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पवित्र आत्मा का उतरना सेिकाई के विए अविषेक और सामर्थ्य है


फ्रैंकिीन द्वारा विक्षण सामग्री

हम सब प्रिु के सेिक हैं : 1 पतरस 2:9 कु ररवथि्ों 5:18 प्रकावितिाक्् 5:10

सेिा करने के विए वन्ुक्त : वनर्यमन 29:1, 7; 30:22-31; िैव्यव्यिस्िा 8:10-12, 30

आत्मा उतरा और िविष््िाणी की :


1. वर्नती 11:17, 25-29 एिदाद और मेदाद “ििा होता कक ्होिा...”
2. व्यिस्िावििरण 34:9 ्होिू आत्मा से पररपूणय िा
3. थ्ाव््ों 3:10 ओत्नीएि
4. थ्ाव््ों 6:34 वर्दोन
5. थ्ाव््ों 14:6; 15:14 विमिोन
6. 1 िमूएि 10:1, 6-12; 19:20-23 िाऊि
7. 1 िमूएि 16:13; दाऊद

आत्मा से पररपूणय हुए और िविष््िाणी की :

1. िूका 1:15, 17 ्ूहन्ना बपवतस्मा देनेिािा “पररपूणय हुआ”


2. िूका 1:35 मरर्म “उतरे र्ा”
3. िूका 1:41-42 इिीविबा “पररपूणय”
4. िूका 1:67 जकर्ाह “पररपूणय हुआ और िविष््िाणी करने िर्ा”

्ूहन्ना बपवतस्मा देनेिािे का किन िूका 3:16

पवित्र आत्मा के साि ्ीिु का अनुिि : िूका 3:21-22; 4:1, 14, 18

पवित्र आत्मा पर ्ीिु की विक्षा ्ूहन्ना 7:37-39 14:12-18

पवित्र आत्मा हममें/ न्ा जथम ्ूहन्ना 20:22 cp. िूका 24:45

पवित्र आत्मा का उतरना िूका 24:49-51 and प्रेररतों के काम 1:1-9; 2:1-4

पररणाम और उसे समझा्ा जाना प्रेररतों के काम 2:14-18, 33, 38-39 / 4:8,31,33 / 6:3, 5, 8
पवित्र आत्मा का अथ् िोर्ों पर उतरना प्रेररतों के काम 8:5-18 / 9:17 / 10:44 / 19:1-6
पवित्र आत्मा को प्राप्त करना प्रेररतों के काम 2:38-39; िूका 11:11-13; इकिवस्ों 5:18; 6:18

िाषाएँ : (1) आपकी नहीं बवकक अथ् : 1 कु ररवथि्ों14:20-22 (2) प्राियना की िाषा : 1 कु ररवथि्ों13:1; 14:2,4, 14-15;
उन्नत करती है : ्हूदा 20; इकिवस्ों 6:17-18 िचन के विए। (3) िविष््िाणी : 1 कु ररवथि्ों14:5, 26-28
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पवित्र आत्मा – उसकी सेिकाई और अविषेक


फ्रैंकिीन के नोट्स

उत्पवि 1:2 पृर्थिी बेडौि और सुनसान पडी िी, और र्हरे जि के ऊपर अवथि्ारा िा; तिा परमेश्िर का
आत्मा जि के ऊपर मण्डराता िा।

• “मण्डराता” – कोमिता से घूमना, जैसे चीि अपने बच्चों पर मंडराती है (व्यिस्िावििरण 32:11)।
• बहुत आरम्ि से ही परमेश्वर का आत्मा बदिाि िाने के विए मंडराता है
• िह मंडराता है कक बेडौि में से आकार और सुथदरता को िेकर आए
• िह मंडराता है कक खािीपन में से उद्देश्् और महत्त्िता को िेकर आए। सुनसान को अपने आत्मा से
िर दे।
• िह मंडराता है कक अंिकार, में से ज््ोवत, सत्् और िार्मयकता को िेकर आए (देखें 1 पतरस 2:9)
• िह मंडराता है कक िह परमेश्वर के उद्देश्् को उसकी सृवि में पूरा करे । और आपके जीिन में िी!

और आज उसकी ्ह सेिा है और ऐसा हर उस स्िान पर होता है जहाँ िह मंडराता है और परमेश्वर के उद्देश््


को पूरा करने के विए उतरता है। ्ही तो िह हममें से प्रत््ेक के जीिन में कर रहा है।

पवित्र आत्मा का उतरना सेिकाई के विए अविषेक है।


हमारे विए पवित्र आत्मा का ककसी व्यवक्त “में” होना और उसका ककसी व्यवक्त पर “उतरना” के िकय को समझना
बहुत ज़रूरी है।

❖ सेिकाई के विए “अिर् ककए जाने ्ा पवित्र करने” हेतु अविषेक

वनर्यमन 29:1 “उथहें पवित्र करने को जो काम तुझे उन के साि करना है कक िे मेरे वि्े ्ाजक का काम करें ,
िह ्ह है: . . . (7) तब अविषेक का तेि िे उसके वसर पर डािकर उसका अविषेक करना।

वनर्यमन 30:22-31 किर ्होिा ने मूसा से कहा, (23)“तू उिम से उिम सुर्थिद्रव्य िे, ... (25) उनसे
अविषेक का पवित्र तेि, अिायत् र्थिी की रीवत से तै्ार कक्ा हुआ सुर्वथित तेि बनिाना; ्ह अविषेक का
पवित्र तेि ठहरे । (26) और उससे वमिापिािे तम्बू का, और साक्षीपत्र के सथदूक का, (27)और सारे सामान
समेत मेज का, और सामान समेत दीिट का, और िूपिेदी का, (28)और सारे सामान समेत होमिेदी का, और
पाए समेत हौदी का अविषेक करना, (29)और उनको पवित्र करना (पवित्र का्य के विए अिर् करना, 6932),
वजससे िे परमपवित्र ठहरें (6942); और जो कु छ उनसे छू जाएर्ा िह पवित्र हो जाएर्ा। (30)किर हारून का
3

उसके पुत्रों के साि अविषेक करना, और इस प्रकार उथहें मेरे वि्े ्ाजक का काम करने के वि्े पवित्र करना
(6942)। (एक महत्िपूणय क्षण) (31)और इस्राएवि्ों को मेरी ्ह आज्ञा सुनाना, ‘्ह तेि तुम्हारी पीढी पीढी में
मेरे वि्े पवित्र अविषेक का तेि होर्ा।

• 6942 स्रोंर् काथकॉडयथस की िब्द संख््ा है जो ्ह बताता है कक इन सिी िब्दों का एक ही मूि


इब्रानी िब्द है।

िैव्यव्यिस्िा 8:10-12 तब मूसा ने अविषेक का तेि िेकर वनिास का और जो कु छ उसमें िा उन सब का िी


अविषेक करके उथहें पवित्र कक्ा। 11और उस तेि में से कु छ उसने िेदी पर सात बार वछडका, और कु ि सामान
समेत िेदी का और पाए समेत हौदी का अविषेक करके उथहें पवित्र कक्ा। 12और उसने अविषेक के तेि में से
कु छ हारून के वसर पर डािकर उसका अविषेक करके उसे पवित्र कक्ा। ... 30तब मूसा ने अविषेक के तेि और
िेदी पर के िहू, दोनों में से कु छ िेकर हारून और उसके िस्त्रों पर, और उसके पुत्रों और उनके िस्त्रों पर िी
वछडका; और उसने िस्त्रों समेत हारून को िी पवित्र कक्ा।

• परमेश्वर उथहें चुनता है जो उसके ्ाजक होंर्े। उथहें पवित्र करने के विए बविदान का िहू और वसर पर
उं डेिने को अविषेक का तेि आिश््क है।

• हारून हमारे महा्ाजक अिायत ्ीिु मसीह को दिायता है और नए वन्म का हर न्ा जथम पा्ा हुआ
विश्वासी उसके पुत्रों को दिायते हैं। हर विश्वासी ्ाजक और सेिक है। (2 कु ररवथि्ों 5:18; 1 पतरस
2:9; प्रकावितिाक्् 5:10-11)

