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2022-23
कक्षा:12 व ीं
इतिहास
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शिषय-1 ईंटें मनके तथा अशथथयां
हड़प्पा सभ्यता
माध्यशमक शिक्षा मंडल म.प्र.िोपाल द्वारा िैशक्षक सि 2022-23 हेतु जारी ब्लू प्प्रंट अनुसार इस अध्याय से
कु ल 06 अंक के प्रश्न पूछें जायेंगे |शजसका शििरण शनम्नानुसार हैं |
थमरणीय प्बंद ु -:
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* हड़प्पा सभ्यता के महत्िपूणथ थथल िोतुथघई (अफगाशनथतान) नामक थथल से नहर द्वारा प्संचाई के अििेष शमले हैं।
* हड़प्पा िासी लोहे से अिगत नहीं थे।
* हड़प्पा सभ्यता के थथल कालीबंगा (राजथथान) से जुते हुए खेत के साक्ष्य शमले हैं।
* हड़प्पािासी खेत जोतने के शलए बैलों का उपयोग करते थे।
* हड़प्पा सभ्यता के निीनतम थथल धौलािीरा गुजरात में शमले जलाियों का प्रयोग संिित:कृ शष के
शलए जल संचयन हेतु ककया जाता था।
* िारतीय पुराताशत्िक सिेक्षण के पहले डायरे क्टर जनरल अलेक्जेंडर कप्नंघम थे, शजन्हें िारतीय पुरातत्ि का
जनक िी कहा जाता है।
* हड़प्पा िहरों की सबसे अनूठी शििेषता में से एक जल शनकासी प्रणाली थी।
* सड़कों तथा गशलयों को लगिग एक शग्रड पद्धशत में बनाया गया था और एक दूसरे को समकोण पर काटती थी।
* मोहनजोदड़ो में प्राप्त कुं ओं की कु ल संख्या 700 थी।
* हड़प्पा थथलों से शमले ििाधानों में आमतौर पर मृतकों को गतों में दफनाया गया था।
* कु छ कब्रों में मृदिांड तथा आिूषण शमले हैं जो संिित: एक ऐसी मान्यता की ओर संकेत
करते हैं कक इन िथतुओं को मरणोपरांत प्रयोग ककया जा सकता था।
* पुरुषों एिं मशहलाओं दोनों के ििाधानों से आिूषण शमले हैं।
* हड़प्पा सभ्यता के शनिाशसयों का मृतकों के साथ बहुमूल्य िथतुएं दफनाने में शिश्वास नहीं था|
* हडप्पा सभ्यता के खेतड़ी क्षेि में शमले साक्ष्यों को पुरातशत्िदों ने गणेश्वर-जोधपुरा संथकृ शत का
नाम कदया है।
* मेसोपोटाशमया के कई लेख मेलुहा को नाशिकों का देि कहते हैं।
* हडप्पा सभ्यता की शलशप शचिात्मक थी।
* हड़प्पा सभ्यता के सबसे लंबे अशिलेख में लगिग 26 शचन्ह हैं।
* हड़प्पा सभ्यता की शलशप दाई से बाई ओर शलखी जाती थी ।
* हडप्पािासी शिशनमय बांटो की एक सूक्ष्म या पररिुद्ध प्रणाली द्वारा शनयंशित थे ।
* हड़प्पा िाशसयों के बाट सामान्यतः चटथ नामक पत्थर से बनाए जाते थे।
* हड़प्पा में एक पत्थर की मूर्तथ को ‘ पुरोशहत –राजा ’ की संज्ञा दी गई थीऔर यह नाम आज
िी प्रचशलत हैं |
* सन 1924 में िारतीय पुरातत्ि सिेक्षण के डायरे क्टर जनरल जॉन मािथल ने पूरे शिश्व के
समक्ष प्संधु घाटी में एक निीन सभ्यता की खोज की घोषणा की।
प्रश्न-1 सही शिकल्प चुनकर शलशखए -
i. हड़प्पा सभ्यता की सबसे शिशिष्ट पुरािथतु है-
(अ) हड़प्पाई आिूषण (ब) हड़प्पा मृदिाण्ड
(स) हड़प्पाई मोहर (द) उपरोि में से कोई नहीं
¡¡. हड़प्पाई मोहर ककस िथतु की बनी हुई थी-
(अ) लोहे की (ब) शमट्टी की
(स) सेलखड़ी पत्थर की (द) उपरोि सिी की
¡¡¡. प्संधु घाटी सभ्यता के ककस थथल से जुते हुए खेत के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं-
(अ) रोपड़ (पंजाब) (ब) िोतुथघई(अफगाशनथतान)
(स) कालीबंगा (राजथथान) (द) उपरोि सिी
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¡v. शनम्न में से ककस थथल से प्संधु घाटी सभ्यता के अििेष प्राप्त नहीं हुए हैं-
(अ) अफगाशनथतान (ब) चोशलथतान
(स) के रल (द) जम्मू
v. िारतीय पुरातत्ि के जनक कौन थे-
(अ) जॉन मािथल (ब) व्हीलर
(स) दयाराम साहनी (द) अलेक्जेंडर कप्नंघम
Vi. िारत में प्लंग पूजा ककस काल में प्रारं ि हुई-
(अ) िैकदक काल में (ब) गुप्त काल में
(स) मौयथ काल में (द) हडप्पा काल में
Vii. हड़प्पा शलशप शलखी जाती थी-
(अ) बाएं से दाएं ओर (ब) दाएं से बाएं ओर
(स) ऊपर से नीचे की ओर (द) उपरोि में से कोई नहीं
Viii. प्संधु घाटी सभ्यता के पतन का कारण था -
(अ) बाढ़ (ब)नकदयों का सूखना (सूखा)
(स) जलिायु पररितथन (द) उपरोि सिी
ix. हडप्पा सभ्यता का काल था-
(अ)1500 ई०पू० से 1000 ई० पू० (ब) 2600ई०पू० से1900 ई० पू०
(स)1000 ई०पू० से 600 ई०पू० (द) उपरोि में से कोई नहीं
x. प्संधु घाटी सभ्यता का पूजनीय पिु था-
(अ) हाथी (ब) बेल
(स) गाय (द) घोड़ा
x. धोलािीरा ड. पंजाब
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प्रश्न 9. प्संधु घाटी सभ्यता के संदिथ में बाटों से क्या अशिप्राय है ?
प्रश्न 10. अलेक्जेंडर कप्नंघम कौन थे?
प्रश्न 11. फयाँन्स क्या हैं ? ये कहाँ शमलते हैं |
प्रश्न 12. जॉन मािथल कौन थे?
प्रश्न 13. सालन पत्थर से क्या अशिप्राय है?
प्रश्न 14. अितल चक्की से क्या अशिप्राय है? इनका क्या उपयोग था |
प्रश्न 15. शग्रड पद्धशत से क्या आिय हैं?
प्रश्न 16. प्संधु घाटी सभ्यता की कोई दो शििेषताएं शलशखए?
प्रश्न 17. प्संधु सभ्यता एक नगरीय सभ्यता थी ? कोई दो प्बंद ु शलशखए |
प्रश्न 18. प्संधु िाशसयों के धार्मथक जीिन की दो शििेषताएं शलशखए?
प्रश्न 19. प्संधु सभ्यता के पतन के शलए उत्तरदायी कोई दो कारण शलशखए |
प्रश्न 20. हड़प्पा सभ्यता के संपकथ सुदरू क्षेिों से थे? उदाहरण द्वारा थपष्ट कीशजए
माध्यशमक शिक्षा मंडल म.प्र.िोपाल द्वारा िैशक्षक सि 2022-23 हेतु जारी ब्लू प्प्रंट अनुसार इस अध्याय से
कु ल 07 अंक के प्रश्न पूछें जायेंगे |शजसका शििरण शनम्नानुसार हैं |
थमरणीय प्बंद-
ु
* िारतीय अशिलेख शिज्ञान में एक उल्लेखनीय प्रगशत 1830 के दिक में हुई जब ईथट इंशडया कं पनी
के एक अशधकारी जेम्स प्प्रंसेप ने ब्राह्मी और खरोष्ठी शलशपयों का अथथ खोज शनकाला।
* ब्राह्मी और खरोष्ठी शलशपयों का उपयोग आरं शिक अशिलेखों और शसक्कों में ककया गया है
* जेम्स प्प्रंसेप के अनुसार अशिलेखों और शसक्कों पर शप्रयदिी यानी मनोहर आकृ शत िाले राजा का
नाम शलखा है।
* कु छ अशिलेखों में अिोक का नाम िी शलखा है।
* बौद्ध ग्रंथों के अनुसार अिोक सिाथशधक प्रशसद्ध िासकों में से एक था l
* मौयथ िंि के िासक चंद्रगुप्त मौयथ का राज्यारोहण लगिग 321 ईसा पूिथ में हुआ।
* अशिलेख उन्हें कहते हैं जो पत्थर धातु या शमट्टी के बतथन जैसी कठोर सतह पर खुदे हुए होते हैं।
* प्राचीनतम अशिलेख प्राकृ त िाषा में शलखे जाते थे।
* प्राकृ त उन िाषाओं को कहा जाता था जो जन सामान्य की िाषा थी।
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* छठी िताब्दी ईसा पूिथ में बौद्ध तथा जैन धमथ के साथ अनेक दािथशनक शिचार धाराओं का उदय हुआ।
* बौद्ध तथा जैन धमथ ग्रंथों में महाजनपद के नाम से 16 राज्यों का उल्लेख शमलता है हालांकक इन ग्रंथों
में महाजनपदों के नामों में एकरूपता नहीं है| बशि ,मगध, कौिल, कु रू ,गांधार ,पांचाल और
अिंती जैसे नामों में एकरूपता है।
* जनपद का अथथ- एक ऐसा िूखंड जहां कोई जन अपना पॉि रखता है अथिा बस जाता है| इस
िब्द का प्रयोग प्राकृ त ि संथकृ त दोनों िाषाओं में शमलता है।
* अशधकांि महाजनपदों में राजा का िासन होता था लेककन गण और संघ के नाम से प्रशसद्ध राज्यों में
कई लोगों का समूह िासन करता था।
* महािीर थिामी और गौतम बुद्ध इन्ही गणों से संबंशधत थे |
* प्रत्येक महाजनपद की अपनी एक राजधानी होती थी शजसे प्राय: ककलों से घेरा जाता था।
* लगिग छठी िताब्दी ईसा पूिथ से संथकृ त में ब्राह्मणों ने धमथिास्त्र नामक ग्रंथों की रचना िुरू की और
इसमें िासक सशहत अन्य के शलए शनयमों का शनधाथरण ककया गया यह अपेक्षा की जाती थी कक
िासक क्षशिय िणथ से ही होंगे।
* छठी िताब्दी से चौथी िताब्दी ईसा पूिथ में मगध (आधुशनक शबहार) सबसे िशििाली महाजनपद बन
गया।
* प्रारं ि में राजगाह (आधुशनक शबहार के राजगीर का प्राकृ त नाम)मगध की राजधानी थी।
* राजगाह का अथथ राजाओं का घर है |
* पहाशड़यों के बीच बसा राजगाह एक ककलेबंद िहर था।
* चौथी िताब्दी ईसा पूिथ में पाटशलपुि को राजधानी बनाया गया शजसे अब पटना कहा जाता है।
* मौयथ साम्राज्य के संथथापक चंद्रगुप्त मौयथ का िासन पशिमोत्तर में अफगाशनथतान और बलूशचथतान तक
फै ला हुआ था।
* अिोक ने 261 ई०पू०में कप्लंग (आधुशनक उड़ीसा) पर शिजय प्राप्त की।
* कप्लंग शिजय के बाद अिोक का हृदय पररितथन हो गया और उसने बौद्ध धमथ अपना शलया।
* चंद्रगुप्त मौयथ के दरबार में आए यूनानी राजदूत मेगाथथनीज द्वारा इंशडका नामक पुथतक शलखी गई।
* मेगाथथनीज ने इंशडका में िारत की दिा का थि:भ्रमण के आधार पर िणथन ककया।
* चंद्रगुप्त मौयथ के मंिी चाणक्य,शिष्णुगुप्त,कौरटल्य आकद के नाम से जाने जाते हैं।
* चाणक्य के द्वारा अथथिास्त्र नामक ग्रंथ शलखा गया।
* अथथिास्त्र की शिषय िथतु राजनीशत है।
* अिोक िह पहला सम्राट था शजसने अपने अशधकाररयों और प्रजा के शलए संदि
े प्राकृ शतक पत्थरों और
पॉशलि ककए हुए थतंिों पर शलखिाए।
* अिोक ने अपने थतंि लेखों के माध्यम से धमथ का प्रचार ककया।
* अिोक के धमथ में बड़ों के प्रशत आदर ,सन्याशसयों और ब्राह्मणों के प्रशत उदारता,सेिकों तथा
दासों के साथ उदार व्यिहार तथा दूसरे के धमों और परं पराओं का आदर िाशमल है।
