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Experimental Physics I

Prof. Amal Kumar Das


Department of Physics
Indian Institute of Technology, Kharagpur

Lecture – 40
Expt. To study linear expansion

प्रयोग: लिनीअर इक्स्पैन्शन का अध्ययन

आज हम धातु की छड़ के थर्मल एक्सपेंशन कॉएफिशिएंट(Thermal expansion coefficient) के मापन का


प्रदर्शन करेंगे।

(Refer Slide Time: 00:31)

यहां यह धातु की छड़ के लिनीअर इक्स्पैन्शन(Linear Expansion) के मापन की प्रयोगात्मक व्यवस्था है।

(Refer Slide Time: 00:43)


अब आप यहां पर एक प्रबंध देखते हैं जहां पर एक तथा एक छड़ है जिसमें प्रसार होना होना है। यहां पर इस
प्रकार की व्यवस्था की गई है जिससे हम प्रेक्षण के द्वारा बता सके कि कितना प्रसार हआु है। अब छड़ में प्रसार
क्यों होगा? यदि हम छड़ का तापमान बढ़ाते हैं तो इसमें प्रसार होगा। कितना प्रसार होगा, उसका प्रेक्षण हमें इस
माइक्रोमीटर(Micrometer) की सहायता से लेना होगा।

हम तापमान को कम या ज्यादा करके उस प्रसार को भी कम या ज्यादा कर लेंगे। इसलिए हमें उस तापमान का भी


प्रेक्षण लेना है। हमें, यहां पर तापमान का प्रेक्षण मिल जाएगा। अब, हम उस छड़ के नमून े को लेंगे जिसका हमें
प्रसार गुणांक(Expansion Coefficient) को मापना है। छड़ कहां पर है? सबसे पहले हम उस छड़ को खोलते
हैं।

(Refer Slide Time: 02:10)


यहां पर एक सिरेमिक(Ceramic) जैसी थर्मल इंसुलेटर(Thermal Insulator) चीज, जिसे
एस्बेस्टस(Asbestos) कहते हैं, का उपयोग किया है। यह छड़ इस सिरेमिक(Ceramic) बेलन के अंदर है और इस
छड़ के चारों ओर एक तप्त कुंडली लगाई गई है।

(Refer Slide Time: 02:54)

यहां पर धारा है। यहां पर आप ओवन(Oven) लिखा हआ


ु देख सकते हैं।

(Refer Slide Time: 03:03)


इसका मतलब है कि यहां से इस धातु की छड़ के चारों ओर जो कुंडली है, जिसे हम नहीं देख पा रहे हैं और जैसा कि मैंन े
आपको बताया था कि वह ओवन(Oven) में है, उसमें धारा प्रवाहित करते हैं। यह धारा छड़ में नहीं बल्कि कुंडली में
प्रवाहित की जाती है।

अब यदि पावर(Power) ज्यादा होगा तो ओवन(Oven) का तापमान भी ज्यादा होगा और इसलिए इस छड़ का तापमान
भी अधिक होगा। अब मुझे तापमान का भी मापन करना है। यहां पर तापमान के लिए एक सेंसर है, यहां आप देख भी
सकते हैं कि यहां तापमान सेंसर लिखा हआ
ु है , इसे थर्मोकपल(Thermocouple) कहते हैं।

इस थर्मोकपल(Thermocouple) का यह सिरा छड़ के पास है जहां पर हम छड़ के तापमान को माप सकते हैं।
ठीक है। तापमान सेंसर, इस मीटर को पाठ देगा कि नमून े के उस स्थान पर कितना तापमान है और वह तापमान यहां पर
दिखाई देगा। यहां पर तापमान का मापन, थर्मोकपल(Thermocouple) के सिद्धांत पर आधारित है। यह प्रयोग का
पहला भाग है।

प्रयोग का दसू रा भाग यहां पर है जिसमें ओवन(Oven) की पावर(Power) का नियंत्रण है। यहां से मुख्यतः, हम
कुंडली की धारा का नियंत्रण कर सकते हैं और इस तरह हम नमून े के तापमान को भी नियंत्रित कर सकते हैं। यहां पर
आप SET और MEASURE देख सकते हैं। यहां पर WAIT और RUN भी है। मूल रूप से यह तापमान को
नियंत्रण करने के लिए तापमान नियंत्रक है जिसको हम PID नियंत्रक ओवन(Oven) कहते हैं। ठीक है। यह PID
क्या है? PID का पूरा नाम प्रोपोर्शनल इंटीग्रल एंड डिफरेंशियल कंट्रोल्ड ओवन(Proportional Integral and
Differential Controlled Oven) है। मुझे लगता है कि मैं इसका वर्णन करूंगा कि यह किस प्रकार कार्य करता है
?