• ्ह विक्षा देने िािा पवित्र आत्मा है जो उन पर उतरता है जो प्रिु की सेिा और उसका का्य करें र्े,
और ्ह करने के विए िह उथहें अविकार और सामर्थ्य देता है, जैसा ्ह िचन कहता है :
1 कु ररवथि्ों 10:11 परथतु ्े सब बातें, जो उन पर पडीं, दृष्टाथत की रीवत पर िीं; और िे हमारी
चेतािनी के वि्े जो जर्त के अवथतम सम् में रहते हैं विखी र्ईं हैं।

❖ आत्मा उतरा और िविष््िाणी की

वर्नती 11:16-29 मूसा को िोर्ों की चरिाही करने के विए सहा्ता चावहए िी


्होिा ने मूसा से कहा, “इस्राएिी पुरवन्ों में से सिर ऐसे पुरुष मेरे पास इकट्ठे कर, वजनको तू जानता है कक िे
प्रजा के पुरवन्े और उनके सरदार हैं; और वमिापिािे तम्बू के पास िे आ कक िे तेरे साि ्हाँ खडे हों। (17)
तब मैं उतरकर तुझ से िहाँ बातें करूँर्ा; और जो आत्मा तुझ में है उसमें से कु छ िेकर उनमें समिाऊँर्ा; और िे
इन िोर्ों का िार तेरे संर् उठाए रहेंर्े, और तुझे उसको अके िे उठाना न पडेर्ा। (24) तब मूसा ने ... उनके
पुरवन्ों में से सिर पुरुष इकट्ठा करके तम्बू के चारों ओर खडे ककए। (25) तब ्होिा बादि में होकर उतरा
और उसने मूसा से बातें कीं, और जो आत्मा उसमें िा उसमें से िेकर उन सिर पुरवन्ों में समिा कद्ा; और
जब िह आत्मा उनमें आ्ा तब िे नबूित करने िर्े। परथतु किर और किी न की। (26) परथतु दो मनुष््
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छािनी में रह र्ए िे, वजनमें से एक का नाम एिदाद और दूसरे का मेदाद िा, उनमें िी आत्मा आ्ा; ्े िी
उथहीं में से िे वजनके नाम विख वि्े र््े िे, पर तम्बू के पास न र्ए िे, और िे छािनी ही में नबूित करने िर्े।
(27) तब ककसी जिान ने दौड कर मूसा को बतिा्ा, कक एिदाद और मेदाद छािनी में नबूित कर रहे हैं। (एक
महत्िपूणय क्षण) (28) तब नून का पुत्र ्होिू, जो मूसा का सेिक और उसके चुने हुए िीरों में से िा, उसने मूसा से
कहा, “हे मेरे स्िामी मूसा, उनको रोक दे।”

सेिा करने के विए सीवमत करनेिािी और ईष््ाय करनेिािी एक िार्मयक आत्मा, जो के िि


आरािना स्िि तक ही उसे सीवमत रखती है। इसी रिै्े ने आज सुसमाचार के का्य को अपंर्
बना कद्ा है।

(29) मूसा ने उससे कहा, “क््ा तू मेरे कारण जिता है? ििा होता कक ्होिा की सारी प्रजा के िोर् नबी
होते, और ्होिा अपना आत्मा उन सिों में समिा देता!”

मूसा परमेश्वर के हृद् को व्यक्त कर रहा िा

व्यिस्िावििरण 34:9 और नून का पुत्र ्होिू बुविमानी की आत्मा से पररपूणय िा, क््ोंकक मूसा ने अपने हाि
उस पर रखे िे; और इस्राएिी उस आज्ञा के अनुसार जो ्होिा ने मूसा को दी िी उसकी मानते रहे।
• हािों को रखने के द्वारा आत्मा और अविकार एक व्यवक्त से दूसरे व्यवक्त को सौंपा र््ा।

❖ इस्राएि के विए परमेश्वर के थ्ा्ी :


थ्ाव््ों 3:9-10 उसमें (ओत्नीएि में) ्होिा का आत्मा समा्ा, और िह इस्राएवि्ों का थ्ा्ी बन र््ा
थ्ाव््ों 6:34 तब ्होिा का आत्मा वर्दोन में समा्ा (एक महत्िपूणय क्षण)
थ्ाव््ों 14:6 तब ्होिा का आत्मा उस पर (विमिोन पर) बि से उतरा
थ्ाव््ों 15:14 तब ्होिा का आत्मा उस पर बि से उतरा, और उसकी बाँहों की रवस्स्ाँ आर् में जिे हुए
सन के समान हो र्ईं, और उसके हािों के बंिन मानों र्िकर टूट पडे।

❖ िाऊि का राजा के रूप में सेिा के विए अविषेक

1 िमूएि 10:1 तब िमूएि ने एक कु प्पी तेि िेकर उसके वसर पर उं डेिा, और उसे चूमकर कहा, “क््ा इसका
कारण ्ह नहीं कक ्होिा ने अपने वनज िार् के ऊपर प्रिान होने को तेरा अविषेक कक्ा है? (5) तब तू
परमेश्िर के पहाड पर पहुँचेर्ा जहाँ पविवश्त्ों की चौकी है; और जब तू िहाँ नर्र में प्रिेि करे , तब नवब्ों
का एक दि ऊँचे स्िान से उतरता हुआ तुझे वमिेर्ा; और उनके आर्े वसतार, डि, बाँसुिी, और िीणा होंर्े;
और िे नबूित करते होंर्े। (6) ्होिा का आत्मा तुझ पर बि से उतरे र्ा, और तू उनके साि होकर नबूित करने
िर्ेर्ा, और तू पररिर्तयत होकर और ही मनुष्् हो जाएर्ा। (इब्रानी : नबूित – प्रेररत होकर बोिना ्ा र्ाना)
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(9) ज््ोंही उसने िमूएि के पास से जाने को पीठ िे री त््ोंही परमेश्िर ने उसके मन को पररिर्तयत कक्ा; और
िे सब वचह्न उसी कदन प्रर्ट हुए। (10) जब िे उिर उस पहाड के पास आए, तब नवब्ों का एक दि उसको
वमिा; और परमेश्िर का आत्मा उस पर बि से उतरा, और िह उनके बीच में नबूित करने िर्ा। (11) जब उन
सिों ने जो उसे पहिे से जानते िे ्ह देखा कक िह नवब्ों के बीच में नबूित कर रहा है, तब आपस में कहने
िर्े, “कीि के पुत्र को ्ह क््ा हुआ? क््ा िाऊि िी नवब्ों में का है?” िह पररिर्तयत हो र््ा, इसे देखा र््ा,
और िह का्य के विए अिर् कक्ा र््ा िा।
(एक महत्िपूणय क्षण)

❖ राजा िाऊि का आज्ञा उकिंघन (1 िमूएि 15)

1 िमूएि 15:22-23 िमूएि ने कहा, “क््ा ्होिा होमबवि्ों और मेिबवि्ों से उतना प्रसन्न होता है,
वजतना कक अपनी बात के माने जाने से प्रसन्न होता है? सुन, मानना तो बवि चढाने से, और कान िर्ाना मेढों
की चबी से उिम है। देख, बििा करना और िािी कहनेिािों से पूछना एक ही समान पाप है, और हठ करना
मूरतों और र्ृहदेिताओं की पूजा के तुक् है। तू ने जो ्होिा की बात को तुच्छ जाना, इसवि्े उसने तुझे राजा
होने के वि्े तुच्छ जाना है।

• प्रेररतों के काम 5:32 पवित्र आत्मा िी, वजसे परमेश्िर ने उथहें कद्ा है जो उसकी आज्ञा मानते हैं।

• उसने अनंत जीिन नहीं खो्ा — उसने अपना पद और अविषेक खो कद्ा; और इस प्रकार जो िी
उस पद के विए चावहए अविषेक का उद्देश्् उसे पूरा करने से है। (िजन 89:30-34)

