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पाठ-१७

वीर कॉ वर स हॊ

अति ऱघ उत्िरीय प्रश्न (1 अॊक)

1. मॊगऱ पाॊडे को फाॊ ी कब दी गयी थी?


उत्िर- भॊगर ऩ ॊडे को 8 अप्रैर 1857 को प ॊसी दी गमी थी।

2. कॉ वर स हॊ का जन्म कब हआ?
उत्िर- कॉ वय ससॊह क जन्भ सन ् 1782 ई० भें हआ थ ।

3. दानापर की ैतनक टकड़ी ने ववद्रोह कब ककया था?


उत्िर- 25 जर ई 1857 को द न ऩय की सैननक टकड़ी ने
ववदोह ककम थ ।

4. अॊतिम मग़ऱ शा क कौन था?


उत्िर- फह दयश ह जफ़य अॊनतभ भग़र श सक थे।

5. जगदीशपर की ेना अॊग्रेजो े कब परास्ि हयी थी?


उत्िर- 13 अगस्त 1857 को जगदीशऩय की सेन अॊग्रेजो से
ऩय स्त हो गमी थी।
ऱघ उत्िरीय प्रश्न (2 अॊक)

1. आजमगढ़ की ओर जाने का क्या उद्देश्य था?


उत्िर- इर ह फ द औय फन यस ऩय आक्रभण कयके शत्रओॊ को
ऩय जजत कयके जगदीशऩय ऩय अधधक य जभ न आजभगढ़
ज ने क भख्म उद्देश्म थ ।

2. कॉ वर स हॊ के जन्म और जगह के बारे में बिाईये।


उत्िर- कॉ वय ससॊह क जन्भ बफह य के श ह फ द जजरे के
जगदीशऩय भें सन ् 1782 ई० भें हआ थ ।

3. कॉ वर स हॊ ने आरा पर ववजय कब प्राप्ि ककया था?


उत्िर- 27 जर ई 1857 को कॉ वय ससॊह ने अॊग्रेजो को ह यकय,
आय ऩय ववजम प्र प्त ककम थ ।

4. ोनपर मेऱा के बारे में कछ बिाईये।


उत्िर- सोनऩय भेर को एसशम क सफसे फड़ ऩश भेर भ न
ज त है । मह भेर ऩूर्णिभ के अवसय ऩय रगत है । ज नवयों
के क्रम-ववक्रम क फहत फड़ स धन है ।

5. ब ररया बाबा कौन थे?


उत्िर- जगदीशऩय के जॊगरों भें एक ससद्ध सॊत यहते थे,
जजनक न भ फसरयम फ फ थ । वह दे शबजतत औय
स्व धीनत क ऩ ठ ऩढ ने के सरए भशहूय है ।

ऱघ उत्िरीय प्रश्न (3 अॊक)

1. वीर कॉ वर स हॊ के बचपन के बारे में बिाईये।


उत्िर- वीय कॉ वय ससॊह के फचऩन के फ ये भें इनतह स के ऩन्नो
भें कछ ज्म द चीज़े दजि नहीॊ है । मह कह ज त है कक उनक
जन्भ सन ् 1782 ई० को बफह य के श ह फ द भें हआ थ ।
इनके वऩत स हफज द ससॊह जगदीशऩय रयम सत के जभीॊद य
थे। कॉ वय ने अऩनी ऩढ ई घय ऩय ही
ही की है । उन्होंने हहॊदी, सॊस्कृत, प यसी वगैयह सीखी।
घड़सव यी औय तरव यफ जी उनके प्रभख खेर थे।
2. स्वॊिन्रििा ॊग्राम में कॉ वर स हॊ के अऱावा और वीर- पूिो
के नाम और त्याग पर प्रकाश डासऱए।
उत्िर- स्वॊतन्त्रतत सॊग्र भ के सरए ज न की फ जी रग ने व रे
कॉ वय ससॊह अकेरे नही थे। इनके स थ अनेक रोगों ने अऩने
प्र ण की क़यफ नी दी। ववद्रोह के भख्म नेत ओॊ भें न न स हे फ,
त ॊत्म टोऩे, फख्त ख न, अजजभल्र ख न, य नी रक्ष्भीफ ई,
फेगभ हजयत भहर आहद ने बी फहत ऩय क्रभ हदख म औय
स्वॊतत्रत के सरए अऩने प्र ण की आहनत दे हदम ।

