Interchnage Book Fifth Edition

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दोस्तों इस बात को बहुत ही ध्यान से सुनो

और समझो अगर तुम ऐसे इंसान बन चुके हो कि

सुबह उठते ही अपने फोन पर हमला कर देते हो

दो-चार घंटे फोन चलाने के बाद भूख लगती है

तो खा लेते हो और खाना खाने के बाद

तुम्हें फिर से आलस आने लगता है तो तुम सो

जाते हो और सोक जब उठते हो तो फिर से

रील्स स्क्रोल करने लग जाते हो और अगर

रील्स पर किसी अटेंशन की भूखी लड़की ने

तुम्हें अपना शरीर दिखा दिया तो तुम अपने

आप को रोक नहीं पाते और अपना पूरा दिन

बर्बाद कर लेते हो सुनो मेरी बात इस

वीडियो को कोई नॉर्मल सेल्फ इंप्रूवमेंट

वीडियो मत समझ लेना क्योंकि मैं सिर्फ

यहां पर एक वीडियो बनाने नहीं आया मैं एक

21 साल का लड़का हूं जो इन सब चीजों से हर

रोज गुजर रहा है लेकिन सबसे अच्छी बात यह

है कि मुझे इन सब प्रॉब्लम्स का सलूशन मिल

गया है इसलिए इस वीडियो को पूरा देखना

क्योंकि ये वीडियो तुम्हारी 99 पर

प्रॉब्लम्स को सॉल्व कर देगी पॉइंट नंबर

वन क्या तुमने कभी ये चीज नोटिस की है कि

जब भी तुम

नहीं पाते और फिर मास्टरबेशन की तरफ चले

जाते हैं मास्टरबेट करने के बाद भी हमें

दुख फील होता है कि यार मैं कु छ गलत कर

रहा हूं और ऐसे ही जब तुम अपने काम को टाल

रहे होते हो जो काम तुम्हें करना है तुम

उससे भाग रहे होते हो दिन के अंत में जब

वो काम नहीं होता तब भी हमें बुरा फील


होता है कि यार मैंने आज का दिन भी वेस्ट

कर दिया इन तीनों ही बातों में एक चीज

कॉमन है कि हमें यह सब करने के बाद दुख

महसूस होता है जो कि हमें कु छ बताना चाहता

है ये दुख एक अलार्म की तरह है यह हमें

बता रहा है कि हम सही नहीं जी रहे अब

ध्यान से समझो दुख हमेशा हमें एक अलर्ट

देता रहता है कि भाई तू सही नहीं जी रहा

लेकिन जैसे ही हमें यह दुख होता है हमें

लगता है कि अगर हमें दुख हो रहा है तो

हमें सुख चाहिए और हम तुरंत वो चीजें करने

लग जाते हैं जिन चीजों से हमें सुख मिलता

है जो बात मैंने अभी-अभी बोली है मुझे

नहीं पता कि आप इस बात को पकड़ पाए हैं या

नहीं इसलिए मैं इसको फिर से बोलता हूं

जबजब आपको दुख होता है तो आपको ऐसा लगता

है कि मुझे दुख इसीलिए हो रहा है क्योंकि

मेरे पास सुख नहीं है इसीलिए आप वो चीजें

करने लग जाते हो जिससे आपको सुख मिलता है

लेकिन सच्चाई तो यह है कि कि आपने दुख को

हटाया नहीं है आपने सिर्फ सुख को लाया है

और जैसे ही सुख का नशा कम पड़ता है धीमा

पड़ता है मद्ध पड़ता है दुख वापस आ जाता

है क्योंकि दुख तो कभी गया ही नहीं था