❖ िाऊि की आज्ञा उकिंघन का पररणाम

प्रेररतों के काम 13:22 किर उसे अिर् करके दाऊद को उनका राजा बना्ा; वजसके विष् में उसने र्िाही दी,
‘मुझे एक मनुष््, व्िै का पुत्र दाऊद, मेरे मन के अनुसार वमि र््ा है; िही मेरी सारी इच्छा पूरी करे र्ा।’

1 िमूएि 16:13 दाऊद का अविषेक


तब िमूएि ने अपना तेि का सींर् िेकर उसके िाइ्ों के मध्् में उसका अविषेक कक्ा; और उस कदन से िेकर
िविष्् को ्होिा का आत्मा दाऊद पर बि से उतरता रहा।
(एक महत्िपूणय क्षण)

पद 14 ्होिा का आत्मा िाऊि पर से उठ र््ा


्होिा का आत्मा िाऊि पर से उठ र््ा, और ्होिा की ओर से एक दुष्ट आत्मा उसे घबराने िर्ा। (देख,ें
मिी 18:34)

• अविषेक परमेश्वर की इच्छा को पूरी करने में सिक्त बनाने के विए है।
• िाऊि परमेश्वर की आज्ञा नहीं मान रहा िा : बििा करना — परमेश्वर को “न” कहना। हठ करना —
“मैं इसे अपने तरीके से करूँर्ा।” अतः ्ह दुि आत्मा है।
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• "्होिा की ओर से एक दुि आत्मा" क््ोंकक िाऊि परमेश्वर का िा और दुि आत्मा उसे छू िी नहीं
सकती िी जब तक परमेश्वर इसकी अनुमवत नहीं देता। उसने अनुमवत दी।
(देखें मिी 18:34)

❖ एक कदिचस्प दृश््

1 िमूएि 19:20-24 तब िाऊि ने दाऊद को पकड िाने के वि्े दूत िेजे; और जब िाऊि के दूतों ने नवब्ों
के दि को नबूित करते हुए, और िमूएि को उनकी प्रिानता करते हुए देखा, तब परमेश्िर का आत्मा उन पर
चढा, और िे िी नबूित करने िर्े। (21) इसका समाचार पाकर िाऊि ने और दूत िेजे, और िे िी नबूित
करने िर्े। किर िाऊि ने तीसरी बार दूत िेजे, और िे िी नबूित करने िर्े। (22) तब िह आप ही रामा को
चिा ...और परमेश्िर का आत्मा उस पर िी चढा और िह रामा के नबा्ोत* को पहुँचने तक नबूित करता
हुआ चिा र््ा। (24) और उसने िी अपने िस्त्र उतारे , और िमूएि के सामने नबूित करने िर्ा, और िूवम पर
वर्रकर कदन और रात नंर्ा पडा रहा। इस कारण से ्ह कहाित चिी, “क््ा िाऊि िी नवब्ों में से है?”

• हमें इस बात का ध््ान रखना चावहए कक जो हम परख रहे हैं क््ा िह परमेश्वर की ओर से है ्ा नहीं।
क््ोंकक ्ह बहुत अजीब, दीन करनेिािी और िर्मिंदा करने िािी बात है।

• ्हाँ नबूित का अिय के िि “िविष्् की बातों को बोिना” से बढकर है क््ोंकक इसने उथहें िह का्य को
पूरा करने से रोका। परमेश्वर ककसी िी का्य को रोक सकता है।

िजन 105:15 “मेरे अविवषक्तों को मत छू ओ, और न मेरे नवब्ों की हावन करो!”

अय््ूब 5:12 िह िूतय िोर्ों की ककपनाएँ व्यिय कर देता है, और उनके हािों से कु छ िी बन नहीं
पडता।

िजन 33:10 ्होिा जावत-जावत की ्ुवक्त को व्यिय कर देता है; िह देि देि के िोर्ों की ककपनाओं
को वनष्िि करता है।

आप अपने का्य स्िि पर ्ा जहाँ िी आप हों, अपने आपको परमेश्वर के ऐसे दूत अिायत उसके
वमिनरी के रूप में देखें, जो प्रवतकदन अपने वमिन क्षेत्र में हैं।

आज हमारे विए आत्मा की िािी प्रवतज्ञा :

्ोएि 2:28-29 “उन बातों के बाद मैं सब प्रावण्ों पर अपना आत्मा उण्डेिर्
ूँ ा; तुम्हारे बेटे-बेरट्ाँ
िविष््द्वाणी करें र्ी, और तुम्हारे पुरवन्े स्िप्न देखेंर्े, और तुम्हारे जिान दियन देखेंर्े। तुम्हारे दास और दावस्ों
पर िी मैं उन कदनों में अपना आत्मा उण्डेिूँर्ा।
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-------- न्ा वन्म --------

पवित्र आत्मा को इन रूप में जाना र््ा :


रोवम्ों 8:9 . . .परमेश्िर का आत्मा
1 पतरस 1:11 . . . मसीह का आत्मा
प्रेररतों के काम 16:7 . . . ्ीिु के आत्मा
किविवप्प्ों 1:19 . . . ्ीिु मसीह की आत्मा

❖ ्ूहन्ना बपवतस्मा देनि


े ािे का किन

िूका 3:16 ्ूहन्ना ने उन सबसे कहा, “मैं तो तुम्हें पानी से बपवतस्मा देता हूँ, परथतु िह आनेिािा है जो मुझ से
िवक्तमान है; मैं तो इस ्ोग्् िी नहीं कक उसके जूतों का बथि खोि सकूँ ; िह तुम्हें पवित्र आत्मा और आर् से
बपवतस्मा देर्ा।

• मूि ्ूनानी िाषा में िब्द बपवतस्मा का अिय है — सौंपना; डु बाना

• इस संदिय में “आर्” का अविप्रा् उत्साह, सिक्त करने और आर् के द्वारा िुि ककए जाने से हो सकता
है जो पवित्र आत्मा के साि आते हैं।

इब्रावन्ों 1:7 और स्िर्यदत


ू ों के विष् में ्ह कहता है, “िह अपने दूतों को पिन (अक्षरिः आत्माएं),
और अपने सेिकों को ििकती आर् बनाता है।”

सेिक से अविप्रा् उसके स्िर्यदत


ू हो सकते हैं, ्ा हम, ्ा दोनों। “वपथतेकुस्त के कदन िह “आर् की
विपटें” िीं जो प्रत््ेक पर आईं और उसने उन सबको बदि कद्ा और सिक्त कक्ा तिा उत्साह से िर
कद्ा। िे जो ऊपरी कक्ष में डरकर वछपे िे, अब बाहर सडकों पर जाकर पूरे साहस के साि कहने िर्े.,
“अत: अब इस्राएि का सारा घराना वनवश्चत रूप से जान िे कक परमेश्िर ने उसी ्ीिु को वजसे तुम ने
क्रूस पर चढा्ा, प्रिु िी ठहरा्ा और मसीह िी।” प्रेररतों के काम 2:36

❖ पवित्र आत्मा के साि ्ीिु का अनुिि :

्ीिु 30 िषय का िा; िह अपने सांसाररक वपता के प्रवत सेिक के समान विश्वास्ोग्् रहा। अब उसके विए िह
सम् िा कक िह अपने सेिा का्य में प्रिेि करे :

िूका 3:21-22 जब सब िोर्ों ने बपवतस्मा वि्ा और ्ीिु िी बपवतस्मा िेकर प्राियना कर रहा िा, तो
आकाि खुि र््ा, (22) और पवित्र आत्मा िारीररक रूप में कबूतर के समान उस पर उतरा, और ्ह
आकाििाणी हुई : “तू मेरा वप्र् पुत्र है, मैं तुझ से प्रसन्न हूँ।”
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• उसका बपवतस्मा ्ह प्रदर्ियत करने की कक्र्ा िी कक िह अपने पुराने जीिन के विए मर र््ा और अब
अपने स्िर्ी् वपता की सेिा और आज्ञा मानने के विए समर्पयत है। इसविए पवित्र आत्मा का अविषेक
उस पर हुआ। (एक महत्िपूणय क्षण)