3. ददल्ऱी के अिररक्ि कहाॉ-कहाॉ पर यद्ध हए थे?


उत्िर- 1857 भें जफ स्वॊतत्रत क बफगर पूॊक तो भेयठ से
शरू होकय हदल्री तक ऩहॊ च । जगह-जगह कई भहीनो तक
रग त य ववद्रोह होते यहे । हदल्री के अर व उत्तयी ब यत के
फहत स ये हहस्सों भें बीषण मद्ध हए। क नऩय, रखनऊ,
फॊदेरखॊड, आय , औय फये री जैसे जगहों से अॊग्रेजो को क पी
गस्स औय ववद्रोह झेरने को सभर ।

4. मेरठ में भारिीय ैतनको के आन्दोऱन पर प्रकाश डासऱए।


उत्िर- 10 भई 1857 को भेयठ भें ब यतीम सैननकों ने बिहटश
अधधक यीमों के ववरुद्ध आन्दोरन ककम । सीधे हदल्री तक कूच
ककम औय हदल्री भें तैन त ससऩ हहमों के स थ सभरकय 11
भई को हदल्री ऩय कब्ज़ कय सरम । फह दयश ह जफ़य को
जोकक अॊनतभ भग़र श सक थे, को अऩन फ दश ह चन ।

5. वीर कॉ वर स हॊ के द्वारा ककये गये ामाजजक कायो का वर्णन


कररये।
उत्िर- बिहटश हकूभत से रोह रेने के अर व कॉ वय ससॊह ने
अनेक स भ जजक क मि बी ककम । आय जजर भें स्कर के
सरए जभीन द न दी। अऩने रयम सत क आधथिक जस्थनत सही
न होने के फ वजद
ू बी स्कर के सरए बवन क ननभ िण
कय म । कॉ वय ससॊह हभेश ही ननधिन औय गयीफों क सह मत
कयते थे। सड़क ननभ िण से रेकय कआॊ खदव ने तक क
स भ जजक क मि आऩने ककम ।

दीघण उत्िरीय प्रश्न (5 अॊक)

1. कॉ वर स हॊ के अॊतिम ददनों के बार में सऱखिए।


उत्िर- कॉ वय ससॊह अऩने जीवन के अॊनतभ हदनों भें फहत फढे
हों ज ने के व वजद
ू ह य नहीॊ भ ने। वह अऩने दे ह ॊत के तीन
हदन ऩहरे तक मद्ध रड़े औय जगदीशऩय ऩय ववजम ऩत क
पहय ए। रेककन दब िग्म से उनको इस ववजम क आनॊद रेने
क भौक नहीॊ सभर । झॊड योहण के तीन फ द ही 26 अप्रैर
1858 को मह वीय इस सॊस य से ववद होकय अऩनी अभय
कह नी छोड़ गम ।

2. जगदीशपर में कॉ वर स हॊ की ेना क्यों परास्ि हो गयी?


