ट के प्रमुख आयात स्रोत चीन, अमेरिका ि जापान िैं;
▪ वलवथयम के प्रमुख आयात स्रोत वचली, रूस ि चीन िैं; औि
▪ वनके ल के प्रमुख आयात स्रोत स्िीडन, चीन आद्रद िैं।
• इन खवनजों का इस्तेमाल अि िि जगि द्रकया जाता िै। उदाििण के वलए- मोिाइल फोन, कं प्यूटि से लेकि िैटिी, इलेवक्ट्रक िािन
तथा सौि पैनल औि पिन टििाइन जैसी िरित प्रौद्योवगद्रकयों के वनमाटण में इनका उपयोग द्रकया जाता िै।
• आर्थटक संिवृ द्ध: वलवथयम, ग्रेफाइट, कोिाल्ट, टाइटेवनयम जैसे खवनज िाई-टेक इलेक्ट्रॉवनक्स, दूिसंचाि, परिििन आद्रद के विकास
के वलए आिश्यक िैं।
o देश में मित्िपूणट खवनजों के प्रचुि भंडाि से भाित की आत्मवनभटिता सुवनवित िो सकती िै। साथ िी, इससे आपूर्तट श्रृख
ं ला में
द्रकसी प्रकाि के व्यिधान से भी सुिक्षा प्राप्त िोगी।
• जलिायु कािट िाई को िढ़ािा देना: कु छ मित्िपूणट खवनज जलिायु-अनुकूल प्रौद्योवगद्रकयों, जैसे- इलेवक्ट्रक िािन, सौि पैनल, पिन
टििाइन आद्रद के वलए मित्िपूणट िैं।
• िक्षा: वलवथयम, वनके ल औि वसवलकॉन जैसे मित्िपूणट खवनज एयिोस्पेस तथा िक्षा क्षेत्रक में उपयोग की जाने िाली प्रौद्योवगद्रकयों
एिं सामवग्रयों के विवनमाटण के वलए मित्िपूणट िैं।
• सुिक्षा: भाित को अपने भू-आर्थटक लक्ष्यों, ऊजाट सुिक्षा, निीकिणीय ऊजाट लक्ष्यों, खवनज सुिक्षा औि 2030 तक इलेवक्ट्रक िािनों
को अपनाने िेतु वनधाटरित लक्ष्य को प्राप्त किने के वलए मित्िपूणट खवनज की जरूित िै।
• आयात पि वनभटिता: देश के विवनमाटण क्षेत्रक (विशेष रूप से िरित प्रौद्योवगद्रकयां) के वलए जरुिी कु छ मित्िपूणट खवनज
परिसंपवत्तयां (खदानें) खनन के वलए अभी तैयाि निीं िैं।
• आपूर्तट श्रृख
ं ला संिध ं ी समस्या: यद्रद
मित्िपूणट खवनजों का खनन कु छ
भौगोवलक क्षेत्रों में कें द्रित िो या इनका
प्रसंस्किण कु छ जगिों पि सीवमत िो
तो इनकी आपूर्तट श्रृंखला में व्यिधान
उत्पन्न िो सकता िै या इनकी कमी का
संकट पैदा िो सकता िै।
o उदाििण के वलए- चीन में स्िच्छ
ऊजाट, इलेक्ट्रॉवनक्स औि िक्षा
प्रौद्योवगद्रकयों के वलए जरूिी
दुलटभ भू-तत्ि खवनजों के 3/5िें
विस्से का खनन द्रकया जाता िै।
• व्यापाि नीवतयां: मित्िपूणट खवनजों की आपूर्तट व्यापाि समझौतों पि वनभटि किती िै। ये समझौते भी घिे लू वितों से प्रभावित िोते
िैं।
o उदाििण के वलए- इं डोनेवशया के पास विर्श् में वनके ल का सिसे िड़ा भंडाि िै। इसने कच्चे वनके ल अयस्क के वनयाटत पि
आगे की िाि
• खान मंत्रालय द्वािा की गई वसफारिशें:
o मित्िपूणट खवनजों पि एक िाष्ट्रीय संस्थान या उत्कृ िता कें ि स्थावपत द्रकया जाना चाविए।
o खान मंत्रालय के अधीन एक अलग मिंग िनाया जाना चाविए।
o विदेशी खान परिसंपवत्तयों के िणनीवतक अवधग्रिण के वलए अंतिाटष्ट्रीय एजेंवसयों के साथ सियोग किना चाविए।
o प्रौद्योवगद्रकयों के प्रसंस्किण औि परिशोधन47 पि ध्यान कें द्रित किने के वलए एक अवभनि वित्त-पोषण तंत्र स्थावपत किना
चाविए।
o मित्िपूणट खवनजों की सूची को समय-समय (अच्छा िो द्रक िि तीन साल में) पि अपडेट किना चाविए।
• आपूर्तट श्रृख
ं लाओं में विविधता लाना: इससे मित्िपूणट खवनजों की वनिं ति आपूर्तट सुवनवित किने , चीन पि वनभटिता कम किने औि
रूस-यूक्रेन युद्ध, कोविड-19 जैसी िाधाओं से वनपटने में मदद वमलेगी।
• िाष्ट्रीय फ्े मिकट : भाित सिकाि को वलवथयम सवित मित्िपूणट धातुओं के भंडाि के स्रोत पि िाष्ट्रीय फ्े मिकट तैयाि किने की
आिश्यकता िै। इससे वलवथयम सेल के स्िदेशी विकास में तेजी लाने औि एक विर्श्सनीय मूल्य श्रृंखला िनाने में मदद वमलेगी।
3.8.2. खान औि खवनज (विकास औि विवनयमन) सं शोधन विधे य क, 2023 {The Mines and Minerals
(Development and Regulation) Amendment Bill, 2023}
िाल िी में, संसद ने खान औि खवनज (विकास औि विवनयमन) संशोधन विधेयक, 2023 पारित द्रकया िै।
• गििाई में पाए जाने िाले औि मित्िपूणट खवनजों के वलए अन्िेषण लाइसेंस (Exploration Licence: EL) की शुरुआत: सूचीिद्ध
खवनजों अन्िेषण औि खनन के वलए नीलामी के द्वािा अन्िेषण लाइसेंस (EL) द्रदया जाएगा। यि लाइसेंस पांच िषट के वलए द्रदया
जाएगा।
• पिमाणु खवनजों की सूची में शावमल 12 खवनजों में से 6 खवनजों को िािि द्रकया गया: पिमाणु खवनजों की सूची से कु छ खवनजों
को िािि किना: इन खवनजों का अंतरिक्ष उद्योग, इलेक्ट्रॉवनक, संचाि आद्रद में उपयोग द्रकया जाता िै। ये भाित की नेट जीिो
उत्सजटन प्रवतिद्धता को पूिा किने के वलए भी मित्िपूणट िैं।
o इन खवनजों को पिमाणु खवनज की सूची से िटाने से वनजी क्षेत्रक द्वािा भी इनकी खोज औि खनन का कायट द्रकया जा सके गा।
• मित्िपूणट खवनजों को खनन लाइसेंस/ पिे (कन्सेशन) पि देने िेतु नीलामी किने का विशेषावधकाि कें ि सिकाि को द्रदया गया:
o भले िी मित्िपूणट खवनजों की नीलामी कें ि सिकाि किे गी, लेद्रकन सफल िोलीदाताओं को इन खवनजों के वलए खनन पिा
अथिा समेद्रकत लाइसेंस के िल िाज्य सिकाि द्वािा िी प्रदान द्रकया जाएगा।
प्रभाि
• आयात पि वनभटिता में कमी: लंिे समय से, इनमें से अवधकांश खवनजों के वलए भाित काफी िद तक आयात पि वनभटि ििा िै।
उपयुटक्त संशोधनों से आयात पि वनभटिता में कमी आने की उम्मीद िै।
• विदेशी वनिेश औि उद्यवमता: ऐसा अनुमान िै द्रक उपयुटक्त संशोधनों से देश में प्रत्यक्ष विदेशी वनिेश औि जूवनयि खनन कं पवनयों
को आकर्षटत किने के वलए अनुकूल िैधावनक परििेश तैयाि िोगा।
• वनजी क्षेत्रक की भागीदािी: प्रस्तावित अन्िेषण लाइसेंस मित्िपूणट (द्रक्ररटकल) औि गििाई में पाए जाने िाले खवनजों के वलए
खवनज अन्िेषण में वनजी क्षेत्रक की भागीदािी को सुगम िनाएगा, उन्िें िढ़ािा देगा औि आर्थटक रूप से प्रोत्सावित किे गा।
o अन्िेषण में वनजी एजेंवसयों की भागीदािी से अन्िेषण क्षेत्र में अत्याधुवनक प्रौद्योवगकी, वित्त औि विशेषज्ञता भी आएगी।
• प्रद्रक्रया में तेजी लाना: गौितलि िै द्रक विवभन्न िाज्य सिकािों को नीलामी के वलए कु ल 107 खवनज ब्लॉक सौंपे गए थे, लेद्रकन
इनमें से िाज्य सिकािों द्वािा अि तक के िल 19 ब्लॉक की िी नीलामी की गई िै।
o इन मित्िपूणट खवनजों की नीलामी िेतु कें ि सिकाि को अवधकृ त किने से नीलामी प्रद्रक्रया में गवत आएगी औि खवनजों का
शीघ्र उत्खनन संभि िो सके गा।
75
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
3.8.3.1. वमशन ऑन एडिां स्ड एं ड िाई-इम्पै क्ट रिसचट (Mission on Advanced and High-Impact
Research: MAHIR)
विद्युत मंत्रालय तथा निीन एिं निीकिणीय ऊजाट मंत्रालय ने संयुक्त रूप से वमशन ऑन एडिांस्ड एंड िाई-इम्पैक्ट रिसचट (MAHIR)
की शुरुआत की िै। इसका उद्देश्य विद्युत क्षेत्रक में उभिती प्रौद्योवगद्रकयों का लाभ उठाना िै।
• दृविकोण: यि वमशन “प्रौद्योवगकी जीिन चक्र” के आधाि पि लागू िोगा। यि “आइवडया टू प्रोडक्ट” पि आधारित िै यानी उत्पाद
की अिधािणा से लेकि उसके विवनमाटण तक की अिवध इसमें शावमल िोगी।
• अिवध: इस वमशन को शुरुआत में 2023-24 से 2027-28 तक की पांच िषट की अिवध के वलए तैयाि द्रकया गया िै।
• वमशन की संिचना:
o तकनीकी कायटक्षत्र
े सवमवत (Technical Scoping Committee): इसकी अध्यक्षता कें िीय विद्युत प्रावधकिण (CEA) के
अध्यक्ष किें गे।
▪ मुख्य कायट: यि सवमवत विद्युत क्षेत्रक में विर्श् स्ति पि जािी अनुसंधान औि उभिते क्षेत्रकों का सिेक्षण ि पिचान किे गी।
साथ िी, इस संिंध में शीषट सवमवत को वसफारिशें देगी।
o शीषट सवमवत (Apex Committee): इसकी अध्यक्षता कें िीय विद्युत औि निीन एिं निीकिणीय ऊजाट मंत्री द्वािा की
जाएगी।
▪ मुख्य कायट: यि सवमवत अंतिाटष्ट्रीय सियोग की संभािनाओं पि विचाि किे गी तथा अनुसंधान प्रस्तािों को मंजिू ी देगी।
साथ िी, यि सवमवत उनकी प्रगवत की वनगिानी भी किे गी।
• कििे ज: इसके तित दुवनया भि की कं पवनयों/ संगठनों से आउटकम-मलंक्ड फं मडंग के प्रस्ताि आमंवत्रत द्रकए जाएंगे।
• प्रस्ताि का चयन: इस योजना में प्रस्तािों का चयन ‘गुणित्ता सि लागत-आधारित चयन’ (QCBS)48 प्रद्रक्रया के आधाि पि द्रकया
जाना िै।
• पेटेंट: इसके तित विकवसत तकनीक के िौवद्धक संपदा अवधकाि (IPR) को भाित सिकाि औि अनुसध
ं ान एजेंसी द्वािा सामूविक
रूप से साझा द्रकया जाएगा।
िाल िी में, कें िीय विद्युत प्रावधकिण (CEA)49 ने 2022-32 की अिवध के वलए िाष्ट्रीय विद्युत योजना (NEP) को अवधसूवचत द्रकया
िै।
• ऊजाट की िढ़ती मांग: भाित में वपछले दशक के दौिान विजली की मांग लगभग 4.1% की CAGR50 से िढ़ी िै। साथ िी, यि
अनुमान िै द्रक अगले पांच िषों में देश में विजली की मांग 7.18% के CAGR से िढ़ सकती िै।
• स्थावपत क्षमता: िषट 2026-27 के वलए विद्युत की संभावित स्थावपत क्षमता 610 गीगािाट िोगी। इसमें 57.4% का योगदान गैि-
जीिाश्म आधारित स्रोतों का िोगा। माचट 2022 में कु ल विद्युत स्थावपत क्षमता में गैि-जीिाश्म आधारित स्रोतों का योगदान
लगभग 40% था।
• कािटन उत्सजटन: कोयला आधारित संयंत्रों से औसत CO2 उत्सजटन दि में वगिािट देखी जा ििी िै। यि इस िात का संकेत िै द्रक
कोयला आधारित विद्युत संयंत्रों की विद्युत उत्पादन दक्षता में सुधाि िो ििा िै।
• निीकिणीय ऊजाट (RE) स्रोतों का योगदान: 2026-27 तक कु ल एनजी वमक्स (या ऊजाट वमश्रण) में RE स्रोतों की कु ल स्थावपत
क्षमता लगभग 35% तक िोने का िोने का अनुमान िै। 2031-32 तक यि लगभग 44% तक पहुंच सकती िै।
• ऊजाट दक्षता औि संिक्षण: भाित ने 2005-2016 की अिवध में सकल घिे लू उत्पाद की उत्सजटन तीव्रता में 24% की कमी की िै।
इसके अलािा, भाित अि 2005 के स्ति के मुकािले 2030 तक उत्सजटन तीव्रता में 45% की कमी लाने िेतु प्रवतिद्ध िै।
NEP द्वािा िे खांद्रकत प्रमुख चुनौवतयां
• वग्रड के साथ निीकिणीय ऊजाट स्रोतों के एकीकिण में आने िाली चुनौवतयां:
o इं टिवमटेंसी (अवनयवमत अंतिाल पि): सौि औि पिन ऊजाट उत्पादन में समय-समय पि अंति आने तथा उत्पादन में
अवनवितता की िजि से विद्युत की मांग औि आपूर्तट में सामंजस्य िैठाना मुवश्कल िोता िै।
o वग्रड के साथ एकीकिण: वग्रड में िड़े पैमाने पि निीकिणीय ऊजाट स्रोतों को शावमल किने के वलए अन्य ऊजाट स्रोतों से इसके
• मांग प्रवतद्रक्रया: मांग पक्ष संिंधी ऊजाट प्रिंधन उपाय, ग्रािकों को उस समय अस्थायी निीकिणीय ऊजाट स्रोतों के उपयोग को
अवधकतम किने के वलए प्रोत्सावित किते िैं, जि आपूर्तट स्िाभाविक रूप से अवधक िो।
• ऑफ-वग्रड निीकिणीय क्षेत्रक को प्रोत्सािन: यि पािं परिक विजली के साथ िहुत अवधक प्रवतस्पधी िै, क्योंद्रक इससे सुदिू इलाकों में
विद्युत ट्रांसवमशन में िोने िाले वनिेश में कमी आएगी।
o उदाििण के वलए- ‘चािल की भूसी आधारित विजली उत्पादन’ एक ऐसा िी मॉडल िै।
• वनजी वनिेश: वनजी वनिेशकों को आकर्षटत किने के वलए औि अवधक उपाय किने की आिश्यकता िै। साथ िी, निीकिणीय ऊजाट
क्षेत्रक में अनुसंधान औि निाचाि गवतविवधयों का समथटन किने के वलए अवधक धन आिंरटत द्रकया जाना चाविए।
• पानी का कम उपयोग किने िाली प्रौद्योवगद्रकयों को अपनाना: पानी के उपयोग को कम किने के उद्देश्य से सौि पी.िी. में पैनल्स/
मॉड्यूल्स की ड्राई-क्लीमनंग/ िोिोरटक सफाई जैसी निीन प्रौद्योवगद्रकयों को प्रोत्सावित किने की आिश्यकता िै।
79
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
िाल िी में, स्टैं ड-अप इं वडया योजना के 7 िषट पूिे हुए िैं। इस अिसि पि प्रधान मंत्री ने SC/ ST समुदायों औि मविलाओं के
सशक्तीकिण तथा िोजगाि सृजन में इसकी भूवमका की सिािना की िै।
इस योजना की विशेषताएं:
• इसके अंतगटत अनुसूवचत िावणवज्यक िैंकों की सभी शाखाओं को शावमल द्रकया गया िै। साथ िी, इसके तित प्रत्येक शाखा द्वािा
कम-से-कम एक SC/ ST औि एक मविला उधािकताट (ऋणी) को 10 लाख से 1 किोड़ रुपये तक का िैंक ऋण प्रदान द्रकया जाता
िै।
• आिेदक ओििड्राफ्ट की सुविधा का इस्तेमाल कि िर्किं ग कै वपटल के रूप में 10 लाख रुपये तक की वनकासी कि सकते िैं।
योजना का मित्ि
• संभावित उद्यवमयों की पिचान: संभावित उधािकताटओं (ऋणी) को ऋण प्रदान किने िेतु िैंकों से मलंक द्रकया जा सकता िै।
उदाििण के वलए- भाितीय लघु उद्योग विकास िैंक (SIDBI) द्वािा विकवसत एक ऑनलाइन पोटटल के माध्यम से जुड़ कि ऋण के
वलए आिेदन द्रकया जा सकता िै।
• विना जमानत के ऋण: जमानत-मुक्त ऋण का विस्ताि किने के वलए, सिकाि ने क्रेवडट गािं टी फं ड फॉि स्टैं ड-अप इं वडया
(CGFSI) का गठन द्रकया िै।
• वित्तीय समािेशन: यि “वित्त-पोषण से िंवचत लोगों को वित्त-पोवषत किने (Funding the Unfunded)” के वसद्धांत पि आधारित
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
िै। साथ िी, यि योजना अनुसूवचत जावत/ अनुसूवचत जनजावत औि मविला उद्यवमयों के वलए ऋण की उपलब्धता को सु वनवित
किती िै।
• सामावजक-आर्थटक सशक्तीकिण: यि िोजगाि सृजन औि सामावजक प्रवतष्ठा में सुधाि लाने के क्रम में एक सकािात्मक प्रोत्सािन के
रूप में कायट किती िै। इसके परिणामस्िरूप मविलाओं, दवलतों औि जनजावतयों का सामावजक-आर्थटक सशक्तीकिण िोता िै।
योजना के समक्ष चुनौवतयां
• ऋण की सीवमत उपलब्धता: इस योजना के अंतगटत ऋण की अवधकतम सीमा 1 किोड़ रुपये िै जो विवनमाटण अथिा व्यापाि क्षेत्रक
में स्थावपत उद्यमों के मामले में प्रायः िहुत कम िावश सावित िोती िै।