यहां पर आप इस WAIT और RUN तथा SET और MEASURE को देख सकते हैं। अब छड़ एक
ओवन(Oven) के अंदर है और यहां से ओवन(Oven) को पावर(Power) दी गई है। छड़ का तापमान कितना है
उसको लिख लिया जाएगा जो यहां इस सेंसर थर्मोकपल(Thermocouple) के मीटर के द्वारा निर्धारित होगा। यहां पर
तापमान को नियंत्रित करने की व्यवस्था है। जैसे कि, मुझे 150 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान चाहिए तो उसके लिए हमें
इस नॉब(Knob) को यहां रखना होगा। इसके लिए मुझे स्विच ऑन(Switch On) करना होगा। पर यह कहां है? मुझे
लगता है यह पीछे की तरफ का स्विच(Switch) है या सामने की तरफ का स्विच(Switch) है।

छात्र: बाएं तरफ मोड़े

क्या इसको बाएं तरफ मोड़े? यह ऑन और ऑफ (ON/OFF) है।

(Refer Slide Time: 07:08)


ठीक है, यह ओन/ऑफ़(On/Off) है। अब यह ऑन(On) है। यहां पर आपको जो दिख रहा है वह तापमान है।

छात्र: (Refer Time: 07:20) सेटिंग(Setting) को ठीक कीजिए।

यहां से तापमान को सेट करना है। यहां पर आप देखते हैं कि यह नॉब(Nobe) SET पर है, अब मैंन े इस तापमान को
SET पर कर दिया है। अब मैं इसे, तापमान को नियंत्रित करने के लिए घुमा सकता हूं। जैसे कि मैंन े इसको 150
डिग्री सेंटीग्रेड पर सेट किया है। अब यदि मैं इसको MEASURE पर करता हूं, तो यह इस ओवन(Oven) में रखी
हईु छड़ का वास्तविक तापमान होगा। यह वास्तविक तापमान 19.3 है जो कि यहां पर है।

यहां पर WAIT का मतलब है कि मैं उपकरण को बता रहा हूं कि ओवन(Oven) की कुंडली में पावर(Power) मत
भेजिए। इस स्थिति में, वहां रखी हईु छड़ का तापमान यह होगा। इसलिए मुझे इस तापमान को लिखना है और इस
तापमान पर यहां इस की रीडिंग लिखनी होगी। यहां आप देख सकते हैं कि प्रेक्षण 1 माइक्रोमीटर(Micrometer)
है। इस माइक्रोमीटर(Micrometer) का अल्पतमांक 1 माइक्रोमीटर(Micrometer) है।

प्रारंभ में मुझे यहां पर इस का प्रेक्षण लेना है जो जीरो है। जबकि 19.4 या 19.3 डिग्री सेंटीग्रेड पर यह है। इस
तापमान पर छड़ की लंबाई को मैं छड़ की मूल लंबाई ले सकता हूं। अब मैं तापमान में वृद्धि करूंगा और तब विभिन्न
तापमान पर छड़ में विस्तार होगा और कितना विस्तार हआ ु उसका मान हमें यहां से मिल जाएगा। यहां पर मैंन े 150 डिग्री
सेट किया था और अब यदि मैं इस नॉब को RUN पर करता हूं तो तापमान में वृद्धि होगी इसे आप यहां पर देख सकेंगे।
यदि आप तापमान में तेजी से वृद्धि चाहते हैं तो बेहतर होगा कि इसे आप तापमान के उच्च मान पर सेट करें।

जो भी हो, यहां पर देखें, यहां तापमान बदल रहा है। 19.7 से अब 19.8 है। यह प्रेक्षण तापमान सेंसर से आ रहा है।
मैंन े इसे 150 डिग्री सेंटीग्रेड पर सेट किया है इसका मतलब है की तापमान में परिवर्तन तब तक जारी रहेगा जब तक
यह 150 डिग्री सेंटीग्रेड तक नहीं पहंच ु जाता है। यहां पर PID नियंत्रण का मतलब है कि सब कुछ स्वतः होगा। यहां
पर 150 डिग्री सेट है परंतु तापमान में परिवर्तन करने के लिए आप इसे बदलना जानते हैं। वस्तुतः यहां पर एक फीडबैक
सिस्टम होने के कारण, प्रणाली को हर वक्त यह पता रहता है कि सेट तापमान क्या है और नमून े पर परिवर्तित तापमान
क्या है।
यह प्रणाली इस तापमान के अंतर को लेती है। यदि सेट तापमान और वर्तमान तापमान में अंतर अधिक है तो यह
प्रणाली इस कुंडली को अनुपातिक रूप से पावर(Power) देगी अर्थात ओवन(Oven) को दी जाने वाली
पावर(Power), तापांतर के प्रोपोर्शनल(Proportional) होती है ।