िूका 4:1-2, किर ्ीिु पवित्र आत्मा से िरा हुआ, ्रदन से िौटा; और चािीस कदन तक आत्मा के वसखाने से
जंर्ि में किरता रहा; (2)और िैतान उसकी परीक्षा करता रहा।

• ्ीिु का "पवित्र आत्मा में बपवतस्मा" हुआ और किर उसे पवित्र आत्मा से पररपूणय बता्ा र््ा, इस
प्रकार ्ह एक ही घटना को दिायता है।

• जहां प्रिम आदम परीक्षा में वििि हुआ िहां अवथतम आदम (1कु ररवथि्ों15:45) परमेश्वर के िचन
को मानकर और उसका उकिेख करके परीक्षा का सामना कक्ा।
(इब्रावन्ों 4:15 . . . महा्ाजक हमारे समान परखा र््ा)

पररणाम :
िूका 4:14 किर ्ीिु आत्मा की सामर्थ्य से िरा हुआ र्िीि को िौटा, और उसकी चचाय आस पास के सारे देि
में िै ि र्ई।

• परमेश्वर के प्रवत आज्ञाकाररता और िैतान की प्रिोिनों को “न” कहना — आपको पवित्र आत्मा के
सामर्थ्य में स्िावपत करता है। प्रेररतों के काम 5:32

❖ ्ीिु समझाते हैं कक पवित्र आत्मा उन पर क््ों है :

िूका 4:18-19 “प्रिु का आत्मा मुझ पर है, इसवि्े कक उसने कं र्ािों को सुसमाचार सुनाने के वि्े मेरा
अविषेक कक्ा है, और मुझे इसवि्े िेजा है कक बवथद्ों को छु टकारे का और अंिों को दृवष्ट पाने का
सुसमाचार प्रचार करूँ और कु चिे हुओं को छु डाऊँ, (19) और प्रिु के प्रसन्न रहने के िषय का प्रचार करूँ।”

• ्ीिु ने अब अपना का्य हमें सौंपा है : ्ूहन्ना 17:18 और 20:21 जैसे वपता ने मुझे िेजा है, िैसे ही मैं
िी तुम्हें िेजता हूँ।” परमेश्वर ने उसे िेजा — पवित्र आत्मा के उस पर उतरने के साि अविवषक्त और
सामिी।

• पवित्र आत्मा का मुख्् उद्देश्् ककसी व्यवक्त पर उतरना और उसे सिक्त करना है — कक िह एक
वमिनरी/ एक र्िाह/ उसका सेिक हो।

❖ पवित्र आत्मा पर ्ीिु की विक्षा

्ूहन्ना 7:37-39 पिय के अंवतम कदन, जो मुख्् कदन है, ्ीिु खडा हुआ और पुकार कर कहा, “्कद कोई प््ासा
हो तो मेरे पास आए और पीए। जो मुझ पर विश्िास करेर्ा, जैसा पवित्रिास्त्र (्िा्ाह 44:3) में आ्ा है, ‘उसके
हृद् में से जीिन के जि की नकद्ाँ बह वनकिेंर्ी।”
9

• जो विश्वास करे र्ा — आप वजतना अविक पीएंर्े, आप में से दूसरों के विए उतना अविक जीिन के
जि की नकद्ाँ बह वनकिेंर्ी। पवित्र आत्मा का आना/ अविषेक होना हर उस व्यवक्त के विए है जो
उसके पास आता/ उस जि को पीता/ उसकी आज्ञा मानता और उसकी सेिा करता है।

उसने ्ह िचन पवित्र आत्मा के विष् में कहा, वजसे उस पर विश्िास करनेिािे पाने पर िे; क््ोंकक आत्मा
अब तक न उतरा िा, क््ोंकक ्ीिु अब तक अपनी मवहमा को न पहुँचा िा। (्िा्ाह 44:3; 55:1; 58:11)

• अब तक न उतरा िा? हमने पुराने वन्म से देखा कक आत्मा बहुत िोर्ों पर उतरा िा। इसका क््ा
अिय है, “अब तक न उतरा िा?”

्ूहन्ना 16:7 तौिी मैं तुम से सच कहता हूँ कक मेरा जाना तुम्हारे वि्े अच्छा है, क््ोंकक ्कद मैं न जाऊँ तो िह
सहा्क तुम्हारे पास न आएर्ा; परथतु ्कद मैं जाऊँर्ा, तो उसे तुम्हारे पास िेजर्
ूँ ा। एक प्रवतज्ञा।

• ्ीिु को पहिे क्रूस पर पाप की समस््ा से वनपटना िा (2 कु ररवथि्ों 5:21) और किर, इससे पहिे
िह पवित्र आत्मा को ककसी “में” आने के विए िेज,े उसे मवहमावथित होना िा। पवित्र आत्मा पापम्
मंकदर में नहीं िास करता/बसता। पाप को हटाना ज़रूरी है।

्ूहन्ना 16:13-15 परथतु जब िह अिायत् सत्् का आत्मा आएर्ा, तो तुम्हें सब सत्् का मार्य बताएर्ा … और
आनेिािी बातें तुम्हें बताएर्ा। (14) िह मेरी मवहमा करेर्ा, क््ोंकक िह मेरी बातों में से िेकर तुम्हें बताएर्ा।
(देखें 1 कु ररवथि्ों 6:19-20)

्ूहन्ना 14:26 परथतु सहा्क अिायत् पवित्र आत्मा वजसे वपता मेरे नाम से िेजर्
े ा, िह तुम्हें सब बातें
वसखाएर्ा, और जो कु छ मैं ने तुम से कहा है, िह सब तुम्हें स्मरण कराएर्ा।

• हमें विक्षक की बडी ज़रूरत है!


• हमें पवित्र आत्मा के साि एक घवनष्ठ सम्बथि बनाना चावहए।
• हमें उसकी आिाज़ को सुनना चावहए और ध््ान िरके सुनना सीखना चावहए।

्ूहन्ना 15:26-27 परथतु जब िह सहा्क आएर्ा, वजसे मैं तुम्हारे पास वपता की ओर से िेजर्
ूँ ा, अिायत् सत््
का आत्मा जो वपता की ओर से वनकिता है, तो िह मेरी र्िाही देर्ा; (27) और तुम िी मेरे र्िाह हो क््ोंकक
तुम आरम्ि से मेरे साि रहे हो।

• ्कद आप “आत्मा के अनुसार” चिते हो (र्िावत्ों 5:16) तो आप के िि सच बोिेंर्े, और ्ीिु के बारे


में वनरं तर र्िाही देंर्े।

• न्ा वन्म पवित्र आत्मा की प्रेरणा से विखा र््ा — उन िोर्ों के द्वारा जो आरम्ि से ्ीिु के साि
िे, और वजथहोंने सच बोिा। सम्पूणय पवित्रिास्त्र परमेश्िर की प्रेरणा (श्वास ्ा हिा) से रचा र््ा है
और उपदेि, और समझाने, और सुिारने, और िार्मयकता की विक्षा के वि्े िािदा्क है (2
तीमुवि्ुस 3:16)।
10

्ूहन्ना 14:12 “मैं तुम से सच सच कहता हूँ कक जो मुझ पर विश्िास रखता है, ्े काम जो मैं करता हूँ िह िी
करे र्ा, िरन् इनसे िी बडे काम करे र्ा, क््ोंकक मैं वपता के पास जाता हूँ।

• इस जर्त को पवित्र आत्मा से िरे ऐसे पुरुष और वस्त्र्ों की ज़रूरत है जो उसकी आिाज़ सुनते हुए,
उसकी आज्ञा मानते हुए, उसकी र्िाही देते, उसके का्य को करते, आश्च्यकमय को करते हुए ्ीिु द्वारा
िूका 4:18 में स्िावपत सेिा को पूरा करें ।

्ूहन्ना 14:16-17 मैं वपता से विनती करूँर्ा, और िह तुम्हें एक और सहा्क देर्ा कक िह सियदा तुम्हारे साि
रहे। (17) अिायत् सत्् का आत्मा, वजसे संसार ग्रहण नहीं कर सकता, क््ोंकक िह न उसे देखता है और न उसे
जानता है; तुम उसे जानते हो, क््ोंकक िह तुम्हारे साि रहता है, और िह तुम में होर्ा।

• पवित्र आत्मा विष््ों "में " नहीं िा!