• समानांति कौशल विकास का अभाि: आिेदकों को वित्तीय सिायता के साथ-साथ प्रवशक्षण के रूप में अवतरिक्त समथटन की भी
आिश्यकता िोती िै। इसके अलािा उन्िें अन्य सिायताओं के साथ-साथ नेटिकट समथटन की भी आिश्यकता पड़ सकती िै।
• िैंक से संिवं धत मुद्दे: इस योजना के अंतगटत िाजाि दि से कम ब्याज दिों में ऋण प्रदान द्रकए जाते िैं , जो अप्रत्यक्ष रूप से िैंक
प्रणाली, विशेष रूप से सािटजवनक क्षेत्र के िैंकों (PSBs) की व्यििायटता को प्रभावित किती िै।
o साथ िी, कई अध्ययनों में पाया गया िै द्रक देश के भीतिी इलाकों में िैंक के कमटचारियों में इस योजना के संिंध में सीवमत
जागरूकता िै।
आगे की िाि
• सिािंगीण सशक्तीकिण: स्टैंड-अप इंवडया योजना के लाभों का फ़ायदा उठाने िेतु अनुसूवचत जावत औि अनुसूवचत जनजावत की
आिादी को वशवक्षत किने तथा उन्िें सामावजक-िाजनीवतक रूप से अवधक सशक्त िनाने की आिश्यकता िै।
• जागरूकता पैदा किना: सूचना, वशक्षा औि संचाि (IEC) गवतविवधयों में वनिेश किना मित्िपूणट िै। साथ िी, लवक्षत लाभाथी औि
िैंककं ग इकोवसस्टम िेतु जागरूकता की एक सामान्य भािना सृवजत किना भी मित्िपूणट िै।
• अन्य योजनाओं के साथ संयोजन: स्टाटट-अप इंवडया, मुिा, जन-धन योजना जैसी योजनाओं के कायाटन्ियन में ज्यादा-से-ज्यादा
तालमेल स्थावपत द्रकया जाना चाविए।
• िैंककं ग प्रणाली को सुदढ़ृ किना: िैंककं ग प्रणाली के समग्र सुदढ़ृ ीकिण के माध्यम से ऋण का इितम आिंटन, ऋण संिंधी जोवखम की
िेिति वनगिानी औि अंततः उद्यवमयों के िेिति प्रदशटन को सुवनवित द्रकया जा सकता िै।
81
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
• भू-सामरिक वस्थवत: पूिोत्ति क्षेत्र िांग्लादेश, भूटान, चीन, म्यांमाि औि नेपाल जैसे देशों के साथ सीमा साझा किता िै। यि क्षेत्र
भाित को दवक्षण एवशया के िाजािों के साथ भी जोड़ता िै, इसवलए यि अंतिाटष्ट्रीय व्यापाि में भी सियोग किता िै।
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
• कृ वष व्यापाि की व्यापक संभािना: यिां अनानास (95%), कटिल (83%), पत्ता गोभी (74%), संतिा (85%) आद्रद का अत्यवधक
उत्पादन िोता िै, जो वनयाटत किने के वलए पयाटप्त िै।
• एक्ट ईस्ट नीवत की सफलता के वलए: सिसे पिले
NER की विकास संिंधी चुनौवतयों का समाधान NER के विकास के वलए उठाए गए कदम
किना आिश्यक िै। यि समाधान द्रकए विना • पूिोत्ति विशेष अिसंिचना विकास योजना (North East Special
NER औि पड़ोसी देशों के साथ मूल्य श्रृंखला Infrastructure Development Scheme)।
संिंधी कोई भी व्यापाि समझौता िांवछत • गैि-व्यपगत कें िीय संसाधन पूल (Non Lapsable Central Pool of
परिणाम निीं दे पाएगा। Resources: NLCPR) योजना: इसका उद्देश्य NER की अिसंिचना क्षेत्रक
• इनपुट िाजाि के वलए शवक्तशाली उत्प्रेिकों का संिंधी कवमयों को दूि किना िै।
िोना: इन उत्प्रेिकों में सामावजक पूंजी (विविधता, • पूिोत्ति िेंचि फं ड: यि NER को समर्पटत पिली औि इकलौती िेंचि वनवध िै।
सांस्कृ वतक समृवद्ध), भौवतक संसाधन (वस्थवतज इसका उद्देश्य इस क्षेत्र में व्यिसाय में िृवद्ध औि कौशल विकास किना िै।
ऊजाट आपूर्तट कें ि), मानि संसाधन (सस्ते, कु शल • पूिोत्ति के वलए नीवत फोिम: इसका गठन NER क्षेत्र में समािेशी औि
संधािणीय आर्थटक िृवद्ध के वलए द्रकया गया िै।
श्रवमक), प्राकृ वतक संसाधन (खवनज, िन) आद्रद
• पूिोत्ति के वलए विशेष त्िरित सड़क विकास कायटक्रम।
शावमल िैं।
• पूिोत्ति में विज्ञान औि प्रौद्योवगकी िस्तक्षेप (Science and Technology
विकास के मागट में आने िाली चुनौवतयां
Interventions in North East: STINER): विज्ञान औि प्रौद्योवगकी
• भू-िाजनीवतक कािक: सीमा-पाि वििादों औि
संस्थानों से NER के द्रकसानों/ दस्तकािों तक प्रासंवगक तकनीकों को पहुंचाना।
अन्य गैि-कानूनी गवतविवधयों के कािण NER को
• पड़ोसी िाज्यों के साथ तीन नए उदीयमान कॉरिडोि:
लगाताि सुिक्षा संिंधी मचंताओं का सामना किना
o भाित को म्यांमाि औि थाईलैंड से जोड़ने िाला ट्राई लेटिल िाईिे
पड़ता िै।
o म्यांमाि के वसत्तिे पोत के साथ NER िाज्यों को जोड़ने िाला कलादान
o म्यांमाि में सेना द्वािा तख्तापलट तथा
मल्टी मॉडल कॉरिडोि
िांग्लादेश में िढ़ती भाित वििोधी भािना ने
o िांग्लादेश-चीन-भाित-म्यांमाि इकोनॉवमक कॉरिडोि
वस्थवत को औि जरटल िना द्रदया िै।
• जरटल भू-भाग: पूिोत्ति िाज्यों का लगभग 70% भाग पिाड़ी क्षेत्र िै। यिां प्रत्येक िाज्य के 42-76% क्षेत्र में िन िैं।
• अनौपचारिक अथटव्यिस्था: इस क्षेत्र से िड़े पैमाने पि नशीले पदाथों का व्यापाि िोता िै। साथ िी, यिां अन्य अिैध गवतविवधयां
भी िोती िैं, जैसे- दुलटभ जानििों की तस्किी आद्रद।
• सामावजक अशांवत: सशस्त्र वििोि, सीमा-पाि प्रिासन, अलग संघीय िाज्यों औि स्िायत्त इकाइयों की मांग किने िाले आंदोलनों
तथा नृजातीय संघषों के कािण NER का विकास िावधत हुआ िै।
• पड़ोसी देशों के साथ व्यापाि संचालन संिध
ं ी चुनौवतयां: माल अक्सि अलग-अलग देशों के िािनों के िीच ट्रांसलोड िोता िै। इसके
वलए आिश्यक क्लीयिें स की प्रद्रक्रया लंिी िो जाती िै, वजसके कािण परिििन की लागत औि समय िढ़ जाता िै।
आगे की िाि
• सामावजक सशक्तीकिण: ग्रामीण समुदायों को सशक्त किने के वलए संधािणीय संस्थाओं का वनमाटण किना चाविए।
• सिभावगता का विकास: विदेशी वनिेशकों, अन्य विकास संस्थानों तथा सािटजवनक औि वनजी क्षेत्रक के संगठनों के साथ सिभावगता
की जानी चाविए। इसके फलस्िरूप परियोजनाओं में वित्त, प्रौद्योवगकी आद्रद संसाधनों का समािेश द्रकया जा सके गा।
• क्षेत्रीय फोिम: आवसयान (ASEAN) तथा विम्सटेक (BIMSTEC) जैसे क्षेत्रीय फोिम पि ध्यान कें द्रित द्रकया जाना चाविए। यि
NER औि भाित के पड़ोसी देशों के िीच व्यापाि एिं कनेवक्टविटी को िढ़ाने में सिायक िो सकता िै।
• नीवतयों को लागू किने के वलए लोगों की सिमवत: इससे यि सुवनवित िोगा द्रक आर्थटक विकास के साथ पयाटििण तथा क्षेत्र की
सामावजक औि सांस्कृ वतक संिचना का भी ध्यान िखा जा ििा िै।
4. सु ि क्षा (Security)
4.1. वडवजटल व्यवक्तगत डेटा संिक्षण विधेयक, 2023 (Digital Personal Data Protection Bill, 2023)
िाल िी में, लोक सभा में वडवजटल व्यवक्तगत डेटा संिक्षण विधेयक (DPDP), 2023 पारित द्रकया गया।
• इस विधेयक का उद्देश्य वडवजटल व्यवक्तगत डेटा के प्रोसेमसंग (Processing/ प्रसंस्किण) को विवनयवमत किना औि व्यवक्तयों को
अपने डेटा की सुिक्षा का अवधकाि देना िै। यि िैध उद्देश्यों के वलए व्यवक्तगत डेटा के प्रोसेमसंग की आिश्यकता भी सुवनवित किता
िै।
• 2017 में, सुप्रीम कोटट ने के . एस. पुिास्िामी िनाम भाित संघ िाद में वनजता को मूल अवधकाि के रूप में मान्यता प्रदान की गई
थी।
o इसके िाद, इलेक्ट्रॉवनक्स औि सूचना प्रौद्योवगकी मंत्रालय (MeitY) द्वािा गरठत न्यायमूर्तट श्रीकृ ष्ण सवमवत ने 2018 में
व्यवक्तगत डेटा संिक्षण (PDP) विधेयक का प्रािं वभक मसौदा प्रस्तावित द्रकया।
o इसके िाद सिकाि ने इस मसौदे को संशोवधत द्रकया औि इसे व्यवक्तगत डेटा संिक्षण विधेयक, 2019 के रूप में पेश द्रकया था।
िालांद्रक, िाद में इस विधेयक को िापस ले वलया गया।
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
85
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
डेटा मप्रंवसपल के • डेटा मप्रंवसपल (अथाटत् िि व्यवक्त वजससे व्यवक्तगत डेटा संिंवधत िै) के पास वनम्नवलवखत का अवधकाि िोगा:
अवधकाि औि कतटव्य o डेटा प्रोसेमसंग के िािे में जानकािी प्राप्त किने का,
(Rights and o व्यवक्तगत डेटा में सुधाि औि उसे िटाने की मांग किने का,
Duties of Data o वशकायत वनिािण का, आद्रद।
Principal) • डेटा मप्रंवसपल द्वािा झूठी या ओछी वशकायत दजट निीं की जानी चाविए औि उसे कोई गलत विििण निीं देना चाविए।
• कतटव्यों का उल्लंघन िोने पि डेटा मप्रंवसपल पि 10,000 रुपये तक का जुमाटना लगाया जाएगा।
डेटा द्रफडु वशयिी के • डेटा द्रफडु वशयिी (प्रोसेमसंग के उद्देश्य औि तिीके को वनधाटरित किने िाला कोई व्यवक्त/ संस्था) के वनम्नवलवखत दावयत्ि
दावयत्ि िोंगे:
(Obligations of o डेटा की सटीकता औि पूणत
ट ा सुवनवित किना,
Data Fiduciaries) o डेटा उल्लंघन (ब्रीच) को िोकने के वलए उवचत सुिक्षात्मक उपाय किना,
o उद्देश्य पूिा िोते िी व्यवक्तगत डेटा को वमटा देना (सिकािी संस्थाओं के अवतरिक्त)।
मित्िपूणट डेटा • कें ि सिकाि वनम्नवलवखत कािकों के आधाि पि द्रकसी भी डेटा द्रफडु वशयिी को SDF के रूप में अवधसूवचत कि सकती
द्रफडु वशयिी िै:
(Significant Data o संसावधत (Processed) व्यवक्तगत डेटा की मात्रा औि संिद
े नशीलता के आधाि पि,
Fiduciaries: SDF) o भाित की संप्रभुता औि अखंडता पि डेटा के संभावित प्रभाि के आधाि पि,
o िाज्य की सुिक्षा के आधाि पि, आद्रद।
• SDF के पास डेटा सुिक्षा अवधकािी औि एक स्ितंत्र डेटा ऑवडटि वनयुक्त किने तथा प्रभाि आकलन किने जैसे कु छ
अवतरिक्त दावयत्ि भी िोंगे।
छू ट • डेटा मप्रंवसपल के अवधकाि औि डेटा द्रफडु वशयिी के दावयत्ि (डेटा सुिक्षा को छोड़कि) वनम्नवलवखत मामलों में लागू निीं
विधेयक की सीमाएं
• कें ि सिकाि को छू ट: यि विधेयक लोक वित में द्रकए गए द्रकसी भी कायट के वलए कें ि को अवभयोजन या कानूनी परिणामों से सुिक्षा
प्रदान किता िै।
• अपयाटप्त सुिक्षा: भाित के िािि व्यवक्तगत डेटा के स्थानांतिण से मजिूत डेटा सुिक्षा कानून से िवित देशों में डेटा सुिक्षा सुवनवित
किना संभि निीं िो पाएगा।
• मुआिजे का प्रािधान न िोना: विधेयक ने सूचना प्रौद्योवगकी (IT) अवधवनयम, 2000 की धािा 43A को समाप्त कि द्रदया िै। इस
धािा में यि प्रािधान िै द्रक यद्रद कं पवनयां डेटा का दुरुपयोग किती िैं तो उन्िें उपयोगकताटओं को अवनिायट रूप से मुआिजा देना
पड़ता िै।
• वशकायत वनिािण के वलए जरटल दृविकोण: पीवड़त व्यवक्त के वलए सिसे पिले डेटा द्रफडु वशयिी के वनिािण तंत्र से संपकट किना
आिश्यक िै।
o वशकायतों का वनपटािा निीं िोने पि TDSAT, औि ििां भी समाधान निीं िोने पि डेटा संिक्षण िोडट के पास अपील का
प्रािधान िै।
• यि विधेयक डेटा पोटेविवलटी के अवधकाि औि डेटा मप्रंवसपल के मामले में भुला द्रदए जाने का अवधकाि (Right to be
forgotten) को मान्यता निीं देता िै।
वनष्कषट
वडवजटल व्यवक्तगत डेटा संिक्षण विधेयक (DPDP) में व्यवक्तगत डेटा सुिक्षा के वलए एक नया फ्े मिकट तैयाि द्रकया गया िै। इससे देश में
डेटा गोपनीयता औि डेटा संिक्षण को लेकि कानूनी वस्थवत स्पि िो सके गी। यि कायट वडवजटल अथटव्यिस्था के व्यापक उद्देश्य को पूणट
किने के वलए द्रकया जा ििा िै।
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
िाल िी में, रूस में िैगनि ग्रुप नामक एक प्राइिेट वमवलट्री कं पनी (PMC) ने देश के िक्षा प्रवतष्ठानों के विरुद्ध वििोि कि द्रदया।
• PMCs वनजी स्िावमत्ि में संचावलत एक संगठन की तिि िोती िैं। ऐसे संगठन अनुिंध के आधाि पि सैन्य औि सुिक्षा संिंधी
सेिाएं प्रदान किते िैं।
o विवभन्न सिकािों, वनगमों, अंतिाटष्ट्रीय संगठनों या व्यवक्तयों द्वािा अपने विवशि कायों को पूिा किने के वलए इनकी सेिाएं ली
जाती िैं। ये सेिाएं प्राय: संघषटित क्षेत्रों या सुिक्षा जोवखम िाले क्षेत्रों में ली जाती िैं।
• िैगनि ग्रुप: इसे अप्रत्यक्ष रूप से रूस की सेना औि उसकी खुद्रफया एजेंसी द्वािा वनयंवत्रत द्रकया जाता िै।
o यि ग्रुप पिली िाि 2014 में पूिी यूक्रेन में रूसी समथटक अलगाििादी समूिों का समथटन किने के चलते सुर्ख़टयों में ििा था।
o पविमी देशों औि संयुक्त िाष्ट्र से जुड़े कई विशेषज्ञों ने इस समूि पि अफ्ीका में मानिावधकािों के िनन का आिोप लगाया िै।
o संयुक्त िाज्य अमेरिका द्वािा इसे एक अंतिाटष्ट्रीय आपिावधक संगठन के रूप में भी नावमत द्रकया गया िै।
• PMC की तैनाती के अन्य उल्लेखनीय उदाििण:
o ब्लैकिाटि {इसे अि एके डमी (Academi) के नाम से जाना जाता िै)}: इसे 2007 में इिाक युद्ध के दौिान सुिक्षात्मक सेिाएं
प्रदान किने के वलए यू.एस. गिनटमेंट द्वािा अनुिंवधत द्रकया गया था।
87
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
o एग्जीक्यूरटि आउटकम्स: यि दवक्षण अफ्ीका वस्थत एक PMC िै। इसे अंगोला सिकाि द्वािा 1990 के दशक में गृि-युद्ध के
दौिान मदद के वलए अंगोला में वनयुक्त द्रकया गया था।
o सैंडलाइन इं टिनेशनल: यि एक वब्ररटश PMC िै, जो 1990 के दशक के अंत में पापुआ न्यू वगनी में सद्रक्रय थी।
• सुिक्षा की आउटसोर्सिंग: वनजी सेनाएं सिकाि के कम खचीले औि लचीले सुिक्षा प्रयासों की पूिक िोती िैं। साथ िी, ये छोटी
स्थायी सेना तैयाि िखने की सिकाि की मंशा को भी पूिा किती िैं।
• संिेदनशील वमशनों के वलए उपयुक्त: PMC की सेिा प्राय: उन ऑपिे शंस में ली जाती िै, जो िाष्ट्रीय सिकाि के सैवनकों के वलए
िहुत जोवखमपूणट या वििादास्पद िो सकते िैं। सिकाि ऐसे द्रकसी ऑपिे शंस में द्रकसी वनजी सेना के अवस्तत्ि को आसानी से नकाि
सकती िै अथाटत् सिकाि इनकी वजम्मेदािी लेने से साफ इनकाि कि सकती िै।
o उदाििण के वलए- उन्िें समुिी डाकु ओं से िचाि किने औि अफ्ीका में अिैध वशकारियों से लड़ने के वलए काम पि िखा गया
िै।
• तकनीकी प्रगवत: तकनीकी प्रगवत (जैसे- अत्याधुवनक िवथयाि) ने सेनाओं के वलए िैवर्श्क स्ति पि कायट किना आसान िना द्रदया िै।