और जब आप 150 के करीब होंगे तब ऐसा नहीं होगा कि यह सिस्टम सिर्फ 150 तक ही जाए और उसके बाद अचानक
से रुक जाए। बल्कि क्या होगा कि यह 150 से आगे तक जाएगा, जैसे कि 155 तक। और तब इस सिस्टम को ज्ञात
होगा कि यह अधिक मान पर है और फिर यह 155 से नीचे आएगा। और तब यहां इंटीग्रेशन(Integration) और
प्रोपोर्शनल(Proportional) के कारण 150 से 155 के बीच में मामूली बदलाव होंगे जो ±5 डिग्री तक सीमित
होंगे। मूल रूप से यहां पर पावर(Power) एक इंटीग्रेशन सर्किट(Integration Circuit) के द्वारा दी जा रही है
जोकि इंटीग्रेशन(Integration) फीडबैक सिस्टम पर काम करता है। और जब यह 150 के बहत ु ही करीब होता है
जैसे कि 150±1, और तब यह डिफरेन्शीऐशन(Differentiation) वक्र पर आधारित हो जाता है। इस सिस्टम के
अंदर एक डिफरेंटशिएशन सर्किट(Differentiation Circuit) भी है। जैसा कि आप जानते हैं कि किसी वक्र का
ढाल, उसका उस बिंद ु पर डिफरेंटशिएशन(Differentiation) होता है।

और जब यह 150±1 डिग्री के बहत ु करीब होगा, तब यह प्रणाली ओवन(Oven) को दी जाने वाली पावर(Power)
के लिए डिफरेंटशिएशन सर्किट(Differentiation Circuit) को प्रयोग में लाती है। तो यहां वही रीडिंग है। यह इस
पावर(Power) नियंत्रण आपूर्ति के कार्य करने का तरीका है । इसीलिए इसे PID नियंत्रक कहते हैं। ठीक है। अब
हम देखते हैं कि यहां पर तापमान में वृद्धि हो रही है। प्रारंभ में यह 19.3 था। यहां पर पाठ क्या था? अब आप देख रहे हैं
कि पाठ बदल गया है। आप देख सकते हैं कि 30 पर यह 3 और 4 के बीच में है। मैं इस रीडिंग को लिख लूंगा।

हमें प्रत्येक 10 डिग्री के बाद पाठ लेना होगा। जैसे कि प्रारंभ में यह 19.3 पर था जो कि 20 के करीब है तब मैंन े 30
पर पाठ लिया और उसके बाद मैं 40 पर पाठ लूंगा।आप तापमान के प्रत्येक 5 डिग्री के अंतर पर भी पाठ ले सकते
हैं। प्रारंभ में, जब तापमान 19.3 था तब की रीडिंग जीरो थी। 30 डिग्री पर माइक्रोमीटर(Micrometer) की
रीडिंग लगभग 3 या 3.51 लिखी जा सकती है।आप माइक्रोमीटर(Micrometer) की दो लाइनों के बीच के भाग मैं
अनुमान लगा सकते हैं।यह लगभग बीच में था। अब 35 डिग्री पर यदि पाठ लेना चाहे तो आप देखते हैं कि यह 14 पर
है। मैं भी देख सकता हूं कि यह 35 पर 14 है।

आपको बिल्कुल सही पाठ लेना है। आपको पाठ लेन े के लिए तैयार रहना है। इसके बाद 40 फिर 50 से होते हएु
अधिकतम तक जाना है। यह कितना अधिकतम जाएगा? मुझे लगता है कि यह मीटर 200 डिग्री सेंटीग्रेड तक कार्य
करता है तो इसकी अधिकतम सीमा 200 डिग्री सेंटीग्रेड है। मुझे लगता है कि हमें 150 डिग्री सेंटीग्रेड तक रीडिंग
लेनी चाहिए। अब यदि 10 डिग्री के अंतर पर रीडिंग लेते हैं तो मुझे रीडिंग के 15 सेट मिलेंगे।

(Refer Slide Time: 15:08)


और अब जैसा कि आप जानते हैं कि इसका कार्य सूत्र बहत
ु ही आसान है। आप जानते हैं कि रेखीय प्रसार है L =
Lo( 1+t+t2+t3+......)

यहां पर अल्फा(Alpha), बीटा(Beta), और गामाGamma) सभी थर्मल कॉएफिशिएंट(Thermal Coefficient)


है। यह पहले क्रम का है फिर दसू रा क्रम उसके बाद तीसरे क्रम का। प्रथम क्रम के अल्फा(Alpha) थर्मल
कॉएफिशिएंट(Thermal Coefficient) की तुलना में यह बीटा(Beta) और तृतीय क्रम का गुणांक बहत ु ही छोटा
होता है और इसलिए हम प्रथम क्रम तक सीमित रहते हैं।

यहां पर t तापमान का अर्थ तापांतर है अर्थात यह प्रारंभिक तापमान, जोकि यहां पर 20 डिग्री था और फिर 30 डिग्री
हआ
ु इसलिए यहां पर t का अर्थ t-to है अर्थात यह 10 होगा। यह डेल्टा t है। यहां पर L का अर्थ छड़ की लंबाई है
जोकि Lo थी और अब L है। L = Lo(1+t).