आपने बस उस दुख के ऊपर सुख की चादर चढ़ा

दी थी ये बात बहुत इंपॉर्टेंट है इसीलिए

इसको एग्जांपल के साथ भी समझ लो आप

मास्टरबेट तभी करते हो जब आप खाली होते हो

आपके पास करने के लिए कोई काम नहीं होता


कोई एक्साइटिंग चीज नहीं होती आप अंदर से

दुखी होते हो और जिस वक्त आप ये दुख झेल

रहे होते हो आपका शरीर आप पर हावी हो जाता

है और तुरंत आपको इधर-उधर के थॉट्स देने

लग जाता है और आपको ऐसा लगने लग जाता है

कि शायद यही वो चीज है जिसको करने से मेरे

अंदर का दुख चला जाएगा लेकिन ऐसा होता

नहीं है क्योंकि वो करने के बाद दुख वापस

आ जाता है तो इस बात को हम ऐसे कह सकते

हैं कि आप अपने दुख का निवारण ना करते हुए

सिर्फ सुख के पीछे भाग रहे हो मतलब कि आप

अपने दुख को भुलाने के लिए सुख का सहारा

ले रहे हो और जब भी हम किसी ऐसी चीज का

सहारा लेते हैं जो हमारी वास्तविकता को

भुला दे तो हम उसे कहते हैं नशा हम लोगों

को यह बताया गया है कि नशा सिर्फ दारू और

सिगरेट का ही होता है लेकिन यह सच नहीं है

हर वो चीज जो हमें वास्तविकता को भुलाने

में मदद करता है उसे हम नशा कह सकते हैं

और यह जरूरी नहीं है कि नशा सिर्फ दारू और

सिगरेट से ही हो अगर हम दारू और सिगरेट

वाला नशा नहीं भी कर रहे हैं तब भी हम

नशेड़ी ही कहलाएंगे अगर हम अपनी

वास्तविकता से भागने के लिए अपने दुख को

छु पाने के लिए instagram's का मास्टरबेशन

का गर्लफ्रें ड का खाने का सोने का सहारा

ले रहे हैं तो तो इस बात से हमें यह पता

चलता है कि अगर कोई इंसान किसी चीज के

अंदर सुख पाने के लिए बिल्कु ल डू बा ही जा

रहा है तो वह इंसान नशा करके अपने होश को


दबा रहा है अपने अंदर के दुख को छु पा रहा

है आपने कभी ना कभी तो ऐसे लोगों को नोटिस

किया ही होगा जो बहुत ज्यादा खाते हैं

बहुत ज्यादा सोते हैं या फिर बहुत ज्यादा

फोन चलाते हैं यह सब नशेड़ी है तो अब

हमारे दिमाग में यह सवाल आएगा कि अगर यह

सब चीजें करके इंसान सुख पा भी रहा है तो

किसी को क्या प्रॉब्लम है अगर नशे में

रहकर आदमी खुश है तो फिर उसे रहने दो ना

यार आखिर दिक्कत क्या है तो इसका जवाब यह

है कि जो भी इंसान यह सब चीजें करके सुख

पा रहा है वह सचमुच में अपने दुख को

भुलाने के लिए उस दुख के ऊपर सुख का पर्दा

डाल रहा है नशे का प पर्दा डाल रहा है और

सच्चाई यह है कि हमारी नेचुरल स्टेट होश

की है कितना भी बेहोश रह लो होश तो आएगा

ही आएगा और जबजब होश आएगा तब तब दुख होगा

क्योंकि दुख कभी गया ही नहीं था उसके ऊपर

बस नशे का पर्दा डला हुआ था तो अगर

तुम्हें यह लगता है कि

[संगीत]