• अन्य वित: वनजी सेनाओं को सिकािों या द्रकसी भू-िाजनीवतक वितों से जुड़े वििोिी समूिों को सैन्य प्रवशक्षण, सलािकाि सिायता
या सुिक्षा सिायता प्रदान किने के वलए भी तैनात द्रकया जा सकता िै।
• स्पि अंतिाटष्ट्रीय वनयमों का अभाि: वनजी सेनाओं की गवतविवधयों के संिंध में स्पि अंतिाटष्ट्रीय वनयमों औि वनगिानी का अभाि िै।
इसके कािण PMCs को उन क्षेत्रों में काम किने के वलए स्ितंत्रता वमल जाती िै जिां कानूनी अस्पिता िोती िै।
• जिािदेिी का अभाि: PMCs के मामले में स्पि कानूनी फ्े मिकट औि वनगिानी तंत्र का अभाि िै। इसके कािण ये मानिावधकािों
• िाष्ट्रीय संप्रभुता पि प्रभाि: PMCs संघषटित क्षेत्रों में कायट कि सकती िैं अथिा ऐसी सुिक्षा सेिाएं प्रदान कि सकती िैं जो
पिं पिागत रूप से सिकािों की वजम्मेदािी िोती िै।
• वितों का टकिाि: PMCs प्राय: लाभ प्राप्त किने के वलए कायट किती िैं। इस कािण से उनकी सेिाओं की वनष्पक्षता, सत्यवनष्ठा औि
प्रभािशीलता पूणट रूप से विर्श्सनीय निीं िोती िै।
• अंतिाटष्ट्रीय मानिावधकाि संवधयां: इनके अंतगटत व्यवक्तगत यावचकाओं औि रिपोर्टिंग प्रणावलयों का प्रािधान द्रकया गया िै। िाष्ट्रीय सिकािें इन
व्यिस्थाओं का उपयोग स्थानीय या विदेशी PMCs द्वािा मानिावधकाि उल्लंघनों से अपने नागरिकों की सुिक्षा के वलए कि सकती िैं।
• अंतिाटष्ट्रीय आपिावधक न्यायालय (International Criminal Court: ICC): यद्रद द्रकसी देश ने अपने क्षेत्रावधकाि में पंजीकृ त PMC के युद्ध
अपिाधों के वलए संद्रदग्ध द्रकसी कमटचािी की जांच किने से इनकाि कि द्रदया िै, तो ICC अपनी जांच स्ियं शुरू कि सकता िै।
• िाष्ट्रीय सिकाि की वजम्मेदािी: अंतिाटष्ट्रीय कानून आयोग के ‘आर्टटकल्स ऑन स्टेट िेस्पोंवसवब्लटी’ (2001) के अनुसाि, द्रकसी देश की ओि से कायट
किने िाली गैि-िाज्य एजेंवसयों (Non-state actors) की गवतविवधयों के वलए संिंवधत देश वजम्मेदाि िोगा।
o िालांद्रक, देश की वजम्मेदािी के िल अन्य देशों के प्रवत िी सीवमत िोती िै, व्यवक्तयों के प्रवत निीं।
• अंतिाटष्ट्रीय मानितािादी कानून (International Humanitarian Law: IHL): IHL के तित PMCs के व्यवक्तगत कमटचारियों की युद्ध वस्थवत
के संदभट में स्पि वनयम प्रदान द्रकए गए िैं। िालांद्रक, ये वनयम के िल अंतिाटष्ट्रीय औि नागरिक संघषट के मामलों से संिंवधत िैं।
• इं टिनेशनल कन्िेंशन अगेंस्ट द रिक्रूटमेंट, यूज़, फाइनेंमसंग एंड ट्रेमनंग ऑफ मसीनेिीस (1989): इसके अनुसाि िाष्ट्रीय पक्षकािों का यि दावयत्ि
o िालांद्रक, संवध में मसीनेिीस (भाड़े के सैवनक) की परिभाषा स्पि निीं की गई िै औि के िल कु छ िी देशों ने इसकी पुवि की िै।
वनष्कषट
प्राइिेट वमवलट्री कं पनी के संचालन से जुड़ी नैवतक, कानूनी औि सुिक्षा संिंधी मचंताओं को दूि किने के वलए इन्िें विवनयवमत किना
आिश्यक िै। यि सुवनवित द्रकया जाना चाविए द्रक िे सिकाि की नीवत को कमजोि न किें औि उनकी कािट िाई के वलए जिािदेिी
सुवनवित किें । साथ िी, प्रभािी विवनयमन के वलए देशों, अंतिाटष्ट्रीय संगठनों औि अन्य वितधािकों के िीच सियोग भी जरूिी िै।
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
89
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
5. पयाट ि िण (Environment)
इं टिनेशनल सस्टेनि
े वलटी स्टैं डर्डसट िोडट (ISSB) ने IFRS53S1 औि IFRS S2 जािी द्रकए िैं। ये मानक ग्रीनिॉमशंग पि अंकुश लगाने के
वलए सामवग्रयों के उत्पादन से उत्पन्न हुए उत्सजटन को प्रकट किने औि जलिायु वित्त-पोषण आद्रद का खुलासा किने के वलए जािी द्रकए
गए िैं।
अन्य संिवं धत त्य
• IFRS S1: यि मानक ऐसी प्रकटीकिण आिश्यकताएं वनधाटरित किता िै, जो कं पवनयों को अपने वनिेशक से सस्टेनेविवलटी
(जलिायु संधािणीयता) से संिंवधत जोवखमों औि उनके समक्ष मौजूद अिसिों के िािे में िताने िेतु उन्िें सक्षम किती िै।
• IFRS S2: यि मानक जलिायु संिंधी विवशि प्रकटीकिण को वनधाटरित किता िै।
• ISSB मानदंड G20 के स्िैवच्छक मानदंड ‘जलिायु-संिध
ं ी वित्तीय प्रकटीकिण पि टास्क फोसट (TCFD)54’ पि आधारित िैं।
• जलिायु शमन की भ्रामक प्रगवत: ग्रीनिॉमशंग जलिायु परिितटन के मोचे पि हुई प्रगवत की झूठी तस्िीि प्रदर्शटत किता िै।
• यि कािटन िाजािों की विर्श्सनीयता को कम किता िै।
• संधािणीय वित्त का दुरुपयोग: िरित परियोजनाओं के वलए ग्रीनिामशंग पि िोक लगाने के वलए भाित में शुरू की गई पिलें
वनधाटरित धनिावश का उपयोग ग्रीनिॉमशंग के वलए अनुवचत रूप से • सेिी ने ग्रीनिॉमशंग से िचने के वलए ग्रीन िॉण्ड संिध
ं ी
द्रकया जा ििा िै। ‘क्या किें औि क्या न किें ’ (Dos and don’ts) सूची जािी
• िरित उत्पादों में विर्श्ास को कम किता िै: इसके कािण जो की िै।
उपभोक्ता िास्ति में पयाटििण की दृवि से अनुकूल विकल्प चुनना
• सेिी ने ग्रीनिॉमशंग के जोवखम से वनपटने िेतु ESG55 के
चािते िैं, उनका द्रकसी भी पयाटििणीय दािे पि संदेि उत्पन्न िो वलए एक फ्े मिकट भी तैयाि द्रकया िै।
सकता िै।
• अनुवचत प्रवतस्पधाट: यि उन कं पवनयों के वलए अनुवचत लाभ सृवजत कि सकता िै जो जलिायु परिितटन पि हुई प्रगवत की झूठी
तस्िीि या उन्िें िढ़ा-चढ़ाकि पेश किती िैं।
• जलिायु परिितटन से वनपटने िाले लक्ष्यों में IPCC56 द्वािा सुझाए गए उपायों के अनुरूप विस्तृत औि अंतरिम लक्ष्य तथा जलिायु
योजनाएं शावमल िोनी चाविए।
• िैवर्श्क एिं िाष्ट्रीय स्ति की विवनयामकीय संस्थाओं की स्थापना की जानी चाविए।
• सस्टेनेिवलटी के प्रवत कं पवनयों की प्रवतिद्धता दशाटने की अनुमवत देने के वलए विवनयमनों औि मानकों का एक मसौदा तैयाि किना
चाविए, ताद्रक कं पवनयां सत्यापन योग्य औि मापन योग्य कायों के जरिए इसे पूिा कि सकें ।
• कं पवनयों को पािदशी लेखांकन औि सािटजवनक प्रकटीकिण प्रणाली अपनाने के वलए प्रोत्सावित द्रकया जाना चाविए।
5.1.2. ड्राफ्ट ग्रीन क्रे वडट प्रोग्राम (GCP) कायाट न्ियन वनयम, 2023 {Draft Green Credit Programme
(GCP) Implementation Rules 2023}
पयाटििण, िन औि जलिायु परिितटन मंत्रालय (MoEF&CC) ने ड्राफ्ट ‘ग्रीन क्रेवडट प्रोग्राम (GCP) कायाटन्ियन वनयम, 2023’ की
अवधसूचना जािी की िै।
• MoEF&CC ने पयाटििण (संिक्षण) अवधवनयम, 1986 के तित GCP शुरू किने का वनणटय वलया िै। इसवलए, इन वनयमों का
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
• GCP की घोषणा कें िीय िजट 2023 में की गई थी। यि कायटक्रम पेरिस जलिायु परिितटन समझौते के तित भाित के जलिायु
o पेरिस समझौते का अनुच्छेद 6 िाजाि तंत्र के माध्यम से कािटन ट्रेमडंग की अनुमवत देता िै।
• GCP का लक्ष्य ग्रीन क्रेवडट के वलए प्रवतस्पधी िाजाि-आधारित दृविकोण का लाभ उठाना िै। इस तिि यि अलग-अलग
वितधािकों की स्िैवच्छक पयाटििणीय गवतविवधयों को प्रोत्सावित किे गा।
• GCP के तित विवभन्न कायटकलापों में िृक्षािोपण, जल संिक्षण, संधािणीय कृ वष, अपवशि प्रिंधन, िायु प्रदूषण में कमी आद्रद
शावमल िैं।
• ग्रीन क्रेवडट (GC) से आशय पयाटििण पि सकािात्मक प्रभाि डालने िाली द्रकसी विशेष गवतविवध के वलए प्रदान की जाने िाली
• GCP के उद्देश्य:
o पयाटििण पि सकािात्मक प्रभाि डालने िाले कायों के वलए व्यवक्तयों, संगठनों, स्थानीय वनकायों, ग्राम पंचायतों, वनजी क्षेत्रकों
आद्रद को ग्रीन क्रेवडट प्रदान किने िेतु िाजाि आधारित तंत्र का वनमाटण किना।
o साथ िी, पयाटििण पि सकािात्मक प्रभाि डालने िाले कायों के वलए जन आंदोलन शुरू किना औि वमशन लाइफ (LiFE) के
विज़न को साकाि किना।
• ग्रीन क्रेवडट का व्यापाि द्रकया जा सकता िै। इन्िें घिे लू िाजाि प्लेटफॉमट पि व्यापाि के वलए उपलब्ध किाया जाएगा।
o वजस कायट से ग्रीन क्रेवडट प्राप्त िोंगे, उसी कायट से कािटन िाजाि के तित कािटन क्रेवडट भी प्राप्त िो सकते िैं।
• GCP को प्रशावसत किने का कायट भाितीय िावनकी अनुसंधान औि वशक्षा परिषद को सौंपा गया िै। यि संस्था GCP के
5.1.3. मिं द ू कु श विमालय में ग्ले वशयि (Glaciers in Hindu Kush Himalaya)
इं टिनेशनल सेंटि फॉि इं टीग्रेटेड माउं टेन डेिलपमेंट (ICIMOD) ने मिंदू कु श विमालय (HKH) के वलए िाटि, आइस, सोसाइटी एंड
इकोवसस्टम (WISE) शीषटक से एक रिपोटट जािी की िै।
• विगत दशक की तुलना में विमालय के ग्लेवशयि 2010 के दशक में 65% अवधक तेजी से वपघले िैं।
• ग्लेवशयिों के तेजी से वपघलने के साथ, सदी के मध्य में HKH क्षेत्र की अवधकांश नदी घारटयों में जल स्ति अपने 'चिम’ पि (पीक
िाटि) पहुंच जाएगा। साथ िी, सदी के अंत तक समग्र जल उपलब्धता में कमी आने की संभािना िै।
• खतिों में िृवद्ध: उदाििण के वलए- इक्कीसिीं सदी के अंत तक HKH क्षेत्र में विमनद झील के टूटने से आने िाली िाढ़ (GLOF)57
जैसे जोवखम में तीन गुना िृवद्ध िोने का अनुमान िै।
मिंद ू कु श विमालय (HKH) के िािे में
• यि अफगावनस्तान से
लेकि म्यांमाि (3,500
द्रकलोमीटि) तक फै ला
हुआ िै।
• यिां विर्श् की सिसे
ऊुँची पिटत श्रृंखलाएं
वस्थत िैं। साथ िी,
पारिवस्थवतकी क्षेत्र औि 39% िैवर्श्क जैि विविधता (HIMAP), माउं टेन वमवनवस्ट्रयल सवमट जैसी कई पिलें आिंभ की िैं।
िॉटस्पॉट क्षेत्र अि भी संिवक्षत क्षेत्रों में शावमल निीं िैं। • संयुक्त िाष्ट्र विकास कायटक्रम (UNDP) औि ICIMOD ने क्षेत्रीय
सियोग के वलए रूपिे खा भी तैयाि की िै।
• सीवमत क्षेत्रीय सियोग: HKH का विस्ताि कई देशों में
• यूनस्े को ने ग्लेवशयि वनगिानी सेिाएं आिंभ की िैं।
िै। इस कािण डेटा संग्रि औि समान नीवतयों को लागू
किने में कई समस्याएं सामने आती िैं।
आगे की िाि
• वनगिानी नेटिकट में सुधाि: उच्च गुणित्ता िाले उपाय किने के वलए स्थानीय स्ति पि मापन, रिमोट सेंमसंग, उपग्रि से प्राप्त डेटा
जैसी तकनीकों की मदद ली जानी चाविए।
• एकीकृ त जल संसाधन प्रिंधन दृविकोण अपनाया जाना चाविए।
• ितटमान में जािी परिितटनों औि उनसे वनपटने के वलए आिश्यक तैयािी के मामले में वितधािकों के िीच जागरूकता िढ़ाना
चाविए। इन वितधािकों में पिटतीय समुदायों, नागरिक समाज, वनजी क्षेत्रक, सिकाि आद्रद शावमल िो सकते िैं।
5.2. ग्लेवशयल लेक आउटिस्टट फ्लड (Glacial Lakes Outburst Floods: GLOFs)
93
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
आगे की िाि
• अंति-एजेंसी समन्िय स्थावपत किने के वलए एक नोडल एजेंसी का गठन अत्यंत आिश्यक िै।
• पूि-ट चेतािनी प्रणाली औि सूचना तक सामवयक पहुंच: ऊंचाई पि वस्थत मौसम विज्ञान एिं वडस्चाजट स्टेशनों के नेटिकट को स्थावपत
किने तथा उनके विस्ताि के वलए ठोस प्रयास द्रकए जाने की आिश्यकता िै।
• समवन्ित प्रयास: विमनदों की इतनी िड़ी संख्या की वनगिानी के वलए िड़ी संख्या में जनशवक्त औि लॉवजवस्टक्स के साथ समवन्ित
प्रयास की आिश्यकता िै।
5.2.1. भाितीय मानसू न पि जलिायु परिितट न का प्रभाि ( Impact of Climate Change on Indian
Monsoon)
जलिायु परिितटन के कािण वपछले कु छ िषों में भाित में मानसून में कई िदलाि देखे गए िैं।
• िषाट के स्थावनक पैटनट में परिितटन: कु छ क्षेत्रों में िषाट में कमी, जिद्रक अन्य क्षेत्रों में अवधशेष िषाट दजट की गई िै।
• तापमान िृवद्ध के परिणामस्िरूप ि िायुमंडलीय नमी की मात्रा में िृवद्ध के कािण भविष्य में मानसूनी िषाट के अवधक तीव्र िोने
औि िड़े क्षेत्रों के िषाट से प्रभावित िोने अनुमान िै (पृ्िी विज्ञान मंत्रालय द्वािा जािी “भाितीय क्षेत्र में जलिायु परिितटन का
• अवनयवमत मानसून के कािण कृ वष जैसे क्षेत्रों में आजीविका औि आर्थटक उत्पादकता प्रभावित िोती िै।
• आपदाओं औि चिम मौसमी घटनाओं, जैसे- अचानक िाढ़, भीषण-सूखा, शििी िाढ़ आद्रद में िृवद्ध िोती िै।
• न चािते हुए भी पलायन की घटना में िृवद्ध।
• पारिवस्थवतक विविधता की िावन।
• अिसंिचना की िावन।
आगे की िाि
• अलग-अलग क्षेत्रकों में डीकािोनाइजेशन को िढ़ािा देकि ग्रीनिाउस गैसों (GHGs) के उत्सजटन को कम किना चाविए।
• लोगों की क्षमता विकास के साथ-साथ अनुकूलन प्रौद्योवगकी को िढ़ािा देना चाविए।
• प्रािं वभक चेतािनी प्रणावलयों को मजिूत औि पूिाटनम
ु ान तथा चेतािवनयों की सटीकता सुवनवित किनी चाविए।
संिवं धत सुर्ख़टयां
• भाित में ‘ला-नीना’ का विस्तारित प्रभाि देखा जा ििा िै। इसे 'रट्रपल वडप' ला-नीना किा जाता िै।
• रट्रपल वडप ला-नीना, उत्तिी गोलाधट में सर्दटयों के लगाताि तीन मौसम में मौजूद ििने िाली परिघटना िै।
o 1950 के िाद से के िल तीसिी िाि ला-नीना रट्रपल वडप परिघटना देखी जा ििी िै।
• विर्श् मौसम विज्ञान संगठन के अनुसाि, यि संभािना िै द्रक यि लंिी ला-नीना परिघटना कम से कम िषट के अंत तक िनी ििेगी। इस तिि यि
5.3.1. कोयला आधारित ताप विद्यु त सं यं त्रों के वलए उत्सजट न मानदं ड अनु पालन ( Coal Based Thermal
Power Plants Emission Norms Compliance)
• पयाटििण, िन औि जलिायु परिितटन मंत्रालय ने पिली िाि िषट 2015 में TPPs से िोने िाले सल्फि डाइऑक्साइड (SO2),
नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx) औि पािे के उत्सजटन को वनयंवत्रत किने के वलए पयाटििण संिंधी उत्सजटन मानक वनधाटरित द्रकए थे।
ये मानक पयाटििण (संिक्षण) अवधवनयम, 1986 के तित जािी द्रकए गए थे।
o कोयला आधारित TPPs परििेशी िायु में SO2 के आधे से अवधक सांिता, 30% नाइट्रोजन ऑक्साइड, 20% PM में