• उनका न्ा जथम नहीं हुआ िा! पाप को अब तक हटा्ा नहीं र््ा िा।

• उनके सब प्रश्नों का उिर देता है, जैसे : “िह ्ह क््ा कह रहा है?”

1 कु ररवथि्ों 2:14 परथतु िारीररक मनुष्् परमेश्िर के आत्मा की बातें ग्रहण नहीं करता, क््ोंकक िे उसकी
दृवष्ट में मूखयता की बातें हैं, और न िह उथहें जान सकता है क््ोंकक उनकी जाँच आवत्मक रीवत से होती है।

• जब तक कक ककसी व्यवक्त का न्ा जथम नहीं होता और पवित्र आत्मा उस “में” नहीं होता, िह
“स्िािाविक मनुष््” है और आवत्मक बातों को नहीं समझेर्ा।

तो किर, चेिों ने न्ा जथम कब पा्ा?

❖ उिर : पुनरुत्िान के कदन

्ूहन्ना 20:21-22 ्ीिु ने किर उनसे कहा, “तुम्हें िावथत वमिे; जैसे वपता ने मुझे िेजा है, िैसे ही मैं िी तुम्हें
िेजता हूँ।”

• वपता ने पुत्र को कै से िेजा?


o आत्मा से जथमा
o पवित्र आत्मा उतरने के द्वारा अविवषक्त और सामिी

पद 22 ्ह कहकर उसने उन पर िूँ का और उनसे कहा, “पवित्र आत्मा िो।”

• “िो” (ओररस्ट, कतृयिाचक, आदेिात्मक कक्र्ा है), एक आज्ञा वजसे िहीं उसी सम् करना है।

• पाप क्षमा हुए और वमटा कदए र्ए, अब पवित्र आत्मा विश्वासी में िास कर सकता है।

• बाइबि में हम और कहाँ परमेश्वर को मनुष्् पर अपना श्वास िूं कते हुए पाते है?
11

(आदम : उत्पवि 2:7)


• चेिों ने पुनरुत्िान के कदन न्ा जथम पा्ा िा।

❖ िूका द्वारा विखे र्ए पुनरुत्िान कदन के वििरण से तुिना करें ।

िूका 24:45 तब उस ने पवित्रिास्त्र बूझने के वि्े उनकी समझ खोि दी

• उनकी बुवि जब खुिी जब पवित्र आत्मा उन में आ्ा :

o किर उनका न्ा जथम हुआ

o अब उनके पास आवत्मक समझ है।

o व्मय्ाह 31:33-34; ्हेजके ि 36:26 में िी इस विष् में कहा र््ा है

व्मय्ाह 31:33-34 िह िाचा ्ह है : मैं अपनी व्यिस्िा उनके मन में समिाऊँर्ा, और उसे उनके हृद् पर
विखूँर्ा; और मैं उनका परमेश्िर ठहरूँर्ा, और िे मेरी प्रजा ठहरें र्े, (34) … सब के सब मेरा ज्ञान रखेंर्;े
क््ोंकक मैं उनका अिमय क्षमा करूँर्ा, और उनका पाप किर स्मरण न करूँर्ा।

्हेजके ि 36:26-27 मैं तुम को न्ा मन दूर्


ँ ा, और तुम्हारे िीतर नई आत्मा उत्पन्न करूँर्ा, और तुम्हारी देह
में से पत्िर का हृद् वनकािकर तुम को मांस का हृद् दूर्
ँ ा। (27) मैं अपना आत्मा तुम्हारे िीतर देकर ऐसा
करूँर्ा कक तुम मेरी विवि्ों पर चिोर्े और मेरे वन्मों को मानकर उनके अनुसार करोर्े।

❖ प्रत््ेक विश्वासी “में” पवित्र आत्मा है

रोवम्ों 8:9-11 परथतु जब कक परमेश्िर का आत्मा तुम में बसता है, तो तुम िारीररक दिा में नहीं परथतु
आवत्मक दिा में हो। ्कद ककसी में मसीह का आत्मा नहीं तो िह उसका जन नहीं। (10) ्कद मसीह तुम में है,
तो देह पाप के कारण मरी हुई है; परथतु आत्मा िमय के कारण जीवित है। (11) ्कद उसी का आत्मा वजसने ्ीिु
को मरे हुओं में से वजिा्ा, तुम में बसा हुआ है; तो वजसने मसीह को मरे हुओं में से वजिा्ा, िह तुम्हारी
नश्िर देहों को िी अपने आत्मा के द्वारा जो तुम में बसा हुआ है, वजिाएर्ा।

❖ उन पर पवित्र आत्मा

िूका 24:47 और ्रूििेम से िेकर सब जावत्ों में मन किराि का और पापों की क्षमा का प्रचार, उसी के
नाम से कक्ा जाएर्ा।

उथहें महान आज्ञा दी र्ई ... परथतु :

िूका 24:49 और देखो, वजसकी प्रवतज्ञा मेरे वपता ने की है, मैं उसको तुम पर उतारूँर्ा और जब तक स्िर्य से
सामर्थ्य न पाओ, तब तक तुम इसी नर्र में ठहरे रहो।

• उनका न्ा जथम हुआ


12

• उथहें महान आज्ञा दी र्ई ... परथतु


• िे सेिकाई के विए तै्ार नहीं िे
• उन पर पवित्र आत्मा के द्वारा अविषेक नहीं हुआ िा/न उथहोंने सामर्थ्य प्राप्त की िी

प्रेररतों के काम पुस्तक ककसने विखी? – डॉ. िूका – आइए हम प्रेररतों के काम को देखें और उसे पढें।
प्रेररतों के काम 1:1-5 हे वि्ुकििुस, मैं ने पहिी पुवस्तका उन सब बातों के विष् में विखी जो ्ीिु आरम्ि से
करता और वसखाता रहा, (2) उस कदन तक जब तक िह उन प्रेररतों को वजथहें उसने चुना िा पवित्र आत्मा के
द्वारा आज्ञा देकर ऊपर उठा्ा न र््ा। (3) उसने दु:ख उठाने के बाद बहुत से पक्के प्रमाणों से अपने आप को
उथहें जीवित कदखा्ा, और चािीस कदन तक िह उथहें कदखाई देता रहा, और परमेश्िर के राज्् की बातें करता
रहा।

❖ चािीस कदन का बाइबि स्कू ि! िे ्ीिु के साि तीन साि तक िे, िेककन िे अब समझ पाए िे क््ोंकक
पवित्र आत्मा उन में िा।

(4) और उनसे वमिकर उथहें आज्ञा दी, “्रूििेम को न छोडो, परथतु वपता की उस प्रवतज्ञा के पूरे होने की बाट
जोहते रहो, वजसकी चचाय तुम मुझ से सुन चुके हो। (5) क््ोंकक ्ूहन्ना ने तो पानी में बपवतस्मा कद्ा है परथतु
िोडे कदनों के बाद तुम पवित्र आत्मा से बपवतस्मा पाओर्े।

प्रेररतों के काम 1:8 परथतु जब पवित्र आत्मा तुम पर आएर्ा तब तुम सामर्थ्य पाओर्े; और ्रूििेम और सारे
्हूकद्ा और सामरर्ा में, और पृर्थिी की छोर तक मेरे र्िाह होर्े।”

