पाठ-6 मैया कबहु-WPS Office

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पाठ-6 मैया कब बढ़े गी चोट

-1 कृ ण यशोदा से या शकायत कर रहे थे ?


उ र -कृ ण यशोदा से शकायत करते ह क बार-बार क ा ध पीने पर भी उनक छोट बलराम भैया जैसी लंबी और मोट
य नह होती है ।
-2 कृ ण मन मार कर भी बाल को यो धुलवाते, कं घी करवाते और गुथ
ं ेवाते थे?
उ र -कृ ण मन मार कर ही बाल को धुलवाते ,कं घी करवाते और गुंथवाते थे ता क उनके बाल ना गन क तरह लंबे और मोटे
हो जाए ।
-3 कृ ण के मन म बाल का आदश कौन था और य ?
उ र -कृ ण के मन मे बाल का आदश बलराम भैया थे य क बलराम के बाल वैसे ही थे जैसे कृ ण को चा हए थे।
- 4 यशोदा या कहकर कृ ण को बहलाती थी ?
उ र -मां यशोदा कृ ण को यह कहकर बहलाती है क क ा ध पीने से तु हारे बाल बलराम भैया जैसे लंबे हो जाएंगे ।
-5 यशोदा कस तरह से कृ ण को अनुशासन म रखती थी और य ?
उ र-यशोदा माता कृ ण को माखन रोट न दे कर क ा ध पलाकर अनुशासन म रखती थी ।
- 6 आपको कै से पता लगता है क यशोदा कृ ण को यार करती थी ?
उ र -कृ ण के गु से पर वह हँसती थी, कृ ण क लंबी उ के लए ाथना करती थी इससे पता चलता है क यशोदा कृ ण को
यार करती थी।
पेज न-57
1 क वता का मूल भाव अपने श द म ल खए।
उ र -इस क वता म माता और पु के संबध
ं क मधुरता दे खने मलती है ।क वता म माता यशोदा अपने पु कृ ण को कभी
यार से ,कभी अनुशासन म रखकर ध पलाती ह और उ ह लोभन दे ती ह क उनक चोट बलराम भैया क तरह लंबी मोट
और काली हो जाएगी। माता और पु के इस अनोखे ेम का यह य इस क वता म ब त ही अ तरह दशाया गया है।
3 आपको इस क वता म सबसे अ ा या लगा और य ?
उ र- हम इस क वता म कृ ण क नटखट लीलाएं,,चंचल वभाव एवं उनक बड़े भाई बलराम से त धा ब त अ
लगी।
-4 I.P.

-5 द गई पं का भावाथ लख 'काढ़त ____।


उ र- कृ ण माता यशोदा से गु सा होकर कहते ह क आप रोज बाल को धोती ह, कं घी करती ह, चोट बनाती ह और मुझसे
कहती ह क मेरे बाल धरती पर पड़ी ना गन क तरह काले और खूब मोटे हो जाएंगे पर ऐसा कु छ नह होता ।
-6 इस क वता म आपको बाल वभाव क कौन सी वशेषता ात होती है ?
उ र- इस क वता से ब क चंचलता, नटखट वभाव, भोलापन एवं उनक हठ का पता चलता है।
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