* इलाहाबाद थतंि अशिलेख के नाम से प्रशसद्ध प्रयाग प्रिशथत की रचना हररषेण (जो संिितः गुप्त
िासकों में सिाथशधक िशििाली सम्राट समुद्रगुप्त के राज्य कशि थे ) ने संथकृ त में की।
* अिोक के अशिलेखों के अनुसार मौयथ साम्राज्य की पांच प्रमुख राजनीशतक कें द्र थे राजधानी
पाटशलपुि और चार प्रांतीय कें द्र तक्षशिला तोसली उिैनी ि सुिणथ शगरी।
* सुिणथशगरी (सोने के पहाड़) कनाथटक में सोने की खदान के शलए उपयोगी था।
* अग्रहार उस िू-िाग को कहते थे जो ब्राह्मणों को दान कदया जाता था।ब्राह्मणों से िूशम कर या अन्य
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प्रकार के कर नहीं िसूले जाते थे ब्राह्मणों को थियं थथानीय लोगों से कर िसूलने का अशधकार था।
* प्रिािती गुप्त आरं शिक िारत के 1 सबसे महत्िपूणथ िासक चंद्रगुप्त शद्वतीय की पुिी थी।
शजसका शििाह दक्कन पठार के िाकाटक पररिार में हुआ था।
* बाणिट्ट कन्नौज के िासक हषथिधथन का राज कशि था हषथचररि उनकी रचना है।
* मनुथमृशत प्राचीन िारत का सिाथशधक प्रशसद्ध शिशध ग्रंथ था | इसकी रचना 200 ई. पूिथ से 200
ई. के बीच संथकृ त िाषा में हुई थी।
v. इंशडका ई. कशनष्क
vi. प्रयागप्रशथत फ. कौरटल्य
vii. अथथिास्त्र ज. महापद्म
viii. देिपुि ह. पुष्यशमि
ix. मुद्रा िास्त्र ए. चन्द्रगुप्त
x. बाणिट्ट ड. हररषेण
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iv. कौरटल्य द्वारा रशचत अथथिास्त्र की शिषय िथतु क्या हैं ।
v. सबसे पहले अशिलेख ककस िाषा में शलखे गए।
vi. शसक्कों के अध्ययन को क्या कहते हैं।
vii. मौयथ काल में कर शनधाथरण करने िाला सिोच्च अशधकारी कहलाता था।
viii. बड़े पैमाने पर सोने के शसक्के ककनके द्वारा चलाए गए।
ix. राजगाह िब्द का अथथ है।
x. अफगाशनथतान में शमले अिोक के अशिलेख ककस शलशप में शलखे गए थे।
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शिषय-3 बंधुत्ि जाशत तथा िगथ
(आरं शिक समाज)
लगिग 600 ई.पू.से 600 ईसिी
माध्यशमक शिक्षा मंडल म.प्र.िोपाल द्वारा िैशक्षक सि 2022-23 हेतु जारी ब्लू प्प्रंट अनुसार इस अध्याय से
कु ल 05 अंक के प्रश्न पूछें जायेंगे |शजसका शििरण शनम्नानुसार हैं |
थमरणीय प्बंद-ु
* उपमहाद्वीप के सबसे समृद्ध ग्रंथों में से एक ‘ महािारत ’ महाकाव्य में शिशिन्न सामाशजक श्रेशणयों ि
पररशथथशतयों का लेखा-जोखा हैं,शजसमें ितथमान में 1 लाख से अशधक श्लोक है।
* महािारत ग्रंथ की रचना लगिग 1000 िषथ तक होती रही। (लगिग 500 ई.पू.से)
* इस ग्रंथ के कु छ िाग शिशिन्न सामाशजक समुदायों के आचार-व्यिहार के मानदंड तय करते हैं |
* महािारत की मुख्य कथा दो पररिारों के बीच हुए युद्ध का शचिण है |
* 1919 ईथिी में प्रशसद्ध संथकृ त शिद्वान िी.एस.सुकंथाकर के नेतृत्ि में एक अत्यंत महत्िाकांक्षी पररयोजना
िुरू हुई शजसमें अनेक शिद्वानों ने शमलकर महािारत का
समालोचनात्मक संथकरण तैयार करने का शजम्मा उठाया।
* िारत के शिशिन्न िागों में शिशिन्न शलशपयों में शलखी गई महािारत की पांडुशलशपयों को(संथकृ त सशहत)
एकशित ककया गया।
* पांडुशलशपयों में समान रूप से पाए गए श्लोकों का चयन करके उनका प्रकािन 13000 पृष्ठों में फै ले अनेक खण्ड
ग्रंथो में ककया गया।
* इस पररयोजना को पूणथ करने में लगिग 47 िषथ लगे |
* शपतृिंशिकता के अनुसार शपता की मृत्यु के पिात उसके पुि उसके संसाधनों ि संपशत्त पर अशधकार जमा सकते थे।
* शपतृिि ं को आगे बढ़ाने के शलए पुि महत्िपूणथ होते थे इस व्यिथथा में शस्त्रयों को अलग तरह से देखा जाता था अथाथत
उन्हें पैतृक संपशत्त में कोई अशधकार नहीं था।
* महािारत के प्रमुख राजपररिार कौरि और पांडि थे यह दोनों कु रु िंि से संबशं धत थे और इनका एक ही जनपद
हशथतनापुर पर िासन था सत्ता के संघषथ में पांडि शिजयी हुये।
* शपतृिंशिकता का अथथ है िह िंि परं परा जो शपता के पुि कफर पौि, प्रपौि आकद से चलती है।
* मातृिंशिकता का अथथ िह िंि परं परा जो मां से जुड़ी होती है।
* संथकृ त ग्रंथों में'कु ल'िब्द का प्रयोग पररिार के शलए और 'जाशत'का प्रयोग बांधिों के बड़े समूह के शलए होता है।
* अंतरशििाह मैं िैिाशहक संबध ं समूह के मध्य होते हैं यह समूह एक गोि,कु ल अथिा एक जाशत या कफर एक थथान
पर बसने िालों का हो सकता है।
* गोि या कु ल से बाहर शििाह करने को बशहर्िथिाह कहते हैं।
* एक पुरुष की अनेक पशियां होने की सामाशजक पररपाटी को बहुपिी प्रथा कहते थे।
* एक स्त्री के अनेक पशत होने की सामाशजक पररपाटी को बहुपशत प्रथा कहते थे।
* एक ब्राह्मणीय पद्धशत जो लगिग 1000 ईसा पूिथ के बाद में प्रचलन में आई खासतौर से ब्राह्मणों को गोिों में
िगीकृ त करने की थी।
* प्रत्येक गोि एक िैकदक ऋशष के नाम पर होता था उस गोि के सदथय ऋशष के िंिज माने जाते थे।
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* शििाह के पिात शस्त्रयों को शपता के थथान पर पशत के गोि को माना जाता था।
* एक ही गोि के सदथय आपस में शििाह संबंध नहीं रख सकते थे।
* धमथ िास्त्रों में शििाह के 8 प्रकार थे।
* मृच्छकरटकम् नामक नाटक के रशचयता िूद्रक थे।
* समाज में िणथ व्यिथथा थी ब्राह्मण ,क्षशिय, िैश्य और िूद्र चार िणथ थे।
* ििों की अंत्येशष्ट और मृत पिुओं को छू नेबालों को चांडाल कहा जाता था उन्हें िणथ व्यिथथा िाले समाज में सबसे शनम्न
कोरट में रखा जाता था।
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iii. --------ने युशधशष्ठर को द्यूत क्रीड़ा के शलए आमंशित ककया।
iv. मनुथमृशत के अनुसार पैतक ृ जायदाद में शहथसेदारी --------थी।
v. महािारत में ------श्लोकों की संख्या थी।
vi. महािारत का सबसे महत्िपूणथ उपदेिात्मक अंि ------है।
vii. कहाशनयों का संग्रह -------- में होता है।
viii. महािारत में उल्लेशखत हशथतनापुर -------- में शथथत है।
ix. -------- ने महािारत की रचना की?
प्रश्न 3 शनम्नशलशखत प्रश्नों के उत्तर सत्य /असत्य में दीशजए-
i. धमथ सूि की रचना 500 से 200 BCE में की गई l
ii. महािारत का समालोचनात्मक संथकरण तैयार करने में 46 िषथ लगे।
iii. गोि परं परा में प्रत्येक गोि का नाम एक ऋशष के नाम पर होता हैl
iv. धमथ िास्त्रों में पांच प्रकार के शििाह का िणथन ककया गया हैl
v. मनुथमृशत के अनुसार शपता की संपशत्त में पुिी का पुि के बराबर अशधकार होता है।
vi. गुरु द्रोण ने गुरु दशक्षणा के रूप में एकलव्य से उसके दाशहने हाथ का अंगठ
ू ा मांग शलया था।
vii. एक ही गोि और जाशत में शििाह करने िाला बहर शििाह कहलाता है।
viii. िणथ व्यिथथा का मुख्य आधार जाशत था।
ix. कुं ती दुयोधन की मां थी।
x. घटोत्कच िीम का पुि था |
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ix. महात्मा बुध के पूिथ जन्मों की कथाएं ककस में संकशलत हैं?
x. महािारत ककसके द्वारा शलखा गया?
लघु उत्तरीय प्रश्न- 3 अंक
प्रश्न 1. रे िम के बुनकरों की सामाशजक शथथशत क्या थी िणथन कीशजए|
प्रश्न 2. शपतृिंशिकता तथा िंशिकता में अंतर थपष्ट कीशजए|
प्रश्न 3. महाकाल काल में संपशत्त का अशधकार का मुख्य आधार क्या था?
प्रश्न 4. बहुपशत शििाह तथा बहूपिी शििाह में क्या अंतर है? थपष्ट कीशजए|
प्रश्न 5. आरं शिक समाज के आर्थथक जीिन पर प्रकाि डाशलए
प्रश्न 6. महािारत को एक प्रगशतिील ग्रंथ क्यों कहा गया है ?थपष्ट कीशजए?
प्रश्न 7. मनुथमृशत में चाण्डालों के क्या कतथव्य बताये गये हैं ?
प्रश्न 8. कौरि और पाण्डिों के मध्य युद्ध के क्या कारण थे ?
प्रश्न 9. जाशत व्यिथथा के कोई तीन दोष बताइए ?
प्रश्न 10. आरं शिक समाज के आर्थथक जीिन पर प्रकाि डाशलए ?
प्रश्न 11. महािारत की मुख्य तथा पाररिाररक संबंधों का शिश्लेषण करती है प्रमाण सशहत इस कथन को थपष्ट
कीशजए?
प्रश्न 12. आरं शिक काल में मशहलाओं की शथथशत का िणथन कीशजए?
प्रश्न 13. चीन से आए बौद्ध शिक्षुओं ने पांचिीं िताब्दी में शनम्न जाशतयों के शलए क्या शनयम थे िणथन कीशजए?
प्रश्न 14. क्या प्रारं शिक राज्यों में राजा के िल क्षशिय थे चचाथ कीशजए?
प्रश्न 15. प्रारं शिक समाजों में प्लंग िेद ककतने महत्िपूणथ थे? कारण सशहत समझाइए
प्रश्न 16. आरं शिक समाज ई०पू० 600 से 600 ई. तक की शपतृिंशिकता व्यिथथा के आदिथ और शििाह
के शनयमों का िणथन कीशजए?
प्रश्न 17. िास्त्रों के अनुसार के िल क्षशिय राजा हो सकते थे यह बात सािथिौशमक रूप से थिीकार नहीं है शसद्ध
करने के शलए प्रमाण प्रथतुत कीशजए।
प्रश्न 18. चांडाल कौन थे?चीनी याशियों के अनुसार उनके शिषय में क्या शलखा गया है।
प्रश्न 19. महािारत एक गशतिील ग्रंथ है? शिथतार से समझाइए।
प्रश्न 20. संपशत्त में िागीदारी से क्या अशिप्राय है संपशत्त में िागीदार कौन-कौन ककस प्रकार होता था?िणथन
कीशजए |
प्रश्न 21. महािारत कालीन िारतीय समाज की प्रमुख समथयाऍं क्या थी ?
प्रश्न 22. प्राचीनकाल में सम्पशत्त के थििाशमत्ि के संदिथ में मशहलाओं की शथथशत की व्याख्या कीशजए ?
प्रश्न 23. कु ल और जाशत में अंतर थपष्ट कीशजए ?
प्रश्न 24. सातिाहन िासकों के अंतगथत माताएं ककस प्रकार महत्िपूणथ मानी जाती थी? उदाहरण दीशजए ।
प्रश्न 25. लोगों को गोिों में िगीकृ त करने की ब्राह्मम्णीय पद्धशत की व्याख्या कीशजए ?
