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Hindi He-Final-31072020
Hindi He-Final-31072020
2. नीशि का दििन
िारिीय होने में एक गहन-गर्ििि गिि पैदा करने के शलए, न के िल शिचार में, बशल्क
आत्मा, बुशद् और कमों में, िाथ ही िाथ ज्ञान, कौिल, मूल्यों और प्रस्िािों को
शिकशिि करने के शलए, जो मानि अशिकारों, ठटकाऊ शिकाि और शजम्मेदार
प्रशिबद्िा का िमथिन करें । जीिांि और िैशिक कल्याि, शजििे िास्िि में िैशिक
नागठरक प्रशिचबांशबि होिा है।
िारि में उच्च शिक्षा प्रिाली में िििमान में मौजूद कु छ प्रमुख िमस्याओं में िाशमल
हैं:
ओर अग्रिर ;
2040 िक, ििी उच्च शिक्षा िांस्थानों (HEI) को बहु-शिषयक िांस्थान बनना होगा,
शजनमें िे प्रत्येक का लक्ष्य 3,000 या अशिक छात्र होंगे।
इिका उद्देश्य उच्च शिक्षा में िकल नामाांकन अनुपाि को 2035 िक व्याििाशयक
शिक्षा िशहि 26.3% (2018) िे बढाकर 50% करना होगा।
शिकाि िाििजशनक और शनजी दोनों िांस्थानों में होगा, शजिमें बड़ी िांख्या में उत्कृ ष्ट
िाििजशनक िांस्थानों के शिकाि पर जोर होगा
ये िीन व्यापक प्रकार के िांस्थान ककिी िी प्राकृ शिक िरीके िे एक किोर, बशहष्कृ ि
िगीकरि नहीं हैं, लेककन एक शनरां िरिा के िाथ हैं।
देि में उच्च िैक्षशिक िांस्थानों के िििमान जठटल नामकरि जैिे कक 'शििशिद्यालय
के रूप में िमझा जाने िाला', 'िांबद् शििशिद्यालय', 'िांबद् िकनीकी
शििशिद्यालय', 'एकात्मक शििशिद्यालय' आकद को मानदांडों को पूरा करने पर
बि 'शििशिद्यालय' िारा प्रशिस्थाशपि ककया जाएगा।
यहाां िक कक IIT जैिे इां जीशनयररां ग िांस्थान, अशिक कला और मानशिकी के िाथ
िमग्र और बहु-शिषयक शिक्षा की ओर बढेंगे। कला और मानशिकी के छात्र अशिक
शिज्ञान िीखने का लक्ष्य रखेंगे और ििी अशिक व्याििाशयक शिषयों और िॉफ्ट
शस्कल को िाशमल करने का प्रयाि करें गे।
िाषा, िाशहत्य, िांगीि, दििन, कला, नृत्य, रां गमांच, शिक्षा, गशिि, िाांशख्यकी, िुद्
और अनुप्रयुि शिज्ञान, िमाजिास्त्र, अथििास्त्र, खेल, अनुिाद और व्याख्या आकद
शििागों को ििी उच्च िैक्षशिक िांस्थानों में स्थाशपि और मजबूि ककया जाएगा।
यकद छात्र उच्च िैक्षशिक िांस्थानों िारा शनर्दिष्ट अध्ययन के अपने प्रमुख क्षेत्र (ओं) में
एक किोर अनुिांिान पठरयोजना को पूरा करिा है, िो 4-िषीय कायिक्रम िी
'अनुिांिान के िाथ' एक शडग्री का नेिृत्ि कर िकिा है।
उच्च िैक्षशिक िांस्थान िी अशिक शनरां िर और व्यापक मूल्याांकन की कदिा में उच्च-
िनाि िाली परीक्षाओं िे दूरी बनाएँगे।
ििी छात्रों को उच्च गुिििा िाले िहायिा कें ि और पेिेिर िैक्षशिक और कै ठरयर
परामिि उपलधि कराए जाएांगे।
7. अांिरािष्ट्रीयकरि
िारि में अध्ययन करने िाले अांिरािष्ट्रीय छात्रों की बड़ी िांख्या, और िारि में छात्रों
के शलए अशिक गशििीलिा, अध्ययन करना, क्रेशडट राांिफर करना, या शिदेिों में