❖ पररणाम और व्याख््ा
प्रेररतों के काम 2:1-13 जब वपथतेकुस्त का कदन आ्ा, तो िे सब एक जर्ह इकट्ठे िे। (2) एकाएक आकाि से
बडी आँिी की सी सनसनाहट का िब्द हुआ, और उससे सारा घर जहाँ िे बैठे िे, र्ूँज र््ा। (3) और उथहें आर्

की सी जीिें िटती हुई कदखाई दीं और उनमें से हर एक पर आ ठहरीं। (4) िे सब पवित्र आत्मा से िर र्ए,

और वजस प्रकार आत्मा ने उथहें बोिने की सामर्थ्य दी, िे अथ् अथ् िाषा बोिने िर्े। (5)
आकाि के नीचे की हर एक जावत में से िक्त ्हूदी ्रूििेम में रह रहे िे। (6) जब ्ह िब्द हुआ तो िीड िर्
र्ई और िोर् घबरा र्ए, क््ोंकक हर एक को ्ही सुनाई देता िा कक ्े मेरी ही िाषा में बोि रहे हैं। (7) िे
सब चककत और अचवम्ित होकर कहने िर्े, “देखो, ्े जो बोि रहे हैं क््ा सब र्िीिी नहीं? (8) तो किर क््ों
हम में से हर एक अपनी अपनी जथम-िूवम की िाषा सुनता है? (11) अिायत् ्हूदी और ्हूदी मत िारण
करनेिािे, क्रेती और अरबी िी हैं, परथतु अपनी-अपनी िाषा में उनसे परमेश्िर के बडे-बडे कामों की चचाय
सुनते हैं।”

❖ तीन प्रकार की िाषाएँ

1. ऐसी िाषा में बोिने का चमत्कार वजसे आप जानते नहीं हैं


13

1 कु ररवथि्ों 14:20-22 हे िाइ्ो, तुम समझ में बािक न बनो : बुराई में तो बािक रहो, परथतु समझ में
वस्ाने बनो। व्यिस्िा में विखा है कक प्रिु कहता है, “मैं अपररवचत िाषा बोिनेिािों के द्वारा, और पराए मुख
के द्वारा इन िोर्ों से बातें करूँर्ा … (22) इसवि्े अथ् िाषाएँ विश्िावस्ों के वि्े नहीं, परथतु
अविश्िावस्ों के वि्े वचह्न हैं

• वपथतेकुस्त के कदन ्ह हुआ िा। प्रेररतों के काम 2:4-11

2. आप में िास करनेिािे पवित्र आत्मा के द्वारा ्ीिु से प्राियना करने की िाषा।

1 कु ररवथि्ों 14:2 क््ोंकक जो अथ् िाषा में बातें करता है िह मनुष््ों से नहीं परथतु परमेश्िर से बातें करता
है; इसवि्े कक उसकी बातें कोई नहीं समझता, क््ोंकक िह िेद की बातें आत्मा में होकर बोिता है।

1 कु ररवथि्ों 14:4 जो अथ् िाषा में बातें करता है, िह अपनी ही उन्नवत करता है।

्हूदा 20 िी ्ही बात कहता है : पर हे वप्र्ो, तुम अपने अवत पवित्र विश्वास में उन्नवत करते हुए और पवित्र
आत्मा में प्राियना करते हुए,

1 कु ररवथि्ों 14:14-15 इसवि्े ्कद मैं अथ् िाषा में प्राियना करूँ, तो मेरी आत्मा प्राियना करती है परथतु
मेरी बुवि काम नहीं देती। अतः क््ा करना चावहए? मैं आत्मा से िी प्राियना करूँर्ा, और बुवि से िी प्राियना
करूँर्ा; मैं आत्मा से र्ाऊँर्ा, और बुवि से िी र्ाऊँर्ा।

रोवम्ों 8:26-27 इसी रीवत से आत्मा िी हमारी दुबयिता में सहा्ता करता है : क््ोंकक हम नहीं जानते कक
प्राियना ककस रीवत से करना चावहए, परथतु आत्मा आप ही ऐसी *आहें िर िरकर, जो ब्ान से बाहर हैं, हमारे
वि्े विनती करता है; (27) और मनों का जाँचनेिािा जानता है कक आत्मा की मनसा क््ा है? क््ोंकक िह
पवित्र िोर्ों के वि्े परमेश्िर की इच्छा के अनुसार विनती करता है। (*्ूनानी िब्द का िावब्दक अिय है : आह
िरना, बुदबुदाना, ्ा दुःख के साि मूक प्राियना करना)

्ह बहुत आिश््क और महत्िपूणय िरदान है, और इसी विए पौिुस कहता है :


1 कु ररवथि्ों 14:18 मैं अपने परमेश्िर का िथ्िाद करता हूँ, कक मैं तुम सबसे अविक अथ् िाषाओं
में बोिता हूँ।
1 कु ररवथि्ों 14:5 मैं चाहता हूँ कक तुम सब अथ् िाषाओं में बातें करो

और आप ्ह कर सकते हैं! स्मरण रखें : िे बोिे और पवित्र आत्मा ने उथहें बोिने की सामर्थ्य दी। (प्रेररतों के
काम 2:4) आपको के िि ्ह करना है : अपना मुंह खोिें तिा हिा अपने स्िर तंवत्रका पर िाएं पर अँग्रेज़ी ्ा
अपनी मातृ िाषा में होने से इनकार कर दें। पवित्र आत्मा तुम्हें बोिने की सामर्थ्य देर्ा, आपको प्राियना करने
की िाषा देर्ा।
14

3. अनुिाद सवहत िविष््िाणी के िब्द

1 कु ररवथि्ों 14:5 मैं चाहता हूँ कक तुम सब अथ् िाषाओं में बातें करो परथतु इससे अविक ्ह चाहता हूँ कक
िविष््द्वाणी करो : क््ोंकक ्कद अथ् िाषाएँ बोिनेिािा किीवस्ा की उन्नवत के वि्े अनुिाद न करे तो
िविष््द्वाणी करनेिािा उससे बढकर है।

1 कु ररवथि्ों 14:26-28 इसवि्े हे िाइ्ो, क््ा करना चावहए? जब तुम इकट्ठे होते हो, तो हर एक के हृद्
में िजन ्ा उपदेि ्ा अथ् िाषा ्ा प्रकाि ्ा अथ् िाषा का अिय बताना रहता है। सब कु छ आवत्मक उन्नवत
के वि्े होना चावहए। (27) ्कद अथ् िाषा में बातें करनी हों तो दो ्ा बहुत हो तो तीन जन बारी-बारी से
बोिें, और एक व्यवक्त अनुिाद करे । (28) परथतु ्कद अनुिाद करनेिािा न हो, तो अथ् िाषा बोिनेिािा
किीवस्ा में िाथत रहे, और अपने मन से और परमेश्िर से बातें करे

❖ पतरस का सथदेि :

प्रेररतों के काम 2:14-18 तब पतरस उन ग््ारह के साि खडा हुआ और ऊँचे िब्द से कहने िर्ा, ... ्ह िह
बात है, जो ्ोएि िविष््द्वक्ता के द्वारा कही र्ई िी : ‘परमेश्िर कहता है, कक अथत के कदनों में ऐसा होर्ा कक
मैं अपना आत्मा सब मनुष््ों पर उँ डेिूँर्ा, और तुम्हारे बेटे और तुम्हारी बेरट्ाँ िविष््द्वाणी करें र्ी, और
तुम्हारे जिान दियन देखर्
ें े, और तुम्हारे पुरवनए स्िप्न देखेंर्े। िरन् मैं अपने दासों और अपनी दावस्ों पर िी
उन कदनों में अपने आत्मा में से उँ डेिूँर्ा, और िे िविष््द्वाणी करें र्े। (प्रेरणा पा कर बोिेंर्े)

