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ऐ मेरी ज़मी ीं, अफ़सोस नही ीं मेरी नस-नस में तेरा इश्क़ बहे

"फीका ना पडे कभी रीं ग तेरा" जिस्ोीं से जनकल के खू न कहे


ऐ मेरी ज़मी ीं, अफ़सोस नही ीं िो तेरे जलए १०० ददद सहे
महफ़ूज़ रहे तेरी आन सदा चाहे िान मेरी ये रहे ना रहे

तेरी जमट्टी में जमल िावााँ


गुल बनके मैं खखल िावााँ
इतनी सी है जदल की आरज़ू

हो वतना वे मेरे वतना वे तेरा मेरा प्यार जनराला था


कुरबान हुआ तेरी असमत पे मै जकतना नसीब वाला था

तेरी जमट्टी में जमल िावााँ


गुल बनके मैं खखल िावााँ
इतनी सी है जदल की आरज़ू

Ohohohohohoh

भारत हमको िान से प्यारा है


सबसे न्यारा गुजलस्ााँ हमारा है
सजदयोीं से भारत भू जम दु जनया की शान है
भारत मााँ की चरणो में िीवन कुबादन है
भारत हमको िान से प्यारा है
िहााँ डाल डाल पर सोने की जचजडया करती है बसेरा,
वो भारत दे श है मेरा । ------2

िहााँ सत्य, अजहीं सा और धमद का


पग पग लगता डे रा,
वो भारत दे श है मेरा ।-------2

दे श मेरे दे श मेरे मेरी िान है तू 2


दे श मेरे दे श मेरे मेरी शान है तू 2

तेरी जमट्टी में जमल िावााँ


गुल बनके मैं खखल िावााँ
इतनी सी है जदल की आरज़ू --2
तेरी नजदयोीं में बह िावााँ
तेरे खे तोीं में लहरावााँ
इतनी सी है जदल की आरज़ू –2

दे श मेरे दे श मेरे मेरी िान है तू


दे श मेरे दे श मेरे मेरी शान है तू

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