िांस्थानों में िोि करना ।
िारि को िस्िी कीमि पर प्रीशमयम शिक्षा प्रदान करने िाले िैशिक अध्ययन गांिव्य
के रूप में बढािा कदया जाएगा
शिदेिी छात्रों की मेजबानी करने िाले प्रत्येक उच्च िैक्षशिक िांस्थान में एक
अांिरािष्ट्रीय छात्र कायािलय शिदेि िे आने िाले छात्रों के स्िागि और िमथिन िे
िांबांशिि ििी मामलों के िमन्िय के शलए स्थाशपि ककया जाएगा।
उच्च गुिििा िाले शिदेिी िांस्थानों के िाथ अनुिांिान / शिक्षि िहयोग और िांकाय
/ छात्र आदान-प्रदान की िुशििा होगी
उच्च प्रदििन करने िाले िारिीय शििशिद्यालयों को अन्य देिों में पठरिर स्थाशपि
करने के शलए प्रोत्िाशहि ककया जाएगा
इिी िरह, चयशनि शििशिद्यालयों जैिे, दुशनया के िीषि 100 शििशिद्यालयों में िे
शजन्हें िारि में काम करने की िुशििा होगी।
ििी उच्च िैक्षशिक िांस्थान अपने िांस्थानों में ििी छात्रों के शलए गुिििापूिि
शचककत्िा िुशििाएां िुशनशिि करें गे।
शनजी उच्च िैक्षशिक िांस्थानों को अपने छात्रों को बड़ी िांख्या में मुफ्ि हिाई यात्रा
और छात्रिृशि प्रदान करने के शलए प्रोत्िाशहि ककया जाएगा।
ििी उच्च िैक्षशिक िांस्थान स्िच्छ पेयजल, स्िच्छ कायि िौचालय, धलैकबोडि,
कायािलय, शिक्षि आपूर्िि, पुस्िकालय, प्रयोगिाला और िुखद कक्षा स्थान और
पठरिरों िशहि बुशनयादी िुशििाओं और िुशििाओं िे लैि होंगे।
उच्च िैक्षशिक िांस्थान में स्पष्ट रूप िे पठरिाशषि, स्ििांत्र और पारदिी प्रकक्रया और
िांकाय ििी के मानदांड होंगे।
उच्च शिक्षा के शलए शिशिष्ट कायि ििी िरकारों और उच्च िैक्षशिक िांस्थानों िारा
अपनाए जाएांगे।
(a) उच्च शिक्षा को आगे बढाने के शलए अििर लागि और िुल्क को कम करें
(b) अशिक शििीय िहायिा और छात्रिृशि प्रदान करें
(c) उच्च शिक्षा के अििरों और छात्रिृशि के आिार पर आचरि
(d) प्रिेि प्रकक्रयाओं को अशिक िमािेिी बनाएां
(e) पाठ्यक्रम को अशिक िमािेिी बनाएां
(f) उच्च शिक्षा कायिक्रमों की रोजगार क्षमिा में िृशद्
(g) िारिीय िाषाओं में और शििाषी रूप िे पढाए जाने िाले अशिक शडग्री
पाठ्यक्रम शिकशिि करना
(h) िुशनशिि करें कक ििी इमारिें और िुशििाएां व्हीलचेयर-िुलि और
अक्षम हैं
(i) िांशचि िैशक्षक पृष्ठिूशम िे आने िाले छात्रों के शलए िेिु पाठ्यक्रम
शिकशिि करना
(j) िामाशजक-िािनात्मक और िैक्षशिक िहायिा और िलाह प्रदान करें
(k) जेंडर-आइडेंठटटी इश्यू पर फै कल्टी, काउां िलर और छात्रों के िांिेदीकरि
को िुशनशिि करना और उच्च िैक्षशिक िांस्थानों के ििी पहलुओं में
िाशमल करना, शजिमें पाठ्यक्रम िाशमल हैं
(l) ििी गैर-िेदिाि और उत्पीड़न शिरोिी शनयमों को िख्िी िे लागू करें
(m) िांस्थागि शिकाि योजनाएां शिकशिि करें शजिमें SEDGs िे बढिी
िागीदारी पर कारि िाई की शिशिष्ट योजना हो।
अगले दिक में व्याििाशयक शिक्षा को चरिबद् िरीके िे ििी स्कू ल और उच्च
शिक्षा िांस्थानों में एकीकृ ि ककया जाएगा।
