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42 प्रेरक वाक्यांश के बारे में बतावल गइल बा

"बहादरु हो जा।" भले ना होखीं बाकिर होखे के नाटक करीं. अंतर केहू के नजर में ना आवेला.” (एच. जैक्सन
ब्राउन जनि
ू यर) के लिखल बा.

“अपना पर भरोसा सफलता के पहिला राज ह.” (राल्फ वाल्डो एमर्सन) के लिखल बा.

“हमेशा याद राखीं कि सफलता के राउर इच्छा सबकुछ से बेसी जरूरी बा.” (अब्राहम लिंकन) के लिखल बा.

“सब महिमा शरू


ु करे के हिम्मत से मिलेला.” (यज
ू ीन एफ वेयर) के लिखल बा.

“अपना समय बर्बाद कइल एक तरह के आत्महत्या ह.” (जॉर्ज सविले) के लिखल बा.

“खश
ु ी हमनी के जवन चाहत बानी जा ओकरा में ना होला, बलक
ु जवन करे नी जा ओकरा के चाहत में होला.”
(जीन पॉल सार्त्रे) के लिखल बा.

“सच्चा वीरता एक पल अउरी जिद्द में रहे ला, जब सब कुछ हे राइल लउकेला.” (डब्ल्यू एफ ग्रेनफेल) के लिखल
बा।

उ कहले कि, मर्ख


ू के आदत होखेला, जब गलती होखेला त उ दोसरा के शिकायत करे ला। बद्
ु धिमान आदमी के
आदत ह कि उ अपना के शिकायत करे ले।” (सक
ु रात) के लिखल बा.

“भाग्य हमनी खातिर बाहरी नइखे; हमनी के दिन पर दिन आपन किस्मत खद
ु े बनावेनी जा।” (हे नरी मिलर) के
लिखल बा.

“हम रोज जीते खातिर उठत बानी.” (ओनासिस) के बा।

“असफलता के डर से आपन प्रगति में दे री मत करीं.” (नथियल होवर) के लिखल बा.

“जीवन में चीजन के हासिल करे के पहिला जरूरी कदम इ तय कईल बा कि आप का चाहतानी।” (बेन स्टीन) के
लिखल बा.

“आज ही आपन काम के योजना बनाईं ताकि रोज अपना योजना प काम कर सकीले।” (नॉर्मन विंसट
ें पील) के
लिखल बा.

"फिर से कोशिश करऽ." फेरु से फेल हो जाइए। बाकिर फेल हो जानी बढ़िया.” (सैमअ
ु ल बेकेट) के लिखल बा.

“हमनी के असफलता कबो-कबो हमनी के सफलता से जादे फलदायी होखेला।” (हे नरी फोर्ड) के लिखल बा.

“समस्या रउरा जवन जानत बानी ओकरा के दे खावे के मौका होला.” (ड्यक
ू एलिंगटन) के लिखल बा.

“लक्ष्य एगो सपना से बेसी कुछ ना होला जवना के समय सीमा होला.” (जोएल एल ग्रिफिथ) के लिखल बा.

“किस्मत उहे होला जब तइयारी के मौका मिलेला.” (एलमर लेटरमैन) के ह।

उ कहले कि, हमनी के उहे बानी जा जवन हमनी के बार-बार करे नी। एहसे उत्कृष्टता कवनो करतब ना ह,
आदत ह.” (अरस्त)ू के लिखल बा.
उ कहले कि, जिद उत्कृष्टता के जड़
ु वा बहिन ह। एगो गण
ु के महतारी, दस
ू रा समय के महतारी”। (माराबेल
मॉर्गन) के लिखल बा.

उ कहले कि, 'अपना सफलता के जश्न मनाईं। आपन असफलता के हास्य से दे खऽ.” (सैम वाल्टन) के लिखल
बा.

“आत्मसम्मान, आत्मज्ञान आ आत्मसंयम जीवन के परम शक्ति के ओर ले जाला।” (अल्फ्रेड टे नीसन) के


लिखल बा.