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तवषय 4 - तवचारक तवश्वास और इमारिें
(सांथकृ शतक शिकास 600 ई. पू. से 600 ई. तक)
माध्यशमक शिक्षा मंडल म.प्र.िोपाल द्वारा िैशक्षक सि 2022-23 हेतु जारी ब्लू प्प्रंट अनुसार
इस अध्याय से कु ल 07 अंक के प्रश्न पूछें जायेंगे |शजसका शििरण शनम्नानुसार हैं |
थमरणीय प्बंद-
ु
* िोपाल राज्य के प्राचीन अििेषों में सबसे अद्िुत सांची कनखेड़ा की इमारते हैं।
* िोपाल से 20मील उत्तर-पूिथ की तरफ एक पहाड़ी की तलहटी में बसा यह गांि (सांची)रायसेन शजले में आता है।
* िोपाल के िासकों िाहजहां बेगम और उनकी उत्तराशधकारी सुल्तानजहां बेगम ने सांची के थतूपों के रखरखाि के शलए
अनुदान कदया।
* सुल्तानजहां बेगम ने सांची में एक संग्रहालय और एक अशतशथिाला बनाने के शलए िी अनुदान कदया।
* फ्ांसीसी और अंग्रेज अशधकारी सांची के पूिी तोरण द्वार को अपने-अपने देि ले जाना चाहते थे परं तु िाहजहां
बेगम के समझाने पर िह इसकी प्रशतकृ शत से संतुष्ट हो गए जो प्लाथटर ऑफ पेररस से बनाई गई थी इस प्रकार मूल
कृ शत िोपाल राज्य में अपने थथान पर ही बनी रही।
* सांची को शिश्व धरोहर थथान घोशषत ककया गया 1989 में।
* सन 1814 ई.में इंशडयन म्यूशजयम कोलकाता की थथापना हुई।
* ऋग्िेद में अशि,इंद्र ,सोम आकद कई देिताओं की थतुशत सुिों का संग्रह है यज्ञों के समय इन सुिों का उच्चारण ककया
जाता था और लोग पुि ,मिेिी थिाथ्य ,लंबी आयु आकद के शलए प्राथथना करते थे।
* बुद्ध के बचपन का नाम शसद्धाथथ था िह िाक्य कबीले के सरदार िुद्धोधन के पुि थे इनका जन्म लुंशबनी िन में हुआ
* महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं को उनके अनुयाशययों द्वारा शिशपटक में संग्रशहत ककया गया।
* कु टागार िाला का िाशब्दक अथथ- नुकीली छत िाली झोपड़ी | यह ऐसे उपिनों में होती थी जहां घुमक्कड़ मनीषी
ठहरा करते थे।
* समकालीन बौद्ध ग्रंथों में हमें 64 संप्रदायों या प्चंतन परं पराओं का उल्लेख शमलता है।
* शिक्षक एक जगह से दूसरी जगह घूम-घूम कर अपने दिथन या शिश्व के शिषय में अपनी समझ को लेकर एक दूसरे से
तथा सामान्य लोगों से तकथ शितकथ करते थे।
* यकद शिक्षक अपने प्रशतद्वंदी को अपने तकों से समझा लेता था तो िह अपने अनुयाशययों के साथ उसका शिष्य बन
जाता था।
* बुध और महािीर ऐसे शिक्षक हुए जो िेदों के प्रिुत्ि पर प्रश्न उठाते थे।
* शिशपटक का िाशब्दक अथथ- तीन टोकररयाँ है।
* शिनय शपटक में संघ या बौद्ध मठों में रहने िाले लोगों के शलए शनयमों का संग्रह हैं।
* सुत्तशपटक में गौतम बुद्ध की शिक्षाएं हैं।
19
* दिथन से जुड़े शिषय अशिधम्म शपटक में रखे गए हैं।
* थतूप का संथकृ त अथथ टीला हैं, जहाँ बुद्ध से जुड़े महत्िपूणथ अििेष रखे गए।
* गौतम बुद्ध के जीिन से जुडी कु छ महत्िपूणथ जगह-
1. जन्म थथान- लुशम्बनी 2. ज्ञान प्राशप्त थथल- बोधगया
3. प्रथम उपदेि थथल- सारनाथ तथा 4. शनिाथण प्राशप्त थथल- कु िीनगर
* अमरािती- सन 1796 में एक थथानीय राजा मंकदर बनाने के शलए थथान खोज रहा था तो उसे अमरािती में थतूप
के अििेष शमले, इस प्रकार अमरािती अमरािती में थतूप खोज अचानक हुई।
* िैष्णि परं परा में िगिान शिष्णु को अपने आराध्य देि के रूप में माना जाता है।
* िैि परं परा में शिि को आराध्य के रूप में माना जाता है।
* आरं शिक मंकदर एक चौकोर कमरे के रूप में होते थे शजन्हें गिथ ग्रह कहा जाता था उसमें एक दरिाजा होता था शजससे
होकर उपासक मूर्तथ पूजा करने अंदर जा सकता था।
* गिथ ग्रह के ऊपर धीरे -धीरे एक ऊंचा ढांचा बनाया गया शजसे शिखर कहा जाता था।
* आठिीं िताब्दी में कै लाि मंकदर का शनमाथण पहाशड़यों को काटकर ककया गया था।
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िारतीय इशतहास के कु छ शिषय िाग-2
शिषय-5 याशियों के नजररए
समाज के बारे में उनकी समझ
(लगिग दसिीं से सिहिीं सदी तक )
माध्यशमक शिक्षा मंडल म.प्र.िोपाल द्वारा िैशक्षक सि 2022-23 हेतु जारी ब्लू प्प्रंट अनुसार इस अध्याय से
कु ल 05 अंक के प्रश्न पूछें जायेंगे |शजसका शििरण शनम्नानुसार हैं |
थमरणीय त्य :-
1. मशहलाओं और पुरुषों ने कायथ की तलाि में,आपदाओं से बचाि के शलए व्यापाररयों, सैशनकों,
पुरोशहतों,और तीथथ याशियों के रूप में या कफर साहस की िािना से प्रेररत होकर यािाएं की ।
2. हमारे पास मशहला याशियों द्वारा छोड़े गए िृतांत न के बराबर हैं।
3. पंद्रहिीं िताब्दी के शिजय नगर का सबसे महत्िपूणथ शििरण हेरात के अब्दुर रज़्ज़ाक़ समरकन्दी
का है।
4. अल-शबरूनी ग्यारहिीं िताब्दी में उज्बेककथतान से आया था।
5. इब्नबतूता चौदहिीं िताब्दी में मोरक्को से आया था।
6. फ्ांथिा बर्नथयर सिहिीं िताब्दी में फ्ांस से आया था।
7. अल-शबरूनी सीररयाई, फ़ारसी, शहब्रू, संथकृ त आकद िाषाओं का जानकार था।
8. ‘ककताब-उल-शहन्द’ अल-शबरूनी की रचना है, जो अरबी िाषा में शलखी गयी थी।
9. मापतंि शिज्ञान मापने के शिज्ञान से संबंध रखता है।
10. शहन्दू िब्द का प्रयोग प्संधु नदी के पूिथ में रहने िाले लोगों के शलए ककया जाता था।
11. अल-शबरूनी ने पतंजशल के ग्रंथ महािाष्य का अरबी िाषा में अनुिाद ककया।
12. उसने यूनानी गशणतज्ञ यूशक्लड की पुथतकों का संथकृ त में अनुिाद ककया।
13. ‘ररहला’ इब्नबतूता का यािा िृतांत है।
14. इब्नबतूता पुथतकों के थथान पर यािाओं से अर्जथत अनुिि को ज्ञान का अशधक महत्िपूणथ थतोि
मानता था।
15. इब्नबतूता 1333 ई॰ में प्संध पहुंचा था।]
16. मुहम्मद तुगलक ने इब्नबतूता को कदल्ली का काजी शनयुि ककया था।
17. 1342 में मुहम्मद तुगलक ने इब्नबतूता को मंगोल िासक से शमलने चीन जाने का आदेि कदया |
18. इब्नबतूता के अनुसार मुल्तान से कदल्ली की दूरी 40 कदन में, प्संध से कदल्ली 50 कदन में,
दौलताबाद से कदल्ली 40 कदन में,और ग्िाशलयर से कदल्ली की दूरी 10 कदन में तय की जा
सकती है ।
19. इतालिी शचककत्सक मनूकी िारत में ही बस गया था।
20. फ्ांसीसी फ़्ांथिा बर्नथयर के शचककत्सक, राजनीशतक दािथशनक,और इशतहासकर था।
21. इब्नजुजाई नामक व्यशि को इब्नबतूता के यािा शििरणों को शलखने का कायथ कदया गया था।
22. महमूद िली बल्खी 1620 में िारत यािा की और कु छ समय के शलए सन्यासी िी बन गया।
23. जेसूइट रॉबटो नोशबली ने िारतीय ग्रन्थों का यूरोपीय िाषाओं में अनुिाद ककया।
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24. दुआते बरबोसा ने दशक्षण िारतीय व्यापार और समाज का शिथतृत िणथन ककया है।
25. फ्ांसीसी जौहरी ज्यों-बेपरटथट तैिर्नथयर ने छः बार िारत की यािा की ।
26. ज्यों-बेपरटथट तैिर्नथयर ने व्यापार क्षेि में िारत की तुलना ईरान और ऑटोमन साम्राज्य से
की। ‘ ट्रैिल्स इन द मुगल एंपायर ’ फ़्ांथिा बर्नथयर की रचना है।
27. बर्नथयर ने मुगल सेना के साथ कू च करने के अपने अनुििों का िणथन ककया है।
28. फ़्ांथिा बर्नथयर ने नीबू का िबथत और दही की लथसी को िारत में सबसे ताजगी िाली िथतु के
रूप में िर्णथत ककया है।
29. िेख इशतसमुद्दीन और शमज़ाथ अबुताशलब ने 1750 ई॰ के बाद यूरोप की यािा की।
30. उसने अपना यािा िणथन की प्रमुख कृ शत को फ्ांसीसी िासक लुई 14 िे को समर्पथत ककया था।
31. अल-शबरूनी ने संथकृ त को शििाल पहुँच िाली िाषा के रूप में िर्णथत ककया है।
32. िाषा, धार्मथक अिथथा और अशिमान को अल-शबरूनी ने समझ में सबसे बड़ी बाधा बताया है।
33. अल-शबरूनी ने िारतीय समाज को समझने के शलए िेदों, पुराणों आकद से अंि उद्धृत ककए।
34. इब्नबतूता ने पान की बेल का िणथन अंगूर लता के रूप में ककया।
35. दौलताबाद में पुरुष और मशहला गायकों के शलए ताराबबाद नामक एक बाजार का िणथन
इब्नबतूता ने ककया है।
36. इब्नबतूता ने कदल्ली को िारत में सबसे बड़ा िहर बताया।
37. इब्नबतूता के िणथन में बदायूं दरिाजा को कदल्ली के 28 दरिाजों में सबसे बड़ा बताया गया है।
38. अब्दुर रज़्ज़ाक़ ने कालीकट के लोगों को एक शिशचि देि बताया।
39. उलूक-अश्व डाक व्यिथथा थी।
40. दािा-पैदल डाक व्यिथथा थी।
41. पेलसटथ नामक डच यािी ने िी िारत की गरीबी का िणथन ककया है।
42. बर्नथयर ने अपने िणथन में िारतीय समाज में मध्यम िगथ की उपशथथशत से इंकार ककया है।
43. बारह िषीय बाशलका के सती होने का िणथन बर्नथयर ने ककया है।
44. बर्नथयर ने बताया है की सारे शिश्व में संचलन के पिात सोना चाँदी िारत में आने के बाद
कु छ हद तक खो जाता है।
45. मुगल इशतहासकर अबुल फज़ल ने िूशम राजथि को राजत्ि का पाररश्रशमक बताया है।
46. महाजनों के समूह का मुशखया नगर सेठ कहलाता था।
47. शनककशतन एक रूसी यािी था,जो 1466 ई॰ में िारत आया था।
48. बारबोसा 1518 ई॰ में िारत आया यह एक पुतग थ ाली यािी था।
49. मांटेथक्यू नामक फ्ांसीसी दािथशनक ने बर्नथयर के िृतांत का प्रयोग अपने प्राच्य शनरं कुििाद के
शसद्धान्त को शिकशसत करने में ककया।
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तवषय – 6 भखक्त-सूफ परम्पराएँ
माध्यशमक शिक्षा मंडल म.प्र.िोपाल द्वारा िैशक्षक सि 2022-23 हेतु जारी ब्लू प्प्रंट अनुसार इस अध्याय से
कु ल 08 अंक के प्रश्न पूछें जायेंगे |शजसका शििरण शनम्नानुसार हैं |
थमरणीय त्य :-
1. िगिान जगन्नाथ शिष्णु के एक थिरूप माने जाते हैं।
2. िशि परं परा का शिकास 13 िीं सदी में महाराष्ट्र से हुआ।
3. िशि आंदोलन का प्रमुख उद्देश्य असमानता को समाप्त करना था।
4. देिी की उपासना अशधकतर प्संदरू से पोते गए पत्थर के रूप में ही की जाती थी।
5. प्रारशम्िक िशि आंदोलन लगिग छठी िताब्दी में अलिारों और नयनारों के नेतृत्ि में हुआ।
6. अलिार और नयनार संत तशमल में अपने ईष्ट की थतुशत गाते थे।
7. अंडाल को दशक्षण िारत की मीरा कहा जाता है।
8. अलिार और नयनार संतों ने जाशत प्रथा और ब्राह्मणों की प्रिुता के शिरोध में आिाज उठाई।
9. अलिार संतों का मुख्य काव्य संकलन ‘ नलशयराकदव्यप्रबंधम ’ (चार हजार पािन रचनाएँ) तशमल
