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लैक काबन का लेिशयरों पर प्रभाव

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िप्रिल स के िलये:
लैक काबन, लेिशयर, िहमालय, काराकोरम, िहंदक
ू ुश

मे स के िलये:
लैक काबन और इससे लेिशयरों पर पड़ने वाले प्रभाव

चचा म यों?

"िहमालय के लेिशयर: जलवायु पिरवतन, लैक काबन और ेतर् ीय लचीलापन" शीषक वाली एक िरपोट म कहा गया है
िक ये लेिशयर ‘वै ि वक औसत बफ द्र यमान’ की तुल ना म तेज़ी से िपघल रहे ह। हालाँिक लैक काबन से संबंिधत मज़बूत
नीित लेिशयरों के िपघलने की प्रिक् रया को तेज़ी से रोक सकती है।

ू ु श (HKHK) पवत
यह अनुसंधान िरपोट िव व बक ारा जारी की गई है और इसम िहमालय, काराकोरम और िहंदक
ृ लाएँ शािमल ह।
शंख

लैक काबन (BC):


लैक काबन एक तरह का एयरोसोल है।
एक एयरोसोल हवा म सू म ठोस कणों या तरल बूँदों का िनलंबन होता है।
एयरोसोल (जैसे ब्राउन काबन, स फे स) म लैक काबन को जलवायु पिरवतन के िलये दूसरे सबसे मह वपूण
मानवजिनत एजट और वायु प्रदूषण के कारण होने वाले प्रितकूल प्रभावों को समझने हेत ु प्राथिमक एजट के प
म मा यता दी गई है।
यह गैस और डीज़ल इंजन, कोयले से चलने वाले िबजली संयंतर् ों तथा जीवा म ईध
ं न को जलाने वाले अ य स्रोतों
से उ सिजत होता है। इसम पािटकु लेट मैटर या PM का एक मह वपूण िह सा होता है, जो एक वायु प्रदूषक है।

HKHK पवत ेतर् :


HKHK ेतर् आठ देशों म फैला है; अफगािन तान, पािक तान, भारत, नेपाल, चीन, भटू ान, बां लादेश और याँमार
और सिहत इस ेतर् म एवरे ट और K2 जैसे दुिनया के कु छ सबसे ऊँची पवत श्रेिणयाँ भी शिमल ह।
HKHK पवतीय ेतर् के लेिशयर गंगा, यां ज़ी, इरावदी और मेकांग सिहत नदी प्रणािलयों से संबंिधत ह।
लेिशयरों से िनकलने वाला पानी कृिष का पोषण करता है, िजस पर लगभग 2 अरब लोग िनभर ह।

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HKHK त े र् को चीन के ितआनशान पवत के साथ तीसरे ध् व के प म भी जाना जाता है, यहाँ उ री और
दि णी ध् व के बाद सबसे अिधक बफ है।

प्रमुख िबंद:ु
BC एक अ पकािलक प्रदूषक है जो काबन डाइऑ साइड (CO2) के बाद ग्रह को गम करने म दूसरा सबसे बड़ा
योगदानक ा है।
अ य ग्रीनहाउस गैस उ सजन के िवपरीत BC ज दी से धुल जाता है और अगर इसका उ सजन बंद हो
जाता है तो इसे वातावरण से समा त िकया जा सकता है।
ऐितहािसक काबन उ सजन के िवपरीत यह अिधक थानीय प्रभाव वाला एक थानीय स्रोत भी है।

िहमालयी ेतर् म लैक काबन का स्रोत:

कु ल लैक काबन म उ ोग (मु य प से ईट


ं भ टे ) और ठोस ईध
ं न जलने से ेतर् ीय मानवजिनत BC के उ सजन
का 45-66% िह सा शािमल होता है, इसके बाद ऑन-रोड डीज़ल ईध ं न (7-18%) और खुले म ईध ं न जलाने से
(3% से कम) लैक काबन का उ सजन होता है।

BC भंडारण का प्रभाव:

यह लेिशयर के िपघलने की गित को दो तरह से तेज़ करने का काय करता है:


सूय के प्रकाश की सतह परावतन को कम करके।
हवा का तापमान बढ़ाकर।

िहमा छादन की दर को कम करके:

HKHK लेिशयरों के पीछे िखसकने की दर पि चम म 0.3 मीटर प्रितवष और पूव म 1.0 मीटर प्रितवष होने का
अनुमान है।
BC को कम करने के िलये मौजदू ा नीितयों का पूण काया वयन इसम 23% की कमी कर सकता है लेिकन नई
नीितयों को लाग ू करने और देशों के बीच ेतर् ीय सहयोग के मा यम से उ ह शािमल करने से अिधक लाभ प्रा त हो
सकता है।
सतत् िहमालयी पािरि थितकी तंतर् हेत ु रा ट् रीय िमशन (NMSHE) भारत म अपनाई गई ऐसी ही एक नीित
है। यह जलवायु पिरवतन पर रा ट् रीय काय योजना (NAPCC) के तहत आठ िमशनों म से एक है।
BC के जमाव को वतमान म यवहाय नीितयों के मा यम से मौजदू ा तरों से अितिर त 50% तक कम िकया जा
सकता है।

लेिशयर िपघलने के कारण:

लेिशयर के िपघलने से अचानक बाढ़, भ ू खलन, िम टी का कटाव और िहमनद झील से उ प न बाढ़ (GLOF)
संबंधी सम याएँ सामने आती ह।
ू ल की जगह ले सकती है। लेिकन लंबे समय
अ पाविध म िपघले हुए पानी की अिधक मात्रा नीचे की ओर घटते भज
म पानी की उपल धता कम होने से पानी की िक लत बढ़ जाएगी।

उठाए गए कदम:

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िहमालय पर रसोई चू े, डीज़ल इंजन और खुले म जलने से लैक काबन उ सजन को कम करने का सबसे बड़ा
प्रभाव होगा और यह िविकरण बल को काफी कम कर सकता है तथा िहमालयी लेिशयर तंतर् के एक बड़े िह से
को बनाए रखने म मदद कर सकता है।
िविकरण बल वै ि वक ऊजा संतल ु न को प्रभािवत करने और जलवायु पिरवतन म योगदान करने के िलये एक
मज़बूर एजट (जैसे- ग्रीनहाउस गैसों, एयरोसोल, लाउड और सतही ए बीदडो) म पिरवतन के
पिरणाम व प ऊजा संतल ु न म पिरवतन का एक उपाय है।

ेतर् ीय सरकारों के प्रयास:

द ता के िलये बेिसन आधािरत िविनयमन और म ू य संकेतों (एक िवशेष कारवाई) के उपयोग पर ज़ोर देते हुए जल
प्रबंधन नीितयों की समी ा करना।
जल प्रवाह और इसकी उपल धता म पिरवतन को प्रितिबंिबत करने के िलये जलिव त ु की सावधानीपूवक योजना
तैयार करना।
प्रमािणत प्रौ ोिगिकयों के मा यम से ईट
ं भ ठों की द ता बढ़ाना।
इस ेतर् से संबंिधत अिधक-से-अिधक ान का साझाकरण भी होना चािहये।

स्रोत-द िहंद ू

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