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Shaurya Dada Convo 1 - Timestamped
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Shaurya Dada Convo 1 - Timestamped
[00:12 - 00:16] थोड़ा जो से बोलना ठीक है ताकि माइक काच कर सकते हैं
[00:16 - 00:26] कि मैं तो कर लेंगे ना हां मैं मैं चैनल के कै से टाइम था इन्हीं कोशिश हां मैं क्वे श्चन पूछूंगा
[00:26 - 00:37] और ज्यादा कै से हुआ आप आज ठीक है मैं आज कौन जीत रहा हूं मैच करकटा एक यार के क्यार मां जीत रही है मैंने
[00:37 - 00:45] आपको मैच देखने से रोक आप थोड़े गुस्सा तो नहीं है नहीं चलो बढ़िया और सबसे पहला क्वे श्चन मैंने आपसे
[00:45 - 00:51] पूछना था आपके साइड आपके टाइम पर जो स्कू ल होता था और मेरे टाइम पर जो स्कू ल अप उसमें डिफरेंस क्या क्या
[01:00 - 01:09] सब्सक्राइब करें और घर से दो किलोमेटर पैदल जाना दो किलोमेटर आना बापस पैदल जाते हैं दो किलोमेटर
[01:09 - 01:26] मेरे पास दो किलोमेटर मेरे पास कोई गाड़ी गोड़ा कु छ नहीं था उसके बाद हमने घरा के फिर पहले जीमीन का काम करना
लकड़ी करनी चुला जगाना रोटी पकानी कई काम होते थे फिर आद को हमने दर्द नोट दस बजे पढ़ना साड़े ग्यार ग्यार बजे सो �
[01:26 - 01:56] जाना सुबह फिर हम पांच पज़े उठ जाते हैं पाँच उठ कि हमने आदमों दोने बाबडी से पानी लेना पैदल उसम नरकर नहीं
होते थे बाबडी क्या होता है बोड़ी अच्छा मतलब छट से तो उसमें से पानी लेते थे हम घर कोल दिया फिर बहाँ से आ जाते थ
[01:56 - 02:26] और हम स्कू ल की त्यारी करनी फिर हम स्कू ल के ले जाते थे अच्छा हम को छोटी बन फिर आ जाना उस टाइम यह
फर्क है और इस टाइम जो फर्क है इस टाइम तो सबके पाँच गाड़ी गोड़ा है सबके पाँच सैकल है सकू टर है कु छ नहीं है जो आज कल तो वो चल
[02:26 - 02:39] निकल रहा है, पहले थोड़ी ते ख्लीब स्थान करी है, तो अब जो हमारा समय बहुत अच्छा निकल रहा है, बहुत सुन्दर,
ठीक बात है, मेरा भी समय काफी बढ़िया निकल रहा है, फिर आप खेलने कू दने कब जाते थे, आपको काम ही इतने होते थे, किसका खेलने क�
[02:39 - 03:01] खूदना, खेलने कू दने जीमीन भी ते दुनिया बार थी, खेलने कू दने जी कु छ भी, जीवर जीमीन भी रखे थी,
चार-चार बैल थे, गंग में थी, बेड़ बकरी थी, कई कु छ पढ़ रखा था हमने, उ नको चा रा भी ले आना , फिर स्कोल भी जाना, तो हमारे को
�
[03:01 - 03:31] खेलने कू दने के लिए जो टाइम होते नहीं थे तरह, हाँ, जीवर टाइम हम जंगल में चले जाते थे, पसुच चुगाणे,
तो भाँ गुरोण में हम गुली ढंडा खेलते थे, और जो हम यहाँ पर रंग-बरंगी गैंदा खेले नहीं आजकल बच्चे, हमारे टाइम
[03:32 - 03:41] तो जो कपड़ा होता उसका ध्यान मनाना तो ऐसे खेलते जैसे गुज़ारा करते थे तो आप बताओ आपको आजकल के बच्चे कै से
लगता है
[03:41 - 03:54] मतलब आपको फर्क क्या लगता है उस टाइम के बच्चों में और आजकल के बच्चों में स्टाइम को वहां की हमारे कहना नहीं
मांते UK � policies कहना नहीं करनमातं ज्यादा चलाने से
[03:54 - 04:02] ट बाइट हेलो कि उनको क्वें टर इंट Pixel देखा नहीं होता है जो मैंने टाइमतक हुआ है इसलिए ओई मारी जो भराबर
[04:02 - 04:08] जो इस टाइम है अभी तक वह फिर भी हमारे में अच्छी बाता कर दिया है मिल जो पहले टाइम कै सा था और अब जो
[04:08 - 04:21] टाइम है रंग रंग मिल रही है इसलिए शाकु रा को चेंज हो रखा है बोल चाल का अरे चीज का है कि तेसर टीवी नहीं
[04:21 - 04:29] पहले इतनी देर में मेरा इंटरव्यू खत्म होने वाला चलो अच्छा आप यह बताओ उस टाइम में जहां पढ़ते
