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BNN and Progression Theory-AstroPointKP
BNN and Progression Theory-AstroPointKP
BNN and Progression Theory-AstroPointKP
1- BNN में किसी हाउस को नहीं देखते हैं। पराशरी / के पी में जो कार्य / घ टना को दे खने के लि ए हा उस को दे खते
हैं, BNN में इसको ग्रहों के माध्यम से देखते हैं। जैसे Jupiter (वृहस्पति) द्वारा Self को, Satrun (शनि) के
द्वारा Profession को, Venus (शुक्र) के द्वारा Welth / धन दौलत को, Mercuri (बुध) के द्वारा Brain
इत् या दि को दे खते है ।उदा ह र ण के लि ए य दि अ प ने बा रे में दे खना है तो Jupiter
(वृहस्पति) को देखेंगे।
Step-1: BNN में हमेशा D-1 चार्ट पर काम किया जाता है। Jupiter (वृहस्पति) जिस Sign (राशी) में बैठा
हुआ है उसको लग्न बनाकर शेष ग्रहों को उसके अनुशार रख देंगे।
Step-2: अब यह नोट करेंगे कि
(i) Jupiter (वृहस्पति) किसके राशी में बैठा है उसके एट्रिब्यूट जातक में पाए जायेंगे।
(ii) Jupiter (वृहस्पति) किसके साथ बैठा हुआ है उसके भी एट्रिब्यूट जातक में पाए जायेंगे।
(iii) Jupiter (वृहस्पति) किस Trine (त्रिकोण) में है और उसमे कौन-कौन से प्लेनेट आ रहे है उनके
एट्रिब्यूट भी जातक में पाए जायेंगे।
(iv) Jupiter (वृहस्पति) किसको Fllow कर रहा है यदि साथ में है तो डिग्री के अनुशार , यदि
Trine में है तो अगले हाउस में जो ग्रह है। उसके एट्रिब्यूट के लिए जातक अग्रसर होगा।
(v) Jupiter (वृहस्पति) अ प ने से 7th, 2nd एवं 12th के भी एट्रीब्यूट क्रमश: 85%, 35%, 25%
के अनुशार प्रदान करेगा।
राशियों के Trine (त्रिकोण) निम्नलिखित होते हैं।
(i) 1-5-9 प्रथम Trine (त्रिकोण) – East दिशा
(ii) 2-6-10 द्वितीय Trine (त्रिकोण) - South दिशा
(iii) 3-7-11 तृतीय Trine (त्रिकोण) – West दिशा
(iv) 4-8-12 चतुर्थ Trine (त्रिकोण) - North दिशा
BNN में अध्ययन के लिए मुख्यतया निम्न प्लेनेट इम्पोर्टेन्ट हैं।
(i) जब भी स्वयं, हेल्थ के बारे में जानना है तो Jupiter (वृहस्पति) को देखते
हैं।
(ii) जब भी प्रोफे शन के बारे में जानना है तो Saturn (शनि) को देखते हैं।
(iii) जब भी ट्रांसफर/चेंज/माता/मन के बारे में जानना है तो Moon (चन्द्रमा) को देखते है।
(iii) एजुके शन/ ब्रेन / वाहन / बुआ / डु अलिटी के बारे में जानना है तो Mercury (बुध) को देखते
हैं।
(iv) पति, छोटे भाई, प्रापर्टी, टेक्निकल, अ स्सि टें ट के बा रे में जा न ना है तो
Mars (मंगल) को देखते हैं।
(v) प्रॉब्लम, अ सुर क्षा , इलुशन के बारे के बारे में जानना है तो Rahu (राहु) को
देखते हैं।
(vi) पत्नी, वेल्थ के बारे में जानना है तो Venus (शुक्र) को देखते हैं।
Note: शुक्र जिसको फॉलो करेगा पैसा वंहा से आएगा।
BNN में किसी महादशा/अं तर्द शा/प्रत्यन्तर्दशा एवं हाउस का अध्ययन नहीं किया जाता है। यंहा पर राशी कौन
सी है जंहा प्लेनेट बैठा है उसके आधार पर प्रेडिक्शन किया जाता है। उदाहरण के लिए यदि जातक का शनि जिस
राशि में होगा उसी से सम्बंधित होगा। BNN में Progression / Transit / Trine की स्टडी की जाती है।
BNN में कौन सा प्लेनेट किसको Fllow कर रहा उसके आधार पर प्रेडिक्शन किया जाता है। (यदि को प्लेनेट
साथ में बैठा है तो डिग्री के आधार पर, यदि Trine में है तो Next हाउस के आधार पर), किसके साथ बैठा है /
किसके Conjunction में है का अध्ययन किया जाता है।
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Planet Degree Planet Degree
Jupiter 1305” Venus 00037”
Mars 280 Saturn 180
0
Moon 04 Rahu 100
Sun 150 Mercury-R 270
Note: BNN को हमेशा D-1 चार्ट से देखा जाता है।
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(ii) Trine (त्रिकोण) में 3-7-11 में Sun, Mer, Ketu Hain हैं। Ketu, Sun के पीछे है इसलिए