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
95
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
• वितधािकों को ताप विद्युत संयंत्रों के उत्सजटन संिंधी डेटा औि संयंत्र के आस-पास के क्षेत्रों में पड़ने िाले प्रभािों को सािटजवनक
अनुसंधान एिं जांच के वलए पािदशी रूप से प्रकावशत किना चाविए।
• एक िषट के वलए अनुदान या सवब्सडी योजना िनाना: इससे TPPs को अनुपालन िेतु आिश्यक उच्च अवग्रम लागत की पूर्तट िेतु धन
जुटाने में सक्षम िनाकि मानदंडों का तीव्र अनुपालन सुवनवित किने में सिायता वमल सकती िै।
• PCTs के आयात पि लगने िाले कि को िटाना: इस प्रकाि का कि लाभ ताप विद्युत संयंत्रों को इन प्रौद्योवगद्रकयों का उपयोग
किने औि आयात किने िेतु प्रोत्सावित किे गा।
5.3.2. ग्रे डे ड रिस्पां स एक्शन प्लान {Graded Response Action Plan (GRAP)}
िाल िी में, िाष्ट्रीय िाजधानी क्षेत्र (NCR) औि वनकटिती क्षेत्रों में िायु गुणित्ता प्रिंधन आयोग (CAQM)62 ने मौजूदा GRAP में
संशोधन की घोषणा की िै। इसमें संशोधन का उद्देश्य इस क्षेत्र के अंतगटत िायु प्रदूषण में कमी लाना िै।
• GRAP िस्तुतः द्रदल्ली के िायु गुणित्ता सूचकांक (AQI) के स्ति पि आधारित एक आपातकालीन कािट िाई प्रणाली िै।
o यि द्रदल्ली-NCR में खिाि िोती िायु गुणित्ता का समाधान किने के वलए सभी वितधािकों को एक साथ लाती िै।
• एम. सी. मेिता िनाम भाित संघ िाद में 2016 के सुप्रीम कोटट के आदेश के अनुसाि, द्रदल्ली िाष्ट्रीय िाजधानी क्षेत्र की िायु
गुणित्ता के संिंध में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान तैयाि द्रकया गया था।
(टेिल देखें)
चिण- 1 खिाि 201-300 • अवधक पुिाने डीजल/ पेट्रोल िािनों पि िाष्ट्रीय िरित अवधकिण/ सुप्रीम कोटट के आदेशों
को मौजूदा कानूनों के तित सख्ती से लागू किना।
('Poor)' िायु
• िोटल, िेस्तिां औि खुले भोजनालयों में के िल विद्युत/ स्िच्छ ईंधन गैस आधारित
गुणित्ता
उपकिणों के उपयोग को सुवनवित किना। इसे चिण-II से चिण-I में स्थानांतरित द्रकया
गया िै।
चिण- 2 िहुत 301-400 • औद्योवगक, िावणवज्यक, आिासीय औि कायाटलय प्रवतष्ठानों आद्रद सवित NCR के सभी
खिाि (‘Very क्षेत्रकों में डीजल जनिेटसट के विवनयवमत संचालन के वलए वनदेश जािी किना।
चिण-3 गंभीि 401-450 • NCR िाज्य सिकािें / GNCTD कािट िाई: NCR में BS-III पेट्रोल औि BS-IV डीजल से
(‘Severe’) िायु चलने िाले िल्के मोटि िािनों (चौपविया) पि सख्त प्रवतिंध लगाना।
गुणित्ता • संशोधन के जरिए शावमल द्रकए गए नए प्रािधान:
o NCR िाज्य सिकािें / GNCTD पांचिीं कक्षा तक के िच्चों के वलए स्कू लों में कक्षाएं
िंद किने औि ऑनलाइन मोड में कक्षाएं संचावलत किने पि वनणटय ले सकती िैं।
(‘Severe +’) िायु o EVs/ CNG/ BS-VI डीजल से चलने िाले िािनों के अलािा, द्रदल्ली के िािि
गुणित्ता पंजीकृ त द्रकसी भी िल्के मोटि िािनों को द्रदल्ली में प्रिेश किने की अनुमवत निीं
देना। इसमें आिश्यक िस्तुओं को लाने औि ले जाने िाले तथा आिश्यक सेिाएं
प्रदान किने िाले िािनों को इससे छू ट प्रदान की गई िै।
o NCR िाज्य सिकािें/ GNCTD कक्षा VI-IX, कक्षा XI के िच्चों के वलए स्कू लों में
कक्षाएं िंद किने औि ऑनलाइन मोड में कक्षाएं संचावलत किने पि वनणटय ले सकती
िैं।
• वनयमों को लागू किने का समय: संशोवधत GRAP को पूिे NCR में 01 अक्टूिि, 2023 से लागू द्रकया जाएगा।
• कम-से-कम तीन द्रदन पिले लागू द्रकया जा सकता िै: डायनेवमक मॉडल औि IMD/ llTM द्वािा द्रदन-प्रवतद्रदन के आधाि पि मौसम/
मौसम विज्ञान संिंधी पूिाटनुमान के आधाि पि लागू द्रकया जाएगा।
o GRAP के चिण 2, 3 औि 4 के तित की जाने िाली कािट िाइयों को AQI के संिंवधत चिण के अनुमावनत स्ति तक पहुंचने से
कम-से-कम तीन द्रदन पिले लागू द्रकया जाएगा।
• कािट िाइयों का क्रमशः लागू िोना: उदाििण के वलए- चिण 3 के लागू िोने पि की जाने िाली कािट िाइयों के साथ-साथ वपछले
• अवतरिक्त उपाय: मौजूदा AQI औि मौसम पूिाटनुमान के अनुसाि, CAQM अलग-अलग िायु प्रदूषण श्रेवणयों यानी GRAP की
अनुसूची के तित चिण 1 से लेकि 4 तक अवतरिक्त उपायों औि छू टों पि वनणटय ले सकता िै।
वनष्कषट
IQAir द्वािा जािी 5िीं िार्षटक विर्श् िायु गुणित्ता रिपोटट के अनुसाि, द्रदल्ली दुवनया के सिसे प्रदूवषत शििों में चौथे स्थान पि िै। ग्रेडेड
रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP), NCR में िायु प्रदूषण को वनयंवत्रत किने औि स्िास््य पि इसके नकािात्मक प्रभाि को कम किने के
97
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
5.4.1. सतत विकास लक्ष्य (SDGs) के वलए ने श नल इं वडके टि फ्े मिकट {National Indicator Framework
(NIF) for SDGs}
सांवख्यकी औि कायटक्रम कायाटन्ियन मंत्रालय (MoSPI) ने सतत विकास लक्ष्य (SDGs)-नेशनल इं वडके टि फ्े मिकट (NIF) प्रोग्रेस
रिपोटट, 2023 जािी की िै।
NIF के िािे में
• ग्लोिल इंवडके टि फ्े मिकट (GIF) के तित डेटा संग्रि औि संकेतकों पि रिपोर्टिंग किने का काम िाष्ट्रीय सांवख्यकीय एजेंवसयों औि
अन्य संिवं धत संस्थानों द्वािा द्रकया जाता िै। GIF को इं टि-एजेंसी एंड एक्सपटट ग्रुप ऑन SDG इं डीके टसट (IAEG-SDGs) ने
तैयाि द्रकया िै।
• इस प्रयास के वलए MoSPI ने 2018 में एक नेशनल इं वडके टि फ्े मिकट (NIF) तैयाि द्रकया था।
• NIF में उन संकेतकों को शावमल द्रकया गया िै जो SDG के िैवर्श्क संकेतकों से मेल खाते िैं। इसके अलािा, इसमें ऐसे संकेतक भी
शावमल िैं जो भाित की विवशि आिश्यकताओं के अनुरूप िैं।
o इसमें प्रत्येक संकेतक के वलए डेटा स्रोतों (अलग-अलग सिेक्षणों से प्राप्त द्रकए गए सिकािी आंकड़े , प्रशासवनक डेटा औि विवभन्न
जनगणना के आंकड़े) औि उनकी अिवध का भी उल्लेख द्रकया गया िै।
• NIF 2023 में भाित द्वािा SDGs की द्रदशा में की गई प्रगवत का विश्लेषण द्रकया गया िै। साथ िी, इसमें डेटा संिध
ं ी उन कवमयों
5.5. निीकिणीय ऊजाट औि िैकवल्पक ऊजाट संसाधन (Renewable Energy and Alternative Energy Resources)
o अंतिाटष्ट्रीय प्रवतिद्धताओं को पूिा किने के वलए: भाित को अपने िाष्ट्रीय स्ति पि वनधाटरित योगदान (NDCs)65 औि पंचामृत
संकल्पों को पूिा किने के वलए एनजी ट्रांवजशन में तेजी लाने की जरूित िै। इन संकल्पों में 2030 तक कु ल ऊजाट उत्पादन में
गैि-जीिाश्म ईंधन स्रोतों की विस्सेदािी िढ़ाकि 50% किना आद्रद शावमल िैं।
o ऊजाट आयात पि वनभटिता में कमी/ ऊजाट सुिक्षा को िढ़ािा देने के वलए: भाित को पिं पिागत ऊजाट संसाधनों की आपूर्तट
श्रृख
ं ला में अवस्थिता से संिंवधत समस्याओं का समाधान किने के वलए ऊजाट आयात पि अपनी वनभटिता कम किने की
आिश्यकता िै।
o द्रकफायती औि सुगम ऊजाट के वलए: इन्िें अलग-अलग भौगोवलक क्षेत्रों में भी स्थावपत द्रकया जा सकता िै।
एनजी ट्रांवजशन से जुड़ी चुनौवतयां
• पािं परिक स्रोतों पि अवधक वनभटिता: भाित की कु ल स्थावपत ऊजाट क्षमता में जीिाश्म स्रोतों से प्राप्त ऊजाट का योगदान 50% से
भी अवधक था।
• वित्तीय िाधाएं: भाित में ितटमान ऊजाट प्रणावलयों
में एनजी ट्रांवजशन के वलए 2015-2030 की
अिवध के दौिान 6-8 रट्रवलयन अमेरिकी डॉलि
तक के कु ल वनिेश की आिश्यकता िोगी।
• वनजी क्षेत्रक की कम भागीदािी: कम लाभ औि
उच्च जोवखम; अस्पि या अवस्थि नीवतयों एिं
विवनयमों आद्रद के कािण वनजी क्षेत्रक की
भागीदािी सीवमत िै।
कें ि औि िाज्यों के लक्ष्यों एिं उनके कायाटन्ियन में
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
•
ताल-मेल का अभाि: िाष्ट्रीय स्ति पि वनधाटरित
लक्ष्य का िाज्य की प्राथवमकताओं से टकिाि िो
सकता िै। उदाििण के वलए- कोयला संपन्न िाज्य
कोयले के उपयोग को प्राथवमकता दे सकते िैं।
• भाित में अभी भी व्यापक पैमाने पि कम कािटन
उत्सजटन किने िाली प्रौद्योवगद्रकयों (LCTs)66 के
विवनमाटण की क्षमता का अभाि िै।
• अपयाटप्त अिसंिचना जैसे ऊजाट भंडािण प्रणाली,
वग्रड कनेवक्टविटी, ट्रांसवमशन नेटिकट ।
आगे की िाि
• वमवश्रत वित्त संिचनाओं को अपनाया जाना चाविए। इसके तित सािटजवनक क्षेत्रक द्वािा ऐसे जोवखमों को कम किने के वलए
िणनीवतक रूप से पूंजी प्रदान किनी चाविए, वजनका वनदान अके ले वनजी क्षेत्रक द्वािा कि पाना संभि न िो।
• समवन्ित नीवतयों औि कायों को शावमल किते हुए एक प्रभािी निाचाि फ्े मिकट िनाया जाना चाविए।
• जस्ट एनजी ट्रांवजशन पाटटनिवशप (JETP) जैसी व्यिस्थाओं के माध्यम से अंतिाटष्ट्रीय सियोग को सुवनवित किने का प्रयास द्रकया
जाना चाविए।
• सक्षम योजनाओं, कािट िाइयों औि गिनेंस प्रद्रक्रयाओं के माध्यम से एनजी ट्रांवजशन में िाज्यों की भागीदािी िढ़ाने के वलए एक
िाज्य-स्तिीय फ्े मिकट तैयाि द्रकया जाना चाविए।
• एनजी ट्रांवजशन से प्रभावित िोने िाले क्षेत्रों, लोगों आद्रद के िािे में पयाटप्त डेटा एकत्र किना चाविए। साथ िी, कायटिल को उन्नत
कौशल प्रदान किने (Reskilling) औि द्रफि से िोजगाि प्रदान किने (Redeployment) के वलए प्रभािी नीवतयां तैयाि की जानी
चाविए।
संिवं धत शब्दािली
5.6.1. िन सं ि क्षण (सं शोधन) विधे य क, 2023 {Forest Conservation (Amendment) Bill, 2023}
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 100
www.visionias.in
• तार्कट कता: यि संशोधन टी. एन. गोदािमटन िाद (1996) में सुप्रीम कोटट के फै सले से उत्पन्न हुई अस्पिता के िाद इस अवधवनयम
को लागू किने के दायिे को स्पि किता िै।
• प्रस्तािना शावमल किना: इसमें भाित के िाष्ट्रीय स्ति पि वनधाटरित योगदान संिध
ं ी लक्ष्यों औि अन्य िाष्ट्रीय लक्ष्यों को शावमल
द्रकया गया िै। जैसे-
o िषट 2070 तक ''वनिल शून्य उत्सजटन'' को प्राप्त किना, आद्रद।
• अवधवनयम के प्रािधानों के तित शावमल की गई भूवम को परिभावषत द्रकया गया िै, जो वनम्नवलवखत िैं:
o भाितीय िन अवधवनयम 1927 या अन्य कानूनों के तित िन के रूप में घोवषत/ अवधसूवचत भूवम।
o 1980 या उसके िाद सिकािी रिकॉडट में िन के रूप में दजट भूवम। ये रिकॉडट िाज्य/ के न्ि शावसत प्रदेश सिकािों के िाजस्ि
विभाग/ िन विभाग द्वािा दजट द्रकए जाते िैं। इसमें ऐसी भूवम शावमल निीं िै वजसे 1996 या उससे पिले िन से गैि-िन्य
उद्देश्यों िेतु उपयोग किने के वलए आवधकारिक रूप से परििर्तटत द्रकया गया िै।
• छू ट-प्राप्त/ इसके दायिे से िािि िखी गई भूवमयों की श्रेवणयां: भूवम की कु छ श्रेवणयों को अवधवनयम के दायिे से िािि िखा गया िै
(इन्फोग्राद्रफक देखें)।
• इसके अलािा, जो भूवम इस अवधवनयम के तित स्पि रूप से शावमल निीं की गई िै, उस पि िृक्ष लगाना या िृक्षािोपण या
पुनिटनीकिण किने की अनुमवत िै।
• वनम्नवलवखत गवतविवधयों को गैि-िन्य उद्देश्यों की परिभाषा से िािि द्रकया गया िै: संिवक्षत क्षेत्रों के अलािा अन्य िन क्षेत्रों में िन्य
जीिन (संिक्षण) अवधवनयम, 1972 के तित वचवड़याघि औि सफािी की स्थापना किना; इको-टू रिज्म सुविधाएं; िनस्पवत संिधटन
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
गवतविवधयां।
• िाज्य सिकािों को अि पिे के रूप में या अन्यथा सिकािी संस्थाओं को िन भूवम आिंरटत किने से पिले कें ि सिकाि की पूिट मंजूिी
लेना अवनिायट िै। इससे पिले के िल वनजी संस्थाओं को भूवम आिंरटत किने के वलए कें ि सिकाि की पूिट मंजूिी लेना अवनिायट था।
101
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
5.6.2. जै ि विविधता (सं शोधन) विधे य क, 2023 {Biological Diversity (Amendment) Bill, 2023}
िाल िी में, संसद के दोनों सदनों ने जैि विविधता (संशोधन) विधेयक, 2023 पारित द्रकया िै। इस विधेयक द्वािा जैि विविधता
अवधवनयम, 2002 में संशोधन द्रकए गए िैं।
• यि अवधवनयम भाित को संयुक्त िाष्ट्र जैि विविधता अवभसमय (CBD)67, 1992 के उद्देश्यों को पूिा किने में मदद किने के वलए
लागू द्रकया गया था।
• जैि विविधता अवधवनयम के वनम्नवलवखत उद्देश्य िैं:
o जैि विविधता का संिक्षण किना।
o जैि विविधता के घटकों के संधािणीय उपयोग को िढ़ािा देना।
o जैविक संसाधनों के उपयोग से प्राप्त िोने िाले लाभों को वनष्पक्ष औि न्यायसंगत आधाि पि साझा किना।
• इस अवधवनयम में विकें िीकृ त वत्रस्तिीय विवनयामक व्यिस्था का प्रािधान द्रकया गया िै। ये िैं:
o िाष्ट्रीय स्ति पि िाष्ट्रीय जैि विविधता प्रावधकिण (National Biodiversity Authority: NBA)
o िाज्य स्ति पि िाज्य जैि विविधता िोडट (State Biodiversity Boards: SSB), औि
o स्थानीय वनकाय स्ति पि जैि विविधता प्रिंधन सवमवतयां (Biodiversity Management Committees: BMC)।
• यि अवधवनयम जैि विविधता का संिक्षण किने िाले औि इससे संिंवधत ज्ञान के सृजनकताट तथा धािकों के साथ लाभ साझा किने
का प्रािधान किता िै। उदाििण के वलए-
जैि विविधता संशोधन विधेयक द्वािा अवधवनयम में द्रकए गए प्रमुख परिितटनों पि एक नजि
• यि क्षेत्र के आयुष पंजीकृ त वचद्रकत्सकों, स्थानीय लोगों औि समुदायों (जैि विविधता को िढ़ािा देने िाले औि कृ षक) को कु छ
वनवित उद्देश्यों के वलए जैविक संसाधनों के उपयोग िेतु SSB को पिले सूवचत किने से छू ट प्रदान किता िै।
• आिेदक IPR वमलने से पिले NBA की मंजूिी प्राप्त कि सकते िैं, न द्रक आिेदन देने
पहुंच औि लाभ साझाकिण क्या िै?