रहे बस उसके ऊपर नशे का पर्दा डाल रहे हो

यह बात मैं बार-बार बोल रहा हूं ताकि यह

बात तुम्हारे दिमाग के अंदर बिल्कु ल बस

जाए इस बात को अच्छे से समझ लो कि तुम

दुखी हो तुम परेशान हो लेकिन उस दुख से

बचने के लिए तुम बार-बार नशा कर ले रहे हो

इसीलिए वो दुख तुम्हारी जिंदगी से नहीं जा

रहा अगर यह बात तुम्हें अच्छे से समझ में


आ गई है तो फिर हम आगे बढ़ सकते हैं इस

प्रॉब्लम के सलूशन की तरफ पॉइंट नंबर टू

देखो हमें ये तो पता चल ही गया है कि नशे

में पड़े पड़े हमें सिर्फ दुख ही मिल रहा

है और अगर सुख मिल भी रहा है तो वो सिर्फ

तब तक जब तक नशा बरक करार है जैसे ही नशा

गया दुख वापस आ जाएगा और फिर उस दुख से

बचने के लिए भी हमको फिर से सुख का नशा

करना पड़ेगा और ऐसे ही सुख दुख सुख दुख

करते-करते पूरी जिंदगी निकल जाएगी हम लोग

दुख से इतना डरते हैं कि दुख आते ही हम

लोग तुरंत सुख का नशा करने लग जाते हैं तो

अगर हमें दुख से मुक्ति चाहिए तो सबसे

पहले तो हमें दुख से डरना बंद करना होगा

हम लोग जैसे ही दुख से डरना बंद कर देंगे

हम लोग नशे के पीछे सुख के पीछे भागना बंद

कर देंगे और यही हमको करना है इसको एक

एग्जांपल से समझो इमेजिन करो एक प्रेशर

कु कर है में दाल बन रही है जैसे ही उस

कु कर में प्रेशर बनता है तुम उस कु कर के

सीटी बजा देते हो और उस कु कर का सारा का

सारा प्रेशर रिलीज हो जाता है और इसी की

वजह से उस कु कर के अंदर की दाल नहीं बन

पाती वो जो प्रेशर कु कर है वो तुम हो उसके

अंदर जो प्रेशर बन रहा है वो तुम्हारे

अंदर का दुख है और वो जो तुम सीटी बजाकर

प्रेशर रिलीज कर देते हो यह वो नशा है जो

तुम करके सारा का सारा दुख भुला देते हो

तो सबसे पहला स्टेप तो यह है कि वो सब कु छ

करना बंद करो जिसकी वजह से प्रेशर रिलीज


हो रहा है अपनी जिंदगी से सारे नशे बाहर

निकाल दो

पॉन मास्टरबेशन गेम्स गर्लफ्रें ड सारे नशे

बंद कर दो कु छ लोग होते हैं जो गर्लफ्रें ड

का भी नशा करते हैं गर्लफ्रें ड से घंटों

बातें करते हैं और जब बातें खत्म हो जाती

है तो फिर इमेजिनेशन का नशा करते हैं कि

मैं उसके साथ यहां जाऊं गा वहां जाऊं गा ये

करूं गा वो करूं गा सब बंद सब बंद कर दो और

जब तुम ये सब करना बंद कर दोगे तब यहां से

शुरू होगा असली खेल पॉइंट नंबर थ्री मुझे

ना जाने कितने कॉल्स आते हैं उसमें लड़के

मुझसे ये कहते हैं कि भाई मैं कु छ कर ही

नहीं सकता इस दुनिया का कोई भी मोटिवेट

मुझे मोटिवेट नहीं कर सकता दिन भर आलस में

पड़ा रहता हूं हू और रात होते-होते मुझे

मरने के ख्याल आने लग जाते हैं जो भी लोग

मुझसे इस तरह की बातें करते हैं या फिर जो

भी लोग इस तरह की सिचुएशन में फं से हुए

हैं उनसे मेरा यही कहना है जिस दिन तुम

लोगों के पिछवाड़े में आग लगी होगी ना उस

दिन तुम्हें किसी मोटिवेशन की जरूरत नहीं

पड़ेगी लेकिन दिक्कत यह है कि जब-जब आग

लगती है तुम लोग पानी में कू द जाते हो ये