जातक के पिता जी का Intuition बहुत अच्छा होगा।
(d)-Mercury (Education):
Trine (त्रिकोण) 2-6-10 बनायेंगे तो जातक की एजुकेशन टेक्नोलॉजी का होना
चाहिए क्योंकि बुध, मंगल को फॉलो कर रहा है। इसलिए वास्तु, जमींन, इत्यादि में
दिमाग चलेगा।
(e)-Moon (Mother):
चन्द्रमा राहु को फॉलो कर रहा है। इसलिए मन संतुष्ट नहीं रहेगा। कुछ
बड़ा करने की सोच / ये भी चाहिए / वो भी चाहिए / डिजिटल मार्केटिंग।
(f)-Satrun (Profession):
(i) Satrun शनि 12th राशि में है इसलिए इन्वेस्टमेंट / इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट से सम्बंधित प्रोफे शन
होना चाहिए।
(ii) त्रिकोण में 4-8-12 जुपिटर मिल रहा है, स्प्रिटुअल टीचर हो सकता है। तो जातक
गीता/भगवत को Teach करता है।
Note: “जुपिटर 4th राशी में बैठा है तो Heart का ध्यान रखना चाहिए। जुपिटर शनि के त्रिकोण में है
तो ब्लॉके ज होना चाहिए।“
2-Transit: प्लेनेट प्रत्येक दिन अपनी राशियों का बदलते रहते हैं। इसको ट्रांजिट कहते हैं। ट्रांजिट में सबसे
ज़्यदा चार प्लेनेट इफ़े क्ट डालते हैं। शनि , वृहस्पति, राहु, के तु
(i) जब प्रोफे शन के बारे में देखना है तो शनि के ट्रांजिट को देखते है।
(ii) जब स्वयं / हेल्थ के बारे में देखना है तो जुपिटर के ट्रांजिट को देखेंगे।
(iii) उदाहरण के लिए यदि जुपिटर, 12th राशी में ट्रांजिट कर रहा है तो
Jupiter (वृहस्पति)
(i) जातक के जन्म कुंडली में (D-1 चार्ट ) यदि12th राशी में राहु बैठा हुआ है तो
स्वास्थ्य को प्रॉब्लम आएगी। जुपिटर प्राणवायु है और राहु दूषित हवा, इसलिए
स्वास्थ्य से सम्बंधित समस्या आएगी। राहु वायरस भी है।
(ii) यदि 12th राशी में चन्द्रमा बैठा है और जुपिटर 12th राशी में ट्रांजिट कर रहा है तो
उतने टाइम तक बहुत यात्रा रहेगा। आपके मूड जल्दी जल्दी स्विंग होने लगेगा।
लाइफ में बहुत सारे चेंज मिलेंगे। यदि माता जी बीमार है तो जुपिटर का आशीर्वाद
मिलेगा और ठीक हो जाएँगी
(iii) यदि 12th राशी में सूर्य बैठा है और जुपिटर 12th राशी में ट्रांजिट कर रहा है तो नाम
एंड फे म की प्राप्ति होगी। स्टेटस बढ़ने लगेगा क्योंकि जुपिटर ग्रोथ करेगा।
(iv) यदि 12th राशी में मंगल बैठा है और जुपिटर 12th राशी में ट्रांजिट कर रहा है तो
एक एनर्जी भगवान द्वारा, इस टाइम पे पाई जाएगी। प्रॉपर्टी खरीद
सकते हैं। छोटे भाई से झगड़ा समाप्त हो सकते हैं।
Satrun(शनि)
(i) यदि शनि ने 11th राशी में Transit किया और जातक के कुंडली में 11th राशी जंहा
भी है यदि उसमे के तु बैठा हुआ है तो प्रोफे शन समाम्प्त हो जायेगा। क्यों की शनि-
प्रोफे शन और के तु-Cut/End को दर्शाते हैं। उपाय: "यदि ऐसा है तो जातक को के तु
से सम्बंधित कार्य करना चाहिए। तो ये समय गोल्डन पीरियड होगा।"
(ii) यदि शनि ने 11th राशी में Transit किया और जातक के कुंडली में 11th राशी
जंहा भी है यदि उसमे मंगल बैठा हुआ है जातक के काम के अंदर लेगपूलिंग / लड़ाई
झगड़ा रू होजाये गायदिमगं ल सम्बं धित कार्यकर रहाहोगातोगोल्डन पीरियड
शाबित होगा।
(iii) यदि शनि ने 11th राशी में Transit किया और जातक के कुंडली में 11th राशी
जंहा भी है यदि उसमे राहु बैठा हुआ है जातक प्रोफे शन को बढ़ाने के बारे में सोचना
शुरू कर देगा लकिन भ्र्म पैदा हो जायेगा। यदि राहु सम्बंधित कार्य कर रहा होगा तो
गोल्डन पीरियड शाबित होगा।
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3-Progression: The most important technique इसके लिए जातक के D-1 चार्ट में Jupiter
(वृहस्पति) जिस राशी में बैठा हुआ है उसको लग्न बना कर देखते हैं।
To be continue……..
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