से पिले।
यि आनुिंवशक संसाधनों तक पहुंच औि उनके
• भाित में पंजीकृ त कु छ विदेशी कं पवनयाुँ, जो द्रकसी विदेशी द्वािा वनयंवत्रत निीं िैं,
उपयोग से िोने िाले लाभों को ऐसे संसाधनों
उन्िें जैविक संसाधन प्राप्त किने के वलए NBA से मंजूिी लेने की आिश्यकता निीं िै। का उपयोग किने िाले लोगों (उपयोगकताटओं)
• अवधवनयम के तित अपिाध अि संज्ञेय औि गैि-जमानती निीं िोंगे। या देशों एिं ऐसे संसाधनों को प्रदान किने
िाले लोगों या देशों (प्रदाताओं) के िीच साझा
• िाज्य सिकाि BMCs की संिचना वनधाटरित किे गी औि मध्यिती या वजला पंचायत
किने की एक व्यिस्था िै।
स्ति पि BMC का गठन भी कि सकती िै।
• इस विधेयक में कई कृ त्यों को गैि-आपिावधक िना द्रदया गया िै। वनयमों के उल्लंघन के मामले में कािािास के स्थान पि जुमाटने का
प्रािधान द्रकया गया िै। जुमाटने की िावश 1-50 लाख रुपये तक िोगी।
o लगाताि उल्लंघन की वस्थवत में एक किोड़ रुपये तक का अवतरिक्त जुमाटना लगाया जा सकता िै।
• द्रकसी भी संकटग्रस्त (Threatened) प्रजावत को अवधसूवचत किने की शवक्त िाज्य सिकाि को सौंपी जा सकती िै।
o िालांद्रक, द्रकसी भी संकटग्रस्त प्रजावत को अवधसूवचत किने से पिले, िाज्य सिकाि को NBA से पिामशट किना चाविए।
• NBA का विस्ताि: अवतरिक्त सदस्यों को शावमल किने के वलए।
• परिभाषाओं में परिितटन: उदाििण के वलए- संवितािद्ध पािं परिक ज्ञान की परिभाषा सवम्मवलत की गई िै औि जैविक संसाधनों
की परिभाषा को िदल द्रदया गया िै।
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 102
www.visionias.in
विधेयक का मित्त्ि
• यि औषधीय पादपों की खेती को प्रोत्सावित किके िन्य औषधीय पादपों पि पड़ने िाले दिाि को कम किता िै।
• यि अनुसंधान, पेटेंट आिेदन प्रद्रक्रया, अनुसध
ं ान परिणामों के िस्तांतिण की तीव्र ट्रैककं ग को सुविधाजनक िनाता िै।
• यि िाष्ट्रीय वितों से समझौता द्रकए विना जैविक संसाधनों की श्रृंखला में अवधक विदेशी वनिेश का मागट खोलता िै।
विधेयक से जुड़ी प्रमुख मचंताएं
• “संवितािद्ध पािं परिक ज्ञान (Codified Traditional Knowledge)” की परिभाषा में अस्पिता: इस शब्दािली की व्यापक
व्याख्या के कािण लगभग सभी ‘पािं परिक ज्ञान लाभ-साझाकिण अवनिायटताओं’ को छू ट वमल सकती िै।
• यि विधेयक पािस्परिक रूप से सिमत शतों के वनधाटिण में स्थानीय वनकायों तथा लाभ पि दािा किने िालों की प्रत्यक्ष भूवमका
को समाप्त किता िै।
• नई सीमा के भीति जुमाटने का वनधाटिण किने िेतु वनणाटयक अवधकािी के वलए विधायी मागटदशटन की आिश्यकता िै।
• िड़ी कं पवनयां पूि-ट मंजिू ी लेने या लाभों को साझा किने की अवनिायटता से िच सकती िैं। इससे स्थानीय समुदाय के साथ लाभ
साझाकिण प्रभावित िो सकता िै, जैसे- आयुष कं पवनयां प्रैवक्टस किने िाले आयुष वचद्रकत्सकों के नाम पि पंजीकृ त िैं। इन
वचद्रकत्सकों को छू ट प्रदान किने से उनकी कं पवनयों को भी छू ट वमल सकती िै।
वनष्कषट
वनसंदेि ऊपि व्यक्त की गई मचंताओं को दूि किने की आिश्यकता िै। इससे भाित की समृद्ध जैि विविधता औि इससे जुड़ी पािं परिक
एिं समकालीन ज्ञान प्रणावलयों के उद्देश्यों से समझौता द्रकए विना तथा उनके विकास औि उपयोवगता को िावधत द्रकए विना उनका
संिक्षण सुवनवित िो सके गा।
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
5.6.3. पौधा द्रकस्म औि कृ षक अवधकाि सं ि क्षण {Protection of Plant Varieties and Farmers' Rights
(PPVFR)}
िाल िी में, द्रदल्ली उच्च न्यायालय ने पेवप्सको इं वडया िोमल्डंग्स (PIH) द्वािा दायि अपील को खारिज कि द्रदया िै। इसमें आलू की एक
द्रकस्म FL-2027 के मामले में PIH के पंजीकिण को िद्द किने संिंधी 2021 के PPV&FR प्रावधकिण के आदेश को चुनौती दी गई थी।
क्या था मुद्दा?
• आलू की FL-2027 नामक द्रकस्म (व्यािसावयक नाम FC-5) को पेप्सी ने अनुिंध कृ वष व्यिस्था के तित 2009 में प्रस्तुत द्रकया
था।
• FL-2027 द्रकस्म को पौधा द्रकस्म औि कृ षक अवधकाि संिक्षण (PPV&FR) अवधवनयम, 2001 के तित पंजीकृ त द्रकया गया था।
• िषट 2019 में, पेवप्सको ने गुजिात के कु छ द्रकसानों पि इस अवधवनयम के तित पंजीकृ त आलू की द्रकस्म को अिैध रूप से उगाने औि
िौवद्धक संपदा अवधकाि (IPR) का उल्लंघन किने के वलए मुकदमा दायि द्रकया था।
• पंजीकिण के वलए गलत जानकािी प्रस्तुत किने औि द्रकसानों के अवधकािों के उल्लंघन के आधाि पि 2021 में FL-2027 का
पंजीकिण िद्द कि द्रदया गया था।
• कानून का वनमाटण: यि कानून 2001 में िौवद्धक संपदा अवधकािों के व्यापाि-संिंधी पिलुओं {TRIPS}68 पि समझौते के अनुच्छेद
27(3)(b) के तित िनाया गया था।
o यि अवधवनयम पौधाों की नई द्रकस्मों के संिक्षण के वलए अंतिाटष्ट्रीय संघ (UPOV)69, 1978 के उद्देश्यों के अनुरूप िै।
• यि नई, मौजूदा तथा द्रकसानों द्वािा विकवसत द्रकस्मों को संिक्षण प्रदान किने िाला दुवनया का एकमात्र IPR कानून िै, जो पौधों के
ब्रीडसट के साथ-साथ द्रकसानों को भी िौवद्धक संपदा अवधकाि प्रदान किता िै।
o UPOV के विपिीत, यि अवधवनयम नई के साथ-साथ पिले से मौजूद द्रकस्मों के संिक्षण की भी व्यिस्था किता िै।
• PPV&FR अवधवनयम के उद्देश्य:
o पौधों की नई द्रकस्मों के विकास के वलए पौधों के आनुिवं शक संसाधनों के संिध
ं में द्रकसानों के अवधकािों को मान्यता देना औि
उनकी िक्षा किना।
o देश में कृ वषगत विकास में तेजी लाना।
o पौधों के ब्रीडसट के अवधकािों की िक्षा किना।
o देश में िीज उद्योग के विकास को सुगम िनाना।
• संिक्षण की अिवध:
o िृक्ष औि लताओं के मामले में: 18 िषट,
o अन्य फसलों के वलए: 15 िषट,
o पिले से मौजूद द्रकस्मों के वलए: 15 िषट
• संस्थान/ प्रावधकिण:
o पौधा द्रकस्म संिक्षण अपीलीय अवधकिण (PVPAT)70: यि अवधकिण एक िषट के भीति अपील का वनपटािा किे गा।
PVPAT के वनणटयों को उच्च न्यायालय में चुनौती दी जा सकती िै।
o पौधा द्रकस्म औि कृ षक अवधकाि संिक्षण प्रावधकिण (PPV&FR Authority)71: इसकी स्थापना कृ वष औि द्रकसान कल्याण
मंत्रालय के कृ वष एिं द्रकसान कल्याण विभाग ने अवधवनयम के प्रािधानों को लागू किने के वलए की िै।
द्रकसानों के अवधकाि
• द्रकसान के पास नई द्रकस्म को पंजीकृ त किने औि संिवक्षत किने का अवधकाि िै।
• द्रकसानों को PPV&FR अवधवनयम, 2001 के तित संिवक्षत िीजों के द्रकस्मों के अलािा कृ वष उत्पादों को सुिवक्षत िखने, उपयोग किने, उनकी
एक या एक से अवधक िाि िुआई किने, उनका आदान-प्रदान किने, साझा किने या िेचने का अवधकाि िै।
o द्रकसानों को PPV&FR अवधवनयम, 2001 के तित संिवक्षत द्रकस्म के ब्रांडेड िीजों को िेचने का अवधकाि निीं िै।
• द्रकसी द्रकस्म के िीजों से अपेवक्षत परिणाम प्राप्त न िोने की वस्थवत में द्रकसान को मुआिजा प्रदान द्रकया जाएगा।
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 104
www.visionias.in
• लागू किने में चुनौवतयां: जागरूकता का अभाि, संसाधनों औि िुवनयादी ढांचे की कमी जैसी चुनौवतयों के कािण इस कानून को
प्रभािी तिीके से लागू किने में समस्याएं उत्पन्न िोती िैं।
• िायोपाइिे सी संिधं ी मचंताएं: स्थानीय समुदायों को उनके पािं परिक ज्ञान औि संसाधनों के वलए उवचत मुआिजा न देकि उनका
शोषण द्रकया जाता िै।
वनष्कषट
िैसे तो PPV&FR अवधवनयम 2001 पादप ब्रीडि, शोधकताटओं औि द्रकसानों के वितों को िढ़ािा देता िै लेद्रकन जमीनी स्ति पि इसे
अवधक प्रभािी िनाने के वलए इसे व्यापक रूप से लागू किने की जरूित िै।
5.6.4. िाष्ट्रीय क्षे त्रावधकाि से पिे क्षे त्रों की जै ि विविधता पि सं वध (खु ले समु ि पि सं यु क्त िाष्ट्र की सं वध)
{Biodiversity of Areas Beyond National Jurisdiction Treaty (United Nation High Seas
Treaty)}
िाल िी में, संयुक्त िाष्ट्र द्वािा िाष्ट्रीय क्षेत्रावधकाि से पिे क्षेत्रों की जैि विविधता पि संवध या खुले समुि पि संवध72 को अपनाया गया।
अन्य संिवं धत त्य
• इस संवध को संयक्त
ु िाष्ट्र समुिी कानून अवभसमय (UNCLOS)73 के फ्े मिकट के तित अपनाया गया िै।
• उद्देश्य: अंतिाटष्ट्रीय सियोग औि समन्िय के माध्यम से िाष्ट्रीय क्षेत्रावधकाि से िािि के क्षेत्रों में समुिी जैविक विविधता का संिक्षण
औि संधािणीय उपयोग सुवनवित किना।
• यि संवध कानूनी रूप से िाध्यकािी िै। यि के िल ति िी लागू िोगी जि 60 देश इसकी पुवि कि देंग।े
• इसे ‘मिासागि के वलए पेरिस समझौते’ के रूप में भी संदर्भटत द्रकया जा ििा िै।
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
• देशों के आंतरिक जल क्षेत्र या प्रादेवशक जल क्षेत्र एिं अनन्य आर्थटक क्षेत्र (EEZ) के िािि के संपूणट मिासागिीय क्षेत्र को खुला समुि
(High Seas) किते िैं।
• खुले समुिों का मित्त्ि: यि CO2 को अिशोवषत किता िै; समुिी खाद्य पदाथट उपलब्ध किाता िै; जनवनक एिं औषधीय संपदा का
मुख्य स्रोत िै; आद्रद।
पयाटििणीय प्रभाि का आकलन (Environmental Impact लाभों का उवचत औि न्यायसंगत साझाकिण (Fair and Equitable Sharing of
Assessments: EIA) Benefits)
• परियोजना को लागू किने से पिले EIA के तित • पहुंच एिं लाभ-साझाकिण सवमवत74 िाष्ट्रीय क्षेत्रावधकाि से पिे क्षेत्रों के समुिी
स्क्रीमनंग, स्कोमपंग आद्रद से संिंवधत प्रद्रक्रयाओं को आनुिंवशक संसाधनों (MGR)75 औि MGR से संिंवधत वडवजटल अनुक्रम
अपनाना पक्षकािों का कतटव्य िोगा। जानकािी से प्राप्त लाभों को साझा किने के वलए द्रदशा-वनदेश तैयाि किेगी।
• EIA के पिात् पयाटििण प्रिंधन योजना तैयाि की • कोई भी देश अपने िाष्ट्रीय क्षेत्रावधकाि से पिे क्षेत्रों के समुिी आनुिंवशक
संसाधनों पि अपने अवधकाि का दािा निीं कि सकता िै।
जाएगी।
105
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
5.7.1. आपदा प्रिं ध न के वलए एकीकृ त प्रिं ध न दृ विकोण ( Integrated Management Approach for
Disaster Management)
गृि मंत्रालय ने आपदा प्रिंधन के वलए 8,000 किोड़ रुपये से अवधक की तीन प्रमुख योजनाओं की घोषणा की िै।
अन्य संिवं धत त्य
• इन तीन प्रमुख योजनाओं में वनम्नवलवखत शावमल िैं:
o सिसे अवधक आिादी िाले सात मिानगिों में शििी िाढ़ के खतिे को कम किने िेतु परियोजना,
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 106
www.visionias.in
o 17 िाज्यों औि कें ि शावसत प्रदेशों में भूस्खलन की िोकथाम शमन के वलए िाष्ट्रीय भूस्खलन जोवखम शमन परियोजना,
o िाज्यों में अविशमन सेिाओं के विस्ताि औि आधुवनकीकिण के वलए अविशमन सेिाओं के विस्ताि औि आधुवनकीकिण की
योजना।
• इसके अलािा, मंत्रालय ने इस िात पि भी प्रकाश डाला द्रक पिले के प्रवतद्रक्रयािादी औि िाित-कें द्रित दृविकोण को एक समग्र एिं
एकीकृ त प्रिंधन दृविकोण से प्रवतस्थावपत कि देश में आपदा प्रिंधन के दृविकोण में िदलाि लाया गया िै।
*नोट: अवि सुिक्षा पि अगले लेख में चचाट की गई िै। भाित में भू-स्खलन औि शििी िाढ़ के िािे में औि अवधक जानकािी के वलए, मेंस
365 2023 पयाटििण डॉक्यूमेंट देखें।
भाित में समग्र औि एकीकृ त प्रिंधन दृविकोण की ओि िढ़ने के वलए उठाए गए कदम
• जमीनी स्ति पि आपदा की िोकथाम, शमन औि तैयािी-आधारित आपदा प्रिंधन पि ध्यान देने के साथ आपदा प्रिंधन के वलए
समग्र दृविकोण अपनाया गया िै। इसके वलए वनम्नवलवखत कदम उठाए गए िैं:
o शमन संिंधी गवतविवधयों के वलए 2021 में िाष्ट्रीय आपदा शमन कोष औि िाज्य आपदा शमन कोष की स्थापना की गई।
o िोकथाम संिध
ं ी गवतविवधयों को शुरू द्रकया गया िै, जैसे- िाढ़ की आशंका िाली 13 प्रमुख नद्रदयों के द्रकनािों पि िृक्षािोपण
किना।
o उन्नत अवग्रम चेतािनी प्रणावलयां विकवसत की गई िैं
• वनवध आिंटन को िढ़ाना औि सद्रक्रय िनाना: 2005-14 से 2014-23 तक NDRF से धनिावश जािी किने में लगभग तीन गुना
िृवद्ध हुई िै।
• फं र्डस का सद्रक्रय औि अवधक आिंटन: 2005-14 से 2014-23 के िीच NDMF द्वािा जािी द्रकए गए फं ड में लगभग तीन गुना
िृवद्ध हुई िै।
• सूचना औि संचाि प्रौद्योवगकी (ICT) के उपयोग को िढ़ािा देना: इसमें SMS के माध्यम से साझा चेतािनी प्रोटोकॉल (Common
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
Alerting Protocol), आपदा प्रिंधन सूचना प्रणाली पोटटल एिं आपातकालीन प्रवतद्रक्रया सिायता प्रणाली शावमल िैं।
• जमीनी स्ति पि स्थानीय समुदायों की भागीदािी: उदाििण के वलए- आपदा कािट िाई िेतु सामुदावयक स्ियंसेिकों की प्रवशक्षण
योजना76 (आपदा वमत्र) के तित उच्च जोवखम िाले 350 आपदा-प्रिण वजलों में लगभग एक लाख युिा स्ियंसेिकों को तैयाि किने
का लक्ष्य िखा िै।
5.7.1.1. भाित में अवि सु ि क्षा प्रिं ध न (Fire Safety Management in India)
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 108
www.visionias.in
109
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
संिवं धत सुर्ख़टयां:
• एक िावलया अध्ययन के अनुसाि, 2001-2019 की अिवध में अिि सागि में आने िाले चक्रिाती तूफानों की आिृवत्त में 52 प्रवतशत की िृवद्ध हुई
िै। इसके कािण भाित का पविमी तट अवधक संिेदनशील िो गया िै।
• अिि सागि में चक्रिाती तूफानों में िोने िाली िृवद्ध के वनम्नवलवखत कािण िैं-
o अिि सागि में समुिी सति औि गििे जल दोनों के तापमान में िृवद्ध िो ििी िै।
o िढ़ता तापमान चक्रिातों को अवधक प्रिल िनाने के वलए िहुत अनुकूल िोता िै। इससे चक्रिात लंिी अिवध तक शवक्तशाली िने िि जाते िैं।
o अल नीनो मोडोकी परिघटना की आिृवत्त में िृवद्ध िो ििी िै। इससे अिि सागि के ऊपि चक्रिात वनमाटण के वलए अनुकूल परिवस्थवतयां
िनती िैं।
o एल नीनो मोडोकी के कािण मध्य प्रशांत क्षेत्र में उष्ण-आिट तथा पूिी औि पविमी प्रशांत क्षेत्र में शुष्क-शीत परिवस्थवतयां वनर्मटत िोती िैं।
5.8.1. िै वर्श्क जै ि विविधता फ्े मिकट फं ड (Global Biodiversity Framework Fund: GBFF)
• िैवर्श्क पयाटििण सुविधा (GEF) के गिर्निंग िोडट ने एक नए कोष की स्थापना को मंजूिी दे दी िै।। यि कोष कु नममंग-मॉवन्ट्रयल
ग्लोिल िायोडायिर्सटटी फ्े मिकट (KMGBF) के कायाटन्ियन को वित्त-पोवषत किे गा।
o अनुमोद्रदत GBFF को कनाडा में आयोवजत िोने िाली अगली GEF सभा में शुरू द्रकया जाएगा।
• GBFF सिकािों, वनजी क्षेत्रक औि पिोपकािी संगठनों से पूज
ं ी प्राप्त किे गा। यि आठ विषयगत कायट क्षेत्रों अथाटत् जैि विविधता
संिक्षण, पुनस्थाटपन, भूवम/ समुि-उपयोग, स्थावनक योजना वनमाटण आद्रद पि ध्यान कें द्रित किे गा।
भाित में िाघों, पिभवक्षयों • जािीकताट: िाष्ट्रीय िाघ संिक्षण प्रावधकिण (NTCA)
औि भक्ष्य/ वशकाि की वस्थवत- • िाघों की वस्थवत रिपोटट के मुख्य मिंदओं
ु पि एक नज़ि:
2022 रिपोटट (Status of o िाघों की आिादी: भाित में िाघों की आिादी 2018 में 2,967 थी, जो िढ़कि 2022 में 3,682 िो गई।
Tigers, co-predators िाघों की आिादी में िार्षटक रूप से लगभग 6 प्रवतशत की िृवद्ध दजट की गई िै।
and Prey in India-2022 o भू-क्षेत्र: 53 टाइगि रिज़िट भाित के कु ल भू-क्षेत्र के 2.3% विस्से को किि किते िैं।
report) o आिादी: ितटमान में, भाित में दुवनया की लगभग 75 प्रवतशत िन्य िाघ आिादी मौजूद िै।