जितने भी नशों के बारे में मैं इतनी देर

से बात कर रहा हूं ना ये सब तुम्हारी आग

को ठंडा कर देते हैं और जब तुमने जो नशा

किया है वो उतरता है तब दुख फिर से आता है

उस आग को बढ़ाने के लिए लेकिन तुम फिर से


पानी में कू द जाते हो अब मेरी बात ध्यान

से सुनो मैं बताता हूं तुम्हें कि क्या

होता है जब तुम तुम्हारे अंदर की आग को

बुझाना बंद कर देते हो जिस तरह से जब किसी

ड्र ग एडिक्ट को ड्र ग्स नहीं मिलते तब वो

तड़पता है ना तुम भी बिल्कु ल वैसे ही

तड़पोगे तुमको भी बिल्कु ल वैसे ही बेचैनी

होगी रोना आएगा एक एक सेकं ड एक-एक घंटे

जैसा लगने लग जाएगा जब तुम सारे नशे बंद

कर दोगे लेकिन याद रखना यही तड़प थोड़ी

देर बाद आग बन जाएगी यही तड़प तुम्हारी

पूरी जिंदगी बदल डालने की ताकत तुम्हें दे

देगी थोड़ी ही देर बाद तुम्हारे अंदर ताकत

भरने लग जाएगी तुम्हें यह ख्याल आने लग

जाएंगे कि मैं ऐसे नहीं जी सकता मुझे यह

नहीं पता कि मुझे कहां जाना है लेकिन मैं

जहां हूं वो जगह ठीक नहीं है मुझे यह नहीं

पता कि मुझे क्या करना है लेकिन जो मैं कर

रहा हूं वो ठीक नहीं है मुझे बस इन सब

चीजों से बाहर निकलना है क्योंकि यहां पर

पड़े पड़े यहां पर रहते-रहते मुझे बहुत

ज्यादा दुख मिल रहा है इस बात को भी एक

एग्जांपल से समझो इमेजिन करो कि तुम एक

कमरे में बंद हो जिससे तुम्हें बाहर

निकलना है लेकिन उसका रास्ता तुम्हें

ढूंढना पड़ेगा और तुम्हारे सामने एक दारू

की बोतल भी रखी हुई है और अब तुम्हारे पास

दो रास्ते हैं रास्ता नंबर एक या तो तुम

उस दारू की की बोतल को पीकर बेहोश हो जाओ

थोड़ी देर में पूरे घर में आग लग जाएगी और


तुम मर जाओगे हां थोड़ा दर्द होगा लेकिन

कमरे से बाहर निकलने की मेहनत नहीं करनी

पड़ेगी पड़े पड़े काम हो जाएगा या फिर

रास्ता नंबर दो कमरे में आग लगी हुई है और

तुम तुरंत उस दारू की बोतल को फोड़ देते

हो ताकि तुम्हारा नशे में जाने का ऑप्शन

ही खत्म हो जाए अब तुम बेहोश नहीं हो सकते

और आग की गर्मी तुम्हें मजबूर कर देगी उस

कमरे से बाहर निकलने का रास्ता खोजने के

लिए उस वक्त तुम्हारे दिमाग में सिर्फ यही

चलेगा कि पड़े पड़े तड़प-तड़प कर मरने से

अच्छा रास्ता खोजते खोजते मर जाऊं या तो

आजादी मिलेगी या फिर ऐसी मौत जिस पर मैं

गर्व कर सकूं गा मैं मरूं गा भी तो अपनी

पूरी शान के साथ कि मैंने इस कमरे से बाहर

निकलने के लिए अपना पूरा जोर लगा दिया यही

एटीट्यूड तुम्हें भी रखना है अगर तुम्हें

ये एग्जांपल समझ आ गया है तो तुम्हारी

जिंदगी में क्रांति होने से कोई नहीं रोक

सकता पॉइंट नंबर फोर एक बात बहुत ही ध्यान

से समझ लो अगर तुमने इस बात को रियलाइफ

नहीं किया कि जिस चीज को तुम सुख मान रहे

हो वो सचमुच में सुख नहीं सिर्फ नशा है तो

फिर भूल ही जाओ कि तुम्हें इन सब बातों से

कोई फायदा होने वाला है अगर अभी तक नहीं

रिलाइज करवाता हूं पहले यह समझो कि सुख दो

