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St.

Michael’s School

Grade : X पाठ – कारतूस Sub – Hindi

Date :.29.10.2020

(ख) निम्ननिनखत प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) निनखए-


प्रश्न 1. िेफ्टीिेंट को ऐसा क्यों िगा कक कं पिी के नखिाफ़ सारे हहंदस्ु ताि में एक िहर दौड़ गई
है?
उत्तर- िेफ्टीिेंट को जब किनि िे बताया कक कं पिी के नखिाफ़ के वि वज़ीर अिी ही िहीं
बनकक दनिण में टीपू सुिताि, बंगाि में िवाब का भाई शमसुद्दौिा भी है| इन्होंिे
अफ़गानिस्ताि के बादशाह साहेज़मा को हमिे के निए निमंत्रण कदया है | यह सब देखकर
िेफ्टीिेंट को आभास हुआ कक कं पिी के नखिाफ़ पूरे नहन्दुस्ताि में िहर दौड़ गई है|

प्रश्न 2. वज़ीर अिी िे कं पिी के वकीि का कत्ि क्यों ककया?


उत्तर- वज़ीर अिी को उसके िवाबी पद से हटा कदया गया और बिारस भेज कदया गया| किर
किकत्ता बुिाया तो वज़ीर अिी िे कं पिी के वकीि, जोकक बिारस में रहता था, उससे
नशकायत की परन्तु उसिे नशकायत सुििे की जगह खरीखोटी सुिाई| इस पर वज़ीर अिी को
गुस्सा आ गया और उसिे वकीि का कत्ि के कदया|

प्रश्न 3. सवार िे किनि से कारतूस कै से हानसि ककए?


उत्तर- सवार वज़ीर अिी अके िा ही घोड़े पर सवार होकर अंग्रज़
े ों के खेमे में पहुुँच गया और
किनि को कदखाया कक वह भी वज़ीर अिी के नखिाफ़ है| उसिे किनि से अके िे में नमििे के
निए कहा| किनि माि गया और वज़ीर अिी के दस कारतूस माुँगिे पर उसिे दे कदए| इस तरह
सवार िे किनि से कारतूस हानसि ककए |

प्रश्न 4. वज़ीर अिी एक जाुँबाज़ नसपाही था, कै से? स्पष्ट कीनजए।


उत्तर वज़ीर अिी को अंग्रज़
े ों िे अवध के तख्ते से हटा कदया पर उसिे नहम्मत िहीं हारी| उसिे
नशकायत ि सुििे पर कं पिी के वकीि की हत्या कर दी | अंग्रज़ े ों को महीिों दौड़ाता रहा
परन्तु किर भी हाथ िहीं आया| अंग्रज़
े ों के खेमे में अके िे ही पहुुँच गया, कारतूस भी िे आया
और अपिा सही िाम भी बता गया| इस तरह वह एक जाुँबाज़ नसपाही था|
प्रश्न 5 . वज़ीर अिी की चाररनत्रक नवशेषताएुँ निनखए |

उत्तर:- वज़ीर अिी की चाररनत्रक नवशेषताएुँ निम्ननिनखत है :-

1. स्वानभमािी:- वज़ीर अिी अत्यंत स्वानभमािी है| वह कं पिी के वकीि की बातें सुिकर
चुप िहीं रहता और उसका कत्ि कर देता है|

2. वीर एवं साहसी :- वज़ीर अिी वीर एवं साहसी व्यनि था| उसिे थोड़े से सैनिक
सानथयों की मदद से उसिे फ़ौज के दाुँत खट्टे कर कदए थे| अपिा राज्य निि जािे पर
भी अपिा साहस बिाए रखा और आजीवि अंग्रज़ े ों से िोहा िेता रहा|

3. साहसी और नहम्मती:- उसमें अपार नहम्मत थी| उसे मािूम था कक कं पिी उसकी जाि
के पीिे पड़ी है, िेककि उसका अफ़गाि व िेपाि से सहायता िेकर किर से अवध की
िवाबी प्राप्त करिे का प्रयास सचमुच उसके नहम्मती होिे को प्रमानणत करता है|

4. जाुँबाज़:- वज़ीर अिी जाुँबाज़ नसपाही था | वह मौत से िहीं डरता था| वह खतरों से
खेिता था| अंग्रज़
े ी खेमे में जाकर किनि से कारतूस िेिे में सििता प्राप्त करिा उसके
जाुँबाज़ होिे की निशािी है|

5. िीनतकु शि :- वज़ीर अिी िीनतकु शि था| वह अफ़गानिस्ताि के बादशाह शाहेज़मा को


नहन्दुस्ताि पर हमिा करिे की दावत देता है| वह ककसी तरह िेपाि पहुुँचिा चाहता है|

6. देशभि :- वज़ीर अिी देशभि था| वह नहन्दुस्ताि से अंग्रेज़ों को भगािे के प्रयास में जुट
जाता है| उसे अंग्रज़
े ों की गुिामी स्वीकार िहीं थी|

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