▪ मध्य भाित, वशिावलक पिावड़यों तथा गंगा के मैदानों में िाघों की आिादी में उल्लेखनीय िृवद्ध दजट
की गई िै।
िाघ संिवक्षत क्षेत्रों का प्रिंधन • जािीकताट: िाष्ट्रीय िाघ संिक्षण प्रावधकिण (NTCA)
प्रभािशीलता मूल्यांकन
• MEE के तित यि आकलन द्रकया जाता िै द्रक संिवक्षत क्षेत्रों (PAs) का प्रिंधन कै से द्रकया जाता िै, क्या िे
{Management
अपने मूल्यों की िक्षा तथा वनधाटरित लक्ष्यों औि उद्देश्यों को प्राप्त कि ििे िैं।
Effectiveness • MEE के 5िां चक्र के िािे में
Evaluation (MEE) of o MEE के आधाि पि, 51 टाइगि रिज़िट को चाि श्रेवणयों में िगीकृ त द्रकया गया िै: उत्कृ ि (12), िहुत
Tiger Reserves} अच्छा (21), अच्छा (13) औि संतोषजनक (5)
o 2010 में संपन्न दूसिे चक्र में MEE स्कोि 65% पि था, जो िढ़कि ितटमान मूल्यांकन में 78% पि पहुंच
गया िै। यि प्रिंधन प्रभािशीलता में वनिंति सुधाि को दशाटता िै।
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 110
www.visionias.in
5.8.3. कें ि सिकाि द्वािा प्रोजे क्ट टाइगि औि प्रोजे क्ट एलीफें ट का विलय (Centre merges Project Tiger
and Project Elephant)
• विलय के िाद पयाटििण, िन औि जलिायु परिितटन मंत्रालय (MoEF&CC) के तित “प्रोजेक्ट टाइगि एंड एलीफें ट वडिीजन
(PT&E)” नामक एक नया प्रभाग गरठत द्रकया गया िै।
• अि, प्रोजेक्ट टाइगि के एवडशनल डायिे क्टि जनिल ऑफ़ फॉिे स्ट्स (ADGF) प्रोजेक्ट टाइगि औि प्रोजेक्ट एलीफें ट के ADGF के
रूप में दोनों प्रभागों के कमटचारियों का नेतृत्ि किें गे।
• विलय का मित्त्ि:
o इससे दोनों परियोजनाओं का प्रशासन कु शल औि व्यिवस्थत िोगा।
o चूुँद्रक, दोनों प्रजावतयों का समान पयाटिास िै, इसवलए एक एकीकृ त दृविकोण से दोनों को लाभ िो सकता िै।
• चुनौवतयां: कई प्रजावतयों को एक िी परियोजना के तित शावमल किने से िाघों के वलए आिंरटत द्रकए जाने िाले िास्तविक फं ड में
कमी आ सकती िै।
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
111
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
िाल िी में, अनुसंधान नेशनल रिसचट फाउं डेशन (NRF) विधेयक, 2023 संसद द्वािा पारित द्रकया गया।
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 112
www.visionias.in
NRF के उद्देश्य
• सािटजवनक क्षेत्रक के उद्यमों औि वनजी क्षेत्रक की संस्थाओं को फाउं डेशन की गवतविवधयों में वनिेश किने के वलए प्रोत्सावित किना।
• मॉर्फट न तक सीवमत पहुंच: प्रशामक देखभाल में िोवगयों को ददट से िाित द्रदलाने के वलए सस्ती मॉर्फट न तक पहुंच आिश्यक िै।
o िालाुँद्रक, इसकी आपूर्तट भाितीय नािकोरटक ड्रग्स औि साइकोट्रोवपक सब्सटेंस अवधवनयम (NDPS)80 द्वािा अत्यवधक
विवनयवमत िै।
• समझ की कमी: प्रशामक देखभाल के िािे में िोवगयों, परििािों औि स्िास््य देखभाल प्रदाताओं में ज्ञान का अभाि िै।
• मनोिैज्ञावनक िाधाएं: प्रशामक देखभाल को जीिन के अंत औि मृत्यु से संिद्ध माना जाता िै। अवधकांश लोग मृत्यु संिंधी द्रकसी भी
चीज से डिते िैं औि उससे िचते िैं।
आगे की िाि
• स्िास््य प्रणावलयों का गिनेंस: सभी स्तिों की िाष्ट्रीय स्िास््य प्रणावलयों से संिवं धत नीवतयों तथा संिचनाओं में प्रशामक देखभाल
को शावमल द्रकया जाना चाविए। साथ िी, जिािदेिी तंत्र का सृजन भी किना चाविए।
• वित्त-पोषण: देखभाल के सभी स्तिों पि िाष्ट्रीय स्िास््य प्रणाली के िजट में प्रशामक देखभाल का एक आिश्यक पैकेज शावमल
द्रकया जाना चाविए।
• मॉर्फट न तक पहुंच को िढ़ाना: इसे प्राप्त किने के वलए, देश विवनयामकीय िाधाओं को दूि किने िेतु इं टिनेशनल नािकोरटक्स कं ट्रोल
िोडट (INCB), मादक पदाथट औि अपिाध पि संयक्त
ु िाष्ट्र कायाटलय (UNODC), WHO तथा नागरिक समाज भागीदािों के साथ
वमलकि कायट कि सकते िैं।
• विकें िीकृ त देखभाल: घि पि देखभाल तथा स्िास््य एिं कल्याण कें ि औि उपकें ि स्ति पि सेिाओं की उपलब्धता एक आदशट
विचाि िै।
• स्िास््य औि सामावजक देखभाल कायटिल: प्रशामक देखभाल को सभी नए स्िास््य देखभाल पेशि े िों औि सामुदावयक स्िास््य
देखभाल कायटकताटओं के प्रवशक्षण के पाठ्यक्रम में एकीकृ त द्रकया जाना चाविए।
• वचद्रकत्सा िीमा को भाित के मिणासन्न िोवगयों के अस्पताल औि उपशामक देखभाल संिंधी प्रािधानों में मित्िपूणट भूवमका
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 114
www.visionias.in
115
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
िाल िी में, िाजस्थान सिकाि ने ‘िाजस्थान न्यूनतम आय गािं टी विधेयक81, 2023’ पेश द्रकया।
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 116
www.visionias.in
आगे की िाि
• वित्तीय संस्थानों को स्िायत्तता देना: इससे सिकािों के अदृश्य औि अवििेकपूणट खचों की िेिति वनगिानी की जा सकती िै औि फं ड
को अवधक उत्पादक कायों में लगाया जा सकता िै।
• रिसाि को खत्म किना: गिीिों को िेिति तिीके से लवक्षत किने िेतु
लाभार्थटयों की पिचान किने की प्रणाली को सुव्यिवस्थत द्रकया जाना
चाविए। साथ िी, कल्याणकािी योजनाओं के लाभों/िस्तुओं के वितिण
में भ्रिाचाि को िोकने के वलए ठोस नीवतगत सुधाि किना आिश्यक
िै।
• डेटा आधारित नीवत: सामावजक सुिक्षा कायटक्रमों की वनगिानी औि
मूल्यांकन के वलए मलंग, आयु, नृजातीयता एिं द्रदव्यांगता संिध
ं ी
अलग-अलग डेटा भंडारित द्रकया जाना चाविए। साथ िी, लोगों में
विर्श्ास ििाली के वलए लाभार्थटयों से एकत्र द्रकए गए डेटा की सुिक्षा
पूिट शतट िोनी चाविए।
• वशकायत वनिािण तंत्र: वशकायतों को दूि किने की ऐसी प्रणाली
विकवसत की जाए जो पिचान उजागि न िोने देने की गािं टी दे औि
वजसमें व्यवक्तगत एिं सामूविक स्ति पि वशकायत दजट किने की
सुविधा िो।
• समय-समय पि समीक्षा: इनसे कल्याणकािी योजना के लक्ष्य में िाधा
िनने िाली द्रकसी भी कमी को दूि किने में मदद वमलेगी।
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
प्रकृ वत NPS एक अंशदायी पेंशन (Contribution pension) प्रणाली िै, जिां OPS एक सुपरिभावषत लाभ योजना िै। इसके
कमटचािी अपने िोजगाि के िषों के दौिान NPS में अंशदान किते िैं। तित सिकािी कमटचारियों को उनके अंवतम
आिरित िेतन (Last drawn salary) के आधाि
पि पेंशन प्रदान की जाती िै।
पात्रता 18 से 70 िषट के िीच के सभी भाितीय नागरिक इस व्यिस्था का लाभ के िल सिकािी कमटचािी िी इसका लाभ उठा सकते
उठा सकते िैं। िैं।
जोवखम इसमें जोवखम शावमल िै, क्योंद्रक NPS के जरिए एकवत्रत धनिावश को कोई जोवखम शावमल निीं िै।
िाजाि से जुड़ी प्रवतभूवतयों में वनिेश द्रकया जाता िै।
कि लाभ इसमें आयकि अवधवनयम, 1961 की धािा 80C के तित 1,50,000 इसके तित कमटचारियों के वलए कोई कि लाभ
उपलब्ध निीं िै।
रुपये तक औि 80CCD (1B) के तित 50,000 रुपये तक का िार्षटक
वनिेश कि-कटौती योग्य (Tax-deductible) िै। अथाटत्, ऐसे वनिेश पि
कि छू ट का लाभ उठाया जा सकता िै।
सेिावनिृवत्त पि इसके तित पेंशन वनवध से आिरित 60% िावश को कि-मुक्त िखा गया िै, इसके तित अंवतम आिरित िेतन का 50% वनवित
िढ़ते वित्तीय िोझ के अलािा, भाितीय पेंशन प्रणाली को अन्य चुनौवतयों का भी सामना किना पड़ता िै। िाष्ट्रीय लोक वित्त औि नीवत
संस्थान (NIPFP) के अनुसाि, भाितीय पेंशन प्रणाली में वनम्नवलवखत कवमयां िैं:
• औपचारिक पेंशन प्रणाली का दायिा सीवमत औि असमान िै। यि मुख्यतः वसविल सेिकों औि संगरठत क्षेत्रक के कमटचारियों तक िी
सीवमत िै। उदाििण के वलए- ितटमान में कु ल कमटचारियों में से कम-से-कम 85% ऐसे कमटचािी िैं, जो द्रकसी भी पेंशन योजना से
निीं जुड़े िैं।
• यि वनधटन िृद्ध व्यवक्तयों के वलए सीवमत सामावजक सुिक्षा सुविधा प्रदान किती िै।
• िढ़ती जीिन प्रत्याशा के कािण दीघट-आयु संिंधी या िृद्ध नागरिकों की पेंशन देनदारियों से जुड़े जोवखम (Longevity Risk)
मौजूद िैं।
• जनसंख्या का एक िड़ा विस्सा अनौपचारिक िोजगाि में संलि िै।
• उच्च विषमता औि सिकािी पेंशन का िोझ िना हुआ िै। उदाििण के वलए-
o सिकाि के पूिट कमटचारियों (या उनके आवश्रत) में से 11.4% ऐसे िैं, वजन्िें पेशन के रूप में भुगतान किना पड़ता िै। इसमें
सिकािी व्यय का लगभग 62% खचट िोता िै।
आगे की िाि
• सिसे वनधटन िृद्ध व्यवक्तयों के वलए एक न्यूनतम स्ति की सिायता का प्रािधान द्रकया जाना चाविए।
• असंगरठत श्रवमक िगट के वलए पेंशन व्यिस्था के दायिे का विस्ताि द्रकया जाना चाविए।
• वनजी पेंशन प्रणाली के वलए विवनयामकीय मानदंडों में सुधाि द्रकया जाना चाविए।
• िढ़ती आिादी संिंधी मुद्दों को दूि किने के वलए पािं परिक िृद्धािस्था सिायता तंत्र को पुनः स्थावपत द्रकया जाना चाविए।
• पेंशन क्षेत्रक पि सिकािी विवनयामक वनयंत्रण को कम किना चाविए, जो वनजी ऐनुइटी िाजाि के विकास को िावधत किता िै।
• सेिावनिृवत्त की आयु में िृवद्ध: नागरिक ितटमान सेिावनिृवत्त की आयु से अवधक समय तक काम किने में सक्षम िैं। इस तिि
सेिावनिृवत्त की आयु को िढ़ाना नागरिकों के वलए फायदेमंद िोने के साथ-साथ सिकाि पि पेंशन का िोझ भी कम कि सकता िै।
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 118
www.visionias.in
6.4. सामावजक न्याय औि गरिमापूणट कायट (Social Justice and Decent Work)
119
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
• कमजोि िोते सामावजक अनुिंध: िाष्ट्रीय अवभशासन के प्रवत असंतोष औि उसमे विर्श्ास की कमी िढ़ ििी िै। साथ िी, समाजों के
भीति िढ़ते ध्रुिीकिण के कािण एकजुटता कमजोि िो ििी िै।
• िढ़ते संकट: मिामािी, मुिास्फीवत, चिम मौसमी घटनाओं, रूस-यूक्रेन युद्ध आद्रद के कािण मौजूदा असमानताओं तथा अन्याय में
औि अवधक िृवद्ध हुई िै।
सामावजक न्याय प्राप्त किने की द्रदशा में आगे की िाि
• गरिमापूणट कायट तक पहुंच सुवनवित किना: सािटजवनक औि वनजी वनिेश के माध्यम से नौकरियां सृ वजत की जानी चाविए। साथ
िी, ऋण िोझ जैसे मैक्रो इकोनॉवमक असंतुलन का समाधान द्रकया जाना चाविए।
o शििी क्षेत्रों के िािि गरिमापूणट िोजगाि प्रदान किने के वलए ग्रामीण क्षेत्रों में भी िोजगाि का विविधीकिण मित्िपूणट िै।
o भूवम औि ऋण जैसे उत्पादक संसाधनों तक मविलाओं की पहुंच सुवनवित की जानी चाविए।
o जलिायु परिितटन शमन औि अनुकूलन िणनीवतयों में िोजगाि उद्देश्यों ि सामावजक सुिक्षा नीवतयों को शावमल द्रकया जाना
चाविए।
o न्यूनतम मजदूिी को वनयवमत रूप से मुिास्फीवत के साथ समायोवजत द्रकया जाना चाविए। साथ िी, इसमें मजदूिों औि उनके
परििािों की आिश्यकताओं को भी ध्यान में िखा जाना चाविए।
• सािटजवनक संस्थानों में विर्श्ास ििाल किना: सिकािें , वनयोक्ता संगठन औि श्रवमक संगठन नीवतयों के वनमाटण पि िोने िाले
सामावजक संिाद में शावमल िो सकती िैं।
• प्रौद्योवगकी में उवचत परिितटन लाना चाविए।
• सामावजक न्याय के वलए िैवर्श्क गठिंधन िनाना चाविए।
6.5. उच्च नेट-िथट िाले व्यवक्तयों (HNWIs) का पलायन {(High Net Worth Individuals: HNWIs) Migration}
िाल िी में, िेनले प्राइिेट िेल्थ माइग्रेशन रिपोटट , 2023 जािी हुई िै। यि रिपोटट HNWIs के देश से पलायन के िािे में जानकािी प्रदान
किती िै।
• HNWIs को ‘किोड़पवत (वमवलयनेयि)’ के रूप में भी जाना जाता िै। ये ऐसे लोग िैं, वजनके पास 1 वमवलयन डॉलि या उससे
अवधक की वनिेश योग्य परिसंपवत्त िोती िै।
• यि अनुमान लगाया गया िै द्रक भाित में HNWIs आिादी में 80% की िृवद्ध िो सकती िै। इसी के साथ, भाित 2031 तक विर्श् के
सिसे तीव्रता से िढ़ने िाले उच्च नेट िथट िाजािों में से एक िनने की ओि अग्रसि िै।
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 120
www.visionias.in
• भाित के मामले में, वजतनी संख्या में किोड़पवत लोगों का देश से पलायन िो ििा िै, उससे किीं अवधक संख्या में लोग यिां
किोड़पवत िन ििे िैं।
• िालांद्रक, भाित में अनुमावनत पलायनकताटओं की संख्या िैवर्श्क स्ति पि दूसिी सिसे अवधक संख्या (ऑस्ट्रेवलया के िाद) िोने का
अनुमान िै।
• आर्थटक नुकसान, वजसमें धन, कि औि नेटिकट की िावन शावमल िै। ज्ञातव्य िै द्रक यद्रद पलायन न िो तो ये सभी उत्पादकता औि
दक्षता िढ़ाने में मदद कि सकते िैं।
• समृद्ध उद्यवमयों द्वािा व्यिसायों के स्थानांतिण के कािण िोजगाि, कौशल, योग्यता औि प्रभािशीलता की िावन िोती िै।
• इससे वनिेश के संदभट में देश पि नकािात्मक प्रभाि पड़ता िै, क्योंद्रक वनिेशक ऐसे देश में वनिेश किने से थोड़ा पीछे िटते िैं।
आगे की िाि
• पूिाटनम
ु ावनत, लचीली औि अनुकूल किाधान नीवतयां अपनाने तथा पूिटव्यापी कि लगाने जैसे कदमों से िचने से HNWIs देश में िी
ििने के वलए प्रेरित िो सकते िैं।
o भाित में 1 किोड़ रुपये से अवधक आय िाले व्यवक्त के वलए अवधभाि औि उपकि सवित उच्चतम कि की दि 35.88% िै।
o तुलनात्मक रूप से, मसंगापुि औि िांगकांग में उच्चतम कि की दि क्रमशः 22% औि 17% िै, जो भाित से काफी कम िै।
• भाित में ईज ऑफ डू इंग विजनेस (EoDB) को प्रोत्सािन द्रदया जाना चाविए। इससे देश में वनजी संपवत्त िनाए िखने के वलए
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
6.6. भाितीय अथटव्यिस्था में मध्यम िगट (Middle Class in Indian Economy)
कई विशेषज्ञों का मानना िै द्रक देश की आर्थटक मित्िाकांक्षा को पूिी तिि से साकाि किने के वलए एक विशाल, विस्तृत औि तेजी से
समृद्ध िोते विशुद्ध मध्यम िगट की आिश्यकता िै।
मध्यम िगट के िािे में
• मध्यम िगट की कोई सािटभौवमक परिभाषा निीं िै। यि न के िल आय सीमा के संदभट में, िवल्क आय को एक मानक के रूप में प्रयोग
किने या न किने को लेकि भी अष्पि िै।
• भाितीय मथंक टैंक ‘पीपल रिसचट ऑन इं वडयाज कं ज्यूमि इकोनॉमी (प्राइस/PRICE) के िावलया सिेक्षण के अनुसाि, 2020-21 में
31% भाितीय मध्यम िगट से थे। यि संख्या 2004-05 में 14% थी।
• मध्यम िगट का मित्त्ि इस त्य में वनवित िै द्रक िे न के िल अपनी वस्थवत में सुधाि किते िैं, िवल्क दूसिों की वस्थवत में भी सुधाि
किते िैं (इन्फोग्राद्रफक्स देखें)।
• मानकीकृ त परिभाषा का अभाि: एक सािटभौवमक रूप से स्िीकायट परिभाषा के अभाि के साथ-साथ सिेक्षण डेटा से जुड़ी
समस्याओं के कािण भी मध्यम िगट के अलग-अलग अनुमान सामने आए िैं।
o इसवलए, वभन्न-वभन्न परििािों के कई समूिों को अन्य देश के मानकों के आधाि पि "मध्यम िगट" का दजाट द्रदया गया िै।
121
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
• अनौपचारिक क्षेत्रक का िढ़ता दायिा: दयनीय वस्थवत में फं से मध्यम िगट को व्यापक अनौपचारिक क्षेत्रक का कािण औि परिणाम
दोनों माना जाता िै। एक अनुमान के अनुसाि, अनौपचारिक क्षेत्रक लगभग 90% लोगों को िोजगाि प्रदान किता िै, लेद्रकन
अथटव्यिस्था में मूल्य संिधटन के के िल एक-वतिाई विस्से का िी योगदान किता िै।
• ििन-सिन की लागत में िृवद्ध: वपछले कु छ िषों में एक “रटवपकल” वमवडल क्लास की जीिनशैली पि िोने िाला खचट उसकी आय
की तुलना में तेजी से िढ़ा िै। इसका
कािण यि िै द्रक यि िगट अमीि
लोगों द्वािा अनुसिण द्रकए जाने
िाले उपभोग पैटनट की नकल किने
लगा िै।
o इससे स्थानीय उद्यवमयों औि छोटे व्यिसायों के वलए अवधक अिसि उपलब्ध िोंगे।