तरह के होते हैं पहली तरह के सुख वो होते

हैं जो बहुत ही आसानी से मिल जाते हैं ये

वही सुख है जिसमें हमारी उम्र के सारे


लड़के फं से हुए हैं जैसे कि खाना सोना

रील्स मास्टरबेशन पॉन ये सब वो सुख है

जिसको पाने के लिए हमें बहुत मेहनत नहीं

करनी पड़ती और दूसरी तरह के सुख वो होते

हैं जिनको पाने के लिए हमको बहुत मेहनत

करनी पड़ती है जैसे कि घर गाड़ी पैसा

रुतबा इज्जत ये सब वो सुख हैं जिसको पाने

के लिए हमें बहुत मेहनत करनी पड़ती है अब

यहां से बात बहुत ही इंटरेस्टिंग होने

वाली है इसीलिए ध्यान से सुनना ये जो

छोटे-छोटे छोटे और आसान सुख हैं इनको

भोगने के बाद तो हमको यह बात पता चल जाती

है कि इनको पा लेने से भी हमारे अंदर का

दुख नहीं जा रहा लेकिन ये जो बड़े-बड़े

सुख हैं इसके बारे में हमारी उम्र के

लड़कों को पता ही नहीं है इनको लगता है कि

इन बड़े-बड़े सुखों को भोग लेने से इनके

अंदर का दुख चला जाएगा अब आप लोगों के

अंदर यह सवाल आएगा कि तुझे कै से पता कि

अगर इन बड़े-बड़े सुखों को पा भी लिया तब

भी हमारे अंदर का दुख नहीं जाएगा तो मैं

कहूंगा कि मुझे पता है क्योंकि मैंने अपने

आप को बहुत ही गौर से देखा है जब मैं 10 थ

क्लास में था तब मैं एक मोबाइल फोन पाने

के लिए तड़प रहा था जब मोबाइल फोन मिल गया

तो उसके एक महीने बाद वो मेरे लिए एक

डब्बा बन गया जब घर में एक नई कार आई तब

ऐसा लगा कि हम भी गाड़ी वाले हो गए लेकिन

एक महीने बाद वो गाड़ी भी मेरे लिए डब्बा

बन गई यही चीज बाइक के साथ हुई शुरुआत में


ऐसा लगता था कि क्या ही चीज मिल गई है

लेकिन अभी वो बाइक धूल भी खा रही होगी तो

कोई फर्क नहीं पड़ता अब मेरी बातों को गलत

मत समझ लेना मैं ये नहीं कह रहा हूं कि ये

सब चीजें जरूरी नहीं है या फिर ये सब

चीजें होनी नहीं चाहिए मैं तो ये कह रहा

हूं कि अगर तुमने इन सब चीजों को इसीलिए

खरीदा है कि इससे तुम्हारे मन का दर्द चला

जाएगा तो ऐसा तो होने से रहा तुम बस उन सब

चीजों को खरीद कर नशा कर रहे हो जो कि

थोड़ी देर बाद उतर जाएगा और वो जो दुख जो

हमेशा से बरकरार था वो वापस आ जाएगा तो

चाहे छोटा सुख हो चाहे बड़ा सुख हो दोनों

ही सुखों को भोग लेने से तुम्हारे अंदर का

दर्द तो नहीं जाने वाला क्योंकि तुम कभी

दर्द पर ध्यान ही नहीं देते तुम बस सुख को

ले आकर दर्द को छु पा देते हो तो इस बात को

अपने दिमाग में डाल लो कि इस दुनिया में

तीन तरह के लोग होते हैं पहले वो जो

छोटे-छोटे सुखों का नशा कर कर के दुख

झेलते रहते हैं इन लोगों को हम तामसिक लोग

कहते हैं दूसरे वो जो छोटे-छोटे सुखों का

नशा कर कर के यह जान जाते हैं कि उनको कु छ

मिल नहीं रहा फिर वो बड़े-बड़े बड़े सुखों

के पीछे भागने लगते हैं क्योंकि उनको लगता

है कि वहां कु छ मिल जाएगा इन लोगों को हम

राजसिक लोग बोलते हैं और तीसरी तरह के लोग

वो होते हैं जिनको हम सात्विक कहते हैं ये

लोग जान जाते हैं कि सुख भोग भोग कर मुझे