उत्िर- आय ववजम के फ द कॉ वय ससॊह की उम्र क पी हो
गमी थी। वह फूढ़े हो चरे थे मधवऩ उन्होंने अबी बी ह य
नहीॊ भ नी थी। आय भें सभरे मद्ध ववजम से वह फहत प्रसन्न
थे। आय क्र ॊनत क भहत्वऩूणि केंद्र फन गम थ । आय की
रड़ ई की ज्व र बफह य भें सवित्र व्म प्त हो गमी थी। रेककन
दे शी सैननकों भें अनश सन की कभी, स्थ नीम जभीद यों क
अॊग्रेजों के स थ सहमोग कयन एवॊ आधननक हधथम यों की
कभी जगदीशऩय के ऩतन को नहीॊ योक सक औय 13 अगस्त
को जगदीशऩय की सेन अॊग्रेजों के ह थों ऩय स्त हो गमी।

3. कॉ वर स हॊ आजमगढ़ क्यों गये?


उत्िर- 13 अगस्त को जगदीशऩय की सेन जफ अॊग्रेजों के
ह थों ऩय स्त हो गमी। तो वीयवय कॉ वय ससॊह ने कछ अरग
कयने को सोच । वह क्र ॊनत के अन्म ससऩ हहमों के स थ
सभरकय सभज िऩय होते हए यीव , क रऩी, रखनऊ औय क नऩय
ऩहॊ चे। रखनऊ भें श ॊनत न होने की वजह से वह आजभगढ़
ज ऩहॊ चे। वह जगह-जगह घभ
ू कय आज दी के क्र ॊनत को
प्रजवसरत कय औय रोगों को इकट्ट कयने क क भ कय यहे
थे। उनक आजभगढ़ ज ने क भख्म उदे श्म इर ह फ द औय
फन यस ऩय आक्रभण कय उनको ऩय जजत कय, अऩने
जगदीशऩय की रयम सत ऩय अधधक य कयन थ ।

4. आरा ववजय पर ॊक्षिप्ि दटप्पड़ी करे !


उत्िर- 25 जर ई 1857 को द न ऩय की सैननक टकड़ी ने
ववद्रोह कय हदम औय सोन नदी ऩ य कय आय की ओय चर
ऩड़े। कॉ वय ससॊह ने इसभें उनक स थ हदम औय वह बी इन
फ गी सैननको के स थ हो सरए। भजततव हहनी के सबी फ गी
सैननक कॉ वय ससॊह क उद्घोष कयते हए आय जेर ऩॊहचे औय
सर खें तोड़कय कैहदमों को आज द कय हदम । 27 जर ई
1857 को कॉ वय ससॊह ने आय ऩय ववजम प्र प्त ककम । इस ऩय
ससऩ हहमों ने कॉ वय ससॊह को फ़ौजी सर भी दी।

5. गॊगा पार करिे मय वीर कॉ वर स हॊ के ाथ क्या घटना


घदटि हई?
उत्िर- ऐस कह ज त है कक कॉ वय ससॊह अऩने सेन के स थ
गॊग ऩ य कय यहे थे। अॊग्रेजी सेन उनक ननयतॊय ऩीछ कय
यही थी। उन्होंने नदी ऩ य कयने से ऩहरे एक अपव ह पैर
दी, वह अऩने सैननको को फसरम के ऩ स ह धथमों ऩय चढ़ कय
ऩ य कय मेंगे। अॊग्रेज सेन ऩनत डगरस फहत फड़ी सेन रेकय
वह ॊ ऩहॊ च थ । रेककन कॉ वय ससॊह ने फसरम से स त सभर दयू
सशवय जऩय नभक स्थ न से ही सेन को न वों के जरयमे गॊग
ऩ य कय दी। डगरस को जफ तक मह सचन सभरी। सेन
नदी उस ऩय ज चकी थी। कॉ वय ससॊह एक भ त्र फचे थे, जो
नदी इस तयप थे। तबी अॊग्रजो ने गोसरम ॉ फयस नी शरू कय
दी, एक गोरी कॉ वय ससॊह के फ एॉ ह थ ऩय ज रगी औय
उनक वह ह थ फेक य हो गम । कॉ वय ससॊह ने गोरी के जहय
के पैरने की डय से ह थ क टकय गॊग को सौऩ हदम ।

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