• ििन-सिन की लागत से जुड़ी समस्याओं से वनपटना: ऐसी नीवतयों को लागू द्रकया जाना चाविए जो लोगों के वलए जीिन यापन की
लागत को ििन किना आसान िनाती िैं, जैसे- आिास, स्िास््य देखभाल औि वशक्षा की लागत को कम किना आद्रद।
• किाधान प्रणाली में संभावित सुधाि:
o "ब्रैकेट क्रीप" को समाप्त किना चाविए, वजसमें मुिास्फीवत आय को उच्च कि ब्रैकेट की ओि धके लती िै।
o इसके परिणामस्िरूप, कि में मुिास्फीवत-प्रेरित िृवद्ध िोती िै। इसवलए, सांकेवतक की िजाय िास्तविक आय पि कि लगाया
जाना चाविए।
o मध्यमिगीय परििािों की प्रयोज्य आय (Disposable income) को िढ़ाने औि उनका िोझ कम किने के वलए कि िाित
उपाय किने चाविए।
o आिास ऋण, वशक्षा औि स्िास््य देखभाल व्यय से संिंवधत खचों में उच्च कटौती एक अनुकूल उपाय िै।
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 122
www.visionias.in
कं ज्यूमि कनेक्शंस रिसचट, 2023 के अनुसाि, 2022 में “एकल परििाि” की संख्या कु ल भाितीय परििािों की संख्या की आधी थी।
गौितलि िै द्रक भाित में एकल परििािों की संख्या 2008 में 34% थी।
सकता िै।
o िालाुँद्रक, इससे शििी क्षेत्रों में घिों की उपलब्धता औि ग्रामीण क्षेत्रों में कृ वष भूवम के विखंडन पि भी दिाि िढ़ा िै।
• स्िास््य: एकल परििािों में घिे लू स्िच्छता, पौविक आिाि आद्रद को आमतौि पि अवधक मित्त्ि द्रदया जाता िै।
o िालांद्रक, ऐसे परििािों में स्तनपान का वनम्न स्ति, िढ़ते मानवसक स्िास््य संिंधी मुद्दे भी उभि कि सामने आए िैं।
• सामावजक मानदंड: एकल परििािों से समाज में अंतिजातीय वििाि, िाल वििाि का परित्याग, िेरटयों के साथ समान व्यििाि
िी वमलता िै। साथ िी, ऐसे परििािों में िुजुगों की देखभाल भी सिी से निीं िोती िै।
• सामावजक मूल्य: मविलाओं को अपने जीिन पि अवधक स्िायत्तता प्राप्त हुई िै औि संयुक्त परििािों की तुलना में प्रमुख पारििारिक
वनणटयों में उनकी भूवमका िढ़ी िै। गौितलि िै द्रक संयुक्त परििािों में सिसे िड़ा पुरुष या मविला सदस्य िी अग्रणी िोकि वनणटय
लेते िैं।
123
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
वनष्कषट
कई समाजशावस्त्रयों का मानना िै द्रक समाज में अि संयुक्त परििािों की संख्या घट ििी िै , िालांद्रक उनके िीच घवनष्ठ संिंध िनाए िखने
की प्रिल इच्छा िनी हुई िै। इसवलए, पारििारिक संिचना में परिितटन को मविला सशक्तीकिण, ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाओं में सुधाि
औि जीिन की गुणित्ता में सुधाि के वलए गिीिी उन्मूलन प्रयासों द्वािा पूिा द्रकया जाना चाविए।
• आर्टटकल 7.2. आंतरिक विस्थापन, डेटा िैंक के तित दी गई जानकािी िै- “2020 के अंत तक विर्श् भि में 108.4 वमवलयन लोगों
को जििन विस्थावपत िोना पड़ा था” - यि त्य गलत िै। सिी जानकािी िै - “2022 के अंत तक 108.4 वमवलयन लोगों को
जििन विस्थावपत िोना पड़ा था।”
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 124
www.visionias.in
o चंिमा पि िोिि के
संचालन की क्षमता
का प्रदशटन किना
औि
o चंिमा पि (In-situ/
स्ि-स्थाने) िैज्ञावनक
प्रयोग किना।
• प्रक्षेपण-यान: इसे भू-
तुल्यकावलक उपग्रि
प्रक्षेपण यान (GSLV)86
MK-III द्वािा प्रक्षेवपत
द्रकया गया िै, जो एकीकृ त
मॉड्यूल को पृ्िी के
एवलवप्टक पार्किं ग ऑर्िटट
(EPO) में स्थावपत
किे गा।
• इसमें शावमल स्िदेशी पेलोर्डस िैं:
o लैंडि मॉड्यूल (LM),
o प्रोपल्शन मॉड्यूल (PM): यि प्रक्षेपण-यान से अलग िोने के िाद लैंडि मॉड्यूल को चंिमा की ध्रुिीय कक्षा में चंिमा से 100
द्रक.मी. की ऊंचाई तक ले जाएगा।
o िोिि: यि चंिमा पि (स्ि-स्थाने) सति का िासायवनक विश्लेषण किे गा।
• लैंमडंग साइट: यि चंियान-2 के समान यानी लगभग 70 वडग्री अक्षांश पि चंिमा के दवक्षणी ध्रुि के पास लैंमडंग किे गा।
o चंियान-3 अपने प्रक्षेपण के लगभग एक मिीने िाद चंिमा की कक्षा में पहुंचेगा।
o इसके लैंडि (विक्रम) औि िोिि (प्रज्ञान) 23 अगस्त को चंिमा पि उतिने या लैंड किने का प्रयास किें गे।
• यद्रद चंियान-3 सफल िोता िै तो यि चंिमा के दवक्षणी ध्रुि के पास सॉफ्ट-लैंमडंग किने िाला दुवनया का पिला वमशन िन
जाएगा। साथ िी, संयुक्त िाज्य अमेरिका, रूस औि चीन के िाद भाित चंिमा पि सॉफ्ट लैंमडंग किने िाला चौथा देश भी िन
जाएगा।
• चंिमा के वलए कु छ प्रमुख वमशन: USSR (लूना 1,2,3), USA (अपोलो, आटेवमस), चीन {चांग ई (Chang’e) 1} आद्रद
सॉफ्ट-लैंमडंग किने के समक्ष चुनौवतयां
• दुगम
ट भू-भाग: लैंमडंग साइट के आस-पास के इलाके में अप्रत्यावशत औि अचानक आने िाले िदलािों के कािण ऊंचाई को मापने
िाले सेंसि से गलती या सॉफ़्टिेयि संिंधी गड़िवड़यां िो सकती िैं।
• गवत: लूनि मॉड्यूल के वलए सॉफ्ट-लैंमडंग का आशय 6,000 द्रक.मी./घंटा की अत्यवधक तीव्र गवत से शून्य गवत तक विना द्रकसी
क्षवत के पहुंचने से िैं। जैसा द्रक िम जानते िैं द्रक चंिमा पि कोई िायुमंडल निीं िै। इसवलए पैिाशूट चंिमा पि उतिने के दौिान
लूनि मॉड्यूल की गवत को धीमा निीं कि सकते िैं।
• लूनि-डस्ट (चंिमा की धूल): इसके कािण िो सकता िै द्रक कै मिे के लेंस साफ औि स्पि फोटो निीं ले पाए औि गलत िीमडंग भी
देखने को वमल सकती िै।
इन चुनौवतयों से वनपटने के संिंध में चंियान-3 के वलए क्या योजनाएं िनाई गई िैं?
• िड़ी लैंमडंग साइट: लैंमडंग का क्षेत्र पिले के 500 मीटि x 500 मीटि से िढ़ाकि 4 द्रक.मी. x 2.5 द्रक.मी. कि द्रदया गया िै।
• लैंमडंग गवत में िृवद्ध: लैंमडंग गवत को 2 मीटि/सेकंड से िढ़ाकि 3.2 मीटि/सेकंड कि द्रदया गया िै। इसका मतलि िै द्रक चंिमा पि
उतिने के दौिान 3 मीटि/सेकंड की गवत पि भी, लैंडि मॉड्यूल दुघटटनाग्रस्त निीं िोगा।
• िेिति थ्रस्टसट (एक अंतरिक्ष यान पि एक छोटा िॉके ट इं जन): चंियान-2 के लैंडि मॉड्यूल में में पांच थ्रस्टसट लगे थे, जिद्रक इस
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 126
www.visionias.in
उद्देश्य • पृ्िी से द्रदखने औि न द्रदखने िाले चंिमा के भाग का • चंिमा पि सॉफ्ट लैंमडंग औि िोिि के माध्यम से चंिमा की
वत्र-आयामी एटलस तैयाि किना। सति का अध्ययन किके चंियान-1 के िैज्ञावनक उद्देश्यों में
• चंिमा की संपूणट सति का िासायवनक औि खवनज प्रगवत किना।
संिंधी मानवचत्रण किना।
मॉड्यूल/ पेलोर्डस • भाित ,USA, UK, जमटनी, स्िीडन औि िुल्गारिया • इसमें ऑर्िटटि, लैंडि (विक्रम) औि िोिि (प्रज्ञान) शावमल
में वनर्मटत 11 िैज्ञावनक उपकिण। िै।
• इसमें चंिमा की सति के भू-विज्ञान, उसकी संिचना औि
िाह्यमंडल के मापन का अध्ययन किने के वलए आठ
प्रायोवगक पेलोड भी शावमल थे।
मित्त्िपूणट वनष्कषट • अल्प मात्रा में िाष्प के रूप में जल का पता लगाया िै • िाइड्रॉवक्सल िे वडकल (OH) औि जल के अणु (H2O) का
औि चंिमा के उत्तिी ध्रुिीय क्षेत्र में विम के रूप में अलग-अलग पता लगाया औि दोनों के िािे में विवशि
जल का भी पता लगाया िै। विशेषताएं भी पाई गईं।
• मिासागिीय मैग्मा परिकल्पना (Ocean Magma • चंिमा की सति पि सभी अक्षांशों पि जल की मौजूदगी के
Hypothesis) की पुवि की गई। साक्ष्य का पता लगाया।
• कमजोि सौि ज्िालाओं (Solar flare) के दौिान • चंिमा के िाह्यमंडल में आगटन-40 की मौजूदगी की पुवि की
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
गई।
एक्स-िे वसिल्स का पता लगाया गया, वजससे चंिमा
• चंिमा की सति पि गौण तत्िों - क्रोवमयम औि मैंगनीज का
की सति पि मैिीवशयम, एल्यूमीवनयम, वसवलकॉन पता लगाया।
औि कै वल्शयम की उपवस्थवत का संकेत वमलता िै। • सौि ज्िालाओं के िािे में जानकािी एकवत्रत की।
• नई -वस्पनेल समृद्ध शैलों का पता लगाया गया।
नोट: 2019 में, चंियान -2 वमशन आंवशक रूप से विफल ििा था क्योंद्रक इसके लैंडि औि िोिि चंिमा पि सॉफ्ट-लैंमडंग निीं कि पाए थे।
वनष्कषट
चंियान-3 की सफलता िैवर्श्क अंतरिक्ष अनुसध
ं ान में भाित की वस्थवत को औि मजिूत किे गी। यि वमशन िमािे िैज्ञावनक ज्ञान के दायिे
का विस्ताि किता िैं औि देश के युिाओं के वलए इससे संिंवधत नई चुनौवतयां भी प्रस्तुत किता िै। इससे भविष्य में अनुसध
ं ान तथा
विकास को औि अवधक िढ़ािा वमलता िै।
127
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
o क्रू मॉड्यूल (CM) अंतरिक्ष में पृ्िी जैसे िाताििण में चालक दल के वलए ििने योग्य जगि िै।
o सर्िटस मॉड्यूल (SM), कक्षा में ििते हुए क्रू मॉड्यूल (CM) को आिश्यक सिायता प्रदान किने के वलए िै।
• प्रक्षेपण यान: माकट -III (LVM 3 िॉके ट), वजसे पिले GSLV Mk III के नाम से जाना जाता था।
• वमशन के िािे में अन्य जानकािी:
o गगनयान िाष्ट्रीय सलािकाि परिषद, इस वमशन के विवभन्न पिलुओं पि विचाि किे गी।
o इसिो ििने योग्य क्रू मॉड्यूल, लाइफ सपोटट वसस्टम, क्रू एस्के प वसस्टम, ग्राउं ड स्टेशन नेटिकट , क्रू ट्रेमनंग औि रिकििी आद्रद के
वलए स्िदेशी तकनीक विकवसत कि ििा िै।
• यि वमशन अमेरिका, रूस औि चीन के िाद भाित को मानियुक्त अंतरिक्ष उड़ान क्षमता िाला चौथा देश िना देगा।
मानियुक्त अंतरिक्ष वमशन से संिवं धत चुनौवतयां
• ििने योग्य िाताििण का वनमाटण किना: एक लघु आकाि के क्रू मॉडल में पृ्िी जैसा ििने योग्य िाताििण िनाना औि पूिे वमशन
के दौिान इस तिि का पयाटप्त िाताििण िनाए िखना िड़ी चुनौती िै।
• गुरुत्िाकषटण क्षेत्र में परिितटन का स्िास््य पि प्रभाि: यि िाथ-आंख औि वसि-आंख के िीच तालमेल को प्रभावित किता िै।
• विद्रकिण के संपकट में: अंतरिक्ष स्टेशनों में, अंतरिक्ष यावत्रयों को पृ्िी पि ििने िाले लोगों की तुलना में दस गुना अवधक विद्रकिण
प्राप्त िोता िै। विद्रकिण के संपकट में आने से कैं सि का खतिा िढ़ जाता िै, कें िीय तंवत्रका तंत्र को नुकसान पहुंचता िै, आद्रद।
• पुनः प्रिेश, रिकििी औि लॉन्च एस्के प प्रणाली से जुड़ी हुई तकनीकी चुनौवतयां:
o गगनयान के पृ्िी के िायुमंडल में पुनः प्रिेश के दौिान क्रू मॉड्यूल को 3-अक्षीय वनयंत्रण (वपच, यॉ/Yaw औि िोल) प्रदान
किने के वलए एक वद्व-प्रणोदक-आधारित प्रणोदन प्रणाली (Bipropellant-based propulsion system) लगाई गई िै।
o इसिो ने चालक दल के िायुमंडल में सुिवक्षत पुनः प्रिेश के वलए स्िदेशी रूप से विकवसत पैिाशूट का पिीक्षण द्रकया िै।
वनष्कषट
• अंतरिक्ष में संसाधनों को खोजने, उनका दोिन औि उपयोग किने को लेकि • “स्पेस 2030” एजेंडा: सतत विकास के चालक के
तौि पि अंतरिक्ष (संयुक्त िाष्ट्र मिासभा द्वािा
कोई आम-सिमवत आधारित अंतिाटष्ट्रीय व्यिस्था या इसके भािी
पारित एक संकल्प)।
कायाटन्ियन का मागटदशटन किने के वलए कोई प्रणाली मौजूद निीं िै।
• पृ्िी के सशस्त्र संघषट को िाह्य अंतरिक्ष में प्रसाि से िोकने के साथ-साथ
िाह्य अंतरिक्ष के शस्त्रीकिण को भी िोकने की आिश्यकता िै।
• अंतरिक्ष में प्रक्षेवपत विवभन्न देशों के उपग्रिों के ट्रैद्रफक (कक्षा में चक्कि लगाना) प्रिंधन में समन्िय की कमी िै।
• अंतरिक्ष मलिे से जोवखम िढ़ता जा ििा िै।
पिले से मौजूद अंतरिक्ष गिनेंस फ्े मिकट
• 1959 में, संयुक्त िाष्ट्र मिासभा ने िाह्य-अंतरिक्ष के शांवतपूणट उपयोग पि संयुक्त िाष्ट्र सवमवत (UN COPUOS)88 का गठन द्रकया
था।
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 128
www.visionias.in
• उपयुटक्त सवमवत की वसफारिशों के आधाि पि 1967 औि 1979 के िीच िाताटओं के िाद िाह्य अंतरिक्ष पि वनम्नवलवखत पांच संयुक्त
िाष्ट्र संवधयों पि समझौता द्रकया गया:
o िाह्य अंतरिक्ष संवध (Outer Space Treaty), 1967: िायुमंडल ि िाह्य अंतरिक्ष में पिमाणु िवथयािों के पिीक्षण पि
प्रवतिंध लगाने िाली संवध।
o िे स्क्यू एग्रीमेंट, 1968: यि अंतरिक्ष यावत्रयों के िचाि, अंतरिक्ष यावत्रयों की सुिवक्षत िापसी औि िाह्य अंतरिक्ष में प्रक्षेवपत
िस्तुओं की िापसी पि समझौता िै।
o लायविवलटी कन्िेंशन, 1974: इसे अंतरिक्ष आधारित मपंडों के कािण िोने िाली क्षवत के वलए अंतिाटष्ट्रीय दावयत्ि पि
अवभसमय89 भी किते िैं।
o िवजस्ट्रेशन कन्िेंशन, 1976: यि िाह्य अंतरिक्ष में प्रक्षेवपत िस्तुओं के पंजीकिण पि अवभसमय90 से संिंवधत िै।
o मून एग्रीमेंट, 1979: यि समझौता चंिमा औि अन्य खगोलीय मपंडों पि अलग-अलग देशों की गवतविवधयों को वनयंवत्रत91
किने से संिंवधत िै।
• भाित ने उपयुटक्त सभी पांच संवधयों पि िस्ताक्षि द्रकए िैं। िालांद्रक, भाित ने इनमें से के िल चाि संवधयों की िी अवभपुवि की िै।
भाित ने मून एग्रीमेंट की अवभपुवि निीं की िै।
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 130
www.visionias.in
वनष्कषट
शोधकताटओं को उम्मीद िै द्रक इस तिि की गुरुत्िीय तिं गों का अध्ययन जािी िखने से िमें ब्रह्ांड के सिसे िड़े मपंडों के िािे में औि
अवधक जानने में मदद वमलेगी। इससे ब्रह्ांड में ब्लैक िोल्स औि आकाशगंगाओं के विलय से संिंवधत इवतिास के िािे में जानने के नए
िास्ते खुल सकते िैं।
133
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 134
www.visionias.in
• BCI के वलए मवस्तष्क गवतविवध/ संकेतों को मापने िेतु उपयोग की जाने िाली अलग-अलग तकनीकें वनम्नवलवखत िैं:
o इलेक्ट्रोएन्सेफेलोग्राफी (EEG):
▪ EEG में वसि पि एक छोटी, धातु की वडस्क (इलेक्ट्रोड) को लगाकि मवस्तष्क की विद्युतीय गवतविवध या संकेतों को
मापा जाता िै।
o फं क्शनल मैिरे टक िे जोनेंस इमेमजंग (fMRI)
▪ इसके तित तंवत्रका तंत्र संिंधी गवतविवध की प्रवतद्रक्रया में िक्त ऑक्सीजनीकिण औि इसके प्रिाि में आए िदलाि का
पता लगाया जाता िै।
BCI के उपयोग
• इसका उपयोग िृद्ध लोगों को चलने-द्रफिने की द्रक्रयाओं औि संज्ञानात्मक क्षमताओं (Cognitive abilities) में सिायता देने के वलए
भी द्रकया जा सकता िै।
• िीमारियों का इलाज: इसके जरिए पार्किं संस िोग, वमगी औि िीढ़ की िड्डी की चोट आद्रद का इलाज द्रकया जा सकता िै।
• यि मवस्तष्क संिंधी अनुसध
ं ान को सुगम िनाता िै।
• मानि के प्रदशटन में सुधाि किना: BCI का उपयोग वनम्नवलवखत िेतु न्यूिोफीडिैक प्रवशक्षण साधन के रूप में द्रकया जा सकता िै:
o व्यवक्त के मौजूदा संज्ञानात्मक प्रदशटन में सुधाि किने,
o मानि क्षमताओं को िढ़ाने औि
o मानि-कं प्यूटि इंटिै क्शन को िेिति िनाने के वलए।
BCI से संिवं धत मचंताएं
• तकनीकी औि उपयोगकताट से जुड़ी चुनौवतयां: प्रत्येक व्यवक्त विवशि मवस्तष्क संकेत उत्पन्न किता िै, वजन्िें स्पि रूप से मापना
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
• वचद्रकत्सीय मचंताएं: BCI से मवस्तष्क के अन्य कायट भी प्रभावित िो सकते िैं। इससे द्रकसी भी अिांवछत दुष्प्रभाि जैसे - दौिे
(Seizures), वसिददट, मनोवस्थवत में िदलाि या संज्ञानात्मक िावन आद्रद देखने को वमल सकती िै।
वनष्कषट
आने िाले कु छ दशकों में, BCI संिंधी अनुसंधान औि विकास में िृवद्ध जािी ििने की संभािना िै। इसके अलािा, िमें लोगों के दैवनक
जीिन में BCI का अवधक व्यापक उपयोग देखने को वमल सकता िै। साथ िी, BCI की पूिी क्षमता का फायदा उठाने के वलए इसकी
सटीकता, विर्श्सनीयता औि दक्षता में सुधाि किने की भी जरूित िै।
7.2.2. लाइट वडटे क्शन एं ड िें मजं ग (वलडाि) (Light Detection and Ranging: LiDAR)
सुर्ख़टयों में क्यों?