उच्च शिक्षा िांस्थान अपने स्रोि िे और गैर िरकारी िांगिनों के िाथ िाझेदारी में
व्याििाशयक शिक्षा प्रदान करें गे।
बचलर ऑफ िोके िनल स्टडीज 2013 में िुरू की गई शडग्री मौजूद रहेगी, लेककन
अन्य ििी स्नािक शडग्री कायिक्रमों में नामाांककि छात्रों के शलए व्याििाशयक
पाठ्यक्रम िी उपलधि होंगे, शजिमें 4-िषीय बहु-शिषयक स्नािक कायिक्रम िाशमल
हैं।
'लोक शिद्या, अथािि, िारि में शिकशिि महत्िपूिि व्याििाशयक ज्ञान, व्याििाशयक
शिक्षा पाठ्यक्रमों में एकीकरि के माध्यम िे छात्रों के शलए िुलि बनाया जाएगा।
उद्योगों के िाथ िाझेदारी में उच्च शिक्षा िांस्थानों में कें ि स्थाशपि ककए जाएांगे।
राष्ट्रीय अनुिांिान फाउां डेिन (NRF) स्ििांत्र रूप िे िरकार, एक घूििन बोडि ऑफ
गिनििि िारा िाशिि होगा, शजिमें शिशिन्न क्षेत्रों में बहुि ही बेहिरीन िोिकिाि
और निप्रिििक िाशमल होंगे।
शनजी उच्च िैक्षशिक िांस्थानों (HEI) िारा शनिािठरि ििी िुल्क और िुल्क पारदिी
रूप िे और पूरी िरह िे बिाए जाएांगे, और ककिी िी छात्र के नामाांकन की अिशि
के दौरान इन फीि / िुल्कों में कोई मनमानी िृशद् नहीं होगी। यह िुल्क शनिािरि
िांत्र, यह िुशनशिि करिे हुए लागि की उशचि ििूली िुशनशिि करे गा कक उच्च
िैक्षशिक िांस्थान (HEI) अपने िामाशजक दाशयत्िों का शनििहन करिा है।
ककिी िांस्था का बोडि ऑफ गिनििि (BoG) ककिी िी बाहरी हस्िक्षेप िे मुि िांस्था
को िांचाशलि करने के शलए ििि होगा। इि बाि की पठरकल्पना की गई है कक इि
प्रकक्रया के दौरान ििी उच्च शिक्षा िांस्थानों (HEI) को प्रोत्िाहन, िमथिन और
िलाह दी जाएगी, और इिका उद्देश्य स्िायि बनना होगा और 2035 िक ऐिे
ििि बोडि ऑफ गिनििि (BoG) होंगे।
ििी िांस्थान जो पेिेिर या िामान्य शिक्षा प्रदान करिे हैं, का उद्देश्य व्यिशस्थि
रूप िे उन िांस्थानों / िमूहों में शिकशिि होना होगा जो दोनों को मूल रूप िे और
2030 िक एकीकृ ि िरीके िे पेि करें गे।
कृ शष और िांबद् शिषयों की क्षमिा और गुिििा दोनों में िुिार ककया जाना चाशहए
िाकक प्रौद्योशगककयों और प्रथाओं िे जुड़े बेहिर कु िल स्नािकों और िकनीशियनों,
निीन अनुिांिान और बाजार-आिाठरि शिस्िार के माध्यम िे कृ शष उत्पादकिा में
िृशद् हो िके ।
यह देखिे हुए कक लोग स्िास््य िेिा में बहुलिादी शिकल्पों का उपयोग करिे हैं,
हमारी स्िास््य शिक्षा प्रिाली का अशिन्न अथि होना चाशहए, िाकक एलोपैशथक
शचककत्िा शिक्षा के ििी छात्रों को आयुिेद, योग और प्राकृ शिक शचककत्िा, यूनानी,
शिद् और होम्योपैथी (आयुष) और इिके शिपरीि की बुशनयादी िमझ हो। ।
िारि को अत्यािुशनक क्षेत्रों में पेिेिरों को िैयार करने में िी अग्रिी होना चाशहए,
जो कक जीनोशमक अध्ययन, जैि प्रौद्योशगकी, नैनो के अलािा आर्टिकफशियल
इां टेशलजेंि (एआई), 3-डी मिीचनांग, बड़े डेटा शिश्लेषि और मिीन लर्निंग, िांशत्रका