प्रेररतों के काम 2:33, 37-39 (33) इस प्रकार परमेश्िर के दावहने हाि से सिोच्च पद पाकर, और वपता से
िह पवित्र आत्मा प्राप्त करके वजसकी प्रवतज्ञा की र्ई िी, उसने ्ह उं डेि कद्ा है जो तुम देखते और सुनते हो।
(37) तब सुननेिािों के हृद् वछद र्ए, और िे पतरस और िेष प्रेररतों से पूछने िर्े, “हे िाइ्ो, हम क््ा
करें ?” (38) पतरस ने उनसे कहा, “मन किराओ, और तुम में से हर एक अपने अपने पापों की क्षमा के वि्े ्ीिु
मसीह के नाम से बपवतस्मा िे; तो तुम पवित्र आत्मा का दान पाओर्े। (39) क््ों कक ्ह प्रवतज्ञा तुम, और
तुम्हारी सथतानों, और उन सब दूर-दूर के िोर्ों के वि्े िी है वजनको प्रिु हमारा परमेश्िर अपने पास
बुिाएर्ा।”

प्रेररतों के काम 4:8 तब पतरस ने पवित्र आत्मा से पररपूणय होकर उनसे कहा,

प्रेररतों के काम 4:31 जब िे प्राियना कर चुके, तो िह स्िान जहाँ िे इकट्ठे िे वहि र््ा, और िे सब पवित्र आत्मा से पररपूणय
हो र्ए, और परमेश्िर का िचन वह्ाि से सुनाते रहे।

प्रेररतों के काम 4:33 प्रेररत बडी सामर्थ्य से प्रिु ्ीिु के जी उठने की र्िाही देते रहे और उन सब पर बडा अनुग्रह िा।

प्रेररतों के काम 6:3 इसवि्े, हे िाइ्ो, अपने में से सात सुनाम पुरुषों को जो पवित्र आत्मा और बुवि से पररपूणय हों, चुन
िो, कक हम उथहें इस काम पर ठहरा दें।
15

सेिकों को ्ा सेिा का्य के विए ककसी को चुनने में वनदेि ्े िे कक िे “आत्मा से पररपूणय हों।” ्ह अविषेक होना ज़रूरी है, जैसा
वनर्यमन 30:22-23 और आर्े बता्ा र््ा है।

प्रेररतों के काम 6:5 . . . . उथहोंने वस्तिनुस नामक एक पुरुष को जो विश्िास और पवित्र आत्मा से पररपूणय िा, और
किविप्पुस, और पुरखुरुस, और नीकानोर, और तीमोन, और परवमनास, और अथताकक्ािासी नीकु िाउस को जो ्हूदी मत
में आ र््ा िा, चुन वि्ा।
प्रेररतों के काम 6:8 वस्तिनुस अनुग्रह और सामर्थ्य से पररपूणय होकर िोर्ों में बडे-बडे अद्िुत काम और वचह्न कदखा्ा
करता िा।

❖ अथ् िोर्ों पर पवित्र आत्मा का उतरना

• सामरर्ा में किविप्पुस


प्रेररतों के काम 8:4-6 जो वततर-वबतर हुए िे, िे सुसमाचार सुनाते हुए किरे ; और किविप्पुस
सामरर्ा नर्र में जाकर िोर्ों में मसीह का प्रचार करने िर्ा। जो बातें किविप्पुस ने कहीं उथहें िोर्ों
ने सुनकर और जो वचह्न िह कदखाता िा उथहें देख देखकर, एक वचि होकर मन िर्ा्ा।

प्रेररतों के काम 8:12 परथतु जब उथहोंने किविप्पुस का विश्िास कक्ा जो परमेश्िर के राज्् और ्ीिु
के नाम का सुसमाचार सुनाता िा तो िोर्, क््ा पुरुष, क््ा स्त्री, बपवतस्मा िेने िर्े।

प्रेररतों के काम 8:14-17 जब प्रेररतों ने जो ्रूििेम में िे, सुना कक सामरर्ों ने परमेश्िर का िचन
मान वि्ा है तो पतरस और ्ूहन्ना को उनके पास िेजा। उथहोंने जाकर उनके वि्े प्राियना की कक
पवित्र आत्मा पाएँ। क््ोंकक िह अब तक उनमें से ककसी पर न उतरा िा; उथहोंने तो के िि प्रिु ्ीिु के
नाम में बपवतस्मा वि्ा िा। तब उथहोंने उन पर हाि रखे और उथहोंने पवित्र आत्मा पा्ा।

• िाऊि का मन पररितयन : प्रेररतों के काम 9:17


तब हनथ्ाह उठकर उस घर में र््ा, और उस पर अपना हाि रखकर कहा, “हे िाई िाऊि, प्रिु,
अिायत् ्ीिु, जो उस रास्ते में, वजससे तू आ्ा तुझे कदखाई कद्ा िा, उसी ने मुझे िेजा है कक तू किर
दृवष्ट पाए और पवित्र आत्मा से पररपूणय हो जाए।”

• कु रनेवि्ुस का मन पररितयन : प्रेररतों के काम 10:44


पतरस ्े बातें कह ही रहा िा कक पवित्र आत्मा िचन के सब सुननेिािों पर उतर आ्ा। और वजतने
खतना ककए हुए विश्िासी पतरस के साि आए िे, िे सब चककत हुए कक अथ्जावत्ों पर िी पवित्र
आत्मा का दान उं डेिा र््ा है। क््ोंकक उथहोंने उथहें िाँवत िाँवत की िाषा बोिते और परमेश्िर की
बडाई करते सुना। इस पर पतरस ने कहा, “क््ा कोई जि की रोक कर सकता है कक ्े बपवतस्मा न
पाएँ, वजथहोंने हमारे समान पवित्र आत्मा पा्ा है?” और उसने आज्ञा दी कक उथहें ्ीिु मसीह के नाम
में बपवतस्मा कद्ा जाए। तब उथहोंने उससे विनती की कक िह कु छ कदन और उनके साि रहे।

• इकिसुस में पौिुस : प्रेररतों के काम 19:1-6


16

जब अपुकिोस कु ररथिुस में िा, तो पौिुस ऊपर के सारे प्रदेि से होकर इकिसुस में आ्ा। िहाँ कु छ
चेिों को देखकर उनसे कहा, “क््ा तुम ने विश्िास करते सम् पवित्र आत्मा पा्ा?” उथहोंने उससे
कहा, “हम ने तो पवित्र आत्मा की चचाय िी नहीं सुनी।” उसने उनसे कहा, “तो किर तुम ने ककसका
बपवतस्मा वि्ा?” उथहोंने कहा, “्ूहन्ना का बपवतस्मा।” पौिुस ने कहा, “्ूहन्ना ने ्ह कहकर मन
किराि का बपवतस्मा कद्ा कक जो मेरे बाद आनेिािा है, उस पर अिायत् ्ीिु पर विश्िास करना।”
्ह सुनकर उथहोंने प्रिु ्ीिु के नाम में बपवतस्मा वि्ा। जब पौिुस ने उन पर हाि रखे, तो पवित्र
आत्मा उन पर उतरा, और िे विन्न-विन्न िाषा बोिने और िविष््द्वाणी करने िर्े।

• पौिुस की विक्षा :
2 तीमुवि्ुस 3:5 बताता है : िे िवक्त का िेष तो िरें र्े, पर उसकी िवक्त को न मानेंर्े; ऐसों से परे रहना।

❖ वनश्च् ही हम के िि “िवक्त का िेष” िारण करना नहीं चाहेंर्े, और न ही पवित्र आत्मा की पररपूणयता से
सामिी ककए जाने का इनकार करना चाहेंर्,े जो बपवतस्मा के साि और पवित्र आत्मा के हम पर उतर आने
से आता है।

्कद हम ऐसा करते हैं .... तो हम पवित्र आत्मा को, और जो कु छ िह कर सकता है और हमारे द्वारा करना
चाहता है, उस बुझाते हैं।