भाितीय पुिातत्ि सिेक्षण (ASI) का लक्ष्य स्थलों के उत्खनन से पिले लाइट वडटेक्शन एंड िें मजंग (LiDAR) सिेक्षण किना िै।
LiDAR के िािे में
• यि एक रिमोट सेंमसंग तकनीक िै, जो द्रकसी लक्ष्य की सीमा (दूिी) को मापने के वलए पल्स्ड लेजि के रूप में प्रकाश का उपयोग
किती िै।
o यि िडाि औि सोनाि के समान िै जो क्रमशः िे वडयो औि ध्िवन तिं गों का उपयोग किते िैं।
• LiDAR के प्रकाि:
o टोपोग्राद्रफक LiDAR: भूवम का मानवचत्र तैयाि किने के वलए वनकट-अििक्त लेजि (Near-infrared laser) का उपयोग
किता िै।
135
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
o िाथमीरट्रक LiDAR: समुि तल औि नदी तल की ऊंचाई को मापने के वलए पानी को भेदने िाली ििी िोशनी का भी उपयोग
किता िै।
• डेटा प्राप्त किने के वलए उपयोग द्रकये जाने िाले
प्लेटफामट: ििाई जिाज औि िेलीकॉप्टि।
LiDAR की कायटप्रणाली
• इसमें एक ििाई लेजि को लवक्षत क्षेत्र की ओि
वनदेवशत द्रकया जाता िै औि प्रकाश की द्रकिण उस
सति से पिािर्तटत िोती िै वजसका िि सामना
किती िै।
o एक सेंसि द्रकसी क्षेत्र सीमा को मापने के वलए
इस पिािर्तटत प्रकाश को रिकॉडट किता िै।
• जि लेज़ि िें ज को वस्थवत औि ओरिएंटेशन डेटा के
साथ जोड़ा जाता िै, तो एक पॉइं ट क्लाउड
(ऊंचाई मिंदओं
ु का समूि) िन जाता िै।
o प्िाइंट क्लाउड पृ्िी की सति पि एक
विशेष मिंद ु एिं अन्य भू-स्थावनक उत्पाद,
जैसे- वडवजटल एवलिेशन मॉडल, कै नोपी
मॉडल, विमल्डंग मॉडल औि समोच्च उत्पन्न
किने में मदद किता िै।
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 136
www.visionias.in
FDCs के गुण
• यि एकल सद्रक्रय सामग्री िाली दिाओं की तुलना में लाभकािी िै एिं इनके उत्पादन में लागत भी कम आती िै।
• HIV, मलेरिया औि टी.िी. जैसे संक्रामक िोगों के उपचाि में FDCs प्रभािी वसद्ध हुई िैं।
• अलग-अलग दिाएं देने के िजाए िोगी को FDCs के रूप में एकल दिा दी जा सकती िै (इसे वपल िडटन में कमी किना भी किते िैं)
औि एक दिा लेने में िोगी से कोई भूल भी निीं िोती िै।
FDCs के विवनयमन के वलए भाित द्वािा उठाए गए कदम
FDCs के दोष • ड्रग्स एंड कॉस्मेरटक (संशोधन) एक्ट, 2008 के तित
• फामाटकोडायनावमक (दिाओं के असि) वमसमैच: FDCs में इस्तेमाल दो नकली औि वमलािटी दिाओं के विवनमाटताओं के
घटकों (तत्िों) के िीच िेमेल िोने की दशा में इन दिाओं का असि कम िो वलए कठोि दंड का प्रािधान द्रकया गया िै। इसके
सकता िै या विषाक्तता िढ़ सकती िै। उदाििण के वलए- एक दिा में अलािा, अवधवनयम में कु छ अपिाधों को संज्ञय
े औि
एवडरटि/ ऐन्टैगवनवस्टक (Additive/ Antagonistic), दोनों प्रभाि िाले गैि-जमानती भी िनाया गया िै।
• कें िीय औषवध पिीक्षण प्रयोगशालाओं94 की पिीक्षण
तत्िों का शावमल िोना। क्षमताओं को लगाताि मजिूत द्रकया जा ििा िै।
• शेल्फ लाइफ में कमी: FDCs के वलए असंगत/ अप्रसांवगक दिाओं को • िषट 2017 में ड्रग्स एंड कॉस्मेरटक वनयम 1945 में
वमवश्रत किने पि FDCs की शेल्फ लाइफ में कमी आ सकती िै। संशोधन: इसमें यि प्रािधान द्रकया गया द्रक आिेदक
को दिाओं के ओिल डोजेस के विवनमाटण का लाइसेंस
• िोगाणुिोधी प्रवतिोध (AMR): असंगत FDCs के साथ वनम्न गुणित्ता
प्राप्त किने के वलए आिेदन के साथ-साथ
िाली िोगाणुिोधी दिाओं की खुिाक िोगजनकों को मािने में िेअसि िो िायोइद्रक्िलेंस अध्ययन का परिणाम भी प्रस्तुत
सकती िै औि इससे िोगजनकों में FDCs के प्रवत प्रवतिोध भी विकवसत किना िोगा।
िो जाता िै।
भाित में FDCs के विवनयमन से जुड़े हुए मुद्दे
• दिाओं को मूल्य वनयंत्रण से िचाने के वलए अलग-अलग दिाओं को वमलाकि एक नयी FDC दिा तैयाि कि ली जाती िै।
• अवधक फामाटकोलॉवजकल शोध निीं िोने के िािजूद िाज्य लाइसेंमसंग अवधकारियों (SLAs) से लाइसेंस प्राप्त किके औि गुणित्ता से
समझौता किते हुए नई FDC (4 साल के िाद) दिा तैयाि कि ली जाती िै।
• िाज्य औषवध वनयंत्रण संगठनों (SDCO) के पास पयाटप्त क्षमता निीं िै। इनके पास िुवनयादी ढांचा सुविधाओं का अभाि िै, इनके
पास औषवध वनिीक्षकों की संख्या कम िै औि उनमें विशेषज्ञता भी कमी िै आद्रद।
• भाित में िावनकािक दिाओं से िोने िाले रिएक्शन की रिपोटट किने की समुवचत व्यिस्था निीं िै।
आगे की िाि
• समय-समय पि सिेक्षण की आिश्यकता: इस क्षेत्रक की मौजूदा समस्या का आकलन किने के वलए दिा विवनमाटताओं तथा थोक
औि खुदिा दुकानों का समय-समय पि सिेक्षण किना चाविए।
• िाष्ट्रीय औषवध प्रावधकिण (NDA): िाथी सवमवत औि औषवध नीवत 1994 द्वािा सुझाए गए इस प्रावधकिण को संसद द्वािा
अवधवनयम पारित किके स्थावपत किने पि विचाि किना चाविए।
• कड़ी दंडात्मक कािट िाई: माशेलकि सवमवत ने सुझाि द्रदया था द्रक दिाओं के उत्पादन में द्रकसी भ्रिाचाि के मामलों में शावमल लोगों
के वखलाफ सख्त कािट िाई दूसिों को ऐसे भ्रिाचाि किने से िोके गी।
• आिश्यक िस्तु (दिाओं के विपणन में अनैवतक प्रथाओं का वनयंत्रण) आदेश , 2017: इस आदेश को अंवतम रूप देने औि लागू किने से
अनैवतक गवतविवधयों पि अंकुश लगाने में मदद वमलेगी।
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 138
www.visionias.in
आिादी को किि द्रकया जाएगा। िाद में, 40 िषट तक की पूिी आिादी को इस वमशन में शावमल द्रकया जाएगा।
o प्रािं भ में, SCD के उच्च प्रसाि िाले 17 िाज्यों पि ध्यान कें द्रित द्रकया जाएगा। इनमें शावमल िाज्य िैं- गुजिात, मिािाष्ट्र,
o इस वमशन का लक्ष्य साढ़े तीन िषों में 7 किोड़ लोगों को किि किना िै।
• कन्िजेन्स: इस कायटक्रम को िाष्ट्रीय स्िास््य वमशन (NHM) के तित मौजूदा तंत्र औि िणनीवतयों (जैसे प्रधान मंत्री सुिवक्षत मातृत्ि
• िीमोग्लोविनोपैथी पि िाष्ट्रीय स्िास््य वमशन (NHM) द्रदशा-वनदेश में सामुदावयक स्ति पि सेिाएं उपलब्ध किाने का प्रािधान
द्रकया गया िै। िीमोग्लोविनोपैथी के तित िीमोग्लोविन से संिवं धत सभी आनुिांवशक िीमारियों को शावमल द्रकया गया िै।
• सिकाि की योजना जनजातीय क्षेत्रों में 40 िषट से कम आयु के लोगों को विशेष काडट वितरित किने की िै।
• इस संिंध में जनजातीय मामलों के मंत्रालय ने एक पोटटल की शुरुआत की िै। इस पोटटल पि जनजातीय समूि वसकल सेल एनीवमया
से संिंवधत सभी जानकािी प्राप्त कि सकते िैं।
SCA का समाधान किने के वलए, पिामशट के साथ-साथ समय पि वनदान, फ्ं टलाइन कायटकताटओं द्वािा िोगी सिायता समूिों का गठन
औि सिकाि औि गैि सिकािी संगठनों के िीच िेिति सियोग की आिश्यकता िै।
िच्चों में SCA के प्रसाि को कम किने में प्रसिपूिट वनदान भी मित्िपूणट भूवमका वनभा सकता िै।
िाल िी में, भाितीय प्रौद्योवगकी संस्थान (IIT), कानपुि ने क्लाउड सीमडंग के वलए एक पिीक्षण उड़ान का सफलतापूिटक संचालन
द्रकया।
139
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
• क्लाउड सीमडंग मौसम में कृ वत्रम तिीके से िदलाि किने की एक तकनीक िै। इसकी सिायता से कृ वत्रम तिीके से िषाट किाई जाती
िै।
o क्लाउड सीमडंग का उद्देश्य संघनन की अवभद्रक्रया के वलए िासायवनक ‘नावभक (Nuclei)’ उपलब्ध किाकि इस प्रद्रक्रया को
• जैि संचयन (Bioaccumulation): उदाििण के वलए- वसल्िि • IIT कानपुि ने इस पद्धवत का उपयोग द्रकया िै।
आयोडाइड िसायन का उपयोग आमतौि पि क्लाउड सीमडंग के वलए • मिािाष्ट्र के सोलपुि में 2018 औि 2019 के दो लगाताि
द्रकया जाता िै। जैि संचयन के कािण यि िसायन जलीय जीिन के मानसून सत्रों के दौिान ‘क्लाउड एिोसोल संद्रक्रया औि
वलए विषाक्त माना जाता िै। िषाट संिधटन प्रयोग’ (CAIPEX)97 के IV संस्किण का
• शुष्क िफट (कािटन डाइऑक्साइड) के द्वािा िादलों का संचयन
आयोजन द्रकया गया।
ग्रीनिाउस गैस में योगदान देता िै औि जलिायु परिितटन को
प्रभावित किता िै।
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 140
www.visionias.in
• क्लाउड सीमडंग द्रकतनी प्रभािी िोती िै, इसके िािे में अवनवितता िनी हुई िै।
• सभी प्रकाि के िादलों का उपयुक्त न िोना: सीमडंग से िेिति परिणाम प्राप्त किने के वलए िादल पयाटप्त घने औि उपयुक्त तापमान
(-10 औि -12 वडग्री सेवल्सयस के िीच) िाले िोने चाविए।
• िाइड्रोलॉवजकल चक्रों को असंतवु लत कि सकता िै।
वनष्कषट
क्लाउड सीमडंग तकनीक जल की कमी को दूि किने औि सूखे की वस्थवत को कम किने के वलए िेिति संभािनाएं प्रस्तुत किती िै।
िालांद्रक, इस तकनीक की क्षमता का पूिी तिि से उपयोग किने के वलए इसमें औि सुधाि किने की आिश्यकता िै। उदाििण के वलए-
नमक के कणों पि नैनोटेक्नोलॉजी-आधारित टाइटेवनयम डाइऑक्साइड कोटटंग को शावमल किने से क्लाउड सीमडंग तकनीक को औि
अवधक प्रभािी िनाया जा सकता िै।
7.4.2. सॉवलड फ्यू ल डक्टे ड िै मजे ट तकनीक {Solid Fuel Ducted Ramjet (SFDR) Technology}
• िै मजेट, स्क्रैमजेट औि DMRJ एयि ब्रीकदंग इं जन की तीन अिधािणाएं िैं, वजनका विवभन्न अंतरिक्ष एजेंवसयों द्वािा विकास द्रकया
जा ििा िै।
िै मजेट स्क्रैमजेट (सुपिसोवनक दिन िै मजेट) डु अल मोड िै मजेट (DMRJ)
• यि एक प्रकाि का एयि-ब्रीमथंग जेट इं जन िै। यि • यि िैमजेट इंजन का उन्नत रूप िै, क्योंद्रक • यि जेट इं जन का एक प्रकाि
विना घूमने िाले कं प्रेसि का उपयोग किके सामने से यि िाइपिसोवनक गवत पि कु शलतापूिक
ट िै, वजसमें िै मजेट मैक 4-8
आ ििी ििा को दिन के वलए संपीवडत किने िेतु यान काम किता िै औि सुपिसोवनक दिन को की िें ज पि स्क्रैमजेट में िदल
के फॉििडट मोशन का उपयोग किता िै। संभि िनाता िै।
जाता िै।
• यि लगभग मैक 3 की सुपिसोवनक गवत (ध्िवन की • यि ईंधन के रूप में िाइड्रोजन औि
• इसका अथट िै द्रक यि
गवत से तीन गुना) पि सिसे अवधक कु शलता से काम ऑक्सीकािक के रूप में िायुमड
ं लीय ििा से
सिसोवनक औि सुपिसोवनक
141
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
किता िै औि यि मैक 6 की गवत तक काम कि सकता ऑक्सीजन का उपयोग किता िै। दिनशील मोड, दोनों में
िै। • िैमजेट औि स्क्रैमजेट, दोनों में कोई मूमिंग कु शलता से परिचालन कि
• िाइपिसोवनक गवत पि पहुुँच जाने पि इसकी दक्षता पाट्सट निीं िोते िैं। इसमें के िल एक सकता िै।
में कमी आने लगती िै। इनलेट; फ्यूल इंजेक्टि औि फ्लेम िोल्डि
• टिोजेट इंजन (जेट इं जन) के विपिीत इसमें कोई तथा नोजल से वमलकि िना एक कं िस्टि
टििाइन निीं िोती िै। िोता िै।
वनष्कषट
SFDR तकनीक के विकास में एयिोस्पेस उद्योग में क्रांवत लाने की क्षमता िै औि इसका पिीक्षण अत्याधुवनक एयिोस्पेस प्रौद्योवगकी के
विकास में आत्मवनभटि िनने की भाित की दृढ इच्छा को दशाटता िै।
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 142
www.visionias.in
परिवशि (Appendix)
परिवशि I: SDG-NIF प्रोग्रेस रिपोटट 2023 के मुख्य मिंद ु (Key Findings of the SDG NIF Progress Report 2023)
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
143
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 144
www.visionias.in
परिवशि II: प्रवसद्ध भाितीय िैज्ञावनक औि उनके खोज (Famous Indian Scientists and Their Inventions)
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
145
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 146
www.visionias.in
Mains 365 – अपडेटेड स्टडी मटीरियल
147
DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 8468022022
www.visionias.in
8468022022 DELHI | PUNE | HYDERABAD | AHMEDABAD | JAIPUR | LUCKNOW | CHANDIGARH | GUWAHATI 148
39 in Top 50
Selections
in CSE 2022
KRITIKA
MISHRA