“असंभव के कोशिश से ही हमनी के संभव हासिल करे नी जा।” (हे नरी बारबस) के लिखल बा.

“अपना विचार बदलीं त आपन दनि


ु या बदल दे ब”। (नॉर्मन विंसट
ें पील) के लिखल बा.

उ कहले कि, हमनी के सिर्फ उहे वादा करे के होई, जवन हमनी के वादा से जादे पहुंचा सकतानी अवरु ी पहुंचा
सकतानी। (जीन रोजवाडोवस्की) के लिखल बा.

“जरुरी बात ई बा कि हमेशा बदलल जाव, भले हमनी का बढ़त होखीं जा आ खेल जीतत होखीं जा.” (मसाकी
इमाई) के बा।

“अगर प्रतिभा के माध्यम से अलग ना खड़ा हो सकेनी त प्रयास के माध्यम से जीत लीं.” (डेव वेनबाम) के
लिखल बा.

“दोसर के राय के शोर अपना भीतर के आवाज के डूबे मत दीं.” (स्टीव जॉब्स) के लिखल बा.

“भाग्य तईयार मन के पक्ष में होला.” (लई


ु पाश्चर) के लिखल बा.

“लक्ष्य खाली हमनी के प्रेरित करे खातिर ना, बलक


ु हमनी के जिंदा राखे खातिर जरूरी बा.” (रॉबर्ट एच. शल
ु र)
के लिखल बा.

“लक्ष्य वाला लोग सफल होला काहे कि ओकरा मालम


ू बा कि ऊ कहाँ जात बाड़े.” (अर्ल नाइटिंगेट) के बा।

उ कहले कि, औसत आदमी दोसरा से मांग करे ला। वरिष्ठ अपना से मांग करत बा.” (मार्को ऑरे लियो,
रूपांतरित कइल गइल)

उ कहले कि, जे संतष्ु ट बाड़े, उ अवरु ी कुछूओ ना करे ले। असंतष्ु ट लोग ही दनि
ु या के चालक हवे।” (वाल्टर
सैवेज लैंडर) के लिखल बा.

“हमरा आवास के शांति से बेसी खोज के पीड़ा पसंद बा.” (डोम रे सेन्डे कोस्टा) के लिखल बा.

“लोग के एकमात्र सीमा ओकर विचार के आकार आ समर्पण के डिग्री होला.” (एफ. वेइगा, रूपांतरित कइल
गइल)

“असली जोखिम कुछ ना कइल बा.” (डेनिस वेटली) के लिखल बा.

“रउरा सहमति के बिना केहू तोहरा के चोट ना पहुँचा सके.” (एलेनोर रूसवेल्ट) के लिखल बा.

“ज्ञान ऊ ना ह जवन रउरा जानत बानी, बलक


ु जवन जानत बानी ओकरा से का करीं.” (अल्डस हक्सले) के
लिखल बा.
“दोष मत खोजीं, समाधान खोजीं. केहू शिकायत करे के जानत बा.” (हे नरी फोर्ड) के लिखल बा.

हमनी के शक गद्दार ह अवरु ी हमनी के कोशिश करे के डर से, जवन फायदा हो सकता, ओकरा के खो दे वेला।”
(विलियम शेक्सपियर) के लिखल बा.

“हमनी के उ बदलाव होखे के चाहीं जवन हमनी के दनि


ु या में दे खल चाहत बानी जा.” (गांधी) के बा।

“हर पहल में विचार करीं कि रउरा कहाँ जा सकेनी.” (पब्लिलियस सिरस) के लिखल बा।

“रउरा ऊ काम करे के पड़ी जवन रउरा लागत बा कि रउरा ना कर सकीं.” (एलेनोर रूसवेल्ट) के लिखल बा.

“इहे कारण ह जवन एक्शन के बढ़ावेला; ई कइल ह, कइल ना.” (मार्गरे ट प्रेस्टन) के लिखल बा.

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