अब अल्फा(Alpha) बराबर होगा (L-Lo)/ Lo t के द्वारा। जैसा कि मैंन े आपको बताया यहां पर t, डेल्टा t है और
(L-Lo) को डेल्टा L लिखा जा सकता है और इसलिए हम लिख सकते हैं डेल्टा L विभाजित है डेल्टा t से और
साथ में है 1/Lo। यहां पर यह हमें तापांतर के कारण प्राप्त हो रहा है। प्रारंभ में, to तापमान पर लंबाई Lo है फिर
उसके बाद तापांतर के कारण लंबाई में कितनी वृद्धि है वह हम लिख रहे हैं।

अब यदि आप वक्र खींचते हैं तो आपके पास तापमान के साथ-साथ इस विस्तार डेल्टा t तथा डेल्टा L का भी डाटा है।
आप एक वक्र खींच सकते हैं। आपके पास डाटा के 15 सेट हैं। आपको लगभग एक रेखीय वक्र मिलेगा। प्रारंभ में
यह रेखीय होगा लेकिन उच्च तापमान पर अन्य पैरामीटर के कारण यह मुड़ जाएगा।

वास्तव में यहां पर माप Lo दी गई है। हमारे मामले में, मुझे लगता है कि यह 5 सेंटीमीटर है। अब डेल L/ डेल t का
पता हम ग्राफ के द्वारा लगाएंगे और तब आप आसानी से इस अल्फा(Alpha) का मान ज्ञात कर लेंगे। अब आप देख
सकते हैं कि यहां पर 55 है और यह लगातार बढ़ रहा है और हर बार आपको प्रेक्षण लेना है। यह प्रयोग बहतु सरल है।

वास्तव में, यहां पर तापमान के मापन के लिए ताप युग्म का प्रयोग हआ ु है और यहां भी यह
थर्मोकपल(Thermocouple), इस PID नियंत्रक को फीडबैक के लिए मदद कर रहा है क्योंकि यह SET
तापमान और वास्तविक तापमान इन दोनों के तापांतर पर आधारित है। जैसा कि मैंन े आपको बताया है कि यहां पर
प्रोपोर्शनल(Proportional), डिफरेंटशिएशन(Differentiation) और इंटीग्रेशन(Integration) सर्किट(Circuit)
है और कौन सा सर्किट(Circuit), किस सर्किट(Circuit) में ओवन(Oven) को पावर(Power) देगा इसका निर्णय
इस नियंत्रक द्वारा किया जाएगा।

(Refer Slide Time: 18:52)

और यहां आप से देखते हैं, इस माइक्रोमीटर(Micrometer) में यह है, यदि आप इसे दबाते हैं तो यह घूमता है।इसके
लिए इसमें स्केल है। इसके घूमने के आधार पर तय होता है कि यह कितना दबा है और उसके लिए यह
माइक्रोमीटर(Micrometer) है। यहां धातु की छड़ है और उसके ऊपर यहां कुछ कांच की छड़ हैं। यहां पर यह
टे फलॉन(Teflon) जैसी चीज से बना है । कांच की सतह पर आप इसे नहीं रख सकते हैं। यह टू ट सकता है इसलिए
इसको टे फलॉन से कवर किया है। और इसके शीर्ष पर यह माइक्रोमीटर(Micrometer) है। मैं बताना चाहता हूं कि
यह सांकेतिक इससे जुड़ा है अर्थात यह पुशरोड(Push Rod) इसके निचली सतह पर है।

यदि दबती है तो उसी के आधार पर यहां पर रीडिंग मिल जाती है। यह क्यों दबती है? क्योंकि छड़ में विस्तार होता है
और यह इसलिए है क्योंकि छड़ में विस्तार, थर्मोकपल(Thermocouple) से प्राप्त तापमान से सीधा संबधि ं त है
जिसे हम यहां से प्राप्त कर रहे हैं। हमें केवल तापमान के साथ इस विस्तार का डाटा लेना है। और जैसा कि मैंन े
आपको ग्राफ के द्वारा बताया था कि आप डेल L/ डेल t और फिर इस लिनीअर इक्स्पैन्शन कॉएफिशिएंट(Linear
Expansion Coefficient) को प्राप्त कर सकते हैं । अगली कक्षा में हम डाटा विश्लेषण और त्रुटि की गणना की
चर्चा करेंगे। मैं यहां विराम लेता हूं।

धन्यवाद

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