िेद के रूप में माना जाता है।
10.अप्पार संबंदर और सुंदरार की कशितायें ‘ तिरम ’ नामक संकलन में रखी गयी हैं।
11.अप्पार एक नयनार संत थे।
12.बौद्ध और जैन धमों को व्यापाररयों और शिल्पी िगथ का प्रश्रय शमला हुआ था।
13.एक राक्षसी का उद्धरण करइक्काल अम्मइयार की कशिता से शलया गया है ।
14.शिि मंकदरों के शनमाथण के शलए दशक्षण िारतीय चोल राजाओं ने िूशम-अनुदान कदये।
15.शचदम्बरम,तंजािुर और गंगइकोण््चोलपुरम के मंकदरों का शनमाथण चोल राजाओं की मदद से हुआ
16. चोल िासक परांतक प्रथम ने संतअप्पार और संबदं र की प्रशतमायेँ मंकदर में थथाशपत करिायीं।
17.बासिन्ना प्रारम्ि में एक जैन संत थे।
18.बासिन्ना के अनुयायी िीरिैि (शिि के िीर) और प्लंगायत (प्लंग धारण करने िाले) कहलाए।
19.प्लंगायत पुनजथन्म में शिश्वास नहीं करते।
20.प्लंगायत लोग श्राद्ध संथकार का पालन नहीं करते और मृत िरीरों को दफनाते हैं।
21.प्लंगायतों ने ियथक शििाह और शिधिा पुनर्िथिाह को मान्यता दी।
22.प्लंगायत समुदाय के धार्मथक संकलन कन्नड िाषा में हैं ।
23.नयनार और अलिार संत िेल्लाल कृ षकों द्वारा सम्माशनत होते थे।
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24.माशनक्वचक्कार िगिान शिि के अनुयायी थे,और तशमल में िशिगान की रचना करते थे।
25.देिी िाषाओं का प्रयोग िशि आंदोलन की एक शििेषता है।
26. प्रथम िताब्दी ईसिी में अरब व्यापारी समुद्र के राथते िारत के बन्दरगाहों तक आए।
27. 711 ई. में मुहम्मद शबन काशसम नाम के एक अरब सेनापशत ने प्संध को जीत शलया था।
28. लगिग 13िीं सदी में तुकथ और अफगानों ने कदल्ली सल्तनत की नींि रखी।
29. मुगल साम्राज्य की थथापना 16 िीं िताब्दी में हुई।
30. इथलामी िासन क्षेि के अंतगथत रहने िाले अन्य धमों के लोग शजम्मी कहलाते थे,और
संरक्षण के शलए िासक को जशज़या नामक कर देते थे।
31.िररया मुशथलम समुदाय को शनदेशित करने िाला कानून है, जो कु रान िरीफ़ और हदीस पर
आधाररत है।
32.हदीस पैगब
ं र साहब से जुड़ी परम्पराएँ हैं।
33.म्लेच्छ िब्द का प्रयोग ऐसे समुदायों के शलए होता था, जो िणथ शनयमों का पालन नहीं करते
थे, और ऐसी िाषाएँ बोलते थे, जो संथकृ त से नहीं उपजी थीं।
34.श्रीनगर की हमदान मशथजद को मुकुट का नगीना नाम से जाना जाता है।
35.सूफी िब्द सूफ़ से शनकला है शजसका अथथ है-ऊन । कु छ लोग इसकी व्युत्पशत्त सफा से िी मानते
हैं, शजसका अथथ है- साफ ।
36.दरगाह एक फारसी िब्द है, शजसका अथथ है- दरबार ।
37.ख़ानक़ाह का शनयंिण िेख के हाथ में होता था।
38.िेखों के अनुयायी मुरीद कहलाते थे।
39.बे-िररया सूफी संतों को कलंदर,मदारी,मलंग,हैदरी नामों से जाना जाता था।
40.िेख मुइनुद्दीन शचश्ती की दरगाह अजमेर में है।
41.िेख मुइनुद्दीन शचश्ती की जीिनी ‘मुशनस-अल-अखाह’ नाम से जहाँआरा ने शलखी।
42.िेख शनज़ामुद्दीन औशलया की दरगाह कदल्ली में है।
43.अमीर खुसरो शनज़ामुद्दीन औशलया के शिष्य थे।
44.पद्माित नामक ग्रंथ की रचना मशलक मुहम्मद जायसी ने की थी।
45.चरखानामा चरखे के चलने की धुन पर आधाररत एक गीत है।
46.कौल(कहाित) का प्रचलन अमीर खुसरो ने ककया। इसे कव्िाली के िुरू और आशखर में गाया
जाता था।
47.काकदरी शसलशसले की थथापना अब्दुल काकदर जीलानी ने की थी।
48.सूकफयों ने कु रान की व्याख्या अपने शनजी अनुििों के आधार पर की।
49.शचश्ती शसलशसले का नाम मध्य अफगाशनथतान के शचश्ती िहर से शलया गया ।
50.उलटबाँसी कबीर दास की रचना है।
51.िशि रचनाओं का गाया जाना उपासना पद्धशत का शहथसा था।
52.कबीर ग्रंथािली का संबंध राजथथान के दादू पंशथयों से है ।
53.बंगाल में िशि आंदोलन का प्रसार िंकर देि ने ककया।
54.गुरुनानक देि का जन्म 1469 ई. में ननकाना साशहब (ितथमान पाककथतान में) में हुआ था।
55.गुरु नानक देि जी ने अपने शिचार पंजाबी िाषा में िबद(गायन) के माध्यम से रखे।उनका सेिक
मदाथना रबाब नामक एक िाद्य बजाकर उनका साथ देता था।
56.गुरु गोप्िंद प्संह शसख पंथ के दसिें गुरु थे।
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57.आकद ग्रंथ साशहब में बाबा गुरुनानक, उनके बाद के चार गुरुओं, बाबा फरीद, रशिदास, कबीर
दास की बानी का संकलन ककया गया है।
58.दसिें गुरु गोप्िंद प्संह ने आकद ग्रंथ साशहब में निें गुरु तेगबहादुर की रचनाओं को िी िाशमल कर
कदया और इस ग्रंथ को गुरु ग्रथ साशहब कहा गया।
59.मीरा बाई के गुरु रै दास थे।
60.अंडाल - अलिार संत(मशहला)
61.करइक्काल अम्मइयार - नयनार संत(मशहला)
62.बासिन्ना - िीरिैि
63.शचश्ती शसलशसला - िेख मुइनुद्दीन शचश्ती
64.िेख मुइनूद्दीन शचश्ती - अजमेर की दरगाह
65.िेख सलीम शचश्ती - फ़तेहपुर सीकरी
66.फु तुह - शबना मांगी खैर
67.शहन्द का तोता - अमीर खुसरो
68.िल्लिाचायथ - गुजरात
69.चैतन्य - बंगाल
70.शमयां मीर - पंजाब
71.ज्ञानदेि - महाराष्ट्र
प्रश्न 1.सही शिकल्प चुशनए :-
i. िगिान जगन्नाथ ककस शहन्दू देिता के एक रूप माने जाते हैं?
(अ) शिि (ब) गणेि
(स) इन्द्र (द) शिष्णु
ii. शसक्ख पंथ के दसिें गुरु कौन थे।
(अ) गुरु गोप्िंद प्संह (ब) गुरु तेगबहादुर
(स) गुरु रामदास (द) गुरु अंगद
iii. गुरु नानकदेि जी का जन्म कब हुआ?
(अ)1469 ई. (ब)1699 ई.
(स) 1799 ई. (द) 1539 ई.
iv. ककस की रचनाओं को गुरु ग्रंथ साशहब में सशम्मशलत नहीं ककया गया था?
(अ) कबीर दास (ब)रशिदास
(स) तुलसी दास (द) गुरु नानक
v. िेख मुइनुद्दीन शचश्ती की दरगाह शथथत है।
(अ) अजमेर (ब)कदल्ली
(स) लाहौर (द) ग्िाशलयर
प्रश्न 2. ररि थथान की पूर्तथ कीशजये-
i. काकदरी शसलशसले की थथापना ………………… ने की थी।(अब्दुल काकदर जीलानी/ मुइनुद्दीन शचश्ती)
ii. बंगाल में िशि आंदोलन का प्रसार ............ने ककया। (िंकरदेि/ नामदेि)
iii. ख़ानक़ाह का शनयंिण ........ के हाथ में होता था। (िेख/ मुरीद)
iv. प्लंगायत समुदाय के धार्मथक संकलन ....... िाषा में हैं।(कन्नड़/ मलयालम)
v. कबीर की बानी ..........शिशिष्ट पररपारटयों में संकशलत है। (तीन/ चार)
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प्रश्न 3. शनम्नशलशखत प्रश्नों के उत्तर एक िब्द / एक िाक्य में दीशजए –
i. ककस की आराधना को तांशिक नाम कदया गया ?
ii. मीरा बाई के गुरु कौन थे?
iii. खालसा पंथ की थथापना ककसने की?
iv. दशक्षण िारतीय िैष्णि संत ककस नाम से जाने जाते थे?
v. उलटबांसी ककस की रचना है?
प्रश्न 4. शनम्नशलशखत प्रश्नों के उत्तर सत्य/ असत्य में दीशजए ––
(i) अप्पार एक नयनार संत थे।
(ii) करइक्काल अम्मइयार को दशक्षण िारत की मीरा कहा जाता है।
(iii) सूकफयों ने कु रान की व्याख्या अपने शनजी अनुििों के आधार पर की।
(iv) कौल का प्रचलन रशिदास जी ने ककया।
(v) शचश्ती शसलशसले की थथापना शनज़ामुद्दीन औशलया ने की थी।
प्रश्न 5. सही जोड़ी बनाइए -
कॉलम (अ) कॉलम (ब)
i. अलिार (अ) शिष्णु िि
ii. नयनार (ब) शिि िि
iii. िेख सलीम शचश्ती (स) फ़तेहपुर सीकरी
iv. शहन्द का तोता (द) अमीर खुसरो
v. बासिन्ना (इ) िीरिैि
अशतलघुउत्तरीय प्रश्न:- 2 अंक
प्रश्न 1. िैकदक और पौराशणक परं परा में क्या अंतर है ?
प्रश्न 2. नलशयराकदव्यप्रबंधम क्या है ?
प्रश्न 3. बासिन्ना ने अनुष्ठान और यथाथथ संसार से संबशन्धत क्या अिधारणा दी।
प्रश्न 4. दशक्षण िारतीय मशहला संतों का िशि परं परा में क्या थथान है ?
प्रश्न 5. उलमा कौन थे?
प्रश्न 6. इथलाम के अनुयाशययों को कौनसी पाँच बातों का पालन आिश्यक है ?
प्रश्न 7. शजम्मी से आप क्या समझते हैं?
प्रश्न 8. सूफी िब्द से क्या आिय है?
प्रश्न 9. सूफी परं परा में पीर (मुिीद) का क्या महत्ि था?
प्रश्न 10. शसलशसला का िाशब्दक अथथ क्या है?
प्रश्न 11. िली कौन होते थे?
प्रश्न 12. मातृगृहता क्या है ?
प्रश्न 13. उसथ ककस पररपाटी को कहा जाता था?
प्रश्न 14. ख़ानक़ाह की सामुदाशयक रसोई का प्रबंध ककस प्रकार ककया जाता था?
प्रश्न 15. अमीर खुसरो अपने ककस योगदान के शलए जाने जाते हैं?
प्रश्न 16. कबीर दास की िाणी ककन पररपारटयों में संकशलत है?
प्रश्न 17. आकद ग्रंथ साशहब का संकलन ककसने ककया?
प्रश्न 18. खालसा पंथ पर रटप्पणी शलशखए ?
प्रश्न 19. िररया से आप क्या समझते हैं?
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प्रश्न 20. शचश्ती उपासना पद्धशत का िणथन कीशजये?
प्रश्न 21. सगुण और शनगुथण िशि का आिय समझाइए ?
शिश्लेष्णातमक प्रश्न 4 अंक
प्रश्न 1. महान और लघु परम्पराओं से आप क्या समझते हैं ?
प्रश्न 2. बे-िररया और बा-िररया सूफी परं परा के बीच एकरूपता और अंतर दोनों को थपष्ट कीशजये ?
प्रश्न 3. ख़ानक़ाह और शसलशसला पर संशक्षप्त रटप्पणी शलशखए ?
प्रश्न 4. िशि परं परा में िंकरदेि के योगदान को रे खांककत कीशजये?
प्रश्न 5. मीरा बाई के जीिन और कृ शतत्ि प्रकाि डाशलए?
प्रश्न 6. िशि आंदोलन के प्रिािों का िणथन कीशजये।
प्रश्न 7. शचश्ती ख़ानक़ाह का जीिन ककस प्रकार का था? िणथन कीशजये ।
प्रश्न 8. िारतीय समाज में पूजा प्रणाशलयाँ ककस प्रकार समशन्ित थीं ?
प्रश्न 9. िशि आंदोलन की शििेषताएँ शलशखए,शजनके कारण यह जनसाधारण में प्रसाररत हो सका?
प्रश्न 10. बारहिीं िताब्दी में कनाथटक में प्रारम्ि हुए निीन िशि आंदोलन का िणथन कीशजये ?
प्रश्न 11. इथलाम के अन्य थथानों पर शिथतार के साथ उसके सािथिौशमक तत्िों में क्या पररितथन
कदखाई देता है ?
प्रश्न 12. िासक िगथ नयनार और सूफी संतों का समथथन का क्यों चाहता था ?
प्रश्न 13. अलिार, नयनार और िीरिैिों ने ककस जाशत प्रथा की आलोचना प्रथतुत की ?
प्रश्न 14. कबीर दास जी का धमथ और समाज के शलए क्या योगदान है?
प्रश्न 15. गुरुनानक देि ने समाज को क्या संदि े कदया?
प्रश्न 16. धार्मथक पररपारटयाँ इशतहासकारों के शलए ककस प्रकार सहयोगी शसद्ध हो सकती हैं?
प्रश्न 17. सूफी परं परा से संबशन्धत इशतहास की जानकारी के शलए शिशिन्न थतोिों का िणथन कीशजये?
