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Arun Kumar Singh
Arun Kumar Singh
सेवा में,
पीठासीन पदाधिकारी
जिला अपीलीय प्राधिकार, औरंगाबाद |
पुनर्विलोकन वाद संख्या:
विषय: वाद संख्या - 11/ 2019 में पारित न्यायादेश के पुनर्विलोकन के सम्बन्ध में |
प्रसंग: भवदीय पत्रांक 363 दिनांक 06.07.2023
अरुण कु मार सिंह
वनाम
जिला शिक्षा पदाधिकारी औरंगाबाद एबम अन्य
महाशय,
उपर्युक्त विषक प्रासंगिक पात्र द्वारा वाद संख्या 11/2019 में पारित न्यायादेश में अंकित है की वादी को वादी को
पंचायत शिक्षक के पद पर प्रा० वि० वैद्य बीघा में योगदान के पश्चात उपस्तिथि बनाकर नियमित शिक्षा कार्य करने का अनुमति दें |
तथा वादी के बकाये कार्य अवधी का बेतन भी भुगतान करें |
इस सन्दर्भ में अधोहस्ताक्षरी के द्वारा निम्न आशय के साथ 11/ 2019 में पारित न्यायादेश के पुनर्विलोकन के लिए दिया जा रहा
है:
1. उक्त आदेश में यह वर्णित है की दिनांक 16.03.2016 तक विभागीय पदाधिकारी (जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना) के
पास वादी के त्याग पत्र की जानकारी नही थी, जबकि जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना, औरंगाबाद के द्वारा ज्ञापांक 428
दिनांक 30.07.2015 के द्वारा त्याग पात्र देने वाले शिक्षको की सूचि उच्च न्यायालय पटना के आदेशानुसार भेजी गयी थी,
जिसकी एक प्रति निदेशक प्रा० शि0, बिहार पटना एबम माननीय पीठासीन पदाधिकारी, जिला शिक्षक नियोजन अपीलीय
प्राधिकार, औरंगाबाद को भेजोई गयी थी जिसमे क्रमांक 111 पर वादी अरुण कु मार सिंह का नाम दर्ज है |
2. यह की वादी के स्वेच्छा से त्याग पत्र देने की मंशा के सम्बन्ध में अंकित करना है की न्यायालय अभिलेख पर उपस्थित वादी
के नियोजन आवेदन प्रपत्र के अबलोकन से स्पस्ट होगा की वादी को इन्टर की पात्रता परीक्षा में 40 प्रतिशत अंक प्राप्त हुआ था
और इसके बाबजूद भी इनकी नियुक्ति पंचायत शिक्षक के पद पर हुई थी जिसके भय के कारण ही उन्होंने शिक्षा विभाग, बिहार,
पटना द्वारा दिए गये क्षमादान के अंतर्गत त्याग पत्र दिया है, जिसकी प्रति माननीय प्राधिकार को पत्रांक 1046 दिनांक
01.07.2020 के माध्यम से अधोहस्ताक्षरी के द्वारा उपलब्ध करवा दी गयी है |
अतः वादी द्वारा अपील आवेदन में त्याग पत्र नही दिए जाने से सम्बंधित तथ्य
विरोधाभास उत्पन्न करता है |
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प्रतिलिपि:
1. जिला शिक्षा पदाधिकारी, औरंगाबाद की सेवा में सादर सूचनार्थ समर्पित |
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