कु छ मिल ही नहीं रहा है चाहे वो छोटा सुख

हो चाहे बड़ा सबसे पहले तो मुझे नशे से

बाहर आना चाहिए और फिर यह देखना चाहिए कि

मेरे दुखों का असली कारण क्या है तो अब

सवाल आता है कि हमें आखिर करना क्या है तो

हम ये तो जान गए हैं कि बाहर से कु छ भी

लेकर आ जाएं हमारे अंदर का दुख तो जाने

वाला है नहीं अब हम बस अपने अंदर जाएंगे

ये देखेंगे कि हमारे अंदर क्या कमियां है

यह देखेंगे कि हम कहां फं से हुए हैं और अब

हम अपने ही खिलाफ क्रांति करेंगे अब हम हर

वो चीज करेंगे जो चीज हमको हमारे दुख से

मुक्ति दिलाने की ताकत रखती है शरीर के

जिन भी बंधनों में हम फं से हुए हैं वहां

से बाहर आएंगे मन के जिन भी बंधनों में हम

फं से हुए हैं वहां से बाहर आएंगे क्योंकि

अब हम दुख को हटाने के लिए सुख के पास

नहीं अपने ही अंदर जाएंगे हम लोग अपने

बंधनों से बाहर इसलिए नहीं आएंगे क्योंकि

हमारा उसमें पैशन है पिछली वीडियो में

मैंने बताया था कि हम लोगों की

प्रोग्रामिंग की गई है हम जो भी डिसीजन

लेते हैं वो या तो शरीर से आता है या फिर

समाज से या फिर संयोग से तो आप मुझे बताओ

अगर हमारी प्रोग्रामिंग होकर रखी हुई है

तो फिर हमारा कोई भी डिसीजन इंडिपेंडेंट

कै से होगा बात ना इंटरेस्ट की है ना हॉबी

की है ना पैशन की है ना ही इसकी है कि

मुझे क्या करने में मजा आता है बात इसकी

है कि दुख से मुक्ति मिल रही है या नहीं


मैं लगातार नया हो रहा हूं या नहीं मैं

पुराना नहीं बना रह सकता क्योंकि पुराना

बने रहने में दुख है अगर आप मेरी बात को

अच्छे से समझ रहे हो तो आपको यह भी समझ

में आ रहा होगा कि भगत सिंह 22 साल की

उम्र में फांसी पर क्यों चढ़ गए थे आपको

ये भी समझ में आ रहा होगा कि हमारे

पूर्वजों को अपनी गर्दन कटवाना मंजूर था

लेकिन गुलामी क्यों मंजूर नहीं थी और यह

भी समझ में आ रहा होगा कि भगवान श्री

कृ ष्ण अर्जुन से यह क्यों कह रहे थे कि यह

मत सोचो कि तुम्हारी हार होगी या जीत अगर

तुम्हें मृत्यु भी मिले तो ले लो लेकिन

युद्ध करो वरना जिंदगी भर दुख पाओगे हमें

भी युद्ध करना होगा इसलिए नहीं क्योंकि

हमें कु छ पाना है बल्कि इसलिए क्योंकि हम

जैसे जी रहे हैं वैसे जीकर हम बिल्कु ल भी

खुश नहीं है हमें यह बिल्कु ल नहीं पता कि

हमारी मंजिल कहां है लेकिन हमें यह पता है

कि हम जहां खड़े हैं वो हमारी मंजिल नहीं

है लेकिन अब जरा बात पर ध्यान दो हमें यह

बात पता चल चुकी है कि जब जब तक हमारे

अंदर का दर्द बरकरार है तब तक हमको काम

करने से कोई रोक नहीं पाएगा हमको आगे

बढ़ने से कोई रोक नहीं पाएगा लेकिन यहीं

पर हम फं स जाते हैं क्योंकि कोई है जो

हमारे अंदर के इस दर्द को कम करने के लिए

आएगा कोई है जो हमको रोके गा वो कहेगा कि

रहने देना यार सो जा इा चालू कर कु छ मजा


आएगा चल कोई मूवी देख ले अबे चल दोस्तों

को ही कॉल कर ले उनके साथ बैठकर बकै ती