प्रश्न 18. शनम्नशलशखत को िारत के मानशचि पर प्रदर्िथत कीशजये।
i. गंगइकोण््चोलपुरम शििमंकदर
ii. िेख शनज़ामुद्दीन औशलया की दरगाह
iii. िेख मुइनुद्दीन शचश्ती की दरगाह
iv. जगन्नाथ मंकदर पुरी
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शिषय-7 एक साम्राज्य की राजधानी-शिजयनगर
(लगिग चौदहिीं से सोलहिीं सदी तक)
माध्यशमक शिक्षा मंडल म.प्र.िोपाल द्वारा िैशक्षक सि 2022-23 हेतु जारी ब्लू प्प्रंट अनुसार
इस अध्याय से कु ल 07 अंक के प्रश्न पूछें जायेंगे |शजसका शििरण शनम्नानुसार हैं |
थमरणीय त्य :-
1. शिजयनगर अथिा शिजय का िहर,एक िहर और एक साम्राज्य दोनों के शलए प्रयुि नाम था |
2. हम्पी के ििाििेष 1800 ई.में एक अशियंता कनथल कॉशलन मेकंजी द्वारा खोजे गए |
3. उन्होंने ही इस थथान का पहला सिेक्षण मानशचि तैयार ककया |
4. 1754 ई.में जन्मे मेकन्जी एक अशियंता,सिेक्षक,आिर मानशचिकार के रूप में प्रशसद्द थे |
5. 1815 ई.उन्हें िारत का पहला सिेयर जनरल बनाया गया |
6. शब्ररटि प्रिासन के सुप्रिाि में आने से पहले दशक्षण िारत खराब प्रबंधन की दुगथशत से लंबे
समय तक जूझता रहा- कॉशलन मेकंजी |
7. शिजयनगर साम्राज्य की थथापना 1336 ई॰ में हररहर और बुक्का नामक दो िाइयों ने की थी।
8. शिजयनगर िासकों का अपने समकालीन दक्कन के सुल्तान,उड़ीसा के गजपशत िासक से नदी
घारटयों और शिदेिी व्यापार से हुए लाि पर अशधकार को लेकर युद्ध हुआ।
9. िृहदेश्वर मंकदर तंजािुर में और चेन्नाके िि मंकदर बेलूर में है।
10. शिजयनगर के िासक अपने आप को राय (नरपशत) कहते थे।
11. इस काल में िासक अश्व सेना के घोड़ो के शलए अरब व्यापाररयों पर शनिथर थे।
12. घोड़े के व्यापाररयों को कु कदरई चेट्टी कहा जाता था।
13. शिजयनगर िी मसालों, िस्त्रों तथा रिों के बाज़ारों के शलए प्रशसद्ध था।
14. शिजयनगर पर क्रमिःसंगम,सालुि, तुलुि,और आरशिदु िंि के राजाओं ने राज्य ककया।
15. शिजयनगर के प्रशसद्ध राजा कृ ष्णदेिराय(1509-1529) तुलुि िंि से थे।
16. उनके समय में शिजयनगर का क्षेि शिथतार िी हुआ रायचूर दोआब उन्होने ही दशक्षण के सुल्तानों
से प्राप्त ककया।
17. दशक्षण िारतीय मंकदरों में िव्य गोपुरम जोड़ने का श्रेय कृ ष्णदेि राय को जाता है।
18. उन्होने अपनी माँ नाम पर नगलपुरम नामक एक उपनगर बसाया था।
19. िासनकला पर शलशखत ‘अमुिमाल्यद’ राजा कृ ष्णदेि राय की प्रशसद्ध कृ शत है,यह तेलगु िाषा
में थी।
20. 1565 ई॰ में रामराय के नेतृत्ि में शिजयनगर की सेना ने राक्षस तंगड़ी (तालीकोटा) का युद्ध
बीजापुर, गोलकुं डा, अहमदनगर और बीदर की संयुि सेनाओं के शिरुद्ध लड़ा शजसमें शिजयनगर
को पराजय का सामना करना पड़ा।
21. बाद में आरशिदु िंि के राजाओं ने पेनुकोंडा और कफर चशन्गगरी को अपनी राजधानी बनाया।
22. यिन िब्द का प्रयोग यूनाशनयों तथा उत्तर-पशिम से आने िाले अन्य लोगों के शलए ककया
जाता था।
23. यिन राज्य थथापनाचायथ की उपाशध कृ ष्णदेि राय ने धारण की थी।
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24. नायक सेना प्रमुख होते थे।
25. अमर-नायक सैशनक कमांडर थे शजन्हें राय (राजा)द्वारा प्रिासन के शलए राज्य-क्षेि कदये जातेथे।
26. शिजयनगर आने िाला शिदेिी यािी शनकोलोकोंटी (इटली) एक व्यापारी था।
27. अब्दुर रज़्ज़ाक़ फारस के राजा के दूत के रूप में शिजयनगर आया था।
28. अफानासी शनककशतन (रूस) से तथा दुआते बरबोसा, डोप्मंगो पेस, फरनाओ नूशनज पुतथगाल से
शिजयनगर आए थे।
29. तुंगिद्रा नदी नगर के चारों ओर करधनी का शनमाथण करती प्रतीत होती है।
30. कमलपुरम जलािय जल संचय के शलए बनाया गया एक महत्िपूणथ हौज था।
31. शहररया नहर िी जल संबध ं ी महत्िपूणथ संरचना थी।
32. शिजयनगर िहर की शििाल ककलेबन्दी की गयी थी। अब्दुल रिाक के अनुसार इसे 7 दीिारों
से घेरा गया था। इनसे िहर,कृ शष क्षेि तथा जंगलों को िी घेरा गया था।
33. पहली,दूसरी,और तीसरी दीिार के बीच जुते हुए खेत,बगीचे,और आिास थे।
34. पुतथगाली यािी बरबोसा के अनुसार सामान्य लोगों के आिास छप्पर के है पर कफर िी सुदढ़ृ है,
व्यिसाय के आधार पर कई खुले थथानो िाली लम्बी गशलयों में व्यिशथथत है।
35. राजकीय कें द्र बथती के दशक्षण-पशिमी िाग में शथथत था।
36. सिा मंडप और महानिमी शडब्बा को पेस ने संयि ु रूप से शिजय का ििन कहा है।
37. सबसे प्रिाििाली दो मंच हैं - ‘सिा मंडप' और 'महानिमी शडब्बा'।
38. राजकीय के न्द्र में सबसे सुन्दर ििनों में एक है ‘लोटस महल'।
39. शिजयनगर में दो प्रशसद्ध मशन्दर शिरुपाक्ष मशन्दर एिं शिट्ठल मशन्दर।
40. हजारा राम मशन्दर ‘शिजयनगर के राजकीय के न्द्र में शथथत है।
41. दशक्षण के मंकदरों के ऊँचे द्वारों को 'गोपुरम' कहा जाता है।
42. महानिमी शडब्बा-एक शििालकाय मंच हो जो लगिग 11000 िगथ फीट के आधार से 40 फीट
की ऊँचाई तक जाता है।
43. तुंगिद्रा नदी के आसपास की पहाशड़याँ रामायण में उशल्लशखत बाली और सुग्रीि के िानर राज्य
की रक्षा करती थीं।
44. शिजयनगर की मातृ देिी को पम्पा देिी के नाम से जाना जाता है।
45. शिरूपाक्ष (शिजयनगर राज्य के संरक्षक देिता) िगिान शिि के रूप माने जाते हैं।
46. िासक अपने आप को ईश्वर से जोड़ने के शलए मंकदर शनमाथण को प्रोत्साहन देते थे।
47. शिजयनगर राजाओं के िासकीय आदेिों पर कन्नड़ शलशप में श्री शिरूपाक्ष िब्द अंककत होता था।
48. यहाँ के देिता शिट्ठल िगिान शिष्णु के रूप माने जाते हैं।
49. 1976 ई॰ में हम्पी को राष्ट्रीय महत्ि के थथल के रूप में घोशषत ककया गया।
50. जॉन एम॰ कफ्ट्ज़, जॉजथ शमिेल तथा एम॰ नागराज जैसे शिद्वानों ने शिजयनगर के इशतहास
पुनर्नथमाथण में अपना योगदान कदया है।
51. िहरी के न्द्र-िहरी के न्द्र की सड़को पर सामान्य लोगो के आिास के कम साक्ष्य शमले है।
पुरातत्िशिदो को कु छ थथानो पर पररष्कृ त चीनी शमट्टी शमली है। उनका सुझाि है कक यहाँ पर
अमीर व्यापारी रहते होंगे।
52. कदल्ली सल्तनत की थथापना 1206 ई॰ में हुई थी।
53. शिजयनगर के पड़ौसी राज्य बहमनी की थथापना 1347 ई॰ में हसन बहमन िाह ने की थी।
54. 1510 ई॰ में गोिा पर पुतथगाशलयों ने शिजय प्राप्त कर ली थी।
55. 1856 ई॰ में अलेक्जेंडर ग्रशनलो ने हम्पी के पुराताशत्िक अििेषों के पहले शिथतृत शचि शलए।
56. 1876 ई॰ में जे॰ एफ॰ फ्लीट द्वारा दीिारों का अशिलेखों प्रलेखन प्रारम्ि ककया गया।
57. 1986 ई॰ में युनेथको ने हम्पी को शिश्व पुरातत्ि थथल घोशषत ककया ।
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प्रश्न 1 सही शिकल्प चुनकर शलशखए -
i. शिजयनगर साम्राज्य की थथापना की ?
(अ) हररहर एिं बुक्का (ब)कृ ष्णदेि राय
(स) देिराय प्रथम (द) नरप्संह
ii. ककस शिदेिी यािी ने शिजयनगर की तुलना रोम से की ?
(अ) डोप्मंगो पेस (ब) शनकोलोकोंटी
(स) अब्दुर रज़्ज़ाक़ (द) शनककशतन
iii. हम्पी के ििाििेषों की खोज ककसने की ?
(अ) कनथल कॉशलन मेकंजी (ब)डोप्मंगो पेस
(स) शनककशतन (द)अलेक्जेंडर ग्रशनलो
iv. बहमनी साम्राज्य की थथापना कब हुई ?
(अ) 1347 ई॰ (ब) 1336 ई॰
(स) 1354 ई॰ (द) 1565 ई
v. युनेथको ने हम्पी को शिश्व पुराताशत्िक थथल कब घोशषत ककया?
(अ) 1986 ई॰ (ब) 1976 ई॰
(स) 1856 ई॰ (द) 1876 ई॰
प्रश्न 2.ररि थथान की पूर्तथ कीशजये-
i. हम्पी का पहला सिेक्षण मानशचि ..................ने तैयार ककया।(कनथल कॉशलन मेकंजी/
अलेक्जेंडर ग्रशनलो)
ii. कनथल कॉशलन मेकंजी को .............में िारत का पहला सिेयर जनरल ।(1815 ई./
1876 ई॰)
iii. अमुि माल्यद ................की रचना है। (कृ ष्णदेि राय / देिराय प्रथम)
iv. .............में गोिा पर पुतथगाशलयों ने शिजय प्राप्त कर ली थी।(1510 ई॰/1498 ई॰)
v. शिजयनगर राजाओं के िासकीय आदेि.......शलशप में शलशपबद्ध ककए जाते थे।(कन्नड़/ तशमल)
प्रश्न 3.शनम्नशलशखत प्रश्नों के उत्तर एक िब्द/ एक िाक्य में दीशजए –
i. शिजयनगर को हम्पी नाम कै से शमला ?
ii. यिन िब्द का प्रयोग ककन लोगों के शलए ककया जाता था?
iii. तालीकोटा का युद्ध कब हुआ था?
iv. शिजयनगर में दो प्रशसद्ध मशन्दर कौन से थे?
v. शिजयनगर के ककन शनमाथणों को पेस ने संयुि रूप से शिजय का ििन कहा है?
प्रश्न 4. शनम्नशलशखत प्रश्नों के उत्तर सत्य /असत्य में दीशजए–
i. शिजयनगर के िासक अपने आप को राय कहते थे।
ii. ‘लोटस महल' राजकीय कें द्र के सबसे सुन्दर ििनों में एक है।
iii. शिजयनगर के देिता शिट्ठल िगिान शिि के रूप माने जाते हैं।
iv. राजकीय कें द्र बथती के उत्तर-पशिमी िाग में शथथत था।
v. तालीकोटा युद्ध में बरार नामक राज्य ने शहथसा शलया था।
प्रश्न 5. सही जोड़ी बनाइए -
कॉलम (क) कॉलम (ख)
i. बुक्का (अ) संगम िंि
ii. िीर नरप्संह (ब) तुलुि िंि
iii. रं ग तृतीय (स) आरशिदु िंि
iv. डोप्मंगो पेस (द) पुतथगाल
v. शनककशतन (इ) रूस
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अशत लघु उत्तरीय प्रश्न:- 2 अंक
प्रश्न 1. रायचूर दोआब से क्या तात्पयथ है?
प्रश्न 2. गोपुरम से क्या समझते हैं?
प्रश्न 3. महानिमी शडब्बा में मनाए जाने िाले धार्मथक आयोजनों का िणथन कीशजये?
प्रश्न 4. शिजयनगर के िासकों की मंकदर शनमाथण में रुशच का क्या कारण था?
प्रश्न 5. कु कदरई चेट्टी कौन थे?
प्रश्न 6. पंपा देिी कौन थी?
प्रश्न 7. शिरूपाक्ष नामक देिता का शिजयनगर में क्या महत्ि था?
प्रश्न 8. यिन से क्या आिय है?
प्रश्न 9. कृ ष्णदेि राय ने यिन राज्य थथापनाचायथ की उपाशध क्यों धरण की?
प्रश्न 10. अमर िब्द का अथथ समझाइए।
प्रश्न 11. राक्षसी-तांगड़ी(तालीकोटा) युद्ध ककन के बीच हुआ था?
प्रश्न 12. तालीकोटा युद्ध में बहमनी सयुि मोचे में कौन से राज्य िाशमल थे?
प्रश्न 13. शिजयनगर शथथत सिा मंडप की संरचना कै सी थी?
प्रश्न 14. इंडो-इथलाशमक िैली क्या थी?
प्रश्न 15. पेस ने कृ ष्णदेि राय का िणथन ककस प्रकार ककया है?
लघु उत्तरीय प्रश्न:- 3 अंक
प्रश्न 1. डोप्मंगो पेस शिजयनगर बाज़ार का िणथन ककस रूप में ककया है?
प्रश्न 2. महानिमी शडब्बा का सांथकृ शतक महत्ि क्या था?
प्रश्न 3. कमल महल की शििेषताएँ शलशखए?
प्रश्न 4. हाथी, घोड़े और लोग ककसके प्रतीक हैं?
प्रश्न 5. शिजयनगर साम्राज्य में ककलों पर शनयंिण रखने िाले सेना प्रमुखों के बारे मे आप क्या जानते हैं?