1. 1 विस्सिुनीकक्ों 5:19 आत्मा को न बुझाओ।

❖ हम पवित्र आत्मा का इनकार करके ्ा “न” कहकर उसे बुझाते हैं। ्कद हम आर्े बढकर पाप को “हाँ” कहते
हैं, तो हम न के िि उसे बुझाते हैं बवकक उसको िोककत िी करते हैं।

2. परमेश्िर के पवित्र आत्मा को िोककत मत करो, वजस से तुम पर छु टकारे के कदन के वि्े छाप
दी र्ई है। इकिवस्ों 4:30

❖ ्कद हम पवित्र आत्मा के बपवतस्मा द्वारा सामिी ककए जाने का इनकार करते हैं तो अपने जीिन में आत्मा
का िि िाना बहुत करठन हो जाता है, हो सकता है कोई िि ्हाँ िहाँ किी किार कदखाई दे।

र्िावत्ों 5:21-26 पर आत्मा का िि प्रेम, आनथद, िावथत, िीरज, कृ पा, ििाई, विश्िास, 23 नम्रता, और
सं्म है;

• हमारे जीिन में िि की बहुता्त आत्मा की पररपूणयता का वचह्न है।


• अर्िे दो पद आत्मा के िि का पूरा िाि उठाने के विए आिश््क ्ोग््ताओं को बताते हैं।

(24) और जो मसीह ्ीिु के हैं, उथहोंने िरीर को उसकी िािसाओं और अवििाषाओं समेत क्रूस पर चढा
कद्ा है। (25) ्कद हम आत्मा के द्वारा जीवित हैं, तो आत्मा के अनुसार चिें िी।
17

्ही आत्मा के िरदानों के विए िी सच है। उथहें कक्र्ावथित करने के विए – पवित्र आत्मा के बपवतस्मा – पवित्र
आत्मा की पररपूणयता आिश््क है।

1 कु ररवथि्ों 12:7-11 ककथतु सब के िाि पहुँचाने के वि्े हर एक को आत्मा का प्रकाि कद्ा जाता है। (8)
क््ोंकक एक को आत्मा के द्वारा बुवि की बातें दी जाती हैं, और दूसरे को उसी आत्मा के अनुसार ज्ञान की बातें।
(9) ककसी को उसी आत्मा से विश्िास, और ककसी को उसी एक आत्मा से चंर्ा करने का िरदान कद्ा जाता है।
(10) किर ककसी को सामर्थ्य के काम करने की िवक्त, और ककसी को िविष््द्वाणी की, और ककसी को आत्माओं
की परख, और ककसी को अनेक प्रकार की िाषा, और ककसी को िाषाओं का अिय बताना। (11) परथतु ्े सब
प्रिाििािी का्य िही एक आत्मा कराता है, और वजसे जो चाहता है िह बाँट देता है।

• पवित्र आत्मा का अविषेक इन िरदानों को हमारे जीिन में सामर्थ्य प्रदान करता है।

एक समर्पयत जीिन के विए ्ही सब चावहए ... आपकी ्ोग््ता नहीं :


2 कु ररवथि्ों 12:9 पर उसने मुझ से कहा, “मेरा अनुग्रह तेरे वि्े बहुत है; क््ोंकक मेरी सामर्थ्य वनबयिता में
वसि होती है।” इसवि्े मैं बडे आनथद से अपनी वनबयिताओं पर घमण्ड करूँर्ा कक मसीह की सामर्थ्य मुझ पर
छा्ा करती रहे।

• जब हम कमज़ोर ्ा असक्षम होते हैं, और हम ्ह जानते और इसे स्िीकार करते हैं; पर किर िी हम
उसकी आज्ञा मानने के विए अपने विश्वास का कदम बढाते हैं, तो उसका अनुग्रह ्ा सामर्थ्य उस का्य
को करने और पूरा करने के विए हम पर उतर आता है जो हम नहीं कर सकते िे।

• ्ह पद मुझे इस विचार की ओर िे जाता है कक पवित्र आत्मा का नाम ... अनुग्रह है।

❖ पवित्र आत्मा को ग्रहण करना

प्रेररतों के काम 2:37-39 पतरस का सथदेि सुननेिािों के हृद् वछद र्ए, और िे पतरस और िेष प्रेररतों से
पूछने िर्े, “हे िाइ्ो, हम क््ा करें ? पतरस का उिर आज िी हमारे विए सच है :

1. मन किराओ – अविश्वास से विश्वास करने की ओर किरना

जब पाप वनकट आए तो परमेश्वर की ओर किरें — अपनी पीठ पाप की ओर कर िें और प्रिु ्ीिु
के साि चि पडें।

2. बपवतस्मा िो – ्कद आपने ऐसा कक्ा है; तो अपने आपको ्ीिु और उस सेिाका्य के प्रवत जो उसने
आपको सौंपा है पुनः समर्पयत करें । “अपने िरीरों को जीवित ... बविदान करके चढाओ।” (रोवम्ों 12:1-
2) रोज़ सुबह।

• परमेश्वर के प्रवत विश्वास्ोग्् रहकर सेिा करने और उसकी आज्ञा मानने का दृढ संककप िें।
• प्रिु ्ीिु से विनती करें कक िह पवित्र आत्मा में आपका अविषेक करे / आपको पररपूणय करे / आपको
बपवतस्मा दे।
18

• परमेश्वर के िचन//उसके िा्दे पर िरोसा रखते हुए विश्वास से मांर्ें :

जब तुम …अपने बच्चों को अच्छी िस्तुएँ देना जानते हो, तो स्िर्ी् वपता अपने माँर्नेिािों को
पवित्र आत्मा क््ों न देर्ा।” िूका 11:11-13

3. और तुम में से हर एक अपने अपने पापों की क्षमा के वि्े ्ीिु मसीह के नाम से बपवतस्मा िे; तो तुम
पवित्र आत्मा का दान पाओर्े। (39) क््ोंकक ्ह प्रवतज्ञा तुम, और तुम्हारी सथतानों, और उन सब दूर-दूर के
िोर्ों के वि्े िी है वजनको प्रिु हमारा परमेश्िर अपने पास बुिाएर्ा।”

्कद पहिे आपने पवित्र आत्मा से बपवतस्मा पा्ा है और िह आप पर आ्ा है ... तो


इकिवस्ों 5:18-21 आपके विए है
दाखरस से मतिािे न बनो, क््ोंकक इससे िुचपन होता है, [दूसरे िब्दों में, अपने आपको अथ् ककथहीं आत्माओं
के हािों में न सौंपो] पर आत्मा से पररपूणय होते जाओ (ितयमान काि, कमयिाच््, आदेिात्मक, वजसका अिय है –
वनरं तर पररपूणय होते जाओ)।

• एक आरवम्िक पररपूणय होना ्ा पवित्र आत्मा का बपवतस्मा तो होता है िेककन कदन प्रवत कदन आत्मा
से वनरंतर पररपूणय होते रहना िी अिश्् होना चावहए।

• प्रवत कदन प्रातः काि को पहिा काम परमेश्वर से बातचीत करना का करो और इस बात को अपनी
प्राियना का िार् बना िें कक आप अपने कदन को और अपने आपको प्रिु के हािों में और उसकी सेिा के
विए अर्पयत करें ।

• प्रिु ्ीिु से प्राियना करें कक िह आपको पवित्र आत्मा में नए वसरे से बपवतस्मा दे। और आत्मा में
प्राियना करने में कु छ सम् वबताएं।

• पूरे कदन अपने मन में प्राियना करने की, और जब आप अके िे हों तो मुँह खोिकर प्राियना करने की
आदत बना िेंl।

(19) और आपस में िजन और स्तुवतर्ान और आवत्मक र्ीत र्ा्ा करो, और अपने-अपने मन में प्रिु के सामने
र्ाते और कीतयन करते रहो। (20) और सदा सब बातों के वि्े हमारे प्रिु ्ीिु मसीह के नाम से परमेश्िर वपता
का िथ्िाद करते रहो। (21) मसीह के ि् से एक दूसरे के अिीन रहो।

हाँ प्रिु! तेरी मवहमा के विए।


आमीन

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