शिज्ञान, स्िास््य, पयाििरि और ठटकाऊ जीिन के शलए महत्िपूिि अनुप्रयोगों के
िाथ जो युिाओं की रोजगार क्षमिा बढाने के शलए स्नािक शिक्षा जैिे क्षेत्रों में
प्रमुखिा प्राप्त कर िकें ।
बचपन िे देखिाल और शिक्षा के िाथ िुरू होने िाली ििी प्रकार की िारिीय
कलाओं को शिक्षा के ििी स्िरों पर छात्रों के िमक्ष प्रस्िुि ककया जाना चाशहए।
िारिीय िाषाओं के शिक्षि और िीखने को हर स्िर पर स्कू ल और उच्च शिक्षा के
िाथ एकीकृ ि करने की आिश्यकिा है।
स्कू ली बच्चों में िाषा, कला और िांस्कृ शि को बढािा देने के शलए कई पहल- स्कू ल के
ििी स्िरों पर िांगीि, कला और शिल्प पर अशिक जोर; बहुिाषािाद को बढािा
देने के शलए िीन-िाषा िूत्र का प्रारां शिक कायािन्ियन; जहाां िांिि हो घर / स्थानीय
िाषा में शिक्षि; अशिक अनुििात्मक िाषा िीखने का िांचालन करना; मास्टर
प्रशिक्षकों के रूप में उत्कृ ष्ट स्थानीय कलाकारों, लेखकों, शिल्पकारों और अन्य
शििेषज्ञों की ििी; मानशिकी, शिज्ञान, कला, शिल्प और स्पोर्टिििेट में आकदिािी
और अन्य स्थानीय ज्ञान िशहि पारां पठरक िारिीय ज्ञान को पाठ्यक्रम में िाशमल
करना।
प्रत्येक उच्च शिक्षा िांस्थान और यहाां िक कक प्रत्येक स्कू ल या स्कू ल पठरिर में कला,
रचनात्मकिा, और क्षेत्र / देि के िमृद् खजाने के शलए छात्रों को उजागर करने के
शलए कलाकार (ओं) का होंगे ।
उच्च शिक्षा में अशिक उच्च िैक्षशिक िांस्थान (HEI), और अशिक कायिक्रम,
मािृिाषा / स्थानीय िाषा का उपयोग अनुदि
े के माध्यम के रूप में करें गे, और / या
शििाषी कायिक्रमों की पेिकि करें गे।
उच्च गुिििा िाले कायिक्रम और अनुिाद और व्याख्या, कला और िांग्रहालय
प्रिािन, पुराित्ि, पुराित्ि िांरक्षि, ग्राकफक शडजाइन और उच्च शिक्षा प्रिाली के
िीिर िेब शडजाइन में शडग्री िी बनाई जाएांगी ।
उच्च िैक्षशिक िांस्थानों (HEI) के छात्रों िारा देि के शिशिन्न शहस्िों में यात्रा
करना, जो न के िल पयिटन को बढािा देगा, बशल्क िारि के शिशिन्न शहस्िों की
शिशिििा, िांस्कृ शि, परां पराओं और ज्ञान की िमझ और प्रिांिा का कारि बनेगा।
िांस्कृ ि को स्कू ल में मजबूि प्रस्िाि के िाथ मुख्यिारा में लाया जाएगा - शजिमें
िीन-िाषा िूत्र में िाषा के शिकल्पों में िे एक के िाथ-िाथ उच्च शिक्षा िी िाशमल
है। िांस्कृ ि शििशिद्यालय िी उच्च शिक्षा के बड़े बहु-शिषयक िांस्थान बनने की ओर
अग्रिर होंगे।
िारि इिी िरह ििी िास्त्रीय िाषाओं और िाशहत्य का अध्ययन करने िाले अपने
िांस्थानों और शििशिद्यालयों का शिस्िार करे गा, शजिमें उन हजारों पाांडुशलशपयों
को इकट्ठा करने, िांरशक्षि करने, अनुिाद करने और उनका अध्ययन करने के मजबूि
प्रयाि हैं, शजन पर अिी िक उनका ध्यान नहीं गया है।
पूरे देि में िांस्कृ ि और ििी िारिीय िाषा िांस्थानों और शििागों को काफी मजबूि
ककया जाएगा
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