प्रश्न 6. शिजयनगर पर िासन करने िाले शिशिन्न राजिंिों की जानकारी दीशजये।
प्रश्न 7. शिजयनगर िहर के बारे में शिदेिी याशियों ने क्या शििरण कदया है?
प्रश्न 8. शिजयनगर शथथत शिरूपाक्ष मंकदर की शििेषताओं को शलशखए।
प्रश्न 9. शिजयनगर शथथत शिट्ठल मंकदर की शििेषताओं को शलशखए।
प्रश्न 10. शिजयनगर और दशक्षण की सल्तनतों के बीच संघषथ में रामराय की क्या िूशमका थी?
प्रश्न 11. इशतहास पुनर्नथमाथण में थथापत्य प्रमाणों की क्या सीमा होती है?
प्रश्न 12. शिजयनगर के इशतहास के पुनर्नथमाथण में कॉशलन मेकंजी के योगदान का िणथन कीशजये।
प्रश्न 13. अमुिमाल्यद में व्यापार शिकास हेतु राजा को क्या कायथ करने चाशहए?
प्रश्न 14. शिजयनगर साम्राज्य की जल संरचना प्रणाली को समझाइए।
प्रश्न 15. शिजयनगर साम्राज्य में कृ शष क्षेिों को ककला बंद िू-िाग में क्यों िाशमल ककया गया था?
प्रश्न 16. शिजयनगर साम्राज्य की अमर नायक प्रणाली को समझाइए।
प्रश्न 17. शिदेिी याशियों का शिजयनगर साम्राज्य के इशतहास शनमाथण में महत्िपूणथ योगदान है। इस संदिथ
में शिजयनगर आए याशियों का िणथन कीशजये।
प्रश्न 18. पेस के अनुसार शिजयनगर के बाज़ार कै से थे?
प्रश्न 19. "फारसी राजदूत अब्दुर रज़्ज़ाक़ शिजयनगर की ककलेबंदी से बहुत प्रिाशित हुआ।"थपष्ट कीशजये।
प्रश्न 20. कृ ष्णदेि राय के िासन काल में शिजयनगर के उत्कषथ का िणथन कीशजये।
प्रश्न 21. शिजयनगर साम्राज्य के मंकदरों की प्रमुख शििेषताओं का िणथन कीशजये।
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प्रश्न 22. शनम्नशलशखत को िारत के मानशचि पर प्रदर्िथत कीशजये।
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शिषय–8 ककसान जमींदार और राज्य
कृ शष समाज और मुगल साम्राज्य
(लगिग सोलहिीं और सिहिीं सदी)
माध्यशमक शिक्षा मंडल म.प्र.िोपाल द्वारा िैशक्षक सि 2022-23 हेतु जारी ब्लू प्प्रंट अनुसार
इस अध्याय से कु ल 06 अंक के प्रश्न पूछें जायेंगे |शजसका शििरण शनम्नानुसार हैं |
थमरणीय त्य:-
1. 16-17 िी िताब्दी के दौरान प्हंदथु तान के करीब 85% लोग गांि में रहते थे।
2. मुगल साम्राज्य की आय का सबसे बड़ा साधन कृ शष उत्पादन से संबंशधत था।
3. इस काल में न के िल कृ शष बशल्क कृ शष आधाररत िथतुओं जैसे िक्कर तेल आकद का उत्पादन
िी व्यापक पैमाने पर होता था।
4. 16-17 िी िताब्दी में कृ शष इशतहास को समझने का सबसे प्रमुख ऐशतहाशसक स्रोत अबुल फजल
द्वारा रशचत आइन-ए-अकबरी है।
5. कृ शष इशतहास को समझने में अनेक राज्यों में शमले दथतािेजों के साथ ही ईथट इंशडया कं पनी
के दथतािेज िी महत्िपूणथ िूशमका शनिाते हैं।
6. मुगलकाल के िारतीय-फारसी थतोि ककसान के शलए रै यत या मुजररयान िब्द का प्रयोग करते
थे।
7. उस समय दो प्रकार के ककसानों की चचाथ थी- खुदकाश्त और पाशह-काश्त।
8. उत्तर िारत के ककसान साधारण का औसत दजे के होते थे।
9. बाबर ने अपनी पुथतक ‘बाबरनामा’ में ग्रामीण िारत का सुंदर िणथन प्रथतुत ककया है।
10. बाबरनामा में रहट से प्संचाई का िणथन आया है।
11. तंबाकू सबसे पहले दक्कन पहुँचा।
12. अकबर ने 1604 ई॰ में पहली बार तंबाकू देखा।
13. आइन में उत्तर िारत की फसलों में तंबाकू का शजक्र नहीं है।
14. ककसान साधारण तक गेहूं चािल ज्िार आकद फसलें उगाते थे।
15. नकदी फसलों के शलए प्जंस-ए-काशमल िब्द का प्रयोग ककया जाता था।
16. मक्का अमेररका से थपेन के राथते िारत आया।
17. कृ शष मुख्यतः मानसून पर आधाररत थी पर कहीं-कहीं कृ शिम साधन िी कृ शष उत्पादन में
प्रयोग ककए जाते थे।
18. फसलें मुख्यतः दो प्रकार की थी- खरीफ फसल शजसे िषाथ ऋतु में और रशि फसल शजसे
बसंत ऋतु में उगाया जाता था।
19. ग्रामीण समुदाय एक तीन घटक थे- खेशतहर ककसान, पंचायत और गाँि का मुशखया।
20. ग्रामीण अथथव्यिथथा में पंचायतों की महत्िपूणथ िूशमका होती थी जो संपूणथ गांिों को
शनयंशित करने का कायथ करती थी।
21. पंचायत का मुशखया मुक़द्दम कहलाता था।
22. दीिानी मामलों का कायथ मुख्य ग्राम पंचायतें ही पूणथ करती थी।
23. पंचायतों को जुमाथना लगाने और समुदाय से शनष्काशसत करने जैसे गंिीर दण्ड देने के
अशधकार थे।
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24. ग्राम पंचायत के अलािा गाँि में हर जाशत की अपनी पंचायत होती थी।
25. कु म्हार,लोहार,बढ़ई,नाई यहाँ तक सुनार जैसे ग्रामीण दथतकार िी अपनी सेिाएँ गाँि के लोगों
को देते थे, शजसके बदले गाँि के लोग उन्हें अलग-अलग तरीकों से उनकी सेिाओं की अदायगी
करते थे। इसे जजमानी प्रथा कहा जाता था।
26. फ्ांसीसी यािी बैशप्टथट तैिर्नथयर ने मुद्रा की फे रबदल करने िालों को सराफ़ कहा है।
27. ग्रामीण क्षेिों में एक बड़ा िगथ दथतकारी की कला में शनपुण था और रं गरेजी, कपड़े पर छपाई,शमट्टी
के बतथनों को पकाना ,खेती के औजार बनाना आकद कायथ िी बड़े पैमाने पर ककए जाते थे।
28. पुरुषों के साथ ही मशहलाएं िी महत्िपूणथ िूशमका अदा करती थीं।
29. कही-कहीं िूशमहार िद्र जनो में मशहलाओं को पुश्तैनी संपशत्त पर अशधकार के प्रयास िी कदखाई
कदए गए हैं।
30. बंगाल में मशहला जमींदार पाई जाती थी। अठारहिीं सदी की एक महत्िपूणथ जमीदारी राजिाही
की जमींदारी की करता-धताथ एक स्त्री थी।
31. ग्रामीण िारत के अलािा कु छ लोग जंगल में रहते थे और उनकी आजीशिका जंगल के उत्पादों,शिकार
और थथानांतरीय खेती से होता था।
32. मुगल राज्य जंगल को मिास(बदमािों को िरण देने िाला अिा)
33. ‘परगना’ मुगल प्रान्तों में एक प्रिासशनक प्रमंडल था।
34. पेिकि मुगल राज्य के द्वारा ली जाने िाली एक तरह की िेंट थी।
35. मुकुंदराम चक्रिती की कशिता चंडीमंगल में जंगल खाली कािाथ के एक साम्राज्य की थथापना का
िणथन आया है।
36. पायक ऐसे सैशनक होते थे जो जमीन के बदले सैशनक सेिा देते थे।
37. जमींदारों की शनजी जमीन शमशल्कयत कहलाती थी।
38. राजथि बसूली करने िालों को अमील गुजार कहा जाता था।
39. अमीन का कायथ यह सुशनशित करना था कक प्रान्तों में राजकीय शनयम क़ानूनों का पालन हो रहा
है।
40. अकबर ने कृ शष िूशम का चार िागों मे िगीकरण करिाया- पोलज, परौती, चचर और बंजर।
41. एक सैशनक नौकरिाही तंि मनसबदारी प्रथा की िुरुआत अकबर ने की।
42. लगान बसूली के तरीकों में िाशमल थीं- कणकु तः, बटाई, खेत बटाई, लाँग बटाई ।
43. एक इतालिी यािी जोिान्नी कारे री जो 1690 ई॰ में िारत आया उसने चाँदी के िारत पहुँचने
का सजीि शचिण ककया था।
44. अकबरनामा तीन िागों में शलखा गया। आइन-ए-अकबरी इसका तीसरा िाग है।
45. ‘आइन-ए-अकबरी’ को िाही शनयम कानून के सारांि और साम्राज्य के एक राजपि की सूरत में
संकशलत ककया गया था।
46. ‘आइन-ए-अकबरी’ पाँच िागों में है।
47. मुगलकालीन गांि की पररकल्पना एक शपराशमड के रूप में की गई थी,शजसमें जमीदार िीषथ पर
होते थे।
48. 1526 ई॰ में बाबर ने इब्राशहम लोदी को हराकर मुगल िंि की नींि रखी।
49. 1739 ई॰ नाकदरिाह ने िारत पर आक्रमण ककया।
50. 1765 ई॰ में बंगाल के दीिानी अशधकार ईथट इशण्डया कं पनी को सौंप कदये गए।
51. 1857 ई॰ में अंग्रेजों ने अंशतम मुगल िासक बहादुर िाह जफर(शद्वतीय) को रं गून शनिाथशसत कर
कदया।
प्रश्न 1.सही शिकल्पीय चुनकर शलशखए -
i. अबुल फजल मुख्यतः ककसका दरबारी इशतहासकार था?
(अ) बाबर (ब) हुमायूँ
(स) अकबर (द) िेरिाह
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ii. पोलज िूशम से आप क्या समझते हैं ?।
(अ) शजसमे हर िषथ खेती होती थी (ब) एक िषथ अंतराल के बाद खेती
(स) चार से पाँच िषथ के अंतराल के बाद खेती (द)खेती नहीं होती
iii. मनसबदारी प्रथा की िुरुआत ककस मुगल राजा ने की?
(अ) अकबर (ब)औरं गजेब
(स) बाबर (द) हुमायूँ
iv. आइन-ए-अकबरी का तृतीय िाग मुल्क आबादी ककथसे संबशन्धत है?
(अ) प्रान्तों के शित्तीय मामले (ब)िाही घर पररिार से
(स) सैशनक और नागररक प्रिासन (द)सांथकृ शतक रीशत-ररिाज
v. आइन-ए-अकबरी के पहले खंड का अङ्ग्ग्रेज़ी अनुिाद ककसने ककया?
(अ) हेनरी ब्लॉकमेन (ब) एच. एस. जेरेट
(स) जोिान्नी कारे री (द) मुकुंदराम चक्रिती
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अति िघुउत्तर य प्रश्न:- 2 अींक
प्रश्न 1 जजमानी व्यिथथा को समझाइए?
प्रश्न 2 खुदकाश्त और पाशह-काश्त ककन्हे कहा जाता था ?
प्रश्न 3 प्जंस-ए-काशमल में कौन-कौन सी फसलें िाशमल की गई थी ?
प्रश्न 4 सराफ ककन्हें कहा जाता था ?
प्रश्न 5 अमील-गुजार कौन होते थे ?
प्रश्न 6 मौसम के अनुसार मुख्यतः कौन-कौन सी फसलें होती थी ?
प्रश्न 7 मुगल कालीन ग्रामीण समुदाय एक तीन घटक थे ?
प्रश्न 8 जमींदारों की बढ़ी हुई हैशसयत के क्या कारण थे ?
प्रश्न 9 अमीन का मुख्य कायथ समझाइए?
प्रश्न 10 दथतकारी व्यिथथा के अंतगथत मुख्यतः कौन कौन से कायथ आते थे ?
प्रश्न 11. आइन-ए-अकबरी के अशतररि अन्य थतोि मुगलकालीन इशतहास की जानकारी प्राप्त करने में
कै से मदद करते हैं?
प्रश्न 12. मुगल कालीन जजमानी प्रथा को समझाइए ?
प्रश्न 13. मुकदम या मंडल का क्या कायथ होता था?
प्रश्न 14. जाशत पंचायतें समाज पर ककस प्रकार शनयंिण रखती थीं?
प्रश्न 15. उन्नीसिीं सदी में आए शिदेशियों ने िारत के गाँिों को छोटा गणराज्य क्यो कहा?
प्रश्न 16. सोलहिीं और सिहिीं सदी में राज्य द्वारा जंगलों में घुसपैठ के 2 कारणों को शलशखए ?
प्रश्न 17. आइन-ए-अकबरी के अनुसार कृ शष िूशम का िगीकरण ककस आधार पर ककया गया ?
प्रश्न 18. मुगल काल में ककसानों द्वारा प्रयोग की गयी कोई दो प्संचाई तकनीकों के बारे में शलशखए।
प्रश्न 19. ग्राम पंचायतें ककस प्रकार ग्रामीण पररिेि में महत्िपूणथ िूशमका शनिाती थी ?समझाइए।
प्रश्न 20. मुगल काल में लगान बसूली के कौन-कौन से तरीके प्रचलन में थे?