करेंगे और अगर तुमने ये सारी बातें मान ली

तो फिर तुम्हें कोई नहीं बचा पाएगा इसीलिए

अब मैं जो बोलने जा रहा हूं वो बहुत

ज्यादा जरूरी है पॉइंट नंबर फाइव तुम्हें

क्या लगता है ये जो बातें मैंने बताई हैं

ये सब अगर तुमने फॉलो कर लिया तो तुम्हारी

जिंदगी बदल जाएगी तुम्हारी सारी प्रॉब्लम

सॉल्व हो जाएगी इतना आसान नहीं है भाई कोई

भी मूवी हिट तभी होती है जब विलन हीरो से

ज्यादा ताकतवर होता है और अगर तुम भी मेरी

यह सारी बातें सुनकर अपने आप को अपनी

जिंदगी का हीरो समझ रहे हो तो याद रखना

तुम्हारी जिंदगी का विलन तुमसे 10 गुना

ज्यादा ताकतवर होगा स्पाइडरमैन इस दुनिया

का सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला

सुपरहीरो है और उसका रीजन सिर्फ एक है

क्योंकि उसकी जिंदगी में उसकी औकात से

ज्यादा परेशानियां हैं उसकी जिंदगी में जो

विलन है वो उससे बहुत ज्यादा ताकतवर है

लेकिन बात सिर्फ यहां पर पर खत्म नहीं

होती उसे पता है कि सामने वाला उससे

ज्यादा ताकतवर है लेकिन फिर भी वह लड़ता

है क्योंकि वह हार मानकर बैठ नहीं सकता

बहुत दुख मिलेगा अगर वह सामने वाले की

ताकत देखकर रुक गया तो इसीलिए वह लड़ता है

पूरा जोर लगाकर लड़ता है और लड़ते-लड़ते

कु छ ऐसा गजब हो जाता है कि वह जीत जाता है

तब हमें भी और हमारे हीरो को भी दोनों को


रियलाइफ होता है कि हम अपने आप को जितना

समझते हैं हम उससे बहुत ज्यादा बड़े हैं

ये तो हो गई उस हीरो की बात जिसे हम

इंस्पायर होते हैं लेकिन अब जरा हम अपनी

जिंदगी पे आ जाते हैं ने अपनी जिंदगी का

विलन पॉइंट नंबर वन में ही क्लियर कर लिया

था जो था नशा लेकिन अब हम उसे एक दूसरा

नाम देते हैं जो कि है माया माया और नशा

दोनों एक ही चीज है क्योंकि दोनों ही हमको

यह बता कर रखते हैं कि जिस चीज को हम देख

रहे हैं जिस चीज को हमने पाकर रखा हुआ है

वो सच है वही वो चीज है जिसको पाकर हमें

वो मिल जाएगा जो हमें चाहिए लेकिन जब माया

का नशा का पर्दा सामने से हटता है तब हमें

पता चलता है कि ये सच नहीं झूठ था तो अब

हम पूरी बात को एग्जांपल के साथ समझते हैं

तो मान लो कि तुम वो इंसान हो जो अपनी

गंदी जिंदगी के दुख को छु पाने के लिए

है जिसमें बिल्कु ल मजा नहीं है जिसमें

बिल्कु ल डोपामिन नहीं है अब यहां से समझो

तुम्हें करना क्या है तुमने नशा बंद किया

तो सारा दुख तुम्हारे सामने आ गया अब तुम

दुख को झेलते जा रहे हो और दुख को समझकर

उस दुख से मुक्त होते जा रहे हो भले ही

तुम्हें इस प्रक्रिया में कितना ही दर्द

हो रहा हो लेकिन जब तुम ऐसे आगे बढ़ रहे

होगे तब जो तुम्हारे अंदर का विलन बैठा है

जो जानवर बैठा है जो माया बैठी है वो

बोलेगी वो बोलेगी कि क्या कर रहा है जो


तेरा मन कर रहा है करने का वो कर क्यों

नहीं लेता आखिर कौन है तुझे रोकने वाला

फालतू इतनी मेहनत करने से क्या ही होगा

क्या पता तुझे कु छ मिलेगा भी या नहीं कम

से कम

[संगीत]

[संगीत]

[संगीत]