[04:29 - 04:35] थे उस टाइम के टीचरों में और आज जब आप मेरे स्कू ल में एक दो बारी गए हो टीचरों में क्या अंतर देखा आपने
[04:44 - 04:54] तो मतलब मतलब उन्हें अंतर कु छ नहीं होता तब कि टीचर भी वैसे है पर करता है जिसमें काम करते रहे
[04:54 - 05:01] स्कू ल के पूर्व मास्टर हमारे को सैक्टर बना यह अच्छा बोलते हैं अच्छा पढ़ता है तब तो ठीक है अगर हम
[05:01 - 05:08] मुझे पढ़ाई करेंगे फिर माइटर डंडें हनारी आज मेरे को इसने पीटा तेर्य शो चार कामनी कि हमने सबने काम
[05:08 - 05:15] करिया है और बचके निर्हाग काम निखरना है तो चेक करते कापी को तो मारा उनका। नाकारा वह तुम्हों redirect
[05:26 - 05:38] आप जैसे उस टाइम पर चंडीगर था आप जब शिफ्ट हुए थे चंडीगर आपका बहुत है कि चंडीगर शिफ्ट 1999-1999 में
तो
[05:39 - 05:49] चंडीगर में और आज चंडीगर में मतलब क्या-क्या फर्क दिखा आपने फर्क बहुत फर्क है कि उस टाइम का
[05:49 - 05:57] है क्योंकि उस टाइम इतना भीड़ बढ़का नहीं था इतनी गार्डियन थी किसी के पास है वह तो सड़कर सिंगल होती
[05:57 - 06:05] थी आप दो डब्ल डब्ल डब्ल डब्ल करके बढ़ गई हैं तरह के लिए फिर इतनी भीड़ा है कि पसंद निकल जाते हैं
[06:05 - 06:12] गाड़ी के लिए चलाते हैं भी जितनी हाथ खड़ा होती है वह टाइम किसी के पास है कि गाड़ियों को बहुत
कम थी शेयर
[06:12 - 06:20] का सबके पास नहीं होती थी कि इस पर इतना पैसा मिलता था तो किसने ले लेता कोई सेकं ड है लेता गलती जो हुई
बड़ी
[06:20 - 06:42] मुश्कल से तो उसमें गुजारा करते रहे हैं तो ऐसा से टाइम मारा निकल गया तो उसके बाद आगे आगे फिर टाइम ठीक
[06:43 - 06:54] इसकी पेमेंट के लिए मिलते थे उसी साथ जो उस टाइम लाए तो लुखा सुखा जैसे खाया होगा कभी अच्छा मिलता कभी
[06:54 - 07:02] दोस्तों कोई ऐसा कोई रोशन होता किसी का क्योंकि है इसमें तो करना किया और आज कल तो रोशन कर आज कल तो
[07:02 - 07:11] यह आना खराब है दाज़ार बताया ही ठोनी है अच्छा पीएज काले हो लगे हुए हटी कर तो चेंज हो गया ही है
[07:13 - 07:18] लुटा मिला आपको कै सा बड़ी मिलता आपको लगता है जसे पहले टाइम तो ऐसी ही रहना चाहिए या फिर आज का टाइम
[07:18 - 07:26] जैसे चेंज होते जा रहे चीजें अच्छी बात है तो इतनी ज्यादा चेंज नहीं होनी चाहिए तो नहीं आता तो दोबारा नहीं आता
[07:26 - 07:42] लेकिन अगर आपको कहना चाहोगी कि परिवर्तन अच्छा था जो भी तक आया या फिर यह वाला परिवर्तन थोड़ा धीरे आता
[07:50 - 07:57] तो जो प्रमाद्मा कर पर बच्ची तो अरे चीज है टेम जैसे तो रहता है कभी भी नहीं चाहिए द्वा पर था चाहिए तरीका
[07:57 - 08:06] युग था पहले तो अब तो कल युग लगा हुआ है तो एक टाइम तो किसी का बदला है इसलिए जो टाइम उस टाइम हो
उ स टा इम
[08:06 - 08:14] पहले हमारे टाइम पर प्यार सतकार भावना प्यार ज्यादा होता था इससे इत करते थे छोटा बड़ा प्यार से बोलते
[08:14 - 08:36] हैं और आप दो कु छ हुआ लोगों को सुनना मुझे चाहता जल्दी-जल्दी तो इसलिए टेन टैम को कोई चक्कर यहां आपको जहां
[08:58 - 09:04] आपका वह मेरे लिए क्वे श्चन हो कोई नहीं है बस अपने आपको
[09:05 - 09:14] अराम से अपना जैसे माता पिता बोते बहाय चलो तो जी में साभासी मिलती है आपने करोगे तो
[09:14 - 09:37] उ म्र बर घ टा र हता है आप नहीं को तो बा द में हो गा तो जै प टा इम नि क ल जा ता है फि र टा इम आता है
द्वार जाता है पर टाइम दुबरा
[09:39 - 09:40] देखिए
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