प्रश्न 21. मुगल कालीन कृ शष समाज में मशहलाओं की िूशमका को दो िाक्यों में शलशखए |
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िारतीय इशतहास के कु छ शिषय िाग-3
शिषय – 10
उपशनिेििाद और देहात
सरकारी अशिलेखों का अध्ययन
माध्यशमक शिक्षा मंडल म.प्र.िोपाल द्वारा िैशक्षक सि 2022-23 हेतु जारी ब्लू प्प्रंट अनुसार इस अध्याय से
कु ल 05 अंक के प्रश्न पूछें जायेंगे |शजसका शििरण शनम्नानुसार हैं |
थमरणीय त्य-
1. फ्ांशसस बुकानन पेिे से एक शचककत्सक था,शजसने शब्ररटि ईथट इंशडया कं पनी के शलए बंगाल के क्षेिो
में व्यापक सिेक्षण कायथ ककया |
2. बम्बई {दक्कन } में पहला राजथि बंदोबथत 1820 के दिक में लागु ककया गया |
3. 1861 में शछडे अमेररकन गृहयुध्द के कारण अमेररका से शब्रटेन आने िाली कपास की सप्लाई रुक
गई ,शजसकी पूर्तथ िारत से अशधक मािा में कपास आयात कर की गई, शजसके शलए ककसानो को
अशधक कपास उत्पादन के शलए प्रेररत ककया गया |
4. 1780 में संथाल लोग बंगाल आने लगे थे, िे जमीदारो के यहाँ िाड़े पर कृ शष कायथ करने लगे थे|
5. थथानीय जमींदारो को “कदकु ” कहा जाता था |
6. कदकु , संथालो के शलए शब्ररटि िोषण के प्रतीक ,और उनके कष्टों का कारण बन गए थे |
7. मुंबई प्रान्त सामान्यत दक्कन के नाम से जाना जाता था |
8.ककसी िी शिद्रोह के कारणों को गहरे से जानने के प्रयास ,उस से जुड़े लोगो के जीिन उनके कष्टों,
उन के दुःख ददो को जानने का माध्यम बन जाते है |
9.सुपा, पूना शजले का एक बड़ा गाँि और कृ शष शिपणन मंडी था .
10.1875 में दक्कन में साहुकारो के शिरुद्ध ककसानो का बड़ा शिद्रोह हुआ,शजसे दबाने में कई महीने लग
गए|
11.1857 में शब्रटेन में कपास आपूर्तथ संघ की थथापना हुई थी.
12.1859 में मेनेचेथटर कपास संघ की थथापन की गई, शजसका उदेश््य पूरी दुशनया में कपास के उत्पादन
को प्रोत्साशहत करना था |
13. िारत की िूशम और जलिायु दोनों ही कपास के उत्पादन के शलए उपयुि थी,साथ ही यहाँ सथता
श्रम िी पयाथप्त माि में उपलब्ध था |
14. िारत में कजथ का लेन–देन करने िालो के बीच एक परम्परा थी कक ब्याज किी िी मूलधन से
ज्यादा नहीं होना चाशहए |
15.1875 में ककसानो द्वारा दक्कन में बड़े पैमाने पर उपद्रि ककया गया,शजसे दक्कन दंगा कहा जाता है|
16.दक्कन दंगा आयोग ने 1878 में अपनी ररपोटथ शब्ररटि पार्लथयामेंट में प्रथतुत की |
17.पांचिी ररपोटथ- एक ऐसी ररपोटथ है जो एक प्रिर सशमशत द्वारा तेयार की गई थी ,यह ररपोटथ िरत
में ईथट इंशडया कं पनी के िासन के थिरुप पर शब्ररटि संसद में 1813 में गंिीर िाद- शििाद का
कारण बनी |
41
18.अमला जमींदार का एक अशधकारी होता था , जो राजथि इकट्ठा करता था |
19.पहाशड़या लोग मुख्य रूप से झूम खेती करते थे .िे जंगलो से महुआ के फु ल ,रे िम के कोया और
रल तथा काठ कोयला बनाने के शलए लकड़ी इकट्ठा ककया करते थे |पहाशडया लोगो द्वारा शनयंशित
राथतो के प्रयोग के शलए व्यापारी उन्हें पथकर कदया करते थे | ये पहाशड़या इसशलए कहलाते थे
क्योकक यह राजमहल की पहाशडयों पर रहा करते थे |
20.1780 के आस पास संथाल लोग बंगाल में आने लगे थे, ये जमींदारो के यहाँ िाड़े पर कम ककया
करते थे .अंग्रेजो ने इनका उपयोग जंगल साफ करने के शलए ककया |
44
तवषय -11 तवद्रनह और राि
1857 का आन्दनिन और उनके आख्यान
माध्यशमक शिक्षा मंडल म.प्र.िोपाल द्वारा िैशक्षक सि 2022-23 हेतु जारी ब्लू प्प्रंट अनुसार इस अध्याय से
कु ल 06 अंक के प्रश्न पूछें जायेंगे |शजसका शििरण शनम्नानुसार हैं |
थमरणीय प्बंद- ु
1. 10.मई 1857 को यह शिद्रोह मेरठ छािनी से िुरू हुआ .
2. 11 मई 1857 को शिद्रोशहयों ने मुग़ल बादिाह बहादुरिाह जफर को अपना नेता धोशषत ककया
,और शिद्रोह को िैध थिरुप प्रदान ककया .
3. इस शिद्रोह के प्रमुख नेता थे ,बहादुरिाह जफ़र ,रानी लक्ष्मी बाई , नाना साशहब पेििा , बेगम
हजरत महल , तात्या टोपे , कुँ िर प्संह , मौलिी अहमदिाह आकद
4. क्रांशत के प्रमुख कें द्र मेरठ,कदल्ली ,अलीगढ,कानपुर,झाँसी ,लखनऊ ,फ़ै जाबाद,इलाहाबाद आकद थे
5. अिध में शिद्रोह को कु चलने का दाशयत्ि जेनरे ल हेिलॉक और कनथल जेम्स ओउिम ने शनिाया |
6. शिद्रोह को कु चले िाली शब्ररटि सेना का सव्िोच कमांडर जेनरल कॉशलन के म्पबेल था |
7. शब्ररटि प्रेस ने िारतीयों के प्रशत घ्रणा और प्रशतिोध को बढािा देने में महत्िपूणथ िूशमका शनिाई
8. १८४० के बाद शब्ररटि अशधकाररयो का व्यिहार िारतीय शसपाइयो के प्रशत अिमानना,उपेक्षा और
नथलीय िेदिाि से िरा होने लगा |
9. अंग्रेजो द्वारा ककये गए सामाशजक सुधारो ने िारतीयों को और अशधक आिंककत कर कदया की अंग्रेज
अब उनका धमथ भ्रष्ट करने पर तुले है |
10. शब्ररटि प्रेस ने शिद्रोह को कु चलने की प्रकक्रया को इसाई धमथ की रक्षा से जोड़ने का प्रयास
ककया
11. लखनऊ की रे जीडेंसी कोठी में िरण शलए अंग्रेजो और शिद्रोशहयों के बीच िषथ िर तक संघषथ चला |
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v. ककस दिक में अग्रेज अफसरों में श्रेष्टता का िाि पैदा होने लगा और िह िारतीयों शसपाशहयों को
कमतर नथल का मानने लगे .
(अ)1820 (ब)1830 (स)1840 (द)1850
vi. कदल्ली पर अशधकार के बाद ,शिद्रोशहयों ने बहादुरिाह के नाम से जारी घोषणाओ में ककन की
दुहाई देते हुए लोगो को शिद्रोह में िाशमल होने के शलए अपील की
(अ)राम और रहीम (ब) मुहम्मद और महािीर
(स) राम और कृ ष्ण (द) ईसा ओर मुहम्मद
vii. सिी शिद्रोशहयों का एक सामान्य लक्ष्य क्या था .
(अ) अपनी जमीनों की िापसी (ब) लगान में कमी
(स) शब्ररटि पूिथ की व्यिथथा को पुनथथाशपत करना (द) िेतन में िृकद्द
viii. “खूब लड़ी मदाथनी,िो तो झाँसी िाली रानी थी .. की रचना की थी .
(अ) माखनलाल चतुिेदी (ब) सुिद्रा कु मारी चोहान
(स) सरोशजनी नायडू (द) रामधारी प्संह कदनकर
ix. शिद्रोह को कु चलने िाले अंग्रेज अशधकाररयो का मशहमा मंडन करने िाला शचि “ररलीफ आफ
लखनऊ “ ककसने बनाया था ?
(अ) जोजेफ नोएल पेटन (ब) टामस जोंस बाकथ र
(स) फे शलस बेईतो (द) जेम्स औटरम
x. शनम्नशलशखत में से कौन सा नगर शिद्रोह का कें द्र नहीं था ?
(अ) पेिािर (ब) जगदीिपुर
(स) नीमच (द) पुणे
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शिषय-13
महात्मा गाँधी और राष्ट्रीय आंदोलन
सशिनय अिज्ञा और उससे आगे
माध्यशमक शिक्षा मंडल म.प्र.िोपाल द्वारा िैशक्षक सि 2022-23 हेतु जारी ब्लू प्प्रंट अनुसार इस अध्याय से
कु ल 08अंक के प्रश्न पूछें जायेंगे |शजसका शििरण शनम्नानुसार हैं |
थमरणीय प्बंद-
ु
1. महात्मा गाँधी िारत से शिदेि पढ़ने 1893 में गये थे।
2. महात्मा गाँधी दशक्षण अफ्ीका से िापस िारत 1915 में लौटे |
3. महात्मा गाँधी के राजनैशतक गुरू गोपाल कृ ष्ण गोखले थे |
4. महात्मा गाँधी ने पहली बार दशक्षण अफ्ीका में सत्याग्रह का प्रयोग ककया।
5. िारतीय जनता रॉलेट एक्ट 1919 को काला शिधेयक/क़ानून कहते थे।
6. शखलाफत आन्दोलन का नेतृत्ि मुहम्मद अली, िौकत अली नामक दो िाईयों ने ककया था।
7. बनारस शहन्दू शिश्वशिद्यालय की थथापना 4 फरिरी 1916 में हुई।
8. लखनऊ में कांग्रेस का िार्षथक अशधिेिन कदसम्बर 1916 में हुआ।
9. जशलयािाला बाग हत्याकाण्ड 13 अप्रैल 1919 को हुआ।
10. असहयोग आन्दोलन 1 अगथत 1920 को प्रारं ि हुआ।
11. बारदोली ककसान आन्दोलन 12 जून 1928 में प्रारं ि हुआ।
12. बारदोली का आन्दोलन सरदार िल्लि िाई पटेल ने चलाया ।
13. सत्याग्रह सिा की थथापना गांधी जी ने फरिरी 1919 ने की थी
14. प्रथम गोलमेज सम्मेलन 1930 लंदन में हुआ।
15. शद्वतीय गोलमेज सम्मेलन 1931 लंदन हुआ |
16. महात्मा गाँधी और िीमराि अंबेडकर के बीच 24 शसतम्बर 1932 को पूना समझौता हुआ था |
17. गिनथनेंट ऑफ इंशडया एक्ट 1935 को पाररत हुआ था।
18. मुशथलम लीग की थथापना 30 कदसम्बर 1906 ढांका में हुई |
19. मुशथलम लीग ने 23 माचथ 1940 में अलग पाककथतान की बात रखी |
20. कक्रप्स शमिन 1942 में िारत पहुंचा।
21. महात्मा गाँधी ने 1916 के बनारस शहन्दू शिश्वशिद्यालय के उद्घाटन में गरीब लागों के शलये प्चंता प्रकट की।
22. गांधी जी ने राजनीशत में पुनः प्रिेि 1928 ककया।
23. िारत सरकार अशधशनयम 1919 मोंटेक्यु मोंटेंग्यु चेम्सफोडथ सुधार नाम से जाना जाता है।
24. साइमन कमीिन 1928 में िारत आया।
25. नमक सत्याग्रह में 60,000 लोग शगरफ्तार हुए।
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26. शद्वतीय शिश्व युद्ध शसतम्बर 1939 में प्रारं ि हुआ
27. सीशमत मताशधकार के आधार पर 1937 में कांग्रेस को चुनािो में सफलता शमली।
28. गांधी जी ने िारत छोड़ो आन्दोलन का ऐलान अगथत 1942 ककया |
29. कै शबनेट शमिन िारत 1946 में आया |
30 प्रत्यक्ष कायथिाही कदिस का आह्मिान 16 अगथत 1946 में हुआ |
31. 1947 में िारत के नये िायसराय लाडथ माउं टबेटन बने|
32. गांधी जी पर थितंिता के बाद पहला हमला 20 जनिरी 1948 हुआ |
33. कमथिीर नामक समाचार पि का संपादन माखन लाल चतुिेदी ने ककया |
34. नौजिान िारत सिा की थथापना िगतप्संह 1926 ने की थी |
35. के सरी अखबार के संपादक बाल गंगाधर शतलक थे |
36. महाराष्ट्र में लोगों में चेतना जाग्रत करने के शलये शतलक ने गणपशत और शििाजी ने उत्सि आयोशजत कराये।
37. कम्यूनल अिाडथ की घोषणा 1932 में हुई।
38. शस्त्रयों को मत देने का अशधकार गिथनमेन्ट ऑफ इशण्डया एक्ट से पाररत हुआ।
39. मुशथलम लीग ने 22 शसतम्बर 1939 को मुशि कदिस मनाया ।
40. सूरत अशधिेिन 1907 में िारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दो िागों में बंट गयी |
41. लखनऊ अशधिेिन 1916 में िारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पुनः एक हो गयी ।
42. ‘जय शहन्द’ का नारा- सुिाष चन्द्र बोस ने कदया था ।
43. सुिाष चन्द्र बोस के पास आजाद शहन्द फौज की कमान 7 जुलाई 1943 को आई |
44. 20 फरिरी 1947 को एटली ने अंग्रेजों द्वारा जून 1948 के पहले ही िारत छोड़ देने की घोषणा की थी |
45. इशण्डयन डशण्डपेडस
ें लीग की थथापना राम शबहारी बोस ने की |
46 देि में सिथप्रथम 26 जनिरी 1930 को अलग अलग थथानो पर राष्ट्रीय ध्िज फहराया गया।
47. 15 अगथत 1947 को गांधी जी ने 24 घंटो का उपिास ककया ।
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शिषय-15 संशिधान का शनमाथण
एक नये युग की िुरूआत
माध्यशमक शिक्षा मंडल म.प्र.िोपाल द्वारा िैशक्षक सि 2022-23 हेतु जारी ब्लू प्प्रंट अनुसार
इस अध्याय से कु ल 06 अंक के प्रश्न पूछें जायेंगे |शजसका शििरण शनम्नानुसार हैं |
थमरणीय प्बंद ु –
1. िारत का संशिधान कदसम्बर 1946 से कदसम्बर 1949 तक सूिबद्ध ककया गया।
2. संशिधान सिा में 11 सि हुए
3. संशिधान सिा में कु ल 165 बैठके हुईं
4. शब्ररटि राज के दौरान 1/3 िूशम निाबो और रजिाडो के अधीन थी।
5. मुशथलम लीग ने 26 जनिरी 1947 को संशिधान सिा को िंग करने की बात की।
6. शजन्ना को पाककथतान की संशिधान सिा का अध्यक्ष 11 अगथत 1947को शनिाथशचत ककया गया
7. संशिधान सिा में कु ल 300 सदथय थे।
8. महात्मा गांधी की सलाह पर अम्बेडकर ने िारत का के न्द्रीय शिशध मंशि बनाया गया।
9. संशिधान के प्रारूप में दो िकीलो ने महत्िपूणथ िूशमका शनिाई।गुजरात से के .एम.मुंिी एिं मद्रास से अल्लाकद
कु मार थिामी अ्यर
10. 13 कदसम्बर 1946 को पं. नेहरू ने संशिधान सिा के समक्ष उद्देश्य प्रथताि पेि ककया।
11. नई संशिधान सिा में प्रिाििाली दल कांग्रेस थाI
12. संशिधान सिा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद थे|
13. संशिधान के प्रारूप को पाररत करने में 2 िषथ 11 माह 18 कदन लगे।
14. संशिधान की चचाथ का ररकाडथ 11 िारी िरकम खण्डो में प्रकाशित ककया।
15. संशिधान द्वारा िारत को थितन्ि सम्प्रिू गणराज्य घोशषत ककया गया ।
16. संशिधान सिा का प्रथम अशधिेिन कब और कहॉ हुआ?