मिलता है और वह दुख मुझसे झेला नहीं जाता

तू कह रही है ना कि तुझसे दूर जाकर मैं

क्या ही पा लूंगा कु छ मिलने की कोई गारंटी

नहीं है तू सही कह रही है तू सही कह रही

है क्या पता कु छ मिले या ना मिले ठीक है

कु छ ना मिले तो ना मिले कोई फर्क नहीं

पड़ता मुझे पता है कु छ ना मिलने का डर

दिखा के तू मुझे अपने पास रखना चाहती है

अब तेरी ये चालाकियां मुझ पर नहीं चलेगी

मुझे तेरे पास नहीं रहना चाहे उसकी वजह से

मुझे कितना भी दुख झेलना पड़े संघर्ष पद

पर चलते-चलते मैं रोऊ तड़पू लेकिन कम से

कम मैं अपने आप पर गर्व करूं गा कि मैं

वहां पर नहीं पड़ा रहा जहां पर पड़े पड़े

मुझे दुख मिल रहा था यह बात मैं अच्छे से

समझ गया हूं कि अगर मुझे दुख हो रहा है तो

इसका मतलब यह नहीं है कि मुझे सुख चाहिए

इसका मतलब यह है कि अगर मुझे दुख मिल रहा

है तो मुझे दुख से मुक्ति चाहिए बस यही वो

जवाब है जो तुम्हें माया को देना है और

जब-जब तुम यह जवाब माया को दोगे तब तब

माया तुमसे हारेगी आज ही यह संकल्प लो कि


मैं अब नकली सुख के लालच में दुख नहीं झेल

अगर दुख झेलना ही है तो वो वाला दुख झेल

जिसको झेलने से मुझे दुख से मुक्ति मिल

जाएगी हर रोज सुबह अलार्म बस्ते से ही

तुम्हारे दिमाग ये ख्याल आना चाहिए कि अगर

आज मैं नहीं उठा तो मैं वहीं रह जाऊं गा

जहां मैं नहीं रहना चाहता आज उठूंगा और

दिन भर वो काम करूं गा जो सचमुच में मेरी

जिंदगी को अच्छा बनाता है मेरे मन को

ताकतवर बनाता है मेरे शरीर को ताकतवर

बनाता है लेकिन फिर से मैं वही बात

बोलूंगा कि अगर इतनी क्ले रिटी देने के बाद

भी तुम काम नहीं कर पा रहे तो कोई बात

नहीं बस इतना कर लेना कि वापस नशे के पास

मत जाना क्योंकि जब तुम काम नहीं करोगे तो

तुम्हारे अंदर का हीरो बोलेगा कि तू काम

क्यों नहीं कर रहा कै सी जिंदगी जी रहा है

तू तब तुम्हारे अंदर का जानवर उसको चुप

करवाना चाहेगा और चुप करवाने का एक ही

तरीका है नशा करो और फिर से वही जिंदगी

शुरू हो जाएगी जो तुम आज तक जीते आ रहे हो

तुमको जो दुख हो रहा है वो हो ही इसीलिए

रहा है क्योंकि तुम्हारे मन के अंदर बहुत

सारे बंधन हैं तुम्हारे शरीर के अंदर बहुत

सारे बंधन हैं उन सभी प्रॉब्लम्स को सॉल्व

करने के बजाय अगर तुम नशे में पड़े हो तो

तुम्हारा कु छ नहीं हो सकता रोना आए तो रो

लेना तड़प हो तो तड़प लेना लेकिन नशा मत

करना बस यही कहना चाहूंगा मैं तुमसे


दोस्तों इस वीडियो में मैंने आपको उन सारी

प्रॉब्लम्स का सॉल्यूशन बता दिया है जिसकी

वजह से आप अपनी जिंदगी को नहीं बदल पाते

आने वाले वीडियोस में मैं आपको ये भी

बताऊं गा कि जब हम सारे डिस्ट्रक्शंस को

खत्म कर देते हैं तो हमारे पास जो खाली

समय बचता है उसमें हमको करना क्या होता है

तब तक के लिए आप अपने खुद के रास्ते बनाओ

गलतिया करो और सीखो ताकि जब मैं अगली

वीडियो लाऊं तब आप मेरी बातों से रिलेट कर

सको वीडियोस आने में थोड़ा टाइम लग सकता

है इसलिए अगर आप चाहो तो मुझसे वन टू वन

कॉल पर बात कर सकते हो डिस्क्रिप्शन के

पहले लिंक पर क्लिक करके और अगर आपको यह

वाली वीडियो अच्छी लगी है तो आपको यह वाली

वीडियो भी अच्छी लगेगी जिसमें मैंने चार

ऐसे माइंडसेट बताए हैं जो आपको आपके अगले

साल के लिए अनस्टॉपेबल बना

देंगे

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