17. 9 कदसम्बर 1946 के अशधिेिन में कु ल 210 सदथय उपशथथत थे।
18. संशिधान शनमाथण में संचालन सशमशत के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद थे ।
19. संशिधान शनमाथण में संघ संशिधान सशमशत के अध्यक्ष जिाहर लाल नेहरू थे।
20. संशिधान शनमाथण में प्रान्तीय संशिधान सशमशत के अध्यक्ष िल्लि िाई पटेल थे ?
21. प्रारूप सशमशत का गठन 29 अगथत 1947 को हुआ था |
22. 1935 में व्यथक आबादी 10-10 प्रशतित शहथसे तक सीशमत थी।
23. 13 कदसम्बर 1946 को जिाहर लाल नेहरु ने थितंि संप्रिु िारतीय गणराज्य की कल्पना की|
24. िाषा सशमशत ने अपनी ररपोटथ 12 शसतम्बर 1947 को प्रथतुत की।
25. िारत के संशिधान का शपता डॉ. बी.आर. अम्बेडकर को कहा जाता हैं ।
26. िारत में अंग्रेजो के समय 562 देिी ररयासते थी ।
27. संशिधान के प्रथम अनुच्छेद में कहा गया है िारत राज्यो का संघ होगा।
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प्रश्न 1.सही शिकल्प चुनकर शलशखए-
i. िारत का संशिधान कब लागू हुआ ?
(अ)26 जनिरी1950 (ब)26 नबम्िर 1949
(स)15अगथत 1947 (द) 30 कदसम्बर 1929
ii. ये ककसने कहा था ’’हम नकल करने िाले नहीं है’’ िारत का िासन िारतीय जनता की इच्छा अनुसार होना
चाशहए ।
(अ) जिाहर लाल नेहरु (ब) सरदार पटेल
(स) डॉ.बी.आर.अंबेडकर (द) ) डॉ.राजेंद्र प्रसाद
iii. सशिधान सिा का गठन ककस प्रकार ककया गया ?
(अ) कै शबनेट योजना के अनुसार (ब) माउं टबटेन योजना के अनुसार
(स) साइमन कमीिन के अनुसार (द) सी आर फॉमूथला के अनुसार
iv. सशिधान सिा के सदथयो की संख्या थी?
(अ) 380 (ब) 390
(स) 389 (द) 395
v. संशिधान सिा के अध्यक्ष कौन थे।
(अ) डॉ.बी.आर.अंबेडकर (ब) डॉ. जयकर
(स) डॉ. राजेंद्र प्रसाद (द) डॉ. सशच्चदानंद शसन्हा
vi. संशिधान सिा में प्रारूप सशमशत के अध्यक्ष कौन थे ?
(अ) मौलाना आज़ाद (ब) डॉ.बी.आर.अंबेडकर
(स) जिाहर लाल नेहरू (द) डॉ. राजेंद्र प्रसाद ।
vii. िारत का संशिधान कब लागू हुआ ।
(अ) 26 जनिरी 1947 (ब) 26 जनिरी 1950
(स) 15 अगथत 1947 (द) 5 अक्टूबर 1946
viii. यह कथन ककस का है “अंग्रेज़ चले गए पर िरारत के बीज बो गए” ?
(अ) डॉ राजेंद्र प्रसाद (ब) सरदार िल्लि िाई पटेल
(स) महात्मा गांधी (द) पट्टाकद सीतारमैया
ix. यह ककसका कथन है ‘मेरा मानना है कक पृथक शनिाथशचका अल्पसंख्यक के शलए आत्मघाती होगी’?
(अ) गोप्िंद िल्लि पंत (ब)महात्मा गांधी
(स) डॉ. राजेंद्र प्रसाद (द) जिाहर लाल नेहरू
x. ‘सरकारे सरकारी कागज़ से नहीं बनती,सरकार जनता की इच्छा की अशिव्यशि है’ यह ककसका कथन है?
(अ) डॉ.बी.आर.अंबेडकर (ब) पंशडत नेहरू
(स) सोमनाथ लहरी (द) डॉ राजेंद्र प्रसाद
xi. संशिधान के ककस अनुछेद में गिनथर की शसफ़ाररि पर कें द्र सरकार को राज्य सरकार के
सिी अशधकार अपने हाथ में लेने का अशधकार कदया है ?
(अ) अनुछेद 321 (ब) अनुछेद 356
(स) अनुछेद 362 (द) अनुछेद 370
xii. संशिधान के प्रारूप में शिषयो को ककतने सूची मैं बाटा गया है ।
(अ)2 (ब) 3 (स) 4 (द) 6
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प्रश्न 2.ररि थथान की पूर्तथ कीशजए-
i. संशिधान के प्रारूप सशमशत के अध्यक्ष ......................... थे।
ii. संशिधान सिा के अथथायी अध्यक्ष .................... चुने गये
iii. संशिधान सिा का गठन ................ योजना के आधार पर हुआ।
iv. संशिधान सिा के संिैधाशनक सलाहकार ................को चुना गया ।
v. संशिधान शनमाथण में ..............का समय लगा ।
vi. संघ सूची मैं कानून शनमाथण ............... करती है ।
vii. सिोदय योजना का प्रारम्ि ...................... ने ककया ।
viii. संशिधान के उद्देश्य प्रथताि में िारत को ........................घोशषत ककया गया।
ix. संशिधान सिा की िाषा सशमशत ने ...........को िारत की राजकीय िाषा घोशषत ककया ।
x. संशिधान सिा मैं कु ल ......सि एिं ........ बैठकें हुई |
57
प्रश्न 5 शनम्नशलशखत प्रश्नों के उत्तर एक िब्द या एक िाक्य में दीशजए
i. मूल िारतीय संशिधान में ककतने अनुच्छेद और अनुसूशचयॉ थीं |
ii. ितथमान में िारतीय संशिधान में ककतनी अनुसूशचयॉ है?
iii. संशिधान सिा की पहली बैठक कब हुई?
iv. सोमनाथ लाशहडी ने जिाहर लाल नेहरू को ककस बात पर बधाई दी थी ।
v. संशिधान का धारा 17 क्या घोशषत करती हैं ?
vi. यह ककसने कहा था “अब जब शििाजन एक हकीकत है एक दुबथल के न्द्रीय िासन की व्यिथथा देि के शलए
हाशनकारक होगी क्योंकक ऐसा के न्द्र िांशन्त थथाशपत करने में आम सरोकारो के बीच समन्िय थथाशपत करने में
अंतरराष्ट्रीय थतर पर पूरे देि के शलये आिाज उठाने में सक्षम नहीं होगा |
vii. अनुछेद 356 क्या हैं ?
59
मानशचि कायथ
माध्यशमक शिक्षा मंडल म.प्र.िोपाल द्वारा िैशक्षक सि 2022-23 हेतु जारी ब्लू प्प्रंट अनुसार मानशचि से कु ल 04 अंक
के प्रश्न पूछें जायेंगे |
प्रश्न.1 हड़प्पा सभ्यता में शिकशसत शनम्नशलशखत पुराथथलों को मानशचि में दिाथइए–(पृष्ट-02)
60
प्रश्न.2 आरं शिक राज्य (महाजनपद्कालीन) ि उनकी राजधाशनयों को मानशचि में दिाथइए-(पृष्ट-30)
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प्रश्न.3 अिोक के अशिलेखों (महाशिलालेख,लघुशिलालेख ि थतंिअशिलेख) के प्राशप्त थथानों को मानशचि में
दिाथइए –(पृष्ट-33)
i.मानसेहरा ii.शगरनार iii.जौगड़ iv. माथकी v.ब्रह्मशगरी
vi.साँची vii.सारनाथ viii.मेरठ ix कौिाम्बी x.लौररया नंदनगढ़
62
प्रश्न.5 शनम्नशलशखत बौद्ध थथलों को मानशचि में दिाथइए-(पृष्ट 95)
i.नागाजुथनकोंडा ii.साँची iii.अमरािती iv.लुशम्बनी
v.नाशसक vi.िरहुत vii.बोधगया viii.अजंता
प्रश्न.6 लगिग चौदहिीं-अठाहिीं िताब्दी के दशक्षण िारत के नगरों को मानशचि में दिाथइए-(पृष्ट 174)
i.बीदर ii.गोलकोंडा iii.बीजापुर iv.शिजयनगर v.चंद्रशगरी
vi.कांचीपुरम vii.मैसूर viii.तंजािुर ix.कोलार x.शतरुिल्ली
63
प्रश्न.7 बाबर,अकबर और औरं गजेब के अधीन शनम्नशलशखत क्षेिों (नगरों) को मानशचि में दिाथइए-(पृष्ट214)
i.कदल्ली ii.आगरा iii.पानीपत iv.आम्बेर v.अजमेर vi.लाहौर
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प्रश्न.8 1857 में शब्ररटि शनयंिण के अधीन िारतीय उपमहाद्वीप के शनम्नशलशखत क्षेिों /नगरों को मानशचि में
दिाथइए-(पृष्ट 297)
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प्रश्न.9 1857 के शिद्रोह के मुख्य के न्द्रों को मानशचि में दिाथइए- (पृष्ट 297)
i. कदल्ली ii.मेरठ iii.झाँसी iv.लखनऊ v.कानपुर vi.आजमगढ़
vii.कलकत्ता viii.बनारस ix.ग्िाशलयर x.जबलपुर xi.आगरा xii.अिध
KARACHI
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उत्तरमाला-
िारतीय इशतहास के कु छ शिषय िाग-1
iv लोथल ब. गुजरात
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67
उत्तरमाला
………………………………………………x……………………………..x…………………………………………..
68
उत्तरमाला-
i. महािारत फ. िेदव्यास
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69
उत्तरमाला-
----------------------------x-------------------------------------x------
उत्तरमाला-
िारतीय इशतहास के कु छ शिषय िाग-2
शिषय-5 याशियों के नजररए
70
उत्तरमाला-
----------------------------x-------------------------------------x------
उत्तरमाला
----------------------------x-------------------------------------x-------
71
उत्तरमाला-
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प्र.5 सत्य / असत्य बताइए-
(i) सत्य (ii) सत्य (iii) सत्य (iv) असत्य (v)सत्य
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उत्तरमाला-
शिषय -11 शिद्रोही और राज
1857 का आन्दोलन और उनके आख्यान
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उत्तरमाला-
74
उत्तरमाला-
शिषय-15 संशिधान का शनमाथण
प्रश्न 1.सही शिकल्प-
i. (ब)26 नबम्िर 1949 ii. (अ) जिाहर लाल नेहरु iii. (अ)कै शबनेट शमिन के अनुसार
iv.(स) 389 v. (स) डॉ. राजेंद्र प्रसाद vi. डॉ. बी. आर. अम्बेडकर
vii. 26 जनिरी 1950 viii. (ब) सरदार िल्लििाई पटेल ix. (अ) गोशिन्द िल्लि पन्त
x. (ब) जिाहर लाल नेहरु xi. (ब) अनुच्छे द 356 xii. (ब) 3
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